प्रधान मंत्री पर विवादित ब्यान देने पर सिद्धू को नोटिस जारी

नई दिल्ली: पंजाब सरकार में मंत्री और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू अपने बयान को लेकर एक बार फिर मुश्किल में घिर गए हैं. 17 अप्रैल को अहमदाबाद में एक रैली में उनके पीएम मोदी पर दिए बयान को लेकर चुनाव आयोग ने उन्हें एक नोटिस भेजा है. 

चुनाव आयोग ने सिद्धू से वीरवार शाम 6 बजे तक जवाब देने को कहा है. यह दूसरी बार है जब सिद्धू अपने बयान को लेकर विवादों में घिरे हैं. इससे पहले बिहार के कटिहार जिले में एक रैली के दौरान उन्होंने विवादास्पद टिप्पणी कर दी थी. View image on Twitter

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Election Commission of India gives notice to Punjab Minister Navjot Singh Sidhu for allegedly making personal remarks against Prime Minister Narendra Modi at a rally in Ahmedabad on April 17. ECI has asked him to reply by 6 pm tomorrow.2166:16 PM – May 1, 201980 people are talking about thisTwitter Ads info and privacy

यह विवाद इतना बड़ा कि चुनाव आयोग ने उनके भाषण की सीडी मंगवाई थी. चुनाव आयोग ने सिद्धू पर कार्रवाई करते हुए उनके 72 घंटे तक चुनाव प्रचार रोक भी लगा दी थी.

सनद रहे कि भोपाल में लोकसभा चुनाव के छठे चरण यानी कि 12 मई को मतदान है. इस वक्त यहां जोर-शोर से प्रचार चल रहा है.

भोपाल में दिग्विजय सिंह का मुकाबला बीजेपी नेता साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर से है. वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह के समर्थन में प्रचार करने पहुंचे नवजोत सिंह सिद्धू ने नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला, इसी दौरान वे विवादित बयान भी देते चले गए. सिद्धू ने कहा, “जब मैं जवान था, अभी भी जवान हूं…छक्का मारता था तो बॉल बाउंड्री पार…तुम मुझसे तगड़े हो भोपाल वालों, राजा भोज की नगरी वालों तुम मुझसे तगड़े हो…ऐसा छक्का मारो की मोदी हिंदुस्तान के बाहर मरे…वह मारा मोदी को बाहर उड़ा दिया.”इससे पहले सिद्धू ने भोपाल में कहा कि मच्छर को कपड़े पहनाना, हाथी को गोद में झुलाना और तुमसे सच बुलवाना असंभव है नरेंद्र मोदी. बता दें कि धर्म के नाम पर वोट मांगने के लिए चुनाव आयोग नवजोत सिंह सिद्धू पर 72 घंटे का बैन लगा चुका है. सिद्धू ने बिहार के कटिहार में नरेंद्र मोदी को हटाने के लिए मुसलमानों से एकजुट होकर वोट करने की अपील की थी. इसके बाद चुनाव आयोग ने सिद्धू पर 23 अप्रैल से सुबह 10 बजे से बैन लगाया था. चुनाव आयोग का बैन खत्म होने के बाद सिद्धू लगातार चर्चा में है.View image on Twitter

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Congress leader Navjot Singh Sidhu in Bhopal: Macchar ko kapde pehenana, haathi ko godh mein jhulana aur tumse sach bulwana asambhav hai Narendra Modi #LokSabhaElections20191,6058:11 PM – Apr 29, 2019855 people are talking about thisTwitter Ads info and privacy

सोमवार  को ही सिद्धू ने कहा था कि एक गलत वोट आपके बच्चों को चायवाला, पकौड़ेवाला या चौकीदार बना सकता है. पंजाब सरकार में मंत्री और कांग्रेस के स्टार प्रचारक सिद्धू ने सोमवार को मध्य प्रदेश के होशंगाबाद में कहा कि अगर मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बन गए तो हिंदुस्तान खत्म हो जाएगा.

होशंगाबाद संसदीय क्षेत्र के नरसिंहपुर में सोमवार को एक जनसभा में कांग्रेस नेता सिद्घू ने प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों की आलोचना की. सिद्धू ने कहा कि देश में तीन मोदी हैं, इनमें से नीरव मोदी और ललित मोदी देश से भाग गए और तीसरा मोदी देश में वादा खिलाफी कर रहे हैं.” उन्होंने लोगों को आगाह करने वाले लहजे में कहा कि देश में रोजगार खत्म हो गया, नौजवान खत्म हो गया, किसान खत्म हो गया और अगर दोबारा मोदी प्रधानमंत्री बन गए तो हिंदुस्तान ही खत्म हो जाएगा.

