प्रियंका वाड्रा द्वारा अपमानित नीलम मिश्रा ने दल बल सहित छोड़ी कांग्रेस

एक होती है नूरा कुश्ती इस कुश्ती में दो भिड़ने वाले पहलवान आपस ही में तय कर लेते हैं की कोई भी चित्त नहीं होगा या फिर कौन चित्त होगा। हम नूरा कुश्ती पहले भी समाजवादी परिवार में होती देख चुके हैं। अब गठबंधन और कांग्रेस में भी नूरा कुश्ती ही चल रही है। अभी हाल ही में बदोही में भी यही कुश्ती एक बार फिर दोहराई गयी, जहां जिले की कांग्रेस अध्यक्ष नीलम मिश्रा ने कांग्रेस छोड़ दी ओर गठबंधन के उम्मीदवार के हित में जुट गयी। इसे कहते हैं तेल गिरा तो कड़ाही में। एक ओर बात जो सामने आ रही है वह है नामदारों का अपने कार्यर्ताओं के प्रति रवैया। अभी सैम पित्रोदा के दिल्ली में सिक्ख कत्लेआम पर दिये गए ब्यान “हुआ तो हुआ” थमा नहीं की प्रियंका वादरा आ महिलाओं के लिए दिया गया यह बयान। जानते हैं पूरा मामला

भदोही: लोकसभा चुनाव 2019  के छठवें चरण में रविवार को सात राज्यों की 59 सीटों पर मतदान हुआ. इस दौरान उत्तर प्रदेश के भदोही जिले की कांग्रेस अध्यक्ष नीलम मिश्रा ने पूर्वी यूपी की प्रभारी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. नीलम मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने भदोही से एक बाहरी व्यक्ति को प्रत्याशी बनाया है. इस बारे में जब हमने प्रियंका गांधी से बात की तो उन्होंने कई अपमानजनक बातें कहीं.  

आरोप है कि शुक्रवार को यहां हुई चुनावी सभा के बाद उन्होंने प्रियंका से शिकायत की थी कि भदोही से पार्टी के प्रत्याशी रमाकांत यादव लगातार जिला कांग्रेस कमेटी की उपेक्षा कर रहे हैं। यहां तक कि रैली में पार्टी पदाधिकारियों को घुसने तक नहीं दिया जा रहा है। 

इसपर प्रियंका गांधी ने कथित रुप से नीलम मिश्रा क सबके सामने डांटना शुरु कर दिया और कहा कि ‘अगर आप लोग अपमानित महसूस कर रहे हैं तो करते रहिए’। 

नीलम मिश्रा ने बताया कि उन्होंने कांग्रेस पार्टी से शनिवार को इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने कहा कि भदोही से रमाकांत यादव को उम्मीदवार बनाया गया है. वह बाहरी व्यक्ति हैं और हाल ही में बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं. उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए बहुत बड़ा झटका था. नीलम ने दावा किया कि इस बारे में एक बैठक के दौरान हमने प्रियंका गांधी से बात करने की कोशिश भी की थी. लेकिन, प्रियंका गांधी नाराज हो गईं और हमारे लिए कई अपमानजनक बातें कहीं.   

बताते चलें कि रमाकांत यादव को चुनाव आयोग का नोटिस भी मिल चुका है. चुनाव आयोग ने अपने आपराधिक रिकॉर्ड के बारे में जनता को बताने के लिए कहा था, जिसके लिए उम्मीदवारों को छोटे या बड़े अखबारों में इसे प्रकाशित करवाना था, लेकिन कांग्रेस उम्मीदवार रमाकांत यादव ने इसकी अनदेखी की थी. मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला निर्वाचन आयोग ने यादव को नोटिस भेजा था

हरियाणा में 4 बजे तक हुआ 51.97% मतदान

जहां सभी राज्यों का मिला कर 50.87% रहा वहीं हरियाणा में 4 बजे तक 51.97 प्रतिशत मतदान हुआ

हिसार संसदीय क्षेत्र में 55.50

अम्बाला में 51.26%

कुरुक्षेत्र में 56.99

सिरसा 54.00

करनाल 47.31

सोनीपत में 52.59 

रोहतक 52.74

भिवानी-महेंडरगढ़ 54.32

गुड़गांव 49.53

फ़रीदाबाद में 50.81 प्रतिशत मतदान हुआ ।

लोक सभा चुनाव- 6ठे चरण के मतदान

लोकसभा चुनाव के छठे चरण में सात राज्यों की 59 सीटों पर मतदान डाले जा रहे हैं. इस चरण में उत्तर प्रदेश की 14, हरियाणा की 10, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और बिहार की आठ-आठ, दिल्ली की सात और झारखंड की चार सीटों पर मतदान हो रहा है. 

