मोदी ने केरल के मतदाताओं को शुक्रिया कहा

राहुल गांधी आज अपने सांसदिया क्षेत्र वायनाड में थे, वहाँ उन्होने जम कर प्रधानमंत्री मोदी पर अपनी भड़ास निकली। उन्होने प्रधान मंत्री मोदी पर जुबानी हमला करते हुए कहा ‘‘राष्ट्रीय स्तर पर हम जहर से लड़ रहे हैं. मोदी का प्रचार झूठ, जहर, घृणा और देश के लोगों के विभाजन से भरा हुआ था. उन्होंने चुनाव में झूठ का इस्तेमाल किया…. कांग्रेस सच्चाई, प्यार और लगाव के साथ खड़ी रही.’ वहीं मोदी ने कहा, ‘‘लोकतंत्र में चुनाव का अपना स्थान होता है और यह जीतने वाले की जिम्मेदारी होती है कि वह 130 करोड़ लोगों का ख्याल रखे. जिन लोगों ने हमें जिताया है या जिन लोगों ने ऐसा नहीं किया है, दोनों हमारे अपने (लोग) हैं. केरल वाराणसी जितना ही मुझे प्रिय है.’’ 

गुरुवायूर (केरल): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा में भरोसा जताने के लिए मतदाताओं का शुक्रिया अदा करते हुए शनिवार को कहा कि राजनीतिक दल और राजनीतिक पंडित लोकसभा चुनाव से पहले जनता के मूड को भांपने में नाकाम रहे. लोकसभा चुनाव में पार्टी प्रचंड जनादेश के साथ जीतकर सत्ता में आयी है.

लोकसभा चुनाव में भाजपा की शानदार जीत से दूसरे कार्यकाल के लिये सत्ता बरकरार रखने के बाद अपने पहले सार्वजनिक कार्यक्रम में मोदी ने कहा कि राज्य से कोई सांसद नहीं चुने के बावजूद उन्होंने अपनी पहली यात्रा के लिये केरल को चुना क्योंकि यह भी उन्हें उत्तर प्रदेश में अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी जितना ही प्रिय है.

हाल में सम्पन्न लोकसभा चुनाव को ‘‘लोकतंत्र का पर्व’’ बताते हुए मोदी ने केरल की जनता की प्रशंसा की और यहां के मतदाताओं के योगदान के लिये उनका धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि देश ने देखा है कि चुनाव में ‘‘जनता भगवान होती है.’’ 

अपनी पार्टी को चुनने के लिये उन्होंने मतदाताओं का शुक्रिया अदा किया और कहा, ‘‘राजनीतिक पार्टियां और राजनीतिक पंडित लोगों के मूड को भांप नहीं सके. वे (चुनावी) सर्वेक्षण करने में लगे रहे और जनता ने भाजपा को अपना मजबूत जनादेश दे दिया.’’ 

उन्होंने कहा हालिया चुनाव ने साबित किया है कि लोगों ने ‘‘नकारात्मकता’’ को खारिज किया और ‘‘सकारात्मकता’’ को स्वीकार किया है.

लोकसभा चुनाव के बाद अपनी पहली यात्रा के लिये केरल को चुनने पर मोदी ने कहा कि कुछ लोग हैरान हो रहे होंगे कि यहां तो भाजपा का ‘‘खाता भी नहीं खुला’’, फिर भी उन्होंने दक्षिणी राज्य को क्यों चुना. उन्होंने कहा, एक चुना हुआ नेता सर्वमान्य होता है.

मोदी ने कहा, ‘‘लोकतंत्र में चुनाव का अपना स्थान होता है और यह जीतने वाले की जिम्मेदारी होती है कि वह 130 करोड़ लोगों का ख्याल रखे. जिन लोगों ने हमें जिताया है या जिन लोगों ने ऐसा नहीं किया है, दोनों हमारे अपने (लोग) हैं. केरल वाराणसी जितना ही मुझे प्रिय है.’’ 

प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा सिर्फ चुनावी राजनीति के लिये काम नहीं करती, बल्कि वह देश निर्माण के लिये प्रतिबद्ध है और यह सुनिश्चित करना चाहती है कि अंतरराष्ट्रीय जगत में भारत को उसका गौरवपूर्ण स्थान मिले.

निपाह विषाणु के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि केंद्र सभी जरूरी सहायता उपलब्ध कराने के लिये केरल सरकार के साथ ‘‘कंधे से कंधा मिलाकर’’ काम कर रहा है.


