हरियाणा में 4 बजे तक हुआ 51.97% मतदान

जहां सभी राज्यों का मिला कर 50.87% रहा वहीं हरियाणा में 4 बजे तक 51.97 प्रतिशत मतदान हुआ

हिसार संसदीय क्षेत्र में 55.50

अम्बाला में 51.26%

कुरुक्षेत्र में 56.99

सिरसा 54.00

करनाल 47.31

सोनीपत में 52.59 

रोहतक 52.74

भिवानी-महेंडरगढ़ 54.32

गुड़गांव 49.53

फ़रीदाबाद में 50.81 प्रतिशत मतदान हुआ ।

लोक सभा चुनाव- 6ठे चरण के मतदान

लोकसभा चुनाव के छठे चरण में सात राज्यों की 59 सीटों पर मतदान डाले जा रहे हैं. इस चरण में उत्तर प्रदेश की 14, हरियाणा की 10, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और बिहार की आठ-आठ, दिल्ली की सात और झारखंड की चार सीटों पर मतदान हो रहा है. 

हरियाणा की 10 सीटों पर मतदान सुबह 7 बजे से भी पहले शुरू हो गया था चंडीगढ़ में सयुंक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉक्टर इंद्रजीत सिंह जानकारी देते हुए बताया कि सुबह 11 बजते बजते मतदान ने गति पकड़ी। तब तक 22.40 प्रतिशत मतदान हुआ , सबसे ज्यादा हिसार संसदीय क्षेत्र में 27.17 , सबसे कम अम्बाला में 18.22 और कुरुक्षेत्र में 23.81, सिरसा 22.71, करनाल 20.91 , सोनीपत में 22.76, रोहतक 19.21 , भिवानी-महेंडरगढ़ 25.24 , गुड़गांव 22.80 , फ़रीदाबाद में 22.09 प्रतिशत मतदान हुआ ।

मतदान सुचारु रूप से और शांतिपूर्ण चल रहा है। इक्का दुक्का EVM की शिकायत मिलने पर उसे त्वरित ठीक कर लिया गया।

प्रियंका गांधी दिल्ली में समय बर्बाद न करे: केजरीवाल

अरविंद केजरीवाल खाँसते हुए गले में मफ़लर टाँगे हुए आम आदमी जिसे हाथों में शीला दीक्षित के गुनाहों का तकरीबन 360 पन्नों का पुलिंदा हुआ करता था। उन दिनों चुनाव प्रचार के दौरान हर जगह उस फ़ाइल को साथ ले कर जाते थे मानो उनकी जान बस्ती हो। भगत सिंह को लेकर बड़े क्रांतिकारी थे, परंतु मुहयमन्त्री रहने तक। ज्यों ही मुख्यामन्त्री बने वह फ़ाइल गायब हो गयी। शीला दीक्षित पर कार्यवाई को लेकर जब पूछा ज्ञ तो सीएम साहब सबूत मांग बैठे। भगत सिंह के लिए भी इनहोने कुछ नहीं किया। दिल्ली की तो बात ही रहने दो। अब जब दोबारा चुनाव आए तो साहेब शीला जी के ही आगे गीदगिड़ाने लग पड़े। गीदगिड़ाना तो शायद थी है जनाब रिरियाने लग पड़े। और आज तो हद ही कर दी। प्रियंका के रोड शो पर उनसे गुजारिश कारने के अंदाज़ में चिरौरी करते जान पड़े।

ऩई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से कहा है कि उन्हें उन राज्यों में जाकर प्रचार करना चाहिए जहां कांग्रेस की सीधी टक्कर बीजेपी के साथ है. अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि प्रियंका गांधी दिल्ली में कांग्रेस के लिए प्रचार कर सिर्फ अपना टाइम खराब कर रही है. 

बता दें प्रियंका गांधी ने बुधवार को उत्तर पूर्वी दिल्ली से कांग्रेस की उम्मीदवार और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के साथ रोड शो किया था. 

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, मैं प्रियंका जी से निवेदन करूंगा की वो दिल्ली में टाइम खराब कर रही हैं, दिल्ली में सातों सीटों पर जमानत जब्त हो रही है, उनके आने से केवल आप के थोड़े से वोट ही कटेंगे. मैं उनसे अपील करता हूं कि उन्हें राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में जाकर रैली करनी चाहिए जहां पर कांग्रेस की सीधी टक्कर बीजेपी से है. 

मोदी से नज़रें चुराते अरविंद

केजरीवाल ने पीएम से पूछे तीन सवाल
वहीं अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दिल्ली के रामलीला मैदान में होने जा रही रैली से पहले पीएम मोदी से तीन सवाल पूछे हैं.  केजरीवाल ने कहा,‘प्रधानमंत्री मोदी की मंगलवार को दिल्ली में रैली है. हमारा उनसे निवेदन है कि इस रैली में मोदी जी हमारे तीन सवालों का दिल्ली की जनता को जवाब जरूर देंगे.’

