बैंक अधिकारी एस बी आई की “तीसरी मंजिल” से कूदा

छाया पुरनूर

 

पंचकुला 11 जून 2018  (पुरनूर)

5 सेक्टर भारतीय स्टेट बैंक के आंचलिक कार्यालय की तीसरी मंजिल से सुरेश मीना नामक अधिकारी ने छलांग लगा कर आत्महत्या करने की कोशिश की.

मौके पर मोजूद बैंक कर्मी ने बताया कि मीणा ने पाहिले कुर्सी से शीशा तोड़ा और फिर वहीँ से खुद भी नीचे कूद गया और एक गाडी की छत पर जा गिरा. गंभीर रूप से घायल मीणा को लोगों ने तुरंत सेक्टर 6 के सिविल अस्पताल में भरती करवाया और मौके पर पुलिस बुलाई.

छाया अजय गुप्ता

सूत्रों के अनुसार सुरेश मीणा पिछले पन्द्रह दिनों से आंचलिक कार्यालय में बतौर डेपुटेशन अधिकारी नियुक्त हैं. अपनी इस पोस्टिंग से नाखुश यह अधिकारी पिछले कुछ दिनों से परेशान हैं और वापिस अपने ब्रांच सतनाली जाना चाहता है जो कि हरयाणा और राजस्थान की सीमा पर स्थित है.

छाया पुरनूर

उधर सेक्टर ६ में डाक्टरों ने बताया कि सुरेश मीणा के पर की हड्डी टूट गयी है और शरीर पर कई जगह फ्रैक्चर हैं, इसके अतिरिक्त सर में गंभीर चोट के कारण उन्हें PGI रेफर कर दिया गया है.

पुलिस इस मामले में जांच कर रही है.

Founder of McDonald’s Used to Run a ‘Dhaba’ in the Country” RaGa

Congress president Rahul Gandhi has said that the person who found international aerated drink brand Coca Cola used to sell ‘Shikanji’ in America while the founder of McDonald’s used to run a ‘dhaba’ in the country. The remarks were made by the Gandhi scion while addressing the National OBC convention of the Congress party at Talkatora Stadium in New Delhi.

Congress president Rahul Gandhi has said that the person who found international aerated drink brand Coca Cola used to sell ‘Shikanji’ in America while the founder of McDonald’s used to run a ‘dhaba’ in the country. The remarks were made by the Gandhi scion while addressing the National OBC convention of the Congress party at Talkatora Stadium in New Delhi.

Addressing the gathering, the Congress chief also targeted Prime Minister Narendra Modi, accusing him of always giving preference to big industrialists and ignoring farmers and those running small businesses.

Targeting the ruling Bharatiya Janata Party during his speech, the Congress president said, “BJP’s strategy is clear. Just 15-20 rich capitalists will give thousands of crores to Prime Minister Modi and all benefits will go to just those 15-20 rich people.”

In a scathing attack on the ruling party, Rahul Gandhi said that “today, our nation has become a slave of two to three BJP leaders and the RSS”.

“Everyone including MPs is afraid to speak. Most of them are not allowed to speak. And those of us who do speak, the BJP does not listen to. Only RSS is given a hearing,” said the Gandhi scion.

People who really work are confined to the back room, but the profit of their labour is enjoyed by someone else, he further said.

आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा सांसद एन डी गुप्ता को नया राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष बनाया

आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बड़ा फैसला
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद एन डी गुप्ता जी को नया राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष बनाया गया है
आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश हरियाणा पूरे दमखम से लड़ेगी और अगस्त तक अपने सारे कैंडिडेट खड़े कर देगी
दीपक बाजपेई को राजस्थान का चुनाव प्रभारी बनाया गया है
आम आदमी पार्टी किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी अकेले चुनाव लड़ेगी
आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के कुल 24 सदस्य हैं

207 खिलाडियों को इसी महीने मिलेंगे नियुक्ति पत्र : विज

चंडीगढ़, 11 जून, 2018 ।

हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज ने आज अंबाला में दो बड़ी घोषणाएं की हैं। यहां उन्होंने 22 कॉमनवेल्थ खिलाडिय़ों को बिना किसी कटौती के इनाम देने की बात कहते हुए बताया कि वह इसकी फाइल बना कर जल्द ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को भेजेंगे और उन्हें इसके लिए मनाएंगे। विज ने कहा कि हरियाणा के खिलाड़ी हमारी आन बान शान और सम्मान हैं, कॉमनवेल्थ से जीत कर आए 22 के 22 खिलाडिय़ों को बिना राशि काटे इनाम दिया जाएगा। वहीं विज ने हुड्डा और मनोहर राज में अंतराष्ट्रीय खेल पदक जीतने वाले 207 खिलाडिय़ों को इसी महीने नियुक्ति पत्र देने की बड़ी घोषणा भी की है।

हुड्डा राज में भेदभाव का आरोप लगाने वाले खिलाडिय़ों के जख्मों पर हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज ने मरहम लगाने का काम किया है। विज ने कहा कि पिछली सरकारों और भाजपा सरकार में अंतरराष्ट्रीय खेलों में पदक जीत चुके हरियाणा के 207 खिलाडिय़ों को इसी माह आउट ऑफ टर्न अपॉइंटमेंट दिया जाएगा।

