कैबिनेट सब-कमेटी की तरफ से भूमि रहित मज़दूरों और ठेका कर्मचारियों की जायज़ माँगों के हल के लिए विचार-विमर्श

हरपाल सिंह चीमा, अमन अरोड़ा और कुलदीप धालीवाल ने अलग-अलग यूनियनों और ऐसोसीएशनों के नुमायंदों को हमदर्दी से सुना 

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

              कैबिनेट सब-कमेटी, जिसमें वित्त और योजना मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा, आवास निर्माण और शहरी विकास मंत्री अमन अरोड़ा और ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल शामिल हैं, की तरफ से ठेका कर्मचारियों, विमुक्त जातियों और भूमि रहित मज़दूरों से सम्बन्धित अलग-अलग यूनियनों और ऐसोसीएशनों के नुमायंदों के साथ मीटिंगें की गई जिससे उनकी सभी जायज़ माँगों को हमदर्दी से विचार करके उनको हल किया जा सके।
 
              ठेका मुलाज़िम संघर्ष मोर्चा, ज़मीन प्राप्ति संघर्ष कमेटी और गज़टिड और नान-गज़टिड एस. सी. बी. सी. इम्पलाईज़ वैल्लफेयर फेडरेशन, पंजाब की माँगों के हल के लिए गठित की गई इस कैबिनेट सब-कमेटी की यह पहली मीटिंग थी।

              सब-कमेटी ने पंजाब भवन में तीन घंटे से अधिक समय तक चली चरणबद्व मीटिंगों के दौरान अलग-अलग यूनियनों और ऐसोसीएशनें के नुमायंदों की तरफ से उठाए मुद्दों को गंभीरता से सुना।

              ज्यादातर मसलों को सकारात्मक ढंग से हल करने की दिशा की तरफ आगे बढ़ते हुये सब-कमेटी ने सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को इन यूनियनों और ऐसोसीएशनों के नुमायंदों के साथ मीटिंगें करके उनके मसलों को जल्दी हल करने की हिदायत की।

              सब-कमेटी की तरफ से यूनियनों को भरोसा देते हुये कहा कि मुख्यमंत्री  भगवंत मान ने उनको इन वर्गों के हितों को ध्यान में रखते हुए मसलों का उपयुक्त हल ढूँढने के निर्देश दिए हैं। मीटिंगों में सम्बन्धित विभागों और एल. आर. शाखा के सीनियर अधिकारियों ने भी शिरकत की जिससे मुद्दों के हल में आने वाली कानूनी अड़चनों का जल्द निपटारा यकीनी बनाया जा सके।

              सब-कमेटी ने इन यूनियनों के साथ आगामी मीटिंग अगले साल जनवरी में करने का फ़ैसला किया। सुखद माहौल में हुई यह मीटिंगें सकारात्मक माहौल में समाप्त हुई।

              सब-कमेटी की तरफ से गई मीटिंगों में से एक में सामाजिक न्याय, अधिकारिता और अल्पसंख्यक मंत्री डा. बलजीत कौर और विधायक कुलवंत सिंह बाज़ीगर भी उपस्थित थे।

पंजाब विधान सभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां द्वारा बवाना में कूड़े से बिजली पैदावार के प्रोजैक्ट दिल्ली एम. एस. डब्ल्यू सल्यूशनस लिमटिड का दौरा 

  • पंजाब में कूड़े की समस्या और इससे होते प्रदूषण से निजात पाने के लिए अपनायी जाएंगी आधुनिक तकनीकें – संधवां  
  • कुलतार सिंह संधवां और राज्य सभा मैंबर संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने ओल्ड राजिन्दर नगर स्थित कूड़ा प्रबंधन प्रोजैक्ट भी देखा 

