देव समाज स्कूल के छात्रों ने पैदल मार्च कर ‘सेव एनिमल्स’ का दिया संदेश

देव समाज स्कूल के छात्रों ने पैदल मार्च कर ‘सेव एनिमल्स’ का दिया संदेश

देव समाज के ‘पशु जगत दिवस’ या पशु ब्रह्मांड दिवस के उपलक्ष्य में पैदल यात्रा आयोजित की गई

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  19  नवंबर:

आई.एस. देव समाज सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर 21सी के छात्रों ने पशुओं को बचाने और उनकी देखभाल करने के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए स्कूल द्वारा आयोजित पैदल यात्रा में भाग लिया। यह पैदल यात्रा ‘पशु जगत दिवस’ या पशु ब्रह्मांड दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित की गई थी। जानवरों के प्रति अपनी चिंता दिखाने के लिए लगभग 200 छात्रों ने रैली में भाग लिया।

देव समाज के चीफ एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर मानविंदर सिंह मांगट ने आई.एस. देव समाज सीनियर सेकेंडरी स्कूल की मैनेजर डॉ. जसपाल कौर और स्कूल की प्रिंसिपल सबीहा ढिल्लों मांगट के नेतृत्व में छात्रों को स्कूल से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अनूठी पहल में भाग लेने वाले छात्र हाथों में तख्तियां लिए हुए थे, जिन पर ‘जानवरों की सुरक्षा’ की आवश्यकता के बारे में संदेश लिखे हुए थे। इसका उद्देश्य लोगों को जागरूक करना था, ताकि इंसानों द्वारा जानवरों को नुकसान न पहुँचाया जाए। छात्रों ने स्कूल से सेक्टर 22 (अरोमा होटल) तक पैदल मार्च किया और फिर सेक्टर 21 पेट्रोल पंप को पार करते हुए छात्र वापस अपने शुरुआती बिंदु – आई.एस. देव समाज सीनियर सेकेंडरी स्कूल,  सेक्टर 21 में पहुँचे।

असीम से जुड़कर जीवन के हर पहलू का विस्तार करें

 असीम से जुड़कर जीवन के हर पहलू का विस्तार करें  :निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो, 19       नवंबर :

निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने 77वें वार्षिक निरंकारी संत समागम के अंतिम दिन अमृतमयी प्रवचनों के माध्यम से दिव्य संदेश में कहा कि परमात्मा असीम है और इससे जुड़ने वाला हर पहलू असीम होता चला जाता है। ब्रह्मज्ञान द्वारा परमात्मा को जानने के उपरांत जब हम इससे जुड़ते हैं तो जीवन के हर क्षेत्र में सकारात्मक विस्तार होता चला जाता है। सोमवार की रात्रि को तीन दिवसीय निरंकारी संत समागम का भक्तिभावपूर्ण वातावरण में सफल समापन हुआ। सतगुरु माता जी ने इस दौरान अज्ञानता से उत्पन्न भेदभावों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समाज में जाति, जीवनशैली, और निवास स्थान जैसे मुद्दों को लेकर भेदभाव होता है। जबकि ब्रह्मज्ञानी संत समदृष्टि के भाव से इन संकीर्णताओं से ऊपर उठकर जीवन जीते हैं।सतगुरु माता जी ने भक्ति में भोले भाव की महत्ता बताते हुए कहा कि परमात्मा भोले भाव से रिझता है। चेतन और सजग रहते हुए भक्त भ्रम और भ्रांतियों से प्रभावित नहीं होते।

