राजकमल फिल्म्स इंटरनेशनल (आरकेएफआई) और सोनी पिक्चर्स इंटरनेशनल प्रोडक्शंस को यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि हमारी बहुप्रतीक्षित परियोजना “अमरन”, इस दिवाली, 31 अक्टूबर 2024 को स्क्रीन पर आएगी।
साई पल्लवी-कमल हासन की राजकमल फिल्म्स इंटरनेशनल निर्मित “अमरन” दिवाली पर रिलीज़ होगी
अनिल बेदाग, डेमोक्रेटिक फ्रंट, मुंबई, 18 जुलाई :
राजकमल फिल्म्स इंटरनेशनल (आरकेएफआई) और सोनी पिक्चर्स इंटरनेशनल प्रोडक्शंस को यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि हमारी बहुप्रतीक्षित परियोजना “अमरन”, इस दिवाली, 31 अक्टूबर 2024 को स्क्रीन पर आएगी। तमिलनाडु नाट्य वितरण रेड जायंट मूवीज द्वारा किया जाएगा।
राजकुमार पेरियासामी द्वारा लिखित और निर्देशित यह फिल्म कश्मीर के लुभावने परिदृश्यों पर आधारित एक एक्शन इमोशनल ड्रामा है। अमरन में प्रिंस शिवकार्तिकेयन ने एक अभूतपूर्व अवतार में दमदार अभिनय किया है। स्क्रीन पर साई पल्लवी ने भी कमाल की भूमिका निभाई है, जो फिल्म में भावनात्मक गहराई जोड़ दी है।
शीर्ष पायदान की तकनीकी टीम में संगीत निर्देशक जी वी प्रकाश, प्रोडक्शन डिजाइनर राजीवन, सिनेमैटोग्राफर सीएच साई, संपादक आर कलैवानन और स्टीफन रिक्टर के साथ एक्शन डायरेक्टर अनबरीव मास्टर्स शामिल हैं।
उलगनयागन कमल हसन, श्री आर. महेंद्रन और सोनी पिक्चर्स इंटरनेशनल प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित और गॉड ब्लेस एंटरटेनमेंट द्वारा सह-निर्मित यह फिल्म शिव अरूर और राहुल सिंह द्वारा लिखित पुस्तक “इंडियाज मोस्ट फियरलेस” के अध्याय “मेजर वरदराजन” पर आधारित है।
2022 की ब्लॉकबस्टर हिट “विक्रम” के बाद, अमरन आ रहा है, जो सीमाओं को आगे बढ़ाने और देश भर के दर्शकों को लुभाने के लिए आरकेएफआई के समर्पण की पुष्टि करता है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2024/07/IMG-20240717-WA0008.jpg16001066Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2024-07-18 11:45:162024-07-18 11:45:50“अमरन” दिवाली पर रिलीज़ होगी
जब तक केंद्र सरकार किसानों की मांगें पूरी नहीं करेगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा: जगजीत सिंह ढल्लेवाल
रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो, 29जून :
भारतीय किसान यूनियन एकता सिधुपुर के प्रदेश अध्यक्ष. जगजीत सिंह ढल्लेवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि एस.के.एम. (गैर राजनीतिक) ने बेंगलुरु प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस की! कर्नाटक से किसान नेता कुरबारू शांताकुमार, पंजाब से हरियाणा से जगजीत सिंह ढल्लेवाल, सुखजीत सिंह, हरसुलिंदर सिंह, अभिमन्यु कोहाड, तमिलनाडु से लखविंदर सिंह औलख, जफर खान, तामिलनाडु से पी.आर.पांडयान, केरल से के.वी. बीजू आदि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसान नेता मौजूद थे।किसान नेता जगजीत सिंह ढल्लेवाल ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी कानून की मांग को लेकर शंभू, खानूरी, डबवाली और रतनपुरा बॉर्डर पर 13 फरवरी से किसान आंदोलन-2 चल रहा है! हजारों किसान 135 दिनों से ज्यादा समय से सड़कों पर जबरन प्रदर्शन कर रहे हैं।उन्होंने आगे कहा कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक केंद्र सरकार हमारी मांगें पूरी नहीं कर देती।उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि किसान समुदाय के गुस्से के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में 2019 के चुनावों की तुलना में इस बार के चुनावों में भाजपा सरकार को 71 से अधिक लोकसभा सीटों का नुकसान हुआ है और अगर भाजपा के नेतृत्व वाले एन.डी.ए. अगर सरकार ने अपनी किसान विरोधी नीतियों को नहीं बदला तो भाजपा को किसानों के और भी कड़े विरोध का सामना करना पड़ेगा। हरियाणा, महाराष्ट्र समेत देशभर में आगामी विधानसभा चुनाव वाले सभी राज्यों में किसानों में बीजेपी के खिलाफ काफी गुस्सा है।कुरबरू शांताकुमार ने कहा कि 8 जुलाई को एस.के.एम. (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा बीजेपी के 240 सांसदों को छोड़कर सभी राजनीतिक दलों के सांसदों और निर्दलीय सांसदों को किसानों की 12 मांगों को लेकर ज्ञापन देंगे।उन्होंने कहा कि जुलाई माह में दोनों मंचों की ओर से दिल्ली में किसान सम्मेलन किया जाएगा।आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि इसी कड़ी के तहत दक्षिण भारत के किसानों ने चल रहे किसान आंदोलन को और मजबूत करने के लिए 24 जून को शिवमोगा में एक विशाल किसान सम्मेलन का आयोजन किया था।लखविंदर सिंह औलख ने कहा कि एस.के.एम. (गैर-राजनीतिक) एक किसान सितंबर में हरियाणा में एक रैली का आयोजन कर रहा है। जिसमें सभी राज्यों के 1 लाख से अधिक किसान भाग लेंगे ताकि किसानों को एम.एस.पी. मौजूदा एन.डी.ए. बनाएगा गारंटी कानून। सरकार पर दबाव बनाने के लिए. किसान नेताओं ने आगे कहा कि फरवरी में केंद्र सरकार के साथ हुई 4 दौर की बातचीत में उन्होंने दक्षिण भारत के किसानों से जुड़े मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाया था।जैसे कि मजबूत संरचना के साथ मसाला ऐगाई का निर्माण, नारियल और गन्ना किसानों के लिए डाॅ स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार फसल के दाम आदि का सी-2+50% फॉर्मूला अनुसार फसलों भाव आदि। किसान नेताओं ने आगे बात करते हुए कहा कि एस.के.एम. पूरे देश में गैर-राजनीतिक