राहुल फिर मुंह कि खाएँगे

सच्चाई यह है की लगातार 2सरी बार बुरी तरह हारने के बाद और अपने दम पर नेता प्रतिपक्ष का पद हासिल करने योग्य संख्या बल भी नहीं होने के बावजूद राहुल को नकारत्म्क्ता से इतना मोह है की वह वायनाड में अभी तक चुनावी मोड में हैं। यहाँ वह प्रधान मंत्री को ठीक उस तरह कोस रहे हैं जैसा वह चुनावों के दौरान करते थे। उन्हे पता है कि अब 5 साल तो कुछ बदलने वाला है नहीं अत: अपनी भड़ास यूं ही निकाल लो। दरअसल कांग्रेस में अब कोई उन्हे समझाये इतनी समझ किसी में नहीं।

वायनाड (केरल): अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड की यात्रा के दूसरे दिन भी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तीखा हमला जारी रखा और कहा कि लोकसभा चुनाव का उनका प्रचार अभियान ‘‘झूठ, जहर और घृणा’’ से भरा हुआ था, जबकि कांग्रेस सच्चाई, प्यार और लगाव के साथ खड़ी थी. वायनाड लोकसभा सीट जीतने के बाद पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र आए गांधी शनिवार को रोड-शो के बाद कालपेटा, कमबलकाडु और पनामरम में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे.

रोड शो के रास्ते में बड़ी संख्या में कांग्रेस नीत यूडीएफ के कार्यकर्ता और महिलाएं मौजूद थीं. राहुल गांधी के विशेष वाहन पर उनके साथ कांग्रेस महासचिव कर्नाटक प्रभारी के. सी. वेणुगोपाल, केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीथला, केरल कांग्रेस प्रमुख मुल्लापल्ली रामचन्द्रन मौजूद थे. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मोदी ‘हथियार की तरह घृणा, गुस्सा और झूठ का इस्तेमाल करते हैं.’

उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी प्रधानमंत्री द्वारा दर्शायी जाने वाली ” सबसे बुरी भावनाओं” के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी. राहुल गांधी ने वहां मौजूद लोगों से कहा, ‘‘राष्ट्रीय स्तर पर हम जहर से लड़ रहे हैं. मोदी का प्रचार झूठ, जहर, घृणा और देश के लोगों के विभाजन से भरा हुआ था. उन्होंने चुनाव में झूठ का इस्तेमाल किया…. कांग्रेस सच्चाई, प्यार और लगाव के साथ खड़ी रही.’

गांधी ने वायनाड में शुक्रवार और शनिवार को रोड-शो किया. इस दौरान सड़कों पर भारी भीड़ रही और लोगों ने अपने नव-निर्वाचित सांसद का स्वागत किया. कमबलकाडु में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वायनाड में कुछ चुनौतियां हैं जिनसे साथ काम करके पार पाया जा सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘मेरा काम पूरे वायनाड का प्रतिनिधित्व करना है. चुनाव में सभी दलों के लोगों ने मेरा साथ दिया. वायनाड में बड़ी चुनौतियां और मुद्दे हैं. हम साथ काम करेंगे और सारी समस्याओं का समाधान करेंगे.’

गांधी ने वायनाड लोकसभा सीट से 4.31 लाख मतों से जीत दर्ज की थी. हालांकि वह गांधी परिवार का गढ़ माने जाने वाले अमेठी लोकसभा क्षेत्र से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से चुनाव हार गये थे. लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस ने 52 सीटें जीती हैं. पंजाब और तमिलनाडु़ के बाद केरल तीसरा राज्य है जहां पार्टी ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए सहयोगियों के साथ मिलकर 20 में से 19 सीटें जीती. कांग्रेस अध्यक्ष अपने लोकसभा क्षेत्र के तीन दिवसीय दौरे पर हैं.

अतिरिक्त ‘8’ सीटों ने राहुल को सरकार पर तंज़ कसने का हौसला दिया

राहुल गांधी के जोश भरे भाषण से कॉंग्रेस ने क्या पाया पता नहीं, परंतु एक बात सर्व – विदित हो गयी की संसद में एक बार फिर अगले पाँच साल तक सिर्फ हँगामा ही होगा। राहुल के बयान से जाहिर होता है की जब हम 44 थे तब ही हमने इतने रोड़े अटका दिये थे अब तो हम फिर 52 हैं सोचो क्या क्या कर सकते हैं? दूसरे उन्होने आज के भारत की तुलना अंग्रेजों के राज से कर दी जिसकी भरपूर भर्त्सना की जा रही है। राहुल यहाँ एक बार फिर आज़ादी गैंग के साथ खड़े दिखाई पड़ते हैं। उन्होने अपने बयान मे भारत की हर सरकारी संस्था को कांग्रेस विरोधी बताया जबकि हालात बिलकुल उलटे नज़र आते हैं। राहुल न तो संस्थाओं में विश्वास रखते जान पड़ते हैं अपितु वह अपने अनुयाइयों को भी संस्थाओं के विरुद्ध प्रेरित करते जान पड़ते हैं। हार से कांग्रेस ने कुछ सबक लिया हो ऐसा कहीं नहीं जान पड़ता।

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस संसदीय दल की पहली बैठक में कहा, ‘आप स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहले ऐसे लोग हैं, जो किसी राजनीतिक दल के खिलाफ नहीं, बल्कि देश की हर संस्था के खिलाफ चुनाव लड़े. ऐसी कोई संस्था नहीं थी जो लोकसभा चुनाव में आपसे लड़ी नहीं हो और आपको रोकने की कोशिश नहीं की हो. आप ऐसी हर संस्था से लड़े और लोकसभा पहुंचे. इस पर आपको गौरवान्वित होना चाहिए.’

