श्रीगणेश : हमारे पारिवारिक देव

  • श्री गणेश कवि स्वरूप  हैं। अपने अंतःकरण में उनकी  स्थापना के बिना, सर्जनशीलता बिल्कुल असंभव!
  • यदि आप सोचते हैं कि आप दुनिया के सामने कुछ रचनात्मक परिणाम प्रस्तुत कर सकते हैं, तो आप श्री गणेश के आशीर्वाद के ऋणी हैं। उनके बिना मूलाधार स्थित रहते हुए, यह असंभव है।
  • यहां तक कि वेद व्यास को महाभारत लिखने के लिए श्री गणेश की मदद लेनी पड़ी थी।
  • श्री गणेश = मूलाधार = मरुतो  के गणपति = संतान से लेकर कविता तक सभी रचनात्मकता कर्मों के लिए मूल आधार ।

अश्वनी कुमार तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पटना – 25 सितम्बर :

मैं 100 साल पुरानी कुछ किताबें पढ़ रहा था। इन सभी में एक बात समान थी, मंगलाचरण। आरंभिक भाग सभी देवताओं, विशेषकर माँ सरस्वती और भगवान गणेश को समर्पित है।

निःस्वार्थ सार्वभौमिक यज्ञ को समर्पित आपके सभी रचनात्मक कार्यों की सफलता के लिए, श्री गणेश स्तुति करना महत्वपूर्ण है।

श्रीगणेश : हमारे पारिवारिक देव

भारतीय परिवारों में श्रीगणेश इतने घुल मिल गए हैं कि अब विश्वास ही नहीं होता कि स्मृतियों और पुराणकारों ने कभी उन्हें विघ्नेश लिखा, निवृत्ति के लिए विनायक स्नान की विधियां लिखीं। वे मंगल मूर्ति होकर हमारे हृदय और मन के सिंहासन पर विराजित हैं। उनका यह अद्भुत प्रभाव है कि वे प्रथम पूज्य है! श्रीगणेश ही आद्य मंगल के सूचक हैं…! कला में सबसे पहला अंकन उनका!

मित्रवर श्री राजदीप ने भगवान गणेश के हजारों स्वरूपों का संग्रह किया है। उनका साथ उदयपुर और राज्य सहित देश के अनेक चित्रकारों और कलाकारों ने भी दिया है। उदयपुर में उनकी लगाई प्रदर्शनी “श्रीगणेश दर्शन” को मैं देश की अनोखी प्रदर्शनी अनेक कारणों से मानता हूं। इसके समापन पर मुझे भारत में गणेशजी की व्याप्ति और विश्वास पर अपनी बात कहने का अवसर मिला! लगा कि गणेश की महिमा में इतना कहा जा सकता है कि अनेक शोध प्रबंध बन जाए!  राजदीप जी का यह सहस्र संग्रह कोटि संग्रह बने।

कहना न होगा कि एक जन्म में इतना बड़ा संग्रह कैसे खड़ा हो सकता है! उन्हें गणेश प्रिय हैं और गणेश को वे…!

गणेश पुराण – एक पठनीय उपपुराण

गणेश मंगलमूर्ति देवता हैं। हालांकि पूर्व काल में उनको विघ्‍नेश भी कहा जाता था। बौधायन ने उनके कई नामों का जिक्र किया है जो तर्पणादि पूजा के लिए स्‍मरणीय बताए गए हैं। धीरे-धीरे गणेश भारतीय जन जीवन में अति ही महत्‍वपूर्ण हो गए कि देवालयो में तक द्वार के शीर्ष देव बने। हर ग्रंथ की रचना में उनको प्रथम स्‍मरणीय माना जाने लगा।

गणेश को लेकर कई स्‍तोत्रों की रचना हुई, आथर्वशीर्ष पाठ तैयार हुए। गणेश गायत्री बनी। पुराण तक रचा गया। उप पुराणों में गणेश पुराण का स्‍थान खास माना गया है। क्‍या महाराष्‍ट्र, गुजरात और मध्‍यप्रदेश, राजस्‍थान अन्‍यत्र भी गणेश के प्रति अतिशय आस्‍था देखने को मिलती है। विदेशों में भी गणेश की पूजा होती आई है, बौद्ध धर्मानुयायी भी उनकी पूजा करते हैं। गणेश पुराण का अपना अलग ही रचना विधान है। इस पुराण के प्रथम उपासनाखंड में गणेशजी के आविर्भाव, उनके स्‍वरूप, उनके नाना अवतारों और उनकी उपासना से देवों, मुनियों और भक्‍तों के मनोरथ सिद्धि का वर्णन है। द्वितीय क्रीडाखंड में गणेशजी के नाना अवतारों, उनकी बाल लीलाओं तथा आसुरी शक्तियों के दमन तथा नाना चमत्‍कारों का वर्णन है…।

गणेशपुराण का अाज तक हिंदी अनुवाद नहीं था। यह संस्‍कृत में ही मिलता था, इस कारण पठन-पाठन से दूर ही रहा। पहली बार चौखंबा संस्‍कृत सीरिज ऑफिस, वाराणसी ने यह काम किया और पूर्वार्द्ध व उत्‍तरार्द्ध दो खंडों में यह विशालकाय पुराण प्रकाशित किया है। प्रकाशित होते ही यह मेरे हाथों तक पहुंचा, प्रकाशक को इस उपलब्धिमूलक कार्य के लिए बधाई। दोनों ही खंड पुराण अध्‍येताओं और पाठकों के लिए उपयोगी लग रहे हैं। मेरे लिए तो उपलब्धि इस अर्थ में है कि पुराणों के संग्राहक होने से एक महत्‍वपूर्ण पुराण मिल गया।

साभार : श्रीकृष्ण जुगनू

कॉर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज इंडिया ने शिखर सम्मेलन द्वारा तिब्बती मानव अधिकारों के  संरक्षण के लिए मांग की

जया अग्रवाल , डेमोक्रेटिक फ्रंट, दिल्ली/मध्य प्रदेश – 25अगस्त :

कॉर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज इंडिया के संयोजक श्री आर. के. खिरमे( पूर्व सांसद एवं पूर्व मंत्री अरुणाचल प्रदेश) ने पत्रकार बंधुओ को संबोधित करते हुए बताया की कॉर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज इंडिया  सीजीटीसीआई ने जी 20 नेताओं से चीन सरकार द्वारा तिब्बत में मानवाधिकार उल्लंघन पर तत्काल ध्यान देने की अपील की है विशेष रूप से उन रिपोर्ट पर ध्यान देने की अपील की गई है जिसमें 10 लाख से अधिक तिब्बती बच्चों को उनके माता-पिता से अलग कर दिया गया है और तिब्बत में अनिवार्य आवासीय स्कूल प्रणाली में डाल दिया गया है इस स्कूल नीति का उद्देश्य तिब्बत की संस्कृति धार्मिक और भाषाई रूप को नष्ट करना है यह आवासीय स्कूल चीनी कम्युनिस्ट विचारधारा और उनके द्वारा गढ़ी जा रही कहानियों के साथ राजनीतिक रूप से प्रेरित है ज्ञातव्य है, कि जी-20 शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर 2023 को नई दिल्ली में आयोजित होने वाला है।

