चंद्रयान-2 आ प्रक्षेपण आज दोपहर 2:45 पर

चेन्नई: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष के सिवन ने रविवार को बताया कि रविवार शाम 6.43 बजे से चंद्रयान-2 लॉन्च करने की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. इस उल्टी गिनती के दौरान रॉकेट और अंतरिक्ष यान प्रणाली की जांच की जा रही है और रॉकेट के इंजन को शक्ति प्रदान करने के लिए ईंधन भरा जा रहा है. गौरतलब है कि इससे पहले चंद्रयान-2 को लेकर जीएसएलवी-एमके-3 रॉकेट 15 जुलाई को ही तड़के 2.51 बजे उड़ान भरने वाला था, मगर तकनीकी खराबी के कारण रॉकेट के प्रस्थान करने से एक घंटा पहले उड़ान स्थगित कर दी गई.

इसरो सोमवार को चंद्रयान-2 अंतरिक्ष यान को चांद पर भेजने के लिए पूरी तरह से तैयार है. इसरो चीफ के सिवन ने रविवार को इस बाबत जानकारी देते हुए बताया कि चंद्रयान-2 के प्रक्षेपण को लेकर इसरो की ओर से सभी तैयारी कर ली गई है. पहले की लॉन्चिंग के समय जो भी तकनीकी खामी सामने आई थीं, उन्‍हें दूर कर लिया गया है.

बता दें कि इससे पहले 15 जुलाई को चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण तकनीकी खामी आ जाने पर रोक दिया गया था. प्रक्षेपण को तय समय से करीब 1 घंटे पहले टाल दिया गया था. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने ट्वीट किया था, “तकनीकी गड़बड़ी के कारण 15 जुलाई, 2019 को रोका गया चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण अब भारतीय समय के अनुसार सोमवार, 22 जुलाई, 2019 को दोपहर 2:43 बजे तय किया गया है.”

चंद्रयान-2, 22 जुलाई को उड़ान भरने को आतुर

रॉकेट को भारत के दूसरे चंद्रमा मिशन चंद्रयान-2 के साथ सोमवार तड़के 2:51 बजे उड़ान भरनी थी. मगर अधिकारियों को इस लांचिंग के एक घंटा पहले एक खामी का पता चला जिसके बाद इसे स्थगित कर दिया गया.

नई दिल्लीःइंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) ने चंद्रयान-2 के लॉन्च होने की नई तारीख का ऐलान कर दिया है. चंद्रयान-2 अब 22 जुलाई को दोपहर 2 बजकर 43 मिनट पर लॉन्च किया जाएगा. बता दें कि इससे पहले सोमवार 15 जुलाई को चंद्रयान-2 को अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरनी थी, मगर तकनीकी खराबी के कारण इसे निरस्त कर दिया गया था. भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने अपने जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल मार्क-3 (जीएसएलवी मार्क-3) में आई तकनीकी खराबी को ठीक कर लिया है. 

बता दें कि बुधवार को एक अधिकारी ने मीडिया को बताया था कि रॉकेट के लांच के लिए कई तारीखों पर विचार किया जा रहा है. उन्होंने बताया था कि लांच की तिथि 20 से 23 जुलाई के बीच रखी जा सकती है. रॉकेट को भारत के दूसरे चंद्रमा मिशन चंद्रयान-2 के साथ सोमवार तड़के 2:51 बजे उड़ान भरनी थी. मगर अधिकारियों को इस लांचिंग के एक घंटा पहले एक खामी का पता चला जिसके बाद इसे स्थगित कर दिया गया.

इसके बाद इसरो ने ट्वीट किया था, “इसरो को प्रक्षेपण से एक घंटा पहले एक तकनीकी खराबी का पता चला. एहतियात के तौर पर चंद्रयान-2 के प्रक्षेपण को रोक लिया गया. संशोधित प्रक्षेपण तिथि की घोषणा बाद में की जाएगी.”