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘मुझे जरा भी संदेह नहीं है कि कांग्रेस फिर से मजबूत होगी. आगे ऐसी कोई संस्था नहीं है जो आपको सहयोग करेगी, कोई नहीं करेगी. यह ब्रिटिश काल जैसा है जब किसी एक संस्था ने भी कांग्रेस का सहयोग नहीं किया था, इसके बावजूद हम लड़े और जीते. हम फिर जीतेंगे.’ बाद में उन्होंने ट्वीट कर कहा कि हम अपने संविधान और संस्थाओं की रक्षा के लिए बब्बर शेर की तरह काम करेंगे और संसद में भाजपा को वाकओवर का कोई मौका नहीं देंगे.

सदस्‍यों में जोश भरने की कोश‍िश
लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद निराश पड़े कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं नेताओं में जोश भरते हुए पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि लोकसभा में 52 सांसद होने के बावजूद उनकी पार्टी अगले पांच वर्षों तक भाजपा के खिलाफ इंच-इंच लड़ेगी और जीतेगी. गांधी ने कहा कि संविधान और देश की संस्थाओं को बचाने के लिए कांग्रेस के कार्यकर्ता ‘बब्बर शेर’ की तरह काम करेंगे.

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘आपको पहले समझना होगा कि आप क्या हैं. अगर आप लड़ने जा रहें तो यह पता होना चाहिए कि किसके लिए लड़ने जा रहे हैं? आप इस देश के संविधान के लिए लड़ रहे हैं. आप इस देश के हर नागरिक के अधिकार के लिए लड़ रहे हैं चाहे उसका रंग, धर्म, लिंग और राज्य कुछ भी हो.’ गांधी ने कहा, ‘‘यह भी समझिए कि आपके खिलाफ कौन लड़ रहे हैं? घृणा, कायरता और गुस्सा आपके खिलाफ लड़ रही है. विश्वास का अभाव, आत्मविश्वास का अभाव आपके खिलाफ लड़ रहे हैं. जो लोग इस संसद में हमारा विरोध कर रहे हैं वो नफरत और गुस्से का इस्तेमाल करते हैं.’

उन्होंने कहा, ‘‘पिछली बार अगर स्पीकर हमें पांच मिनट का समय देती थीं तो इस बार यह दो मिनट भी हो सकता है, लेकिन इन दो मिनटों में भी हम उस बात को रखेंगे जिसमें कांग्रेस पार्टी विश्वास करती है. हम संविधान की रक्षा को सबसे आगे रखेंगे.’

कांग्रेस अध्यक्ष ने कुछ वरिष्ठ नेताओं के चुनाव हारने का हवाला देते हुए कहा, ‘‘अगर कुछ पुराने चेहरे चुनाव जीते होते तो मुझे खुशी होती क्योंकि पिछली बार 5-10 ऐसे लोग थे जिन्होंने हमारा शानदार ढंग से सहयोग किया. अगर आज वो हमारे साथ नहीं हैं तो मुझे बहुत दुख है। पंरतु वे वैचारिक रूप से हमारे साथ खड़े हैं.

राजस्थान में लव जेहादियों के होसले बुलंद

दिनेश पाठक, जयपुर

देश का छदम सेक्युलर समाज लव जिहाद का नाम आते ही मुस्लिमों पर हमला बताकर हिन्दुओ पर बांटने का आरोप लगाता है और लोकतंत्र और संविधान पर खतरा बताकर ऐसे लव जिहाद के समर्थन मे खडा हो जाता है जिससे देश के इस अपराध के अपराधियों के हौसले बुलन्द होते जा रहे है और लव जिहाद की घटनाएं लगातार बढती जा रही है।

सच तो यह है कि ये छदम सेक्युलर लोग लव जिहाद का मतलब भी नही जानते बस ये समझते है कि ये नाम आर एस एस ने दिया तो हमको सिर्फ इसका विरोध करना है जबकि लव जिहाद शब्द ही केरल हाईकोर्ट मे सबसे पहले सामने आया जहां इन सेक्युलर विचारधारा की पर्टियो कि ही सरकार रहती है यह शब्द न्यायलय के संज्ञान लिये जाने के बाद ही आया चूंकि पहले हिन्दु बालिकाओं के साथ ये घटनाएं घटी तब तक सब कुछ सामान्य था लेकिन जैसे ही ईसाई बालिकाओं पर ये होने लगा तो केरल की सरकार और न्यायालय दोनो की निद्रा टूटी और गायब हजारों हिन्दू और ईसाई लड़कियों को खोजने के आदेश न्यायालय ने केरल सरकार को दिये

