बाल दिवस के उपलक्ष्य में स्मॉल वंडर स्कूल सैक्टर-15

बाल दिवस के उपलक्ष्य में स्मॉल वंडर स्कूल सैक्टर-15 में विभिन्न प्रतियोगिताओं व कार्यक्रमों का आयोजन

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 13       नवंबर :

  सैक्टर-15 स्थित स्मॉल वंडर स्कूल में बाल दिवस की के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसके अंतर्गत प्रथम दिवस में कक्षा नर्सरी से यूकेजी के विद्यार्थियों की फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसकी थीम सूपर वूमन, वाटर ड्रॉप, ट्री, अर्थ, सोल्जर, कार्टून, हमारे हेल्पर आदि रहे। विद्यार्थी अपनी थीम के अनुसार तैयार होकर आए और अपनी-अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया सभी बच्चों ने इसका बहुत आनंद उठाया। द्वितीय दिवस में कक्षा प्रथम व द्वितीय का सोलो डांस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और शानदार नृत्य से प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया।

तृतीय दिवस में कक्षा प्रथम व द्वितीय की सोलो डांस प्रतियोगिता का आयोजन हुआ तथा इसी के साथ-साथ विद्यार्थियों के लिए मनोरंजक खेलों का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय को सुंदर गुब्बारों से सजाया गया। अलग-अलग तरह की खेल प्रतियोगिताएं रखी गई जिसमें जीतने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत भी किया गया। सभी विद्यार्थियों ने बाल दिवस के तीन दिवसीय कार्यक्रम में बहुत इंज्वाय किया। प्राचार्या तरुणा कुहाड़  व सभी अध्यापिकाओं ने बच्चों को बाल दिवस की शुभकामनाएं दीं। इसी कड़ी में विद्यार्थियों को गुरुद्वारा ले जाया गया जहां गुरुद्वारा के पाठी जी ने गुरु नानक देव जी के बारे में बताया व उनके जीवन के आदर्शों, वचनों पर चलने के लिए प्रेरित किया। बच्चों ने तीन दिन के सभी कार्यक्रमों पूरे उत्साह से भाग लिया और आनंद उठाया।

देवउठनी एकादशी व श्याम जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया

हनुमान मंदिर, मोती बाजार में देवउठनी एकादशी व श्याम जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 13       नवंबर :

 शहर के मध्य स्थित, सिद्ध श्रीहनुमान मन्दिर मण्डल ट्रस्ट, मोती बाजार में देवउठनी एकादशी पर गत रात्रि बैकुण्ठ नाथ दरबार में विराजित श्रीहरि विष्णु के सम्मुख, मंदिर के पुजारी पं. राजेश शास्त्री द्वारा विष्णु सहस्त्र स्तवन पाठ किया गया। मंदिर ट्रस्ट के प्रधान रमेश कुमार लोहिया व महासचिव अनूप गुप्ता ने बताया कि इस पाठ द्वारा भगवान विष्णु की, उनके हजार नामों द्वारा स्तुति की जाती है व श्रीहरि योग निद्रा से जागते हैं। इसी के साथ ही सभी मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाती है।

रात्रि को श्रीश्याम बाबा का जन्मोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। श्याम बाबा का दिल्ली से मंगवाये गये फूलों से श्रृंगार किया गया। मंदिर को रंग-बिरंगी लाईटों-फूलों व गुब्बारों से सजाया गया। शहर के प्रमुख भजन गायकों ने सुंदर भजनों द्वारा उपस्थित सैंकड़ों भक्तों को भाव विभोर करके नाचने को मजबूर कर दिया। कार्यक्रम के समापन पर बाबा श्याम के जन्मोत्सव पर केक काटकर आरती एवं भोग उपरांत प्रशाद वितरण किया गया। पूरा मंदिर प्रभु के जयकारों से गुंजायमान रहा।

नवनियुक्त ग्राम सचिव सोनिया ने किया अपने माता पिता का नाम रोशन

ग्राम सचिव II की नौकरी मिलने के बाद बेटी ने किया अपने माता पिता और हल्के का नाम रोशन

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला –  13       नवंबर : 