“आपका कसूर नहीं – फैसला अँग्रेजी में है”, गिरिराज सिंह

अपने तीखे बयानों और हाजिरवाबी ए ल्ये मशहूर गिरिराज सिंह ने जाधव मामले पर आए आईसीजे के फैसले पर पाइस्टन ओ आड़े हाथों लिया है।

पटना : अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) ने भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के मामले में अपना फैसला सुना दिया है. आईसीजे ने जाधव की फांसी की सजा पर रोक लगा दी है. हालांकि पाकिस्तान सरकार इसे अपनी जीत भी बता रही है. पाकिस्तान सरकार के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया गया, जिसमें इस निर्णय को पाकिस्तान की बड़ी जीत बताया गया है. मामला भारत-पाकिस्तान से जुड़ा हुआ हो तो भला केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के फायरब्रांड नेता गिरिराज सिंह कैसे इस मौके को गंवा देते.

गिरिराज सिंह ने पाकिस्तान सरकार के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, ‘यह आपकी गलती नहीं है. फैसला अंग्रेजी में सुनाया गया.’ गिरिराज सिंह के इस ट्वीट पर काफी रोचक प्रतिक्रिया भी देखने को मिले.

ज्ञात हो कि आईसीजे ने कहा है कि पाकिस्तान जाधव पर दिए अपने फैसले पर विचार करे. आईसीजे ने कहा कि कुलभूषण पर मुकदमे की प्रक्रिया पर फिर से विचार हो. आईसीजे ने कहा कि पाकिस्तान ने वियना संधि का उल्लंघन किया. पाकिस्तान ने मानवाधिकार का उल्लंघन किया. आईसीजे ने यह भी कहा कि जाधव को राजनीतिक मदद दी जानी चाहिए. 

बता दें पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत जासूसी के आरोप में जाधव को फांसी की सजा सुना चुकी है, जिसे भारत ने बेबुनियाद बताया है. भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी जाधव का पाकिस्तानी एजेंसियों ने तीन मार्च 2016 को ईरान से अपहरण कर लिया था जहां वह अपने व्यापार के सिलसिले में गए थे.

भारत ने आईसीजे से पाकिस्तान सरकार को सैन्य अदालत का आदेश रद्द करने का निर्देश देने की मांग करने और ऐसा न किए जाने पर अंतर्राष्ट्रीय कानून और समझौते के अधिकारों का उल्लंघन करने के कारण आईसीजे द्वारा उस आदेश को गैर कानूनी घोषित करने की मांग की.

जीएसएलवी की तकनीकी खामी दूर, अगले हफ्ते हो सकता है प्रक्षेपण

रॉकेट को भारत के दूसरे चंद्रमा मिशन चंद्रयान-2 के साथ सोमवार तड़के 2:51 बजे उड़ान भरनी थी. मगर अधिकारियों को इस लांचिंग के एक घंटा पहले एक खामी का पता चला जिसके बाद इसे स्थगित कर दिया गया

चेन्नई: भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने अपने जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल मार्क-3 (जीएसएलवी मार्क-3) में आई तकनीकी खराबी को ठीक कर लिया है.  रॉकेट की स्थिति के बारे में हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. सोमवार को चंद्रयान-2 को अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरनी थी, मगर तकनीकी खराबी के कारण इसे निरस्त कर दिया गया था. 

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अधिकारियों से पता चला है कि गड़बड़ी को सुधार लिया गया है. एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि रॉकेट के लांच के लिए कई तारीखों पर विचार किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि लांच की तिथि 20 से 23 जुलाई के बीच रखी जा सकती है. 

सोमवार को भरनी थी रॉकेट ने उड़ान
रॉकेट को भारत के दूसरे चंद्रमा मिशन चंद्रयान-2 के साथ सोमवार तड़के 2:51 बजे उड़ान भरनी थी. मगर अधिकारियों को इस लांचिंग के एक घंटा पहले एक खामी का पता चला जिसके बाद इसे स्थगित कर दिया गया.