उन्होंने श्रद्धालुओं से समागम में ग्रहण की गई शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाने का आह्वान किया।बहुभाषी कवि दरबारः अद्वितीय रचनाओं का संगम निरंकारी संत समागम के तीसरे दिन का मुख्य आकर्षण बहुभाषी कवि दरबार रहा जिसमें देश-विदेश के 19 कवियों ने विस्तार-असीम की ओर विषय पर हिंदी, पंजाबी, मुल्तानी, हरियाणवी और अंग्रेजी भाषाओं में प्रेरणादायक ज्ञानवर्धक रचनाएं प्रस्तुत कीं। इसके अतिरिक्त, बाल कवि दरबार और महिला कवि दरबार जैसे आयोजन भी समागम की विशेषताएं रहीं जिनमें बाल कवियों और कवयित्रियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से भावनाओं को अभिव्यक्त किया।लंगर में सारा संसार एक परिवार की सजीव प्रस्तुति मागम परिसर में श्रद्धालुओं के लिए चार मैदानों में लंगर सेवा की व्यवस्था की गई, जिसमें एक साथ 20 हजार संतों ने प्रसाद ग्रहण किया। दिव्यांग और वयोवृद्धांे के लिए विशेष व्यवस्था की गई। पर्यावरण के प्रति जागरूकता रखते हुए भोजन स्टील की थालियों में परोसा गया। लंगर के माध्यम से सारा संसार एक परिवार जैसा स्वर्गीय नजारा दिखाई दिया जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक सभ्यताओं और धार्मिकता से जुड़े श्रद्धालु भक्तों ने एक साथ बैठकर प्रसाद ग्रहण किया।

इसके पूर्व समागम समिति के समन्वयक जोगिंदर सुखीजा जी ने परम श्रद्धेय सतगुरु माता जी एवं परम आदरणीय निरंकारी राजपिता जी का समस्त साध संगत की ओर से हृदयपूर्वक आभार प्रकट किया तथा सभी सरकारी विभागों का धन्यवाद किया जिन्होंने इस पावन संत समागम आयोजन के लिए अपना महत्त्वपूर्ण सहयोग दिया। श्रद्धालु भक्त इस पावन अवसर की दिव्यता और शिक्षाओं को अपने हृदयों में संजोकर अपने-अपने गंतव्यों की ओर प्रस्थान कर रहे हैं।

रक्तदान शिविर का शुभारंभ किया संजय टंडन ने 

श्री सत्य साईं वृद्धाश्रम एवं सेवा केंद्र में रक्तदान शिविर का शुभारंभ किया संजय टंडन ने 

48 यूनिट रक्त एकत्र हुआ

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  19  नवंबर:

श्री सत्या साईं बाबा का 99वां जन्मदिन 23 नवम्बर को आ रहा है। इस अवसर पर श्री सत्या साईं सेवा आर्गेनाईजेशन, चण्डीगढ़ द्वारा श्री सत्य साईं वृद्धाश्रम एवं सेवा केंद्र, सेक्टर 30 में कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहें हैं। इसी सिलसिले में संस्था द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 65 रक्तदाता रक्तदान के लिए आये परन्तु 48  रक्तदाताओं का ही रक्त लिया जा सका। शिविर का शुभारम्भ वरिष्ठ भाजपा नेता संजय टंडन ने किया। इस अवसर पर उनकी धर्मपत्नी प्रिया टंडन, ट्रस्टी अजय शर्मा, स्टेट मेडिकल कोऑर्डिनेटर डॉ सोनल चुघ व डिस्ट्रिक्ट प्रेजिडेंट आनंद यादव आदि भी मौजूद रहे। 

आयुष विश्वविद्यालय के प्रोजैक्ट पर खर्च होगा 1296 करोड़ रूपए

देश के पहले आयुष विश्वविद्यालय के प्रोजैक्ट पर खर्च होगा 1296 करोड़ रूपए का बजट: सुभाष सुधा

 मुनिश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 19       नवंबर :

हरियाणा के पूर्व राज्यमत्री सुभाष सुधा ने कहा कि थानेसर विधानसभा में देश के पहले आयुष विश्वविद्यालय के प्रोजैक्ट का निर्माण करने के लिए प्रदेश सरकार की तरफ से 1296 करोड़ रूपए का बजट पारित कर दिया हैं। इस प्रोजैक्ट का निर्माण तीन चरणों में होगा और प्रथम चरण के लिए प्रदेश सरकार ने 500 करोड़ रूपए का बजट तय किया हैं। इतना ही नहीं आयुष विश्वविद्यालय के मास्टर प्लान पर भी सरकार ने मोहर लगा दी हैं। इस प्रोजैक्ट को शुरू करने की रूप रेखा 14 अगस्त 2024 को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में तैयार किया गया और तमाम फैसलों पर अपनी मोहर भी लगा दी हैं।

पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने बातचीत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने थानेसर विधानसभा के गांव फतुहपुर में देश के पहले आयुष विश्वविद्यालय का निर्माण करने की आधारशिला रखी थी। इस विश्वविद्यालय के लिए गांव फतुहपुर की तरफ से 100 एकड़ जमीन भी उपलब्ध करवाई गई। इस विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य तेज गति के साथ पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आदेशानुसार 14 अगस्त 2024 को चण्डीगढ़ में सैक्रट्री फॉर आयुष एजूकेशन एण्ड रिसर्च (सीओएसएईआर) की एक बैठक मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई थी। इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी भी मौजूद थे और इस बैठक में आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य को लेकर तमाम पहलूओं पर चर्चा की गई और बकायद आयुष विश्वविद्यालय के मास्टर प्लान पर भी मोहर लगाई गई।

उन्होंने कहा कि आयुष विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य पूरा करने की जिम्मेवारी एचएसआईआईडीसी सरकारी एजेन्सी को सौंपी गई हैं। यह एजेन्सी तमाम अन्य एजेन्सियों और विश्वविद्यालयों के साथ तालमेल बनाकर प्रोजैक्ट को अमलीजामा पहनाने का काम करेंगी। इस बैठक में ही आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण को पूरा करने के लिए 1296 करोड़ रूपए का बजट पारित किया गया और मास्टर प्लान के अनुसार तय भी किया गया कि विश्वविद्यालय का निर्माण तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण के लिए सरकार की तरफ से 500 करोड़ रूपए का बजट भी तय किया गया हैं। इस प्रोजैक्ट के लिए दिसम्बर माह में टैंडर जारी कर दिए जाएगें, क्योंकि प्रथम चरण के निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए तमाम औपचारिकताओं को पूरा कर दिया गया हैं। इसके लिए बकायदा सरकार द्वारा 14 अगस्त को ही एक सब कमेटी का गठन किया गया हैं। इस सब कमेटी में एसीएस हैल्थ, एसीएस बीएण्डआर को शामिल किया गया हैं।

100 एकड़ भूमि पर 167404 स्क्वायर मीटर एरिया होगा कवर

 पूर्व मंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि विश्वविद्यालय का निर्माण का मास्टर प्लान तैयार करने से पहले 12 जुलाई 2024 को पीएससीएम की अध्यक्षता में डीजी आयुष, एचएसआईआईडीसी व आयुष विश्वविद्यालय के वाईस चांसलर की बैठक हुई। इस बैठक में निर्णय लिया गया कि आयुष विश्वविद्यालय के भवनों का निर्माण करने के लिए 167404 स्क्वायर मीटर भूमि को कवर किया जाएगा।

प्रथम चरण में बनेगा प्रशासनिक, शैक्षणिक और अस्पताल जोन

 पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि प्रथम चरण के मास्टर प्लान के अनुसार प्रशासनिक ब्लॉक बनाया जाएगा। इस ब्लॉक में परीक्षा विंग, लाईबे्ररी, 200 लोगों की क्षमता का ऑडिटोरियम हॉल, प्रथम चरण की मार्किट, शोध व अनवेशण विभाग, पॉवर हॉउस प्रथम फेज, शैक्षणिक व अस्पताल जोन में आयुर्वेदिक पीजी कॉलेज, 321 बैड का आयुवेर्दिक अस्पताल, कुलपति का घर, रजिस्ट्रार का घर, क्लास वन, क्लास टू, क्लास थ्री के अधिकारियों व कर्मचारियों के घर, 150 लडक़ों की क्षमता का पीजी व पीएचडी हॉस्टल, 130 छात्राओं के लिए पीजी व पीएचडी हॉस्टल का निर्माण करवाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि अन्डरग्राउंड आरसीसी वॉटर और फॉयर फाईटिंग टैंक, एचटीपी, ईटीपी, डब्ल्यूटीपी, माउडलर ऑप्रेशन थ्रियेटर, नर्सिंग कॉल सिस्टम, सीएसएसडी, लांउडरी, किचन, क्यूबिकल अस्पताल, ट्रैक सिस्टम, आईवी हैंगर सिस्टम का निर्माण होगा।

एमिटी यूनिवर्सिटी ने भगवद् गीता पर सत्र की मेजबानी की

एमिटी यूनिवर्सिटी ने भगवद् गीता पर सत्र की मेजबानी की

डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोहाली –  19       नवंबर :

एमिटी यूनिवर्सिटी पंजाब ने “भगवद् गीता के व्यावहारिक पहलू” पर एक ज्ञानवर्धक सत्र के लिए राज्यपाल के अतिरिक्त मुख्य सचिव, आईएएस के शिव प्रसाद की मेजबानी की। 

