3 राज्यों में विधान सभा चुनाव जीत सकती है कांग्रेस पर लोक सभा चुनाव भाजपा के पक्ष में


एबीपी न्‍यूज और सी-वोटर के ओपिनियन पोल में हालांकि यह बात भी निकल कर सामने आई है कि अगले लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के चलते बीजेपी इन तीनों राज्‍यों में कामयाबी पा सकती है

हरियाणा इस सूची में अगला राजी साबित होगा


इस साल के अंत में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्‍थान में होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस बाजी मार सकती है. वर्तमान में तीनों ही राज्यों में बीजेपी सत्ता में है. मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में पिछले 15 वर्षों से बीजेपी की ही सरकार है. इस बार तीनों सूबों में बीजेपी को बड़ा झटका लग सकता है.

हालांकि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों में नरेंद्र मोदी लहर के चलते बीजेपी इन तीनों राज्‍यों में कामयाबी पा सकती है. एबीपी न्‍यूज और सी-वोटर के ओपिनियन पोल में यह बात सामने आई है.

इस सर्वे में कहा गया है कि राजस्‍थान, मध्‍य प्रदेश और छत्‍तीसगढ़ में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलेगा. एमपी में उसे 230 में से 117 सीटें, राजस्‍थान में 200 में से 130 सीटें और छत्‍तीसगढ़ में 90 में से 54 सीटें मिलेंगी. वहीं बीजेपी 106 (एमपी), 33 (छत्‍तीसगढ़) और 57 (राजस्‍थान) सीटों पर सिमट जाएगी.

इन राज्‍यों में जीत कांग्रेस के बड़ी कामयाबी होगी और लोकसभा से पहले उसके हौसले बुलंद हो सकते हैं. देश की यह सबसे पुरानी पार्टी अभी केवल 4 राज्‍यों में सत्‍ता में हैं. अगले साल के आम चुनाव से पहले इन राज्‍यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को सत्ता का सेमीफाइनल माना जा रहा है. इन तीनों राज्‍यों में कुल मिलाकर 65 लोकसभा सीटें हैं.

एबीपी न्‍यूज और सी-वोटर के इस सर्वे में 28 हजार लोगों ने हिस्‍सा लिया.

इन्‍होंने राज्‍य और केंद्र के लिए अलग-अलग पार्टियों को वोट देने की बात कही. राज्‍य में जहां सत्‍ता बदलने की बात कही तो केंद्र में वर्तमान सरकार को ही दोहराने पर सहमति दी. प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी पहली पसंद रहे. कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी दूसरे नंबर पर रहे लेकिन उन्‍हें काफी कम वोट मिले.

राजस्‍थान

एबीपी न्यूज-सी वोटर के सर्वे में यहां कांग्रेस को सबसे ज्‍यादा फायदा होते दिखाया गया है. पार्टी को 51 फीसदी वोट मिलने का अनुमान लगाया गया है जबकि बीजेपी को 37 प्रतिशत वोट मिलने की बात कही गई है. अगर ऐसा हुआ तो यह नतीजा 2013 के चुनावों से एकदम उलट होगा जब बीजेपी को 163 सीटें मिली थी. मुख्‍यमंत्री पद के लिए कांग्रेस के अशोक गहलोत सबसे लोकप्रिय चेहरे के तौर पर उभरे हैं. उन्‍हें 41 प्रतिशत लोगों ने वोट किया. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट को 18 प्रतिशत लोगों ने ही पसंद किया. वहीं लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी को 47 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है. कांग्रेस 43 प्रतिशत वोट हासिल कर सकती है.

मध्‍य प्रदेश

चुनाव में यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को 15 साल के सत्‍ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ सकता है. सर्वे में कांग्रेस को 42 और बीजेपी को 40 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना जताई गई है. लोकसभा की बात करें तो बीजेपी को 46 और कांग्रेस को 39 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं. पीएम पद के लिए नरेंद्र मोदी को 54 और राहुल को 25 प्रतिशत लोगों ने यहां पसंद किया है.

छत्‍तीसगढ़

साल 2000 में मध्य प्रदेश से अलग होकर बने इस राज्‍य में वोट शेयर के लिहाज से दोनों दलों में कड़ा मुकाबला रहेगा. कांग्रेस को 40 तो बीजेपी को 39 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान जताया गया है. इस लिहाज से राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से 54 कांग्रेस जीत सकती है जबकि बीजेपी के खाते में महज 33 सीटें आ सकती हैं.

सैक्टर 7 की पार्क डेव्लपमेंट सोसाइटी ने तीज मनाई


सेक्टर7 पंचकूला के पार्क में तीज उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया ये उत्सव पूर्व पार्षद श्री सी बी गोयल जी और पार्क डवलपमेंट सोसायटी सेक्टर7व श्री तेजपाल गुप्ता जी के सहयोग से मनाया गया इस उत्सव में श्रीमति नीलम त्रिखा जो कि इसी सेक्टर की निवासी ह उनके द्वारा तैयार हरयाणवी ओर पंजाबी गीत संगीत और डांस पर सभी को नाचने पर मजबूर कर दिया

 

मुख्य अतिथि श्री मति बन्तो कटारिया जी व महिलाओं ने पारम्परिक झूलो का लुत्फ उठाया और ज्ञान चन्द गुप्ता जी व उनकी धर्मपत्नी भी अपने आपको नाचने से रोक नही पाये कार्यक्रम देर शाम तक चला

सभी ने जमकर इस कार्यक्रम की तारीफ की इस तरह के कार्यक्रम से निश्चित रूप से अपनी संस्कृति और भाईचारे की भावना बढ़ती ह इस कार्यक्रम में श्रीमति शारदा कतपालिया की टीम पंचकूला लेडीज क्लब की ओर बहुत ही शानदार प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया सभी सेक्टर वासियो महिलाओं ने खूब डांस किया और मौज मस्ती के साथ साथ बच्चों ने कविताओं ओर खेल कूद की प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और सभी ने कई तरह के लजीज पकवानो का भी आनंद उठाया

अखिल भारतीय अग्रवाल समाज जिला पंचकूला की इकाई का गठन

फोटो एवं खबर: अजय कुमार

आज अखिल भारतीय अग्रवाल समाज (रजि.) पंचकूला की बैठक अग्रवाल भवन पंचकूला में जिला प्रधान राजीव गुप्ता की अध्यक्षता में हुई, जिसमें नई कार्यकारिणी का गठन करके पदाधिकारी चुने गए ।

