ई टेंडरिंग को वापिस लेकर, सरकार सरपंचो से माफ़ी मांगे : कर्मवीर सिंह

  • भाजपा ने सरपंचो पर लाठीचार्ज करके प्रस्तुत किया है ब्रिटिश साम्राज्य का उदाहरण : एडवोकेट कर्मवीर सिंह बुटर

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 03 मार्च :

आम आदमी पार्टी हल्का रादौर के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने सरपंचो पर हुए लाठीचार्ज के विरोधस्वरूप प्रदर्शन करते हुए भाजपा सरकार का पुतला फूंका और सरकार विरोधी नारे लगाए। इस बारे में जानकारी देते हुए आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एडवोकेट कर्मवीर सिंह बुटर ने बताया कि भाजपा सरकार अलोकतांत्रिक कृत्यों की सभी सीमाएं लांग चुकी है और देश की व्यवस्था लोकतांत्रिक न रहकर तानाशाह शासन जैसी स्थिति पैदा हो रही है।

उन्होंने कहा कि आज हरियाणा की हर विधानसभा में भाजपा सरकार का पुतला जलाया गया। पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता सरपंचों पर हुए लाठीचार्ज से रोष में है। कर्मवीर सिंह ने बताया कि पंचायती राज व्यवस्था के अनुसार सरपंच गांव का मुख्य प्रतिनिधि होता है तथा भारतीय संस्कृति में पंचो सरपंचो को पूजनीय माना जाता है परन्तु भाजपा सरकार ने सभी मर्यादाओं को दरकिनार करते हुए पुनः व्यवस्था का असली चेहरा जनता के समक्ष प्रस्तुत किया है। बुटर ने बताया कि भाजपा के शासन काल ने ब्रिटिश साम्राज्य की यादें ताजा कर दी है,क्योंकि इस प्रकार जनता की भावनाओं का दोहन करना ब्रिटिश राज का उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है।

उन्होंने जजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि 2019 के चुनाव की स्थिति पर ध्यान दिया जाए तो प्रदेश की जनता आधे से अधिक जनता ने भाजपा को नकारने का काम किया था, भाजपा अकेले सत्ता में नही आ सकती थी परंतु जजपा मुखिया दुष्यंत चौटाला जनता से धोखा किया और प्रदेश की जनता पर भाजपा को थोपने का काम किया है जिसे जनता कभी माफ़ नही करेगी। बुटर ने कहा कि यदि सरकार ई टेंडरिंग और राइट टू कॉल पंचायतों में लागू कर सकती है तो यह प्रणाली लोकसभा और विधानसभा में भी शुरु करनी चाहिए ताकि पारदर्शिता का ढोंग करने वाली भाजपा के नेताओं का काला चिट्ठा जनता के सामने आ सके।

रादौर हल्का के उपस्थित सभी, कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि मुख्यमंत्री अपने उपमुख्यमंत्री को साथ लेकर सरपंचों से माफी मांगे और ई-टेंडरिंग को वापस लेने का एलान करें। मौके पर रूपेश पलाका,शिवकुमार शास्त्री, परविंदर सैनी मन्डेबर,जियालाल, अभिषेक मंसूरपुर,सतीश धौड़ग,प्रीतम सिंह, नरेश लाल कांबोज, शमशेर बुबका,जगमाल खुम्मबड़,स्वर्ण सिंह, राजपाल मंधार,पवन कांबोज,सुदेश साबापुर,साहिल कांबोज उपस्थित रहे।

आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने पारंपरिक चिकित्सा पर एससीओ के पहले अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन और एक्सपो का उद्घाटन किया

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 03 मार्च : 

केन्‍द्रीय आयुष और बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्री, सर्बानंद सोनोवाल ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के तहत पारंपरिक चिकित्सा पर पहले बी2बी वैश्विक सम्मेलन और एक्सपो का आज गुवाहाटी में उद्घाटन किया। 17 एससीओ (4 वर्चुअली) देशों और भागीदारों के 150 से अधिक प्रतिनिधियों ने उद्घाटन समारोह में भाग लिया। श्री सोनोवाल ने आज यहां इसी परिसर में पारंपरिक चिकित्सा पर चार दिवसीय एक्सपो का भी उद्घाटन किया।