पंचकूला के रायपुररानी स्थित (बीडीपीओ) खंड विकास और पंचायत अधिकारी कार्यालय में सोनिया को नए ग्राम सचिव II के पद पर नियुक्त किया गया है। नवनियुक्त ग्राम सचिव सोनिया ने कहा कि जो सरकार ने उनको जिम्मेवारी सौंपी है वह अपनी ड्यूटी को पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ निभाएंगी।पदभार संभालने के बाद ग्राम सचिव सोनिया ने कहा कि उनकी प्राथमिकता विकास कार्यों को सुचारू रूप से चलाने की होगी।उहोंने कहा कि वह काफी गर्व महसूस कर रही है कि आज उनकी मेहनत सफल हुई और इसका श्रेय अपने परिवार को देना चाहती है जिन्होंने हर कदम पर उसका साथ दिया। ग्राम सचिव सोनिया ने इस मौके उन लड़कियों को जो काफी समय से सरकारी नौकरी के लिए कोशिश कर रही है एक संदेश देते हुए कहा कि चाहे कोई भी फील्ड हो आपको बस निरंतर प्रयास करते रहना है।कामयाबी एक न एक दिन मिल ही जाती है। आपको बता दे कि सोनिया नारायणगढ़ इलाके की निवासी है।उनकी इस कामयाबी को लेकर स्थानीय लोगों में काफी खुशी देखी गई।

फोर्टिस में गंभीर गैंगरीन वाले मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया गया

  • फोर्टिस मोहाली में लेग एंजियोप्लास्टी के माध्यम से क्रिटिकल लिम्ब इस्चेमिया और गंभीर गैंगरीन वाले मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया गया
  • – लेग एंजियोप्लास्टी एक ऐसी प्रक्रिया है जो पैरों में संकुचित या अवरुद्ध धमनियों को खोलती है और बेहतर रक्त प्रवाह को सक्षम करती है 



डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  13  नवंबर:


मधुमेह हर उम्र के लोगों को प्रभावित करता है और आज यह एक बड़ी स्वास्थ्य चिंता बन गया है। डायबिटिक फ़ुट और इससे जुड़ी जटिलताओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 14 नवंबर को वर्ल्ड डायबिटीज डे मनाया जाता है। इस साल के आयोजन का विश्व स्वास्थ्य संगठन का विषय है ‘ब्रेकिंग बैरियर्स, ब्रिजिंग गैप्स है।

डॉ. रावुल जिंदल, डायरेक्टर, वैस्कुलर सर्जरी, फोर्टिस अस्पताल, मोहाली ने आज यहां आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से लोगों को डायबिटिक फुट के बारे में जागरूक करने के लिए केस स्टडीज पर प्रकाश डाला और बताया कि लेग एंजियोप्लास्टी के माध्यम से इसका इलाज कैसे किया जा सकता है। लेग एंजियोप्लास्टी एक ऐसी प्रक्रिया है जो पैरों में संकुचित या अवरुद्ध धमनियों को खोलती है और रक्त प्रवाह को बेहतर बनाती है।

पहले मामले में, 64 वर्षीय व्यक्ति को कठिन समय का सामना करना पड़ रहा था क्योंकि वह द्विपक्षीय वैरिकाज़ नसों (सूजन और टेढ़ी नसों) के कारण अपने पैरों में तेज दर्द का अनुभव कर रहा था। उसके बाएं पैर के पहले पैर के अंगूठे में नीलापन था, जिसमें गैंग्रीन भी हो गया था। दर्द सहन करने में असमर्थ, रोगी ने हाल ही में फोर्टिस अस्पताल मोहाली में डॉ. जिंदल से संपर्क किया।

मरीज के पैर का अल्ट्रासाउंड (डॉपलर स्कैन) किया गया, जिसमें डॉ. जिंदल ने उसकी स्थिति को रदरफोर्ड क्रॉनिक लिंब इस्केमिया (सीएलआई) बताया।

क्रिटिकल लिम्ब इस्केमिया पेरिफेरल आर्टरी डिजीज की एक गंभीर अवस्था है, जिसमें मानव के हाथ, पैर या पंजों में रक्त प्रवाह में महत्वपूर्ण रुकावटें आ जाती हैं।