प्रधान : राजीव गुप्ता
वरिष्ठ उप-प्रधान : सुमित गोयल, बी.डी. गर्ग
उप-प्रधान : सतपाल गर्ग, दर्शन बंसल, डॉ अर्णव गोयल, अनुज अग्रवाल
महासचिव : सुनीत सिंगला
वित्त सचिव : यशपाल गर्ग
संगठन सचिव : प्रिंस गोयल
प्रैस सचिव : संजय जिंदल
सचिव : राकेश गोयल, अरविंद मित्तल
संयुक्त सचिव : अश्विनी गुप्ता, अरविंद गोयल
सलाहकार : राजेश गोयल, खुशी राम गर्ग
कार्यकारिणी सदस्य : अमन गर्ग, सोनू गोयल, संदीप सिंगला, अनिल गोयल, टिंकु गोयल, प्रदीप गुप्ता, कृष्ण गर्ग ।

जिला प्रधान राजीव गुप्ता ने सभी पदाधिकारियों को बधाई दी और उन्हें समाज हित के कार्यों के लिए प्रेरित किया ।

महासचिव सुनीत सिंगला ने सभी सदस्यों का धन्यवाद कर बैठक का समापन किया

स्वतन्त्रता दिवस : आज हुई फुल्ल ड्रेस रिहर्सल

चंडीगढ़ में भी स्वतन्त्रता संग्राम दिवस की तैयारियों का नज़ारा देखने को मिल रहा है। आज दोपहर को एक ऑटो पर तिरंगा फहरा रहा था, ऑटो वाले को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि झण्डा अपने पूरे मायर पर है कि नहीं, बस उसके ऑटो पर शान से बंधा लहरा कर उसके अपने मान को भी दर्शा रहा था।

फोटो राकेश शाहसैंकड़ों पुलिस कर्मियों जिनमें महिला दस्ते भी शामिल हैं, एनसीसी केडेट्स, एनएसएस, दमकल विभाग के जवानों के दस्तों ओर स्कूली बच्चों  ने परेड और कई रंगारंग कार्यक्रमों की स्वतन्त्रता दिवस के लिए फुल् ड्रेस रेहर्सल की।

समारोह के दौरान पुलिस कर्मियों शिक्षकों और अन्य नागरिकों को उनकी उपलब्धियों के लिए विशेष तौर पर सम्मानित किया जाएगा। परेड ग्राउंड और आस पास की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है और 15 अगस्त को यातायात रूट में भी समारोह के समय बदलाव किया जाएगा जिसके लिए पुलिस प्रशासन ने जनता से सहयोग की अपील की।

कल का दिन यह जवान विश्राम करेंगे।

 

फोटो राकेश शाह

दक्षिण हरियाणा की रेतीली धरती की प्यास बुझाने की कसक – हुड्डा


·        हांसी बुटाना नहर खुदी है तो इसमें पानी भी आएगा  – हुड्डा

·        बुढ़ापा पेंशन पहले ही झटके में होगी तीन हजार रूपए मासिक – हुड्डा

·        कांग्रेस सरकार बनने पर एमएसपी पर होगी सरसों और बाजरे की पूरी फसल की खरीद – हुड्डा


नांगल चौधरी, 13 अगस्त :

पूर्व मुख्यमंत्री भपेन्द्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में चल रही जनक्रांति रथ यात्रा पांचवें चरण में आज महेंद्रगढ़ से नांगल चौधरी हलके में राजस्थान सीमा से सटे गाँव राय मलिकपुर पहुंची जहाँ बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने हुड्डा का गर्म जोशी से भव्य स्वागत किया I रथ यात्रा राय मलिकपुर के बाद बड़े काफिले के साथ बुढ़वाल, डाकौदा, नांगल चौधरी, कमानिया, नांगल दर्बू, निजामपुर चौक होती हुई गोद बलाहां गाँव पहुंची जहाँ ग्रामीणों को संबोधित करते हुए हुड्डा ने हुंकार भरी कि वे जो कहते हैं वो कर के भी दिखाते हैं I इस इलाके में सबसे गंभीर समस्या पीने के पानी की थी जिसका उन्होंने 164 करोड़ रूपए की लागत से समाधान किया पर अभी वीरों की यह धरती सिंचाई के पानी से वंचित है और मेरी ये कसक आज भी अधूरी है I बेशक  इस धरती की प्यास बुझाने के लिए उन्होंने हांसी बुटाना नहर का निर्माण करवाया हालांकि प्रदेश के प्रमुख विपक्षी दल इनेलो ने इसमें अडंगा डालने में कोई कसर नहीं छोड़ी I मेरी भी यह दृढ़ प्रतिज्ञा है और आप भी आश्वस्त रहें कि नहर खुदी है तो पानी भी आयेगा I

जनक्रांति यात्रा का मकसद समझाते हुए उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि प्रदेश के लोग भाजपा के झूठे वायदों को पूरा न होते देख निराशा के दौर से गुजर रहे थे तो उन्होंने तय किया कि लोगों के बीच जाकर उन्हें अन्धकार से निकालने की जरुरत है ताकि हरियाणा फिर से एक नंबर राज्य बने I उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में बुढ़ापा पेंशन 2000 रुपये माहवार करने का वायदा किया था लेकिन सरकार बनने पर केवल 200 रूपए बढाकर 1200 रूपए किये I मेरा खुला ऐलान है कि कांग्रेस सरकार बनने पर हम पहले झटके में ही 3000 रूपए पेंशन देंगे  I

हुड्डा ने कहा कि प्रदेश के लोगों से उन्हें जानकारी मिली है कि क्या शहर क्या गाँव सब जगह बिजली सप्लाई अनियमित है जबकि बिल भारी भरकम हैं I हमने बिजली की समस्या के स्थाई निदान के लिए 5 थर्मल प्लांट लगवाए लेकिन भाजपा सरकार के कुप्रबंधन के कारण लोगों को कोई लाभ नहीं मिला I कांग्रेस राज आने पर हम ऐसी व्यवस्था करेंगें कि बिजली तो पूरी मिले पर दाम आधे देने पड़ेंगे I

हुड्डा ने अपने कार्यकाल में इस क्षेत्र में हुए विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने नांगल चौधरी को तहसील का दर्जा देने के साथ नगर पालिका का गठन किया, निजामपुर को ब्लॉक का दर्जा दिया साथ में महिला कॉलेज की भी स्थापना की I नारनौल से राय मलिकपुर तक फोर लेन सड़क मंजूर करवाई तथा उसका मुआवजा बंटवाया और साथ ही प्रदेश स्तर की जनहित में बनाई गई नीतियों का भी इस क्षेत्र के लोगों को लाभ मिला I पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों के हित में फैसला लेते हुए तकरीबन चार लाख 100-100 गज के प्लाट बिना कोई पैसे लिए अलॉट किये तथा गरीब बच्चों  को वजीफा दिया I