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

            पंजाब विधान सभा के स्पीकर  कुलतार सिंह संधवां की तरफ से यहाँ के बवाना औद्योगिक क्षेत्र में कूड़े से आधुनिक तकनीकों के ज़रिये बिजली पैदावार और खाद तैयार करने वाले प्रोजैक्ट दिल्ली एम. एस. डब्ल्यू सल्यूशनस लिमटिड का दौरा किया गया।  संधवां की तरफ से यहाँ गीले और सूखे कूड़े को अलग करने से लेकर इससे बिजली पैदावार, खाद तैयार करने और अवशेष को वैज्ञानिक तरीके से निर्माण के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री में तबदील किये जाने की अलग-अलग प्रक्रियाओं के बारे बारीकी में जानकारी ली गई। इससे पहल संधवां और राज्य सभा मैंबर संत बलबीर सिंह सीचेवाल की तरफ से दिल्ली के ओल्ड राजिन्दर नगर स्थित दिल्ली नगर निगम के कूड़े से खाद तैयार करने वाले कूड़ा प्रबंधन प्रोजैक्ट का भी दौरा किया गया।
            मंगलवार देर शाम किये बवाना प्रोजैक्ट के दौरे के मौके पर मीडिया के साथ बात करते हुये संधवां ने कहा कि कूड़े और इससे पैदा हो रहे प्रदूषण की समस्या से मुल्क के हर शहर को जूझना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि उनका अधिकारियों समेत इस प्रोजैक्ट को देखने का मंतव्य ऐसे प्रोजैक्टों के ज़रिये कूड़े से बिजली पैदा करने, खाद पैदावार और वेस्ट से निर्माण सामग्री तैयार होने की तकनीकों को जानना था जिससे ऐसी तकनीकों को पंजाब के कस्बों और बड़े शहरों की आबादी और अन्य ज़रूरतों अनुसार कूड़े और इससे पैदा होते वातावरण के कारकों से छुटकारा पाया जा सके। उन्होंने कहा कि इस दौरे का मंतव्य यह अध्ययन करना है कि पंजाब के कस्बों और शहरों की स्थानीय ज़रूरतों अनुसार किस तरह की तकनीक कारगर हो सकेगी और राज्य के इस क्षेत्र में पहले चल रहे प्रोजेक्टों को और बेहतर कैसे बनाया जा सकता है।

            री-सस्टेनबिलिटी की तरफ से दिल्ली नगर निगम के साथ मिल कर सार्वजनिक निजी हिस्सेदारी (पी. पी. पी.) के ज़रिये चलाये जा रहे इस प्रोजैक्ट के बारे जानकारी देते प्रोजैक्ट के  वाईस प्रैज़ीडैंट डी. पी. सिंह ने बताया  कि 100 एकड़ में चल रहे इस प्रोजैक्ट के द्वारा 2500 मीट्रिक टन कूड़े की रोज़ाना प्रोसैसिंग की जाती है और इस प्रोजैक्ट की बिजली पैदावार क्षमता 24 मेगावॉट है। उन्होंने बताया कि 2.5 लाख टन खाद पैदा करके अलग-अलग कंपनियों को बेची जा चुकी है।

            इससे पहले संधवां और संत सीचेवाल ने ओल्ड राजिन्दर नगर में प्रोजैक्ट के दौरे के समय कहा कि उनका उद्देश्य पंजाब में कूड़े की समस्या और इससे पैदा होते प्रदूषण से छुटकारा पाने और वहां हो रहे काम को और वैज्ञानिक बनाना है। इस मौके पर फरीदकोट के डिवीजनल कमिशनर चन्द्र गेंद, डिप्टी कमिशनर फरीदकोट डा. रूही दुग्ग, दिल्ली नगर निगम के चीफ़ इंजीनियर दिनेश यादव, मनप्रीत सिंह मणी धालीवाल पी. आर. ओ स्पीकर, निजी सहायक शिवजीत संघा, अमरिन्दर सिंह ई. ओ नगर कौंसिल कोटकपूरा, सुखदीप सिंह धालीवाल जे. ई और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

पंजाब ने स्वास्थ्य क्षेत्र में एक और उपलब्धि की हासिल, राज्य में स्वास्थ्य और तंदरुस्ती केंद्र खोलने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए भारत सरकार ने सम्मानित किया : स्वास्थ्य मंत्री 

केंद्र सरकार ने पंजाब के स्वास्थ्य ढांचे में हो रहे सुधार को दी मान्यता: चेतन सिंह जौड़ामाजरा 

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : 

              पंजाब अपने स्वास्थ्य सूचकों में लगातार सुधार कर रहा है। स्वास्थ्य क्षेत्र में पंजाब को अग्रणी राज्य बनाने सम्बन्धी पंजाब सरकार के संकल्प के अंतर्गत पिछले आठ महीनों से किये जा रहे यत्नों के नतीजे सामने आने लगे हैं क्योंकि पंजाब स्वास्थ्य के क्षेत्र में केंद्र सरकार की मान्यता हासिल कर रहा है। ऐसी एक मान्यता के अंतर्गत, पंजाब को यूनिवर्सल हैल्थ कवरेज दिवस के मौके पर दिसंबर-2022 के लिए निर्धारित समय-सीमा से पहले स्वास्थ्य और तंदरुस्ती केंद्र ( एच. डब्ल्यू. सीज़) खोलने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सम्मानित किया गया है।