 सम्मेलन में कॉर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज इंडिया की मांगे मानव अधिकार उल्लंघन की तत्काल जवाबदेही

परम पावन 14 दलाई लामा का पुनर्जन्म के निर्णय का अधिकार स्वयं परम पावन दलाई लामा और संबंधित अधिकारियों के पास हो
तिब्बती बच्चों के अधिकारों का संरक्षण सभा में कॉर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज इंडिया के सह संयोजक सुरेंद्र कुमार, अरविंद निकोलस एवं भारत तिब्बत सहयोग मंच के राष्ट्रीय महामंत्री पंकज गोयल उपस्थित हुए।

कॉर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज इंडिया भारत में सभी तिब्बत समर्थक समूह का सर्वोच्च संगठन है इसका कार्य तिब्बती मुद्दे के समर्थन के लिए समन्वय, निर्देश योजनाएं और गतिविधियों को संचालित करना है अपने अधिकारों और पहचान के लिए तिब्बती लोगों के संघर्ष को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है इस क्षेत्र में नागरिकों को गायब कर देने, मनमाने ढंग से हिरासत में लेने और सांस्कृतिक रूप से अपना वर्चस्व कायम करने के मामले बड़े पैमाने पर हो रहे हैं सीजीटीसी-आइ जी-20 नेताओं से इन अत्याचारों के खिलाफ एकजुट होने और सभी के लिए मानव अधिकार और सम्मान के सिद्धांतों को बनाए रखने का आह्वान करता है

प्रधानमंत्री मोदी आज मध्यप्रदेश दौरे पर रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर पांच वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी   दिखाएंगे झंडी 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, जैतो –  26 जून :

प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोमवार को कहा कि श्री नरेंद्र मोदी 27 जून 2023 को मध्य प्रदेश का दौरा करेंगे। सुबह करीब 10:30 बजे प्रधानमंत्री भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे और पांच वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे। प्रधानमंत्री दोपहर करीब 3 बजे शहडोल में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होंगे,जहां वह रानी दुर्गावती का सम्मान करेंगे, सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन का शुभारंभ करेंगे और आयुष्मान कार्डों के वितरण की शुरुआत करेंगे। प्रधानमंत्री शहडोल जिले के पकरिया गांव भी जाएंगे। रानी कमलापति-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस;  खजुराहो-भोपाल-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस, मडगांव (गोवा)-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस;  धारवाड़-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस,और हटिया-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस। रानी कमलापति-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस महाकौशल क्षेत्र (जबलपुर) को मध्य प्रदेश के मध्य क्षेत्र (भोपाल) से जोड़ेगी।  साथ ही बेहतर कनेक्टिविटी से भेराघाट,पचमढ़ी, सतपुड़ा आदि पर्यटन स्थलों को भी लाभ होगा। यह ट्रेन रूट की मौजूदा सबसे तेज़ ट्रेन की तुलना में लगभग तीस मिनट तेज़ होगी। खजुराहो-भोपाल-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस मालवा क्षेत्र (इंदौर) और बुंदेलखंड क्षेत्र (खजुराहो) से मध्य क्षेत्र (भोपाल) की कनेक्टिविटी में सुधार करेगी। इससे महाकालेश्वर, मांडू, महेश्वर, खजुराहो, पन्ना जैसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों को फायदा होगा।  यह ट्रेन मार्ग पर मौजूदा सबसे तेज़ ट्रेन से लगभग दो घंटे तीस मिनट तेज़ होगी।

मडगांव (गोवा)-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस गोवा की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस होगी।  यह मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस और गोवा के मडगांव स्टेशन के बीच चलेगी। दो स्थानों को जोड़ने वाली वर्तमान सबसे तेज़ ट्रेन की तुलना में यह यात्रा के समय में लगभग एक घंटे की बचत करने में मदद करेगी।धारवाड़-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस कर्नाटक के महत्वपूर्ण शहरों – धारवाड़, हुबली और दावणगेरे को राज्य की राजधानी बेंगलुरु से जोड़ेगी। इससे क्षेत्र के पर्यटकों, छात्रों, उद्योगपतियों आदि को अत्यधिक लाभ होगा।  यह ट्रेन रूट की मौजूदा सबसे तेज़ ट्रेन की तुलना में लगभग तीस मिनट तेज़ होगी।हटिया-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस झारखंड और बिहार के लिए पहली वंदे भारत होगी।पटना और रांची के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने वाली यह ट्रेन पर्यटकों, छात्रों और व्यापारियों के लिए वरदान साबित होगी।  दो स्थानों को जोड़ने वाली वर्तमान सबसे तेज़ ट्रेन की तुलना में यह लगभग एक घंटे और पच्चीस मिनट की यात्रा का समय बचाने में मदद करेगी। प्रधानमंत्री 

शहडोल में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन का शुभारंभ करेंगे। वह लाभार्थियों को सिकल सेल आनुवंशिक स्थिति कार्ड भी वितरित करेंगे। मिशन का उद्देश्य विशेष रूप से आदिवासी आबादी के बीच सिकल सेल रोग से उत्पन्न गंभीर स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान करना है। यह लॉन्च 2047 तक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में सिकल सेल रोग को खत्म करने के सरकार के चल रहे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन की घोषणा केंद्रीय बजट 2023 में की गई थी। इसे 17 उच्च के 278 जिलों में लागू किया जाएगा।  देश में केंद्रित राज्य गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, असम, उत्तर प्रदेश, केरल, बिहार और उत्तराखंड हैं। प्रधानमंत्री किकस्टार्ट करेंगे  मध्य प्रदेश में लगभग 3.57 करोड़ आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना कार्डों का वितरण। आयुष्मान कार्ड वितरण समारोह पूरे राज्य में शहरी निकायों, ग्राम पंचायतों और विकास खंडों में आयोजित किया जा रहा है। आयुष्मान कार्ड वितरण अभियान शत-प्रतिशत संतृप्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक लाभार्थी तक पहुंचने के प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक कदम है। कल्याणकारी योजनाएं।कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ‘रानी दुर्गावती गौरव यात्रा’ के समापन के अवसर पर रानी दुर्गावती का सम्मान करेंगे। रानी दुर्गावती की वीरता और बलिदान को लोकप्रिय बनाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। रानी दुर्गावती, 16वीं शताब्दी के मध्य में गोंडवाना की शासक रानी थीं। उन्हें एक बहादुर, निडर और साहसी योद्धा के रूप में याद किया जाता है, जिन्होंने मुगलों के खिलाफ आजादी की लड़ाई लड़ी थी। प्रधानमंत्री पकरिया गांव में। एक अनूठी पहल में, प्रधानमंत्री शहडोल जिले के पकरिया गांव का दौरा करेंगे और आदिवासी समुदाय के नेताओं, स्वयं सहायता समूहों, पेसा [पंचायत (अनुसूचित क्षेत्रों तक विस्तार) अधिनियम, 1996] समितियों के नेताओं और कप्तानों के साथ बातचीत करेंगे। ग्राम फुटबॉल क्लबों के.  प्रधानमंत्री आदिवासी और लोक कलाकारों के सांस्कृतिक कार्यक्रम देखेंगे और गांव में रात्रिभोज भी करेंगे।