डॉ. जिंदल ने फेमोरोपोपलीटल रिवर्स्ड सैफेनस वेन-ग्राफ्ट (आरएसवीजी) बाईपास किया, जिससे अवरुद्ध पैर की धमनी के चारों ओर रक्त प्रवाह पुनः निर्देशित हो गया और दर्द कम हो गया जिससे दर्द कम हुआ। मरीज़ का ऑपरेशन सुचारू रूप से हुआ और अगले दिन उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

एक अन्य मामले में, 62 वर्षीय एक व्यक्ति अपने पैरों की उंगलियों में कालेपन की शिकायत लेकर डॉ. जिंदल के पास आया। उसके दाहिने पैर में क्रॉनिक लिम्ब इस्केमिया (सीएलआई) के साथ-साथ कई पैरों की उंगलियों में गैंग्रीन का निदान किया गया। डॉ. जिंदल ने मरीज के दाहिने पैर की एंजियोप्लास्टी और डीब्राइडमेंट किया, जिसमें एक संकरी धमनी को खोलने के लिए उसके अंदर एक गुब्बारा फुलाया गया। स्किन ग्राफ्टिंग के बाद उसके घाव ठीक हो गए। अब वह सामान्य रूप से चलने में सक्षम है।

केंद्र को किसानों को धान की पराली के प्रबंधन और वायु प्रदूषण को रोकने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए

  • केंद्र को किसानों को धान की पराली के प्रबंधन और वायु प्रदूषण को रोकने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान
  • पंजाब सरकार शिक्षा, उद्योग और कृषि के क्षेत्र में कदम उठा रही है लेकिन हमें फंड आवंटन में केंद्र से अधिक सहयोग की आवश्यकता है



डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  13  नवंबर:


 “पंजाब में हमारे पास समृद्ध भूमि, गुरुओं का आशीर्वाद, महान लोगों की प्रेरणा और ऐसे मेहनती लोग हैं जो वैश्विक नागरिक भी हैं। इसलिए, हमारे पास सफलता के लिए आवश्यक हर चीज़ मौजूद है। एकमात्र जरूरत एकजुट होने की है। यह बात पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पंजाब विकास आयोग और पंजाब यूनिवर्सिटी के सहयोग से वर्ल्ड पंजाबी आर्गेनाईजेशन द्वारा आयोजित दो दिवसीय कॉन्क्लेव ‘पंजाब विजन 2047’ के आखिरी दिन दर्शकों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार सभी प्रयास कर रही है लेकिन हमें केंद्र से वह वित्त सहयोग नहीं मिल रहा है जिसके हम हकदार हैं, चाहे वह ग्रामीण विकास निधि हो या राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत हो।”

उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण के मुद्दे पर मान ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों को प्रोत्साहन न देकर समस्या को नजरअंदाज कर रही है। उन्होंने कहा कि हमने पहले ही कहा था कि केंद्र को या तो धान के भूसे के प्रबंधन के लिए किसानों को 2,000 रुपये प्रति एकड़ आवंटित करना चाहिए या मक्का, बाजरा और मूंग जैसी वैकल्पिक फसलों के लिए समर्थन मूल्य और खरीद की पेशकश करनी चाहिए ताकि किसान उतना ही लाभ कमा सकें जितना वे धान से कमाते हैं।

राज्यसभा सांसद और ‘पंजाब विजन 2047’ के आयोजक डॉ. विक्रमजीत सिंह साहनी ने युवाओं को आधुनिक कृषि से जोड़ने और पाकिस्तान तथा मध्य एशियाई देशों के साथ व्यापार को आसान बनाने के लिए वाघा सीमा खोलने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वे सांसद के रूप में पंजाब को धन न दिए जाने का मुद्दा उठाते रहे हैं और हमें विशेष रूप से आगामी संसदीय सत्र को देखते हुए इसे आगे बढ़ाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि सभी सांसद शून्यकाल के दौरान पंजाब के हितों से जुड़े मुद्दों को उठाने की रणनीति पर विचार-विमर्श करने के लिए एक साथ आ सकते हैं।”

मुख्यमंत्री ने सरकारी स्कूलों में सुधार और महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता के लिए स्वयं सहायता समूहों के गठन के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि पंजाब में जल्द ही औद्योगिक पुनरुत्थान देखने को मिलेगा क्योंकि टाटा स्टील जैसी बड़ी कंपनियाँ राज्य में प्लांट लगा रही हैं। हमें खेती से लाभ बढ़ाने के लिए खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है।”