हरियाणा की 10 सीटों पर मतदान सुबह 7 बजे से भी पहले शुरू हो गया था चंडीगढ़ में सयुंक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉक्टर इंद्रजीत सिंह जानकारी देते हुए बताया कि सुबह 11 बजते बजते मतदान ने गति पकड़ी। तब तक 22.40 प्रतिशत मतदान हुआ , सबसे ज्यादा हिसार संसदीय क्षेत्र में 27.17 , सबसे कम अम्बाला में 18.22 और कुरुक्षेत्र में 23.81, सिरसा 22.71, करनाल 20.91 , सोनीपत में 22.76, रोहतक 19.21 , भिवानी-महेंडरगढ़ 25.24 , गुड़गांव 22.80 , फ़रीदाबाद में 22.09 प्रतिशत मतदान हुआ ।

मतदान सुचारु रूप से और शांतिपूर्ण चल रहा है। इक्का दुक्का EVM की शिकायत मिलने पर उसे त्वरित ठीक कर लिया गया।

राहुल ने चौंकाया तो शिवराज ने स्तंभित किया

राहुल गांधी ने बुधवार को भिंड, मुरैना और ग्वालियर में जनसभाओं को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमत्री चौहान को आड़े हाथों लिया और कहा, “मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बताया है कि राज्य में किसानों का कर्ज माफ हुआ है. उनमें चौहान के भाई रोहित सिंह और चाचा के लड़के भी शामिल हैं.” राहुल गांधी की मुसीबत यह है की वह बोलते पहले हैं और सोचते कभी नहीं. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उस लिस्ट में साफ लिखा है कि रोहित चौहान इनकम टैक्स देते है ओर उन्होंने कर्ज माफी के लिए किसी तरह का आवेदन नहीं किया है.  शिवराज सिंह ने आगे भी चेताया कि हम आपको आराम से बैठने नहीं देंगे और किसानों से कर्ज़ माफी का आपका वायदा भी आप ही से पूरा करवाएँगे वह भी तय समय सीमा में।

भोपाल: मध्य प्रदेश में किसानों की कर्ज माफी को लेकर चल रही बयानबाजी के बीच पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर पलटवार किया है. शिवराज सिंह चौहान ने कर्ज माफी पर कांग्रेस को जवाब देते हुए कहा कि वो कल तक वो कह रहे थे कि मेरे छोटे भाई का कर्ज माफ हुआ है, लेकिन नोडल अधिकारी जैत में जो सूची है, उसमें किसानों के कर्ज की लिस्ट है. शिवराज ने कहा कि उस लिस्ट में साफ लिखा है कि रोहित चौहान इनकम टैक्स देते है ओर उन्होंने कर्ज माफी के लिए किसी तरह का आवेदन नहीं किया है. 

पढ़ें: जब फॉर्म ही नहीं भरा तो कर्ज माफी कैसे

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए शिवराज सिंह ने कहा, सिर्फ मुझ पर इतनी कृपा मत दिखाइए, जब मेरे भाई ने कर्ज माफी का फार्म ही नहीं भरा तो कैसे कर्ज माफ की बात कर रहे हैं. शिवराज ने कहा, “कमलनाथ किसान मामा मामा चिल्लाता है, आप वल्लभ भवन में बैठ कर मस्त हैं, लेकिन किसान अब भी परेशान है.”

शिवराज ने कहा, कमलनाथ आपके पैर के नीचे की जमीन खिसक जाएगी. हम सड़क पर उतरकर जनता से कर्ज माफी का जो वादा आपने किया था, उसे पूरा करवा कर रहेंगे.