स्कूल के पोस्टर में हिंदू लड़कियों को पहनाया गया हिजाब, CM ने कहा – जांच होगी

मीडिया से बातचीत के दौरान नरोत्‍तम मिश्रा ने कहा कि दमोह में स्थित गंगा जमुना स्कूल का एक पोस्टर रिलीज हुआ है, जिसमें कुछ हिंदू लड़कियां हिजाब पहने नजर आ रही है। इस मामले की जांच जिला शिक्षा अधिकारी से कराई जा रही है। हालांकि, किसी भी परिजनों ने इस मामले पर कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है।

MP के स्कूल में हिंदू छात्राओं को पहनाया गया हिजाब! जांच हुई तो सामने आई ये बात

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट(ब्यूरो), इंदौर – 01 जून :

मध्य प्रदेश के दमोह में एक निजी स्कूल इन दिनों विवादों में है। दरअसल स्कूल की दीवार में लगे टॉपर्स के पोस्टर को लेकर दावा किया जा रहा है कि हिंदू छात्राओं को हिजाब पहनाया गया है। जब मामला सोशल मीडिया में वायरल हुआ तो कलेक्टर ने जांच करवाई। कलेक्टर ने ट्वीट कर बताया कि जांच में स्कूल पर लगे आरोप गलत साबित हुए हैं, जबकि इस मामले को लेकर प्रदेश में हिंदूवादी संगठनों में काफी नाराज़गी है।

मीडिया से बातचीत के दौरान नरोत्‍तम मिश्रा ने कहा कि दमोह में स्थित गंगा जमुना स्कूल का एक पोस्टर रिलीज हुआ है, जिसमें कुछ हिंदू लड़कियां हिजाब पहने नजर आ रही है। इस मामले की जांच जिला शिक्षा अधिकारी से कराई जा रही है। हालांकि, किसी भी परिजनों ने इस मामले पर कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है।

स्कार्फ को समझा जा रहा हिजाब

जांच टीम में शामिल दमोह कोतवाली टीआई विजय सिंह राजपूत ने बताया कि स्कूल प्रबंधन ने इसको लेकर सफाई दी है। स्कूल का कहना है कि बच्चों के सिर पर स्कार्फ है, जिसे हिजाब समझा जा रहा है। स्कार्फ स्कूल की यूनिफॉर्म का हिस्सा है। स्कूल के सभी बच्चे इसे पहनते हैं, लेकिन इसे पहनने के लिए किसी को मजबूर नहीं किया जाता है। स्कूल के संचालक मुस्ताक खान ने कहा कि स्कूल में यूनिफॉर्म में स्कार्फ शामिल है।

जांच टीम में शामिल दमोह कोतवाली टीआई विजय सिंह राजपूत ने बताया कि स्कूल प्रबंधन का कहना है कि स्कार्फ को हिजाब समझा जा रहा है। असल में ये स्कार्फ स्कूल की यूनिफॉर्म का हिस्सा है। स्कूल के सभी बच्चे पहन सकते हैं, लेकिन किसी पर दबाव नहीं. उन्होंने कहा कि स्कूल के संचालक मुस्ताक खान पहले भी यह बता चुके हैं कि स्कूल में यूनिफॉर्म में स्कार्फ शामिल है, लेकिन इसे पहनने के लिए किसी को मजबूर नहीं किया जाता है। 

ज्ञापन देने पहुंचे लोगों में शामिल मोंटी रैकवार ने कहा कि हिंदू धर्म की बेटियों को जानबूझकर हिजाब पहनने पर मजबूर किया जा रहा है। हिंदुस्तान में ये सब खुलेआम हो रहा है, जो अपराध है। ऐसे लोगों को सजा जरूर मिलनी चाहिए।

सीएम शिवराज का बड़ा ऐलान, राज्य में होगी ब्राह्मण कल्याण बोर्ड की स्थापना

यहां गुफा मंदिर परिसर में परशुराम जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि संस्कृत और हिंदू धर्म से जुड़े अन्य पहलुओं का अध्ययन करने वाले छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जरूरत पड़ने पर राज्य में संस्कृत शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम की जन्मस्थली माने जाने वाले इंदौर के निकट जानापाव में ‘श्री परशुराम लोक’ बनाया जाएगा, जबकि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गुफा मंदिर के परिसर में एक भवन का निर्माण किया जाएगा।

CM Shivraj singh chouhan big announcement in front of Pandit Dhirendra  Krishna Shastri Brahmin kalyan Board | पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के  सामने CM शिवराज की बड़ी घोषणा, MP में बनेगा ...
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के सामने CM शिवराज की बड़ी घोषणा

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट(ब्यूरो), मध्य प्रदेश :

भगवान परशुराम जयंती व अक्षय तृतीया के मौके पर राजधानी भोपाल की लाल घाटी में बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री  भी पहुंचे हैं। बागेश्वर सरकार को देखने को लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी। वहीं एक भक्त ने तो अपने शरीर पर राम-राम लिखवाते हुए धीरेंद्र शास्त्री की तस्वीर भी बनाई।  इस मौके पर शिवराज सिंह ने बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि गुफा मंदिर में विशाल भवन बनेगा।  परशुराम जयंती के उपलक्ष्य पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि हमने निर्णय लिया है कि मंदिरों की गतिविधियों पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं होगा। साथ ही अब मंदिरों से लगी जमीनों की नीलामी कलेक्टर नहीं कर सकेंगे। बल्कि इन जमीनों की नीलामी अब मंदिर से जुड़े पुजारी कर पाएंगे।