अपने उद्घाटन भाषण में, केन्‍द्रीय मंत्री ने कहा, “भारत ने लोगों को स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के साथ-साथ सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए आयुर्वेद और चिकित्सा की अन्य पारंपरिक प्रणालियों के जरिये उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का पारंपरिक वैश्विक चिकित्सा (डब्ल्यूएचओ-जीसीटीएम) केन्‍द्र भारत के सहयोग से जामनगर में स्थापित किया जा रहा है, जो सदस्य देशों को पारंपरिक चिकित्सा की शिक्षा और कार्य प्रणालियों को मजबूत करने के लिए अपने-अपने देशों में सक्षम कदम उठाने में मदद करेगा।”

अपने संबोधन में, केन्‍द्रीय आयुष और महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री, डॉ महेंद्रभाई मुंजपारा ने कहा, “भारत ने शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने और आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्ध, सोवा-रिग्पा और होम्योपैथी (आयुष) की कार्य प्रणालियों पर विशेष ध्‍यान दिया है। आयुष उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कई नियामक प्रावधानों के साथ-साथ मान्यता तंत्र मौजूद हैं। भारत ने पारंपरिक चिकित्सा पद्धति और पाश्‍चात्‍य चिकित्सा पद्धति को एकीकृत करने के लिए देश की “संपूर्णात्‍मक चिकित्सा नीति” विकसित करने का बीड़ा उठाया है, जबकि उनका प्रशिक्षण, अनुसंधान और सुरक्षा सुनिश्चित किया है।”

इस कार्यक्रम में भारत सहित 17 देशों के 150 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं, जिसमें उच्च स्तरीय प्रतिनिधि जैसे स्वास्थ्य मंत्री, आधिकारिक प्रतिनिधि और एससीओ और भागीदार देशों के विदेशी खरीदार शामिल हैं। 13 देशों के कुल 75 विदेशी अधिकारी और व्यापार प्रतिनिधि  भाग ले रहे हैं। चीन, उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान के सरकारी प्रतिनिधि वर्चुअली शामिल हुए हैं।

दो दिवसीय सम्मेलन में एससीओ और भागीदार देशों से फार्माकोपिया, गुणवत्ता आश्वासन और अनुसंधान, हर्बल अर्क, न्यूट्रास्यूटिकल्स आदि सहित पारंपरिक चिकित्सा उत्पादों और प्रथाओं के विनियामक ढांचे पर निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं से विस्तृत प्रस्तुतीकरण और विचार-विमर्श होगा और पारंपरिक चिकित्सा को बढ़ावा देने के लिए सरकारी कार्य होंगे। विशिष्ट उत्पाद-वार, निर्यात और आयात के अवसरों पर चर्चा करने और एससीओ देशों में बढ़ी हुई बाजार पहुंच के साथ गहन आर्थिक साझेदारी के लिए ‘अपने खरीदार को जानें’ और ‘बी2बी बैठक’ जैसे महत्वपूर्ण सत्रों की भी योजना बनाई गई है।

पारंपरिक चिकित्सा पर चार दिवसीय एक्सपो का भी उद्घाटन किया गया। आयुष उद्योग के साथ-साथ विदेशी पारंपरिक चिकित्सा उद्योग/निर्यातक/आयातक भी एक्सपो में अपने उत्पादों और सेवाओं का प्रदर्शन कर रहे हैं। आयुष संस्थानों/परिषदों ने अपनी उपलब्धियों का प्रदर्शन करने के लिए मंडप में स्टॉल लगाए हैं।

हरियाणा सरकार ने हाईकोर्ट में दिया शपथ पत्र सिरसा डेरा प्रमुख राम रहीम हार्डकोर क्रिमिनल नहीं, वीरेश शांडिल्य ने जताया आभार

  • शांडिल्य ने एसजीपीसी को दी पंजाब के मसलों पर ध्यान देने की सलाह
  • अमृतपाल सिंह ने अजनाला थाने पर हमला कर पुलिसवालों को जख्मी किया
  • उस पर हाईकोर्ट में दायर करें जनहित याचिका

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, अम्बाला – 02 मार्च :

पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम की पैराल की याचिका पर हरियाणा सरकार ने शपथ पत्र दिया कि डेरा प्रमुख राम रहीम हार्डकोर क्रिमिनल नहीं। जिसका स्वागत एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने किया।