इस आयोजन ने इस बात पर गहन अंतर्दृष्टि प्रदान की कि आधुनिक समय की चुनौतियों से निपटने में गीता की कालजयी शिक्षाएँ कैसे प्रासंगिक बनी हुई हैं। प्रसाद ने आत्म-अनुशासन, आत्म-बोध और लचीलेपन पर जोर देते हुए दर्शकों को गीता के दर्शन की गहरी समझ से जोड़ा। 

उन्होंने संतुलित और उद्देश्यपूर्ण जीवन जीने के लिए एक मार्गदर्शक सिद्धांत के रूप में कर्म योग – परिणामों की चिंता किए बिना निस्वार्थ भाव से कर्तव्यों का पालन के महत्व पर प्रकाश डाला। सक्रिय समय प्रबंधन पर जोर देते हुए उन्होंने उपस्थित लोगों से दूरदर्शिता और दृढ़ संकल्प के साथ अपने जीवन की जिम्मेदारी लेने का आग्रह किया।

उन्होंने खुद पर भरोसा और आध्यात्मिक शिक्षाओं के ज्ञान से सफलता प्राप्त करने में श्रद्धा (विश्वास) की भूमिका को भी रेखांकित किया। विशेष रूप से प्रभावशाली युवाओं के अनुरूप उनके पाठ थे, जो इच्छाओं को प्रबंधित करने, आत्म-विकास और धैर्य और आत्म-नियंत्रण विकसित करने पर केंद्रित थे। अपनी पुस्तक के बहुभाषी अनुवादों के माध्यम से गीता को और अधिक सुलभ बनाने के लिए प्रसाद के चल रहे प्रयासों का भी जश्न मनाया गया, जिससे पीढ़ी दर पीढ़ी शिक्षार्थियों को प्रेरणा मिली। 

सत्र का समापन डॉ शिवाली ढींगरा, डीन – छात्र कल्याण के धन्यवाद प्रस्ताव और कुलपति प्रोफेसर आरके कोहली के अभिनंदन के साथ हुआ। इस प्रभावशाली सत्र ने बदलती दुनिया में स्पष्टता, लचीलापन और उद्देश्य को बढ़ावा देने में भगवद् गीता की प्रासंगिकता की पुष्टि की।

आईआईएम रोहतक के छात्रों ने एस.डी. कॉलेज, कैथल का दौरा किया 

आईआईएम रोहतक के छात्रों ने अकादमिक सहयोग और ज्ञान साझाकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आर.के.एस.डी. कॉलेज, कैथल का दौरा किया 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, कैथल,  19       नवंबर :

 भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) रोहतक के छात्रों के एक दल ने अकादमिक सहयोग और ज्ञान साझाकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अपनी आउटरीच पहल के तहत आरकेएसडी कॉलेज, कैथल का दौरा किया। उनके दौरे की कुछ मुख्य बातें यह थीं कि उन्होंने प्रिंसिपल डॉ. संजय गोयल के साथ बातचीत की और कॉलेज की पहल, उद्योग संबंधों और उद्यमशीलता के अवसरों पर चर्चा की। छात्रों ने कॉलेज की लाइब्रेरी का दौरा किया और इसके विशाल संग्रह और डिजिटल संसाधनों से प्रभावित हुए। संकाय सदस्यों के साथ आकर्षक सत्र प्रस्तावित किए गए ताकि वे सहयोग के संभावित क्षेत्रों का पता लगा सकें। प्रिंसिपल डॉ. संजय गोयल ने कहा कि “हम आईआईएम रोहतक के छात्रों का स्वागत करते हैं और हमारे संस्थान में उनकी रुचि की सराहना करते हैं। यह दौरा अंतःविषय शिक्षा और उद्योग-अकादमिक साझेदारी के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।” आने वाले छात्रों ने अपनी राय साझा की कि “आरकेएसडी कॉलेज के जीवंत वातावरण और संसाधनपूर्ण पुस्तकालय ने हमें प्रभावित किया। हम भविष्य के सहयोग और ज्ञान के आदान-प्रदान की आशा करते हैं।”

ओम शांति शिव मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह संपन्न

ओम शांति शिव मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह संपन्न

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  19  नवंबर:

जमुना एन्क्लेव स्थित ओम शांति शिव मंदिर का पांच दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा समारोह संपन्न हो गया। सुबह मंदिर में हवन यज्ञ किया गया। इसके बाद सेक्टर-25 स्थित मंदिर के संचालक संत श्याम और साध्वी विपा के नेतृत्व में मूर्तियों में प्राण प्रतिष्ठा करवाई गई। ओम शांति शिव मंदिर कमेटी के अध्यक्ष एसडी वाधवा और जनरल सेक्रेटरी ओएन शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान जमुना एन्क्लेव, पंचशील एन्क्लेव, अमोलक एन्क्लेव समेत आसपास की कालोनियों से करीब सैंकड़ों  लोगों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर महिला भक्तों ने धार्मिक गीत और भजन गाए। कार्यक्रम के अंत में भंडारा भी वितरित किया गया।आज महिला कीर्तन मंडली की ओर से सुंदरकांड पाठ भी किया गया। इस मौके पर वाइस प्रेसिडेंट मंजीत सचदेवा, वाइस प्रेसिडेंट रवि गर्ग, राम निवास जिंदल, आदर्श, डी वाधवा, मंदिर के ट्रस्टी कौशल किशोर आदि मौजूद रहे।

पूत के पांव पालने में ही दिखने लगे : हुड्डा

  • विधानसभा में कांग्रेस के सवालों का संतोषजनक जवाब नही दे पाई बीजेपी- हुड्डा
  • शुरुआत में ही विफल हुई नई सरकार, पूत के पांव पालने में ही दिखने लगे- हुड्डा
  • किसानों को खाद व एमएसपी देने में नाकाम रही बीजेपी, खाद पर सदन में बोला झूठ- हुड्डा
  • बीजेपी ने पूरा नही किया धान का 3100रु रेट व महिलाओं को 2100रु देने का वादा- हुड्डा
  • हरियाणा की 70% आबादी कैसे हुई गरीब, बीजेपी दे जवाब- हुड्डा

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  19  नवंबर:

जिस तरह पूत के पांव पालने में ही दिखने लग जाते हैं, उसी तरह बीजेपी की नई सरकार की विफलताएं भी शुरुआत में ही उजागर हो गई हैं। नई सरकार भी पिछली बीजेपी सरकार की तरह किसानों को ना खाद दे पाई और ना ही एमएसपी। ये कहना है पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। हुड्डा विधानसभा सत्र खत्म होने के बाद अपने आवास पर पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सदन में सरकार कांग्रेस के सवालों का संतोषजनक जवाब नही दे पाई। इतना ही नही, सरकार ने खाद की उपलब्धता पर भी गुमराह किया। सरकार ने कहा कि खाद की कोई किल्लत नही है, जबकि खाद नही मिलने के चलते पूरे हरियाणा के किसानों में त्राहिमाम मचा हुआ है।

हरियाणा के इतिहास में ऐसा सिर्फ बीजेपी राज में हुआ कि थानों के भीतर और पुलिस सुरक्षा में खाद बंटवानी पड़ रही। हर बार किसानों को बुआई का सीजन जाने के बाद खाद दी जाती है। इसके चलते उत्पादन में भारी घाटा होता है।  

हुड्डा ने बीजेपी के चुनावी वादे याद दिलवाते हुए कहा कि उसने धान का ₹3100 रेट देने का वादा किया था। लेकिन सच्चाई यह है कि सरकार बनने पर बीजेपी ने किसानों को एमएसपी तक नहीं दी। उन्हें ₹200 से 400 कम रेट पर अपनी फसल बेचनी पड़ी। इसी तरह बीजेपी ने महिलाओं को ₹2100 हर महीने देने का वादा किया था। लेकिन सरकार ने अबतक अपना कोई वादा पूरा नही किया।