इसके बाद इसरो ने ट्वीट किया, ‘इसरो को प्रक्षेपण से एक घंटा पहले एक तकनीकी खराबी का पता चला. एहतियात के तौर पर चंद्रयान-2 के प्रक्षेपण को रोक लिया गया. संशोधित प्रक्षेपण तिथि की घोषणा बाद में की जाएगी.’

भारत का 1 रुपया पाकिस्तान के 20 करोड़ पर भारी

नई दिल्ली: देश के जाने माने वकील हरीश साल्वे ने पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव का केस अंतर्राष्ट्रीय अदालत में लड़ने के लिए बतौर फीस महज एक रुपया लिया. वहीं, पाकिस्तान ने जाधव को जासूस साबित करने के लिए अपने वकील पर 20 करोड़ रुपये से अधिक खर्च कर दिए. तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने 15 मई 2017 को एक ट्वीट में यह जानकारी दी थी कि हरीश साल्वे ने जाधव का केस लड़ने के लिए एक रुपये लिया है. 

वहीं, पाकिस्तान सरकार ने पिछले साल देश की संसद नेशनल असेंबली में बजट दस्तावेज पेश किया जिसमें कहा गया कि द हेग में अंतर्राष्ट्रीय अदालत (आईसीजे) में जाधव का केस लड़ने वाले वकील खावर कुरैशी को 20 करोड़ रुपये दिए गए हैं. कैब्रिज यूनिवर्सिटी से कानून में स्नातक कुरैशी आईसीजे में केस लड़ने वाले सबसे कम उम्र के वकील भी हैं. 

जाधव को पाकिस्तान ने भारतीय जासूस बताते हुए मौत की सजा सुनाई हुई है. पाकिस्तान का कहना है कि वह आतंकी गतिविधि में शामिल थे. जबकि भारत ने इसे गलत बताते हुए इसके खिलाफ आईसीजे में अपील की हुई है. भारत का कहना है कि जाधव को पाकिस्तान ने ईरान से पकड़ा और जासूस तथा आतंकवादी बता दिया.

ICJ के फैसले की 5 बड़ी बातें

भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के मामले में बुधवार को भारत को बड़ी जीत मिली है. ईसीजे ने फैसला सुनाते हुए कहा कि, पाकिस्तान भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को दी गई मौत की सजा की समीक्षा करे

नई दिल्ली: भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के मामले में बुधवार को भारत को बड़ी जीत मिली है. नीदरलैंड के हेग स्थित अंतर्राष्ट्रीय न्याय न्यायालय (आईसीजे) ने पाकिस्तान से जाधव की सजा पर पुनर्विचार के लिए कहा. जाधव को पाकिस्तान ने भारतीय जासूस बताते हुए मौत की सजा सुनाई हुई है. पाकिस्तान का कहना है कि वह आतंकी गतिविधि में शामिल थे. जबकि भारत ने इसे गलत बताते हुए इसके खिलाफ आईसीजे में अपील की जिसमें आज (बुधवार को) आईसीजे ने फैसला सुनाते हुए कहा कि, पाकिस्तान भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को दी गई मौत की सजा की समीक्षा करे. 

1-इस फैसले में सबसे बड़ी बात रही कि इंटरनेशनल कोर्ट के 16 में से 15 जज भारत के पक्ष में रहे, जबकि पाकिस्तान के जज इस फैसले के विरोध में रहे. 

2- आईसीजे ने अपने फैसले में कहा कि कोर्ट ने पाया कि पाकिस्तान ने भारत को कुलभूषण जाधव से संपर्क करने और उन्हें हिरासत में रखकर उन्हें किसी से मिलने के और अपने कानूनी प्रतिनिधित्व के लिए व्यवस्था करने के अधिकार से वंचित किया. पाकिस्तान ने इस तरह से कंसूलर रिलेशंस पर वियना कन्वेंशन के तहत दायित्वों का उल्लंघन किया है.