शिरोमणि कमेटी के कार्यालय में तीर्थयात्रियों को वीजा लगे पासपोर्ट वितरित किए 

शिरोमणि कमेटी की ओर से प्रकाश पर्व मनाने के लिए सिख श्रद्धालुओं का जत्था आज पाकिस्तान जाएंगा 

शिरोमणि कमेटी के कार्यालय में तीर्थयात्रियों को वीजा लगे पासपोर्ट वितरित किए 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो, 13       नवंबर :

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब पाकिस्तान में श्री गुरु नानक देव जी प्रकाश पर्व मनाने के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा भेजे जाने वाले जत्थे के लिए 763 श्रद्धालुओं को वीजे प्राप्त हुआ है, जिन्हें 14  नवंबर  को पाकिस्तान के लिए रवाना किया जाएगा।इस संबंध में शिरोमणि कमेटी की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस बीच, आज तीर्थयात्रियों को शिरोमणि समिति कार्यालय से वीजा के साथ उनके पासपोर्ट प्राप्त हुए।

पासपोर्ट वितरण के अवसर पर शिरोमणि कमेटी के सचिव  प्रताप सिंह ने बताया कि 2244 तीर्थयात्रियों के पासपोर्ट दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग को भेजे गए थे, जिनमें से दूतावास ने केवल 763 तीर्थयात्रियों को ही वीजा जारी किया गया है।उन्होंने कहा कि दूतावास की ओर से 1481 तीर्थयात्रियों को वीजा नहीं दिया गया।

उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में सिख तीर्थयात्रियों का वीजा रद्द किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जत्थे का नेतृत्व शिरोमणि कमेटी के सदस्य के गुरनाम सिंह जसल कर रहे हैं। जबकि जत्था के डिप्टी लीडर शिरोमणि कमेटी के सदस्य  बीबी शरणजीत कौर और जनरल प्रबंधक के तौर पर प्रभारी  पलविंदर सिंह और गुरुमीत सिंह जाएंगे।इस अवसर पर शिरोमणि कमेटी के उप सचिव हरभजन सिंह  वक्ता, अधीक्षक  निशान सिंह एवं यात्रा प्रभारी  पलविंदर सिंह भी मौजूद थे।

जीएनजी कॉलेज में बहुविषयक राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन हुआ

जीएनजी कॉलेज में बहुविषयक राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन हुआ

 

 राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 13       नवंबर :

गुरु नानक गर्ल्स कॉलेज, यमुनानगर में होम साइंस विभाग द्वारा उच्चतर शिक्षा निदेशालय,  पंचकुला द्वारा अनुमोदित ‘इनोवेशन एण्ड सॉल्यूशन फाॅर ग्लोबल सिसटेनबिलिटी : ब्रेकिंग द बैरियर्स इन होम साइंस एण्ड एम्पावरनिक द चेंज विजन 2030 विषय पर आधारित एकदिवसीय बहुविषयक राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार का आयोजन महाविद्यालय की निदेशिका डॉ वरिंद्र गांधी व प्राचार्या डॉ हरविंदर कौर के मार्गदर्शन में किया गया। 

कार्यक्रम में बीज वक्ता  के रूप में प्रो. तरविंदर जीत कौर, चेयरपर्सन गृह विज्ञान विभाग,कुरुक्षेत्र,विश्वविद्यालय,कुरुक्षेत्र,मुख्य वक्ता के रूप में डाॅ. सरोज यादव ,एसोसिएट प्रोफेसर ,वस्त्र एवं परिधान विभाग,आई. सी. काॅलेज ऑफ होम साइंस,चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी , हिसार  व तकनीकि सत्र में डाॅ. दीपिका विज,प्रोफेसर एवं पूर्व विभागाध्यक्ष, डिपार्टमेंट ऑफ ह्यूमन डेवलपमेंट एण्ड फैमिली स्टडीज, पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सेमिनार में आनलाइन/आफलाइन 90 शोधपत्र प्रस्तुत किए गए। जिनका प्रकाशन इनोवेशन फाॅर ग्लोबल सिस्टेनबिलिटी इन होम साइंस पुस्तक में किया गया ।मौके पर ही जिसका विमोचन किया गया ।