हुड्डा ने कहा कि कौशल निगम कर्मियों को लेकर भी सरकार ने संतोषजनक नीति नही बनाई। इस नीति से स्पष्ट हो गया कि बीजेपी पूरी तरह आरक्षण और मेरिट विरोधी है। क्योंकि कौशल निगम में ना आरक्षण है, ना ही मेरिट और ना ही पारदर्शिता। कांग्रेस ने सदन मांग रखी कि हरियाणा में कच्ची नौकरी की ठेका प्रथा बंद होनी चाहिए और कौशल कर्मियों को रेगुलर करना चाहिए। साथ ही भविष्य में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं बनाई जानी चाहिए, जिसमें युवाओं का शोषण हो। लेकिन सरकार ने कांग्रेस की मांग को खारिज करते हुए कम वेतन में कच्ची नौकरी करने वाले कौशल कर्मियों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी ने चुनाव में दो लाख नौकरियां देने का ऐलान किया था। लेकिन अब बीजेपी इसपर चर्चा को तैयार नही है और ना ही उसने नई भर्तियों की कोई प्रक्रिया शुरू की है। हरियाणा में बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है। इसके चलते प्रदेश का 54 प्रतिशत युवा रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों व दूसरे देशों में जा रहा है।  

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने हरियाणा को विकास में नंबर वन बनाया था। जबकि भाजपा ने गरीबी में नंबर वन बना दिया है। मौजूदा सरकार के आंकड़े बताते हैं कि आज हरियाणा की 70% आबादी गरीबी रेखा से नीचे पहुंच गई है। बीजेपी हरियाणा को गरीब बनाने को ही उपलब्धि की तरह पेश कर रही है। जबकि यह सरकार की नाकामी का रिपोर्ट कार्ड है। बीजेपी को बताना चाहिए कि उसके विकास के दावों का क्या हुआ? अगर विकास हुआ है तो फिर इतनी बड़ी आबादी गरीब कैसे हो गई?

हुड्डा ने कहा कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक ने भी कांग्रेस के आरोपों पर अपनी मुहर लगा दी है। ये अब स्पष्ट हो गया है कि भाजपा ने प्रदेश को साढे चार लाख करोड रुपए के कर्ज तले दबा दिया है। आज प्रदेश पर 4.51 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का कर्जा है। केंद्र व राज्य का कुल मिलाकर हरेक हरियाणवी, यहां तक कि पैदा होने वाले बच्चे के सिर पर भी 2,28,530 रुपये का कर्जा है।

बढ़ते कर्ज व घटती विकास दर से स्पष्ट है कि बीजेपी ने हरियाणा का अर्थव्यवस्था का भट्ठा बैठा दिया। कांग्रेस कार्यकाल में हरियाणा के सकल राज्य उत्पादन की विकास दर 18 प्रतिशत थी, जो बीजेपी कार्यकाल के दौरान मात्र 6.4 प्रतिशत रह गई है। अगर चालू कीमतों पर प्रति व्यक्ति आय की बात की जाए तो साल 2004-05 में हरियाणा की प्रति व्यक्ति आय 32,712 थी, जो कांग्रेस सरकार के दौरान 2014-15 में बढ़कर 1,47000 हो गई। यानी कांग्रेस कार्यकाल के दौरान प्रति व्यक्ति आय में 4.49 गुणा (349%) की बढ़ोत्तरी हुई। जबकि बीजेपी कार्यकाल के दौरान बमुश्किल 2 गुना (100%) ही बढ़ोत्तरी हुई है। बीजेपी बताए कि साढ़े चार गुना ज्यादा होता है या दो गुना? 100% ज्यादा होता है या 349% ?

अगर स्थिर कीमतों पर प्रति व्यक्ति आय की बात की जाए तो 2004-05 में यह 16872 थी, जो 2014-15 में बढ़कर 1,25000 हो गई यानी कांग्रेस कार्यकाल के दौरान प्रति व्यक्ति आय में 7.4 गुणा (640%) की बढ़ोत्तरी हुई। जबकि 2023-24 में यह आय मात्र 1,81961 तक पहुंची। यानी बीजेपी कार्यकाल के दौरान लगभग 1.4 गुना (45%) ही बढ़ोत्तरी हुई। बीजेपी बताए कि 45% ज्यादा होता है या 640% ?