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2024/06/IMG-20240628-WA0066.jpg12001600Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2024-06-29 12:12:232024-06-29 12:12:39ढल्लेवाल ने दूसरे राज्यों के किसान नेता के साथ बेंगलुरु का दौरा किया
अयोध्या में प्रभु श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कांग्रेस ने उठाया तीन दिन शराब ठेके और मीट की दुकानें बंद करने का मुद्दा
एडीसी अमित महाजन को दिया गया मांग पत्र
संदीप वर्मा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जालंधर, 16 जनवरी
अयोध्या में प्रभु श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है। उसी दिन 22 जनवरी को महा दिवाली मनाई जाएगी। ऐसे में कांग्रेस नेताओं ने सोमवार को डीसी दफ्तर में एडीसी अमित महाजन को मांग पत्र दिया। उन्होंने मांग की कि 21 से 23 जनवरी तक शहर में मीट की दुकानें और शराब ठेके के बंद किए जाएं। इस मौके पर हल्का उत्तरी विधानसभा के विधायक व् आल इण्डिया कांग्रेस के सदस्य जूनियर अवतार हैनरी, विधायक परगट सिंह, जिला शहरी प्रधान रजिंदर बेरी, ब्लॉक प्रधान जगजीत सिंह कंबोज, ब्लॉक प्रधान हरीश ढल और साथी शामिल रहे।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2024/01/IMG-20240116-WA0773.jpg7681024Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2024-01-16 12:59:212024-01-16 13:11:13प्रभु श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कांग्रेस ने उठाया तीन दिन शराब ठेके और मीट की दुकानें बंद करने का मुद्दा
हाल ही में चिक्कोडी में एक कार्यक्रम में बोलते हुए, पाटिल ने कहा, “कृष्णा नदी का पानी मुफ़्त है। चूंकि उत्तरी कर्नाटक के कई क्षेत्र सूखे की चपेट में हैं, इसलिए मुख्यमंत्री मुफ्त में बीज और उर्वरक भी दे रहे हैं। अब किसान चाह रहे हैं कि राज्य में बार-बार सूखा पड़े और उनका कर्ज माफ हो जाए, जो सही तरीका नहीं है।”पाटिल ने यह भी कहा कि जलवायु परिस्थितियों के कारण राज्य में हर तीन या चार साल में एक बार सूखे की मार पड़ने की संभावना है। मंत्री ने कहा, “राज्य में हर तीन या चार साल में सूखे जैसी स्थिति देखने को मिलेगी और सरकार किसानों की मदद के लिए हमेशा मौजूद रहेगी।”
कर्नाटक सरकार में सहकारिता मंत्री शिवानंद पाटिल के बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है। कर्नाटक बीजेपी ने पाटिल से उनके बयान वापस लेने की मांग की है। दरअसल मंत्री शिवानंद पाटिल ने कहा है कि जलवायु परिस्थितियों के कारण राज्य में हर तीन या चार साल में एक बार सूखे की मार पड़ने की संभावना है। चिक्कोडी में एक कार्यक्रम में बोलते हुए, पाटिल ने कहा, “कृष्णा नदी का पानी मुफ़्त है। चूंकि उत्तरी कर्नाटक के कई क्षेत्र सूखे की चपेट में हैं, इसलिए मुख्यमंत्री मुफ्त में बीज और उर्वरक भी दे रहे हैं। अब किसान चाह रहे हैं कि राज्य में बार-बार सूखा पड़े और उनका कर्ज माफ हो जाए। मंत्री ने कहा कि हलांकि ये सही तरीका नहीं है।
भाजपा ने कहा है कि कॉन्ग्रेस कर्नाटक के किसानों का मजाक उड़ा रही है। गौरतलब है कि कर्नाटक में इस बार सूखा पड़ रहा है और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने इसको लेकर कर्जों में कुछ राहत का ऐलान भी किया है। कर्नाटक भाजपा के अध्यक्ष BY विजयेन्द्र ने कहा है कि कॉन्ग्रेस ने किसानों को गाली देने की संस्कृति और किसानों का जीवन खराब करने की नीति अपना ली है। यह जिम्मेदारी शिवानंद पाटिल को दी गई है।” उन्होंने शिवानंद पाटिल से तुरंत माफ़ी माँगने को कहा है।
शिवानंद पाटिल ने सितम्बर 2023 में भी किसानों पर विवादित बयान देते हुए कहा था कि किसान मुआवजे का पैसा लेने के लिए आत्महत्या कर लेते हैं। उन्होंने कहा था कि यह तबसे बढ़ा है जबसे सरकार ने मुआवजे की धनराशि बढ़ाई है।
उन्होंने संवेदनहीनता दिखाते हुए कहा था कि जिन किसानों की मौत प्रेम प्रसंगों, हृदय गति रुकने या फिर शराब पीने से हो रही है उनको भी किसान आत्महत्याओं में दिखाया जा रहा है ताकि मुआवजा पाया जा सके। उन्होंने कहा था कि ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि उनके लालची रिश्तेदार मुआवजे की धनराशि पाना चाहते हैं। यह मानव प्रकृति है कि गलत कारणों को दिखा कर मुआवजा लिया जाए।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/12/06_09_2023-shivanand_patil_23522886.jpg6751200Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-12-25 14:02:012023-12-25 14:02:34लोन माफी के लिए किसान चाहते हैं सूखा पड़े : शिवानंद पाटिल
