केजरीवाल के घर को लेकर अजय माकन का बड़ा दावा : 45 नहीं 171 करोड़ हुए खर्च

कांग्रेस नेता अजय माकन ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि केजरीवाल के महल में मात्र 45 करोड़ रुपये खर्च नहीं हुए, अरविंद केजरीवाल के महल पर 171 करोड़ रुपये खर्चा हुआ है। दिल्ली की जनता का 171 करोड़ रुपये का खर्चा कोविड के समय में, जब दिल्ली के लोग आक्सीजन के लिए तरस रहे थे, हॉस्पिटल को और बेड को तरस रहे थे। यह खर्चा उस समय हुआ, जब गरीब आदमी खाने को तरस रहे थे।

Kejriwal House: केजरीवाल के 'शीशमहल' पर कांग्रेस ने किया बड़ा खुलासा, 171  करोड़ के खर्चे और अधिकारियों के आवास गिराने का आरोप
  • केजरीवाल सरकार भ्रष्ट है जो 171 करोड़ का खुद का महल बनाए वो किस बात का आम आदमी? :अजय माकन
  • लोकपाल को लेकर केजरीवाल अब चुप क्यों हैं? : अजय माकन

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट(ब्यूरो) नई दिल्ली – 07 मई :

दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सीएम आवास को लेकर लगातार आरोप प्रत्यारोप का माहौल बना हुआ है। भारतीय जनता पार्टी से लेकर कांग्रेस सीएम केजरीवाल को इस मुद्दे पर घेरते हुए नजर आ रही है। कांग्रेस नेता अजय माकन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीएम केजरीवाल पर गंभीर आऱोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, केजरीवाल खुद को आम आदमी दिखाने के लिए अपनी साइज से बड़े कपड़े पहनते हैं, एक रुपए की कलम रखते हैं और चप्पल पहनते हैं। उन्होंने दावा कर कहा, केजरीवाल का महल 45 करोड़ नहीं बल्कि 171 करोड़ का बना है। कांग्रेस नेता बोले, असल सादगी की मिसाल तो पूर्व सीएम शीला दीक्षित थीं।

अजय माकन ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग सिर्फ दिखावा करने के लिए आम आदमी हैं, आम आदमी दिखने के लिए जेब में एक रुपये वाला पेन लगाकर घूमते हैं। जो हलफनामा देते थे कि वो पूरी जिंदगी आम आदमी की तरह रहेगी, उन्होंने अपने मकान बनाकर सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। दिल्ली में अगर सादगी की कोई मिसाल है तो वो पूर्व सीएम शीला दीक्षित थीं। अरविंद केजरीवाल ने अपने महल को बनाने में, सजाने में जितना पैसा खर्च कर दिया उतना तो शीला दीक्षित की पूरी कैबिनेट 15 सालों में खर्च नहीं कर पाई।

उन्होंने आगे कहा कि इस निर्माणाधीन परिसर में 22 ऑफिसर्स के फ़्लैट हैं, जिन्हें तोड़ा और खाली कराया गया है। जिसकी भरपाई करने के लिए सरकार ने कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज में करीब 126 करोड़ के 21 टाइप-5 फ्लैट खरीदे हैं। बता दें कि इससे पहले भाजप ने अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री आवास की मरम्मत और सजावट पर 45 करोड़ रुपये का खर्चा आया है। 

सीएम के बंगले पर खर्चे को लेकर कुछ दिन पहले दिल्ली की सड़कों पर केजरीवाल के खिलाफ पोस्टर लगे दिखाई दिए, जिसमें सीएम से मरम्मत के नाम में करोड़ों को खर्च का हिसाब पूछा जा रहा है। इन पोस्टरों पर लिखा है कि ये पैसा तो मेरे टैक्स का है। बताया जा रहा है दिल्ली की सड़कों पर यह पोस्टर अभियान दिल्ली नाम के एक एनजीओ ने लगाए हैं। यह पोस्टर दिल्ली की मुख्य तीन सड़कों आम आदमी पार्टी कार्यालय डीडीयू मार्ग, आईटीओ, बहादुर शाह जफर मार्ग पर लगाए गए।

अजय माकन ने कहा, केजरीवाल के शराब घोटाले की पहली शिकायत कांग्रेस ने की थी। केजरीवाल सरकार भ्रष्ट है जो 171 करोड़ का खुद का महल बनाए वो किस बात का आम आदमी? लोकपाल को लेकर केजरीवाल अब चुप क्यों हैं? हर पार्टी को केजरीवाल का असली चरित्र समझना चाहिए। केजरीवाल भ्रष्टाचार के पैसे का इस्तेमाल कांग्रेस के खिलाफ कर रहे हैं और बीजेपी को मजबूत कर रहे हैं।