देश का सबसे ताजातरीन लव जिहाद का वाक्या राजस्थान के सीकर मे सामने आया।
एक मुस्लिम लडका इमरान भाटी जो खुद शादिशुदा था और तीन बच्चो का पिता था सीकर के ब्राहण परिवार से कबीर शर्मा बनकर मिला !
इस ब्राह्मण परिवार की इकलौती लडकी थी जिसके पिता के सामने शादी का प्रस्ताव रखा जिसे लडकी के पिता ने स्वीकार कर लिया और कुछ दिन बाद सगाई की रस्म हुयी जिसमे कबीर शर्मा उर्फ इमरान भाटी के नकली माता पिता रिश्तेदार जो कि तिलक लगाये हुये थे शामिल हुये !
आपसी बातचीत मे भी किसी ने शंका नही होने दी यहां तक कि गोत्र भी ब्राह्मण समाज वाले जाहिर किये !

यह कुछ बच्चियों की तस्वीरें हैं जो लव जिहाद का शिकार हुईं और अपने जान से हाथ धो बैठीं

कुछ दिन पश्चात ही इमरान भाटी लडकी के पिता को जयपुर लाकर एक रिसोर्ट शादी के लिये बुक करवा दिया तथा 13 मई को हिन्दु रीति रिवाज से शादी सम्पन्न हुयी जिसमे इमरान भाटी के नकली रिश्तेदार भी ब्राह्मण बनकर तथा तिलक लगाकर शामिल हुये!
लडकी के पिता ने दहेज मे 11 लाख रुपये नकद 5 लाख के गहने और अन्य सामान दिया। शादी सम्पन्न होने के कुछ दिन बाद ही इमरान भाटी ने लडकी को पांच लाख की आवश्यकता बताते हुये अपने पिता से लाने पिता के घर भेज दिया ! पिता के पास नकद होने होने की स्थिति मे ढाई लाख रुपये उधार लाकर रखे जिन्हे लेकर इमरान भाटी उर्फ कबीर शर्मा और लडकी गायब हो गये !
पिता ने जब तलाश की तो ये मामला लव जिहाद का निकला !

सारी कार्यवाही को इमरान भाटी उर्फ कबीर शर्मा ने बडी चालाकी से अंजाम दिया कि फोटोग्राफर और विडियग्राफर भी स्वयं ने किये जिनको कोई नही जानते जिससे लडकी के परिजनो के पास कुछ भी नही था लेकिन एक मोबाइल से शादी के फोटो लिये जिसे कुछ लोगो को दिखाया तो लोगो ने पहचान कर बताया कि कि यह लडका कबीर शर्मा नही बल्कि इमरान भाटी है तथा सीकर का ही रहने वाला है और शादीशुदा एवं तीन बच्चो का पिता है किसी मोटर कम्पनी मे काम करता था।

लडकी के पिता ने पुलिस थाने मे मामला दर्ज कराया है जिस पर विशेष टीम गठित कर आरोपी इमरान भाटी ,लडकी तथा तथाकथित रिश्तेदारो की तलाश कर रही है

ईडी ने सैक्टर 6 में स्थित एजेएल का प्लॉट नों॰ सी-17 को किया जब्त

नई दिल्‍ली :प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को नेशनल हेराल्‍ड केस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने हरियाणा में करीब 64 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्‍त की हैं. ईडी की ओर से जब्‍त की गई यह संपत्ति नेशनल हेराल्‍ड और एसोसिएटेड जर्नल्‍स लिमिटेड से संबंधित है.

प्रवर्तन निदेशालय की ओर से बुधवार को जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक हरियाणा के पंचकुला के सेक्‍टर 6 के प्‍लॉट नंबर सी-17 को जब्‍त किया गया है.

ईडी के मुताबिक हरियाणा के पूर्व मुख्‍यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा एसोसिएटेड जर्नल्‍स लिमिटेड को यह संपत्ति आवंटित की गई थी.

प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार पंचकुला की यह संपत्ति एजेएल को वर्ष 1982 में आवंटित की गई थी. ईडी के मुताबिक पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस संपत्ति के आवंटन में अपने पद का दुरुपयोग करते हुए एजेएल को लाभ पहुंचाया. पूर्व सीएम हुड्डा ने हरियाणा अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी के नियमों और नीतियों को ताक पर रखा.

राजनैतिक हत्या को पारिवारिक कलेश बताने में जुटी यूपी पुलिस

कुशवाहा इत्यादि नेताओं की धमकियाँ असर लाने लगीं हैं उत्तर प्रदेश में यूपी के अमेठी में शनिवार-रविवार की दरम्‍यानी रात को जामो पुलिस थानाक्षेत्र के अंतर्गत बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की बदमाशों ने गोली मारकर हत्‍या कर दी. वह स्‍मृति ईरानी के करीबी थे. एक तरह से मानें तो यह तो शुरुआत है आने वाले समय में हत्याओं का सिलसिला ज़ोर पकड़ सकता है। भाजपा के स्थिर होते पाँव गाँव – गाँव में पैर पसारती भाजपा आज अमेठी जैसे कांग्रेस के गढ़ में समृति ईरानी की दिन दिहाड़े सेंधमारी से विपक्ष बुरी तरह बौखला गया है। सबको लगने लगा है कि याद गांधी परिवार पीढ़ियों पूरानी अमेठी हार सकता है तो बाकी लोगों कि पारंपरिक या पारिवारिक सीटों कि तो बिसात ही क्या है।