राहुल गांधी ने कहा था ये सब…
ज्ञात हो कि राज्य में कांग्रेस की सरकार दावा कर रही है कि 21 लाख किसानों का दो लाख रुपये तक का कर्ज माफ हो चुका है, जबकि भाजपा राज्य सरकार के दावे को झूठा बता रही है. इसी को लेकर गांधी ने जवाब दिया था. राहुल गांधी ने कर्जमाफी का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ से कहा था, “वह सूची बताइए जो आप मुझे अपने सेल फोन पर दिखा रहे थे, उसमें किसके नाम हैं.” इस पर कमलनाथ ने कहा कि चौहान के भाई रोहित सिंह चौहान और चाचा के लड़के का भी कर्ज माफ हुआ है.

चौहान के भाई रोहित सिंह चौहान और चाचा के लड़के का भी कर्ज माफ : कमल नाथ

राहुल गांधी ने बुधवार को भिंड, मुरैना और ग्वालियर में जनसभाओं को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमत्री चौहान को आड़े हाथों लिया और कहा, “मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बताया है कि राज्य में किसानों का कर्ज माफ हुआ है. उनमें चौहान के भाई रोहित सिंह और चाचा के लड़के भी शामिल हैं.” राहुल गांधी की मुसीबत यह है की वह बोलते पहले हैं और सोचते कभी नहीं. गांधी के इस खुलासे पर शिवराज सिंह ने पूछा की उनके भाइयों ने कब कर्ज़ माफी की अर्ज़ी दी?

ग्‍वालियर: मध्‍य प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस की कर्जमाफी की घोषणा पर सवालिया निशान उठाते हुए कहा है कि इसका लाभ अभी तक लोगों को नहीं मिला है. इसके जवाब में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्‍य प्रदेश के अपने दौरे के दौरान यहां कहा कि कर्ज तो शिवराज के भाई और चाचा के लड़के का भी माफ हुआ है. राहुल गांधी ने बुधवार को भिंड, मुरैना और ग्वालियर में जनसभाओं (lok sabha elections 2019) को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमत्री चौहान को आड़े हाथों लिया और कहा, “मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बताया है कि राज्य में किसानों का कर्ज माफ हुआ है. उनमें चौहान के भाई राहित सिंह और चाचा के लड़के भी शामिल हैं.”

कांग्रेस का दावा
ज्ञात हो कि राज्य में कांग्रेस की सरकार दावा कर रही है कि 21 लाख किसानों का दो लाख रुपये तक का कर्ज माफ हो चुका है, जबकि भाजपा राज्य सरकार के दावे को झूठा बता रही है. इसी को लेकर गांधी ने जवाब दिया. राहुल गांधी ने कर्जमाफी का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ से कहा, “वह सूची बताइए जो आप मुझे अपने सेल फोन पर दिखा रहे थे, उसमें किसके नाम हैं.” इस पर कमलनाथ ने कहा कि चौहान के भाई रोहित सिंह चौहान और चाचा के लड़के का भी कर्ज माफ हुआ है.

राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी के सत्ता में न लौटने का दावा किया, “नरेंद्र मोदी लौट कर नहीं आ रहे, फ्लाप शो, खत्म, वह घड़ी गई, उनके चेहरे को देख लो, उनकी ऊर्जा को देख लो. उदास से हैं, वह हार रहे हैं चुनाव. इसलिए कांग्रेस को मध्य प्रदेश में पूरी ताकत लगानी है.”

गांधी ने एक बार फिर ‘चौकीदार चोर है’ का नारा दोहराया. उन्होंने राफेल सौदे का जिक्र किया और कहा, “मेरे पास सबूत है कि चौकीदार चोर है. जब भी बोलता हूं सबूत लेकर बोलता हूं. फ्रांस के राष्ट्रपति ने बोला था कि हिंदुस्‍तान के चौकीदार प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे कहा था कि हवाई जहाज भारत में नहीं फ्रांस में बनेगा और 526 करोड़ रुपये का हवाई जहाज नहीं खरीदा जाएगा, 1600 करोड़ रुपये का हवाई जहाज खरीदा जाएगा.”

न्‍याय स्‍कीम का वादा
नोटबंदी और जीएसटी से हुई परेशानियों का जिक्र करते हुए गांधी ने कहा, “नोटबंदी और गब्बर सिह टैक्स (जीएसटी) के कारण व्यापार बंद हुए. ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी ने माताओं-बहनों से लेकर हर किसी की जेब से पैसा निकाला. इससे देश की अर्थव्यवस्था गड़बड़ा गई.”