              इस उपलब्धि संबंधी और जानकारी देते हुये स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने बताया कि भारत सरकार की तरफ से दिसंबर-2022 तक 2810 एच. डब्ल्यू. सीज खोलने के निश्चित लक्ष्य के मुकाबले पंजाब ने राज्य में 2989 एच. डब्ल्यू. सीज को सफलतापूर्वक कार्यशील किया है। यह राज्य में बेहतर स्वास्थ्य सहूलतें प्रदान करने की दिशा की तरफ एक बड़ा कदम है और स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए सरकार की तरफ से किये जा रहे यत्नों को उजागर करता है।

              एच. डब्ल्यू. सीज़ के कामकाज संबंधी बोलते हुये जौड़ामाजरा ने कहा कि यह सैंटर प्राइमरी और रोकथाम वाली स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं में अहम भूमिका निभाते हैं। यह सैंटर लगभग 5000 की आबादी को देखभाल सेवाएं प्रदान करते हैं और इस सैंटर में एक कम्युनिटी हैल्थ अफ़सर, एक ए. एन. एम., एक हैल्थ वर्कर और आशा वर्कर सेवाएं प्रदान करते हैं। इन्टरनेट सुविधा से लैस यह सैंटर जनता के लिए टैलीमेडीसन नोडल प्वाइंट के तौर पर भी काम करते हैं। इस सैंटर के अधिकार क्षेत्र में रहते 30 साल से अधिक उम्र के सभी व्यक्तियों को सूचीबद्ध किया जाता है और किसी ग़ैर संचारी बीमारी की पहचान के लिए नज़दीकी उच्च स्वास्थ्य संस्था में शक्की व्यक्तियों की जांच की जाती है।

              मंत्री ने इस उपलब्धि को हासिल करने में अहम भूमिका निभाने वाले स्वास्थ्य अधिकारियों की तरफ से जा रही सख़्त मेहनत की प्रशंसा की और उनको भविष्य में भी इसी तरह पंजाब के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सहूलतें प्रदान करने के लिए तनदेही से काम करने के लिए प्रेरित किया।

सडक़ों की रिपेयर और नयी बन रही सडक़ों के मानक को यकीनी बनाया जाये : हरभजन सिंह ई टी ओ

  • लापरवाही करने वाले किसी भी अधिकारी या ठेकेदार को बख़्शा नहीं जायेगा 
  • लोक निर्माण मंत्री ने टंगोरी में हॉटमिक्स प्लांट का किया दौरा और प्लांट की कार्यप्रणाली का लिया जायज़ा

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

              मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से राज्य में चल रहे विकास कामों के मानक को तय मापदण्डों के अनुसार यकीनी बनाने के लिए सख़्त हिदायतें जारी की गई हैं। इसी के चलते लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ई. टी. ओ. ने सार्वजनिक कामों के मानक को सुधारने के मंतव्य से टंगोरी में हॉटमिक्स प्लांट का दौरा किया और प्लांट की कार्यप्रणाली का जायज़ा लिया। इस दौरे के दौरान लोक निर्माण विभाग के उच्च अधिकारी भी मौजूद थे।

              लोक निर्माण मंत्री ने कामों के मानक में सुधार लाने के लिए बढ़ी स्पैसीफीकेशनों के इस्तेमाल के लिए सुझाव दिए।

              उन्होंने कामों की लागत को कम करने के लिए रीसाइक्लिंग का अधिक से अधिक प्रयोग करने के लिए भी अधिकारियों को दिशा प्रदान की। मंत्री जी ने कहा कि रीसाइक्लिंग से वातावरण का प्रदूषण भी कम होगा। उन्होंने प्लांट और मौजूदा लेबोरेटरी का भी जायज़ा लिया।

              इस मौके पर बातचीत करते हुये हरभजन सिंह ईटीओ ने कहा कि सरकार की तरफ से विकास कामों के लिए जारी किये जाते फंड लोगों का पैसा है और इसका पारदर्शी तरीकों से प्रयोग करके मानक विकास कार्य यकीनी बनाया जाएँ।