यहां गुफा मंदिर परिसर में परशुराम जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि संस्कृत और हिंदू धर्म से जुड़े अन्य पहलुओं का अध्ययन करने वाले छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जरूरत पड़ने पर राज्य में संस्कृत शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।

उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम की जन्मस्थली माने जाने वाले इंदौर के निकट जानापाव में ‘श्री परशुराम लोक’ बनाया जाएगा, जबकि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गुफा मंदिर के परिसर में एक भवन का निर्माण किया जाएगा। इंदौर से लगभग 45 किलोमीटर दूर जानापाव का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि भक्तों के लिए एक ‘धर्मशाला’, उद्यान और अन्य सुविधाओं के विकास के लिए 10 करोड़ रुपये प्रदान किए जाएंगे। मध्य प्रदेश में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।

धीरेद्र कृष्ण शास्त्री पर उदयपुर पुलिस ने दर्ज किया भावनाएं भड़काने का केस

उदयपुर में नवसंवत्सर और चेटीचंड के मौके पर गांधी ग्राउंड में धर्मसभा का आयोजन हुआ। धर्मसभा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। इससे पहले शहरभर में शोभायात्रा निकाली गई थी। इसके बाद धर्मसभा शुरू हुई। धर्मसभा में कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर, उत्तम स्वामी और देशभर में चर्चित बागेश्वर धाम प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने संबोधित किया था।

बागेश्वर धाम प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री पर उदयपुर में केस दर्ज, भड़काऊ भाषण  देने का आरोप। – Hint

दिनेश पाठक, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, जयपुर – 24 मार्च :

उदयपुर पुलिस ने बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर केस दर्ज किया है। एक दिन पहले हुई धर्मसभा में उनके एक बयान को लेकर पुलिस ने यह एक्शन लिया है। धर्मसभा में उन्होंने लोगों का आह्वान करते हुए कहा था कि राजसमंद जिले के कुम्भलगढ़ किले में जो 100 हरे झंडे लगे हैं, वहां भगवा झंडा लगवाओ।

पुलिस ने इसे धार्मिक हिंसा भड़काने वाला माना है। उनके इस बयान पर संज्ञान लेते हुए शहर के हाथीपोल थाने में मामला दर्ज किया गया। उदयपुर एसपी विकास शर्मा ने बताया कि उनका बयान भड़काऊ और विवादित है।

एडिशनल एसपी चन्द्रशील ठाकुर ने बताया- पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने समुदायों के बीच विवाद बढ़ाने वाले भड़काऊ शब्दों का प्रयोग किया। इसी बयान के बाद गुरुवार रात कुछ युवाओं ने कुम्भलगढ़ किले पर उत्पात मचाने की कोशिश भी की। इनमें से 5 युवाओं को गिरफ्तार किया गया है। इन सभी के खिलाफ केलवाड़ा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।

धीरेंद्र शास़्त्री ने उदयपुर में हुए कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर कहा- क्षमा कीजिएगा, एक कन्हैया धोखे से चला गया। अब घर-घर कन्हैया बैठा है।
धीरेंद्र शास़्त्री ने उदयपुर में हुए कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर कहा- क्षमा कीजिएगा, एक कन्हैया धोखे से चला गया। अब घर-घर कन्हैया बैठा है।

बता दें कि उदयपुर शहर के गांधी ग्राउंड में गुरुवार को एक धर्मसभा की गई थी। इसमें पंडित धीरेंद्र शास्त्री के साथ कथा मर्मज्ञ पंडित देवकीनंदन ठाकुर और बांसवाड़ा के संत उत्तम स्वामी सहित कई संत-महात्मा मंच पर मौजूद थे।

पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कुम्भलगढ़ किले में भगवा झंडा लगवाने का मंच से तीन बार जिक्र किया। कहा, ‘डरते तो हम किसी के बाप से नहीं हैं। डरते तो वो हैं, जो बुजदिल होते हैं। हम तो वो हैं, जो कुम्भलगढ़ किले में भी भगवा झंडा लगवाकर मानेंगे। युवाओं की भीड़ को आह्वान करते हुए शास्त्री बोले- तुम चाहते हो कि वहां भगवा झंडा गड़े। क्या ये बात सही है, अगर सही है तो चुप क्यों बैठे हो।’

वरिष्ठ इतिहासकार प्रो. जीएल मेनारिया ने बताया कि महाराणा कुम्भा ने कुम्भलगढ़ दुर्ग बनवाया। इसी दुर्ग में महाराणा प्रताप का जन्म हुआ। सैकड़ों साल से इस दुर्ग की तलहटी में एक विशेष धर्म के 25 से 30 परिवार रहते हैं। ये परिवार हरे रंग का धार्मिक झंडा लगाते हैं। इस जगह पर अब तक कोई सांप्रदायिक घटना नहीं हुई है।

पं. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, ‘मेवाड़ में रहने वाले सनातनियों को जातियों में बंट कर नहीं, बल्कि एक होकर हिंदुत्व के लिए लड़ना चाहिए। अगर भारत में रहना होगा तो सीता-राम कहना होगा। उदयपुर में धोखे से एक कन्हैया चला गया, लेकिन अब तो घर-घर में कन्हैया है। अब हिंदुओं पर अत्याचार नहीं सहा जाएगा। हिंदू को जागना होगा। देश को हिंदू राष्ट्र बनाने का संकल्प लेना चाहिए। मेवाड़ तो महाराणा प्रताप, मीराबाई और हाड़ी रानी जैसी वीरांगनाओं की धरती है। कुम्भलगढ़ में भी भगवा फहराना है।’

उन्होंने धर्मसभा में आए लोगों को शपथ दिलाई कि राम-श्रीकृष्ण का विरोध करने वालों को जवाब देंगे, संतों की रक्षा करेंगे और जब तक भारत हिंदू राष्ट्र घोषित नहीं होता, चैन से नहीं बैठेंगे। सभा में मौजूद मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘ये आए तो लगा कि प्रताप की खुशबू आई है। ये वो मेवाड़ है, जहां का घोड़ा चेतक भी वीर था और हाथी रामप्रसाद भी। मैं यहां भाषणबाजी या राजनीति करने नहीं आया हूं। केवल सनातन के लिए काम करता हूं और इसके लिए अपने प्राण भी न्यौछावर करूंगा।’

उदयपुर एसपी विकास शर्मा ने कहा- धीरेंद्र शास्त्री के बयान पर संज्ञान लेते हुए मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले में जांच के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि पं. धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ आईपीसी की धारा 153ए के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। यह धारा धर्म, जाति, भाषा या निवास आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने और सद्भावना बिगाड़ने के मामले में लगाई जाती है। इसमें 3 साल तक की जेल या जुर्माना या दोनों का प्रावधान है।