शांडिल्य ने कहा कि वैसे तो एसजीपीसी का कोई अधिकार ही नहीं कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को जो हरियाणा सरकार ने पैरोल दी उसमें हस्तक्षेप करें या हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करे। शांडिल्य ने एसजीपीसी को सलाह दी कि वह पंजाब के मसलों का ध्यान दें और जो अमृतपाल सिंह ने अजनाला थाने पर धावा बोला और अजनाला थाने पर हमला कर पुलिसवालों को जख्मी किया और थाने पर कब्जा किया, उस पर हाईकोर्ट में एसजीपीसी जनहित याचिका दायर करें जो अच्छा लगेगा। उन्होंने कहा कि एसजीपीसी मटौर में आतंकवादियों के परिवारों ने जो जेल में बंद आतंकवादियों को छुड़वाने के लिए सड़क पर कब्जा कर लिया और चंडीगढ़ पुलिस पर हमला किया, उसको लेकर एसजीपीसी हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करे।

उन्होंने कहा कि एसजीपीसी का काम गुरद्वारों के रखरखाव का है। वह वो काम करें न कि डेरा प्रमुख के साथ उलझ कर पंजाब के डेरा प्रेमियों को भड़काने की साजिश न रचे ।

पंजाब में पुन: आतंकवाद शुरू, बेअंत सिंह की तरह पंजाब के सीएम मान लें फैसले : चंद्रमोहन

  • पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन आज धूरकड़ा के पूर्व सरपंच के निवास पर उनकी माता सुमित्रा रानी को श्रद्धांजलि देने पहुंचे

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, अम्बाला – 02 मार्च :

पंजाब में फिर आतंकवाद फन फैला रहा है। और फिर पंजाब की सड़कों को आतंकवादी खून से लाल करना चाहते हैं। लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को समय से पहले सरदार बेअंत सिंह की तरह खालिस्तानी मुहिम को कुचलने के आदेश देने चाहिए। ताकि पंजाब में पुन: आतंकवाद न फैल सके। उपरोक्त शब्द कालका से लगातार 4 बार विधायक और हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन ने कहे।

चंद्रमोहन आज गांव धूरकड़ा में पूर्व सरपंच अशोक बरतिया के निवास पर पहुंचे जहां उनकी माता सुमित्रा रानी को श्रद्धांजलि अर्पित की व परिवार को सांत्वना दी। इस मौके पर चंद्रमोहन ने पत्रकारों से भी बात की और कहा कि अशोक बरतिया उनके परिवारिक सदस्य हैं और इनके पिता चौधरी इंद्रराज उनके पिता पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के नजदीक थे। अशोक बरतिया ने माता सुमित्रा रानी (83) के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। चंद्रमोहन ने पत्रकारों को कहा कि आतंकवाद देश की नहीं आज विश्व की समस्या बन चुका है और आतंकवाद के खिलाफ राजनीति से ऊपर उठकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि भगवंत मान पहली बार सीएम बने हैं। उनके पास तर्जुबा नहीं है। उन्हें केंद्र सरकार से लिखित आतंकवाद खात्मे के लिए केंद्र अधीन सुरक्षा मांगनी चाहिए। चंद्रमोहन ने कहा कि जो पंजाब के अजनाला थाने में घटना घटी वो अत्यंत चिंता का विषय है। जिसमें कई पुलिस अधिकारी घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि अगर अबकी बार पंजाब में आतंकवाद फैला तो कोई बेअंत सिंह व पूर्व डीजीपी केपीएस गिल जैसे अधिकारी नहीं मिलेंगे। पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मांग की है कि तुरंत पंजाब की अमन शांति के लिए हस्ताक्षेप करें। अन्यथा समय निकल जाएगा और पंजाब की सड़कें फिर निर्देषों के खून से लाल होनी शुरू हो जाएगी। चंद्रमोहन ने कहा कि आज देश को वीरेश शांडिल्य जैसे युवाओं की जरूरत है जो खुलेआम आतंकवाद, खालिस्तान के खिलाफ लड़ रहे हैं।

आज सरकारों के साथ साथ आम जनमानस को भी आतंकवाद के खिलाफ जनांदोलन शुरू करना होगा। उन्होंने कहा कि उनके परिवार ने आतंकवाद नजदीक से देखा है और उनके पिता भजन लाल जब मुख्यमंत्री थे तो धुरकड़ा के नजदीक गांव बलाना में ही भजन लाल को उड़ाने के लिए आतंकवादियों ने आरडीएक्स लगाई थी। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही इस मामले में पंजाब के सीएम को भी मिलेंगे क्योंकि उनका विधानसभा क्षेत्र पंजाब से सटा हुआ है।