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश में किसान, कर्मचारी, व्यापारी और मजदूर सब भाजपा की जनविरोधी नीतियों से तंग है वहीँ महिलायें लचर कानून व्यवस्था के कारण चिंतित और संकित है I कांग्रेस राज आने पर इन सब वर्गों की सुनी जाएगी और उनकी तकलीफों का निवारण किया जाएगा I कानून व्यवस्था इतनी चाक चौबंद होगी कि महिलायें आधी रात को भी बेखौफ होकर अपना काम कर सकेंगी I

हुड्डा ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह सरकार रेट बढ़ाने वाली व वेट घटाने वाली सरकार साबित हुई I डीएपी खाद का एक बैग 214 रूपए मंहगा कर दिया गया जबकि यूरिया खाद के बैग का वेट 50 किलोग्राम से घटा कर 45 किलोग्राम कर दिया गया I हरियाणा के काफी बड़े क्षेत्र में बाजरे एवं सरसों की खेती होती है जिसमें आपका इलाक़ा भी शामिल है लेकिन किसानों का यह दुर्भाग्य रहा कि इन फसलों की खरीद में आधार कार्ड, फरद पर पटवारी और तहसीलदार की हस्ताक्षर जैसी नाजायज शर्तें लगा कर उन्हें तंग किया गया और पूरी फसल लम्बे इंतजार के बाद भी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर नहीं खरीदी गई I कीट नाशक दवा और ट्रेक्टर पार्ट्स पर 18 प्रतिशत जीएसटी ठोक दिया गया I कांग्रेस सरकार आने पर पहले की तरह कीट नाशक दवा और ट्रेक्टर पार्ट्स पर कोई टैक्स नहीं लगेगा तथा किसानों की पूरी फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी जाएगी I

पूर्व मुख्यमंत्री ने लोगों को तीज की बधाई दी और राजनीति से हटकर सामाजिक सन्देश देते हुए आह्वान किया कि स्वच्छ पर्यावरण के लिए पेड़ जरूर लगायें I

मंच संचालन प्रो. विरेन्द्र ने किया I

इस अवसर पर उनके साथ सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व मंत्री राव नरेन्द्र सिंह, पूर्व सीपीएस राव दान सिंह, पूर्व सीपीएस अनीता यादव, पूर्व विधायक राव यादवेन्द्र, विधायक शकुंतला खटक, पूर्व सीपीएस रणसिंह मान, पूर्व विधायक अर्जुन सिंह, पूर्व विधायक धर्म सिंह छोक्कर, पूर्व विधायक जसवंत बावल, प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष सचिन कुंडू, करमवीर सैनी, सतपाल दहिया, प्रवीण चौधरी, राजू मान, महावीर मसानी, ख़ुशी राम जागलान, राजेश रावत, बबलू यादव, सतीश यादव, धरमवीर गोयत, डॉ करण सिंह ,समेत अनेक स्थानीय नेता भी मौजूद रहे

4 राज्यों के चुनाव परिणामों के पश्चात ही कांग्रेस महागठबंधन को गंभीरता से लेगी


कांग्रेस चाह रही है कि महागठबंधन के लिए हाथ तो फैलाया जाए लेकिन डील फाइनल न की जाए. क्योंकि कांग्रेस को फेयरडील मिलने की उम्मीद कम है. इसलिए4  पार्टी एनडीए में और फूट का इंतजार कर रही है


कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जयपुर के बाद अब तेलांगना के दौरे पर जा रहे हैं. 2019 में होने वाले आम चुनाव से पहले राहुल गांधी पार्टी में नई जान फूंकने की कोशिश कर रहे हैं. रविवार को जयपुर में राहुल गांधी के लिए काफी भीड़ उमड़ी, इस दौरान राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जमकर कोसा. हालांकि राहुल का प्रयास एक तरफ चल रहा है. लेकिन गठबंधन की राजनीति के लिए अभी तक सार्थक पहल नहीं हुई है. राज्यसभा में जहां विपक्ष के संख्याबल में अधिक होने के बाद भी सत्ता पक्ष का उपसभापति का चुनाव जीतना विपक्षी एकता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है.

राहुल गांधी की तरफ से न ही कांग्रेस पार्टी की तरफ से गंभीर प्रयास किया गया. बी के हरिप्रसाद को चुनाव लड़ने के लिए सिर्फ मैदान में उतार दिया गया. इस दौरान आपसी सामंजस्य बैठाने की रणनीति का अभाव साफ दिखाई दिया. आम आदमी पार्टी (आप) के आरोप को अगर अहमियत न भी दिया जाए तो भी ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस वॉक ओवर देने के लिए तैयार बैठी थी.

कैसे होगा विपक्ष का एका

विपक्षी दलों की एकजुटता न होने की वजह है, गिला और शिकवा, सत्ता से कोसों दूर होने के बाद भी अहम की लड़ाई पीछे नहीं छूट रही है. विपक्षी दल इस बात के लिए सहमति नहीं बना पा रहे हैं कि किस बात पर सहमत होना है. कुल मिलाकर मोदी विरोध ही उनके जुड़ाव का केंद्र है. लेकिन इस बात पर भी आपस में मतभेद है.

कांग्रेस के खेमों से बीजेपी नीतीश कुमार को अपने साथ लाने में कामयाब रही. वहीं टीआरएस भी बीजेपी के साथ खड़ी दिख रही है. बीजेपी सबसे बात करने में गुरेज नहीं कर रही है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को नवीन पटनायक से बात करने में कोई बुराई नहीं दिखाई दी. राजनीति में अमित शाह की चाल का जवाब देना कोई बड़ी बात नहीं है. बशर्ते यदि कोई पहल करे. कांग्रेस में इस पहल की कमी साफ दिखाई दे रही है. राहुल गांधी ने वर्किंग कमेटी की बैठक में कहा कि वो गठबंधन के लिए एक कमेटी का गठन करेंगें, लेकिन अभी तक कमेटी का इंतजार हो रहा है.

कॉरडिनेशन कमेटी की जरूरत

गठबंधन के लिए यूपीए में कॉरडिनेशन कमेटी की मांग उठ रही है. राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव ने भी कहा है कि एक कमेटी बनाने की जरूरत है. जाहिर है इसके लिए राहुल गांधी को पहल करनी चाहिए, कि एक ऐसी कमेटी बनाई जाए जिसमें मौजूदा घटक दल के नेता भी हों, जिससे किसी को शिकायत का मौका ना मिल सके. क्योंकि वक्त की कमी है.

दूसरे कांग्रेस की अपनी ताकत भी घटी है. जिससे छोटे दल कांग्रेस को ज्यादा अवसर देने से बच रहे हैं. समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष अखिलेश यादव का हाल में दिया गया बयान जाहिर करता है कि वो कांग्रेस को यूपी में ज्यादा सीट देने के मूड में नहीं है. अगर यूपीए की ओर से अधिकारिक कमेटी बना दी जाती है. तो कांग्रेस को भी आसानी रहेगी, क्योंकि इसमें पार्टी का नुमाइंदा रहेगा जो कांग्रेस के हित का ध्यान रख सकता है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने भी कहा है कि बीजेपी को हराने के लिए विपक्ष को एकजुट होना पड़ेगा. लेकिन इसके लिए पहल कांग्रेस को ही करना पड़ेगा, क्योंकि 2004 में भी पहल सोनिया गांधी ने ही की थी.