मुख्य मंत्र योगी इस अति दु:साहसिक हत्याकांड के पीछे कि सच्चाई जानना चाहते हैं, परिवार का मानना है कि यह हत्या राजनैतिक प्रतिशोध की वजह से हुई है जिसकी संभावना अधिक है।
सुरिंदर सिंह के बेटे ने कांग्रेस पार्टी पर शक जताया है क्योंकि उसके पिता समृति ईरानी के साथ प्रदर्शन किया करते थे। मुख्य मंत्री योगी ने पीड़ित परिवार को शोक वयक्त करते हुए उन्हें दिलासा दिलाया कि उन्हें इंसाफ़ मिलेगा, पुलिस को कड़ी से कड़ी जाँच करने को कही है व 12 घण्टों के भीतर हत्यारों का पता लगाने का आदेश दिया है साथ ही IG को भी जांच करने के लिए लखनऊ भेज दिया है। वहीं दूसरी तरफ पुलिस हत्या को पारिवारिक विवाद दे कर घर के ही किसी को फाँसने की तैयारी में जुटी है।

नई दिल्‍ली : अमेठी में शनिवार और रविवार की दरम्‍यानी रात बीजेपी कार्यकर्ता और सांसद स्‍मृति ईरानी के करीबी पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की हत्‍या कर दी गई है. बदमाशों ने सुरेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्‍या की है. अमेठी से नवनिर्वाचित सांसद स्‍मृति ईरानी वहां के बरौलिया गांव जाकर सुरेंद्र सिंह के परिवार से से मिलीं. वह सुरेंद्र सिंह की अंतिम यात्रा में भी शामिल हुईं. उन्‍होंने इस दौरान अर्थी को कंधा भी दिया.

अमेठी में स्मृति ईरानी के करीबी पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह के शव का पोस्‍टमार्टम लखनऊ मेडिकल कॉलेज में हुआ. 3 डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया है. इस दौरान पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराई गई. पोस्‍टमार्टम के बाद परिजन शव लेकर अमेठी रवाना हो गए.
यूपी के अमेठी में शनिवार रात दुस्‍साहसिक वारदात को अंजाम दिया गया है. यहां के जामो पुलिस थानाक्षेत्र के अंतर्गत बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान की बदमाशों ने गोली मारकर हत्‍या कर दी.

सुरेंद्र सिंह घर के बाहर सो रहे थे तभी अज्ञात बदमाशों ने उनकी गोली मारकर हत्‍या कर दी गई. इसके बाद बदमाश फरार हो गए. घायल सुरेंद्र सिंह को लखनऊ के ट्रामा सेंटर इलाज के लिए ले जाया जा रहा था, रास्‍ते में ही उन्‍होंने दम तोड़ दिया. पुलिस मामले की जांच कर रही है. पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह अमेठी ने नवनिर्वाचित बीजेपी सांसद स्‍मृति ईरानी के करीबी थे.

अमेठी के पुलिस अधीक्षक के अनुसार सुरेंद्र सिंह को देर रात करीब 3 बजे गोली मारी गई है. मामले में कुछ संदिग्‍धों को हिरासत में लेकर पूछताछ हो रही है. जांच जारी है. उनके अनुसार उनके अनुसार पुरानी या राजनीतिक रंजिश के चलते सुरेंद्र की हत्‍या होने की आशंका है. 

सुरेंद्र सिंह के चचेरे भाई ने बताया कि हम लोग तो गांव में रहते थे. रात में मेरे लड़के के पास फोन गया कि प्रधान बाबू को किसी ने मार दी है. फिर हम लोग वहां से आए जब यहां आए तो दो चार लोग यहां मौके पर थे. एक ट्राली यहां पर बन रही थी और जब हम लोग आए तो उसके बाद इस चौराहे के लोग आए. हम लोग यहां पहुंचे तो यहां पर लोग इन को लेकर जा चुके थे फिर एक बोलेरो से पीछे पीछे कुछ लोग घर गए. गोली किसने मारी यह पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता लेकिन निश्चित रूप से यह चुनावी रंजिश के कारण गोली मारी गई है.