इस मौके पर एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य, धूरकड़ा के पूर्व सरपंच बाबू सिंह, नंबरदार गुरमीत सिंह, राकेश मेहता, प्रदीप चोपड़ा, विनोद चोपड़ा, रूपचंद, हरपाल लहरसा, कुलदीप मौखामाजरा, सूबेदार सतपाल मलिक, आवाज ए हिन्दूस्तान के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव रंजन शांडिल्य मौजूद थे। अशोक बरतिया की माता श्रीमति सुमित्रा रानी की रस्म पगड़ी 6 मार्च दिन सोमवार को 11 से 12 बजे तक उनके निवास गांव धुरकड़ा में होगी ।

त्रिपुरा-नगालैंड में भाजपा को फिर बहुमत, मेघालय में NPP आगे

त्रिपुरा-नगालैंड में पीएम मोदी ने चुनावी नतीजों के बाद ट्वीट कर लोगों का धन्यावाद जताया है और कहा कि  त्रिपुरा का दिल से शुक्रिया। त्रिपुरा-नगालैंड में बीजेपी की जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा का दिल से शुक्रिया। ये स्थिरता और विकास के लिए वोट है। त्रिपुरा में बीजेपी विकास के लिए आगे भी काम करती रहेगी। सभी कार्यकर्ताओं पर मुझे गर्व है।

Assembly Elections 2023 Result LIVE: त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय में किसे मिलेगा सिंहासन, थोड़ी देर में वोटों की गिनती होगी शुरू

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़/असम – 02 मार्च :

तीन उत्तर-पूर्वी राज्यों – त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड के विधानसभा चुनाव नतीजों की तैयारी पूरी हो चुकी है और आज यानी गुरुवार को चुनाव नतीजे घोषित होने वाले हैं। इन राज्यों में 16 और 27 फरवरी को मतदान हुआ था। दो मार्च को कड़ी सुरक्षा के बीच इस चुनावी जंग के लिए वोटों की गिनती की जाएगी। चुनावी भविष्यवाणी करने वालों ने नागालैंड और त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और उसके गठबंधन के लिए आसानी बहुमत हासिल करने की भविष्यवाणी की है, जबकि मेघालय में त्रिशंकु विधानसभा की संभावना जताई गई है। त्रिपुरा बीजेपी और उसके गठबंधन सहयोगी इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (IPFT) त्रिपुरा में लगातार दूसरे कार्यकाल की मांग कर रहे हैं। 2018 में, इसी गठबंधन ने CPI (M) से सत्ता छीन ली थी, जो राज्य में तीस से ज्यादा सालों से राज करती आ रही थी। 60 सदस्य वाले सदन के लिए वोटों की गिनती सुबह सात बजे से होगी, जिसमें 259 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। राज्य में 89.95 प्रतिशत मतदान हुआ है।

त्रिपुरा में भाजपा को बहुमत

नतीजों से पहले, चुनाव आयोग 3,000 से ज्यादा मतदान केंद्रों में शांति बैठकें आयोजित कर रहा है, ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि वोटों की गिनती के दौरान कोई हिंसा न हो। इस साल, मतदान के दिन हिंसा की कुछ “छुटपुट घटनाओं” को छोड़कर, राज्य में विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण रहे हैं, जहां चुनावों के दौरान अपेक्षाकृत हिंसा देखी गई है। BJP-IPFT को वामपंथी और कांग्रेस के गठबंधन से चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। वाम मोर्चा 47 सीटों पर और कांग्रेस 13 सीटों पर चुनाव लड़ी है। तृणमूल कांग्रेस 28 सीटों पर चुनाव लड़ी और 58 निर्दलीय उम्मीदवार भी हैं। मेघालय चुनाव आयोग ने 27 फरवरी को 59 सीटों के लिए चुनाव कराया था। HDR लिंगदोह सीट से यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (UDP) के उम्मीदवार के निधन के बाद सोहियोंग विधानसभा क्षेत्र का मतदान स्थगित कर दिया गया था।