मध्य प्रदेश में बिजली पानी कि कमी का कारण भाजपा कार्यकर्ता हैं: कमलनाथ

कमलनाथ के मध्यप्रदेश के मुख्य मंत्री पद की शपथ लेते ही प्रदेश में कांग्रेस की वापसी हुई और लोगों की मानें तो साथ ही वापसी हुई कांग्रेस के पुराने प्रशासनिक व्यवस्था की। मध्य प्रदेश से मूलभूत दैनिक सुविधाओं के जनमानस से दूर होने की। अब बिजली गुल रहती है ओर नालों से पानी गायब। बाद बात यह कि मुख्य मंत्री इन सबका ठीकरा अपने निकम्मे प्रशासनिक अधिकारियों के बदले भाजपा कार्यकर्ताओं पर फोड़ते हैं। यदि प्रदेश में प्रशासन भाजपा कार्यकर्ताओं के ही हाथ में है तो यों न ………

छिंदवाड़ा:लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) के चौथे चरण में 9 राज्यों की 71 सीटों के लिए मतदान जारी है. इन सबके बीच मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ ने भी छिंदवाड़ा में अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इस दौरान एक अजीब सी स्थिति उत्पन्न हो गई. दरअसल, जिस समय सीएम कमलनाथ वोट डाल रहे थे, उस दौरान अचानक ही पोलिंग बूथ पर बिजली गुल हो गई. इसके बाद कमलनाथ ने मीडिया के कैमरों की रोशनी में वोट डाला. कमलनाथ अपने पूरे परिवार के साथ वोट डालने पहुंचे थे. वहीं, कमलनाथ जैसे ही पोलिंग बूथ से बाहर आए, बिजली आ गई.

मतदान के बाद मीडिया से बात करते हुए कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश की जनता इस बार सच्चाई का साथ देगी. इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बिजली गुल करने का काम बीजेपी के लोगों ने किया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग कहीं बिजली गुल करके और कहीं लाइन खराब करके कांग्रेस को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा के बाद अब प्रदेश के दूसरे हिस्सों में भी चुनाव प्रचार करना मेरी जिम्मेदारी है. बता दें कि छिंदवाड़ा से कमलनाथ के पुत्र नकुल नाथ चुनावी मैदान में हैं.

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में इन दिनों बिजली व्यवस्था काफी बदहाल हो गई है. लोगों का कहना है कि ऐसा लग रहा है कि 15 साल पहले का कांग्रेस शासन वापस आ गया है. बता दें कि दिग्विजय सिंह के शासनकाल में राज्य में मूलभूत सुविधाओं का काफी अभाव था. उस समय बिजली-पानी-सड़क के मुद्दों पर ही कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था.

साध्वी प्रज्ञा को मसूद को भी श्राप देना चाहिए: दिग्विजय

दिग्विजय सिंह ने साध्वी के करकरे को दिये श्राप वाले बयान पर तंज़ कसा है। तो ऐसे में वह श्राप को ले कर भी असमंजस में हैं। वह किसी की पीड़ा में भी आनंद लेते हैं। मान भी लेते हैं की श्राप होते हैं और लगते भी हैं तो वह यह क्यों भूलते हैं की राजा दशरथ को पुत्र वियोग का श्राप कब फलीभूत हुआ था।

नई दिल्‍ली : कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता और भोपाल लोकसभा सीट से पार्टी के प्रत्‍याशी दिग्विजय सिंह ने बीजेपी प्रत्‍याशी साध्‍वी प्रज्ञा ठाकुर पर निशाना साधा है. शनिवार को दिग्विजय सिंह ने भोपाल में कहा कि अगर साध्‍वी प्रज्ञा ठाकुर पाकिस्‍तान समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्‍मद के सरगना मसूद अजहर को श्राप दे देतीं तो पाकिस्‍तान में सर्जिकल स्‍ट्राइक की जरूरत नहीं पड़ती.