सुप्रसिद्घ ऐतिहासिक व धार्मिक स्थल तीर्थराज कपाल मोचन विभिन्न वर्गों, धर्मो की एकता का प्रतीक

विशेष प्रस्तुति-   

नन्द सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, रायपुररानी, 13       नवंबर  :

सुप्रसिद्घ ऐतिहासिक व धार्मिक स्थल तीर्थराज कपाल मोचन विभिन्न वर्गों, धर्मों और जातियों की एकता का प्रतीक है। कपाल मोचन यमुनानगर से लगभग 25 किलोमीटर दूर सिन्धुवन में बिलासपुर के पास स्थित है। श्री कपाल मोचन-श्री आदिबद्री मेला 15 नवम्बर तक चलने वाले इस मेले में देश के विभिन्न प्रांतों से लाखों की संख्या में हिन्दू, मुस्लिम व सिख श्रद्घालु प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास की पूर्णिमा के मौके पर यहां आते हैं और मोक्ष की कामना से पवित्र सरोवरों क्रमश: कपाल मोचन सरोवर, ऋण मोचन सरोवर व सूरजकुंड सरोवर में स्नान करते हैं। इसके बाद श्रद्घालु एवं यात्री आदि बद्री क्षेत्र में विभिन्न धार्मिक मंदिरों तथा श्री माता मंत्रा देवी के दर्शनों के लिए भी जाते हैं। आदि बद्री क्षेत्र में सरस्वती उदगम स्थल के नजदीक सरस्वती स्नान सरोवर में भी भारी संख्या में श्रद्घालु स्नान के लिए जाते है। 

पुराणों के अनुसार तीर्थ राज कपाल मोचन तीनों लोकों में पाप से मुक्ति दिलाने वाला पावन तीर्थ स्थल है। मेले में आने वाले यात्रियों की सुख-सुविधा को देखते हुए श्री कपाल मोचन, श्री बद्री नारायण, श्री माता मंत्रा देवी व श्री केदारनाथ मंदिर धार्मिक एवं पूजा स्थल बोर्ड व जिला एवं मेला प्रशासन द्वारा व्यापक प्रबंध किए गए हैं, जिसमेें यात्रियों के लिए स्वच्छ पेयजल, सफाई व्यवस्था, आग से बचाव, चिकित्सा सहायता, अस्थाई सुलभ शौचालय आदि व मेला क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस का विशेष प्रबंध किया गया है। सभी सरोवरों के महिला घाटों पर महिला पुलिस का भी विशेष प्रबंध है। आदि बद्री क्षेत्र में भी यात्रियों एवं श्रद्घालुओं की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। 

उपायुक्त एवं श्री कपाल मोचन, श्री बद्री नारायण, श्री माता मंत्रा देवी व श्री केदारनाथ मंदिर धार्मिक एवं पूजा स्थल बोर्ड के मुख्य प्रशासक कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि मेले में आए यात्रियों की सुविधा हेतू मेले में पूछताछ एवं सूचना प्रसारण केन्द्र की स्थापना, मेले में स्वच्छ एवं रोग रहित वातावरण, जनाना घाटों पर विशेष सुरक्षा प्रबंध, तीर्थ यात्रियों के लिए मुफ्त दवाईयों का प्रबंध, अस्थायी शौचालयों का निर्माण, बिजली की व्यवस्था,सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था,  मेले में वाहन पार्किंग की व्यवस्था के अलावा पवित्र सरोवरों में स्नान के लिए उचित प्रबंध किए गए हैं। 

उन्होंने बताया कि मेले में यदि किसी का कोई सगा-संबंधी या साथी या बच्चा बिछड़ जाए तो सूचना प्रसारण करवाने हेतू सूचना, जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग के सूचना प्रसारण केन्द्र जो कि ऋण मोचन सरोवर के किनारे पर स्थित है, से सम्पर्क कर अपनी सूचना का प्रसारण करवा सकते हैं। यहीं पर इसी ईमारत में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मेले में अपनों से बिछुड़े हुए बच्चों को संभालने के लिए अपने विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों जिसमें महिला सुपरवाईजरों, महिला आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व महिला आंगनवाड़ी सहायकों की दिन-रात डयूटी लगाई गई है। 

उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने आगे बताया कि श्री कपाल मोचन-श्री आदि बद्री मेला की कमान बिलासपुर के उपमण्डलाधीश एवं मेला प्रशासक जसपाल सिंह गिल संभाल रहे हैं और उनकी सहायता के लिए मेला अधिकारी एवं बीडीपीओ कार्तिक चौहान अन्य सभी विभागों के अधिकारी संभाले हुए हैं। उन्होंने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था की कमान पुलिस अधीक्षक राजीव देसवाल के मार्ग दर्शन में पुलिस के जवान संभाले हुए हैं। पूरे मेला क्षेत्र की सीसीटीवी कैमरों के द्वारा निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि मेला के दूसरे दिन मेला क्षेत्र में श्रद्धालु की संख्या में श्रद्घालु एवं यात्री पहुंच चुके हैं। 

अदा शर्मा ने दिखाया अपना हरियाणवी रूप 

अदा शर्मा ने दिखाया अपना हरियाणवी रूप 

अनिल बेदाग, डेमोक्रेटिक फ्रंट, मुंबई, 13       नवंबर :

अदा शर्मा अपनी हाल ही में रिलीज़ हुई श्रृंखला रीता सान्याल की सफलता का आनंद ले रही हैं। यह श्रृंखला पिछले 2 हफ्तों में ओटीटी पर सबसे अधिक देखी जाने वाली काल्पनिक सामग्री रही है। केरल की कहानी के अब तक की सबसे अधिक कमाई करने वाली महिला फिल्म होने के बाद अदा एक रोल पर है और इसके बाद बस्तर और सूरजमुखी सीजन 2 में इसके विपरीत प्रदर्शन होंगे। अभिनेत्री का अगला शो डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रीता सान्याल है। वह शो में विभिन्न भेषों में दिखाई देती हैं और हरियाणवी चरित्र के रूप में उनका एक भेष सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

अदा कहती हैं, “मैं रीता सान्याल के प्रति दर्शकों की प्रतिक्रियाओं से बहुत उत्साहित हूं। मुझे शो में कई लहजे में बोलने का मौका मिला। हरियाणवी लहजा मेरा पसंदीदा लहजा है। हमने एक कोच रखा और जब मैं घर पर था तब भी बोलने का अभ्यास करता था। मैं शूटिंग से वापस आती थी और रात में बार-बार अपने कमरे में जोर से बात करती थी। मेरी माँ ने सोचा कि मैं पागल हूँ। लेकिन ज़ोर से बोलना ही उच्चारण के साथ आत्मविश्वास हासिल करने का एकमात्र तरीका था।

अदा अगली बार एक अंतरराष्ट्रीय फिल्म में एक सुपरहीरो की भूमिका में दिखाई देंगी। वह एक बहुत बड़ी फ्रेंचाइजी के सीक्वल में भी दिखाई देंगी।

भारतीय बुनकरों द्वारा बनाई गई साड़ियों से है तनिषा मुखर्जी को प्यार 

भारतीय बुनकरों द्वारा बनाई गई साड़ियों से है तनिषा मुखर्जी को प्यार 

अनिल बेदाग, डेमोक्रेटिक फ्रंट, मुंबई, 13       नवंबर :