3- आईसीजे ने निर्देश जारी किया है कि कुलभूषण जाधव को भारतीय दूतावास से मदद मिलेगी और उन्हें वकील भी मुहैया कराया जाएगा. कोर्ट ने यह भी कहा है कि जाधव की फांसी की सज़ा पर तब तक रोक बरकरार रहेगी जब तक पाकिस्तान अपने फैसले की प्रभावी समीक्षा और पुर्नविचार नहीं कर लेता.

4- आईसीजे ने निर्देश जारी किया है कि कुलभूषण जाधव को भारतीय दूतावास से मदद मिलेगी और उन्हें वकील भी मुहैया कराया जाएगा.

5- कोर्ट के अध्यक्ष सोमालिया के जस्टिस अब्दुलकावी अहमद यूसुफ ने फैसला पढ़ा. उन्होंने 42 पन्नों के फैसले में कहा कि पाकिस्तान जब तक पाकिस्तान प्रभावी ढंग से अपने फैसले की समीक्षा और पुनर्विचार नहीं कर लेता है, तब तक कुलभूषण की फांसी पर रोक रहेगी.

चीन भी हो सकता है काश्मीरी अलगाववादी नेताओं के विरुद्ध

काश्मीर को भारत के खिलाफ पाकिस्तान के हथियार के रूप में इस्तेमाल करने वाले चीन को काश्मीर ही से खरी खोटी सुनने को मिली तो चीन भड़क गया। ऑल पार्टी हुर्र‍ियत कांफ्रेंस के चेयरमैन सैय्यद अली शाह गिलानी ने कहा था कि चीन उइगर मुसलमानों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं कर रहा है. उन्हें जबरदस्ती कैंपों में बंद करके रखा गया है. सैयद अली शाह गिलानी ने मीडिया में जारी बयान में कहा था कि “उइगर मुसलमानों को धार्मिक आजादी पर अंकुश लगा दिया गया है. उन्हें जबरदस्ती दिन में खाने और पीने के लिए कहा जाता है. जिससे वो धार्मिक कार्यकलापों को निभा पाने में असमर्थ हैं.” गिलानी के इस बयान के बाद चीन का भड़कना तया है.

नई दिल्‍ली: चीन के शिनजियांग में उइगर मुस्‍ल‍िमों को हिरासत में रखने और चीन सरकार की तरफ से उनके साथ किए जा रहे भेदभाव पर जहां ज्यादतर मुस्लिम देश चुप हैं. वहीं पिछले दिनों कश्मीर के अलगावादी नेता सैय्यद अली शाह गिलानी का बयान चीन की चिंता बढ़ा सकता है. ऑल पार्टी हुर्र‍ियत कांफ्रेंस के चेयरमैन सैय्यद अली शाह गिलानी ने कहा था कि चीन उइगर मुसलमानों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं कर रहा है. उन्हें जबरदस्ती कैंपों में बंद करके रखा गया है. गिलानी के इस बयान के बाद चीन का भड़कना तया है.

कश्मीर के सभी अलगाववादी गुट पाकिस्तान के मुखौटे हैं और पाकिस्तान इन्हें भारत के खिलाफ समय-समय पर इस्तेमाल करता रहता है. पाकिस्तान और अलगावादियों के बीच इस गठजोड़ पर चीन हमेशा चुप्पी साधे रहता है, लेकिन गिलानी की उइगर मुसलमानों पर की गई टिप्पणी चीन को नाराज़ कर सकती है.

इस महीने दस जुलाई को संयुक्त राष्ट्र संघ में पाकिस्तान, सऊदी अरब समेत करीब सभी मुस्लिम देशों ने चीन में उइगर मुस्लिमों के साथ हो रहे अत्याचार पर चीन का बचाव किया था,  जबकि सभी यूरोपियन देशों समेत करीब 22 देशों ने बयान जारी कर चिंता जाहिर की थी. मुस्लिम देशों ने कहा था कि चीन ने आतंक और कट्टरता खत्म करने की प्रकिया में हमेशा मानवाधिकार का सम्मान किया है.