कांग्रेस प्रत्‍याशी दिग्विजय सिंह ने भोपाल में चुनावी रैली के दौरान अपनी प्रतिद्वंद्वी बीजेपी प्रत्‍याशी साध्‍वी प्रज्ञा के विवादित बयान को लेकर उन पर हमला बोला. दरअसल साध्‍वी प्रज्ञा ठाकुर ने पिछले दिनों विवादित बयान दिया था कि उन्होंने महाराष्‍ट्र एटीएस चीफ शहीद हेमंत करकरे को श्राप दिया था. हेमंत करकरे 2008 के मंबई आतंकी हमले में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए थे.

उन्‍होंने कहा कि हिंदू-मुस्लिम-सिख-ईसाई सब भाई हैं. आजकल ऐसी चर्चाएं फैलाई जा रही हैं कि हिंदुओं को एकजुट हो जाना चाहिए. क्‍योंकि वे खतरे में हैं. मैं ऐसी चर्चाएं करने वाले लोगों से कहना चाहता हूं कि इस देश पर मुस्लिमों ने करीब 500 साल राज किया है. उस दौरान किसी भी तरह की हानि नहीं हुई. लोगों को धर्म बेचने वाले लोगों से सावधान रहने की जरूरत है.

नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से भरा नामांकन

पीएम मोदी ने  चुनाव आयोग को दिए अपने हलफनामें बताया है कि उनके पास 1983 में गुजरात विश्वविद्यालय से ली गई एम.ए की डिग्री है. 

वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे में बताया कि उनके पास गुजरात के गांधीनगर में एक आवासीय भूखंड, 1.27 करोड़ रुपए की सावधि जमा (एफडी) और 38,750 रुपए नकद सहित 2.5 करोड़ रुपए की संपत्ति है. बता दें पीएम मोदी वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं.

हलफनामे के मुताबिक,  पीएम मोदी ने जशोदाबेन को अपनी पत्नी बताया है. उन्होंने यह भी बताया है कि उनके पास 1983 में गुजरात विश्वविद्यालय से ली गई एम.ए की डिग्री है. पीएम मोदी ने अपने शपथ पत्र में बताया है कि उन्होंने 1978 में दिल्ली विश्वविद्यालय से कला में स्नातक किया है और 1967 में गुजरात बोर्ड से एसएससी की परीक्षा पास की.

प्रधानमंत्री ने 1.41 करोड़ रुपए की चल संपत्ति और 1.1 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति घोषित की है. पीएम मोदी ने टैक्स सेविंग इन्फ्रा बॉन्ड्स में 20,000 रुपए, राष्ट्रीय बचत प्रमाण-पत्र (एनएससी) में 7.61 लाख रुपए और एलआईसी की पॉलिसियों में 1.9 लाख रुपए का निवेश किया है. बैंक में मोदी के बचत खाते में उनका नकद शेष 4,143 रुपए है.

पीएम मोदी के पास हैं चार अंगूठियां
पीएम मोदी के पास सोने की चार अंगूठियां हैं, जिनका वजन 45 ग्राम है. इनकी कीमत 1.13 लाख रुपए है. प्रधानमंत्री ने हलफनामे में संपत्ति का विवरण दिया है, जो नामांकन-पत्र दाखिल करने के लिए एक अनिवार्य आवश्यकता है.

पीएम मोदी के पास गांधीनगर के सेक्टर-1 में 3,531 वर्ग फुट का प्लॉट है. शपथ पत्र के अनुसार, इस संपत्ति का अनुमानित मूल्य, जिसमें भूखंड पर एक आवासीय इकाई शामिल है, 1.1 करोड़ रुपए है.

पीएम मोदी ने ‘सरकार से वेतन’ और ‘बैंक से ब्याज’ को अपनी आय का स्रोत बताया है, जबकि उनकी पत्नी की आय के स्रोत के बारे में हलफनामे में ‘ज्ञात नहीं’ लिखा है. उनकी पत्नी के पेशे या व्यवसाय को भी ‘ज्ञात नहीं’ के रूप में लिखा गया है.

पीएम मोदी के खिलाफ नहीं है कोई आपराधिक केस 
प्रधानमंत्री मोदी ने हलफनामे में बताया है कि उनके खिलाफ कोई आपराधिक केस लंबित नहीं है और न ही उन पर कोई सरकारी बकाया राशि है. लगातार दूसरी बार वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे मोदी ने 2014 में कुल 1.65 करोड़ रुपए की संपत्ति घोषित की थी.