गांधी ने आरोप लगाया, “मोदी ने पांच साल अन्याय की सरकार चलाई और कांग्रेस न्याय की सरकार चलाना चाहती है. इसीलिए न्याय योजना तैयार की गई है. इस योजना के तहत हिदुस्तान के सबसे गरीब लोगों के बैंक खातों में सीधे पैसा डाला जाएगा. 72 हजार रुपये साल के और तीन लाख 60 हजार रुपये पांच सालों में डाले जाएंगे. इस योजना से देश के पांच करोड़ परिवारों के 25 करोड़ लोगों को लाभ होगा.”

उन्होंने आगे कहा, “72 हजार रुपये का नंबर उनका नहीं, बल्कि देश की जनता के दिल का नंबर है. कांग्रेस मन की बात नहीं करेगी, बल्कि देश की जनता के मन की बात सुनेगी.”

उन्होंने आगे कहा, “न्याय योजना से लाखों करोड़ रुपये जैसे ही सबसे गरीब परिवारों के खातों में जाएंगे, वैसे ही खरीददारी शुरू होगी. यह खरीदी दुकानों से होगी, जैसे ही माल बिकना शुरू होगा, फैक्टरी चालू होगी. उसके बाद युवाओं को रोजगार मिलेगा. इस योजना का मकसद गरीबों की मदद तो है ही, साथ में देश की अर्थव्यवस्था को सुधारना भी है.”

न्याय योजना का ब्यौरा देते हुए राहुल गांधी ने कहा, “जिस भी व्यक्ति की आमदनी 12 हजार रुपये माह से कम है, उसके खाते में इस योजना की राशि तब तक जाएगी, जब तक उसकी आमदनी 12 हजार रुपये प्रति माह नहीं हो जाती.”

22 लाख नौकरियों का वादा
राहुल गांधी ने कांग्रेस के सत्ता में आते ही 22 लाख नौकरियों की भर्ती का वादा भी किया और कहा, “कांग्रेस सरकार झूठे वादे नहीं करेगी. 22 लाख नौकरियां हैं, तो उतना ही कहा जाएगा. खातों में 15 लाख रुपये आने, हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने जैसे झूठे वादे नहीं किए जाएंगे.”

राहुल नौकरियों का दावा तो कर रहे हैं कहीं उनका या दावा भी उनकी पार्टी द्वारा शासित राज्यों में ही ध्वस्त न हो जाये, छत्तीस गढ़ में साल भर के लिए नोकरियों पर रोक लगा दी गयी है।

कंप्यूटर बाबा की मुसीबत शुरू

भगवा को आतंकी कहने वाले दिग्विजय सिंह ने अपने प्रदेश की पुलिस को भी अब भगवा रंग में रंग दिया। कोंपटेर बाबा के आगमन पर प्लीस कर्मी भगवा रंग में रंगे नज़र आए। नको भगवा रंग इसीलिए पहनाया गया होगा ए शायद दिग्विजय सिंह का अपराधबोध कुछ कम हो। शिवराज सिंह के समय प्रदेश में राज्यमंत्री का दर्जा भोग रहे नामदेव शास्त्री उर्फ कंप्यूटर बाबा ने अभी का पाला बादल लिया था। शिवराज सिंह ने जब साध सन्यासियों को राज्यमंत्री का ओहदा दिया तो शास्त्री जी ने बिना हील हुज्जत के इसे स्वीकार किया प्रांत सूत्रों की मानें तो इन्हे शिवराज सिंह का दूसरे साधुओं को उसी प्रकार से इज्ज़त देना इन्हे पसंद नहीं था, यह सारी तामझाम मात्र स्वयं के लिए चाहते थे अत: नाराज़ हो गए। अब दिग्विजय सिंह के लिए इनका आगे आना भी पुराने समय की रंजिश लगती है, परंतु साध महाराज भूल गए की यह राजनीति है।

भोपाल: भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के समर्थन में उतरे कम्प्यूटर बाबा ने हठ योग और धुनि रमाने वाले मामले की जांच शुरू हो गई है. जानकारी के मुताबिक, कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी सुदाम खाड़े ने बीजेपी की शिकायत पर कम्प्यूटर बाबा के खिलाफ हठ योग और धुनि मामले की जांच शुरू कर दी है. 