भारत चांद के किसी भी हिस्से में यान उतारने वाला दुनिया का चौथा देश भी बन गया है। इससे पहले अमेरिका, सोवियत संघ और चीन को ही यह कामयाबी मिली है। अब सभी को विक्रम लैंडर से प्रज्ञान रोवर के बाहर आने का इंतजार है। धूल का गुबार शांत होने के बाद यह बाहर आएगा। इसमें करीब 1 घंटा 50 मिनट लगेगा। इसके बाद विक्रम और प्रज्ञान एक-दूसरे की फोटो खींचेंगे और पृथ्वी पर भेजेंगे।
भारत ने इतिहास रच दिया है क्योंकि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के महत्वाकांक्षी तीसरे चंद्र अभियान चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर ने बुधवार शाम को चंद्रमा की सतह को छू लिया है। भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला चौथा देश और धरती के एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया है, जो अब तक अनछुआ था।
इस अभियान के तहत यान ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर सफल ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ की, जहां अभी तक कोई देश नहीं पहुंच पाया था। चंद्र सतह पर अमेरिका, पूर्व सोवियत संघ और चीन ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ कर चुके हैं, लेकिन उनकी ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर नहीं हुई थी। ‘चंद्रयान 3’ की सफलता को लेकर देश भर में प्रार्थनाएँ हो रही थीं।
बता दें कि ISRO के ‘चंद्रयान 3’ का बजट मात्र 75 मिलियन डॉलर (615 करोड़ रुपए) ही था, जो अंतरिक्ष के विषय पर बनी हॉलीवुड की फिल्म ‘Interstellar’ (2014) के बजट से भी कम है। दुनिया के सबसे अमीर उद्योगपति एलन मस्क ने भी इस पर टिप्पणी की है। बता दें कि ‘इंटरस्टेलर’ का बजट 165 मिलियन डॉलर था। एलन मस्क ने कहा है कि ये मिशन भारत के लिए काफी अच्छा है। बता दें कि ‘चंद्रयान 3’ को 14 जुलाई, 2023 को अंतरिक्ष के लिए लॉन्च किया गया था।
BRICS समिट में हिस्सा लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लैंडिंग के कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़े हुए थे। जहाँ ‘चंद्रयान 3’ के लैंडर का नाम विक्रम है, वहीं इसके रोवर का नाम प्रज्ञान है। बता दें कि इस मिशन के बारे में जानकारी ISRO के मुखिया रहे के सिवन ने 2020 में ही दे दी थी। उन्होंने बताया था कि जहाँ रोवर और प्रोपल्शन मॉड्यूल में 250 करोड़ रुपए का खर्च आया है, वहीं वहीं लॉन्च सर्विस 365 करोड़ रुपए के खर्च से हुआ।
वहीं बता दें कि ‘चंद्रयान 2’ मिशन 978 करोड़ रुपए में पूरा किया था, लेकिन वो लैंड नहीं कर पाया था। उस दौरान भावुक के सिवन को सांत्वना देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वीडियो भी सामने आया था। जिस तरह से उन्होंने वैज्ञानिकों को ढाँढस बँधाया था, उसके बाद उनकी जम कर तारीफ़ हुई थी। वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इस कार्यक्रम से जुड़े प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस उपलब्धि पर मुस्कुराते हुए नजर आए। इसके बाद उन्होंने अपना संबोधन शुरू किया।
PM मोदी बोले- चंदा मामा के दूर के नहीं, एक टूर के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़कर वैज्ञानिकों को बधाई दी। उन्होंने कहा- यह क्षण भारत के सामर्थ्य का है। यह क्षण भारत में नई ऊर्जा, नए विश्वास, नई चेतना का है। अमृतकाल में अमृतवर्षा हुई है। हमने धरती पर संकल्प लिया और चांद पर उसे साकार किया। हम अंतरिक्ष में नए भारत की नई उड़ान के साक्षी बने हैं।
नया इतिहास बनते ही हर भारतीय जश्न में डूब गया है। पहले कहा जाता था कि चंदा मामा बहुत दूर के हैं। एक दिन ऐसा आएगा कि बच्चे कहेंगे चंदा मामा बस टूर के हैं।
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने कहा- भारतीय वैज्ञानिकों ने इतिहास रच दिया। उन्हें बधाई। चंद्रयान की सफलता मानवता के लिए बड़ा पल है।
तब रूस के नाम हो जाता यह रिकॉर्ड भारत से पहले रूस चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लूना-25 यान उतारने वाला था। 21 अगस्त को यह लैंडिंग होनी थी, लेकिन आखिरी ऑर्बिट बदलते समय रास्ते से भटक गया और चांद की सतह पर क्रैश हो गया।
चांद पर लैंडिंग में 41 दिन लगे
चंद्रयान-3 आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा से 14 जुलाई को 3 बजकर 35 मिनट पर लॉन्च हुआ था। इसे चांद की सतह पर लैंडिंग करने में 41 दिन का समय लगा। धरती से चांद की कुल दूरी 3 लाख 84 हजार किलोमीटर है।
लैंडिंग के बाद अब क्या होगा?