सुरक्षा से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, “कश्मीरी अलगाववादी नेता सैय्यद अली शाह गिलानी का बयान चीन की परेशानी का सबब बन सकता है. जहां पाकिस्तान से लेकर सभी मुस्लिम देश उइगर मुसलमानों के मामलों में चीन के साथ हैं. वहीं गिलानी ने इस मुद्दे को पूरी दुनिया के सामने जोर शोर से उठाया है. ऐसे में चीन पाकिस्तान से इन अलगाववादी गुटों से दूरी बनाने को कह सकता है.”

चीन के शिनजियांग प्रांत में लंबे समये से उइगर मुस्लिमों के साथ अत्याचार की खबरें आती रहती हैं. कुछ मीडिया रिपोर्टस में भी ये दावा किया गया था कि चीनी प्रशासन मुस्लिमों को डिटेंशन सेंटर में बंद कर उनके धार्मिक पहचान की चीज़ों से उन्हें अगल कर रहा है. अमेरिका समेत कई यूरोपियन देश पहले ही चीन की निंदा कर चुके हैं. लेकिन पाकिस्तान समर्थित कश्मीरी अलगाववादी गुटों की तरफ से इस मामले पर नाराजगी जाहिर करने से चीन के लिए स्थिति‍ संभालनी और मुश्किल हो सकती है.

सैयद अली शाह गिलानी ने मीडिया में जारी बयान में कहा था कि “उइगर मुसलमानों को धार्मिक आजादी पर अंकुश लगा दिया गया है. उन्हें जबरदस्ती दिन में खाने और पीने के लिए कहा जाता है. जिससे वो धार्मिक कार्यकलापों को निभा पाने में असमर्थ हैं.”

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन में लोगों के नमाज पढ़ने से लेकर महिलाओं के बुर्का पहनने पर भी पाबंदी लगा दी गई है. रमजान के महीने में भी उइगर लोगों को रोज़ा रखने की इजाजत नहीं है. चीन शिनजियांग में मौजूद हिरासत केन्द्रों में उइगर मुसलमानों को धार्मिक कट्टरवाद से निपटने के लिए प्रशिक्षण भी देता है.

चंद्रयान-2 तकनीकी वजह के कारण प्रक्षेपण टला

इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाईजेशन (इसरो) के दूसरे चंद्र मिशन ‘चंद्रयान-2’ की लॉन्चिंग तकनीकी वजहों से रोक दी गई है. इसरो की ओर से इसे सोमवार तड़के 2.51 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से छोड़ा जाना था. लॉन्चिंग की नई तारीख की घोषणा जल्द ही की जाएगी.

नई दिल्ली:

Chandrayaan 2  भारत को बहुप्रतीक्षित चंद्रयान-2 मिशन सोमवार तड़के 2.51 पर तय उड़ान से 56 मिनट 24 सेकंड पहले तकनीकी खराबी के कारण रात 1 बज कर 54 मिनट और 36 सेकंड पर रोक दिया गया। उल्टी गिनती बीच में रोकने के साथ ही इसरो के मिशन से जुड़े वैज्ञानिकों ने इसका प्रक्षेपण टाल दिया। अब मिशन की नई तारीख जल्द घोषित की जाएगी। वैज्ञानिक दृष्टि से यह बहुत जोखिम भरा होता यदि उड़ान के बाद उसमें खराबी आती।

वैज्ञानिक फैसला, निराश ना हो
अंतरिक्ष वैज्ञानिक गौहर रजा ने कहा है कि यह वैज्ञानिक फैसला है, इसमें निराश होने की कोई जरूरत नहीं है। यह 70 साल के अनुभव का नतीजा है कि तय समय पर खराबी को पकड़ लिया गया। अन्यथा ऐसे रॉकेट व यान का प्रक्षेपण किसी बम से कम नहीं होता है। गड़बड़ी को समय रहते पकड़ना भी बहुत बड़ी बात है। वैज्ञानिक जल्द ही देश को मिशन रोकने की विधिवत जानकारी देंगे। करीब एक माह का वक्त मिशन दोबारा लांच करने में लग सकता है। उन्होंने बताया कि यान में यदि ईधन का लीकेज हो रहा है तो उसे दुरस्त करना होगा। एक माह तक यान में ईधन को भर कर नहीं रखा जा सकता है।