उन्होंने कहा कि पहला सवाल यह है कि दिल्ली में इतने लंबे समय से सीलिंग क्यों करायी जा रही है, जिसके कारण दिल्ली का उद्योग जगत तबाह हो गया. दूसरा सवाल पूर्ण राज्य को लेकर है, जिसके लिये मोदी ने 2014 में रामलीला मैदान में ही वादा किया था कि केन्द्र में बीजेपी की सरकार बनने पर दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाएगा.

केजरीवाल ने कहा,’दिल्ली की भोलीभाली जनता ने बीजेपी को सातों सीट जिता दीं लेकिन पांच साल बीतने के बाद भी दिल्ली पूर्ण राज्य नहीं बन सकी. मोदी जी अब दिल्ली की जनता को इसकी वजह तो बता दें.’

केजरीवाल ने प्रधानमंत्री से तीसरा सवाल पाकिस्तान के साथ उनके रिश्तों को लेकर पूछा. उन्होंने कहा, कि पाकिस्तान के किसी प्रधानमंत्री ने पहली बार भारत में किसी व्यक्ति विशेष के प्रधानमंत्री चुने जाने की जरुरत पर बल दिया है. केजरीवाल ने कहा कि मोदी को यह बताना चाहिये कि पाकिस्तान के साथ उनके क्या रिश्ते हैं? 

उल्लेखनीय है कि हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत में लोकसभा चुनाव के बाद दोबारा मोदी सरकार के गठन की जरूरत पर बल देते हुये कहा था कि ऐसा होने पर भारत और पाकिस्तान के बीच शांति प्रक्रिया बहाल हो सकेगी. 

‘दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे’: सुषमा की ममता को नसीहत

केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार को ट्वीट के जरिये कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी पर पलटवार किया. सुषमा ने ममता बनर्जी को बशीर बद्र के एक शेर के जरिये जवाब दिया. 

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार को ट्वीट के जरिये कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर पलटवार किया. सुषमा ने ममता बनर्जी को बशीर बद्र के एक शेर के जरिये जवाब दिया. इस ट्वीट के जरिये उन्होंने राजनीति में दोस्ती और दुश्मनी की बात की. विदेश मंत्री ने एक और ट्वीट किया जिसमें उन्होंने प्रियंका गांधी को मनमोहन सिंह सरकार की याद दिलाई और कहा कि राहुल गांधी ने कैसे अध्यादेश फाड़ कर फेंका था. 
सुषमा स्वराज ने लिखा, ‘प्रियंका जी, आज आपने अहंकार की बात की. मैं आपको याद दिला दूं कि अहंकार की पराकाष्ठा तो उस दिन हुई थी जिस दिन राहुल जी ने अपने ही प्रधान मंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह जी का अपमान करते हुए राष्ट्रपति द्वारा जारी अध्यादेश को फाड़ कर फेंका था. कौन किसको सुना रहा है?’

दूसरे ट्वीट में सुषमा स्वराज ने ममता बनर्जी को जवाब दिया और लिखा, ‘ममता जी, आज आपने सारी हदें पार कर दीं. आप प्रदेश की मुख्यमंत्री हैं और मोदी जी देश के प्रधानमंत्री हैं. कल आपको उन्हीं से बात करनी है. इसलिए बशीर बद्र का एक शेर याद दिला रही हूं:

दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे,
जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों.’

राहुल गांधी अध्यादेश फाड़ते हुए

प्रियंका ने पीएम मोदी पर बोला हमला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर परोक्ष हमला बोलते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को अंबाला में कहा कि महाभारत के पात्र दुर्योधन में भी “ऐसा ही अहंकार था.” बीजेपी ने प्रियंका के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. पश्चिम बंगाल में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, “देश के लोग तय करेंगे कि कौन दुर्योधन और कौन अर्जुन है.” अंबाला में कांग्रेस की एक रैली को संबोधित करते हुए प्रियंका ने मोदी के इस हालिया बयान पर पलटवार किया कि उनके पिता एवं पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत राजीव गांधी ‘भ्रष्टाचारी नंबर वन’ थे. प्रियंका ने सत्ताधारी बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह उनके परिवार के शहीदों का अपमान कर रही है. कांग्रेस महासचिव ने हिसार में एक अन्य जनसभा की और फिर रोहतक में रोड शो किया.

ममता ने चलाए जुबानी तीर
उधर, ममता बनर्जी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया. ममता ने कहा, “मैं सैलरी या पेंशन नहीं लेती. मैं किताबें लिखाती हूं और वे बेस्ट सेलर हैं. मैं पेंटिंग के पैसे नहीं लेती. मुझे पैसे की जरूरत नहीं है. मैं इस तरह से पार्टी चला रही हूं. रुपया पैसा मेरे लिए कोई मायने नहीं रखता है, जब नरेंद्र मोदी बंगाल में आकर बोलते हैं कि ममता बनर्जी की सरकार पैसे उठाती है, सुनते ही मेरे मन करता है जोर से एक गणतंत्र का थप्पड़ मारूं.”