डस्ट सेटल होने के बाद विक्रम चालू होगा और कम्युनिकेट करेगा।
फिर रैंप खुलेगा और प्रज्ञान रोवर रैंप से चांद की सतह पर आएगा।
पहिए चांद की मिट्टी पर अशोक स्तंभ और ISRO के लोगो की छाप छोड़ेंगे।
विक्रम लैंडर प्रज्ञान की फोटो खींचेगा और प्रज्ञान विक्रम की। ये फोटो वे पृथ्वी पर भेजेंगे।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/08/chandryaan-3.jpg698512Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-08-23 13:23:222023-08-23 13:23:44अब चंदामामा दूर के नहीं : प्रधान मंत्री
घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गई और हालात को काबू पाने की कोशिश की। पुलिस ने भीड़ को शांत करने के लिए फायरिंग भी की। फायरिंग में तीन लोगों को गोली लगी है। वहीं पत्थरबाजी में कई घायल हुए हैं। इसके अलावा भीड़ ने पांच गाड़ियों में भी आग लगा दी गई। घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव है और और कई जगहों से छिटपुट घटनाओं की खबर आ रही है। फिलहाल ज्यादातर बाजार बंद हो चुके हैं और लोग अपने घर जा चुके हैं।
सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 31 जुलाई :
हरियाणा के नूंह में एक बार फिर भारी हिंसा पनप उठी है। सोमवार को जब यहां से हिंदुओं की धार्मिक बृजमंडल यात्रा निकली तो इस दौरान अचानक से बवाल हो गया। दूसरे पक्ष के लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। धीरे-धीरे बवाल इतना ज्यादा बढ़ गया कि आगजनी भी शुरू हो गई. बवाल में कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुईं हैं। कुछ गाड़ियां आग के हवाले भी की गई हैं। इसके साथ ही पथराव में कई लोगों के घायल होने की भी खबर है। पत्थरबाजों ने पुलिस फोर्स पर भी पथराव किया है। हालांकि, पुलिस फोर्स मौके पर तनावपूर्ण हालातों को संभालने में लगी हुई है। वहीं हालातों को देखते हुए मौके पर और पुलिस फोर्स की तैनाती की जा रही है। पुलिस के साथ-साथ प्रशासन के आला अधिकारी भी हालात काबू करने में लगे हैं।
सोमवार को विश्व हिंदू परिषद और मातृशक्ति दुर्गा वाहिनी की तरफ से निकाली जा रही ब्रजमंडल यात्रा के दौरान बवाल हो गया। दो गुटों में हुए टकराव के बाद तीन दर्जन से ज्यादा गाड़ियों को आग लगा दी गई। पुलिस पर भी पथराव किया गया।
इसमें कई लोग और पुलिसवाले घायल हो गए। दो लोगों की गोली लगने से मौत की भी खबर है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई। नूंह जिला प्रशासन ने हालात से निपटने के लिए दूसरे जिलों से पुलिस फोर्स बुलाई है, साथ ही पूरे जिले में धारा 144 लगाते हुए दो दिन के लिए इंटरनेट भी बंद कर दिया गया। जिले की सीमाएं सील कर दी गई हैं।
ब्रजमंडल यात्रा नूंह के नल्हड़ शिव मंदिर से फिरोजपुर-झिरका की तरफ रवाना हुई थी। जैसे ही यात्रा तिरंगा पार्क के पास पहुंची, वहां एक समूह के लोग पहले से जमा थे। आमने-सामने आते ही दोनों पक्षों में तकरार हो गई और देखते ही देखते पथराव शुरू हो गया।
सोमवार दोपहर को सबसे पहले तिरंगा पार्क के पास हिंसा भड़की जिसने देखते ही देखते पूरे नूंह शहर को अपनी चपेट में ले लिया। इस दौरान पुराना बस स्टैंड, होटल बाइपास, मेन बाजार, अनाज मंडी और गुरुग्राम-अलवर हाईवे पर एक के बाद एक गाड़ियां फूंक दी गई।
दोपहर तक 40 से ज्यादा वाहनों में आगजनी और तोड़फोड़ हो गई। इनमें कारों के अलावा बसें, बाइक, स्कूटी और दूसरे वाहन शामिल रहे। गाड़ियों में लगाई गई आग की वजह से नूंह शहर के आसमान में धुआं ही धुआं नजर आने लगा।
शाम 5 बजे तक नूंह चौक पर सबसे ज्यादा तनाव बना रहा। पलड़ी रोड पर श्मशान घाट के पास काली माता मंदिर में भी तोड़फोड़ के बाद आगजनी की गई।
उधर हिंसा होते ही पूरे नूंह शहर की मार्केट बंद हो गई। सबसे पहले तिरंगा पार्क के आसपास के इलाके की दुकानें बंद हुईं। उसके बाद देखते ही देखते नूंह सिटी के मेन मार्केट के अलावा नया बाजार, गली बाजार और होडल बाइपास समेत शहर के दूसरे मार्केट भी दुकानदारों ने बंद कर दिए।
जिला प्रशासन ने स्थिति को कंट्रोल करने के लिए साथ लगते पलवल, फरीदाबाद और रेवाड़ी जिलों से पुलिस की 10 कंपनियां बुला ली हैं।
ब्रजमंडल यात्रा के दौरान हिंसा भड़कते ही आसपास के ग्रामीण इलाकों से अलग-अलग युवाओं के ग्रुपों ने नूंह शहर की तरफ कूच कर दिया। हथियारों से लैस इन लोगों ने रास्ते में आने वाले वाहनों में तोड़फोड़ की और लूटपाट मचाई। उपद्रवियों ने कई जगह पुलिस टीमों पर भी हमला किया। इनके उत्पात से जुड़े कई वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गए।
नूंह शहर में बवाल के बाद हालात इस कदर खराब हो गए कि व्यापारी भी खौफ में आ गए। नूंह अनाज मंडी में कुछ व्यापारियों से लूटपाट की बात सामने आई। हालांकि आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं हो पाई।