भाजपा नेताओं के पिलपिले सिर और सामने कांग्रेस प्रशासन की दीवार

करणीदानसिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट,सूरतगढ़ – 07   मई  :

नगरपालिका सूरतगढ में भाजपा अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा बेचारा है जिसकी बात ही नहीं चलती तो उसके कहने से कोई काम होता होगा का अनुमान लगाया जा सकता है। अध्यक्ष की नहीं चलती तो भाजपा की भी नहीं चलती। भाजपा भी बेचारी बन कर रह गई है। विधायक नगरपालिका सभा का सदस्य होता है उसकी भी नहीं चलती।विधायक रामप्रताप कासनिया भी नगरपालिका की व्यवस्था में शक्तिहीन बेबस से होकर रह गये हैं। अध्यक्ष और विधायक की हालत बेचारगी वाली हो तब पूर्व विधायकों राजेंद्र सिंह भादू.अशोक नागपाल तो नगरपालिका में कुछ करा ही नहीं सकते। 

भाजपा पूरी दुनियां में सबसे अधिक सदस्य संख्या वाली और 56 ईंची ताकत वाली पार्टी के बड़े नेताओं की नहीं चलती तब शेष पदाधिकारियों की भी नहीं चलती। नेताओं के साथ इनको भी जान लेना चाहिए।

जिला उपाध्यक्ष श्रीमती आरती शर्मा जो स्वयं नगरपालिका अध्यक्ष रह चुकी हैं। जिला मंत्री काजल छाबड़ा जो स्वयं 2014 से 2019 तक नगरपालिका अध्यक्ष रह चुकी हैं।

 जिला पदाधिकारी सरदार शरणपालसिंह मान,नगर मंडल अध्यक्ष सुरेश मिश्रा और महामंत्री लालचंद शर्मा,सुभाष गुप्ता, किसान मोर्चा जिला उपाध्यक्ष  पवन ओझा,पार्षदगण , जगदीश मेघवाल,ओमप्रकाश अठवाल, हंसराज स्वामी,संजय अग्रवाल, हरिप्रसाद, राजीव चौहान,पार्षद प्रतिनिधि गोविन्द नायक ,गुरजंट सिंह ,रिंकू सिद्दीकी ,सत्यनारायण तावणियां , राजेन्द्र ताखर,सत्यनारायण छिम्पा,राजगिरि गोस्वामी, पार्षद सुरेन्द्र गंवारिया,युवा मोर्चा जिला महामंत्री विनोद कु, युवा मोर्चा अध्यक्ष मंयक वशिष्ठ,प्रेम सिंह,आदि। ये सभी शनिवार 6 मई 2023 को अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरविंद कुमार जाखड़ से मिले और नगरपालिका में नहीं चलती का कहा। जनता के काम नहीं होने का कहा। एडीएम सुलझे हुए अनुभवी अधिकारी हैं। उन्होंने जो कहा वो समझना चाहिए। नगरपालिका आपकी चुनी हुई है और वहां व्यवस्था आपको ही करनी है। व्यवस्था में गड़बड़ी का कहा गया था। व्यवस्था चैयरमेन ओमप्रकाश कालवा को करनी चाहिए और विधायक रामप्रताप कासनिया को करवानी चाहिए। इनसे व्यवस्था होती तो एडीएम के पास अवकाश वाले दिन भीड़ रूप में नहीं जाते। इनकी चल नहीं रही और ताकत है नहीं कि सिर भिड़ा लें। सिर पिलपिले हैं और सामने कांग्रेस प्रशासन की दीवार है। सिर पक्का होता तो दीवार से मार लेते। अपने आपको ताकतवर प्रचारित करना और सच्च में ताकतवर होने में बहुत फर्क होता है जो यहां भाजपा में है।

दण्ड चलाना सीखना सिखाना करते हैं और उपयोग नहीं कर पाते। लाठी चलाकर किसी को सीधा करने की बात नहीं न यह करने को कहा जाता है लेकिन कानून नियम से तो रोजाना ही लाठी चलाई जा सकती है। सिर पिलपिले हैं न भिड़ाएं कानून की लाठी तो बहुत मजबूत होती है। इतने बड़े लावलश्कर में एक भी यह लाठी चलानी नहीं जानता।

विधायक रामप्रताप कासनिया,पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह भादू,पूर्व विधायक अशोक नागपाल एक भी ताकतवर नहीं। ये कानून नियम की लाठी चलाने में क्यों डरते हैं? 