टीएमसी कार्यकर्ताओं ने दिलीप घोष के काफिले पर हमला किया

ममता बैनर्जी ने मोदी या भाजपा को लोकतान्त्रिक थप्पड़ मारा हो या नहीं लेकिन उनके कार्यकर्ताओं ने बीजेपी नेता हेमंत बिस्वा सरमा और पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष के काफिले पर हमलाकिया है। बीजेपी ने इस हमले का आरोप टीएमसी कार्यकर्ताओं पर लगाया है. यह हमला खेजुरी में हुआ. 

नई दिल्ली: बीजेपी नेता हेमंत बिस्वा सरमा और पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष के काफिले पर हमला हुआ है. बीजेपी ने इस हमले का आरोप टीएमसी कार्यकर्ताओं पर लगाया है. यह हमला खेजुरी में हुआ. दो वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं. बीजेपी का आरोप है कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने काफिले पर हमला किया.

असम के उपमुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा भी इस काफिले में थे. हालांकि उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ लेकिन दो वाहनों में तोड़फोड़ की गई. घटना की जानकारी होने पर सीआरपीएफ मौके पर पहुंची. बीजेपी का आरोप है कि टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर जाम लगा दिया और सीआरपीएफ को घटनास्थल पर नहीं पहुंचने दिया.

घटना के संबंध में असम के उपमुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट किए. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “टीएमसी के गुंडे रोड के दोनों तरफ खड़े हैं. पश्चिम बंगाल के पुलिसकर्मी मूकदर्शक बनकर खड़े हैं. क्या वह नया भारत है जिसका सपना हम देख रहे हैं?

उन्होंने दावा किया कि बीजेपी के कई कार्यकर्ता इस हमले में घायल हुए हैं. दोनों नेता “घटनास्थल” पर फंसे हुए हैं. उन्होंने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “हम कांठी लोकसभा क्षेत्र के खेजुरी क्षेत्र में हैं. हम पर टीएमसी कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया है. हमारे कई कार्यकर्ता घायल हुए हैं. वे हमें घेरे हुए हैं और गाली दे रहे हैं.”

श्रीलंका नहीं सहेगा धार्मिक उन्माद, 200 मौलानाओं समेत 600 लोगों को देश से निकाला

श्रीलंका अभी गृह युद्ध के संताप से उबर रहा है। चीन की विसतरवादी नीति और मदद से यहाँ श्रीलंका को एक आर्थिक उपनिवेश बनाया जा रहा है। चीन की उपस्थिती से वहाँ कोई धार्मिक असहिशुणता का माहौल नहीं बनता। अभी हाल ही में हुए धमाकों से दहला श्रीलंका अपने राष्ट्र हित में अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए कुछ कड़े निर्णय लेने को बाध्य हुआ है। इन निर्णयों के पीछे राष्ट्र में तुष्टीकरण की राजनीति का न होना ही प्रमुख कारण है। श्रीलंका द्वारा अपने राष्ट्र हित में उठाए गए कदम स्वागत योग्य हैं।

कोलंबो: श्रीलंका ईस्टर आत्मघाती बम धमाकों के बाद से अब तक 200 मौलानाओं समेत 600 से ज्यादा विदेशी नागरिकों को निष्कासित कर चुका है. एक मंत्री ने रविवार को यह जानकारी दी. गृह मंत्री वाजिरा अभयवर्द्धने ने कहा कि मौलाना वैध रूप से देश में आए थे, लेकिन हमलों के बाद हुई सुरक्षा जांच में पाया गया कि वह वीजा खत्म होने के बावजूद देश में रह रहे थे. इसके लिये उन पर जुर्माना लगाकर देश से निष्कासित कर दिया गया. अभयवर्द्धने ने कहा, “देश में सुरक्षा की ताजा स्थिति को ध्यान में रखते हुए हमने वीजा प्रणाली की समीक्षा की और धार्मिक शिक्षकों के लिये वीजा प्रतिबंध को कड़ा करने का निर्णय लिया.”

उन्होंने कहा, “निष्कासित किये गए लोगों में 200 मौलाना हैं.” गौरतलब है कि श्रीलंका में 21 अप्रैल को ईस्टर के मौके पर हुए बम धमाकों में 257 लोगों की मौत हो गई थी और 500 से ज्यादा घायल हो गए थे. इन हमलों को स्थानीय मौलाना ने अंजाम दिया था, जिसने हमले से पहले पड़ोसी देश भारत का दौरा कर जिहादियों से संपर्क बनाए थे. हमले की जिम्मेदारी एक स्थानीय जिहादी समूह ने ली थी.  