              मंत्री ने साथ ही यह भी हुक्म जारी किये कि राज्य में सडक़ों की रिपेयर और नयी बन रही सडक़ों के मानक को यकीनी बनाया जाये। उन्होंने कहा कि लापरवाही करने वाले किसी भी अधिकारी या ठेकेदार को बख्शा नहीं जायेगा।

डॉ. निज्जर ने जी-20 शिखर सम्मेलन के सम्बन्ध में अमृतसर के सौंदयीकरण की तैयारियों का लिया जायज़ा 

  • कैबिनेट सब कमेटी ने अधिकारियों को सौंदयीकरण के काम समय पर मुकम्मल करने के दिए निर्देश 
  • स्थानीय स्तर पर भी एक सब कमेटी बनाने के लिए डी. सी. अमृतसर को हिदायतें जारी 
  • डॉ. इन्दरबीर सिंह निज्जर की अध्यक्षता अधीन हुई कैबिनेट सब कमेटी की मीटिंग में मैंबर कुलदीप सिंह धालीवाल, हरजोत सिंह बैंस और हरभजन सिंह ने भी की षिरकत 

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

              जी-20 सम्मलेन के लिए की जा रही तैयारियों का जायज़ा लेने के लिए स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. इन्दरबीर सिंह निज्जर के नेतृत्व में कैबिनेट सब कमेटी की मीटिंग म्युनिसिपल भवन चंडीगढ़ में हुई। मीटिंग में कैबिनेट सब कमेटी के मैंबर कुलदीप सिंह धालीवाल, हरजोत सिंह बैंस और हरभजन सिंह भी उपस्थित थे।

              इस सम्बन्धी और जानकारी देते हुये स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. निज्जर ने बताया कि जी-20 सम्मेलन मार्च 2023 में पवित्र नगरी अमृतसर में संभावित तौर पर 15 से 17 मार्च 2023 को होने जा रहा है। इस जी-20 शिखर सम्मेलन में प्रमुख देशों के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री और अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि यह राज्य के लिए बड़े गौरव की बात है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर का यह समागम पंजाब में होने जा रहा है।

              कैबिनेट मंत्री डॉ. निज्जर के नेतृत्व वाली कैबिनेट सब-कमेटी ने अमृतसर के सौंदयीकरण सम्बन्धी विकास कामों का जायज़ा लिया और अलग-अलग विभागों के उपस्थित हुए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जी-20 सम्मेलन के सम्बन्ध में अमृतसर के सौंदयीकरण के लिए विकास कामों में कोई कमी नहीं छोड़ी जाये। मंत्री ने अधिकारियों को यह भी कहा कि राज्य के अमृतसर शहर को भारत की तरफ़ से दुनिया के नक्शे पर पेश किया जाना है, इसलिए अमृतसर के सौंदयीकरण के लिए किसी भी तरह की लापरवाही बरतने वाले अधिकारी को बक्शा नहीं जायेगा।

              कैबिनेट मंत्री डॉ. इन्दरबीर सिंह निज्जर के नेतृत्व वाली कैबिनेट सब कमेटी की तरफ से डिप्टी कमिशनर अमृतसर को निर्देश दिए हैं कि अमृतसर के मेयर के नेतृत्व में एक स्थानीय कमेटी बनाई जाये जिससे जी-20 के सम्बन्ध में अमृतसर में करवाए जाने वाले विकास कामों और अन्य तैयारियों का जायज़ा समय-समय पर लिया जा सके।

              उन्होंने बताया कि किये जाने वाले कामों में सडक़ों की मुरम्मत, स्ट्रीट लाईटों के काम, ग्रीन बैल्ट बनाना, गोल्डन गेट को रंग करना, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के काम में सुधार, सायनेज बोर्ड लगाना, बिजली और ट्रैफिक़ लाईटों के काम शामिल हैं।


              डॉ. निज्जर ने आगे बताया कि जी-20 सम्मेलन के लिए अमृतसर शहर के सौंदयीकरण के लिए विकास कामों पर तकरीबन 100 करोड़ रुपए ख़र्च किये जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस वैश्विक समागम की सफलता के लिए व्यापक स्तर पर प्रबंध किये जाएंगे। स्थानीय निकाय मंत्री ने खुलासा किया कि इस अंतरराष्ट्रीय समागम के साथ जहाँ राज्य विश्व पर्यटन के नक्शे पर उभरेगा वहीं साथ ही निवेश को भी बढ़ावा मिलने की संभावना है।