शहीदी दिवस पर वाटर कूलर किया जनता को समर्पित

  सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर – 23 मार्च :

शहीदी दिवस के मौके पर स्वतंत्रता संग्राम की अलख जगाने वाले तथा 1857 में अंग्रेजो के खिलाफ विद्रोह करने वाले स्वतंत्रता सेनानी अमर शहीद मंगल पांडे की वंशज शिक्षाविद कविता त्यागी द्वारा भगवान परशुराम समुदायिक केंद्र में लगाए गए वाटर कूलर को जनता को समर्पित किया गया।

इस मौके पर उनके साथ किरण त्यागी, प्रियंका त्यागी, पूजा त्यागी, सुधा, अरुण त्यागी, अजय त्यागी, नरेश बाबा जी, विक्रम त्यागी बिट्टू, संजीव चौहान तथा वीरेंद्र त्यागी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

इस मौके पर कविता त्यागी ने कहा कि अमर शहीद मंगल पांडे की शहादत को सदा ही याद रखा जाएगा और वह सदा ही युवाओं के प्रेरणा स्रोत रहेंगे। इस मौके पर उन्होंने शहीद भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरु को याद करते हुए कहा कि ऐसे ही शहीदों की शहादत की बदौलत आज हम आजाद देश की हवा में सांस ले रहे हैं।

उनका कहना था कि गर्मी के इस मौसम को देखते हुए जबकि हर किसी को शीतल जल की आवश्यकता होती है, ऐसे में भगवान परशुराम समुदायिक केंद्र में लगा यह वाटर कूलर आम जनमानस की प्यास बुझाने का काम करेगा जो कि एक पुण्य का कार्य है। उन्होंने इस मौके पर युवाओं से आह्वान किया कि वे अमर शहीदों द्वारा बताए गए रास्ते पर चलते हुए देश को उन्नति की राह पर अग्रसर करने का प्रयास करें और देश से भ्रष्टाचार को समाप्त करें।

केजरीवाल, कहा ‘MP में बिजली, स्वास्थ्य और शिक्षा सब कर दूंगा मुफ्त’

गुजरात के पश्चात,मध्य प्रदेश में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी की मध्य प्रदेश में एंट्री हो चुकी है। ट्रेलर मिल चुका है.. हमारी पार्टी की रानी अग्रवाल सिंगरौली मेयर बन चुकी हैं। आने वाले विधानसभा चुनावों में पूरी फिल्म दिखाई जाएगी। उन्होने कहा कि ‘आज मध्य प्रदेश का एक एक नागरिक मामा को हटाना चाहती है। पिछली बार भी हटा दिया था लेकिन यहां किसी को भी वोट दो सरकार तो बीजेपी की ही बनेगी। बीजेपी ने पूरी व्यवस्था, संविधान और लोकतंत्र को बाजार बना दिया है जहां खुलेआम एमएलए खरीदे बेचे जाते हैं। एक मौका दिल्लीवालों ने मुझे दिया मुझे और फिर दिल खोलकर लोगों ने आम आदमी पार्टी को सीटें दी। फिर पंजाब वालो ने मौका दिया। मध्यप्रदेश वालों एक मौका दो हमें..हम हालात बदल देंगे। इस बार चलेगी झाड़ू..अब इनका खेल खत्म। अब आम आदमी पार्टी मध्य प्रदेश में आ गई है..जो जो इस बार मामा को हटाना चाहते हैं वो झाड़ू का बटन दबा देना। अब आम आदमी पार्टी के रूप में आपको विकल्प मिल गया है।’

arvind kejriwal aap leaders left party joined bjp gandhinagar gujarat amh |  अरविंद केजरीवाल के गुजरात छोड़ते ही भागने लगे 'आप' नेता, थामा भाजपा का दामन
  • देश का प्रधानमंत्री पढ़ा-लिखा होना जरूरी है, नहीं तो कोई भी उन्हें बेवकूफ बना देगा
  • दिल्लीवालों ने मुझे दिया मुझे और आम आदमी पार्टी को सीटें दी
  • मध्य प्रदेश का एक एक नागरिक मामा को हटाना चाहती है
  • बीजेपी ने लोकतंत्र को बाजार बना दिया है जहां खुलेआम एमएलए खरीदे बेचे जाते हैं
  • जो इस बार मामा को हटाना चाहते हैं वो झाड़ू का बटन दबा देना

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़/भोपाल – 14 मार्च :

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने अपने चुनावी अभियान का शंखनाद कर दिया है। भोपाल के भेल दशहरा मैदान में ‘एक मौका केजरीवाल को’ के नाम से कार्यकर्ता रैली जरिए विधानसभा चुनाव के लिए अपनी हुंकार भर दी। सभा को संबोधित करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी समस्या है कि यहां सरकार ख़रीदी और बेची जाती है। प्रदेश का हर नागरिक आज बेबस महसूस कर रहा है। चुनाव खत्म होने के बाद एक पार्टी एमएलए बेचने निकल जाती है कि 10% पर एमएलए ले लो और दूसरी पार्टी ख़रीद लेती है। इन्होंने लोकतंत्र की पूरी व्यवस्था और संविधान को बाज़ार बना दिया जहां पर खुले आम विधायक खरीदे और बेचे जाते है।

केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली-पंजाब में हमारी सरकार ने बिजली, इलाज और स्कूल में शिक्षा मुफ्त कर दी है। मध्यप्रदेश में भी एक मौका दीजिए, यहां भी सब मुफ्त कर देंगे। उन्होंने कहा- काम न करूं, तो दोबारा वोट मांगने नहीं आऊंगा। देश का प्रधानमंत्री पढ़ा-लिखा होना जरूरी है, नहीं तो कोई भी उन्हें बेवकूफ बना देगा। सभा को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी संबोधित किया। केजरीवाल ने स्टेट हैंगर पर मीडिया के एक सवाल पर कहा कि आम आदमी पार्टी मध्यप्रदेश में सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।

सीएम केजरीवाल ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि अब मध्य प्रदेश में बेचने और खरीदने का काम खत्म क्योंकि अब प्रदेश में आम आदमी पार्टी आ रही है। कांग्रेस के विधायकों को BJP खरीदती है। संविधान को कांग्रेस और बीजेपी ने मजाक बना दिया है। पूरा मध्य प्रदेश बदलाव चाहता है लेकिन व्यवस्था और मजबूरी थी। जनता के पास दूसरा विकल्प ही नहीं था। अब मध्य प्रदेश की जनता के पास विकल्प है। अब मध्यप्रदेश को भी बदलेंगे जैसे दिल्ली को ठीक किया, पंजाब को ठीक किया, अब मध्यप्रदेश को ठीक करेंगे। मध्य प्रदेश का एक एक वोटर बेबस हो गया एक एक वासी बेबस हो गया। मगर अब नहीं होगा, इस बार झाड़ू चलेगी।

सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में क्रांति आ रही है, पंजाब में क्रांति आ रही है। एमपी में भी एक मौका दो। दिल्ली के अंदर में गली-गली मोहल्ला क्लिनिक और मुफ्त इलाज किया जा रहा है। पंजाब में भगवंत मान ने मेरा रिकॉर्ड तोड़ दिया। सबका इलाज मुफ्त कर देंगे। पंजाब में एमएसपी की शुरुआत की गई है। 5 साल में 12 लाख सरकारी नौकरियां देने की बात कही है। रोजगार नहीं दे सकते तो डंडो क्यों बरसाते हो? दिल्ली और पंजाब में करके दिखाया। एमपी के युवाओं से अपील है मुझे एक मौका दो। पंजाब में 25 हजार कच्चे कर्मचारी पक्के हुए।  

हम काम की राजनिति करते हैं। केजरीवाल के काम के आगे इनकी राजनीति नहीं चलेगी। 2027 में गुजरात में हमारी सरकारी बनेगी। देश में सरकारी अस्पताल की दुर्द्शा हो चुकी है। देश के प्रधानमंत्री पढ़े लिखे होने चाहिए। अगर पीएम पढ़े लिखे होते तो उन्हें पता होता कि देश के लिए शिक्षा कितनी जरुरी है।

केजरीवाल ने कहा– प्रधानमंत्री जी ने मनीष सिसोदिया को जेल भेज दिया। उस दिन मुझे लगा कि देश का प्रधानमंत्री पढ़ा-लिखा तो होना चाहिए। अगर पीएम पढ़े लिखे होते, तो उन्हें शिक्षा का महत्व पता होता। अगर पीएम देश भक्त होते, तो वो ये नहीं सोचते कि मनीष किस पार्टी का है।

कम पढ़े-लिखे पीएम ने नोटबंदी कर दी, लेकिन भ्रष्टाचार खत्म नहीं हुआ। नोटबंदी से पूरा देश चौपट हो गया। लाइनों में लोग मर गए। फिर भी न आतंकवाद खत्म हुआ और न भ्रष्टाचार। पीएम ने कहा- थाली बजवाओ, तरंगों से कोरोना भाग जाएगा। इसीलिए मैं कह रहा हूं- देश का पीएम पढ़ा-लिखा होना जरूरी है।

MP का हर आदमी ‘मामा’ को हटाना चाहता है

दिल्ली के सीएम ने कहा- कुछ दिन पहले मप्र के कुछ लोग मुझसे मिलने आए। मैंने पूछा- मप्र की सबसे बड़ी समस्या क्या है? मंहगाई, बेरोजगारी या भ्रष्टाचार? एक ने कहा- हमारे यहां सरकारें खरीदी और बेची जाती हैं। आज प्रदेश का हर नागरिक बेबस है। चुनाव खत्म होने के बाद एक पार्टी अपनी रेहड़ी लेकर निकलती है- एमएलए ले लो.. 10 पर एक डिस्काउंट मिलेगा। इन लोगों ने लोकतंत्र और संविधान को बाजार बना दिया। एमपी का हर नागरिक मामा (मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान) को हटाना चाहता है। पिछली बार हटा दिया था, लेकिन इसको वोट दो या उसको। सरकार तो भाजपा की ही बनेगी।

अब आम आदमी पार्टी मप्र के अंदर आ गई है। पूरा प्रदेश बदलाव चाहता है। अब आपको ईमानदार पार्टी का विकल्प मिल गया है। जैसे- दिल्ली को बदला, वैसे ही मप्र को बदलेंगे। ट्रेलर मिल गया। सिंगरौली में रानी अग्रवाल मेयर बन गईं। विधानसभा चुनाव में पूरी फिल्म दिखाएंगे।

दिल्ली के मुख्यमंत्री बोले– आजादी के बाद आज तक 45 साल कांग्रेस ने राज किया। 20 साल बीजेपी ने राज किया। आपने मौका देने में कसर नहीं छोड़ी। कुछ करना होता तो कर देते, लेकिन इन्होंने बारी-बारी से लूटा। इस बार एक मौका आम आदमी पार्टी को देकर देख लो। अगर काम न करूं, तो दूसरी बार वोट मांगने नहीं आऊंगा। दिल्ली में बिजली मुफ्त कर दी। मप्र मौका दे, तो यहां भी बिजली मुफ्त कर देंगे। आपके बच्चों का भविष्य बना दूंगा। सबका इलाज मुफ्त कर दूंगा। नौकरी का इंतजाम कर दूंगा। हमें नौकरी देना आता है। पंजाब में जितने कच्चे कर्मचारी थे, सबको पक्का कर दिया। एमपी में भी कर्मचारियों को पक्का करेंगे।

केजरीवाल ने कहा– एमपी में व्यापमं घोटाला आजाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला होगा। 45 लोग मर गए। पीएम ने किसी को जेल नहीं भेजा, क्योंकि सभी अपने थे। यहां महिला बाल विकास विभाग में 107 करोड़ का घोटाला हो गया। कटनी में 2200 करोड़ का हवाला कांड हुआ।

पुरानी फिल्मों में एक गुंडा होता था। एक ईमानदार इंस्पेक्टर को कब्जे में करने की कोशिश करता था। फिर गुंडा बुलाकर बंदूक और पैसे दिखाता था। बीजेपी भी वही कर रही है। बीजेपी कहती है- खूब भ्रष्टाचार करो, लेकिन बीजेपी में आकर। वे कहते हैं कि बीजेपी में आ जाओ या जेल जाओ। मप्र में ‘आप’ की सरकार जरूर बनेगी, लेकिन मेहनत करनी पड़ेगी। एक-एक घर में जाकर समझाना पड़ेगा। जनता को साथ लेना पड़ेगा। हमारे पास पैसा भले न हो।

केजरीवाल ने कहा– इन्होंने मुझे रोकने के लिए षड्यंत्र की राजनीति की। हम दिल्ली से पंजाब पहुंच गए। शेर की मांद गुजरात में 14 % वोट ले लिए। उन्होंने दावा कि 2027 में गुजरात में सरकार बनेगी। इन्होंने मेरे ऊपर खूब कीचड़ फेंका, लेकिन जनता कह रही है कि अच्छे स्कूल, कॉलेज अस्पताल भ्रष्टाचारी बनाता है क्या? फिर इन्होंने मेरे दो सबसे अच्छे मंत्री गिरफ्तार करवा दिए। सत्येन्द्र जैन ने दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक बनाए। मनीष सिसोदिया ने अच्छे स्कूल बनाए। दिल्ली-पंजाब को छोड़ दो, तो पूरे देश में सरकारी अस्पतालों की दुर्दशा हो रही है। 18 करोड़ बच्चों का भविष्य खतरे में हैं।