विज के अनुसार मुख्यमंत्री से 207 खिलाडिय़ों की फाइल एप्रूव हो कर उनके पास आ गई है और उन्हें उम्मीद है कि उनके पास आए सभी 207 खिलाडिय़ों के आवेदनों पर नियुक्ति पत्र मिलने का काम इसी माह से शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि इन 207 आवेदनों के इलावा भी अखबार में ज्ञापन दिया जाएगा कि 50 साल तक का कोई भी व्यक्ति जो कुछ शर्तों को पूरा करता हो वो भी आवेदन कर सकता है।

उन्होंने बताया कि खेल विभाग द्वारा इसके लिए बाकायदा एक चार्ट बना कर खेल विभाग की वेब साइट पर चिपका दिया जाएगा, जिससे खिलाड़ी को उसके पदक के हिसाब से मिलने वाली नौकरी की भी जानकारी हो जाएगी। विज ने उदाहरण देते हुए कहा कि जो खिलाड़ी ओलंपिक में गोल्ड जीत कर आएगा उसको 8 साल की सीनियोरिटी के साथ एचसीएस बनाया जाएगा ताकि वह जल्द ही आईएस अधिकारी बन सके। विज ने साफ किया कि इसकी पूर्ण तैयारी हो चुकी है और एक दो दिन में नोटिफिकेशन हो जाएगी।

PU conducting BEd enterence for GNDUand Pb.U on July5

CHANDIGARH:

Panjab University is holding entrance test for admission to BEd in various state colleges affiliated to Guru Nanak Dev University, Amritsar, Punjabi University, Patiala, and Panjab University, Chandigarh, on July 5.

The entrance test for PU-affiliated colleges in Chandigarh is also conducted by the university and follows a different schedule.

The last date for submission of information along with applications form to pursue BEd in colleges affiliated to PU in Punjab (does not include Chandigarh colleges), Guru Nanak Dev University, Amritsar, and Punjabi University, Patiala, is June 20.

“For BEd colleges in Panjab, online counseling will be conducted unlike Chandigarh colleges. There will be two counseling sessions for admission to colleges in Punjab,” said Jatinder Grover, coordinator of BEd admissions at PU.

The minimum qualifying marks in CET will be 25% for general category candidates and 20% for SC/ST candidates. There will be two counseling sessions for admission.

The allocation of colleges will be done through online counseling only. The shifting of seats will be allowed during the second counseling. As many as 62 colleges of education are affiliated to Panjab University, 102 colleges are affiliated to Punjabi University, Patiala, and 51 are affiliated to Guru Nank Dev University, Amritsar.

For the education colleges in Punjab, 85% seats will be reserved for the candidates from within Punjab and 15% seats will be open for candidates of other states/UTs on the basis of merit of CET prepared on all-India basis excluding Punjab. The tentative date for commencement of regular classes is August 6, 2018.

PU CET (PG) Entrance Test Conducted

Panjab University, Chandigarh conducted first phase of the PU CET (PG) Entrance Test – 2018 on 10.6.2018 (Sunday) for admission to the following courses.  Total 07 centres were created, four at the Panjab University Campus, Chandigarh and one each at Hoshiarpur, Ludhiana and Muktsar.

Total 85.88%  candidates appeared in the first phase of the test.  Flying squad and observers were sent to every centre for routine checking and smooth conduct of the test. The test was conducted satisfactorily and no untoward incident was reported from any of the examination centres.

हूडा अनपढ़ हैं : अनिल विज

 

गौरतलब है कि पत्रकारों से बातचीत के दौरान खेल नीति के सवाल पर अनिल विज ने कहा कि हुड्डा तो अनपढ़ों वाली बातें करते हैं। खेल नीति का कानून हुड्डा के समय भी था, अगर हुड्डा को इसके बारे में नहीं पता तो क्या कर सकते हैं।

बता दें कि हाल ही में हुड्डा ने रोहतक में कहा था कि खिलाड़ियों की आमदनी का हिस्सा स्पोर्ट्स काउंसिल में जमा करवाने के नोटिफिकेशन जारी करने और खिलाड़ियों को बार-बार अपमानित करने के लिए मुख्यमंत्री और खेल मंत्री माफी मांगें। इसी के जवाब में विज ने हुड्डा को अनपढ़ करार दिया है।

वहीं हुड्डा के दिए गए बयान कि INLD का असली गठबंधन तो BJP से है  पर तंज कसते हुए विज ने जवाब दिया कि हुड्डा कलर ब्लाइंड हैं, उन्हें किसी पार्टी के मतभेद नज़र नहीं आते। उन्हें नहीं पता कि कौन-सी पार्टी क्या है ।

साथ हा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा अपनी पार्टी में चलाए गए एक सीट एक उम्मीदवार के अभियान पर विज ने चुटकी लेते हुए कहा कि राहुल पहले अपने उन सहयोगियों से पूछ लें, जिनके साथ आजकल मेल-जोल कर रहे हैं कि क्या वे इस सिंद्धांत को मानेंगे ।