              उन्होंने इस मौके पर शहर की सुंदरता और प्रारंभिक ढांचा मज़बूत करने के लिए किये जाने वाले कामों के विवरण देते हुये कहा कि जो भी काम किया जायेगा वह केवल प्रोग्राम के लिए नहीं, बल्कि शहर निवासियों की ज़रूरत अनुसार मज़बूत और बढिय़ा गुणवत्ता वाले काम होंगे।

              कैबिनेट सब-कमेटी ने मीटिंग में उपस्थित सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि हर हाल में अमृतसर में किये जाने वाले विकास कामों को निर्धारित समय के अंदर मुकम्मल करना यकीनी बनाया जाये।

              इस मौके पर स्थानीय निकाय विभाग के प्रमुख सचिव, श्री विवेक प्रताप सिंह, डायरैक्टर, श्री उमा शंकर गुप्ता, डिप्टी कमिशनर अमृतसर, कमिशनर, नगर निगम, अमृतसर और अन्य अधिकारी शामिल थे।

 हिसार एयरपोर्ट निर्माण के लिए केंद्र सरकार से हमारा समझौता हो चुका है : डिप्टी सीएम

  • दुष्यंत चौटाला बोले, महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाना हरियाणा सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना, मार्च 2023 में तैयार हो जाएगा रनवे

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 21 दिसम्बर :

                        उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा  कि हिसार एयरपोर्ट फंक्शनिंग में है और अब इसे इंटरनेशनल स्टैंडर्ड की ओर बढ़ा रहे हैं। आईजीआई एयरपोर्ट बनने के बाद फ्लाइट कनेक्टिविटी बेहतर करने के लिए 10 साल लग गए थे। आगरा एयरपोर्ट पर इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिखा जाता है लेकिन केवल एक फ्लाइट आती है। इसी तरह चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर हफ्ते में छह फ्लाइट आती है। उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि हिसार एयरपोर्ट निर्माण के लिए केंद्र सरकार से हमारा समझौता हो चुका है।  उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हिसार में महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाना हरियाणा सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है। इस मेगा प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने 950 करोड़ रुपए का बजट रखा हुआ है।


                        पत्रकारों के सवाल के जवाब में उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि  अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिसार एयरपोर्ट का विकास किया जा रहा है। हिसार एयरपोर्ट का निर्माणाधीन रनवे 10 हजार फुट का होगा, जो कि अंतरराष्ट्रीय  हवाई अड्डा के अनुरूप है। पिछले डेढ़ वर्ष में रनवे का 99 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया। मार्च 2023  में यह रनवे तैयार हो जाएगा। इस रनवे के साथ-साथ टैक्सी स्टैंड और 23 मीटर चौड़ा टैक्सी-वे, पार्किंग स्टैंड, फायर स्टेशन का निर्माण भी इंटरनेशनल मानकों के हिसाब से किया जा रहा है।                        अत्याधुनिक तकनीक वाली लाइट जिससे रात में भी हवाई जहाज लैंड कर सकते हैं तथा लेटेस्ट टेक्निक वाला एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि द्वितीय चरण का निर्माण होने के बाद एयरपोर्ट के टर्मिनल और एप्रन का निर्माण भी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के स्टैंडर्ड के लिहाज से किया जाना है।

                        हिसार में इंटरनेशनल एयरपोर्ट नहीं, बल्कि एविएशन हब बन कर रहेगा। उन्होंने कहा कि लगभग 7200 एकड़ भूमि में एयरपोर्ट विकसित होगा। 3000 एकड़ में मैन्युफैक्चरिंग हब विकसित करने के लिए जल्द कार्य शुरू किया जाएगा।

                        उन्होंने कहा कि अमृतसर से  लेकर जयपुर तक के सभी यात्रियों के लिए यह एयरपोर्ट लाभकारी सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली और नॉर्थ इंडिया की कनेक्टिविटी हिसार में चंडीगढ़ से बेहतर है।

मंगालीवाला ने गोशालाओंं को दी लोडिंग रिक्शा

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 21 दिसम्बर :