हार के पश्चात और मजबूत हुए राहुल के हाथ

हार राहुल गांधी के हाथ मजबूत कर गयी। सीडबल्यूसी की मंत्रणा ए पश्चात यह फैसला लिया गया कि पार्टी के हित में राहुल गांधी का न केवल अध्यक्ष पद पर बने रहना ज़रूरी है अपितु अब समय आ गया है कि संगठन को मजबूती प्रदान करने के लिए संगठन के पुनर्गठन के लिए राहुल गांधी को सर्वेसर्वा बनाया जाये।

नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की बुरी तरह हार के बाद पार्टी ने मंथन के लिए शनिवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक बुलाई. सूत्रों की मानें तो इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की थी जिसे सभी सदस्यों ने खारिज कर दिया. हालांकि अब यह खबर सामने आ रही है कि राहुल गांधी अपने इस्तीफे पर अड़े हुए है. उन्होंने कहा, मैं पार्टी के अध्यक्ष पद पर बना रहूं, यह जरूरी नहीं हैं. सूत्रों ने यह भी बताया कि राहुल गांधी ने बैठक में कहा कि पार्टी की लड़ाई के लिए उनका अध्यक्ष पद पर बने रहने की कोई आवश्यकता नहीं है.

सूत्रों के हवाले से यह भी खबर है कि बैठक में सर्वसम्मति से पार्टी के पुनर्गठन के लिए राहुल गांधी को सर्वेसर्वा बनाने का प्रस्ताव भी पेश किया गया. इन सभी कयासों और सवालों के जवाब देने के लिए कांग्रेस पार्टी वर्किंग कमेटी की बैठक समाप्त होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की.

कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘कांग्रेस कार्यसमिति 2019 लोकसभा चुनाव के जनादेश को विनम्रता से स्वीकार करती है. कांग्रेस पार्टी अपने मतदाताओं को धन्यवाद देती है. कांग्रेस पार्टी सकारात्मक विपक्ष का नेतृत्व निभाएगी. कार्य समिति कार्यकर्ताओं और प्रत्याशियों के प्रति आभार व्यक्त करती है.राहुल गांधी ने अपने इस्तीफे की पेशकश की, लेकिन कार्यसमिति के सदस्यों ने इसे खारिज करते हुए आह्वान किया किया कि पार्टी को उनके नेतृत्व की आवश्यकता है.’

उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस को राहुल गांधी के नेतृत्व की जरूरत है. कांग्रेस कार्यसमिति ने एक प्रस्ताव पारित किया. कांग्रेस को राहुल गांधी के मार्गदर्शन की जरूरत है. पार्टी में बड़े फेरबदल के लिए कार्य समिति ने पार्टी अध्यक्ष को ताकत दी है.’ सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी में बदवाल के लिए वर्किंग कमेटी ने राहुल गांधी को पूर अधिकार दिए है.

सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस विभाजनकारी राजनीति से लड़ने के लिए तैयार है. 
सुरजेवाला ने कही ये बात
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पूरे मीडिया में इस्तीफे की खबर फैलने के कुछ ही मिनटों बाद पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शनिवार को स्पष्ट किया था कि इस मामले में कोई सच्चाई नहीं है और यह गलत खबर है.

गृह मंत्रालय की केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों को चौकन्ना रहने के आदेश

कुशवाहा, महागठबंधन के नेताओं ओर आम आदम पार्टी के भारद्वाज द्वारा नतीजे अनुरूप न आने पर गृह युद्ध छिड़ने की धमकी दिये जाने पर, गृह मंत्रालय ने अनुकूल नतीजे न मिलने पर हिंसा भड़काने को आतुर दलों का नाम लिए बिना एक अलर्ट जारी किया है। मंत्रालय का कहना है कि कुछ पक्षों द्वारा किए गए हिंसा भड़काने के आह्वान को देखते हुए यह कदम उठाया गया है.

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के लिए मतगणना से एक दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हिंसा की आशंका के मद्देनजर बुधवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अलर्ट कर दिया. मंत्रालय का कहना है कि कुछ पक्षों द्वारा किए गए हिंसा भड़काने के आह्वान को देखते हुए यह कदम उठाया गया है. 

मंत्रालय ने एक बयान में यह भी कहा कि उसने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कानून एवं व्यवस्था तथा शांति बनाये रखने के लिए कहा है.

बयान में कहा गया है,‘गृह मंत्रालय ने राज्य के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों को कल मतगणना के सिलसिले में देश के अलग..अलग हिस्सों में हिंसा भड़कने की आशंका के संबंध में अलर्ट किया है.’  मंत्रालय ने कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को साथ ही यह भी कहा गया है कि वे स्ट्रांग रुम और मतगणना स्थलों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त कदम उठायें.

इसमें कहा गया है,‘यह विभिन्न पक्षों की ओर से मतगणना वाले दिन हिंसा भड़काने और बाधा उत्पन्न करने के लिए किए गए आह्वान और दिये गए बयानों के संबंध में किया गया है.’’ 

एक अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को सूचना मिली है कि कुछ संगठन और व्यक्तियों ने, विशेष तौर पर उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार और त्रिपुरा में, कुछ बयान दिये हैं जिससे हिंसा उत्पन्न होने की आशंका है और इससे मतगणना प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न हो सकती है.’’ 

लोकसभा चुनाव सात चरणों में 11 अप्रैल से 19 मई तक हुए थे. मतगणना गुरुवार को होगी.

