सत्ता पिपासु कांग्रेस के लिए फ्रांसिस की मृत्यु – एक वरदान

कांग्रेस शुरू ही से मौत की सियासत करती आई है वह इन्दिरा की हो या राजीव की हत्या, जैसे ही कोई बड़ा नेता मारता है तभी कांग्रेस की बांछे खिल जातीं हैं। गिद्धों की टोली की तरह किसी की मृत्यु से उपजे खालीपन के मांस को नोचने यह वहाँ पहुँच जाती है। हालिया बात गोवा की है, जहां मनोहर पर्रिकर एक भीषण बीमारी से जूझते हुए, प्राणपण से अपना कार्यालय संभाल रहे हैं और कांग्रेस कई बार उनके स्वस्थ्य का हवाला दे कर भी उन्हे पद से हटाने और कांग्रेस को कमान थमाने की बात करती रही है। यकीन मानिए कांग्रेसी नेता सुबह की अखबार शायद इसी खबर की इनेजार में उठाते होंगे।

पणजी: गोवा की सियासत एक बार फिर उबाल आ गया है. कांग्रेस ने अब यहां पर नई सरकार गठन का दावा किया है. राज्‍यपाल को लिखे पत्र में कांग्रेस ने कहा है कि गोवा में मनोहर पर्रिकर सरकार अल्‍पमत है इसलिए हमें सरकार बनाने का मौका दिया जाए. गोवा कांग्रेस ने गवर्नर को पत्र लिखकर सरकार बनाने का दावा किया है.

मृदुला सिन्हा को लिखे पत्र में कावलेकर ने कहा, “प्रसंगवश भाजपा के दिवंगत विधायक फ्रांसिस डिसूजा की याद आती है, जिन्होंने विनम्रतापूर्वक कहा था कि मनोहर पर्रिकर के नेतृत्ववाली भाजपा सरकार लोगों का विश्वास पूरी तरह खो चुकी है और अब सदन में भी संख्याबल खो चुकी है.” यह अनुरोध करते हुए कि ऐसी अल्पमत सरकार को इस समय सत्ता में बने रहने की अनुमति न दें, उन्होंने लिखा, “हमारा यह भी अनुमान है कि भाजपा विधायकों की संख्या गिनती में और कम पड़ेगी.”

कावलेकर ने कहा, “इसलिए आपका कर्तव्य बनता है कि भाजपा के नेतृत्ववाली सरकार को बर्खास्त कर यह सुनिश्चित करें कि इस समय सदन में बहुमत रखनेवाली सबसे बड़ी पार्टी इंडियन नेशनल कांग्रेस को सरकार गठन के लिए आमंत्रित किया जाए.”

विपक्ष के नेता ने कहा अगर राज्‍य में राष्‍ट्रपति शासन लगाने की कोशिश की गई तो वह कानूनी रास्‍ता अख्‍त‍ियार करेंगे. इसके साथ ही उन्‍होंने बीजपी सरकार को बर्खास्‍त करने की मांग की है. बता दें कि गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे हैं. समय समय पर उनकी पार्टी के अंदर से भी उनके खिलाफ आवाज उठती रहती है, लेकिन बीजेपी ने अभी भी उन्‍हें गोवा की कमान सौंप रखी है.

40 सदस्‍यों वाली गोवा विधानसभा में इस समय बीजेपी के पास 13 और कांग्रेस के पास 14 विधायक हैं. 3 विधायकों की जगह खाली है. राज्‍य में बीजेपी भले कांग्रेस के मुकाबले छोटी पार्टी हो, लेकिन उसके गठबंधन के पास पूरे सदस्‍य हैं. बीजेपी गठबंधन के पास 22 सीटे हैं. इसमें बीजेपी के पास 13 महाराष्‍ट्र गोमांतक पार्टी के पास 3, जीएफपी के पास 3 और 3 निर्दलीय विधायकों का समर्थन है. कांग्रेस के पास 14 विधायक हैं. इसके अलावा 1 विधायक एनसीपी का है.

बीजेपी कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी, लेकिन सरकार कांग्रेस की
कांग्रेस जिस आधार पर गोवा में सरकार बनाने का दावा पेश कर रही है, उस आधार पर कर्नाटक में बीजेपी के पास मौका होना चाहिए था. कर्नाटक विधानसभा में बीजेपी के पास 104 विधायक हैं. लेकिन सरकार कांग्रेस और जेडीएस मिलकर चला रहे हैं.