इसरो ने सही फैसला लिया
वैज्ञानिकों का कहना है कि इसरो ने सही समय पर उपयुक्त फैसला किया है। चंद्रयान-2 के प्रक्षेपण की नई तारीख का जल्द एलान किया जाएगा। इसरो ने अभी औपचारिक बयान दिया है। वह जल्द ही विस्तृत बयान जारी कर खराबी के बारे में जानकारी देगा। चूंकि संसद का सत्र चल रहा है, इसलिए सरकार की ओर से भी सोमवार को विधिवत बयान देकर देश को मिशन टालने की जानकारी दी जा सकती है। 

A technical snag was observed in launch vehicle system at T-56 minute. As a measure of abundant precaution, #Chandrayaan2 launch has been called off for today. Revised launch date will be announced later.
— ISRO (@isro) July 14, 2019

लांच व्हीकल में आई खराबी : इसरो
इसरो के वैज्ञानिक ने रात 2.40 बजे संक्षिप्त बयान जारी कर कहा कि चंद्रयान-2 के लांच व्हीकल जीएसएली मार्क-3 के सिस्टम में खराबी के कारण सोमवार तड़के उड़ान को रोका गया है। अगली तारीख जल्द घोषित किया जाएगा।

मायूसी व अफरातफरी का माहौल
श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण टाले जाने के बाद मायूसी व अफरातफरी का माहौल देखा गया। 

चन्द्र यान – 2 आज अंतरिक्ष में बजेगा भारत का डंका

चंद्रयान-2 को इसरो अपने बाहुबली रॉकेट जीएसएलवी मार्क-3 से चांद पर भेजेगा. चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से होगी. पूर्णतया भारतीय और महिला सशक्तीकर्ण की उम्दा मिसाल

नई दिल्‍ली : भारत 15 जुलाई यानी कल एक और विश्‍व कीर्तिमान बनाने जा रहा है. सोमवार को पूरे विश्‍व की नजरें भारत पर होंगी क्‍योंकि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) इस दिन अपना चंद्रयान-2 अभियान शुरू करेगा. सुबह-सुबह करीब 02:51 बजे इसरो चंद्रयान-2 को चांद के लिए लांच करेगा. इसे चंद्रयान-2 को इसरो अपने बाहुबली रॉकेट जीएसएलवी मार्क-3 से चांद पर भेजेगा. चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से होगी. इसरो की ओर से ट्वीट में जानकारी दी गई है कि चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग की उल्‍टी गिनती रविवार सुबह 6:51 बजे शुरू हो गई है.

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व प्रमुख के राधाकृष्णन ने शनिवार को कहा कि भारत का दूसरा मून मिशन चंद्रयान-2 रोबोटिक अंतिरिक्ष खोज की दिशा में देश का पहला कदम है और यह ज्यादा जटिल व पेचीदा है. राधाकृष्णन इस समय भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-कानुपर के बोर्ड ऑफ गवनर्स के चेयरमैन हैं. 

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फोरमेशन टेक्नोलोजी डिजाइन एंड मैन्यूफैक्चरिंग (आईआईआईटीडीएम), कांचीपुरुम के सातवें दीक्षांत समारोह में उन्होंने कहा कि चांद की कक्षा की परिक्रमा करने वाला विक्रम कं पास करीब 6,000 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चांद की परिक्रमा करते हुए खुद अपनी रफ्तार को कम और ज्यादा करने की क्षमता होगी और यह चांद के अपरिचित क्षेत्र में सुरक्षित उतर सकता है.

उन्होंने कहा, “यह पूरा कार्य 16 मिनट के भीतर होगा और उतरते समय यह खुद ही उतरने की जगह भी तय करेगा. पूरे देश की नजर इसकी ओर है.” राधाकृष्णन 2009 में भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी के प्रमुख बने और प्रथम चंद्रयान मिशन के एक साल बाद 2014 तक इस पद पर बने रहे.