सोनिया की टीम में अनुभव

2004 के लोकसभा चुनाव से पहले सोनिया गांधी ने कई बड़े पहल किए थे. रामविलास पासवान से मिलने वो पैदल चलकर उनके घर पहुंचीं थी. सोनिया गांधी के कार्यालय से सिर्फ यह पूछा गया कि पासवान घर पर हैं या नहीं, हालांकि दोनों का घर एक-दूसरे से सटा हुआ है. सोनिया तब मायावती से भी मिलीं थी.

राजीव गांधी के 1989 में हार का कारण बने वी पी सिंह से भी उन्होंने सहयोग लिया था. राजीव गांधी के धुर विरोधी रहे आरिफ मोहम्मद खान से वो मिलीं और उन्हें पार्टी में शामिल होने का न्योता भी दिया. यह बात दीगर है कि आरिफ उसी शाम बीजेपी में शामिल हो गए. शायद वो इंडिया शाइनिंग के विपरीत चल रही हवा के रूख को भांप नहीं पाए. लेकिन रामविलास पासवान ने इसे पहचान लिया था.

तो सार यह है कि सोनिया गांधी की टीम ही पर्दे के पीछे काम कर रही थी. राहुल गांधी भी इस टीम का सही इस्तेमाल कर सकते हैं. राजनीति में सत्ता या अनुभव ही काम आता है. कांग्रेस के पास न अब सत्ता की हनक है और न ही टीम राहुल में धुरंधर दिखाई दे रहे हैं.

नहीं बन पा रही धुरी

विपक्षी एकता का राग सभी अलाप रहें हैं लेकिन उनमें इच्छाशक्ति की कमी साफ दिखाई दे रही है. कोई ऐसा व्यक्ति दिखाई नहीं दे रहा है जो इस एकता की ध्रुवी बन सके. सभी राजनीतिक दल शह और मात का दांव खेल रहे हैं. किसका दांव लगेगा यह कहना मुश्किल है. लेकिन इस बार ज्यादातर लोगों को लग रहा है कि वो किंग मेकर की जगह किंग बन सकते हैं.

2004 की तरह अब न हरिकिशन सिंह सुरजीत हैं ना ही वी पी सिंह. राहुल गांधी के सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी से मरासिम अच्छे हैं. लेकिन न लेफ्ट में वो ताकत बची है, न ही हरिकिशन सिंह सुरजीत वाला कद उनके पास है. विपक्ष के पास असरदार नेताओं में शरद पवार ही हैं. जिनका मुलायम सिंह यादव और ममता बनर्जी से दोस्ताना रिश्ते हैं. उनके शिवसेना से भी संबंध अच्छे हैं. शरद पवार लगातार लोगों से मिल भी रहे हैं, हाल में वो मायावती से भी मिले थे. राहुल गांधी बड़े दल के अध्यक्ष हैं. उनके ऊपर पार्टी की जिम्मेदारी है. ऐसे में उनको किसी पर भरोसा करना पड़ेगा क्योंकि अकेले यह सब करना आसान नहीं है.

3 राज्यों के विधानसभा के चुनाव

जल्द ही 3 महत्वपूर्ण राज्यों के विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. कांग्रेस को उम्मीद है कि इन तीनों राज्यों में उसे सत्ता हासिल हो सकती है. ऐसे में कांग्रेस की कीमत बढ़ेगी और पार्टी की यूपी, बिहार, बंगाल जैसे राज्यों में मोलभाव की क्षमता बढ़ेगी. कांग्रेस चाह रही है कि गठबंधन के लिए हाथ तो फैलाया जाए लेकिन डील फाइनल न की जाए. क्योंकि कांग्रेस को फेयरडील मिलने की उम्मीद कम है. इसलिए पार्टी एनडीए में और फूट का इंतजार कर रही है.

तीसरे मोर्चे की सुगबुगाहट खत्म

राहुल गांधी के प्रधानमंत्री पद की दावेदारी से पीछे हटने से तीसरे मोर्चे की आवाज दब गई है. राहुल गांधी से कई दल सहज नहीं थे. राहुल के इस फैसले के बाद से कांग्रेस की गोलबंदी का काम आसान हुआ है. लेकिन अधिकृत कमेटी या व्यक्ति न होने से हर पार्टी सीधे राहुल गांधी से बात करना चाहती है. जिससे समस्या खड़ी हो रही है. समय निकलता जा रहा है. बीजेपी जहां चुनाव के लिए तैयार है. वहीं कांग्रेस अभी गठबंधन के पेंच में उलझी है.

 

अहीरवाल की जनता का बहाया पसीना व्यर्थ नहीं जाएगा – हुड्डा


·        इनेलो और भाजपा दोनों धोखेबाज, मिलकर लड़ रहे हैं नूरा कुश्ती  
·        इनेलो का देखो खेल, घर बैठे भर रहे जेल 
·        जनता के साथ-साथ सड़कों का भी हाल बेहाल  


महेंद्रगढ़, 12 अगस्त :