वहीं अभय चौटाला और पूर्व उप-मुख्यमंत्री चंद्रमोहन की मुलाक़ात पर भी विज कटाक्ष करने से नहीं चूके और कहा कि हरियाणा की राजनीति में इससे कुछ फर्क नहीं पड़ेगा, दोनों ही चले हुए कारतूस हैं।

इसके अलावा पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के RSS के कार्यक्रम में जाने व उनकी तस्वीर से छेड़छाड़ करने पर विज ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जिसने भी उनकी तस्वीर के साथ-साथ छेड़छाड़ की है, ये बहुत गलत किया है, जिसकी वे निंदा करते है ।

सरकार की संवैधानिक ढांचा बदलने की मंशा : विपक्ष

चंड़ीगढ़ 10 जून (राज वशिष्ठ )

सरकार के लेटरल रिक्रूटमेंट के कदम को विपक्ष संवैधानिक ढांचे पर प्रहार मान रहा है.. अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व आईएएस और कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने सरकार के इस फैसले की कड़ी निंदा की और इसकी मंशा पर सवाल भी उठाया. नियुक्ति के लिए जारी विज्ञापन को लेकर उन्होंने कहा, ‘यह गलत है. इसमें इंडियन नेशनल का जिक्र किया गया है, इंडियन सिटीजन नहीं. तो क्या बाहर रहने वालों को भी बनाएंगे.’

उन्होंने कहा, ‘सरकार बीजेपी और संघ के लोगों को बैकडोर से घुसेड़ना चाहती है. सरदार पटेल ने अधिकारियों की इस श्रेणी को स्टील फ्रेम कहा था. उनका मानना था कि नेता और सरकारें आती जाती रहेंगी, लेकिन इस श्रेणी के अधिकारियों पर उसका कोई प्रभाव नहीं होना चाहिए, यह उनके विजन के साथ भी खिलवाड़ है.’

हम आजतक यह मानते आये हैं कि सरकार कोई भी हो, नेता कोई भी हो राष्ट्र IAS के हाथों ही से चलता है. किसी भी प्रदेश में मुख्य सचिव का पद सर्वाधिक गरिमामय और प्रभावशाली होता है और इसके पीछे होती है सालों की अथक मेहनत और एक बहुर्मुखी सोच जो अनुभव ही से आती है. सचिव का पद कोई थाली का प्रसाद नहीं जो किसी को भी बाँट दया जाय. कोई IAS पहिले कुछ वर्षों में मात्र एक प्रशिक्षु ही होता है, सालों का अनुभव, गूढ़ परिश्रम और बेदाग छवि उसे सचिव के पद पर स्थापित करती है. जैसा कि हमने रघुरमन के समय देखा, एक नितांत अजनबी जो भारतीय परिपेक्ष की तनिक भी जानकारी नहीं रखता, जिसे भारतीय सामजिक ढाँचे का सिर्फ पुस्तकों ही की मदद से पता है वः हमारे रह्स्त्र के शीर्षस्थ बैंक के शीर्षस्थ पद पर आसीन हो कर नीति निर्धारित करता रहा और फिर अब इंग्लैंड के शीर्षस्थ बैंक में कार्य रत है. हम ऐसे कैसे किसी भी व्यक्ति पर भरोसा कर सकते हैं. कल को अमर्त्य सेन जैसे कुशल अर्थशास्त्री जो बिना भारत को जाने हमारी अर्थव्यवस्था पर टीका टिप्पणी करते हैं अथवा आजादी गैंग जैसी किस भी संस्था की विचारधारा से युक्त व्यक्ति यदि ऐसे उच्च पद पर स्थापित होता है तब हमारा तो भगवान् ही सहारा.

आरजेडी के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी सरकार के इस कदम की आलोचना की है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि यह मनुवादी सरकार यूपीएससी को दरकिनार कर बिना परीक्षा के नीतिगत और संयुक्त सचिव के महत्वपूर्ण पदों पर मनपसंद व्यक्तियों को कैसे नियुक्त कर सकती है? यह संविधान और आरक्षण का घोर उल्लंघन है. कल को ये बिना चुनाव के प्रधानमंत्री और कैबिनेट बना लेंगे. इन्होंने संविधान का मजाक बना दिया है.

हालांकि विख्यात आईएएस अशोक खेमका ने सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए ट्वीट किया कि इससे सार्वजनिक सेवाओं में बाहर की प्रतिभाओं के इस्तेमाल किया जा सकेगा.

सरकार की ओर से जारी की गई अधिसूचना के अनुसार इन पदों के लिए वही आवेदन कर सकते हैं, जिनकी उम्र 1 जुलाई तक 40 साल हो गई है और उम्मीदवार का किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट होना आवश्यक है.

उम्मीदवार को किसी सरकारी, पब्लिक सेक्टर यूनिट, यूनिवर्सिटी के अलावा किसी निजी कंपनी में 15 साल का अनुभव होना भी जरुरी है. इन पदों पर चयनित होने वाले उम्मीदवारों की नियुक्ति तीन साल तक के लिए की जाएगी. सरकार इस करार को 5 साल तक के लिए बढ़ा भी सकती है.