ईस्टर के मौके पर बम विस्फोट के दो सप्ताह बाद सोमवार को फिर से खुलेंगे श्रीलंका के स्कूल
देश में सबसे भीषण आतंकी हमले के दो सप्ताह के बाद भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सोमवार को श्रीलंका में फिर से स्कूल खुलेंगे. हमले के बाद अधिकारियों ने शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया था. हमले के बाद अधिकारियों ने अगले आदेश तक स्कूलों को बंद कर दिया था. कोलंबो पेज की खबर के मुताबिक, सोमवार को छठी से लेकर 13 वीं कक्षा तक के सभी सरकारी स्कूलों का दूसरा सत्र शुरू हो जाएगा.

पहली से लेकर पांचवीं तक का दूसरा सत्र 13 मई को शुरू होगा. हालांकि, सरकारी सूचना के महानिदेशक नलका कलुवेवा के मुताबिक, कक्षा छठी और उससे ऊपर की कक्षाएं ही चलेंगी. मंत्री अकिला विराज करियावासम ने बताया कि स्कूल के नए सत्र की शुरूआत के साथ स्कूल परिसरों में एक विशेष सुरक्षा कार्यक्रम को लागू किया जाएगा. रिपोर्ट में बताया गया है कि स्कूलों की सुरक्षा के सिलसिले में शिक्षा मंत्रालय द्वारा विशेष परिपत्र जारी किए गये हैं.

“40 Trinamool Congress MLAs” would join the BJP (BJP): Modi

Prime Minister Narendra Modi claimed at a rally in Hooghly district on Monday that “40 Trinamool Congress MLAs” would join the Bharatiya Janata Party (BJP) after the party’s victory in the Lok Sabha election.

The Trinamool accused Mr. Modi of “horse trading”, and said it was taking the issue to the Election Commission.

Mr. Modi said the land under West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee’s feet is slipping and that her MLAs are keen on joining the BJP.

He was addressing an election rally in Hooghly district.

“When the results come out on [May] 23, the lotus will start blooming and your MLAs will start leaving you. As of now, 40 of your MLAs are in touch with me. It is difficult for you to survive as you have betrayed the people of Bengal,” Mr. Modi said.

Target each other

Both Mr. Modi and Ms. Banerjee targeted each other on the issue of citizenship and National Register of Citizens (NRC).

While Mr. Modi insisted on delivering proper citizenship to deliver welfare benefits, Ms. Banerjee pointed out that the same process had rendered 40 lakh homeless in Assam of which “22 lakh are Hindu Bengalis.”

Mr. Modi partly used Ms. Banerjee’s 2001 slogan on Monday. Her popular slogan was to vote ‘silently’ for Trinamool’s “flower symbol” Chupchap/Phool-ey Chap.Mr. Modi said: Chupchap/Kamal-ey chap, to vote for lotus silently.

BJP charge

Accusing Trinamool Congress workers of “hijacking democracy” amid reports of violence during polling in West Bengal, the BJP moved the Election Commission in New Delhi, reiterating its demand for deployment of Central forces.

A delegation of BJP leaders, including Union Ministers Mukhtar Abbas Naqvi and Vijay Goel, submitted a memorandum to the EC seeking action against the Trinamool.

Earlier, the BJP had sought the declaration of all polling booths in West Bengal as sensitive and the deployment of Central forces.

After their meeting with the EC, Mr. Naqvi told reporters that the leaders had raised the issue of Trinamool workers “hijacking democracy”, as well as model code of conduct violations by Congress president Rahul Gandhi.

कांग्रेस के बाद भाजपा ने चुनाव आयोग से की केजरीवाल की शिकायत

भाजपा ने केजरीवाल पर अवैध घुसपैठियों के संबंध में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के बयान को भी तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया. चुनावों में विपक्षी दलों के शीर्ष नेताओं के बयानों के अर्थ का अनर्थ करना आम बात है। विपक्ष की बात अथवा घोषणा को जुमला बताना और अपने तंजों से उस बात का मज़ाक उड़ाना आम है। लेकिन अरविंद केजरीवाल और उनके दल की बात ही और है, उन्हे विपक्ष की हर बात में विघटन दीख पड़ता है और वह उस बात को इतना बढ़ा चढ़ा कर बताते हैं की देश में गृह युद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाये।

नई दिल्ली : बीजेपी ने आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मतदाताओं को एफएम रेडियो के विज्ञापन के जरिए ‘भ्रमित’ करने का आरोप लगाते हुए शनिवार को चुनाव आयोग के पास शिकायत दर्ज कराई. 