            कांग्रेसी नेता अशोक मंगालीवाला ने आदमपुर हलके के गांव जगान व असरावां की गोशाला को लोडिंग रिक्शा प्रदान की। मंगालीवाला ने कहा कि गोशाला के दौरे के दौरान उन्हें लगा कि यहां और अधिक सफाई की आवश्यकता है लेकिन कूड़ा व अन्य सामान उठाने के लिए रिक्शा उपलब्ध नहीं थी। इसलिए  गोशाला को लोडिंग रिक्शा उपलब्ध करवाई है।

            इस दौरान गोशाला के प्रधान किशनलाल, भूप सिंह सहारण, सतीश नागर, प्रदीप सर्राफ, पवन काका, संदीप मदान व शैली गुप्ता सहित काफी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित रहे।  मंगालीवाला ने कहा कि गोमाता की बलि न चढ़े और उस पर बेसहारा होने का ठपा न लगे, इसके लिए गोमाता के महत्व को समझना बहुत जरूरी है।

            गोमाता का दूध ही नहीं गोमूत्र और गोबर भी किसी अमृत से कम नहीं है। अशोक मंगालीवाला का मानना है कि अगर हम वाकई में गोरक्षा करना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे पहले गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाना पड़ेगा।

अग्रोहा धाम में तीन दिवसीय कार्यक्रम 25 से : बजरंग गर्ग


पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार 21 दिसम्बर :


                        वैश्य समाज के प्रतिनिधियों की एक बैठक अग्रोहा धाम वैश्य समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में 25 दिसंबर से तीन दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई।  बजरंग गर्ग ने कहा कि 25 दिसंबर से 27 दिसंबर तक तीन दिवसीय कार्यक्रम अग्रोहा धाम में होगा। 25 दिसंबर को प्रात: 11.00 बजे गुजरात से 600 अग्र बंधु रेलगाड़ी द्वारा हिसार रेलवे स्टेशन पर पहुंचेंगे। रेलवे स्टेशन पर गुजरात से आने वाले यात्रियों का भव्य स्वागत किया जाएगा।

            रेलवे स्टेशन से बस व गाडय़िों द्वारा यात्री अग्रोहा धाम आएंगे और सामूहिक भोज के बाद भव्य कलश यात्रा निकाली जाएगी और रात्रि भजन कीर्तन व महाआरती के साथ-साथ सवामणि का भोग लगाया जाएगा। 26 दिसंबर को प्रात: शक्ति सरोवर स्नान व आरती होगी और दोपहर 1:00 से सांस्कृतिक कार्यक्रम, रासलीला व भजन कीर्तन का भव्य कार्यक्रम होगा। रात्रि को भंडारे का कार्यक्रम रहेगा। 27 दिसंबर को प्रात हवन, पूजा-पाठ व आरती होगी और प्रतिनिधि सम्मेलन होगा। बजरंग गर्ग ने कहा कि अग्रोहा महाराजा अग्रसेन जी की धर्म नगरी है जहां पर अग्रसेन जी ने गरीब व जरूरतमंद की मदद करके उन्हें ऊंचा उठाने का काम किया और अग्रोहा से समाजवाद को बढ़ावा देने का संदेश दिया।

            इस अवसर पर पवन गर्ग, ऋषि राज गर्ग, ब्रह्मानंद गोयल, सत्यपाल अग्रवाल, अजय गर्ग, बंटी गोयल, राजेंद्र बंसल, आनंद मित्तल, बजरंग असरावां, निरंजन गोयल, अशोक गर्ग, सुरेंद्र मित्तल, सचिन गर्ग, रवि सिंगल, आत्माराम आदि प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे।

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन, स्कैन व शेयर सेवा के जरिए अस्पतालों में त्वरित ओ.पी.डी.पंजीकरण की सुविधा

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 21 दिसम्बर :

            केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण अपनी प्रमुख योजना के तहत आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन स्कैन और शेयर कार्यप्रणाली के माध्यम से रोगियों के लिए त्वरित ओ.पी.डी. पंजीकरण सेवा प्रदान करता है। अक्टूबर, 2022 में नई दिल्ली स्थित एक अस्पताल में इस सेवा को प्रायोगिक तौर पर शुरू किया गया था। अब इसे भारत के 18 राज्यों में 200 से अधिक स्वास्थ्य केंद्रों में अपनाया गया है। इसकी शुरुआत के बाद 75 दिनों की अवधि में स्कैन और शेयर (साझा) सेवा ने 1 लाख से अधिक रोगियों को ओ.पी.डी. परामर्श के लिए तत्काल पंजीकरण की सुविधा प्रदान की है। इससे उनका समय बचने के साथ ओ.पी.डी. पंजीकरण में आसानी हुई है।