नौकरशाही में लैटरल ऐंट्री का पहला प्रस्ताव 2005 में ही आया था, जब प्रशासनिक सुधार पर पहली रिपोर्ट आई थी, लेकिन तब इसे सिरे से खारिज कर दिया गया. फिर 2010 में दूसरी प्रशासनिक सुधार रिपोर्ट में भी इसकी अनुशंसा की गई. लेकिन इस संबंध में पहली गंभीर पहल 2014 में मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद हुई.

 

IAS महिला अधिकारी ने सीनियर IAS अधिकारी पर लगाए यौन शोषण के आरोप

चंडीगढ़।

IAS महिला अधिकारी ने पशुपालन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुनील गुलाटी पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि सुनील गुलाटी ने उनकी रविवार को जबरन रोहतक एक कार्यक्रम में ड्यूटी लगाई है ताकि वे वहां पर शोषण कर सकें। महिला IAS ने 1000 शब्दों से अधिक उनके साथ हो रहे उत्पीड़न की दास्तां फेसबुक पर पोस्ट की है। उधर सुनील गुलाटी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है और कहा है कि यह महिला अधिकारी रोहतक में कार्यक्रम में शिरकत ही नहीं करना चाहती थी, इस लिए अनाप-श्नाप आरोप लगा रही हैं। 

पढ़ें फेसबुक पर शेयर की गई पोस्ट में महिला अफसर  की  आपबीती…

नमस्कार।

मैं आप सभी को मेरे हो रहे यौन शोषण बारे सूचित करना चाहती हू। मैंने दिनांक 09 मई 2018 से अतिरिक्त सचिव, पशुपालन विभाग, हरियाणा सरकार, चंडीगढ़ पद का कार्यभार ग्रहण किया था। विभाग में मेरे उच्च अधिकारी श्री सुनील के गुलाटी जी, आईएएस, अतिरिक्त मुख्य सचिव, पशुपालन विभाग, हरियाणा सरकार हैं।

मेरे उच्च अधिकारी श्री सुनील के गुलाटी जी एवं इनके साथियों द्वारा मेरा यौन शोषण किया जा रहा है। मैं आपके साथ कुछ पत्र साझा कर रही हूं जो मैंने माननीय राष्ट्रपति महोदय भारत गणराज्य कार्यालय की सरकारी वेबसाईट पर उपलब्ध ईमेल व माननीय भारत सरकार कार्यालय की सरकारी वेबसाइट ‘मेरी सरकार’ पर उपलब्ध ईमेल पर विभिन्न तिथियों पर भेजे हैं।

1) श्री सुनील के गुलाटी जी ने दिनांक 22 मई 2018 को मुझे अपने कार्यालय कमरे में दोपहर को बुलाया और मुझसे पूछा कि तुम्हारा मोबाइल कहां है। मोबाइल मेरे बैग में था। इसके बाद श्री सुनील के गुलाटी जी ने मुझे धमकाया और मुझसे कहा ‘ देखो मैं तुम्हें समझा रहा हूं, अगर एक बार में समझ जाओगी तो तुम्हारे लिए अच्छा होगा, नहीं तो सारी नौकरी में परेशानी रहेगी। तुम फाइलों पर ये सब क्यों साफ साफ लिखती हो के विभाग ने क्या क्या गलत किया है। जो तुम फाइल पर लिखती हो उसे मैं हमेशा रद्द कर सकता हूं, लेकिन तुम्हें इसका नुकसान उठाना पड़ेगा। मैं तुम्हारी धज्जियां उड़ा दूंगा। अगर तुम फाइलों पर नोटिंग पर टिप्पणी लिखना बन्द नहीं करोगी, तो मैं तुम्हारे खिलाफ शिकायत कर दूंगा, और अगर मैं तुम्हारे खिलाफ शिकायत कर दूंगा, तो तुम्हें परेशानी हो जायेगी। मैं दो महीने में तुम्हारा इस विभाग से तबादला करवा दूंगा। तुम फाइलों पर जो लिखती हो वह सब पूरी तरह बकवास है। अगर तुमने फाइलों पर टिप्पणी लिखनी बन्द नहीं कीं तो सारी नौकरी में तुम्हें ‘बाधा डालने वाली’ का तमगा मिल जाएगा।

2)दिनांक 18 मई 2018 को श्री सुनील के गुलाटी जी ने मुझे अपने कार्यालय कमरे में सांय 5 बजकर 40 मिनट पर बुलाया और रात 7.30 बजे तक मुझे अपने कमरे में बैठाए रखा।

3)दिनांक 21 मई 2018 को श्री सुनील के गुलाटी जी ने मुझे अपने कार्यालय कमरे में सांय 5 बजे पर बुलाया और रात 8 बजे तक मुझे अपने कमरे में बैठाए रखा।