बीजेपी ने केजरीवाल पर अवैध घुसपैठियों के संबंध में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के बयान को भी तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया. दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने चुनाव आयोग के पास एक शिकायत पत्र भेजा है जिसमें उन्होंने आप के एफएम रेडियो विज्ञापन पर आपत्ति जताई है. 

उन्होंने अपनी शिकायत में कहा, ‘‘रेडियो विज्ञापन में दिल्ली के मुख्यमंत्री को दिल्ली के लोगों को यह कह कर उकसाते हुए सुना जा सकता है कि केंद्र सरकार दिल्ली के लोगों से हजारों करोड़ों रुपये का राजस्व वसूलती है लेकिन सिर्फ 325 करोड़ रूपये ही दिल्ली को देती है.’’ उन्होंने चुनाव आयोग से आप के विज्ञापन की विषय-वस्तु की समीक्षा करने का अनुरोध किया.

बता दें कि कांग्रेस को दिल्ली में ‘हिंदू वोट नहीं मिलने’ से जुड़े अरविंद केजरीवाल के बयान को लेकर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने शुक्रवार को ही चुनाव आयोग से आग्रह किया कि ‘सांप्रदायिक एवं भड़काऊ’ बयान देने के लिए आम आदमी पार्टी के संयोजक को चुनाव प्रचार करने से प्रतिबंधित किया जाए.

प्रधानमंत्री की अक्षय वार्ता

प्रधानमंत्री आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर हुई इस बातचीत में अक्षय कुमार ने पीएम मोदी की जिंदगी से जुड़े कई पहलुओं पर चर्चा की.

  • अक्षय कुमार ने पूछा सर्दी-जुकाम का इलाज, PM मोदी ने बताया रामबाण नुस्खा
  • अक्षय कुमार ही नहीं बराक ओबामा भी पूछ चुके हैं पीएम मोदी से यह सवाल
  • अक्षय कुमार ने पीएम से पूछा उनका बैंक बैलेंस, मिला यह चौंकाने वाला जवाब…
  • PM मोदी की चाह थी संन्यासी बनूं या सोल्जर और कैसे भटकते-भटकते प्रधानमंत्री बन गए
  • पीएम मोदी ने बताया बॉलीवुड के कौन से नगमें आज भी उन्हें अच्छे लगते हैं
  • ट्विंकल खन्ना के ट्वीट्स पढ़ते हैं पीएम मोदी! अक्षय से बोले- ‘आपका झगड़ा नहीं होता होगा’

नई दिल्लीः अभिनेता अक्षय कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बुधवार को ‘‘निष्पक्ष और पूरी तरह से गैर राजनीतिक’’ बातचीत की. प्रधानमंत्री आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर हुई इस बातचीत में अक्षय कुमार ने पीएम मोदी की जिंदगी से जुड़े कई पहलुओं पर चर्चा की. पीएम मोदी ने इस बातचीत में अपने परिवार, खान-पान और हंसी-मजाक से जुड़े किस्से साझा किए.  

अक्षयः इंटरव्यू की शुरुआत में अक्षय ने अपने ड्राइवर की बेटी का सवाल पीएम मोदी से पूछा, क्या आप आम खाते हैं

पीएमः पीएम मोदी ने कहा कि मैं आम खाता हूं, जब छोटा था तब मैं खेत में जाकर आम खाने चला जाता था. मुझे आम के पेड़ पर पके हुए आम खाना ज्यादा पसंद था. जैसे जैसे समय आगे बढ़ा आम रस खाने की आदत लगी. लेकिन अभी कंट्रोल करना पड़ता है. 

अक्षयः कभी आपने सोचा था कि आप प्रधानमंत्री बनेंगे?

पीएमः कभी ऐसा विचार नहीं आया कि मैं कभी पीएम बनूंगा. अगर मेरी कहीं नौकरी लग जाती तो मेरी मां पूरे गांव में गुड़ बांट देती.

अक्षयः क्या आप संन्यासी बनना चाहते थे, आप सेना में भर्ती होना चाहते थे

पीएमः 1962 की लड़ाई के दौरान मेहसाणा स्टेशन पर जब जवान जाते थे तो मैं भी चला जाता था. मन को खुशी होती थी. गुजरात में सैनिक स्कूल के बारे में जानना और उसमें भर्ती होने की मेरी इच्छा थी. हमारे मोहल्ले में एक प्रिंसिपल रहते थे. मैं उनके पास चला गया. मैं कभी भी बड़े आदमी से मिलने से पहरेज नहीं करता था. मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं पीएम बनूंगा.

अक्षयःआपको कभी गुस्सा आता है, किस पर और कैसे निकालते हो?