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में जनक्रांति यात्रा के पांचवें चरण में महेंद्रगढ़ जिले के लोगों ने हाजरी का नया रिकॉर्ड बनाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री का गगनभेदी जयजयकारों के साथ स्वागत कियाI विश्वविद्यालय प्रांगण में जहाँ उनका हेलिकॉप्टर उतरा, भीड़ एक रैली का नज़ारा पेश कर रही थी Iलोगों के जुनून का आलम यह था कि केन्द्रीय विश्वविद्यालय पाली से खेल स्टेडियम महेंद्रगढ़ तक का 8 किलोमीटर के रास्ते को तय करने में जनक्रांति यात्रा के काफिले को ढाई घंटे लगे Iरास्ते में पड़ने वाले गाँव की महिलाओं समेत लोगों ने पूर्व मुख्यमंत्री का फूल मालाओं से और दूध पिला कर उनका स्वागत और सम्मान किया Iअपार भीड़ के कारण आज खेल स्टेडियम में तिल रखने तक की जगह नहीं बची I स्टेडियम के चारो ओर मोटर साइकिलों और गाड़ियों को पार्किंग के लिए चालकों को पूरी जद्दो जहद करनी पड़ी व मुख्य सड़क पर जाम रहा I
अपार भीड़ से गदगद हुड्डा ने कहा कि महेंद्रगढ़ कर्मठ किसानों और वीर जवानों की धरती है  और आज यहाँ की जनता का बहा पसीना व्यर्थ नही जाएगा I वे महेंद्रगढ़ में लोगों द्वारा दर्शाए समर्थन व प्यार के लिए आभार प्रकट करते हैं तथा मौका मिलने पर जनहित में ऐसा कुछ करने का इरादा रखते हैं जिसको लम्बे समय तक याद किया जा सके I उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि चुनाव पूर्व भाजपा ने किसानों और जवानों से बड़े बड़े वादे किये थे जिनपर भरोसा कर उन्होंने भाजपा को सत्ता की चाबी सौंपी I मगर दुर्भाग्य की बात है कि अपने पूरे कार्यकाल में भाजपा ने किसानों और जवानों से किया कोई वायदा ईमानदारी से पूरा नहीं किया I किसानों को कागजों में  स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार लागत से ऊपर 50% मुनाफा देने के नाम पर ठगा, चार साल से किसानों की फसलों को मंडियों में कौड़ियों के भाव लूटा जा रहा है Iसैनिकों को आधे अधूरे ‘वन रैंक वन पेंशन’ लागू कर धोखा देने का काम किया गया हैI न किसानों की जेब में 50 प्रतिशत मुनाफा आया न सैनिकों के खातों में कांग्रेस की सरकार के समय मंजूर हुए ‘वन रैंक वन पेंशन’ पर आधारित पेंशन I उन्होंने कहा कि जनक्रांति रैलियों में उमड़ रही भरी भीड़ और उत्साह को देख कर वे विश्वास के साथ कह सकते हैं कि हरियाणा में अगली सरकार कांग्रेस की बनेगी I सरकार बनने पर किसानों के लिए स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू किया जायेगा I पूर्व मुख्यमंत्री की इस घोषणा के बाद रैली स्थल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा I
उन्होंने घोषणा की कि यदि आगामी चुनाव के बाद हरियाणा में उनकी पार्टी की सरकार बनीं तो वे प्रदेश के कर्मचारियों को पंजाब के समान वेतन देंगें I उनहोंने कहा कि 2014 में उन्होंने पानीपत रैली में इस आशय की घोषणा की थी और मंत्रिमंडल से इसको मंजूरी भी मिल गयी थी लेकिन कुछ दिनों के बाद सरकार बदल गई Iउन्होंने आगे कहा कि यद्यपि भाजपा ने भी अपने चुनावी घोषणा पत्र में यह वायदा किया था लेकिन सरकार आने के बाद अन्य 154 वायदों के साथ इसे भी रद्दी की टोकरी में फैंक दिया I हुड्डा ने कर्मचारियों को सरकार का अभिन्न अंग बताते हुए कहा कि आज प्रदेश का कर्मचारी सरकार से पूरी तरह नाराज है इसलिए सरकारी मशीनरी जाम हो गई है, किसी दफ्तर में कोई काम नहीं हो रहा है Iहुड्डा ने  बुढ़ापा पेंशन 3 हजार रूपए महीना देने के अपने वायदे को दोहराते हुए “पेंशन में तीन नोट खरे – एक गुलाबी दो हरे” और बिजली के रेट आधे करने के वायदे पर “करेंगे एक ख़ास काम – पूरी बिजली आधे दाम” के नारे दे कर भीड़ में जोश भर दिया I राजनीतिक विशेषज्ञ सरकारी कर्मचारियों को पंजाब की तर्ज पर वेतन देने की घोषणा को हुड्डा का एक और मास्टर स्ट्रोक मान रहे हैं I
उन्होंने कहा कि भाजपा की नीति झूठ, फूट और लूट पर आधारित है, भाजपा राज में न केवल जनता बल्कि सड़कों का भी बुरा हाल है I प्रदेश की जनता का ध्यान मुख्य मुद्दों से हटाने के लिए भाजपा सरकार भाईचारा समाप्त कर के समाज को आपस में लड़ाने का एक मात्र काम कर रही हैI उन्होंने जनता से अपील की कि वे हर कीमत पर प्रदेश में सदियों से चले आ रहे भाईचारे को कायम रखे I
हुड्डा ने कहा कि उनके दस साल के कार्यकाल में दक्षिण हरियाणा के चहुँमुखी विकास में कोई कोरकसर नहीं छोड़ी गयी थी I उन्होंने कहा महेंद्रगढ़ और भिवानी को एनसीआर क्षेत्र में शामिल किया I महेंद्रगढ़ में केन्द्रीय विश्वविद्यालय व महिला महाविद्यालय, रेवाड़ी में इंदिरा गाँधी विश्वविद्यालय, गुडगाँव में रक्षा विश्वविद्यालय, जैनाबाद में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज, समेत अनेकों आईटीआई, पॉलिटेक्निक स्थापित कर युवाओं के लिए अच्छी और सुगम शिक्षा के द्वार खोलेI महेंद्रगढ़ रेवाड़ी और भिवानी की प्यासी धरती की प्यास बुझाने के लिए हांसी बुटाना ब्रांच का निर्माण करवाया I रेवाड़ी को प्रदेश की राजधानी से सीधा जोड़ने के उद्देश से रेवाड़ी झज्जर रोहतक रेलवे लाइन का निर्माण करवाया Iइन विकास कार्यों को निकाल दें तो किसी भी पार्टी के पास अपनी उपलब्धि गिनाने के लिए कुछ भी नहीं है I
हुड्डा ने इनेलो को चुनौती देते हुए कहा कि वर्ष 1999 से लेकर 2005 तक हरियाणा में उनकी सरकार रही है, अपने 6 साल के कार्यकाल में दक्षिण हरियाणा के हित और विकास के लिये एक भी काम किया हो तो उसको बतायें I यदि काम किया होता तो इनेलो के नेता  कैथल रैली में उसका जिक्र करते I इनेलो वाले अपनी जनसभाओं में मेरी आलोचना तो करते रहते हैं अपनी उपलब्धि कभी नहीं बताते हैं I जब कुछ किया ही नहीं तो बताएंगे क्या? इनेलो ने विकास का काम तो क्या करना था इसके विपरीत चौटाला ने हांसी बुटाना ब्रांच के निर्माण का विरोध किया I
उन्होंने कहा इसी प्रकार 2014 से अब तक प्रदेश में भाजपा की सरकार है इस इलाके में कोई काम किया हो तो ये बता दें I हमारी सरकार ने इस इलाके के महान संत बाबा खेता नाथ के नाम पर नारनौल में एक सरकारी आयुर्वेदिक कॉलेज का निर्माण करवाया था यह निकम्मी सरकार गत चार वर्षों में उसको चालू नहीं करवा सकी है जबकि भवन निर्माण का कार्य हमारी सरकार में पूरा हो चूका था I इसके साथ ही उन्होंने घोषणा की कि उनकी सरकार बनने पर इस आयुर्वेदिक कॉलेज को चालू किया जाएगा I
इनेलो और भाजपा पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ये दोनों दल प्रदेश की जनता की आँखों में धूल झोंकने के लिए आजकल नूरा कुश्ती लड़ रहे हैं I अभी हाल में भाजपा सरकार के खिलाफ लोक सभा में विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर इनेलो सांसदों ने भाजपा के खिलाफ वोट नहीं दिया और राज्यसभा में उपसभापति के चुनाव में इनेलो सांसद ने भाजपा के साथ वोट दिया I मिलीभगत का इससे बड़ा सबूत क्या होगा? एसवाईएल के मुद्दे पर इनेलो द्वारा चलाये जा रहे जेल भरो आन्दोलन पर कटाक्ष करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा ये कैसा जेल भरो आन्दोलन है? इनेलो का कोई नेता या कार्यकर्ता इस आन्दोलन के दौरान एक मिनट भी किसी जेल में रहा है तो बताएं, इस नकली आन्दोलन पर ये चार पंक्तियाँ फिट बैठती हैं –