4)दिनांक 31 मई 2018 को श्री सुनील के गुलाटी जी ने मुझे अपने कार्यालय कमरे में दोपहर में बुलाया और अपने स्टाफ को निर्देश दिये कि किसी अन्य व्यक्ति को कमरे के अन्दर ना आने दें। श्री सुनील के गुलाटी जी ने मुझसे पूछा कि ‘मुझे बताओ कि तुम किस तरह का काम करना चाहती हो, तुम ‘टाइमपास’ का कार्य करना चाहती हो या तुम कार्यालय का काम करना चाहती हो। मैं तुम्हें वही काम दूंगा जो तुम करना पसन्द करोगी।’ श्री सुनील के गुलाटी जी ने मुझे धमकाया कि ‘ फाइलों पर नोटिंग पर तुम कोई टिप्पणी नहीं लिखा करो और तुम सिर्फ अपने हस्ताक्षर किया करो। अगर तुम फाइलों पर नोटिंग पर टिप्पणी लिखोगी तो मैं तुम्हारी ACR वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट खराब लिख दूंगा।’ श्री सुनील के गुलाटी जी ने मुझे धमकाया कि ‘ऐसे टिप्पणी फाइलों की नोटिंग पर लिखोगी तो कोई तुम्हें उल्टा टांग देगा, तुम्हारी मंजी ठोक देगा। हम लोग माफी नहीं देते हैं। मैं तुम्हारी ACR वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट ठोक दूंगा। मैं अभी तुम्हें मौखिक तौर पर कह रहा हूं।मैं तुम्हारी ACR वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट में लिखकर तुम्हारी ACR वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट ख़राब कर दूंगा। कितनी मेहनत करके तुम आईएएस बनी हो, सब खराब हो जाएगा।’

5)श्री सुनील के गुलाटी जी ने मुझसे कहा ‘ जब कोई नयी दुल्हन आती है घर में तो उसे समझाना पड़ता है, मैं तुम्हें समझा रहा हूं।

6)श्री सुनील के गुलाटी जी का व्यवहार बहुत ही अमर्यादित एवं अनैतिक है।

7)दिनांक 06 जून 2018 को श्री सुनील के गुलाटी जी ने मुझे अपने कार्यालय कमरे में सांय 5 बजे बुलाया और रात 7.39 बजे तक मुझे अपने कार्यालय कमरे में बैठाए रखा। मैं श्री सुनील के गुलाटी जी के सामने मेज के दूसरे ओर पर बैठी हुई थी, श्री सुनील के गुलाटी जी ने मुझसे कहा के ‘उठकर मेरी ( श्री सुनील के गुलाटी जी की) कुर्सी के नज़दीक आओ’। मै उठकर मेज के दूसरी तरफ़ पहुंची, तो श्री सुनील के गुलाटी जी मुझे कम्प्यूटर चलाना सिखाने का बहाना करने लगे। मैं बहुत जल्दी करके वापस अपनी कुर्सी पर वापस पहुँची। थोड़ी देर बाद श्री सुनील के गुलाटी जी ने मुझसे कहा ‘तुम्हारे पास सरकारी गाड़ी है, शनिवार को उठो और घूम फिर आया करो’। थोड़ी देर बाद श्री सुनील के गुलाटी जी अपनी कुर्सी पर से खड़े हुए और कोई काग़ज़ ढूंढने का बहाना करते हुए मेरी कुर्सी के बिल्कुल करीब आ गए और मेरी कुर्सी को हाथ से धक्का मारा। थोड़ी देर बाद श्री सुनील के गुलाटी जी फोन पर किसी को मेरे सामने ही ‘यू ब्लडी’ अपशब्द बोलकर बात करने लगे।

8)श्री सुनील के गुलाटी जी एवं उनके साथी मुझे धमका रहे हैं तथा मेरा शोषण कर रहे हैं क्योंकि मैंने अपने शोषण के विरूद्ध शिकायत करी एवं माननीय न्यायालय में बयान दिए।

9)माननीया श्रीमति केशनी आनंद अरोड़ा जी, आई ए एस, अतिरिक्त मुख्य सचिव, राजस्व विभाग, हरियाणा सरकार द्वारा मुझे मौखिक आदेश दिए जा रहें हैं कि मैं कोई भी शिकायत लिखित में दर्ज ना करवाऊँ।

10)दिनांक 09 मई 2018 से मेरी पुलिस सुरक्षा हटा दी गई है, जिसके बारे मैं माननीय उच्च अधिकारियों को एवं माननीय डीजीपी महोदय हरियाणा पुलिस को भी सूचित कर चुकी हूं।

11)श्री सुनील के गुलाटी जी ने मुझे आदेश दिए हैं कि वह ज़िला रोहतक, हरियाणा में इतवार 10 जून 2018 को एक मीटिंग करेंगे जिसमें मेरा आना अनिवार्य है। मीटिंग में श्री सुनील के गुलाटी जी दोपहर 2.45 से सांय 5 बजे तक अपने व्यक्तिगत विचार सुनाऐंगे कि जीवन व कार्यक्षेत्र का लक्ष्य एक कैसे हो। सांय 5 बजे के बाद मुझे बिना किसी सुरक्षाकर्मी के रोहतक से चंडीगढ़ पहुंचना होगा जिसमें रात के 10 या 11 बज जाने की संभावना है। मुझे अंदेशा है कि श्री सुनील के गुलाटी जी एवं उनके साथी रात के समय मुझ पर हमला कर सकते हैं।