कांग्रेस का ‘न्याय’ अब न्यायालय में, 2 हफ्तों में मांगा जवाब

इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कांग्रेस की न्यूनतम आय योजना (न्याय) को लेकर पार्टी को शुक्रवार को नोटिस जारी किया. इस जनहित याचिका में कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र से न्यूनतम आय की गारंटी के वादे को हटाने की मांग की गई है.
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने जिस याचिक को स्वीकार किया है वह याचिका बहुत साल पहले ही स्वत: संगयान से ले ली जानी चाहिए थी। लैपटाप, साइकल, राशन, कर्जा माफी इत्यादि। 72000 हों या मुफ्त राशन पानी, यह सब बंद होना चाहिए। न्यायालय का यह स्वागत योग्य कदम है, बस यह वकीलों की बहस ही में न उलझ कर रह जाये।

प्रयागराज: इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कांग्रेस की न्यूनतम आय योजना (न्याय) को लेकर पार्टी को शुक्रवार को नोटिस जारी किया. इस जनहित याचिका में कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र से न्यूनतम आय की गारंटी के वादे को हटाने की मांग की गई है.

जस्टिस सुधीर अग्रवाल और जस्टिस राजेंद्र कुमार की पीठ ने अधिवक्ता मोहित कुमार और अमित पांडेय द्वारा दायर जनहित याचिका पर यह आदेश पारित किया. अदालत ने कांग्रेस पार्टी और चुनाव आयोग को दो सप्ताह के भीतर अपने जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया. 

अदालत ने पूछा- इस तरह की घोषणा वोटरों को रिश्वत देने की कैटगरी में क्यों नहीं? क्यों न पार्टी के खिलाफ पाबंदी या दूसरी कोई कार्रवाई की जाए, अदालत ने इस मामले में चुनाव आयोग से भी जवाब मांगा, कांग्रेस पार्टी और चुनाव आयोग को जवाब दाखिल करने के लिए दो हफ्ते का वक्त दिया, अदालत ने माना कि इस तरह की घोषणा रिश्वतखोरी व वोटरों को प्रभावित करने की कोशिश है. 

याचिकाकर्ता की दलील थी कि चुनावी घोषणा पत्र में 72,000 रुपये न्यूनतम आय की गारंटी का वादा रिश्वत के समान है और यह जन प्रतिनिधित्व कानून का उल्लंघन है. एक राजनीतिक दल इस तरह का वादा नहीं कर सकता क्योंकि यह कानून और आचार संहिता का उल्लंघन है. इस याचिका में अदालत से चुनाव आयोग को निर्देश जारी कर कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र से न्यूनतम आय की गारंटी का वादा हटवाने का अनुरोध किया गया है. अदालत ने इस मामले की अगली सुनवाई की तारीख 13 मई तय की. 

करकरे पर किरकिरी के बाद पलटी साध्वी प्रज्ञा

भोपाल: भोपाल से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने मुंबई आतंकी हमले में शहीद हुए पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे पर दिए बयान को वापस ले लिया है. उन्होंने कहा कि जो मैंने कहा वो मेरी व्यक्तिगत पीड़ा थी, जो मैंने सुनाई. साध्वी प्रज्ञा ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि मेरे शब्दों से दुश्मनों को बल मिलता है तो मैं अपना बयान वापस लेती हूं और उस सैनिक को जो आतंकवादी से गोली से मरा है मैं उसका सम्मान करती हूं. प्रज्ञा ने अपने बयान में कहा कि मुंबई एटीएस प्रमुख शहीद हेमंत करकरे दुश्मन देश की गोलियों से मारे गए. निश्चित रूप से वह शहीद हैं.”  साध्वी प्रजा ने आतंकी हमले में शहीद हुए मुम्बई एटीएस के तत्कालीन प्रमुख हेमंत करकरे पर यातना देने का आरोप लगाते हुए कहा था, “मैंने उनको सर्वनाश होने का शाप दिया था.” 