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी सभा को संबोधित किया। पीएम मोदी की ओर इशारा करते हुए मान ने कहा कि ‘बड़े साहब’ कहते हैं कि में रेल के डिब्बों में चाय बेचता था। अब ‘बड़े साहब’ ने रेल ही बेच दी। ‘बड़े साहब’ ने रेल से लेकर तेल तक, सब बेच दिया। केंद्र सरकार ‘हम दो हमारे दो’ के नारे पर चल रही है। ऊपर वाले दो यानी अडाणी और अंबानी। मान ने कांग्रेस को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस चेंज नहीं, एक्सचेंज हो गई है। कांग्रेस सेल पर है।

मान ने कहा कि नीयत साफ हो, तो सब कुछ हो सकता है। पंजाब में आप ने ये कर दिखाया है। हम सच्ची नीयत से काम करने वाले लोग हैं। हम किसी पार्टी को छोड़ने या निकाले जाने वाले लोग नहीं हैं। मान ने कहा कि हम जनता से पूछकर पॉलिसी बनाते हैं। ‘सरकार आपके द्वार’ का काम हमारी सरकार करती है। विश्वस्तरीय शिक्षा पर सबका अधिकार है, लेकिन इनके यहां फर्क होता है। अमीर गरीब में.. किताबों तक फर्क करते हैं। काम करने वालों को भाजपा सरकार जेल में डलवा देती है।

आम आदमी पार्टी ने पिछले साल हुए नगरीय निकाय के चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारे थे। सिंगरौली नगर निगम में आम आदमी पार्टी ने रानी अग्रवाल को मेयर बनाने में कामयाबी हासिल की। सिंगरौली के अलावा पार्टी के प्रदेश भर में 52 पार्षद जीते थे। नगरीय निकाय के चुनाव में AAP को 6.3% वोट मिले थे। पंचायत चुनाव में 10 जिला पंचायत सदस्य, 27 जनपद पंचायत सदस्य और 118 सरपंच चुनाव जीते थे।

भोपाल गैस पीड़ितों को अतिरिक्त ₹7800 करोड़ मुआवजा नहीं मिलेगा

केंद्र सरकार ने 1984 की भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों को अधिक मुआवजा दिलाने के लिए यूनियन कार्बाइड कॉरपोरेशन (यूसीसी) की उत्तराधिकारी फर्मों से अतिरिक्त करीब 7844 करोड़ रुपये मांगने के लिए केंद्र सरकार ने याचिका दायर की थी। सरकार ने अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि हम पीड़ितों को अधर में नहीं छोड़ सकते। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजय किशन कौल, जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस अभय एस ओक, जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस जेके माहेश्वरी की बेंच ने कहा कि केस दोबारा खोलने पर पीड़ितों की मुश्किलें ही बढ़ेंगी। कोर्ट ने कहा कि ‘यह केवल भानुमती का पिटारा खोलकर यूनियन कार्बाइड कॉरपोरेशन के पक्ष में काम करेगा और दावेदारों को भी इससे कोई लाभ नहीं होगा।’

भोपाल गैस त्रासदी पीड़ितों को नहीं मिलेगा 7400 करोड़ का अतिरक्ति मुआवजा, सुप्रीम  कोर्ट ने खारिज की याचिका… - Pradesh Live

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़/नई दिल्ली – 14 मार्च :

भोपाल गैस पीड़ितों को अतिरिक्त मुआवजा दिलवाने की केंद्र सरकार की अर्ज़ी सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी है। केंद्र ने 1989 में तय मुआवजे को नाकाफी बताया था। उसकी मांग थी कि कोर्ट यूनियन कार्बाइड और डाउ केमिकल्स को 7844 करोड़ रुपए का अतिरिक्त मुआवजा चुकाने का आदेश दे। लेकिन कोर्ट ने इससे मना कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि 1989 में सरकार और कंपनी में मुआवजे पर समझौता हुआ। अब फिर मुआवजे का आदेश नहीं दे सकते हैं।

केंद्र सरकार ने अपनी याचिका में कहा था कि 1989 में जब सुप्रीम कोर्ट ने हर्जाना तय किया था, तब 2.05 लाख पीड़ितों को ध्यान में रखा गया था। इन वर्षों में गैस पीड़ितों की संख्या ढाई गुना से अधिक बढ़कर 5.74 लाख से अधिक हो चुकी है। ऐसे में हर्जाना भी बढ़ना चाहिए। यदि सुप्रीम कोर्ट हर्जाना बढ़ने को मान जाता है तो इसका लाभ भोपाल के हजारों गैस पीड़ितों को भी मिलेगा।

दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की संविधान पीठ ने 1984 भोपाल गैस त्रासदी में पीड़ितों के लिए मुआवजे की राशि बढ़ाने के लिए केंद्र की याचिका खारिज किया है। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि मुआवजा काफी था। अगर सरकार को ज्यादा मुआवजा जरूरी लगता है तो खुद देना चाहिए था।

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को भोपाल गैस पीड़ितों के लिए यूनियन कार्बाइड कॉर्पोरेशन और उसकी सहायक फर्माें से अतिरिक्त मुआवजा दिलाने की केंद्र सरकार की याचिका को खारिज कर दिया। केंद्र ने 2010 में क्यूरेटिव पिटीशन के जरिए डाउ कैमिकल्स से 7800 करोड़ का अतिरिक्त मुआवजा दिलाने की अपील की थी।

सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार, 1984 में 2-3 दिसंबर की रात को हुए इस हादसे में 3700 लोग मारे गए थे। केंद्र सरकार ने इस राशि की मांग यूनियन कार्बाइड कॉर्पोरेशन को खरीदने वाली फर्म ​​​​​​डाउ केमिकल्स से की थी। गैस कांड के बाद यूनियन कार्बाइड कॉर्पोरेशन ने पीड़ितों को 470 मिलियन डॉलर (715 करोड़ रुपए) का मुआवजा दिया था।

केंद्र सरकार की क्यूरेटिव पिटीशन पर 12 जनवरी 2023 को SC ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। सरकार ने पक्ष रखते हुए कहा था- पीड़ितों को अधर में नहीं छोड़ सकते।