एक कलाकार के रूप में तनिषा मुखर्जी हमेशा खुद को सीमाओं से परे ले जाने के लिए तत्पर रहती हैं। वह हमेशा ऑन-स्क्रीन प्रदर्शन के मामले में खुद को ऊपर उठाने और ऊपर उठाने में विश्वास करती हैं और यह तथ्य कि उन्हें मात्रा से पहले गुणवत्तापूर्ण परियोजनाएं करने के लिए चुना गया है, निश्चित रूप से उनके लिए काम किया है। पर्दे पर अपने अभिनय के अलावा, तनिषा को उनके फैशन और फैशन विकल्पों के लिए भी बहुत पसंद किया जाता है। उनके बारे में सबसे अच्छा गुण यह है कि वह स्थानीय प्रतिभाओं का समर्थन करने में विश्वास करती हैं। एक सामाजिक रूप से जिम्मेदार और पर्यावरण के अनुकूल नागरिक होने के नाते, जो अपने देश से पूरे दिल से प्यार करती है, वह न केवल स्थायी फैशन में विश्वास करती है, बल्कि स्थानीय प्रतिभाओं को प्रोत्साहित और बढ़ावा देने में भी विश्वास करती है। यही कारण है कि, तनिषा ने पिछले कुछ वर्षों में केवल भारतीय बुनकरों द्वारा विशेष रूप से हस्तनिर्मित साड़ियों को पहनने का निर्णय लिया है। इस तथ्य को देखते हुए कि स्थिरता वास्तव में समय की आवश्यकता है, जब तनिषा मुखर्जी जैसी हस्तियां और सार्वजनिक हस्तियां सामने से नेतृत्व करती हैं, तो यह निश्चित रूप से पूरे मनोरंजन उद्योग के लिए एक उदाहरण स्थापित करती है। फैशन की स्थायी शैली और स्थानीय भारतीय बुनकरों द्वारा बनाई गई साड़ियों के लिए उनके प्यार के बारे में पूछे जाने पर, तनिषा ने कहा,” स्थिरता एक ऐसी चीज है जिस पर मैंने हमेशा विश्वास किया है और अपने जीवन में इसका पालन किया है। जहां तक ‘वोकल फॉर लोकल’ का सवाल है, ये अद्भुत स्थानीय बुनकर, वे हर साल बंगाल से आते हैं और हमें इन अविश्वसनीय हाथ से बुनी साड़ियों को बेचते हैं। मैं किसी और से पहले ऐसी प्रतिभाओं का समर्थन करने में विश्वास करती हूं और इसलिए, मैं स्थानीय बुनकरों द्वारा तैयार किए गए कपड़े पहनती हूं। मुझे लगता है कि वास्तविक बुनाई और वास्तविक गुणवत्ता तब महसूस होती है जब इसे हाथ से बुना जाता है। इसमें विभिन्न तकनीकें और तंत्र शामिल हैं और जो प्यार आप हाथ से बुने हुए कपड़ों को पहनकर महसूस करते हैं, आप मशीनों से तैयार कपड़ों के साथ वही भावना प्राप्त नहीं कर सकते हैं। उनके काम और हस्तशिल्प के लिए प्यार और जुनून तब महसूस होता है जब इसे हस्तशिल्प किया जाता है। हाल ही में मैंने जो लाल साड़ी पहनी थी, उनमें से एक हाथ से बुनी हुई साड़ी और बैंगनी साड़ी है, जो मैंने ‘भाई फोटा’ के अवसर पर पहनी थी, यह वास्तव में मेरी मां की साड़ी है। दुर्गा पूजा के दौरान भी, मैंने जो साड़ियां पहनी थीं, वे ‘शांति बनारस’ की थीं, जो हमारे स्थानीय बुनकरों द्वारा तैयार की गई प्रामाणिक बनारसी साड़ियां हैं। मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि साड़ी सबसे स्टाइलिश पोशाक है जिसे वास्तव में किसी भी अवसर पर पहना जा सकता है और मैं साड़ी पहनने में बहुत सहज महसूस करती हूं। इसके अलावा मेरे लिए, जब साड़ी की बात आती है, तो ड्रेपिंग के प्रयोग महत्वपूर्ण हैं। मुझे अपनी जड़ों से जुड़ा रहना पसंद है और इसलिए, जहां तक ड्रेपिंग का सवाल है, मुझे अपनी साड़ियों को पारंपरिक बंगाली शैली में पहनना पसंद है।

भारत में साड़ी पहनने की कई खूबसूरत शैलियाँ हैं और वे सभी महिलाओं पर अद्भुत लगती हैं। हमारे देश की सबसे अच्छी बात विविधता है। मुझे अपने फैशन के साथ उस विविधता का दोहन करना पसंद है। मेरी माँ की अलमारी में कुछ अद्भुत साड़ियां हैं और इसलिए, मैंने उन्हें स्थिरता की दिशा में एक सचेत प्रयास के रूप में फिर से पहनना शुरू कर दिया है। तनिषा मुखर्जी वर्तमान में ‘मुरारबाजी’ में अपनी मुख्य भूमिका के लिए चर्चाओं में है।