बीजेपी ने भी झाड़ लिया था प्रज्ञा के बयान से पल्ला
इससे पहले, बीजेपी ने साध्वी के बयान से किनारा कर लिया था. बीजेपी ने कहा कि यह उनकी निजी राय है जो सालों तक उन्हें मिली शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना की वजह से हो सकती है. बीजेपी ने इसके कारण शुरू हुए विवाद को हल्का करने का प्रयास करते हुए एक बयान में कहा, “बीजेपी का मानना है कि करकरे बहादुरी के साथ आतंकवादियों से लड़ते हुए मारे गए. बीजेपी ने हमेशा उन्हें शहीद माना है.”  
आईपीएस एसोसिएशन ने की थी बयान की निंदा
भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों के संगठन आईपीएस एसोसिएशन ने साध्वी के बयान की निंदा की थी. करकरे के बारे में दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों के संगठन आईपीएस एसोसिएशन ने ट्वीट में कहा, “अशोक चक्र से सम्मानित आईपीएस, दिवंगत श्री हेमंत करकरे, ने आतंकवादियों से लड़ते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान कर दिया. एक उम्मीदवार द्वारा दिए गए अपमानजनक बयान की हम निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि हमारे सभी शहीदों के बलिदान का सम्मान किया जाए.” 

कांग्रेस सपा-बसपा की ‘बी’ टीम है: उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा

यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा बोले, रायबरेली-अमेठी से साफ हो जाएगा कांग्रेस का सूपड़ा
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने गुरुवार को कहा कि इस लोकसभा चुनाव में रायबरेली और अमेठी से कांग्रेस तथा आजमगढ़ और कन्नौज से सपा का सूपड़ा साफ हो जाएगा. 

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने गुरुवार को कहा कि इस लोकसभा चुनाव में रायबरेली और अमेठी से कांग्रेस तथा आजमगढ़ और कन्नौज से सपा का सूपड़ा साफ हो जाएगा. शर्मा ने कहा, ‘जिस प्रकार का जनसमर्थन भाजपा को मिल रहा है, उससे यह तय हो गया है कि रायबरेली और अमेठी में कांग्रेस को पराजय का स्वाद चखना पड़ेगा.’ कांग्रेस को सपा व बसपा की ‘बी’ टीम बताते हुए उन्होंने कहा कि हाथ के पंजे की देश को अब जरूरत नहीं है. इस पंजे ने देश को लूटा है और बर्बाद किया है.

उन्होंने कहा कि सरकारें आती जाती रहेंगी पर विकास न करने वालों को जनता दंड देना जानती है. इस चुनाव में जाति व धर्म के बंधन टूट गए हैं और विकास का कहर विपक्षियों पर टूट पड़ा है. ‘इस चुनाव में मोदी की लहर नहीं बल्कि विपक्षियों पर मोदी की लोकप्रियता का कहर है.’ 

शर्मा ने कहा कि चुनाव में विपक्ष को अभी से हार नजर आने लगी है इसलिए उस हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ने की तैयारी की जाने लगी है. वे चुनाव हारेंगे जरूर क्योंकि उन्होंने काम नहीं किया. पहले चुनाव बिजली, पानी, सड़क के मुद्दों पर होते थे पर इस चुनाव में वे सभी मुद्दे गायब है क्योंकि मोदी ने उन सभी कामों को पूरा करके दिखाया है. उन्होंने कहा कि सपा, बसपा, तृणमूल कांग्रेस, राजद सभी एक दूसरे के पिछलग्गू बने हुए हैं. इनके पास कोई नीति अथवा सिद्धांत नहीं हैं. इनके पास विकास का कोई एजेन्डा नहीं है तथा ये केवल भाजपा व मोदी को रोकने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं.

उन्होंने कहा कि तृणमूल ने बंग्लादेश के घुसपैठियों को बंगाल में बुलाकर देश की छाती पर मूंग दलने के लिए डाल दिया है. यह हिन्दू व मुसलमान दोनों के लिए परेशानी का सबब है. हिन्दुस्तान के चुनाव में इन घुसपैठियों के बाद अब बांग्लादेश के कलाकारों को बुलाकर तृणमूल तथा कांग्रेस का प्रचार कराया जा रहा है. हिन्दुस्तान के चुनाव में इनकी कोई जरूरत नहीं है.

सीतापुर व कुशीनगर की चुनावी सभाओं में शर्मा ने कहा कि मोदी का परिवार स्वाभिमान के साथ जीवन यापन कर रहा है. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि एक परिवार वह है जिसके एक सदस्य पर आरोप है कि वह चार लाख रूपये से व्यवसाय आरंभ करके पहले 400 करोड़ रूपये के मालिक बन गए और अब चार हजार करोड़ रूपये की सम्पत्तियों को खरीदने की चर्चा है और ये आरोपी प्रधानमंत्री पर आक्षेप लगाते हैं.