👍 सन् 2023 के विधानसभा चुनाव नवम्बर में होंगे। ये टिकट चाहने वालों में हैं। इनके अलावा जो अन्य टिकटार्थी हैं विधायक बनने के ऊंचे सपने ले रहे हैं, अपने नाम और फोटो छपवा कर और छपते देख कर खुश हो रहे हैं, वे भी दीवार से सिर नहीं भिड़ा रहे। उनको भी मालुम है अपने अपने सिर का। टिकट के लिए अनेक तरीके आजमा रहे हैं। महीनों से लगे हुए हैं। बस नगरपालिका में कभी सिर भिड़ाने की कोशिश नहीं की। कानून की लाठी भी नहीं चलाई। 

* हालत यह है कि नगरपालिका में नहीं चल रही और सूरतगढ़ सीट के जीत के दावे करते हैं।

* इतने नेताओं पदाधिकारियों ने तो माना ही है कि नगरपालिका में नहीं चलती। एडीएम के आगे विनती की है। अभी भी कानून की लाठी चलाने के लिए सोचते हैं कि कोई दूसरा ही यह पंगा ले। यह सोच ही कमजोर बना रही है।०0०

अकाली दल को एक और सदमा, बेटे के बाद पंजाब विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष चरणजीत सिंह अटवाल भाजपा में शामिल

चरणजीत अटवाल के बेटे इंदर इकबाल सिंह भाजपा की टिकट पर जालंधर का उपचुनाव लड़ रहे हैं। बीते रविवार उन्हें औपचारिक तौर पर दिल्ली बुला भाजपा में शामिल किया गया था। इसके बाद अब पूर्व स्पीकर ने भी अकाली दल का साथ छोड़ने के बाद भाजपा ज्वाइन कर ली है। चरणजीत अटवाल 2004 से 2009 तक भारत की 14वीं लोकसभा के डिप्टी स्पीकर रहे। वहीं वह दो बार पंजाब विधानसभा के स्पीकर भी रहे। लोकसभा में पंजाब के फिल्लौर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया और शिरोमणि अकाली दल (आदल) के सदस्य थे। 2019 में उन्होंने कांग्रेस के संतोख सिंह चौधरी के खिलाफ जालंधर संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था लेकिन 3,66,221 वोट हासिल करने के बावजूद चौधरी से 19,491 वोट से हार गए थे। सूत्रों के अनुसार बादल परिवार की अनदेखी के चलते उन्होंने यह फैसला लिया था।

बेटे इंद्र इकबाल के समर्थन में फैसला, बादल परिवार पर अनदेखी का आरोप |  Punjab Akali Dal Charanjit Atwal BJP Candidate Update - Dainik Bhaskar
पूर्व डिप्टी स्पीकर चरणजीत सिंह अटवाल

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 05 मई :

पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के दिग्गज नेता और विधानसभा के पूर्व स्पीकर चरणजीत सिंह अटवाल भाजपा में शामिल हो गए हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें अपने दिल्ली स्थित आवास पर पार्टी की सदस्यता दिलाई। उनके बेटे इंदर इकबाल पहले ही भाजपा में शामिल हो चुके थे। बेटे की इच्छा का समर्थन करते हुए चरणजीत सिंह अटवाल ने भी शिअद को अलविदा कहकर भगवा पार्टी के साथ चले आए। अटवाल लोकसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर भी रहे हैं।

सूत्रों की मानें तो, बादल परिवार की अनदेखी के कारण पिता पुत्र ने भाजपा जॉइन करने का फैसला किया। चरणजीत सिंह अटवाल का परिवार आजादी के बाद से ही शिरोमणि अकाली दल के साथ जुड़ा था। चरणजीत सिंह अटवाल के बेटे इंदर इकबाल को जालंधर लोकसभा उपचुनाव के लिए भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया है. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में जालंधर से  चरणजीत सिंह अटवाल बहुत कम अंतर से कांग्रेसी उम्मीदवार से हारे थे।

बताया जा रहा है कि, बादल परिवार की अनदेखी के कारण ही इंदर इकबाल अटवाल ने भाजपा जॉइन की है। अटवाल परिवार आजादी के बाद से शिरोमणि अकाली दल के संग रहा। प्रकाश सिंह बादल के 74 साल के सियासी करियर में यह पूरा परिवार उनके काफी करीब रहा।

चरणजीत अटवाल का जन्म 15 मार्च 1937 को हुआ था। वह 2004 से 2009 तक भारत की 14वीं लोकसभा के डिप्टी स्पीकर रहे। वहीं वह दो बार पंजाब विधानसभा के स्पीकर भी रहे। लोकसभा में पंजाब के फिल्लौर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया और शिरोमणि अकाली दल (SAD) के सदस्य थे।

 जंत्र मंत्र पर बैठे खिलाड़ियों का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगें  :  नसीब जाखङ 

विनोद कुमार तुषावर, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 04     मई  :