तीन मुख्य बिंदुओं के आधार पर होगी जांच
1. किससे और कब मांगी अनुमति, कब जारी की गई अनुमति.
2. कार्यक्रम के लिए दिग्विजय सिंह ने कंप्यूटर बाबा और अन्य साधु संतों को क्या कहकर बुलाया था.
3. कम्प्यूटर बाबा किस पार्टी के लिए कर रहे हैं प्रचार-प्रसार और कितना आ रहा है कार्यक्रम में खर्च.

क्या है पूरा मामला
बता दें कि भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के समर्थन में कम्प्यूटर बाबा समेत करीब 1000 साधुओं ने हठ योग लगाया है. इस हठ योग में रोजाना पूजा पाठ और कांग्रेस की जीत के लिए प्रार्थना की जा रही है. कुछ दिनों पहले कम्प्यूटर बाबा का आशीर्वाद लेने दिग्विजय सिंह पत्नी के साथ पहुंचे. बाबा ने उन्हें हवन-पूजन और यज्ञ कराकर जीत का आशीर्वाद दिया था. नामदेव शास्त्री उर्फ कम्प्यूटर बाबा ने कहा था – धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो. दिग्विजय के साथ पूरा संत समाज जुड़ चुका है. अब उनकी जीत तय है.

‘दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे’: सुषमा की ममता को नसीहत

केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार को ट्वीट के जरिये कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी पर पलटवार किया. सुषमा ने ममता बनर्जी को बशीर बद्र के एक शेर के जरिये जवाब दिया. 

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार को ट्वीट के जरिये कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर पलटवार किया. सुषमा ने ममता बनर्जी को बशीर बद्र के एक शेर के जरिये जवाब दिया. इस ट्वीट के जरिये उन्होंने राजनीति में दोस्ती और दुश्मनी की बात की. विदेश मंत्री ने एक और ट्वीट किया जिसमें उन्होंने प्रियंका गांधी को मनमोहन सिंह सरकार की याद दिलाई और कहा कि राहुल गांधी ने कैसे अध्यादेश फाड़ कर फेंका था. 
सुषमा स्वराज ने लिखा, ‘प्रियंका जी, आज आपने अहंकार की बात की. मैं आपको याद दिला दूं कि अहंकार की पराकाष्ठा तो उस दिन हुई थी जिस दिन राहुल जी ने अपने ही प्रधान मंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह जी का अपमान करते हुए राष्ट्रपति द्वारा जारी अध्यादेश को फाड़ कर फेंका था. कौन किसको सुना रहा है?’

दूसरे ट्वीट में सुषमा स्वराज ने ममता बनर्जी को जवाब दिया और लिखा, ‘ममता जी, आज आपने सारी हदें पार कर दीं. आप प्रदेश की मुख्यमंत्री हैं और मोदी जी देश के प्रधानमंत्री हैं. कल आपको उन्हीं से बात करनी है. इसलिए बशीर बद्र का एक शेर याद दिला रही हूं:

दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे,
जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों.’

राहुल गांधी अध्यादेश फाड़ते हुए

प्रियंका ने पीएम मोदी पर बोला हमला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर परोक्ष हमला बोलते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को अंबाला में कहा कि महाभारत के पात्र दुर्योधन में भी “ऐसा ही अहंकार था.” बीजेपी ने प्रियंका के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. पश्चिम बंगाल में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, “देश के लोग तय करेंगे कि कौन दुर्योधन और कौन अर्जुन है.” अंबाला में कांग्रेस की एक रैली को संबोधित करते हुए प्रियंका ने मोदी के इस हालिया बयान पर पलटवार किया कि उनके पिता एवं पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत राजीव गांधी ‘भ्रष्टाचारी नंबर वन’ थे. प्रियंका ने सत्ताधारी बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह उनके परिवार के शहीदों का अपमान कर रही है. कांग्रेस महासचिव ने हिसार में एक अन्य जनसभा की और फिर रोहतक में रोड शो किया.

ममता ने चलाए जुबानी तीर
उधर, ममता बनर्जी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया. ममता ने कहा, “मैं सैलरी या पेंशन नहीं लेती. मैं किताबें लिखाती हूं और वे बेस्ट सेलर हैं. मैं पेंटिंग के पैसे नहीं लेती. मुझे पैसे की जरूरत नहीं है. मैं इस तरह से पार्टी चला रही हूं. रुपया पैसा मेरे लिए कोई मायने नहीं रखता है, जब नरेंद्र मोदी बंगाल में आकर बोलते हैं कि ममता बनर्जी की सरकार पैसे उठाती है, सुनते ही मेरे मन करता है जोर से एक गणतंत्र का थप्पड़ मारूं.”