शर्मा ने कहा, ‘… जिसने अपना जीवन जनता के लिए समर्पित कर दिया . इन लोगों ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाते समय देश की गरिमा का भी ख्याल नहीं रखा . इनके आरोपों पर प्रधानमंत्री को भी कहना पड़ा कि एक बुलेटप्रूफ होता है पर मैं गाली प्रूफ हो गया हूं.’ उन्होंने कहा, ‘गली-गली में शोर है, एक बात श्योर है, हमारा पीएम प्योर है.’ 

शर्मा ने कहा कि एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाने वालों को जान लेना चाहिए कि आतंकी भारत में घटना करके बिरयानी खाकर वापस चले जाएं, ऐसा अब नहीं होने वाला है. यह मोदी युग है, जिसमें गले लगाएंगे पर गला काटने का प्रयास किया तो घर में घुसकर मारेंगे.

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की तस्वीर बदलने के साथ ही नए भारत का निर्माण हो रहा है . आज हिन्दुस्तान शक्तिशाली राष्ट्रों में जाना जा रहा है . एक समय वह था जब दुनिया के बडे़ देशों में भारत की गरीबी के चित्र दिखाए जाते थे. आज मोदी के कमान संभालने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति अपने देश के नौजवानों से कहते हैं कि भारत से आने वाले होनहार युवा अपने देश के नौजवानों को बेरोजगार कर देंगे. इनसे बचकर रहना होगा. ये बदली परिस्थितियों को बताता है. 

साध्वी के प्रत्याशी घोषित होते ही तंज़ करने उतरी कांग्रेस और बलीवुड की हस्तियाँ

साध्वी प्रज्ञा को भाजपा द्वारा अपना प्रत्याशी की घोषित किया की राजनीति में और मायानगरी मुंबई तक में भूचाल आ गया। अपने तंज़ से सबका मन बहलाने वाले जावेद अख्तर मैदान में कूद पड़े। और साध्वी के स्वागत में तंज़ कस दिया। उधर टुकड़े टुकड़े गैंग की हमदर्द और भीतर बाहर की नग्नता को भली भांति समझने वाली स्वरा भास्कर ने भाजपा के अजेंडे को नग्न बता दिया। क्या साध्वी प्रज्ञा का जमानत पर होने राहुल, सोनिया , कार्ति और पी चिदम्बरम के जमानत पर होने से अलग है?

नई दिल्ली: मालेगांव विस्फोट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि बीजेपी से और क्या उम्मीद की जा सकती है.

भोपाल से प्रज्ञा ठाकुर को बीजेपी का टिकट दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने  कहा, ‘आप बीजेपी से और क्या उम्मीद कर सकते हैं.’

दरअसल, मालेगांव धमाका मामले में आरोपी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को बीजेपी ने बुधवार को मध्यप्रदेश की भोपाल संसदीय सीट से टिकट देने का ऐलान किया जहां उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस के दिग्गज नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से होगा.

इन दिनों जमानत पर चल रहीं ठाकुर इस ऐलान से चंद घंटे पहले ही बीजेपी में शामिल हुई थीं. उनको टिकट देना इस बात की ओर इशारा करता है कि बीजेपी का यही प्रयास है कि हिंदुत्व को ही केंद्रीय मुद्दा बनाए रखा जाए. यह सीट कई चुनावों से बीजेपी के पास ही है.

क्या बोले दिग्विजय सिंह? 
वहीं साध्वी प्रज्ञा ठाकुर दिग्विजय सिंह ने एक वीडियो संदेश ट्विटर पर पोस्ट किया. दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘ मैं साध्वी प्रज्ञा जी का भोपाल में स्वागत करता हूँ। आशा करता हूँ कि इस रमणीय शहर का शांत, शिक्षित और सभ्य वातावरण आपको पसंद आएगा।’

दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘मैं माँ नर्मदा से साध्वी जी के लिए  प्रार्थना करता हूँ और नर्मदा जी से आशीर्वाद माँगता हूँ कि हम सब सत्य, अहिंसा और धर्म की राह पर चल सकें।’ 

बॉलीवुड की तरफ से भी कसे गए तंज़:

वहीं, इन सबके बीच जाने-माने गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने बीजेपी द्वारा प्रज्ञा ठाकुर को भोपाल सीट से उम्मीदवार बनाए जाने पर तंज कसा है.   जावेद अख्तर ने ट्वीट करते हुए लिखा, ”भोपाल में बीजेपी की उम्मीदवार की पसंद सचमुच दोषरहित है. साध्वी प्रज्ञा, संघ परिवार के विचारों और कार्यों के लिए सही व्यक्तित्व हैं, वाह..वाह..वाह..”    