मेघालय में NPP सबसे ज्यादा सीटों पर आगे

राज्य के 60 निर्वाचन क्षेत्रों में से 36 निर्वाचन क्षेत्र खासी, जयंतिया हिल्स क्षेत्र में आते हैं, जबकि 24 निर्वाचन क्षेत्र गारो हिल्स क्षेत्र में हैं। मेघालय विधानसभा का वर्तमान कार्यकाल 15 मार्च को खत्म होगा। राज्य में सरकार बनाने के लिए बहुमत का निशान 31 है। कई एजेंसियों के एग्जिट पोल से पता चला है कि मेघालय में मुख्यमंत्री कोनराड संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) के साथ त्रिशंकु विधानसभा देखने को मिल सकती है।

नगालैंड में भी भाजपा को बहुमत

ऐसा अनुमान है कि NPP की राज्य में सबसे ज्यादा सीटें जीतने का अनुमान है, लेकिन ये आधे आंकड़े को भी नहीं छू पाएगी। पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस एक गेम चेंजर के रूप में उभर सकती है, क्योंकि इसके राज्य में दूसरी सबसे बड़ी सीटें जीतने की उम्मीद है। चुनाव आयोग ने मेघालय में सुचारू मतदान प्रक्रिया के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की 119 कंपनियों को तैनात किया है। चुनाव आयोग के अनुसार, 60 विधानसभा सीटों के लिए 375 उम्मीदवार मैदान में हैं। 233 उम्मीदवार राष्ट्रीय दलों से हैं, 69 क्षेत्रीय दलों से हैं और 44 निर्दलीय उम्मीदवार हैं। राज्य में 76.27 प्रतिशत मतदान हुआ। नागालैंड नागालैंड में 85 प्रतिशत मतदान हुआ है और 60 सदस्य वाली विधानसभा के लिए 183 उम्मीदवार मैदान में हैं।

भारतीय जनता पार्टी (BJP) और नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP) ने गठबंधन किया है और राज्य में सत्ता बरकरार रखने की कोशिश कर रही है। बीजेपी ने 20 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि NDPP 40 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इस बीच, नागा पीपुल्स फ्रंट (NPF) और कांग्रेस क्रमश: 22 और 23 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। चुनाव आयोग के अनुसार, कुल 183 183 उम्मीदवारों में से केवल चार महिलाएं हैं। 1963 में राज्य की स्थापना के बाद से, नागालैंड ने 14 विधानसभा चुनाव देखे हैं, लेकिन एक महिला कभी विधायक नहीं चुनी गई है। ये पहली बार होगा, अगर महिला उम्मीदवार सत्ता में चुनी जाती हैं।

पंजाब के हालात – अमृतपाल और पाकिस्तान पर भगवंत मान और अमित शाह में हुई चर्चा

पंजाब की आम आदमी पार्टी (आआपा) सरकार राज्य में कथित रूप से बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर विपक्षी दलों के निशाने पर है। एक ओर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य में राज्यपाल शासन लागू करने की मांग की है। वहीं, दूसरी ओर पंजाब कांग्रेस ने अजनाला में पुलिस कर्मियों पर हमला करने के लिए अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों की गिरफ्तारी की मांग की है। अमृतपाल सिंह और उसके समर्थक अजनाला थाने में पुलिसकर्मियों के साथ उलझ गए थे। इन प्रदर्शनकारियों के हाथों में तलवार और बंदूक थीं। इस झड़प में एक पुलिस अधीक्षक रैंक के अधिकारी समेत छह पुलिसकर्मी घायल हुए थे। आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ सीमा पर ड्रोन और ड्रग्स के मुद्दे पर चर्चा की। सीमा पर कंटीले तार शिफ्ट करने के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। पंजाब का रूका हुआ ग्रामीण विकास कोष जल्द जारी करने को कहा।

punjab CM bhagwant Mann and governer banwari lal purohit face off - मैं 3  करोड़ पंजाबियों का जवाबदेह, राज्यपाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान आमने-सामने

अजय सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 02 मार्च :

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरुवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। बैठक में ड्रोन घुसपैठ, बॉर्डर सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर चर्चा हुई। अजनाला में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह और उसके समर्थक तलवार और बंदूकें लेकर अपने एक सहयोगी की रिहाई के लिए पुलिस से भिड़ने की घटना के बाद सीएम और गृहमंत्री की पहली मुलाकात है।  

CM मान ने गृह मंत्री अमित शाह से पाकिस्तान द्वारा ड्रग माफियाओं को संरक्षण दिए जाने की बात कही। साथ ही भारत-पाक बॉर्डर पर ड्रग्स और ड्रोन के आने को लेकर मंथन किया गया। इस दौरान CM मान ने पंजाब और केंद्र सरकार के बीच कानून व्यवस्था के मामले पर समन्वय पर भी चर्चा की गई। इसके अलावा उन्होंने बीते दिनों गिरफ्तार किए गए गैंगस्टरों के संबंध में भी चर्चा की।