 आज चंडीगढ़ इंटक के अध्यक्ष और कांग्रेस प्रवक्ता नसीब जाखड़ ने कहा कि सत्ता में आने से पहले भाजपा सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दिया था , लेकिन अब हमारी बेटियां सुरक्षित नहीं दिख रही हैं, भाजपा के कई नेताओं की अश्लील वीडियो वायरल हो चुकी है और हरियाणा में भी भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे ने एक सीनियर आईएएस की बेटी से छेड़छाड़ की थी , उसके बाद भाजपा की मौजूदा हरियाणा सरकार के खेल मंत्री संदीप सिंह द्वारा महिला कोच पर यौन शोषण का मामला चल रहा है ,और अब कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा के सांसद बृजभूषण ने देश की सम्मानित बेटियां जिन्होंने मेडल जीतकर देश की शोभा बढ़ाई उनका यौन शोषण किया, नसीब जाखड़ ने कहा कि खिलाड़ियों की बात सुनने की बजाए बीती रात उनको पुलिस द्वारा खदेड़ने का प्रयास किया गया, उनको जलील किया गया।इस बात से प्रतीत होता है कि भाजपा के इन चरित्रहीन नेताओं से अपनी बेटियों को बचाना चाहिए ,

प्रवक्ता नसीब जाखड़ ने कहा कि इंटक का समर्थन खिलाड़ियों के साथ है जब तक न्याय नहीं मिलेगा जब तक इंटक संगठन आर-पार की लड़ाई लड़ेगा हम सरकार से मांग करते हैं कि भाजपा सांसद बृजभूषण से इस्तीफा लेकर कानूनी कार्यवाही करें नहीं तो होगा ।

  कांग्रेस पार्टी ने  रैजिडेटं एसोसिएशन के साथ मिलकर किया पानी एवं गारबेज चार्ज का विरोध 

विनोद कुमार तुषावर, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 04     मई  :

चंडीगढ़ कांग्रेस एवं सेक्टर 32 और 33 रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन ने संयुक्त रूप से आज सेक्टर 32 की मार्केट में एक विरोध बैठक का आयोजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय निवासियों ने भाग लिया,  बैठक में सैक्टर निवासियों ने एक सुर में पानी की दरों और गार्बेज कलैक्शन चार्जज़  में अत्यधिक वृद्धि के साथ साथ संपर्क केंद्रों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं पर हाल ही में लगाए गए  सैस को वापस लेने की मांग की, सैक्टर 32 और 33 के निवास ने  कचरा संग्रह शुल्क में 5% वृद्धि को लेकर आक्रोशित थे, जिसे अब 2 मरला से छोटे घरों के लिए ₹ 50 से बढ़ाकर ₹ 52.50 और 2 मरला से 10 मरला घरों के लिए ₹100 से ₹ 105 तक बढ़ा दिया गया है. इसके अलावा अब 10 मरला से 1 कनाल की आवासीय संपत्तियों पर पहले के 200 रुपये के बजाय 210 रुपये का भुगतान करना होगा और एक कनाल से 2 कनाल के लिए 250 रुपये के बजाय 262.50 रुपये और 2 कनाल से ऊपर के लोगों को पहले के 350 रुपये की तुलना में 367.50 रुपये लिए जाएंगे,

इस मौके पर बोलते हुए चंडीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष एच.एस. लक्की ने कहा कि चंडीगढ़ म्यूनिसिपल कांग्रेस ने हर साल टैक्स बढ़ाने को एक रस्म सा बना लिया है, जिससे शहर के मध्यम वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के घरेलू बजट पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है,

इस अवसर पर सेक्टर 32 और 33 रैज़ीडैन्टस वैलफेयर ऐसोसिएशन के अध्यक्ष जगदीप महाजन ने सैक्टर निवासियों को सम्बोधित करते  हुए कहा कि बढ़े हुए टैक्सों के कारण उत्पन्न  अतिरिक्त राजस्व जमीन पर जनता के लिए किसी नयी सहूलियत या विकास कार्यों के रूप में कहीं भी   परिलक्षित नहीं होता है, क्योंकि कर वृद्धि के बावजूद निवासियों को दी जा रही सुविधाओं में कोई वृद्धि नहीं की जाती है, इस मौके पर महाजन ने संपत्ति कर को युक्तिसंगत बनाने की लोगों की भी मांग को भी उठाया, स्थानीय काग्रेंस नेता भजन कौर ने अधिकारियों से चंडीगढ़ नगर निगम से फिजूलखर्ची को कम करने का आग्रह किया, ताकि लोगों द्वारा भुगतान किए गए करों को वास्तव में शहर के विकास पर खर्च किया जा सके, इस मौके पर सैक्टर की ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष बलविंदर कौर ने भी अपने विचार रखे।