बुधवार को जब मध्य प्रदेश में बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को पार्टी में शामिल किया तो इस पर स्वरा भास्कर की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। 

स्वरा ने अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए लिखा- ‘लोकसभा चुनाव 2019 की एक और दावेदारों की एक और शानदार सूची। संभावित आतंकवादी, मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा। नफरत और विभाजन के एजेंडे में बीजेपी बिल्कुल नग्न।’ 

साध्वि प्रज्ञा होंगी भोपाल में भाजपा का चेहरा

लोकसभा चुनाव 2019 के लिए भोपाल सीट की जंग रोचक हो गई है. साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्री और भोपाल सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह से होगा। भोपाल से टिकट मिलने पर बोलीं साध्वी प्रज्ञा, ‘धर्म की जीत होगी, अधर्म का नाश होगा’

भोपाल: लोकसभा चुनाव 2019 के लिए भोपाल सीट की जंग रोचक हो गई है. बीजेपी ने भोपाल लोकसभा सीट से बुधवार को साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया है. प्रज्ञा का मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्री और भोपाल सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह से होगा. बीजेपी ने विदिशा, गुना और सागर सीट के उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. हालांकि इंदौर सीट को लेकर सस्पेंस बरकरार है. भोपाल से टिकट मिलने के बाद प्रतिक्रिया देते हुए प्रज्ञा ने कहा, “हम तैयार हैं. अब इसी कार्य में लग गई हूं.” 

उन्होंने कहा, “चुनाव में भगवा मुद्दा होगा और भोपाल का विकास मुद्दा होगा.” अपने खिलाफ महबूबा मुफ्ती और जावेद अख्तर के ट्वीट पर प्रज्ञा ने कहा कि इसके अलावा वो कर भी क्या सकते है. भोपाल के लोग को संदेश एक अच्छी दिशा में जाने के लिए तैयार रहें, अच्छा भोपाल बनाने के लिए तैयार रहें अच्छा भोपाल बनाएंगे. दिग्विजय के स्वागत करने पर बोली प्रज्ञा करना भी चाहिए, उन्हें मेरे यहां चुनाव लड़ने का स्वागत. पूर्ण मत और बहुमत से जीतूंगी भोपाल लोकसभा का चुनाव. उधर, पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रत्याशी के चयन में कोई देरी नहीं हुई. पार्टी ने सोच समझकर प्रत्याशी का चयन किया है. 

उधर, कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने भी साध्वी प्रज्ञा को भोपाल से बीजेपी की ओर से प्रत्याशी घोषित किए जाने पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, “मैं साध्वी प्रज्ञा जी का भोपाल में स्वागत करता हूं. आशा करता हूं कि इस रमणीय शहर का शांत, शिक्षित और सभ्य वातावरण आपको पसंद आएगा. मैं मां नर्मदा से साध्वी जी के लिए प्रार्थना करता हूं और नर्मदा जी से आशीर्वाद मांगता हूं कि हम सब सत्य, अहिंसा और धर्म की राह पर चल सकें. नर्मदे हर!” दिग्विजय सिंह ने बकायदा इसका वीडियो जारी किया. 

आज ही बीजेपी में शामिल हुईं थी प्रज्ञा
प्रज्ञा आज ही बीजेपी में शामिल हुईं. बुधवार को भाजपा दफ्तर पहुंचीं और उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित पार्टी के कई नेता मौजूद थे. प्रज्ञा ने इस मौके पर भोपाल से चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा था, “भोपाल संसदीय क्षेत्र में दिग्विजय सिंह कोई चुनौती नहीं हैं. मेरा जीवन राष्ट्र के लिए समर्पित है, लिहाजा जो जरूरी होगा उसे करूंगी.”