CM भगवंत मान ने गृह मंत्री अमित शाह से चंडीगढ़ में साल 2022 से पंजाब कैडर के SSP के रिक्त पद पर जल्द नियुक्ति करने पर भी चर्चा की। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर कंटीली तार के पास की जमीनों के संबंध में भी चर्चा की गई।

CM भगवंत मान ने अमित शाह के समक्ष रोके गए ग्रामीण विकास फंड का मामला भी रखा। लंबे समय से पंजाब को यह फंड नहीं मिल पा रहा है। मान ने शाह से इस फंड को रिलीज करने की मांग की।

दरअसल, पंजाब गवर्नर बीएल पुरोहित ने भी बीती 1 मार्च को अमित शाह से मुलाकात की। उनके और पंजाब CM भगवंत मान के बीच लंबे समय से नोकझोंक जारी है। यहां तक कि दोनों के बीच के विवाद के कारण ही पंजाब विधानसभा के बजट सेशन की मंजूरी का मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ही कल, 3 मार्च को विधानसभा का बजट सेशन शुरू हो रहा है।

देश व प्रदेश में भाजपा का विकल्प बनेगी आम आदमी पार्टी : रघुबीर सिंह छिंदा

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर – 02 मार्च :

जिला यमुनानगर के नगर निगम के बाहर आम आदमी पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता कुलविंदर राणा और दिलीप के द्वारा अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ कर मौजूदा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है। यह अनशन गरीबों की समस्याओं को लेकर तीसरे  दिन भी जारी रहा।

इस बारे में बोलते हुए पार्टी के जिला युवा अध्यक्ष रघुवीर सिंह छिंदा ने बताया कि लोगों के राशन कार्ड से उनके नाम काट दिए गए परिवार पहचान पत्रों में से उनकी गलत आय दिखाकर उन्हें 2 महीने से राशन नहीं मिला, जिससे गरीब लोग इधर-उधर भटक रहे हैं। अनशन पर बैठे कुलविंदर राणा और दिलीप कहा कि जब तक गरीब को नहीं मिलेगा राशन तब तक जारी रहेगा अनशन। धरनास्थल पर पहुँचे आदमी पार्टी के पूर्व युवा जिला अध्यक्ष रघुवीर सिंह छिंदा ने कहा कि देश और प्रदेश में जिस तरह से हर वर्ग के ऊपर भारतीय जनता पार्टी द्वारा लाठीचार्ज करके बर्बरता से पीटा जा रहा है यह अलोकतांत्रिक है।

छिंदा ने कहा कि इन परिस्थितियों को देखते हुए केवलमात्र आम आदमी पार्टी ही है जो भारतीय जनता पार्टी का विकल्प बनेगी। उन्होंने बताया कि जिस तरह से किसानों मजदूरों व्यापारियों अध्यापकों और पार्टी के लोगों पर लाठीचार्ज किए जा रहे हैं इससे यह प्रतीत होता है कि भारतीय जनता पार्टी लोगों को डराना चाहती है और जो अपने हक की आवाज उठाता है उसके हिस्से में सिर्फ और सिर्फ लाठी ही आती है। आम आदमी पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ताओं द्वारा नगर निगम के बाहर अनिश्चितकालीन अनशन को सभी शहर वासियों का भरपूर सहयोग मिल रहा है। यह अनशन एक दिन बड़े आंदोलन का हिस्सा बनेगा।

इस मौके पर पूर्व चेयरमैन सुशील जैन अनिल पंजेता शिव कुमार शास्त्री रूपेश पलाका पवन कुमार लालचंद पूर्व सरपंच करमचंद सचिन शर्मा विशाल अत्री सुरेश कुमार और पार्टी के अन्य नेता उपस्थित रहे।

मांगों के लिए प्रदर्शन कर रहे सरपंचों पर बेरहमी से लाठीचार्ज निंदनीय : मनोज राठी

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, हिसार – 02 मार्च :

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं प्रवक्ता मनोज राठी ने ई टेंडरिंग का विरोध कर रहे सरपंचों पर बेरहमी से लाठीचार्ज किए जाने की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि इस लाठीचार्ज के साथ ही भाजपा—जजपा सरकार का सबका साथ—सबका विकास का दावा टांय—टांय फिस्स हो गया है वहीं महिला सम्मान के दावे की धज्जियां भी उड़ चुकी है।