सिद्धू की वाणी को जबरन विराम मिला

नई दिल्ली:

मोदी को गालियां बकते बकते वह कब पंजाब के मुख्यमंत्री को भी अपने शब्द बाणों से घायल कर गए यह बहुत बोलने वाले मियां बीवी को पता ही नहीं चला।
कांग्रेस के स्टार प्रचारक नवजोत सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू ने कहा है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को प्रदेश की सभी 13 सीट पर जीत का विश्वास है फिर प्रदेश में सिद्धू के चुनाव प्रचार की क्या जरूरत है। डॉ. सिद्धू शनिवार को पूर्वी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार गुरजीत सिंह औजला के चुनाव प्रचार के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहीं थीं।
अब हालात यह हैं की उन्हे अपने ध्वनि यंत्र अथवा वोकल कॉर्ड वजह से छुट्टी लेनी पड़ रही है। वैसे भी सभी ने सुनील जाखड़ को भविष्य का मुख्य मंत्री मान लिया है ऐसे में सिद्धू की वाणी को विराम लगना बनता है।

लोकसभा चुनाव 2019 के 6 चरणों का मतदान हो चुका है. 19 मई को सातवें चरण का मतदान होना बाकी है. इसी बीच कांग्रेस को एक झटका लगा है. कांग्रेस नेता और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू का गला खराब हो गया है. लोकसभा चुनाव के दौरान सिद्धू अपने विवादास्‍पद बयानों, तुकबंदी और जुमलों से चुनाव माहौल को गरम बनाए हुए थे. अचानक गला खराब हो जाने से कांग्रेस और सिद्धू दोनों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. 19 मई को  पंजाब की 13 लोकसभा सीटों पर भी वोटिंग होनी है. पंजाब में जीत के लिए सभी राजनैतिक पार्टियां इन दिनों जमकर प्रचार कर रही हैं.

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Navjot Singh Sidhu’s office: Navjot Singh Sidhu put on steroid medication and injections due to continuous speech damaging his vocal cords. At the moment Mr. Sidhu is under the medication & in process of a quick recovery to return-back to campaigning at the earliest. (file pic)3872:32 PM – May 13, 2019513 people are talking about thisTwitter Ads info and privacy

कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) भी अपनी पार्टी को जीत दिलाने के लिए ताबड़तोड़ प्रचार कर रहे थे. अचानक नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) को लेकर अब एक खबर आ रही है कि रैलियों में भाषण दे देकर उनका गला खराब हो गया है और वो इसका इलाज करा रहे हैं.नवजोत सिंह सिद्धू के कार्यालय से जारी बयान में कहा गया कि, लगातार प्रचार की वजह से सिद्धू का गला खराब हो गया है. जिसके बाद डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं. जारी बयान में कहा गया है कि ‘वह जल्द ही चुनाव प्रचार के लिए वापस आएंगे.

अमर सिंह की नवजोत को नसीहत:
पीएम नरेंद्र मोदी(PM Modi) पर कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू(Navjot Singh Sidhu) के लगातार तीखे हमलों ने राज्यसभा सांसद अमर सिंह(Amar Singh) को बेचैन कर दिया है.उन्होंने नवजोत सिंह सिद्धू पर करारा हमला बोला है. नरेंद्र मोदी पर तीखे बयानों को लेकर सिद्ध को संबोधित करते हुए अमर सिंह ने कहा है कि अगर आसमान पर थूकोगे तो थूक चेहरे पर ही गिरेगा. देश के निर्वाचित प्रधानमंत्री को अपशब्द बोलना शोभा नहीं देता. अपने ट्विटर हैंडल से पोस्ट किए वीडियो में अमर सिंह ने कहा है कि राजनीति में विवाद स्वाभाविक है. नरेंद्र मोदी का भी गुजरात में शंकर सिंह बाघेला और केशुभाई पटेल से विवाद हो चुका, मगर उन नेताओं के बारे में नरेंद्र मोदी ने कभी गलत बातें नहीं कहीं. खुद का केस बताते हुए अमर सिंह ने कहा कि उन्हें समाजवादी पार्टी से दो-दो बार निकाला गया, मगर आपको तो नहीं निकाला गया. सिर्फ बीजेपी ने अरुण जेटली के लिए टिकट काटा. बावजूद इसके आपकी पीड़ा को समझते हुए बीजेपी ने राज्यसभा भेजा. आपने इसे स्वीकार भी किया. फिर कांग्रेस में जाने के लिए आपने राज्यसभा से इस्तीफा भी दे दिया.यह आपका अधिकार भी है. मैं आपको जेंटलमैन समझता रहा. मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां स्वीकार्य नहीं हैं. 

एक खबर के मुताबिक कांग्रेस के स्टार प्रचारक माने जाने वाले सिद्धू ने लोकसभा चुनाव के दौरान 28 दिनों में 80 राजनैतिक रैलियों को संबोधित किया है. लगातार रैलियों में बोलने की वजह से उनका गला खराब हो गया . जिसके बाद डॉक्टर उन्हें स्टेरॉयड की दवा और इंजेक्शन दे रहे हैं.