चुनाव आयोग ने खारिज की सर्वोच्च न्यायालय की सलाह

जिस याचिका को न्यायालय के सतर पर ही खारिज हो जाना चाहिए था उसे चुनाव आयोग त पहुंचाया गया। अगर याचिकाकारता की मानें तो भारत की आधी आबादी सोमवार और शुक्रवार का व्रत रखती है, इस लिहाज से सोमवार एवं शुक्रवार को भी चुनावों के नियमों में ढील दी जानी चाहिए। यह तो अच्छा हुआ की चुनाव आयोग ने तुष्टीकरण की नीति नहीं अपनाई।
एक य‍ाच‍िका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि चुनाव आयोग वोट‍िंग के समय को सुबह 7 बजे की बजाए अलसुबह साढ़े 4 या 5 बजे से कर दे.

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को चुनाव आयोग से कहा कि ‘लू’ और रमजान को ध्यान में रखते हुये लोकसभा चुनाव के शेष चरणों का मतदान शुरू होने का समय सुबह सात बजे से पहले सवेरे पांच बजे करने के बारे में वह आवश्यक आदेश जारी करे. इस मांग को चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया है. इससे पहले प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की पीठ के समक्ष इस सिलसिले में एक याचिका पर शीघ्र सुनवाई का अनुरोध किया गया.

पीठ ने कहा था, ‘ चुनाव आयोग को आवश्यक आदेश जारी करने का निर्देश दिया जाता है. उपरोक्त संदर्भों में रिट याचिका का निपटारा किया जाता है.’ यह याचिका अधिवक्ता मोहम्मद निजामुद्दीन पाशा और असद हयात ने दायर की थी. इसके जरिए चुनाव के शेष चरणों में मतदान का समय सुबह सात बजे के बजाय दो से ढाई घंटे पहले, सुबह साढ़े चार या पांच बजे से करने का अनुरोध किया गया.

याचिकाकर्ताओं ने चुनाव आयोग को लोकसभा चुनाव के तहत पांचवें, छठे और सातवें चरण के मतदान के लिए मतदान का समय दो से ढाई घंटे पहले करने का निर्देश देने का अनुरोध किया है. शेष तीन चरणों के तहत क्रमश: छह मई, 12 मई और 19 मई को मतदान होना है. याचिका में कहा गया है कि चुनाव के इन शेष चरणों के दौरान देश के कई हिस्सों में ‘लू’ चलने की परिस्थितियां मौजूद होंगी और रमजान का महीना भी रहेगा.

याचिका में कहा गया है कि रमजान का महीना छह मई से शुरू होने की संभावना है, जिस दिन पांचवें चरण का मतदान है. रमजान के दौरान मुसलमान रोजा रखते हैं. याचिकाकर्ताओं ने कहा कि उन्होंने इस सिलसिले में सोमवार को आयोग को एक ज्ञापन दिया था लेकिन आयोग ने इसका जवाब नहीं दिया. इसमें यह भी कहा गया है कि मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में प्रचंड ‘‘लू’’ चलने की चेतावनी दी है. इस दौरान चुनावी राज्यों – मध्य प्रदेश, बिहार, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़, झारखंड, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में तापमान सामान्य से पांच डिग्री ज्यादा हो जाता है.

याचिका में कहा गया है कि मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के चलते मुसलमानों का घरों से बाहर निकलना और वोट देने के लिए कतार में खड़े रहना मुश्किल होगा. साथ ही सुबह की नमाज और सहरी करने के बाद ज्यादातर लोग (रोजा रखने वाले) आराम करते हैं.

ईसी ने राहुल को नोटिस दिया, 48 घंटे में देना होगा जवाब

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को आदिवासियों के कानून पर दिए बयान को लेकर चुनाव आयोग ने नोटिस जारी किया है. इस नोटिस में राहुल गांधी से 48 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा गया है.

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को आदिवासियों के कानून पर दिए बयान को लेकर चुनाव आयोग ने नोटिस जारी किया है. इस नोटिस में राहुल गांधी से 48 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा गया है. राहुल ने कहा था, “कानून में आदिवासियों को गोली से मारने की बात है. आदिवासियों को गोली से मारा जा सकेगा.”  कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 23 अप्रैल को शहडोल की रैली में ये बयान दिया था. 
 