आरएसएस, बीजेपी, जेजेपी और इनेलो छोड़कर 2 दर्जन नेताओं ने ज्वाइन की कांग्रेस

  • किसान यूनियन के दर्जनभर नेताओं ने थामा कांग्रेस का दामन

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़  – 03     मई  :

जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, हरियाणा कांग्रेस का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है। पार्टी में बीजेपी, जेजेपी, आम आदमी पार्टी और इनेलो के साथ-साथ आरएसएस और अलग-अलग संगठनों के नेताओं के आने की झड़ी लग गई है। इसी कड़ी में आज दर्जनभर और नेताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की है।

ओबीसी नेता कलावती सेन (पूर्व प्रत्याशी, इनेलो, थानेसर विधानसभा) ने अपने सैंकड़ों समर्थकों के साथ कांग्रेस ज्वाइन की। इनके साथ सोनीपत आरएसएस सह-कार्यवाह अनुज जैन, बीजेपी के पूर्व प्रदेश महामंत्री पुष्पेन्द्र योगी,  सोनीपत बार एसोसिएशन सचिव वीरेंद्र दूहन, जेजेपी बैकवर्ड सेल जिलाध्यक्ष सुरजीत बैरागी, भाजपा नेता राकेश सैनी (सुपुत्र, रोहतक से पूर्व पार्षद  बबलू त्यागी), वीरेंद्र सिंह सैनी, गौरव त्यागी, सुंदर सैनी, संजय सैनी, अशोक प्रजापति ने भी कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।

ब्लॉक समिति मेंबर व किसान यूनियन के जिला महासचिव भूपेंद्र सिंह वेदवाल, किसान यूनियन भिवानी के जिला प्रधान राकेश आर्य नीमड़ी, यमुनानगर किसान यूनियन के जिला सचिव कश्मीरी लाल सैनी, यमुनानगर किसान यूनियन के जिला उपप्रधान राजकुमार दड़वा, ब्लॉक समिति सिरसा के मेंबर मनप्रीत सिंह बरूवाली व इकबाल सिंह कंगनपुर, किसान यूनियन सिरसा की मेडिकल विंग प्रमुख डॉ. मलुक सिंह एवं अन्य सदस्यगणों ने कांग्रेस ज्वाइन की।

सभी नेताओं कांग्रेस की नीतियों, भूपेंद्र सिंह हुड्डा व चौधऱी उदयभान के नेतृत्व में आस्था जताई। हुड्डा ने सभी का पार्टी में स्वागत किया। उन्होंने कहा कि लगातार 36 बिरादरी के नेता कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। जनता का रूझान बताता है कि प्रदेश में कांग्रेस की लहर चल रही है और विरोधी दलों में भगदड़ मची हुई है। नये साथियों के आने से पार्टी को और मजबूती मिलेगी। पार्टी में सभी को पूर्ण मान-सम्मान व स्थान दिया जाएगा।

‘‘जहरीले सांप’’ के बाद खड़गे के लिए प्रधान मंत्री मोदी अब ‘‘नालायक बेटा’’

मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना ‘‘जहरीले सांप’’ से करने के बाद, कांग्रेस अध्यक्ष के बेटे प्रियांक खड़गे ने सोमवार को अपने पिता को देश के सर्वोच्च अधिकारी के धारक को ‘‘नालायक बेटा’’ बताया। प्रियांक खड़गे ने प्रधानमंत्री की तरफ इशारा करते हुए कहा,‘‘जब आप गुलबर्गा आए तो आपने बंजारा समुदाय को चिंता न करने के लिए कहा। आपने कहा कि दिल्ली में बनारस का बेटा बैठा है। प्रधानमंत्री ने खुद को बंजारा समुदाय का बेटा बताया, लेकिन बेटा अगर ऐसा नालायक होगा तो घर कैसे चलेगा।” मल्लिकार्जुन खड़गे अपनी सफाई में कहा था, ‘‘यदि मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंचा है, अगर इसका गलत अर्थ निकाला गया और किसी को दुख पहुंचा तो मैं इसके लिए विशेष खेद व्यक्त करता हूं। ’’ उन्होंने ने आगे कहा कि उनकी टिप्पणी व्यक्तिगत रूप से पीएम मोदी के लिए नहीं थी। अब उनका बेटा भी ऐसा हि कुछ कहेगा।

कांग्रेस अध्यक्ष के पीएम मोदी पर जहरीले सांप के बयान के बाद बेटे ने कहा नालायक बेटा
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी को नालायक बताया

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट(ब्यूरो) कलबुर्गी/नई दिल्ली – 01 मई :  