CM मनोहर लाल खट्टर के OSD जवाहर यादव ने कहा कि पुलिस अपना काम कर रही है। आसपास के जिलों की पुलिस नूंह पहुंच चुकी है। लोगों से अपील है कि वह घरों से बाहर न निकलें ताकि असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई की जा सके। आम लोग घर पर रहेंगे तो पुलिस-प्रशासन को दंगाइयों से निपटने में आसानी होगी।
बता दें कि एक दिन पहले ही गो रक्षक मोनू मानेसर ने इस यात्रा में अपनी टीम के साथ शामिल होने की जानकारी देते हुए वीडियो जारी किया था।
राजस्थान के भरतपुर की पुलिस टीम मोनू को पकड़ने के लिए नूंह पहुंची है। भरतपुर के SP मृदुल कच्छावाह ने इसकी पुष्टि की। हंगामा होने तक मोनू यात्रा में नहीं पहुंचा था।
हरियाणा में बजरंग दल के प्रांत गौरक्षा प्रमुख मोनू मानेसर पर राजस्थान में भरतपुर के रहने वाले दो युवकों नासिर और जुनैद की हत्या का आरोप है। इन दोनों को भिवानी में उनकी गाड़ी के अंदर जिंदा जला दिया गया था। मोनू इस केस में वांटेड है।
बता दें कि एक दिन पहले ही गो रक्षक मोनू मानेसर ने इस यात्रा में अपनी टीम के साथ शामिल होने की जानकारी देते हुए वीडियो जारी किया था।
राजस्थान के भरतपुर की पुलिस टीम मोनू को पकड़ने के लिए नूंह पहुंची है। भरतपुर के SP मृदुल कच्छावाह ने इसकी पुष्टि की। हंगामा होने तक मोनू यात्रा में नहीं पहुंचा था।
हरियाणा में बजरंग दल के प्रांत गौरक्षा प्रमुख मोनू मानेसर पर राजस्थान में भरतपुर के रहने वाले दो युवकों नासिर और जुनैद की हत्या का आरोप है। इन दोनों को भिवानी में उनकी गाड़ी के अंदर जिंदा जला दिया गया था। मोनू इस केस में वांटेड है।
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और मातृशक्ति दुर्गावाहिनी की तरफ से हर साल नूंह इलाके में ब्रजमंडल यात्रा निकाली जाती है। यह यात्रा नूंह से शुरू होती है और इसका समापन फिरोजपुर झिरका के गांव सिगार में होता है।
सोमवार सुबह बजरंग दल और गौरक्षा दल ने हरी झंडी दिखाकर नूंह से यात्रा को रवाना किया।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/07/मुसलमानों-ने-किया-पथराव.jpg375500Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-07-31 13:05:472023-07-31 13:14:05हरियाणा में विश्व हिंदू परिषद की ब्रजमंडल यात्रा पर पथराव, नूंह शहर में पसरा सन्नाटा, इंटरनेट बंद, धारा-144 लागू
जब अंग्रेज भारत में आए उस समय हमारे देश को हिन्दुस्तान कहा जाता था। हालांकि ये शब्द बोलने में उन्हें परेशानी होती थी।जब अंग्रेजों को पता चला कि भारत की सभ्यता सिंधु घाटी है जिसे ‘Indus Valley’ वैली भी कहा जाता है, इस शब्द को लैटिन भाषा में INDIA कहा जाता है तो अंग्रेजों ने भारत को ‘INDIA’ कहना शुरू कर दिया।
मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकता है विपक्ष
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दे सकता विपक्ष
‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल दलों की बैठक में लिया गया फैसला
सारिका तीवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/नयी दिल्ली – 25 जुलाई :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (25 जुलाई, 2023) को भाजपा के संसदीय दल को संबोधित करने के दौरान विपक्ष के नए गठबंधन पर भी जम कर हमला बोला। बता दें कि विपक्ष ने यूपीए को अलविदा कहते हुए अपने गठबंधन का नाम ‘I.N.D.I.A’ रखा है, जिसे ‘इंडिया’ कह कर प्रचारित किया गया। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने याद दिलाया है कि आतंकी संगठन ‘इंडियन मुजाहिदीन’ और आक्रांता अंग्रेजों की ‘ईस्ट इंडिया कंपनी’ के नाम में भी तो इंडिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (I.N.D.I.A.) पर निशाना साधे जाने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन पर पलटवार किया है। राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री इस गठबंधन को लेकर कुछ भी कहें, लेकिन हम ‘I.N.D.I.A’ है, जो मणिपुर को मरहम लगाने और हर महिला तथा बच्चे के आंसू पोंछने में मदद करेगा। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि यह विपक्षी गठबंधन मणिपुर में भारत की अवधारणा का पुनर्निर्माण करेगा।
दरअसल प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को विपक्षी गठबंधन ‘I.N.D.I.A.’ को देश का अब तक का सबसे ‘दिशाहीन’ गठबंधन करार दिया और ईस्ट इंडिया कंपनी तथा इंडियन मुजाहिदीन जैसे नामों का हवाला देते हुए कहा कि केवल देश के नाम के इस्तेमाल से लोगों को गुमराह नहीं किया जा सकता।
भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन ‘I.N.D.I.A.’ में शामिल कुछ विपक्षी दल लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस ला सकते हैं। मंगलवार सुबह ‘I.N.D.I.A.’ के घटक दलों की बैठक में नोटिस सौंपने के प्रस्ताव पर चर्चा की गई।
दरअसल, संसदीय प्रणाली में नियम 198 के तहत यह व्यवस्था दी गई है कोई भी सांसद सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस लोकसभा अध्यक्ष के दे सकता है। ठीक ऐसी ही व्यवस्था राज्यों में मामले में विधानसभा में की गई है। केंद्र या राज्य सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास होने का मतलब है कि अब मंत्री परिषद ने सदन में अपना विश्वास खो दिया है। सदन में बहुमत उसके पक्ष में नहीं है। ऐसी स्थिति में सरकार गिर जाती है। प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री समेत पूरी कैबिनेट को इस्तीफा देना पड़ता है।
सूत्रों ने कहा कि संघर्षग्रस्त मणिपुर की स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को संसद में बोलने के लिए मजबूर करने के विभिन्न विकल्पों पर विचार करने के बाद यह निर्णय लिया गया कि सरकार को इस मुद्दे पर चर्चा शुरू करने के लिए मजबूर करने का यह एक प्रभावी तरीका होगा। सूत्रों ने कहा कि मणिपुर पर सरकार को घेरने की विपक्ष की रणनीति राज्यसभा में भी जारी रहेगी।
बता दें, 20 जुलाई से शुरू हुए संसद के मानसून सत्र के पहले मणिपुर का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया जा रहा है। इस वीडियो के सामने आने के बाद संसद के दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) में विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया।
विपक्ष पीएम मोदी से मणिपुर पर सदन में जवाब देने की मांग पर अड़ा है, जबकि सरकार का कहना है कि वह मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष चर्चा नहीं करने दे रहा है। सत्र का तीन दिन हंगामे की भेंट चढ़ गया।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/07/maxresdefault-3.jpg7201280Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-07-25 14:05:062023-07-25 14:10:33संसद में I.N.D.I.A. अविश्वास प्रस्ताव ला सकता है 
कर्नाटक में जैन आचार्य श्री काम कुमार नंदी जी के अपहरण और हत्या के विरोध में जैन महासंघ ट्राईसिटी चंडीगढ़ के बैनर तले चंडीगढ़ पंचकूला मोहाली, जीरकपुर और ट्राइसिटी के सकल जैन समाज द्वारा चंडीगढ़ में विराजित सभी जैन संत महाराजो के सान्निध्य में श्री दिग्म्बर जैन मंदिर सेक्टर 27 के बाहर विशाल धरना एवं रोष प्रदर्शन का आयोजन किया गया। रोष प्रदर्शन के बाद जैन समाज के प्रतिनिधियों द्वारा प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृहमंत्री व कर्नाटक के मुख्यमंत्री को प्रेषित करने हेतु चंडीगढ़ वक प्रशासक एव राज्यपाल पंजाब बनवारीलाल पुरोहित को ज्ञापन पत्र सौंपा। जिसमें जैन समाज द्वारा घटना की घोर निंदा करते हुए इस प्रकरण में लिप्त साजिशकर्ताओ व दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने व जैन मुनियों की सुरक्षा की मांग की गई है।उक्त जानकारी देते हुए जैन महासंघ के संयोजक कैलाश चंद जैन व कार्यक्रम कॉर्डिनेटर धर्म बहादुर जैन ने बताया किइस अवसर पर दिगम्बर जैन मुनि अचार्य सुबल सागर जी महाराज ससंघ 15 पीछी, मुनि श्री विनय कुमार जी आलोक , मुनि श्री अभय कुमार जी, मुनि श्री पीयूष मुनि जी ठाणे 3, व मुनि श्री डॉ. इंदरजीत मुनि महाराज साहब विशेष रूप से उपस्थित रहे।
इस अवसर पर धरना प्रदर्शन में जैन महासंघ ट्राइसिटी के संयोजक कैलाश चंद जैन, संजय जैन, मुकेश जैन, मनोज जैन, दिगंबर जैन मंदिर सोसाइटी चंडीगढ़ के प्रधान नवरत्न जैन , महासचिव संत कुमार जैन, कैशियर राजा बहादुर सिंह जैन, जैन मिलन चंडीगढ़ के प्रधान धर्म बहादुर जैन , सदस्य रमेश जैन, करुण जैन, इंदर मल जैन, शांत कुमार जैन, नीरज जैन, अहिंसा सेवा समिति के महासचिव रजनीश जैन, सदस्य राजेंद्र प्रसाद जैन, आर.पी.जैन, एसएस जैन सभा सेक्टर 18 के प्रधान सुभाष चंद्र जैन महामंत्री, सुकेश कुमार जैन, श्री आत्म वल्लभ जैन सोसायटी सेक्टर 28 के प्रधान सुशील जैन,महासचिव प्रदीप जैन, श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर के किशोरी लाल जैन, प्रदीप जैन, एसएस जैन सभा पंचकूला के प्रधान ईश कुमार जैन,एसएस जैन सभा मोहाली के प्रधान अशोक जैन सहित बड़ी संख्या में जैन समाज के सदस्यों ने ने हिस्सा लिया।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/07/IMG-20230722-WA0379.jpg8531280Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-07-22 13:02:532023-07-22 13:03:16जैन मुनि के अपहरण और हत्या के विरोध में ट्राईसिटी के जैन समाज ने किया आक्रोश प्रदर्शन