राहुल गांधी ने अपने बयान में कहा था, “अब नरेंद्र मोदी ने नया कानून बनाया है. आदिवासियों के लिए नया कानून बनाया है. उसमें एक लाइन लिखी है कि आदिवासियों को गोली से मारा जा सकेगा. कानून में लिखा है कि आदिवासियों पर आक्रमण होगा, आपकी जमीन छीनते हैं, जंगल लेते हैं, जल लेते हैं और फिर कहते हैं कि आदिवासियों को गोली मारी जा सकेगी.” 

आयोग ने गांधी को नोटिस का जवाब देने के लिए 48 घंटे का वक्त दिया है. इस अवधि में जवाब नहीं देने की सूरत में आयोग अपनी तरफ से कार्रवाई के लिए स्वतंत्र होगा. एक विशेष संदेशवाहक के जरिए उन्हें नोटिस दिया गया है.

वैश्विक आतंकी घोषित होने पर दिग्विजय ने कहा “घोषणाओं से क्या होता है”

जहां एक ओर भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत के तहत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने बुधवार को पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के प्रमुख मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किए जाने पर पूरे भारत में ख्शी की लहर है ओर विश्व भर में मोदी द्वारा किए गए कूटनीतिक प्रयासों की सराहना हो रही है वहीं मानो कांग्रेस को कोई खास फर्क नहीं पड़ा। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भोपाल से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने कहा है घोषणाएँ तो घोषणाएँ ही होतीं हैं उनसे क्या होता है?

भोपाल: भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत के तहत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने बुधवार को पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के प्रमुख मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किए जाने पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भोपाल से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, “घोषणा से क्या होता है, जब पाकिस्तान के पीएम दोस्ती जता रहे हैं मोदी जी के साथ तो दाऊद इब्राहिम, मसूद अजहर और हाफिज सईद को तत्काल भारत को सौंप देना चाहिए.”

भारत ने किया यूएन के फैसले का किया स्वागत
भारत ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र द्वारा जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को ‘वैश्विक आतंकवादी’ घोषित करने के फैसले का स्वागत करते हुए इसे आतंकवाद के खात्मे के लिए देश द्वारा किए जा रहे प्रयासों में ‘बड़ी सफलता’ बताया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयपुर में एक चुनावी रैली में पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन ‘जैश-ए-मोहम्मद’ के सरगना मसूद अजहर को बुधवार को आतंकवादी घोषित किए जाने पर संतोष जताते हुए इसे आतंकवाद के खिलाफ भारत के लंबे संघर्ष की बड़ी सफलता बताया. प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही कहा कि यह गर्व का दिन है और इस बात का प्रतीक है कि आज भारत की आवाज दुनिया भर में सुनी जाती है. 

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सहित पार्टी के अन्य नेताओं ने आतंकी संगठन ‘‘जैश ए मोहम्मद’’ के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने वाले संयुक्त राष्ट्र के कदम का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को दिया. 

हालांकि कांग्रेस ने पुलवामा आतंकी हमले में जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख की भूमिका का जिक्र संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में नहीं होने पर निराशा जाहिर की. दलगत राजनीति से ऊपर उठकर राजनीतिक पार्टियों ने संयुक्त राष्ट्र के इस कदम का स्वागत किया. कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरेजवाला ने इस कदम का स्वागत किया लेकिन उनका कहना है कि विपक्षी पार्टी इस बात से निराश है कि संयुक्त राष्ट्र की सूची में पुलवामा आतंकवादी हमले और जम्मू-कश्मीर का हवाला नहीं है. पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. 

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, “क्या यह सही है कि मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करना केवल इसलिए संभव हो पाया क्योंकि पुलवामा और कश्मीर में आतंकवाद का हवाला रिपोर्ट से हटा लिया गया?” 

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यह महत्वपूर्ण परिणाम हासिल करने के पीछे भारतीय राजनयिकों की कठिन मेहनत का उल्लेख करते हुए उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा, “हम पाकिस्तान से मांग करते हैं कि वह तत्काल अजहर को गिरफ्तार करे, उसकी संपत्ति जब्त करे और उससे जुड़े सभी संगठन बंद करे.”