सिद्धू को 14 मई को बिहार और 15 मई को बिलासपुर में रैली करनी थी. जो अब शायद स्थगित करनी करनी पड़े. 16 मई और 17 मई को वह एमपी में भी रैली करने वाले थे. गला खराब होने के बाद सिद्धू और कांग्रेस के लिए यह झटके के रूप में देखा जा रहा है.

हिंदू विरोध से जीत के दिवास्वप्न दखने वाले एक और नेता कमल हस्सन

कई राष्ट्रिय पुरसकारों से सम्मानित एक दिग्गज अभिनेता कमाल हस्सन ने एक मंच से अपने सालों से अर्जित ज्ञान को बघारा। विस्मय है कि इतने सूझवान नेता को हत्या और आतंक में भेद करने लायक सामर्थ्य नहीं है। यह उनकी राजनैतिक विवशता थी क्योंकि वह मुस्लिम बहुल इलाके में चुनावी रेल कर रहे थे ओर सामने गांधी कि प्रतिमा भी थी। बाद में उन्होने इसी बात का बहुत भोथरा स्पष्टीकरण देने का भी प्रयास किया जिससे उनकी मनो:स्थिति का पता चलता है। मक्कल नीधि मैयम (एमएनएम) के संस्थापक कमल हासन ने यह कहकर नया विवाद खड़ा कर दिया है कि आजाद भारत का पहला ‘‘आतंकवादी हिन्दू’’ था. वह महात्मा गांधी की हत्या करने वाले, नाथूराम गोडसे के संदर्भ में बात कर रहे थे. हस्सन मोदी विरोध कि राजनीति करने मैदान में उतरे हैं और उन्हे लगता है मोदि विरोध ही उनकी चुनावी वैतरणी पार लगायेगा।

सनद रहे नाथुराम गोडसे ने महात्मा गांधी कि हत्या कि थी, नाथुराम को इतिहास एक हत्यारे के रूप में जानता है न कि एक आतंकी के रूप में आज कमल हस्सन स्वयं को इतिहास आरों ओर अदालतों से अधिक श्रेष्ठ जताने कि चेष्टा कर रहे हैं। वह यह बताते दिख रहे हैं कि उस समय के लोगों को हत्या ओर आतंक के बीच ठीक उसी तरह फर्क नहीं पता था जैसे आज काँग्रेस को हत्या ओर शहादत के बीच फर्क नहीं मालूम

अरवाकुरिचि (तमिलनाडु): मक्कल नीधि मैयम (एमएनएम) के संस्थापक कमल हासन ने यह कहकर नया विवाद खड़ा कर दिया है कि आजाद भारत का पहला ‘‘आतंकवादी हिन्दू’’ था. वह महात्मा गांधी की हत्या करने वाले, नाथूराम गोडसे के संदर्भ में बात कर रहे थे. रविवार की रात एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए हासन ने कहा कि वह एक ऐसे स्वाभिमानी भारतीय हैं जो समानता वाला भारत चाहते हैं.

उन्होंने कहा, ‘‘मैं ऐसा इसलिए नहीं बोल रहा हूं कि यह मुसलमान बहुल इलाका है, बल्कि मैं यह बात गांधी की प्रतिमा के सामने बोल रहा हूं. आजाद भारत का पहला आतंकवादी हिन्दू था और उसका नाम नाथूराम गोडसे है. वहीं से इसकी (आतंकवाद) शुरुआत हुई.’’ महात्मा गांधी की 1948 में हुई हत्या का हवाला देते हुए हासन ने कहा कि वह उस हत्या का जवाब खोजने आये हैं.

Kamal Haasan during campaigning in Aravakurichi assembly constituency, Tamil Nadu, yesterday: “I am not saying this because many Muslims are here. I’m saying this in front of Mahatma Gandhi’s statue. First terrorist in independent India is a Hindu, his name is Nathuram Godse.” pic.twitter.com/LSDaNfOVK01,70210:13 AM – May 13, 2019Twitter Ads info and privacy1,697 people are talking about this

कमल हासन इससे पहले भी दक्षिणपंथी चरमपंथ पर निशाना साध चुके हैं. करीब डेढ़ साल पहले इस संबंध में उन्‍होंने एक विवादित लेख भी इस विषय पर लिखा था. उसमें उन्‍होंने लिखा था कि दक्षिणपंथी समूहों ने हिंसा का दामन इसलिये थामा क्योंकि उनकी पुरानी ”रणनीति” ने काम करना बंद कर दिया है. हसन ने तमिल पत्रिका ‘आनंद विकटन’ के अंक में अपने स्तंभ में आरोप लगाया था कि दक्षिणपंथी संगठनों ने अपने रुख में बदलाव किया है, हालांकि उन्होंने इसमें किसी का नाम नहीं लिया है.

कमाल हसन के इस वक्तव्य का विवेक ओबेरॉय ने खुल कर विरोध जताया है।