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर ‘‘जहरीले सांप’’ कहने वाले बयान के बाद अब उनके बेटे प्रियांक खरगे ने प्रधानमंत्री को ‘नालायक’ कहा है। प्रियांक पूर्व मंत्री रह चुके हैं और इस बार कर्नाटक के कलबुर्गी जिले के चित्तपुर विधानसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी ने अनुसूचित जाति समुदाय के लिए आरक्षण के बारे में भ्रम पैदा किया था।

प्रियांक खड़गे ने कर्नाटक चुनाव से पहले कलबुर्गी में पीएम मोदी की एक रैली के बाद उनपर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी मालखेड़ा में बंजारा समुदाय से बोलते हैं कि उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है। उनका बेटा दिल्ली में बैठा हुआ है। लेकिन वो ऐसे नालायक बेटे का क्या करें। ऐसे नालायक बेटे के साथ अपना घर कैसे चलाएँ। प्रियांक खरगे ने कहा कि खुद को बंजारा समुदाय का बेटा बताकर पीएम ने बंजारा समुदाय के लिए ही आरक्षण की समस्या खड़ी कर दी।

भारतीय जनता पार्टी ने प्रियांक खड़गे के इस बयान पर आपत्ति जताई है। कर्नाटक भाजपा के प्रवक्ता ने कहा कि पीएम मोदी को नालायक बेटा कहकर प्रियांक खड़गे अपने पिता  मल्लिकार्जुन खड़गे से भी आगे निकल गए हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष के बेटे ने आगे कहा, “हम जो कह रहे हैं वह यह है कि उन्होंने (प्रधानमंत्री) खुद को बंजारा समुदाय का बेटा बताया और आरक्षण को लेकर भ्रम पैदा किया। क्या बंजारा समाज के साथ अन्याय नहीं हुआ? शिकारीपुरा (शिवमोगा जिला) में येदियुरप्पा के घर पर पत्थर क्यों फेंके गए? कलबुर्गी और जेवरगी में बंद क्यों मनाया गया? आज आरक्षण को लेकर भ्रम की स्थिति है।” 

सिद्धारमैया सरकार में मंत्री रहे प्रियांक ने कहा, “प्रधानमंत्री ने अपनी पिछली यात्रा के दौरान कहा था कि वह कोली समुदाय और कबालीगा और कुरुबा समुदायों के बेटे हैं। आज वह खुद को बंजारा समुदाय का बेटा कहते हैं।”

अपने कार्यकाल के अंत में, भाजपा सरकार ने अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षण को 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 17 प्रतिशत करने के लिए एक विधेयक पारित किया। सरकार ने कहा कि एससी (लेफ्ट) का आंतरिक आरक्षण अब छह प्रतिशत, एससी (राइट) का 5.5 प्रतिशत और अन्य एससी का 5.5 प्रतिशत है।

मन की बात का राजनैतिक खेल

  • भाजपा सता का कर रही दुरुपयोग
  • कंम्यूनिटी सेंटर्स में मन की बात का लाइव प्रसारण खेदजनक

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़  – 28   अप्रैल :

चंडीगढ़ नगर निगम में आम आदमी पार्टी के पार्षद व नेता प्रतिपक्ष दमनप्रीत सिंह ने कहा है कि भाजपा सता का दुरूपयोग कर रही है। कंम्यूनिटी सेन्टर में यहाँ किसी भी तरह के राजनैतिक कार्यक्रम किये जाने पर पूर्णत पाबंदी है। वहीं भाजपा अपने सता में होने का लाभ लेते हुए 30 अप्रैल रविवार को शहर के लगभग सभी कंम्यूनिटी सेंटर्स में इसका लाइव प्रसारण करने जा रहा है। यह वाकई निंदनीय और खेदजनक है। अगर भाजपा ऐसा करती है तो बाकी पार्टियों को भी कंम्यूनिटी सेंटर्स में कार्यक्रम करने की इजाजत मिलनी चाहिए।

दमनप्रीत सिंह ने कहा कि कम्युनिटी सेंटर का राजनीतिक इस्तेमाल करके बीजेपी ने सभी राजनीति पार्टियों के लिए रास्ता खोल दिया है अब हम भी कम्युनिटी सेंटर में राजनीतिक प्रोग्राम करेंगे।

एक करोड़ के पर्दे, तीन करोड़ का मार्बल और 40 लाख की अलमारियां…यूं केजरीवाल ने सरकारी बंगले पर खर्च दिए 45 करोड़