12)मैं बार बार उपरोक्त पत्रों में निवेदन कर रही हूं कि श्री सुनील के गुलाटी जी के कार्यालय कमरे के सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिग की जांच की जाए तथा मुझे उपयुक्त सुरक्षा प्रदान की जाए तथा दोषियों के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाए। किन्तु मुझे इस अत्याचार एवं शोषण को चुपचाप सहते रहने के लिए लगातार मजबूर किया जा रहा है।

दूसरी और विवादित IAS अफसर ने  अपने पर लगाए सभी आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि वह किसी भी जांच के लिए तैयार हैं, अगर जरूरी हो तो उनका लाई डिटेक्टिव टैस्ट भी करवा लें। महिला अधिकारी किसी तनाव में आकर इस तरह के आरोप  लगा रही है।

विविदित अधिकारी ने कहा कि जब महिला अधिकारी की उनके विभाग में पोस्टिंग हुई तो इन्होंने स्टाफ को कहकर उनकी मदद करवाई। यौन शोषण के सभी आरोप झूठे अौर मनगढ़ंत हैं। उक्त महिला अधिकारी जब भी उनके ऑफिस में आई तो 2-4 मिनट से अधिक कभी भी नहीं आई, तब स्टाफ का कोई न कोई व्यक्ति वहां अवश्य मौजूद रहता था। उन्होंने हर तरफ से क्लियर हुई फाइल्स पर इस अधिकारी द्वारा नाकारात्मक टिपण्णी लिखे जाने पर उन्हें समझाया था।

हूडा आज पानीपत में

चित्र केवल सन्दर्भ के लिए

 

जनता का मूड और परिवर्तन की लहर का इसी से पता चलता है कि पानीपत में लोगो ने कई कई घंटे रोडो पर जेठ के महीने में हुड्डा के आने के इंतज़ार में बिताये । भूपिंदर सिंह हुड्डा की जनक्रांति यात्रा के समर्थन में शहर ,गांव व् कस्बे में होड़ लगी रही ,जनता समर्थन में गलियों और रोड पर आ गई । चारो तरफ फूलो की वर्षा और डोल नगाड़ो से स्वागत किया गया ।

आज जनता को विश्वास हो चूका है की कोई प्रदेश का भला कर सकता है तो वो केवल हुड्डा जी ही हैं क्योंकि हुड्डा जी के कार्यकाल में जितनी प्रगति और विकास हुआ उतना उनसे पहले 40 सालों में भी नहीं हुआ। हरियाणा के स्वर्णिम काल के रूप में याद किए जा रहे हैं वो साढ़े नौ साल। जिसमें ना कभी कोई बड़ा कर्मचारी आंदोलन हुआ ना ही किसान आंदोलन। हर वर्ग को साथ लेकर विकास कार्यों की रिकॉर्ड झड़ी लगी। हुड्डा सरकार ने हरियाणा को शिक्षण संस्थानों के हब के रूप में विकसित किया।लगभग हरेक जिले में विकासः कार्यो की झड़ी लगी, कोई भी जिला अछूता नहीं रहा जहा कोई ना कोई प्रोजेक्ट जरूर दिया IIM, IIT, IIIT, FDDI, NIFT, NID, AIIMS, डिफेन्स यूनिवर्सिटी आदि अनेकों राष्ट्रीय और विभिन्न शिक्षा क्षेत्रों के सैकड़ों प्रदेश स्तरीय संस्थान स्थापित किए गए। राजीव गांधी एजुकेशन सिटी जैसा विश्वस्तरीय संस्थान खोला गया आज ऐसा कोई शिक्षा क्षेत्र नहीं है जिसके लिए हरियाणा के बच्चों को प्रदेश से बाहर जाना पड़े। वो हुड्डा साहब के करिश्माई नेतृत्व का कमाल ही था हरियाणा के हिस्से अनेकों महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट आए रेल कोच फैक्टरी, परमाणु संयंत्र, विश्वस्तरीय सब्जी मंडी, कई हाईवे, शिक्षा व स्वास्थ्य क्षेत्र के माइलस्टोन हरियाणा के हिस्से आए। लेकिन मौजूदा सरकार इन परियोजनाओं को गति देने की बजाय ठप्प करने पर लगी है। हुड्डा साहब ने गुड़गांव, फरीदाबाद तक मेट्रो पहुँचाकर विकास को नई गति दी। बहादुरगढ़ तक मेट्रो मंजूर करवाई। लाखों करोड़ का हरियाणा में इन्वेस्टमेंट हुआ वर्तमान सरकार 6 लाख करोड़ के इन्वेस्टमेंट के दावे कर छह हजार से भी नीचे तक इन्वेस्टमेंट में सिमट गई जिसका RTI में खुलासा हुआ जबकि इतना इन्वेस्टमेंट हुड्डा साहब के कार्यकाल में पाइपलाइन में था।
हुड्डा जी के कार्यकाल में कई मेडिकल कॉलेज, 4-4 पावर प्लांट, नई नई iti’s, हजारों स्कूलों को अपग्रेड किया हर क्षेत्र में ऊंचाइयों को छुआ। मगर आज स्कूल को अपग्रेड करवाने के लिए भी बच्चियों को कई कई दिन तक भूखे प्यासे धरने पर बैठना पड़ रहा है।
हुड्डा साहब ने किसान-मजदूर के लिए 5 लाख का बीमा, 50000 का बीमा भैंस का, जो कोई सोच भी नही सकता था वो करके दिखाया। वृद्धों की सम्मान पेंशन में अभूतपूर्व 5 गुणा बढ़ोतरी की वृद्धों के लिए हरियाणा रोडवेज में किराया आधा कर सम्मान बढ़ाया। वर्तमान सरकार उसे बंद करने का आदेश दे चुकी थी पर चौतरफा विरोध के बाद आदेश को वापिस लिया। हजारों वृद्धों की पेंशन खा चुकी है। जनकल्याणकारी कार्यों को भी नफे नुकसान से तोल रही है।
1991 के बाद हुड्डा ऐसे पहले मुख्यमंत्री रहे जिनके कार्यकाल में नहीं हुआ किसान आंदोलन । भारतीय किसान यूनियन को बनाया था ,एक तरह से अप्रांसगिक,साढे नो साल में सरकार और किसानों के बीच नहीं हुआ किसी तरह का सीधा टकराव । जोकि भजनलाल,बंसीलाल और ओमप्रकाश चौटाला के शासनकाल में सबसे ज्यादा प्रासंगिक थी । और बहुत से आंदोलन हुए । और किसानों की जान गयी ।और बीजेपी सरकार में तो और भी बुरा हाल है सभी वर्ग ही आंदोलन की राह पर है