पीएमः कभी कोई कहेगा कि मुझे गुस्सा नहीं आता है तो बहुत लोगों को हैरानी होगी. आप अच्छी चीजों पर जोर दें जिससे नकारात्मक चीजें अपने आप रुक जाएंगी. चपरासी से लेकर प्रिंसिपल सचिव तक पर मुझे गुस्सा व्यक्त करने का अवसर नहीं आया. मैं किसी को नीचा दिखाकर काम नहीं करता हूं. मैं हैल्पिंग हैंड की तरह काम करता हूं. मेरे अंदर गुस्सा होता होगा, लेकिन मैं उसे व्यक्त करने से रोक लेता हूं.

अक्षयः आपका मन करता है कि आप अपनी मां और परिवार के साथ रहें?

पीएमः मैंने बहुत छोटी आयु में घर छोड़ दिया था. कोई मोह माया नहीं रही, अब मेरी जिंदगी ऐसी ही बन गई है. मेरी मां मुझसे कहती है कि तुम मेरे पीछे क्यों समय खराब करते हो. जब वो दिल्ली आतीं हैं तो मैं भी उनको मां को समय नहीं दे पाता हूं. यहां मां रहीं थीं लेकिन मैं फील्ड में ही लगा रहता था. मैं रात को 12 बजे आता था, तो मां को दुख होता था. यहां मां का मन नहीं लगता, वो गांव के लोगों के साथ रहती है तो अच्छा लगाता है.

अक्षयः आपकी छवि बहुत कठोर प्रशासक की है?

पीएमः ये छवि सही नहीं है. काम का अनुशासन मैं अपने जीवन में खुद लेकर आया. मैं सख्त हूं, अनुशासित हूं लेकिन कभी किसी को नीचा दिखाने का काम नहीं करता. अक्सर कोशिश करता हूं कि किसी काम को कहा तो उसमें खुद इन्वॉल्व हो जाऊं. सीखता हूं और सिखाता भी हूं और टीम बनाता चला जाता हूं. मैंने पीएम वाली छवि नहीं बनाई. दोस्ताना व्यवहार रखता हूं. कई बार अफसर झिझकते हैं तो मैं चुटकले भी सुनाता हूं.

अक्षयः विपक्षी पार्टियों में आपके दोस्त हैं?

पीएमः गुलामनबी आजाद मेरे अच्छे दोस्त हैं. जब भी मिलते हैं बहुत अच्छे से मिलते हैं. ममता बनर्जी मेरे लिए खुद कुर्ते भेजतीं है. ममता दीदी साल में एक-दो कुर्ते मुझे भेज देतीं हैं. बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना मेरे लिए बंगाली मिठाई भेज देतीं हैं.

अक्षयः आपने अपने पैसे दे दिए, प्लॉट दे दियाक्या आप सच में गुजराती हैं

पीएमः पीएम मोदी ने चुटकला सुनाया, ट्रेन में स्टेशन आने पर ऊपर की सीट पर बैठे एक शख्स ने नीचे की सीट (खिड़की) पर बैठे शख्स से पूछा कौन सा स्टेशन आया है? तभी खिड़की पर बैठे शख्स ने बाहर खड़े आदमी से पूछा, भैय्या कौन सा स्टेशन है? बाहर खड़े शख्स ने जवाब दिया, 1 रुपया दो तब बताउंगा. इतने में खिड़की पर बैठे शख्स से ऊपर बैठे व्यक्ति ने कहा कोई बात, अहमदाबाद ही होगा. 

अक्षयः अगर आपको अलादीन का चिराग मिले और तीन चीजें मांगने को कहें तो क्या मांगेगे?

पीएमः मैं सबसे पहले नई पीढ़ी को कहूंगा कि ये अलादीन पर विश्वास करना बंद करें. इससे आलस का भाव आता है. ये हमारे यहां का चिंतन नहीं है, हमारे यहां का चिंतन परिश्रम का है. 

अक्षयः आपका रिटायरमेंट प्लान क्या है?

पीएमः जिम्मेवारी ही मेरी जिंदगी है, मुझे परवाह नहीं होती है कि मुझे अपने को एंगेज करने के लिए कुछ करना पड़ेगा. मैं शरीर का कण कण और जीवन का पल पल किसी ना किसी मिशन पर ही खपाऊंगा.

अक्षयः जब आप सीएम से पीएम बने थे तब सबसे वैल्यूबल चीज यहां (पीएम हाउस में) क्या लेकर आए थे

पीएमः पीएम बनते समय मुझे ये बैनिफिट मिला है कि मैं लंबे अरसे तक सीएम रहकर आया था. मैं गुजरात का लंबे समय तक सीएम रहा. ये तजुर्बा शायद मेरे पहले के पीएम को नहीं मिला था. देवगौड़ा साहब सीएम रहे थे लेकिन बहुत अल्पकाल के लिए. लेकिन मैं बहुत लंबे समय तक सीएम रहा. ये अनुभव मैं वहां (गुजरात से) से लेकर आया जो देश के काम आ रहा है.

अक्षयः आप केवल साढ़े तीन घंटे ही सोते हैं?