“इनेलो का देखो खेल,
घर बैठे भर रहे जेल,
नकली गिरफ्तारी नकली बेल,
जेल भरो आन्दोलन हो गया फेल”

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने महेंद्रगढ़ के कांग्रेस नेताओं विषेशकर राव दान सिंह और उनके साथियों की पीठ थपथपाई और कहा कि आपकी की गई मेहनत जरूर रंग लाएगी और प्रदेश में अगली सरकार कांग्रेस की होगी और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी के हाथ मजबूत करने का काम करेगीI
पूर्व मुख्यमंत्री ने गत विधान सभा में बादली से चुनाव लड़े और दूसरे नंबर पर रहे कुलदीप वत्स को कांग्रेस में शामिल किया I मंच संचालन प्रो. विरेन्द्र ने किया I राष्ट्रीय गान के साथ रैली का समापन किया गया और पूर्व मंत्री राव धर्मपाल ने जनता का आभार व्यक्त किया I
इस अवसर पर उनके साथ राजस्थान के अलवर से सांसद डॉ करण सिंह यादव, सांसद व कांग्रेस कार्यसमिति सदस्य दीपेंद्र हुड्डा, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष धर्मपाल सिंह मलिक, पूर्व सीपीएस राव दान सिंह, पूर्व मंत्री राव नरेन्द्र, पूर्व सीपीएस अनीता यादव, पूर्व स्पीकर व विधायक डॉ रघुबीर सिंह कादयान, पूर्व स्पीकर और विधायक कुलदीप शर्मा, विधायक आनंद सिंह दांगी, विधायक गीता भुक्कल, विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा, विधायक उदयभान, विधायक जयतीरथ दहिया, विधायक जगबीर सिंह मलिक, विधायक जयवीर बाल्मीकि, विधायक ललित नागर, विधायक शकुन्तला खटक, पूर्व मंत्री आफताब अहमद, पूर्व विधायक राव यादवेन्द्र, पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान, पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा, पूर्व विधायक बी.बी.बत्रा, पूर्व विधायक संत कुमार, पूर्व विधायक धरम सिंह छोक्कर, पूर्व सीपीएस रणसिंह मान, पूर्व सीपीएस विनोद भयाना, पूर्व विधायक रणवीर महेंद्रा, सुभाष चौधरी ,पूर्व विधायक प्रहलाद सिंह गिल्लाखेड़ा, पूर्व विधायक राम निवास घोड़ेला, पूर्व विधायक जसवंत बावल, पूर्व चेयरमैन चक्रवर्ती शर्मा, संजय राव, ठेकेदार रणधीर सिंह, सतपाल दहिया, प्रवीण चौधरी, राजू मान, राव अक्षत, महाबीर मसानी, प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यश सचिन कुंडू, प्रदेश एनएसयूआई अध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिरजा, प्रदीप सांगवान, नृपेन्देर सांगवान , सोमबीर सिंह ,ठाकुर लाल सिंह , नरेश हसनपुर , धर्मेन्द्र ढुल , जितेंदर भरद्वाज , सरदार रणधीर सिंह, सूर्यदेव दहिया , कर्ण सिंह कादयान ,अर्जुन सिंह ,संदीप तंवर , प्रदीप पुण्डरी , धर्मेंदर ढुल,प्रदीप गुलिया, धीरज सिंह, राकेश, राजेश,तेलूराम जांगड़ा समेत अनेक नेता मौजूद थे I

फोटो और खबर अजय कुमार

पंचकुला 12 अगस्त,2018:

स्वतंत्रता दिवस को होने वाले प्रोग्राम को लेकर स्वागत द्वार को बनाने के लिए सड़क में गहरे खड्डे कर दिए गए जिसे निगम द्वारा अभी बीते दिनों में बनाया गया था जो की बाद में इसे ऐसी हालत में छोड़ दिया जाता है इस के कारण बाद में धीरे धीरे सड़क और आगे तक टूटनी शुरू हो जाती है स्थानीय प्रशासन इस पर गौर नही करता।

मोदी-खट्टर की जोड़ी सबसे बड़ी किसान विरोधी-सुरजेवाला


लाडवा में बोले रणदीप, प्रदेश के 52 साल के इतिहास में नहर पाटने वाले खट्टर पहले सीएम

सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया झूठों का सरदार

कहा – इनैलो किसानों के लिए नही बल्कि खुद के अस्तित्व को बचाने के लिए लड़ रही और इनैलो भाजपा की बी टीम


लाडवा, कुरुक्षेत्र, 12 अगस्त 2018
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया इंचार्ज व पार्टी की केंद्रीय कार्यसमिति के सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके चेले मनोहर लाल खट्टर की जोड़ी को देश के इतिहास में सबसे बड़े किसान विरोधी क़रार दिया है।
यहाँ आयोजित जनसभा में उमड़ी भारी भीड़ के बीच सुरजेवाला ने कहा कि गुरू चेले की इस जोड़ी ने देश और प्रदेश के किसानों को कहीं का नहीं छोड़ा। खट्टर को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि वे प्रदेश के ऐसे पहले सीएम हैं जिन्होंने नई नहर बनवाने की बजाय दादुपुर नलवी नहर को पाटने का तुगलकी फ़ैसला कर डाला। इसके लिए प्रदेश के किसान उन्हें कभी माफ़ नहीं करेंगे।