भारत के बड़े मिशन चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग को देखने के लिए लोगों में खासा उत्साह है और इसे लाइव देखने के लिए अब तक 7,134 लोगों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है. दरअसल 15 जुलाई को इसरो के शक्तिशाली रॉकेट ‘बाहुबली’ पर सवार होकर चंद्रयान-2 अपने मिशन पर निकलेगा, जिसे देखने के लिए लोग ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं. इसरो ने हाल ही में आम लोगों के लिए रॉकेट लॉचिंग प्रक्रिया को लाइव देखने की शुरुआत की है. लोग विशेष तौर पर बनाई गई एक गैलरी में बैठकर इसरो के लॉन्च देख सकते हैं. इसमें कुल 10 हजार लोगों के बैठने की क्षमता है, इसलिए इसरो की योजना है कि धीरे-धीरे दर्शकों की संख्या बढ़ाई जाएगी.
चंद्रयान-2 अभियान के लिए कानपुर आईआईटी ने इसरो की महत्वपूर्ण मदद की है. 2009 में कानपुर आईआईटी और इसरो के बीच दो एएमयू साइन हुए थे, जिसमें पहला एएमयू चंद्रयान -2 के लिए मैप बनाने का और दूसरा एएमयू रास्ता दिखाने का था, जिसे कानपुर आईआईटी के वैज्ञानिकों ने बनाकर इसरो को सौंप दिया.

आईआईटी कानपुर में पढ़ाने वाले प्रोफेसर केए वेंकटेश और प्रोफेसर आशीष दत्ता ने मिलकर कई सालों की मेहनत से ये प्रोजेक्ट तैयार किया है. प्रोफेसर आशीष दत्ता बताते हैं कि अंतरिक्ष परियोजना चंद्रयान-2 के चांद पर पहुंचते ही मोशन प्लानिंग का काम शुरू हो जाएगा.

विदेशी मीडिया ने भारत के दूसरे मून मिशन चंद्रयान-2 को हॉलीवुड फिल्म ‘एवेंजर्स एंडगेम’ से कम खर्चीला बताया है. विदेशी मीडिया और वैज्ञानिक जर्नलों में चंद्रयान-2 की लागत को हॉलीवुड फिल्म एवेंजर्स एंडगेम के बजट के आधे से भी कम बताया है. भारत इस मिशन की सफलता के साथ अपने अंतरिक्ष अभियान में अमेरिका, रूस और चीन के समूह में आ जाएगा. 

स्पूतनिक ने कहा, ‘चंद्रयान-2 की कुल लागत करीब 12.4 करोड़ डॉलर है जिसमें 3.1 करोड़ डॉलर लांच की लागत है और 9.3 करोड़ डॉलर उपग्रह की. यह लागत एवेंजर्स की लागत की आधी से भी कम है. इस फिल्म का अनुमानित बजट 35.6 करोड़ डॉलर है.’ 

“Capacity Building for Policy and Planning in Kenya, Tanzania and India: A Focus on Food Systems and Urban Growth Management”

Chandigarh July 10, 2019

            The Department of Geography, Panjab University, Chandigarh has been awarded a prestigious collaborative research project tilted “Capacity Building for Policy and Planning in Kenya, Tanzania and India: A Focus on Food Systems and Urban Growth Management” under the Canadian Queen Elizabeth II Diamond Jubilee Scholarships Program.  The project carries an award of CAN $298,000 (more than Rs. 1.5 crore). The project is in partnership with the University of Fraser Valley Abbotsford Canada, University of Nairobi, Kenya and Ardhi University, Dar – es – Salaam, Tanzania.  Under this project, 4 students from the Department of Geography will visit Canada for 3 months each over 2 years starting from September 2019 until Summer 2021 and their visit and stay will be fully funded under the project. The Coordinator of the project is Prof. Dhian Kaur of Department of Geography.  Dr. Simrat Kahlon, Chairperson of the Department is also involved in the project.