हुड्डा साहब ने गेंहू का MSP 640 से 1400 तक करवाया, गन्ने का भाव 117 से 310 किया। 15वें दिन पेमेंट दी। जबकि उनसे पिछली इनेलो+भाजपा सरकार के छह साल के राज में गन्ने का भाव 95 से 117 हुआ। अब भाजपा सरकार के तीन साल में 10 रुपए बढ़ा और पेमेंट भी अपनी सहयोगी इनेलो की तर्ज़ पर छह छह आठ आठ महीने में कर रही है। जब गेंहूँ का भाव 12% सालाना दर से बढ़ रहा था तब तो वर्तमान कृषि मंत्री धनखड़ कुर्ता निकालकर 2100 रुपये प्रति क्विंटल की मांग करते थे अब क्यों सांप सूंघ गया है? 2-4% सालाना बढ़ोतरी करवा के, बीमा लूट योजना शुरू करके अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। प्राइवेट बीमा कंपनी के एजेंट बन कर रह गए हैं । बीमा कंपनियों को अनाप शनाप शर्त लगाकर कुछ सौ करोड़ क्लेम के देने पड़ें और कई कई हजार करोड़ का फायदा हो तो ये लूट नही तो क्या है? जबकि बीमा भी बैंकों से जबरदस्ती पैसे काटकर किया गया हो।

हुड्डा साहब ने तो धान, पॉपुलर, बाजरा, मूंग आदि सभी फसलों के उचित दाम दिलवाए। धान 6000 तक बिका जिससे जनता में एक कहावत बन गई थी ।”चौटाला तेरे राज जिरी गई ब्याज में और हुड्डा तेरे राज़ में जीरी गई जहाज़ में “पर खट्टर राज में न्यूनतम समर्थन मूल्य तक नही मिला। पॉपुलर के रेट 1200 से 200-250 रुपए प्रति क्विंटल तक पिट गए पर आमजन के लिए न तो प्लाईवुड सस्ता हुआ न चावल। ना ही किसी भी फसल के पुरे ही दाम मिले, सिर्फ बड़े बड़े व्यापारियों और सत्ता के दलालों ने लूट की।। भूपिंदर सिंह हुड्डा ने किसानो का डर निकाला था । काला कानून ख़त्म किया और कर्जे माफ़ किये ,कभी कोई नीलामी नहीं होने दी किसानो की जमीन की आज इस बेदर्द सरकार में बिलकुल विपरीत हो रहा है । किसान आत्महत्या करने की नौबत तक पंहुचा दिया है और कोई सुनने वाला नहीं है , ये सब किसान के बेटे से देखा नहीं गया उनका दुःख दर्द जानने के लिए जनक्रांति यात्रा के रूप में उनके बीच आ गया है ,तभी जनता में हुड्डा साब को देखकर मायूस जनता में भी जोश आ गया है , हमने भी जनता में आम लोगो को कहते सुना की “बीजेपी की गूंगी बहरी सरकार का गारंटी सुधा इलाज़ केवल ही केवल भूपिंदर सिंह हुड्डा हैं । क्योंकि