मनोज राठी ने लाठीचार्ज की आलोचना करते हुए ग्राम पंचायतें लोकतंत्र की सबसे छोटी इकाई है और यहीं से लोकतंत्र प्रक्रिया की शुरूआत होती है। सरकार इस शुरूआत को ही दबाना चाहती है। राज्यभर के सरपंच पिछले एक माह से अधिक समय से ई टेंडरिंग का विरोध करते हुए पंचायतों के लिए पूरे अधिकार देने की मांग पर आंदोलन चला रहे हैं। इस दौरान सरपंचों ने धरने दिए, प्रदर्शन किए और सरकार तक ज्ञापन भेजे लेकिन सरकार ने एक बार भी आंदोलनकारियों से बातचीत करके मामले का हल निकालने का प्रयास नहीं किया, उल्टा प्रदेश के पंचायत मंत्री देवेन्द्र बबली सत्ता के नशे में चूर होकर सरपंचों को भ्रष्ट, चोर व बेइमान तक कहते रहे, जो निंदनीय है। उन्होंने कहा कि देवेन्द्र बबली पर सत्ता का नशा इस कदर हावी है कि वे अपनी पार्टी जजपा व सहयोगी पार्टी भाजपा के अध्यक्षों को भी सरेआम संगठन चलाने की नसीहत देकर उनकी बेइज्जती कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरपंचों की मांग बिल्कुल जायज है और सरकार को उनकी मांगे अविलंब पूरी करनी चाहिए।

मनोज राठी ने कहा कि भाजपा—जजपा सरकार महिला सम्मान का दावा करते नहीं थकती लेकिन सरपंचों पर लाठीचार्ज के दौरान अनेक महिला सरपंचों को भी पुलिस ने बेरहमी से पीटकर सरकार के महिला सम्मान के दावे की हवा निकाल दी। उन्होंने कहा कि समान विकास, सबका साथ—सबका विकास व महिला सम्मान इस सरकार के लिए कहने की बातें हैं। 

सरकार ने 6200 सरपंचों पर नहीं 6200 गांव वासियों पर लाठीचार्ज करने का निंदनीय काम किया है – बजरंग गर्ग

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, हिसार – 02 मार्च :

हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय मुख्य महासचिव बजरंग गर्ग ने सरपंचों से बातचीत करने के उपरांत कहा कि हरियाणा सरकार के इशारे पर पुलिस द्वारा सरपंचों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटने व लाठी चार्ज करने से लगभग 50 सरपंचों के हाथ-पैर व सिर में गंभीर चोटें आई है। चुनी हुई छोटे सरकार को लाठियों से पीटने की जितनी भी निंदा की जाए थोड़ी है। यह लाठी सरकार ने 6200 सरपंचों पर नहीं 6200 गांव वासियों को मारी है जिसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा। हरियाणा सरकार लाठी-डंडों व दमनकारी नीतियों से जनता की आवाज दबाने में लगी हुई है। सरकारें लाठी व गोलियों से नहीं चलती। समस्याओं का समाधान हमेशा बातचीत से ही होता है इसी प्रकार ओल्ड पेंशन बहाल करने पर प्रदर्शन कर रहे हजारों कर्मचारियों पर आंसू गैस के गोले, वाटर कैनन व लाठीचार्ज चंडीगढ़ में करना उचित नहीं था।

गर्ग ने कहा कि सरकार चुनें हुए सरपंचों का अधिकार छीन कर अपने पास रखना चाहती है। सरपंच गांव के मुखिया होते हैं जो सरपंच,पंच व गांव वासी मिलजुल कर भाईचारे से गांव का विकास करवाते हैं। 2 सालों से गांवों में कोई काम ना होने के कारण गांवों में किसी प्रकार का विकास नहीं हुआ मगर सरकार के चहेतों ने कागजों में विकास दिखाकर करोड़ों रुपए का घोटाला करने का काम किया है।

पंचायत मंत्री कहता है कि मैं सरपंचों को राइट टू रिकॉल करूंगा कभी कहता है सरपंचों के अधिकार पंचों को दे दूंगा, इतना ही नहीं चुने हुए सरपंचों को चोर समझता है। जिसके कारण सरपंच, पंच व गांव वासियों में बड़ी भारी नाराजगी है। सरकार को तुरंत प्रभाव से सरपंचों की मांगे मानकर इस समस्या का समाधान करना चाहिए। बजरंग गर्ग ने कहा कि व्यापार मंडल का पूरा समर्थन सरपंचों के साथ है और हर संघर्ष में सरपंचों के साथ खड़ा है।