साध्वी प्रज्ञा सितंबर 2008 में हुए मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी हैं. इस विस्फोट में सात लोगों की मौत हो गई थी. प्रज्ञा इस मामले में नौ साल जेल में थीं और फिलहाल वह जमानत पर हैं.

प्रज्ञा ठाकुर : चिदम्बरम के हिन्दू – भगवा आतंकवाद की बली

पी चिदम्बरम द्वारा गधे गए भगवा आतंकवाद की पहली बाली थीं साध्वी प्रज्ञा ठाकुर।कांग्रेस राज में 2008 से आतंकवादी होने का दंश झेल रही साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने जेल में मुक़द्दमे की सुनवाई तक बहुत सी यातनाएं झेलीं। हिन्दू धर्म के प्रति समर्पित यह युवा साध्वी कांग्रेस की आँख की किरकिरी बनी हुई थी। कांग्रेस के निशाने पर रही साध्वी प्रज्ञा के साथ असीमानंद, कर्नल पुरोहित इत्यादि को भी हिन्दू आतंकवादी घोषित किया गया और जेलों में डाल दिया गया। राजनीति से प्रेरित मामले अभी न्यायालय में विचाराधीन हैं।

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) का सियासी पारा गर्मी के साथ ही लगातार बढ़ता जा रहा है. इन सबके बीच मध्य प्रदेश की चर्चित भोपाल लोकसभा सीट पर बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के नाम पर मुहर लगा दी है. कांग्रेस ने इस संसदीय सीट पर एमपी के पूर्व सीएम और पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को उम्मीदवार घोषित किया है. 

हिंदुत्व का बड़ा चेहरा
हिंदुत्व के चेहरे के रूप में जानी जाने वाली साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का जन्म मध्य प्रदेश के कछवाहाघर में हुआ था. साध्वी प्रज्ञा महाराष्ट्र के मालेगांव बम धमाके में आरोपी बनाए जाने पर सुर्खियों में आई थीं. इस मामले में उनके साथ लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद श्रीकांत पुरोहित को भी आरोपी बनाया गया था. साध्‍वी प्रज्ञा का नाम आरएसएस नेता सुनील जोशी हत्‍याकांड में भी सामने आया था. हालांकि, इस मामले में उन्हें बरी कर दिया गया था. प्रज्ञा ठाकुर को उनके भड़काऊ भाषणों के लिए भी जाना जाता है.

मालेगांव बम धमाके में हैं आरोपी
29 सितंबर, 2008 में महाराष्ट्र के मालेगांव बम धमाके में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को आरोपी बनाया गया था. इस बम धमाके में 8 लोग मारे गए थे और करीब 90 लोग घायल हुए थे. महाराष्ट्र पुलिस की एटीएस ने प्रारंभिक जांच के बाद प्रज्ञा ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद धमाके की जांच एनआईए को सौंप दी गई थी. एनआईए ने जांच में पाया था कि बम धमाके में उपयोग की गई मोटर साइकिल प्रज्ञा ठाकुर के नाम रजिस्टर्ड थी. एनआईए ने जांच में पाया था कि बम धमाके की साजिश भोपाल में ही रची गई थी. प्रज्ञा ठाकुर करीब 9 वर्षों तक जेल में रही थीं. फिलहाल इस मामले में वह जमानत पर बाहर हैं.

आचार्य महामंडलेश्वर की मिली उपाधि
इतिहास में पोस्ट ग्रैजुएट प्रज्ञा ठाकुर अपने शुरुआती समय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ी रहीं. 2007 में उन्होंने संन्यास ले लिया था. उन्हें भारत भक्ति अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर बनाया गया और उन्हें आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी पूर्णचेतनानंद गिरी के नाम से जाना जाता है. 

कांग्रेस पर लगाए थे ‘हिंदू आतंकवाद’ का जुमला गढ़ने के आरोप
जेल से बाहर आने के बाद प्रज्ञा ठाकुर ने कहा था कि उन्हें 23 दिनों तक यातना दी गई थी. साध्वी प्रज्ञा ने आरोप लगाया था कि तत्कालीन गृहमंत्री पी चिदंबरम ने ‘हिंदू आतंकवाद’ का जुमला गढ़ा था और भगवा आतंकवाद कांग्रेस का षड्यंत्र था. इसे साबित करने के लिए कहानी रची गई और उन्हें झूठे केस में फंसाया गया.