सुरजेवाला ने कहा कि आज पूरे हरियाण प्रांत और पूरे देश के अंदर पीठ और पेट एक करके मिट्टी से सोना पैदा करने वाला किसान व उसके साथ काम करने वाला मजदूर पीडि़त, व्यथित और आंदोलित है। उन्होंने कहा कि जब केन्द्र में भाजपा की सरकार नहीं बनी थी तो नरेन्द्र मोदी ने कुरूक्षेत्र में एक जलसे के दौरान किसानों को वायदा किया था कि भाजपा की सरकार आने पर उनको फसल लागत का 50 फीसदी मुनाफा दिया जाएगा। जब सरकार बनी तो मोदी व खट्टर सरकार ने इस वायदे को भूलाकर किसानों की पीठ पर खंजर घोपने का काम किया। उन्होंने कहा कि यहां तक ही नहीं केन्द्र सरकार ने 22 फरवरी 2015 को सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र देकर कहा था कि वह किसानों को 50 फीसदी मुनाफा नहीं दे सकते। इससे बाजार भाव बिगड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि मोदी खट्टर के चार साल में किसानों को बेहाल कर दिया गया है। भाजपा सरकार किसानों की फसल का एमएसपी बढ़ाकर किसान हितैषी होने की छाती पीट रही है, लेकिन वास्तविकता बिल्कुल उलट है।

कृषि मूल्य आयोग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए सुरजेवाला ने कहा कि धान का 50 फीसदी लागत मूल्य लगाया जाए तो किसानेां को 2340 रुपये प्रति क्विंटल मिलना चाहिए था, जबकि सरकार ने केवल 1750 रुपये दिया है। जो भाजपा के वायदे से 590 रुपये कम है। इसी प्रकार ज्वार का लागत मूल्य 3275 रुपये बनता है, लेकिन सरकार ने 845 रुपये कम देकर 2430 रुपये दिया है। कपास का लागत मूल्य 6771 रुपये बनता है, लेकिन सरकार ने घोषणा की 5150 रुपये की, जो 1621 रुपये कम है। ठीक यही हाल मूंग, उड़द, अरहर, सोयाबीन, मूंगफली की फसल का है।

सुरजेवाला ने कहा कि किसान की फसल खराब होती है तो केन्द्र व खट्टर सरकार कहती है कि हमने फसल बीमा योजना लागू की है। इसकी सच्चाई किसी को नहीं बताई। इस सरकार ने खेती बाड़ी पर टैक्स लगाकर 22 हजार करोड़ रुपये एकत्रित कर लिए और किसानों को बीमा के रूप में केवल मात्र 6 हजार 700 करोड़ रुपया दिया गया। 14 हजार करोड़ रुपये देश की 5 बीमा कंपनियों के खाते में चले गए, इनमें से कुछ कंपनियां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चहेती कंपनियां हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना का नाम प्रधानमंत्री फसल बीमा नहीं, बल्कि निजी कंपनी मुनाफा योजना होना चाहिए था।

सुरजेवाला ने कहा कि इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि जब सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र पर टैक्स लगाया गया हो। ट्रैक्टर एव अन्य सभी उपकरणों पर 12 प्रतिशत का जीएसटी टैक्स लगाया गया जबकि टायर, ट्यूब और ट्रांसमिशन पार्ट्स पर 18 प्रतिशत का जीएसटी टैक्स लगाया गया। कीटनाशक दवाइयों पर 18 प्रतिशत, खाद पर 5 प्रतिशत तथा कोल्ड स्टोरेज पर 12 प्रतिशत का जीएसटी लगा दिया गया है। किसानो के आलू को सुरक्षित रखने वाले कोल्ड स्टोरेज पर भी 12 प्रतिशत टैक्स लगाकर किसानों की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया गया है। किसान पर टैक्स लगाकर 10 हजार करोड़ रुपए कमा रही है मोदी सरकार। किसानो के आलू के 25 पैसे के भाव पर जब किसान खट्टर सरकार के खिलाफ अपना विरोध प्रकट करते हैं तो उस विरोध का जवाब खट्टर सरकार द्वारा उन्हें पुलिस की लाठियों और गोलियों से दिया जाता है। आज खट्टर सरकार ने इरादाएकत्ल के मुकद्दमे के 47 किसानों को जेल में बंद कर रखा है। क्या इस तरह से ही देश व प्रदेश के किसानो का भला करेगी भाजपा सरकार? इसलिए बदलाव की जरूरत है।

भाजपा पर किसानविरोधी होने का आरोप लगाते हुए सुरजेवाला ने कहा कि इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि जब किसी सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र पर टैक्स लगाया गया हो। भाजपा ने पेट्रोल व डीज़ल पर भारी टैक्स लगाए, जिसके चलते डीज़ल व पेट्रोल आज भी उसी भाव में मिल रहा है, जब कच्चे तेल की कीमतें दोगुना हुआ करती थीं। सुरजेवाला ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि 16 मई 2014 को पेट्रोल के भाव 62.93 रु प्रति लीटर और डीजल के भाव 56.71 रु प्रति लीटर थे लेकिन आज साढ़े 4 साल के बाद डीजल 69.56 रु प्रति लीटर यानि डीजल पर 12.85 रु की बढोत्तरी करके भाजपा इस देश पर कुठाराघात कर रही है और इतना ही नही जब कांग्रेस का राज था तब डीजल पर 9.72 प्रतिशत और पेट्रोल पर 21.5 प्रतिशत वैट था लेकिन आज खट्टर सरकार ने डीजल पर 17.22 प्रतिशत और पेट्रोल पर 5 प्रतिशत की बढोत्तरी के साथ 26.25 प्रतिशत की बढोत्तरी करके इस प्रदेश के लोगों की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है। इसी प्रकार केंद्र की मोदी सरकार पेट्रोल और डीजल पर 11 बार एक्साईज डयूटी लगाकर इस देश की जनता से 10 लाख करोड़ रुपए और खट्टर सरकार 18 हजार करोड़ रुपए वसूल रही है। यही भाजपा व कांग्रेस की सोच का फर्क है। भाजपा द्वारा ट्रैक्टर एवं अन्य सभी उपकरणों पर 12 प्रतिशत का जीएसटी टैक्स लगाया गया जबकि टायर, ट्यूब और ट्रांसमिशन पार्ट्स पर 18 प्रतिशत का जीएसटी टैक्स लगाया गया। कीटनाशक दवाइयों पर 18 प्रतिशत, खाद पर 5 प्रतिशत तथा कोल्ड स्टोरेज पर 12 प्रतिशत का जीएसटी लगा दिया गया है। किसानो के आलू को सुरक्षित रखने वाले कोल्ड स्टोरेज पर भी 12 प्रतिशत टैक्स लगाकर किसानों की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया गया है।प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को प्राइवेट मुनाफा कम्पनी व किसान शोषण योजना करार देते हुए सुरजेवाला ने कहा कि किसान की फसल खराब होती है तो केन्द्र व खट्टर सरकार कहती है कि हमने फसल बीमा योजना लागू की है। इसकी सच्चाई किसी को नहीं बताई। इस सरकार ने खेती बाड़ी पर टैक्स लगाकर 18 हजार करोड़ रुपये एकत्रित कर लिए और किसानों को बीमा के रूप में केवल मात्र 5600 करोड़ रुपया दिया गया। 14 हजार करोड़ रुपये देश की 7 बीमा कंपनियों के खाते में चले गए, इनमें से कुछ कंपनियां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चहेती कंपनियां हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना का नाम प्रधानमंत्री फसल बीमा नहीं, बल्कि प्राइवेट मुनाफा योजना व किसान शोषण योजना होना चाहिए था।