            कर्नाटक, दिल्ली, उत्तर प्रदेश उन प्रमुख राज्यों में से हैं, जो रोगियों को बेहतर सेवा वितरण प्रदान करने के लिए इस सुविधा का उपयोग कर रहे हैं।यह सेवा रोगियों को अपनी पसंद के किसी भी स्वास्थ्य एप्लीकेशन (जैसे कि एबीएचए एप, अरोग्य सेतु एप, एकाकेयर, ड्रिफकेस, बजाज हेल्थ, पेटीएम) का उपयोग करके इसमें भागीदार अस्पताल/स्वास्थ्य सुविधा के यूनिक क्यूआर कोड को केवल स्कैन करने और अपनी ए.बी.एच.ए. प्रोफाइल साझा करने की अनुमति देती है।

            अपने एच.बी.एच.ए. (आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाते) से रोगी का नाम, अभिभावक का नाम,आयु, लिंग, पता,मोबाइल नंबर आदि जैसे जनसांख्यिकीय विवरण सीधे अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) के साथ साझा किया जाता है,इसके बाद डिजिटल पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी होती है। इसके बाद रोगी अपने आउट पेशेंट पर्ची को इकट्ठा करने और डाक्टर से मिलने के लिए काउंटर पर जा सकता है।एन.एच.ए.के सी.ई.ओ. डा.आर.एस. शर्मा ने इस सेवा के बारे में बताया।

            उन्होंने कहा, “ए.बी.डी.एम. के तहत हम अंतर-परिचालनीयता का निर्माण कर रहे हैं और स्वास्थ्य देखभाल वितरण प्रक्रियाओं में सुगमता को बढ़ावा दे रहे हैं। स्कैन और शेयर कार्यप्रणाली एक ऐसी विशेषता है, जो भारत में दैनिक आधार पर हजारों रोगियों की सहायता कर रही है। हमारी टीम इस त्वरित पंजीकरण सेवा को लागू करने के लिए पूरे देश के विभिन्न अस्पतालों के साथ मिलकर काम कर रही है।

            स्वास्थ्य केंद्रों में हिस्सा लेने के लिए उपयोगकर्ता के चयनित एप्लिकेशन और एचएमआई के बीच सरल अंतर-परिचालनीयता के जरिए दोनों यानी अस्पतालों और रोगियों को लाभान्वित करने में सक्षम हैं।”इस स्कैन और शेयर कार्यप्रणाली के माध्यम से ओ.पी.डी. पंजीकरण को सहज, सुगम और सटीक बनाया गया है। साथ ही, इस प्रक्रिया ने रोगी को लंबी कतारों में खड़े हुए बिना अपना पंजीकरण करने को लेकर भी सशक्त बनाया है। यह न केवल रोगियों को तत्काल और वास्तविक लाभ प्रदान करता है, बल्कि उन्हें अपनी स्वास्थ्य जरूरतों के लिए डिजिटल समाधान स्वीकार करने के लिए भी प्रोत्साहित करता है।एबीडीएम पब्लिक डैशबोर्ड- https://dashboard.abdm.gov.in/abdm/ पर ‘हेल्थ फैसिलिटी टोकन जेनरेटेड’ टैब के तहत स्कैन और शेयर सेवा के माध्यम से ओ.पी.डी. टोकन जेनरेशन के बारे में अपडेट उपलब्ध हैं।

अगर कृषि और व्यापार को फायदे का सौदा बनाने पर ध्यान नहीं दिया गया तो पंजाब बर्बाद हो जाएगा : बिट्टू बादल

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 21 दिसम्बर :

             भारतीय व्यापार मंडल के प्रदेेशाध्यक्ष राजीव गोयल बिट्टू बादल, प्रांतीय उपाध्यक्ष राजेश मरवाहा व प्रांतीय सचिव बुदीश अग्रवाल ने एक संयुक्त वक्तव्य मे मुख्यमंत्री भगवंत मान से आग्रह यदि वह कृषि और व्यापार को प्रोत्साहित करें तो प्रदेेश की कई समस्याओं का हल हो सकता है। उन्हे  कृषि संबंधित नए उद्योग स्थापित करने वालों को प्रोत्साहित करना चाहिए उन्हें भी पड़ोसी प्रदेशों के अनुसार सुविधाएं उपलब्ध करवाएं।