हरियाणा की अलग विधानसभा के मुद्दे पर पूछे गए सवाल के जवाब में हुड्डा ने कहा कि सरकार को चंडीगढ़ पर अपना हक नहीं छोड़ना चाहिए। इसलिए मौजूदा विधानसभा के साथ ही नई विधानसभा का निर्माण होना चाहिए, ना कि कहीं दूर दूसरी जमीन पर। साथ ही पंजाब के साथ पानी और हिंदी भाषी क्षेत्र के मुद्दे पर भी पुरजोर तरीके से अपनी बात रखनी चाहिए और हरियाणा को उसका हक लेना चाहिए।

डाॅ. पवन कुमार शगोत्रा ​​ने रामगढ़ सीकरी का किया औचक दौरा

सिविल सर्जन डाॅ. पवन कुमार शगोत्रा ​​ने आम आदमी क्लिनिक बाड़ी खड्ड और आम आदमी क्लिनिक रामगढ़ सीकरी का किया औचक दौरा

तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 19       नवंबर :

सिविल सर्जन होशियारपुर डॉ. पवन कुमार शगोत्रा ​​ने मरीजों को प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लेने के लिए भूंगा ब्लॉक के अंतर्गत आम आदमी क्लिनिक बाड़ी खड्ड और आम आदमी क्लिनिक रामगढ़ सीकरी का औचक दौरा किया। उनके साथ जिला कार्यक्रम प्रबंधक मोहम्मद आसिफ भी मौजूद रहे।

सिविल सर्जन डाॅ. पवन कुमार ने आम आदमी क्लिनिक में ड्यूटी पर तैनात सभी कर्मचारियों की उपस्थिति की जाँच की और उन्हें समय का पाबंद रहने के निर्देश दिए। उन्होंने मरीजों के रिकॉर्ड, दवाओं के स्टॉक एवं साफ-सफाई की विशेष रूप से समीक्षा की। डॉ. शगोत्रा ​​ने स्टाफ से अपने रोज़ाना के कामकाज और मरीजों का उचित रिकॉर्ड बनाए रखने को कहा। फार्मेसी स्टोर का निरीक्षण करते हुए उन्होंने मरीजों के लिए आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा, ताकि मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी न हो और लोगों को सरकार द्वारा दी जाने वाली सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया करायी जा सकें।

उन्होंने वहां आए मरीजों का हालचाल जाना और उन्हें दी जाने वाली दवाओं तथा उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने स्टाफ को बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के नियमों का पालन करने के निर्देश दिए।

उन्होंने दोनों स्वास्थ्य संस्थानों के स्टाफ को आम लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने, मरीजों के प्रति प्रेमपूर्ण रवैया अपनाने को कहा तथा निर्देश दिया कि किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति में स्वास्थ्य संस्थान में आने वाले मरीजों को गंभीरता से लिया जाये।ट

Dr. Dilgir has announced a reward of 10 lakh rupees

  • Sikh historian Dr. Dilgir has announced a reward of 10 lakh rupees for anyone who can prove that Akal Takht was created by any Sikh Guru
  • Akal Takht has no connection with any Sikh Guru: Dr. Harjinder Singh DilgirThe term “Akal Takht” did not exist before 1840, and this term is not found in any published book before 1920
  • Between 1920 and 1979, there were no activities recorded in the name of Akal Takht

Demokratic Front, Chandigarh – 19       November :

Sikh historian Dr. Harjinder Singh Dilgir, who has served as the Director of the Sikh History Research Board of the Shiromani Gurdwara Parbandhak Committee (SGPC), claimed that Akal Takht was not created by any Sikh Guru. He stated that the term “Akal Takht” did not exist before 1840, and it is not found in any books published before 1920. Dr. Dilgir made this statement during a press conference at the Chandigarh Press Club. He also announced that if anyone can prove that Akal Takht was created by a Guru, he would reward them with 10 lakh rupees.

According to Dr. Dilgir, after a detailed study, he gathered numerous facts that led him to conclude that not only was Akal Takht not created by any Guru, but the term itself did not exist in the time of the Gurus. He explained that the term “Akal Takht” was invented by Nirmala priests in the Gurbilas Patshahi 6, written in 1840, and in the Guru Pratap Suraj, written in 1843. He pointed out that these texts state that it is the throne of Vishnu (God).

Dr. Dilgir further explained that the building of Akal Takht was originally a residence for the Akalis (a group of Sikhs). In 1840, priests took over the place and conspired to name it the Akali Takht. However, until 1920, there was no mention of the term “Akal Takht.” Between 1920 and 1979, no activity related to Akal Takht was recorded either.

He added that it was later used as a tool to intimidate both the Akalis and the government during the Khalistani movement. After the fall of the Khalistani movement, the Shiromani Akali Dal (Badal) took control of it in 1993 and began using it to intimidate their political opponents. Today, it has become a source of trouble for the Shiromani Akali Dal (Badal) itself.