पीएमः इस बारे में मेरे मित्र अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी चिंतित रहते थे. ओबामा जब भी मिलते हैं तो पूछते हैं, मेरी बात मानी? नींद बढ़ाई? ओबामा कहते कि तुम ऐसा क्यों करते हो? आपको नींद पूरी लेनी चाहिए.  लेकिन मैं क्या करूं. मेरे जानने वाले सारे डॉक्टर कहते कि नींद बढ़ाओ. लेकिन ये मेरे जीवन का हिस्सा बन गया है. रिटायरमेंट के बाद मैं नींद बढ़ाने पर मैं ध्यान दूंगा.

अक्षयः अगर आपको कभी जुकाम लगता है तो आप क्या करते हैं?

पीएमः बहुत साल पहले मैं कैलाश यात्रा पर पैदल गया था. सब दर्द से परेशान थे, मुझे कुछ नहीं हुआ. मुझे आयुर्वेद पर विश्वास है. जुकाम होने पर सरसों का तेल गर्म करके नाक में डाल देता हूं. ठीक हो जाता है.

अक्षयः आपका फैशन आपने खुद ने किया है या आपको किसी ने सुझाया है?

पीएमः मेरे कपड़ों को लेकर दुनिया ने अलग छवि बनाई है. मैं सीएम बना तब तक कपड़े खुद धोता था. लंबी बांह वाले कुर्ते धोने में समय लगता है, यह बैग में जगह भी लेते. इसलिए मैंने आधी बाजू के कुर्ते पहनना शुरू कर दिया. मुझे शुरू से अच्छी तरह से कपड़े पहनने का शौक रहा. मैं बर्तन में गर्म कोयला भरकर के कपड़ों को प्रेस करके पहनता था. मेरे मामा मेरे लिए कैनवास के जूते लाए वो गंदे हो जाते थे फिर मैं उन्हें ब्लैक बोर्ड पर लिखने वाले चाक से चमकाता था. 

अक्षयः उल्टी घड़ी पहनने के पीछे का क्या कारण है?

पीएमः ये मैं इसलिए पहनता हूं ताकि समय देखूं तो किसी को पता ना चले, कहीं उसे बुरा ना लग जाए. मैं मीटिंग में होता हूं, समय देखते वक्त किसी को पता ना चले इसके लिए चोरी छिपे समय देख लेता हूं.

अक्षयः क्या आप अपने वेतन में से कुछ अपनी माता जी को भेजते हैं?

पीएमः मेरी मां आज भी मेरे हाथ पर कुछ ना कुछ रख देती है, मां मुझे आज भी एक सवा रुपया देतीं हैं. मेरी मां को कोई जरूरत नहीं है मुझसे कुछ लेने की. सीएम रहते हुए भी मेरे परिवार ने कोई बेनिफिट नहीं लिया.

अक्षयः आपने बचपन में कौन सा खेल खेला है?

पीएमः मुझे टीम गेम पसंद है, ये आपके व्यक्तित्व को अलग से डेवलप करता है. टीम वाले खेल जिंदगी जीना सिखाते हैं. हम सभी को ग्रुप वाले खेल खेलना चाहिए. मैंने गुल्ली डंडा भी खेला. ज्यादातर मैं तैरने के लिए चला जाता था. पहले तालाब में ही पानी आता था, मैं कपड़े धोने वहां जाता था. मेरा बॉडी डेवलप्मेंट स्वीमिंग से हुआ है. 

अक्षयः क्या मेरे पीएम यूएन में अपनी पहली स्पीच के समय नर्वस थे?

पीएमः यूएन में स्पीच से पहले मैं नर्वस बिल्कुल नहीं था. मेरी बातों के आधार पर भाषण लिखा गया था. 

अक्षयः क्या फिल्म देखते हैं? कौन सी फिल्म आखिरी देखी?

पीएमः जब सीएम था तब अमिताभ बच्चन के साथ ‘पा’ फिल्म देखी. सीएम था तभी अनुपम जी के साथ आतंकवाद पर बनी फिल्म  ‘A Wednesday’ देखी. मैंने पीएम बनने के बाद कोई फिल्म नहीं देखी. मैंने स्वच्छता अभियान पर बनी फिल्म ‘टॉयलेट एक प्रेम कथा’ देखने के लिए काफी लोगों को कहा. लेकिन मैं खुद ये फिल्म देख नहीं पाया. इस फिल्म की कई लोगों से तारीफ भी सुनी.

अक्षयः क्या आप सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं? आप देखते हैं कि आजकल क्या चल रहा है

पीएमः मैं सोशल मिडिया जरूर देखता हूं इससे मुझे बाहर क्या चल रहा है इसकी जानकारी मिलती है। मैं आपका भी और टविंकल खन्ना जी का भी ट्विटर देखता हूं और जिस तरह वो मुझ पर गुस्सा निकालती हैं तो मैं समझता हूं की इससे आपके परिवार में बहुत शांति रहती होगी. 