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने केजरीवाल पर निशाना साधा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में संबित ने कहा, 45 करोड़ रुपये खर्च कर ‘महाराज’ के महल का रेनोवेशन किया गया है। 8-8 लाख रुपये के पर्दे लगाए गए हैं। ये वो लोग हैं, जो रामलीला मैदान में शपथ लेने के लिए ऑटो में लटककर आए थे। कहते थे कि गाड़ी नहीं लेंगे, घर नहीं लेंगे। 1 करोड़ 15 लाख रुपये से अधिक का तो इनके घर में मार्बल लगा है, जो वियतनाम से मंगवाया गया है। संबित ने कहा कि ये उनके महल के रेनोवेशन की कहानी नहीं, बल्कि महाराज की मानसिकता के रेनोवेशन की कहानी है। कुछ नहीं लूंगा से.. सब कुछ लूट लूंगा। कुछ नहीं छोड़ूंगा…।

केजरीवाल के बंगले पर सितंबर 2020 से जून 2022 के बीच खर्च किया गया पैसा
  • दिल्‍ली राजनीति में भूचाल लाने वाला सबसे बड़ा खुलासा
  • CM आवास के RENOVATION पर खर्च हुए 45 करोड़
  • बीजेपी का सीएम आवास के सामने प्रदर्शन, घिरी आप
  • केजरीवाल के बाउंसर ने बंगले के बाहर की बदसलूकी

सारिका तिवारि, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़/नई दिल्ली :

सीएम अरविंद केजरीवाल के सरकारी बंगले के रेनोवेशन पर 45 करोड़ रुपये खर्च हुए। यह रकम कोरोना काल के दौरान खर्च की गई। हमारे सहयोगी चैनल टाइम्स नाउ नवभारत के ‘ऑपरेशन शीशमहल’ में इसका खुलासा हुआ। सिविल लाइंस स्थित सीएम बंगले के रेनोवेशन/सौंदर्यीकरण पर 44 करोड़ 78 लाख रुपये खर्च हुए। 2021-22 में आठ पर्दे लगवाए गए जिन पर 45 लाख खर्च हुए, जबकि दूसरे चरण में 15 पर्दे का ऑर्डर दिया गया और इसकी कीमत 51 लाख रुपये थी। कुल मिलाकर 23 पर्दों का बजट करीब एक करोड़ रुपये है। ‘ऑपरेशन शीशमहल’ के बाद दिल्‍ली की राजनीति में तूफान आ गया है। बीजेपी ने राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता संब‍ित पात्रा को उतारा। सीएम आवास के बाहर बीजेपी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन जारी है। आम आदमी पार्टी ने बीजेपी के आरोपों को मुद्दों से ध्‍यान भटकाने की कोशिश बताया है।

‘आआपा'(आम आदमी पार्टी) सांसद संजय सिंह ने कहा कि CM आवास 1942 में बना था। पुराने घर में 3 घटनाएं हुईं, जहां छत गिर गई थी। पीडब्ल्यूडी विभाग ने नए घर बनाने का निर्देश दिए। ‘ऑपरेशन शीशमहल’ से कई सवाल उठे हैं जिनके जवाब देना केजरीवाल और आप के लिए आसान नहीं होगा।

प्वॉइंटर्स में समझें कि किन चीजों पर कितनी रकम हुई खर्च?

  • 23 पर्दों का ऑर्डर – एक करोड़ से अधिक
  • वियतनाम का डियोर मार्बल – करीब तीन करोड़
  • वॉर्डरोब (अलमारी) – लगभग 40 लाख
  • इंटीरियर डेकोरेशन 11.30 करोड़ रुपए
  • सुपीरियर कंसल्टेंसी – एक करोड़
  • दीवार की साज-सज्जा – चार करोड़ से अधिक
  • घरों के खंभे – 21 लाख से अधिक
  • रसोई (दो किचन) – 63 लाख 75 हजार (पहला ग्राउंड पर 31 लाख रुपए से अधिक का, दूसरा- पहले माले पर 32 लाख खर्च)
  • छह कालीनें (हाथ से बुने Wool के कार्पेट्स) बिछाई गईं – लगभग 20 लाख रुपए

अरविंद केजरीवाल से पूछे जा रहे ये 5 सवाल

  • 1. आम आदमी होने का दावा करने वाला सरकारी बंगले के रंग-रोगन पर इतना खर्च कैसे कर सकता है?
  • 2. लाखों रुपये के पर्दे, करोड़ों रुपये के मार्बल खरीदे गए। इसपर आम आदमी पार्टी क्‍यों चुप है?
  • 3. अगर पूरी पारदर्शिता है तो ‘टाइम्‍स नाउ नवभारत’ के रिपोर्टर को आप नेता संजय सिंह की प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में आने से क्‍यों रोका गया?
  • 4. सवाल पूछने पर सीएम आवास के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मी दबंगई पर उतर आए। धक्‍का-मुक्‍की करने को किसने कहा?
  • 5. सवालों के सीधे जवाब देने से आम आदमी पार्टी के नेता क्‍यों कतरा रहे हैं? पूरे विवाद पर सीएम अरविंद केजरीवाल क्‍यों नहीं बोल रहे?

माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर #OperationSheeshMahal कई घंटों तक ट्रेंड करता रहा। इस हैशटैग के साथ लोगों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पर जमकर निशाना साधा। इस लिस्ट में केजरीवाल के पुराने साथी आशुतोष का भी नाम है। पूर्व आप नेता ने #SheeshMahal का उपयोग करते हुए लिखा कि शीशमहल (सीएम केजरीवाल का घर) एक सपने की मौत का मकबरा है।

बीजेपी के आरोपों पर आज सुबह ‘आआपा'(आम आदमी पार्टी) सांसद संजय सिंह ने जवाब दिया। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि देश के गंभीर मुद्दों से भटकाने के लिए अरविंद केजरीवाल के घर पर चर्चा की जा रही है। CM आवास 1942 में बना था। पुराने घर में 3 घटनाएं हुईं, जहां छत गिर गई थी। पीडब्ल्यूडी विभाग ने नए घर बनाने का निर्देश दिए। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो ख़ुद को फ़कीर बताते हैं, उनका आवास 500 करोड़ में बन रहा है। उसे मात्र ठीकठाक करने पर 90 करोड़ खर्च हुए। फ़कीर प्रधानमंत्री 10 लाख का सूट, 1 लाख से ज़्यादा का पेन, 1.60 लाख का चश्मा, काफिले में 12 करोड़ की कार से चलते हैं।

संजय ने कहा कि बीजेपी प्रवक्ता इतने व्याकुल हो गए कि बस रोने ही वाले थे। कोरोना में जब श्मशान में लाशें बिछी हुईं थीं तब प्रधानमंत्री बंगाल में प्रचार कर रहे थे। फ़कीर प्रधानमंत्री ने 8,400 करोड़ का जहाज कोरोना महामारी में ख़रीदा था। प्रधानमंत्री एक दिन में कई कपड़े बदलते हैं, वह शहंशाह की तरह रहते हैं।

सीएम शिवराज का बड़ा ऐलान, राज्य में होगी ब्राह्मण कल्याण बोर्ड की स्थापना

यहां गुफा मंदिर परिसर में परशुराम जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि संस्कृत और हिंदू धर्म से जुड़े अन्य पहलुओं का अध्ययन करने वाले छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जरूरत पड़ने पर राज्य में संस्कृत शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम की जन्मस्थली माने जाने वाले इंदौर के निकट जानापाव में ‘श्री परशुराम लोक’ बनाया जाएगा, जबकि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गुफा मंदिर के परिसर में एक भवन का निर्माण किया जाएगा।

CM Shivraj singh chouhan big announcement in front of Pandit Dhirendra  Krishna Shastri Brahmin kalyan Board | पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के  सामने CM शिवराज की बड़ी घोषणा, MP में बनेगा ...
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के सामने CM शिवराज की बड़ी घोषणा

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट(ब्यूरो), मध्य प्रदेश :

भगवान परशुराम जयंती व अक्षय तृतीया के मौके पर राजधानी भोपाल की लाल घाटी में बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री  भी पहुंचे हैं। बागेश्वर सरकार को देखने को लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी। वहीं एक भक्त ने तो अपने शरीर पर राम-राम लिखवाते हुए धीरेंद्र शास्त्री की तस्वीर भी बनाई।  इस मौके पर शिवराज सिंह ने बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि गुफा मंदिर में विशाल भवन बनेगा।  परशुराम जयंती के उपलक्ष्य पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि हमने निर्णय लिया है कि मंदिरों की गतिविधियों पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं होगा। साथ ही अब मंदिरों से लगी जमीनों की नीलामी कलेक्टर नहीं कर सकेंगे। बल्कि इन जमीनों की नीलामी अब मंदिर से जुड़े पुजारी कर पाएंगे।

यहां गुफा मंदिर परिसर में परशुराम जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि संस्कृत और हिंदू धर्म से जुड़े अन्य पहलुओं का अध्ययन करने वाले छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जरूरत पड़ने पर राज्य में संस्कृत शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।

उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम की जन्मस्थली माने जाने वाले इंदौर के निकट जानापाव में ‘श्री परशुराम लोक’ बनाया जाएगा, जबकि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गुफा मंदिर के परिसर में एक भवन का निर्माण किया जाएगा। इंदौर से लगभग 45 किलोमीटर दूर जानापाव का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि भक्तों के लिए एक ‘धर्मशाला’, उद्यान और अन्य सुविधाओं के विकास के लिए 10 करोड़ रुपये प्रदान किए जाएंगे। मध्य प्रदेश में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।