कांग्रेस कर्नाटक के इंचार्ज रणदीप सुरजेवाला मीडिया के सामने आए और बोले कि 48 से 72 घंटे में कैबिनेट का गठन हो जाएगा। अभी कोई आखिरी फैसला नहीं लिया गया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बातचीत कर रहे हैं। इसी बीच यह बात सामने आई कि अब डीके शिवकुमार को मनाने की जिम्मेदारी प्रियंका गांधी को सौंप दी गई है। वे शाम को डीके से बात करेंगी। कर्नाटक में दूसरा फॉर्मूला तीन डिप्टी सीएम वाला सामने आया है। यानी किसी एक नेता को सीएम बनाया जाए और तीन डिप्टी सीएम बनाए जाएं। ये तीनों अलग अलग समुदाय से हों। लिंगायत समुदाय से एमबी पाटिल को डिप्टी सीएम बनाया जाए। इसके अलावा 21% आबादी वाले SC/ST समुदाय से जी परमेश्वर और 7 बार के पूर्व सांसद केएच मुनियप्पा को डिप्टी सीएम बनाया जाए। मुनियप्पा पहली बार विधानसभा चुनाव में उतरे हैं। माना जा रहा है कि इस फॉर्मूले से 2024 लोकसभा चुनाव में भी सियासी समीकरण साधने की कोशिश की जा सकती है।
कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार सीएम बनने पर अड़ गए हैं। अब सिद्धारमैया-डीके के साथ राहुल गांधी बैठक कर रहे हैं। सिद्धारमैया को सीएम बनाने का फैसला आलाकमान ले चुका है। इस मीटिंग में इस पर आखिरी मोहर लगेगी।
कर्नाटक में नए मुख्यमंत्री को लेकर कांग्रेस आलाकमान अब तक किसी फैसले पर नहीं पहुंच पाया है। राज्य के कांग्रेस प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि नए सीएम को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के बीच मंथन चल रहा है और एक या दो दिन के अंदर इसी घोषणा कर दी जाएगी। दरअसल सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के ज्यादातर नवनिर्वाचित विधायक सिद्धारमैया को कर्नाटक की कमान सौंपने के पक्ष में हैं, लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार सीएम पद से कम पर मानने को तैयार नहीं। उन्होंने एक बार फिर से साफ कर दिया है कि वह डिप्टी सीएम या फिर कोई मंत्री पद स्वीकार नहीं करेंगे और इस मसले के हल होने तक दिल्ली में डटे रहेंगे।
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस आलाकमान ने इस बीच कर्नाटक में सीएम पद के लिए 50:50 का फॉर्मूला भी पेश किया। इस फॉर्मूले के तहत सिद्धारमैया और शिवकुमार सीएम की कुर्सी पर ढाई-ढाई साल के लिए बारी-बारी से बठेंगे। सूत्रों ने इस फॉमूले को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि इसके तहत सिद्धारमैया पहले ढाई साल के लिए सीएम बनेंगे। इस दौरान शिवकुमार डिप्टी सीएम का पद संभालेंगे। इसके साथ ही लोकसभा चुनाव तक के लिए वह कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष भी बन रहेंगे। फिर ढाई साल बाद डीके शिवकुमार सीएम की कुर्सी पर बैठेंगे।
आज सुबह दिल्ली में लिखी जा रही कर्नाटक सरकार की स्क्रिप्ट घंटे दर घंटे बदल रही है। डीके ने हाईकमान से कहा है कि लोकसभा की 20 से 22 सीटें वे जितवा सकते हैं।
सुबह खड़गे और राहुल गांधी के साथ डीके-सिद्धा की मीटिंग हुई थी, लेकिन एकराय नहीं बन सकी थी। फिलहाल बेंगलुरु में चल रहीं शपथ ग्रहण की तैयारियां रोक दी गई हैं। इससे पहले डीके ने कहा था कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो उनकी लीडरशिप में काम करने को तैयार हैं।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/05/srdk.jpg552986Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-05-17 15:05:562023-05-17 15:09:53सिद्धारमैया ही बनेंगे कर्नाटक के CM
मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना ‘‘जहरीले सांप’’ से करने के बाद, कांग्रेस अध्यक्ष के बेटे प्रियांक खड़गे ने सोमवार को अपने पिता को देश के सर्वोच्च अधिकारी के धारक को ‘‘नालायक बेटा’’ बताया। प्रियांक खड़गे ने प्रधानमंत्री की तरफ इशारा करते हुए कहा,‘‘जब आप गुलबर्गा आए तो आपने बंजारा समुदाय को चिंता न करने के लिए कहा। आपने कहा कि दिल्ली में बनारस का बेटा बैठा है। प्रधानमंत्री ने खुद को बंजारा समुदाय का बेटा बताया, लेकिन बेटा अगर ऐसा नालायक होगा तो घर कैसे चलेगा।”मल्लिकार्जुन खड़गे अपनी सफाई में कहा था, ‘‘यदि मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंचा है, अगर इसका गलत अर्थ निकाला गया और किसी को दुख पहुंचा तो मैं इसके लिए विशेष खेद व्यक्त करता हूं। ’’ उन्होंने ने आगे कहा कि उनकी टिप्पणी व्यक्तिगत रूप से पीएम मोदी के लिए नहीं थी। अब उनका बेटा भी ऐसा हि कुछ कहेगा।
डेमोक्रेटिक फ्रन्ट(ब्यूरो) कलबुर्गी/नई दिल्ली – 01 मई :