अक्षयः आप में और मुझमें एक समानता है, आप चाय बेचते थे और मैं वेटर था, हम दोनों का कोई गॉडफादर नहीं था.

पीएमः जब मैं चाय बेचता था तो मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला. मैं जब चाय बेचता था तो मेरे गांव में ट्रेन तो बहुत कम आती थी लेकिन मालगाड़ी ज्यादा आती थी. मालगाड़ी में दूधवाले होते थे उनसे बातें करते करते मैं हिंदी सीख गया. शाम को वो भजन करते थे, उन्होंने मुझसे नॉर्थ इंडिया के कल्चर से मिलवा दिया.

बता दें कि एक दिन पहले अक्षय (51) ने ट्वीट कर बताया था कि वह कुछ ‘‘अनोखा करने जा रहे हैं, जो उन्होंने पहले कभी नहीं किया.’’ अभिनेता ने ट्वीट कर बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी बातचीत चुनाव के समय में ‘‘सुकून भरा माहौल’’ देगी. कुमार ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर लिखा था, ‘‘देश में जहां हर ओर चुनाव और राजनीति की बात हो रही है, यहां आप चैन की सांस ले सकेंगे. हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ निष्पक्ष और पूरी तरह गैर राजनीतिक बातचीत करने का अवसर पाकर मैं गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं.’’  ज़ी मीडिया से साभार

विशेष पर्यवेक्ष्क ने बंगाल के हालात की तुलना 15 साल पुराने बिहार से की

चुनाव आयोग के विशेष पर्यवेक्षक अजय वी. नायक ने कहा, ‘पश्चिम बंगाल के मौजूदा हालात बिहार के 15 साल पुराने जैसे हालात की तरह हैं. बिहार में उस समय सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बलों की तैनाती की जरूरत पड़ती थी. अब ऐसी जरूरत पश्चिम बंगाल में पड़ती है, क्योंकि राज्य के लोगों को पश्चिम बंगाल पुलिस पर भरोसा नहीं रहा और वे सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग कर रहे हैं.’

कोलकाता: 

चुनाव आयोग के विशेष पर्यवेक्षक अजय वी. नायक ने शनिवार को कहा कि पश्चिम बंगाल के मौजूदा हालात 15 साल पहले के बिहार जैसे हैं. बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) रह चुके नायक ने कहा कि पश्चिम बंगाल के लोगों का राज्य पुलिस पर भरोसा नहीं रह गया है और इसलिए सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बलों की तैनाती की उनकी मांग बढ़ गई है.

पश्चिम बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी के कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में नायक ने कहा कि बिहार में अब हालात सुधर चुके हैं और वहां कम संख्या में केंद्रीय बलों की जरूरत पड़ती है. साल 1984 बैच के आईएएस अधिकारी नायक को हाल में पश्चिम बंगाल में होने वाले अंतिम पांच चरणों के चुनाव की निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

उन्होंने कहा, ‘पश्चिम बंगाल के मौजूदा हालात बिहार के 15 साल पुराने जैसे हालात की तरह हैं. बिहार में उस समय सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बलों की तैनाती की जरूरत पड़ती थी. अब ऐसी जरूरत पश्चिम बंगाल में पड़ती है, क्योंकि राज्य के लोगों को पश्चिम बंगाल पुलिस पर भरोसा नहीं रहा और वे सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग कर रहे हैं.’ नायक ने पश्चिम बंगाल के सीईओ आरिज आफताब की मौजूदगी में कहा, ‘मैं यह नहीं समझ पा रहा कि जब बिहार के लोग माहौल और हालात में बदलाव लाने में कामयाब हो गए तो पश्चिम बंगाल में ऐसा क्यों नहीं हो पा रहा.’

उन्होंने कहा कि 23 अप्रैल को तीसरे चरण के मतदान के दौरान केंद्रीय बलों की 324 कंपनियों को पांच लोकसभा क्षेत्रों के 92 फीसदी से ज्यादा मतदान केंद्रों पर तैनात किया जाएगा. 23 अप्रैल को राज्य की बलूरघाट, मालदा उत्तरी, मालदा दक्षिणी, जांगीपुर और मुर्शिदाबाद लोकसभा सीटों पर मतदान होगा. इस बीच, चुनाव आयोग ने मालदा के पुलिस अधीक्षक अर्णब घोष का तबादला कर दिया है. उनकी जगह अजय प्रसाद को मालदा का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है.

सूत्रों ने बताया कि कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस प्रशासन के करीबी घोष चुनाव आयोग की नजरों में थे. कुछ दिनों पहले प्रदेश भाजपा ने चुनाव आयोग से घोष को पद से हटाने की मांग की थी.