            भारत में यदि रामराज्य की बात होती हैं तो उसका विशेष कारण यह हैं कि भगवान श्री राम के राज में हर नागरिक सुखी तथा खुशहाल था वैसा ही राज महाराजा रंजीत सिंह के कार्यकाल में स्थापित हुआ जिसे खालसा राज के नाम से भी जाना गया उसी खालसा राज को पुनः स्थापित करने के सब्जबाग दिखाकर खालसा राज की बातें होने लगी जिसे ही शायद तोड़ मरोड़ कर खालिस्तान का नाम दे दिया गया लेकिन आज पंजाब के हालात देखकर यह लगता है यहां पर खालसा राज या खालिस्तान कभी स्थापित हो या न हो, परंतु जिस रफ्तार से यहां से लोग पलायन कर रहे हैं उससे तो यही लगता हैं कि यहां जल्द ही खाली स्थान हो जाएगा।

            नई जनरेशन का विदेशों की ओर पलायन करना तथा व्यापारियों का अपने आप को असुरक्षित महसूस करना हमारी बात रखने की ठोस वजह है।पंजाब में बैठे छोटे व्यापारी तथा छोटे उद्योगपति जिनका जन्म यहां पर हुआ है उन्हें यहां की मिट्टी से आज भी लगाव है वह नहीं चाहते कि उनके बच्चे विदेशों की ओर अग्रसर हो परंतु  राज्य में बढ़ रही है असुरक्षा की भावना से प्रेरित होकर वह अपने बच्चों को ना चाहते हुए भी विदेश भेज रहे हैं।

            उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से अपील है कि वह बड़े उद्योगपतियों को पंजाब में लाने के प्रयास छोड़कर यहां पहले से ही बैठे छोटे उद्योगपतियों व व्यापारियों को जहां से जाने से रोकने की ओर कदम बढ़ाएं यह छोटे व्यापारी तथा उद्योगपति आपकी सरकार को कर एकत्रित करके देते हैं तथा स्वयं भी उपभोक्ता के तौर पर आपको टैक्स देते हैं। आपके द्वारा आमंत्रित बड़े उद्योगपति बड़े बड़े उद्योग लगाकर उत्पादन तो कर लेंगे तथा आपको टैक्स भी पे कर देंगे लेकिन जब यहां पर उपभोक्ता ही नहीं होगा तो वह यह सामान किसे बेचेंगे।

            दूसरा बड़े उद्योगपति आपको अपने मन मुताबिक चलाएंगे और यह छोटे व्यापारी तथा छोटे उद्योगपति सरकार के मुताबिक चलने वाले हैं यह तो केवल सुरक्षा चाहते हैं अपनी तथा अपने परिवार की।

            पुरातन समय में एक कहावत मशहूर थी “उत्तम खेती मध्यम बान, नीच चाकरी कुक्कर निदान” इसका अर्थ कुछ इस तरह समझाया जाता है की खेती सबसे उत्तम कार्य है और व्यापार मध्यम इस कहावत में नौकरी करने को भीख मांगने के समान बताया गया है परंतु इसके विपरीत ना ही खेती में भविष्य नजर आ रहा है और ना ही व्यापार में, आज तो सरकारी नौकरी ही सबसे उत्तम कार्य दिख रहा है क्योंकि उसी में भविष्य सुनिश्चित नजर आता है। आज तो रिश्ते के लिए लड़का देख रहे परिवार भी अच्छे उद्योगपति वह व्यापारी को छोड़कर अच्छी सरकारी नौकरी वाले को पहल देते हैं।

            विदेशों की तरह हर बूढ़े व्यक्ति के लिए पेंशन लागू होनी चाहिए, खासकर व्यापारियों और किसानों के लिए क्योंकि वे जीवन भर देश के लिए काम करते हैं, लेकिन उम्र बढ़ने के बाद भी उन्हें एक आरामदायक जीवन जीने का मौका नहीं मिलता है। यह भी नौजवान पीढ़ी का विदेशों की तरफ झुकाव होने का एक मुख्य कारण है।