सुरजेवाला ने कहा कि किसानो के आलू के 25 पैसे के भाव पर जब किसान खट्टर सरकार के खिलाफ अपना विरोध प्रकट करते हैं तो उस विरोध का जवाब खट्टर सरकार द्वारा उन्हें पुलिस की लाठियों और गोलियों से दिया जाता है। खट्टर सरकार ने इरादा-ए-कत्ल के मुकद्दमे के तहत 42 किसानों को जेल में बंद कर दिया व उनके 42 ट्रैक्टर जब्त कर लिए गए और आज भाजपा सरकार की तानाशाही रवैये के कारण प्रतिदिन 46 किसान आत्महत्या कर रहे हैं और मोदी सरकार चंद उधोगपतियों को खुश करने में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि यहां तक ही नहीं केन्द्र सरकार ने 22 फरवरी 2015 को सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र देकर कहा था कि वह किसानों को 50 फीसदी मुनाफा नहीं दे सकते। इससे बाजार भाव बिगड़ जाएगा। सुरजेवाला ने कहा कि मेरा सरकार से सवाल है कि जब देश के 12 उद्योगपतियों का 2 लाख 83 हजार करोड़ का कर्जा माफ कर दिया गया तो 62 करोड़ किसान मजदूरों का 2 लाख करोड़ रु क्यों नही माफ हो सकता। सुरजेवाला ने कहा कि जब कांग्रेस का शासन था तो कांग्रेस पार्टी ने इस देश के किसानों का 72 हजार करोड़ रु कर्जा माफ किया।
इनैलो पार्टी को भाजपा की बी टीम करार देते हुए सुरजेवाला ने कहा कि एक तरफ तो इनैलो जनता के हितों की बात करती है तो दूसरी तरफ जब जनता के हितों के लिए मोदी सरकार के खिलाफ आवाज उठाने की बात आती है तो ये भाजपा के साथ खड़ी हो जाती है। इनैलो और भाजपा आपस में मिली हुई है क्योंकि जब प्रधानमंत्री के अविश्वासमत, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, राष्ट्रसेना के चेयरमैन को वोट डालने की बात आए तो इनैलो भाजपा के साथ खड़ी हो जाती है। इनैलो किसानों के लिए नही बल्कि खुद के अस्तित्व को बचाने के लिए लड़ रही है। इस सम्मेलन को पूर्व मंत्री बच्चन सिंह आर्य,ए सी चौधरी,राजकुमार वाल्मीकि,
सुल्तान जडौला,अनिल धण्तोडी़,शिव शंकर भारद्वाज,सुमित्रा चौहान,पवन दिवान साहनी,फूल सिंह बाल्मिकी,
भूपेन्द्र फौगाट,सज्जन सिंह ढूल,सतबीर भाणा,संजीव भारद्वाज,रंजीता मेहता,रणधीर मलिक,सुरेश यूनिसपुर,बलविंदर संधाय,अमन चीमा,लखजीत सिंह लक्खा,रण सिंह देशवाल, प्रवेश राणा,हरजोत सिद्धू ,सरदार नछतर सिंह ,सतीश सांगवान,हरबीर महल,राजेश चौधरी, सुमित चौधरी,आशिश लाम्बा आदि प्रदेश भर से आए अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया।

केंद्रीय मंत्री और सांसदो की पत्नियों ने सेक्टर 14 में तीज महोत्सव में लगाए चार चांद

फरीदाबाद: सेक्टर 14 आरडब्ल्यूए एसोसिएशन की तरफ से डीएवी स्कूल में मनाए गए तीज महोत्सव में कई सांसदों और मंत्रियों की पत्नियों ने शिरकत की। उद्योग मंत्री विपुल गोयल के बुलावे पर तीज महोत्सव में पहुंची कमल सुखी परिवार की इन खास मेहमानों ने तीज महोत्सव में जमकर मौज मस्ती की। कमल सखी परिवार की सदस्य केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह की पत्नी प्रेमलता, धर्मेंद्र प्रधान की पत्नी मृदुला प्रधान ,सांसद राजीव प्रताप रूडी की पत्नी नीलम रूडी, राज्यसभा सांसद डॉक्टर अनिल जैन की पत्नी वंदना जैन, सांसद जितेंद्र सिंह की पत्नी मंजू सिंह और सांसद अश्विनी चोपड़ा की पत्नी किरण चोपड़ा ने तीज महोत्सव में शिरकत की। सभी खास मेहमानों ने ढोलक पर जमकर डांस किया तो वहीं झूला झूलने का भी आनंद लिया।

विधायक और केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह की पत्नी प्रेमलता ने कहा कि फरीदाबाद में उन्हें हमेशा प्यार मिलता है और आज तीज महोत्सव में कई सालों बाद उन्होंने झूला झूलने का आनंद लिया। उन्होंने कहा कि आज इस तरह तीज मनाकर उन्हें बचपन के दिन याद आ गए। वहीं मृदुला प्रधान ने कहा कि कमल सखी ग्रुप से जुड़ने के कारण हम बीजेपी नेताओं की पत्नियां अक्सर सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जाते रहते हैं और फरीदाबाद में उन्हें सूरजकुंड मेले के बाद दूसरी बार आने का अवसर मिला है और हम दुआ करते हैं कि विपुल गोयल यूं ही तरक्की करते रहें और हमें बुलाते रहे। उन्होंने कहा कि तीज महिलाओं का त्यौहार है और तीज उत्सव महिलाओं को आजादी का संदेश देता है। वहीं उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने इस मौके पर सभी खास महिलाओं का उपहार देकर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि तीज का त्यौहार महिला सशक्तिकरण का प्रतीक है और हरियाणा के साथ देश की सरकार लगातार महिला सशक्तिकरण का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि देश की सरकार से लेकर हर क्षेत्र में महिलाएं भारत का नाम रोशन कर रही है। उन्होंने कहा कि तीज का त्यौहार यह भी संदेश देता है कि घर और बाहर दोनों जगह महिलाओं का सम्मान करें और उन्हें आगे बढ़ने के समान अवसर दें। इस मौके पर सेक्टर 14 आरडब्ल्यूए के प्रधान शंकर खंडेलवाल, आर एस गांधी, केसी लखानी, बीजेपी नेता राजेश नागर और डिप्टी मेयर मनमोहन गर्ग सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।