पंचकुला-चंडीगढ़ सीमा पर पुलिस-सरपंचों की झड़प, लाठियां भांजी, बॉर्डर पर लगाया पक्का धरना

CM मनोहर लाल खट्‌टर ने अपने OSD भूपेश्वर दयाल को सरपंचों से बातचीत के लिए भेजा। मगर, सरपंचों ने उनकी कोई बात सुनने से इनकार कर बैरंग लौटा दिया। अब वे वहीं चंडीगढ़-पंचकूला बॉर्डर पर पक्का धरना लगाकर बैठ गए हैं। जिस वजह से माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।

पंचकूला में सरपंचों को घेरकर पीटते पुलिस वाले।

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, पंचकुला – 01 मार्च :

हरियाणा में ई-टेंडरिंग के विरोध में चंडीगढ़ कूज करने जा रहे सरपंचों को पुलिस ने पंचकूला में ही रोक लिया। इस दौरान पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स पर सरपंच चढ़ गए। पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए हल्के बल का प्रयोग भी किया। जिससे पुलिस और प्रदर्शनकारी सरपंचों के बीच धक्का मुक्की भी हुई। प्रदर्शन में महिलाएं भी शामिल हैं। इसके अलावा किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी और नवीन जयहिंद भी सरपंचों के प्रदर्शन में शामिल होने के लिए पहुंच गए हैं। प्रदर्शन से हरकत में आई सरकार ने CM के OSD भूपेश्वर दयाल को सरपंचों से बातचीत के लिए भेजा है।

पुलिस के द्वारा पंचकूला-चंडीगढ़ बॉर्डर पर पुलिस के द्वारा रोके जाने के बाद सरपंच धरने पर बैठ गए हैं। प्रदर्शनकारी सरपंचों ने कहा है कि अब यह पक्का धरना तभी उठेगा जब उनकी सभी मांगे मान ली जाएंगी। उन्होंने ई-टेंडरिंग पर सरकार के रवैये को लेकर मुख्यमंत्री की हठधर्मिता को जिम्मेदार ठहराया।

ई-टेंडरिंग के विरोध में सरपंच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आवास घेरने के लिए कूच कर रहे हैं। सरपंचों ने चेतावनी दी है कि यदि उन्हें पुलिस के द्वारा रोका जाता है तो वह वहीं पर पक्का धरना लगाएंगे। हरियाणा में ई-टेंडरिंग के विरोध में आंदोलन कर रहे सरपंचों और पंचायत मंत्री के बीच वार्ता विफल होने के बाद सीएम आवास घेरने की चेतावनी दी थी।

सरपंच एसोसिएशन के प्रदेश प्रधान रणबीर समैण ने इस आंदोलन को गांव देहात बचाओ आंदोलन नाम दिया है। वह मंगलवार को एक वीडियो जारी कर प्रदेशभर के सरपंचों, ग्रामीणों व मनरेगा वर्करों से 1 मार्च को पंचकूला पहुंचने की अपील कर चुके हैं। वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की धक्काशाही के खिलाफ लड़ाई है। वह इस लड़ाई को मिलकर ही जीत पाएंगे।

सरपंच एसोसिएशन के प्रधान ने बताया कि कल लाखों की संख्या में लोग पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित शालिग्राम ग्राउंड में जुटेंगे, जहां से 12 बजे सभी पैदल मार्च करते हुए CM आवास चंडीगढ़ की तरफ बढ़ेंगे। उन्होंने बताया 28 फरवरी 12 बजे तक का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन सरकार का कोई जवाब नहीं आया, इसलिए वे चंडीगढ़ कूच करने को मजबूर हुए।

सरपंचों के चंडीगढ़ कूच को देखते हुए पंचकूला के साथ ही चंडीगढ़ पुलिस अलर्ट हो गई है। सीमाओं पर पर्याप्त पुलिस बल के साथ ही अग्निशमन वाहनों को तैनात कर दिया गया है। पुलिस के साथ ही खुफिया विभाग भी एक्टिव हो गया है, जिसके द्वारा हर पल की सूचना वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और हरियाणा CMO तक दी जाएगी।