गरीब आदमियों के लिए भी वरदान साबित हुई थी हुड्डा सरकार। अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू हुई थी गरीबों के बच्चों के लिए मुफ्त किताब, बैग और स्कॉलरशिप शुरू हुई। बीपीएल परिवार को 90000 रुपये की राशि मकान बनाने के लिए दी, पानी की टँकीया दी, मुफ्त में कनेक्शन दिए, इंदिरा गांधी आवासीय योजना शुरू कर 3.82 लाख 100-100 गज के प्लाट वितरित किए गए। वर्तमान सरकार ने एक प्लाट भी नही दिया। भोजन का अधिकार लागु करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य बना। लाडली योजना शुरू की जिसमें गरीब परिवार की लड़की की शादी में 51000 रुपए शगुन दिया। दूसरी लड़की के जन्म पर 5 साल तक प्रोत्साहन राशि दी।

स्पोर्ट्स में SPAT, मेडल पर नगद पुरस्कार योजना और सरकारी नौकरी का प्रावधान कर पूरी दुनियां में हरियाणा का ढंका बजवाया। हुड्डा सरकार ने 700 से जयादा खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी दी वर्तमान सरकार ने एक को भी नही सिर्फ गीता फौगाट कोर्ट के आदेश पर पदोन्नति हुई।

प्रति व्यक्ति आयऔर प्रति व्यक्ति निवेश में हरियाणा को 14वें नँबर से बड़े राज्यों में न.1 पर पहुंचाया।

1999 के चुनावों में इनेलो किसानों के कर्जमाफी का वादा कर सत्ता में आई पर कर्जमाफी नहीं की पर हुड्डा साहब ने इनेलो के वादे को खुद पूरा कर कीर्तिमान स्थापित किया 1600 करोड़ के किसानों के कर्ज माफ किये जबकि सत्ता संभाली उस समय हरियाणा का वार्षिक बजट ही 2250 करोड़ था। बजट को बढ़ाकर 32000 करोड़ तक ले गए। तब से हरियाणा बना तब से केवल 60हज़ार करोड़ कर्ज़ा था ,साथ में हज़ारो प्रोजेक्ट लगे लेकिन बीजेपी सरकार ने कोई नया प्रोजेक्ट तो दिया नहीं ,लेकिन आज पौने चार साल में क़र्ज़ 160000 करोड़ कर दिया जिससे हरियाणा पूर्ण रूप से क़र्ज़ में डुबो दिया है बिना कोई नया बड़ा प्रोजेक्ट लगाये हुड्डा साहब के कार्यकाल में हर जिले को विकास कार्यों के लिए चौटाला से कई कई गुणा बजट दिया। पर अब खट्टर सरकार में तो गांव में विकास कार्यों के लिए एक एक रुपये को मोहताज होना पड़ रहा है। पंचायत की इनकम से छुट पुट काम हो रहे हैं।
मैं और मेरे जैसे लाखों युवा हुड्डा साहब की इन्ही नीति और नीतियों के कारण फैन हैं। हम क्या हरियाणा का हर आदमी हुड्डा जी का फैन हो जाएगा जो हुड्डा जी के द्वारा किए गए विकास और जनकल्याणकारी कार्यो की हुड्डा जी से पूर्व व वर्तमान सरकार के कार्यो से तुलना कर लेगा। वो हुड्डा जी के अलावा किसी और के बारे में नही सोचेगा। वर्तमान सरकार का तो एक ही फंडा है विपक्षियों को झूठा बदनाम करो समाज को बांटो और चंद झूठी घोषणाएं करो राज करो काम से कोई लेना देना नही। वोटों की राजनीति के चक्कर में ही खट्टर सरकार ने हरियाणा को तीन बार लहूलुहान किया, हालात बेकाबू किए गए सेना बुलानी पड़ी 80 से ज्यादा जानें गई पर हरियाणा का सदियों पुराना भाईचारा अब भी इन पर भारी पड़ रहा है इनके लाख यत्न के बाद नही टूट रहा है कामों की तुलना करके हुड्डा साहब को दोबारा हरियाणा की बागडोर सौंपने के लिए हरियाणा बेसब्री से चुनाव का इंतजार कर रहा है। ये विपक्षियों को भी पता है तभी अपनी दुकानदारी चालु रखने के लिए दिन रात हुड्डा साहब को निशाने पर रखते हैं। हुड्डा साहब का नाम लिए बिना हरियाणा के किसी भी विपक्षी की सभा न तो शुरू होती है और न ही खत्म।

हुड्डा साहब ने अपने साढ़े नौ साल के कार्यकाल में हरियाणा को जितना आगे बढ़ाया ।इस झूठी सरकार ने तो पीछे ही धकेला है। तभी तो हुड्डा साहब को हर वर्ग याद कर रहा है। इसका जोश और जूनून हमे जनक्रांति यात्रा में दिखा ।जहां भी जिस गाव व् शहर एवम क़स्बे से तपती धुप में गुज़रे ढोल नगाड़ों के साथ समाज के सभी वर्गों ने फूलों की वर्षा से स्वागत किया । अब लगता हरियाणा में परिवर्तन की लहर चल चुकी , हमारे जैसे लाखों चाहने वाले हुड्डा जी के साथ जुड़ चुके है ।आनेवाला समय हुड्डा जी का है जो हमारे प्रदेश वासियों के पुराने अच्छे दिन लौटायेंगे ।