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर ‘‘जहरीले सांप’’ कहने वाले बयान के बाद अब उनके बेटे प्रियांक खरगे ने प्रधानमंत्री को ‘नालायक’ कहा है। प्रियांक पूर्व मंत्री रह चुके हैं और इस बार कर्नाटक के कलबुर्गी जिले के चित्तपुर विधानसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी ने अनुसूचित जाति समुदाय के लिए आरक्षण के बारे में भ्रम पैदा किया था।
प्रियांक खड़गे ने कर्नाटक चुनाव से पहले कलबुर्गी में पीएम मोदी की एक रैली के बाद उनपर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी मालखेड़ा में बंजारा समुदाय से बोलते हैं कि उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है। उनका बेटा दिल्ली में बैठा हुआ है। लेकिन वो ऐसे नालायक बेटे का क्या करें। ऐसे नालायक बेटे के साथ अपना घर कैसे चलाएँ। प्रियांक खरगे ने कहा कि खुद को बंजारा समुदाय का बेटा बताकर पीएम ने बंजारा समुदाय के लिए ही आरक्षण की समस्या खड़ी कर दी।
भारतीय जनता पार्टी ने प्रियांक खड़गे के इस बयान पर आपत्ति जताई है। कर्नाटक भाजपा के प्रवक्ता ने कहा कि पीएम मोदी को नालायक बेटा कहकर प्रियांक खड़गे अपने पिता मल्लिकार्जुन खड़गे से भी आगे निकल गए हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष के बेटे ने आगे कहा, “हम जो कह रहे हैं वह यह है कि उन्होंने (प्रधानमंत्री) खुद को बंजारा समुदाय का बेटा बताया और आरक्षण को लेकर भ्रम पैदा किया। क्या बंजारा समाज के साथ अन्याय नहीं हुआ? शिकारीपुरा (शिवमोगा जिला) में येदियुरप्पा के घर पर पत्थर क्यों फेंके गए? कलबुर्गी और जेवरगी में बंद क्यों मनाया गया? आज आरक्षण को लेकर भ्रम की स्थिति है।”
सिद्धारमैया सरकार में मंत्री रहे प्रियांक ने कहा, “प्रधानमंत्री ने अपनी पिछली यात्रा के दौरान कहा था कि वह कोली समुदाय और कबालीगा और कुरुबा समुदायों के बेटे हैं। आज वह खुद को बंजारा समुदाय का बेटा कहते हैं।”
अपने कार्यकाल के अंत में, भाजपा सरकार ने अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षण को 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 17 प्रतिशत करने के लिए एक विधेयक पारित किया। सरकार ने कहा कि एससी (लेफ्ट) का आंतरिक आरक्षण अब छह प्रतिशत, एससी (राइट) का 5.5 प्रतिशत और अन्य एससी का 5.5 प्रतिशत है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/05/Khadge.jpg502891Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-05-01 11:36:442023-05-01 11:42:59‘‘जहरीले सांप’’ के बाद खड़गे के लिए प्रधान मंत्री मोदी अब ‘‘नालायक बेटा’’
We may request cookies to be set on your device. We use cookies to let us know when you visit our websites, how you interact with us, to enrich your user experience, and to customize your relationship with our website.
Click on the different category headings to find out more. You can also change some of your preferences. Note that blocking some types of cookies may impact your experience on our websites and the services we are able to offer.
Essential Website Cookies
These cookies are strictly necessary to provide you with services available through our website and to use some of its features.
Because these cookies are strictly necessary to deliver the website, you cannot refuse them without impacting how our site functions. You can block or delete them by changing your browser settings and force blocking all cookies on this website.
Google Analytics Cookies
These cookies collect information that is used either in aggregate form to help us understand how our website is being used or how effective our marketing campaigns are, or to help us customize our website and application for you in order to enhance your experience.
If you do not want that we track your visist to our site you can disable tracking in your browser here:
Other external services
We also use different external services like Google Webfonts, Google Maps and external Video providers. Since these providers may collect personal data like your IP address we allow you to block them here. Please be aware that this might heavily reduce the functionality and appearance of our site. Changes will take effect once you reload the page.
Google Webfont Settings:
Google Map Settings:
Vimeo and Youtube video embeds:
Google ReCaptcha cookies:
Privacy Policy
You can read about our cookies and privacy settings in detail on our Privacy Policy Page.