सुप्रीम कोर्ट के फैसले की बड़ी बातें

  • सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजय किशन कौल, जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस अभय एस ओक, जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस जेके माहेश्वरी की बेंच ने कहा कि केस दोबारा खोलने पर पीड़ितों की मुश्किलें बढ़ेंगी।
  • सुप्रीम कोर्ट ने यूनियन कार्बाइड कॉर्पोरेशन के पक्ष में फैसला सुनाया। कोर्ट ने कहा कि यूनियन कार्बाइड कॉर्पोरेशन पर और ज्यादा मुआवजे का बोझ नहीं डाला जा सकता। पीड़ितों को नुकसान की तुलना में करीब 6 गुना ज्यादा मुआवजा दिया जा चुका है।
  • कोर्ट ने कहा कि 2004 में समाप्त हुई कार्यवाही में यह माना गया था कि मुआवजा राशि काफी है। जिसके मुताबिक दावेदारों को उचित मुआवजे से ज्यादा का भुगतान किया जा चुका है।
  • कोर्ट ने कहा- हम इस बात से निराश हैं कि सरकार ने त्रासदी के दो दशक तक इस पर ध्यान नहीं दिया और अब इस मुद्दे को उठाने का कोई औचित्य नहीं है।
  • सुप्रीम कोर्ट ने पहले दिए गए हलफनामे के मुताबिक गैस कांड पीड़ितों के लिए बीमा पॉलिसी तैयार नहीं करने के लिए भी केंद्र को फटकार लगाई और इसे घोर लापरवाही बताया।

जनवरी में सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार ने अपनी याचिका में कहा था- सुप्रीम कोर्ट ने 1989 में एक लाख से ज्यादा पीड़ितों को ध्यान में रखकर हर्जाना तय किया था, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, गैस पीड़ितों की संख्या ज्यादा हो चुकी है। ऐसे में हर्जाना भी बढ़ना चाहिए।

  • 2-3 दिसंबर 1984 की दरमियानी रात गैस त्रासदी हुई। यूनियन कार्बाइड कारखाने के 610 नंबर के टैंक में खतरनाक मिथाइल आइसोसायनाइड रसायन था। टैंक में पानी पहुंच गया। तापमान 200 डिग्री तक पहुंच गया। धमाके के साथ टैंक का सेफ्टी वॉल्व उड़ गया। उस समय 42 टन जहरीली गैस का रिसाव हुआ था।
  • उस वक्त एंडरसन यूनियन कार्बाइड का प्रमुख था। हादसे के चार दिन बाद वह अरेस्ट हुआ, लेकिन जमानत मिलने के बाद अमेरिका लौट गया। फिर कभी भारतीय कानूनों के शिकंजे में नहीं आया। उसे भगोड़ा घोषित किया गया। अमेरिका से प्रत्यर्पण के प्रयास भी हुए, लेकिन कोशिशें नाकाम रहीं। 92 साल की उम्र में एंडरसन की मौत 29 सितंबर 2014 में अमेरिका के फ्लोरिडा में हो गई थी।

ब्रम शंकर जिम्पा द्वारा मध्य प्रदेश की नागदा जल सप्लाई स्कीम का दौरा

– नागदा प्रोजैक्ट की अच्छी प्रैकटिसज़ को पंजाब में चल रहे नहरी प्रोजेक्टों में भी लागू करने की हिदायत

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब के जल सप्लाई और सेनिटेशन मंत्री ब्रम शंकर जिम्पा ने नदियों के पानी पर आधारित बहु गाँवों वाली जल सप्लाई स्कीम नागदा का प्रतिनिधिमंडल सहित दौरा किया। इस स्कीम के द्वारा 22 गाँवों को जल सप्लाई किया जा रहा है। इस दौरे का उद्देश्य पंजाब के मेगा प्रोजेक्टों की वित्तीय और तकनीकी स्थिरता सम्बन्धी ज्ञान हासिल करना था जिससे लम्बे समय तक पानी की गुणवत्ता से प्रभावित पंजाब के गाँवों को साफ़ और सुरक्षित पानी मुहैया करवाया जा सके।

इस दौरे के दौरान जिम्पा को बताया गया कि मध्य प्रदेश के नागदा में चंबल नदी पर बाँध बना कर पानी को इकट्ठा किया जाता है। इसके बाद वाटर ट्रीटमैट प्लांट में इसका शुद्धिकरण और कीटाणु मुक्त करने के बाद प्लांट की टैंकी के द्वारा 22 गाँवों की टैंकियों में भेजा जाता है। सम्बन्धित ग्राम पंचायतों और जल और सेनिटेशन कमेटियों की तरफ से उपभोक्ताओं से 80 रुपए प्रति महीना प्रति घर के हिसाब से महीनावार बिल वसूला जाता है। सभी 22 गाँवों के हरेक घर को इस स्कीम के द्वारा पानी सप्लाई किया जाता है।

इस प्रोजैक्ट की ख़ासियत यह है कि सभी 22 गाँवों की कमेटियों के पास पिछले एक साल के दौरान सभी खर्चे करने के बाद लगभग 8 से 10 हज़ार रुपए बचत रकम पड़ी है और सभी गाँव वित्तीय, तकनीकी और संस्थागत ढांचे की स्थिरता के साथ चल रहे हैं। जिम्पा ने इस प्रोजैक्ट के साथ ही जुड़े अलग-अलग गाँवों के पंचों-सरपंचों और अन्य लोगों से उनके तजुर्बे पूछे। जिम्पा को बताया गया कि पहले-पहल पानी के बिल इकट्ठा करने में काफ़ी मुश्किल आती थी परन्तु मध्य प्रदेश के जल निगम और कमेटियों के आपसी सहयोग और सूचना, शिक्षा और संचार गतिविधियों के कारण अब यह समस्या ख़त्म हो गई है। अब सभी गाँव वासी सुरक्षित और साफ़ पानी की अहमीयत को समझते हुये हर महीने समय पर बिल देते हैं।

जिम्पा ने इस मौके पर पंजाब में चल रही नहरी और नदी के पानी पर आधारित बनाए जा रहे प्रोजेक्टों के बारे विस्तार में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पंजाब देश के उन अग्रणी राज्यों में शुमार है जहाँ पंजाब के सभी ग्रामीण घरों में पाईपों के द्वारा पीने वाले पानी की सप्लाई की जा रही है।

बाद में जिम्पा ने नागदा प्रोजैक्ट का दौरा करने वाले पंजाब के प्रतिनिधिमंडल को हिदायत की कि वह नागदा प्रोजैक्ट की अच्छी प्रैकटिसज़ को पंजाब में चल रहे नहरी प्रोजेक्टों में भी लागू करें। इस मौके पर उज्जैन के विधायक दलीप सिंह गुज्जर, रज़ेस दुबे, निगरान इंजीनियर होशियारपुर और जल निगम इन्दौर के जनरल मैनेजर इंजीनियर जे. पी. गनोट समेत स्थानीय गाँवों के पंच-सरपंच उपस्थित थे।