बीजेपी ने बुलाई बैठक
राज्‍य में उपजे ताजा हालात पर बीजेपी ने अपने विधायकों की मीटिंग बुलाई है. बता दें कि राज्‍य के मुख्‍यमंत्री मनोहर पर्र‍िकर इस समय अपना इलाज करा रहे हैं, खुद मुख्‍यमंत्री कार्यालय ने बताया है कि उनकी हालत इस समय स्‍थिर है.

Beef lover Historian Ramachandra Guha receives threatening calls

After a magical morning in Old Goa we had lunch in Panaji, where—since this is a BJP ruled state—I decided to eat beef in celebration


He said he had not filed any formal complaint, he had in fact informed a senior police official about the calls.

Now the question arises why? He is scared that he may not meet Gauri Lankesh’s Fate, he certainly needs security he should file a formal complaint against the mobile number owner and he must bring this matter to an end.


Two days after posting a photo of himself eating beef in Goa, Bengaluru-based author and historian Ramachandra Guha tweeted saying he had received threatening calls.

He told media persons in Bengaluru that the threatening calls started coming on his landline on Sunday morning.

Earlier in the day, he put out two tweets. In one, he said: “I have received threatening calls from a man calling himself Sanjay from Delhi. His number is +91-9X3X1-3X6X8 (number hidden on purpose). He threatened my wife as well as me. This is for the record.”


Replying to 

You are not enjoying a meal while eating beef and sharing the picture on social are purposely mocking at the faith of millions. Suit yourself. How your ‘secular ‘ mindset has turned you into a totally insensitive human being is not difficult to see.


Within minutes, he put out a second tweet stating: “This threatening tweet below is from a former official of the Research and Analysis Wing. I would like to place it on record, and will do with every subsequent threat received.”

He told news men that while he had not filed any formal complaint, he had in fact informed a senior police official about the calls. “In the light of Gauri Lankesh murder and long hitlist, I thought I should keep the police informed… The photo was unnecessary, but I stand by my views,” he said.

Meanwhile, In another tweet, Mr. Guha said: “I have deleted the photo of my lunch in Goa as it was in poor taste. I do wish however to again highlight the absolute hypocrisy of the BJP in the matter of beef, and to reiterate my own belief that humans must have the right to eat, dress, and fall in love as they choose.”

मनोहर पर्रीकर एम्स से गोवा लौटे, हालत गंभीर

 

गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को आज यानी रविवार को दिल्ली के एम्स से छुट्टी दे दी गई. इसके बाद वो अपने गृह प्रदेश गोवा लौट गए हैं.

एम्स के सूत्रों ने बताया कि रविवार को सुबह उनकी हालत खराब होने के बाद थोड़ी देर के लिए उन्हें आईसीयू में रखा गया. हालांकि इसके कुछ वक्त बाद अस्पताल प्रशासन ने उन्हें छुट्टी देने का निर्णय लिया.

इससे पहले गोवा के मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया था, ‘मुख्यमंत्री को एक विशेष विमान से रविवार को दिल्ली से गोवा लाया जा सकता है. अस्पताल में उनका इलाज कर रहे डॉक्टर रविवार की सुबह बताएंगे कि वो घर लौटने के लिए स्वस्थ हैं या नहीं.’ उन्होंने बताया कि अगर पर्रिकर गोवा लौटते हैं तो वह पणजी में अपने निजी आवास में रहेंगे.

अपनी खराब सेहत के चलते मुख्यमंत्री कार्यालय में गैर-मौजूदगी के दौरान सरकार के सुचारू रूप से काम करने के तरीकों पर चर्चा के लिए शुक्रवार को पर्रिकर ने बीजेपी की गोवा इकाई की कोर कमिटी के सदस्यों और गठबंधन के सहयोगी दलों के मंत्रियों से एम्स में मुलाकात की थी.

हालांकि, पर्रिकर से मुलाकात के बाद बीजेपी और अलग से मिलने वाले सहयोगी दलों के नेताओं ने गोवा में नेतृत्व में किसी भी तरह के बदलाव से इनकार किया था.

गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं मनोहर पर्रिकर

गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर बीते 15 सितंबर से दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती थे. 62 वर्षीय पर्रिकर को उनकी बिगड़ती सेहत के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर विशेष विमान से दिल्ली लाया गया था.

पर्रिकर पिछले कुछ महीनों से गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं. इसी साल के शुरू में बीमारी का पता चलने पर बीते वो 3 बार अमेरिका से इलाज कराकर लौटे हैं. इसके अलावा इसे लेकर उन्हें मुंबई के भी अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था.

पेट्रोल डीजल पर केंद्र ने 2.50 रुपये की रिलीफ दी और राज्यों से भी इतनी ही कटौती करने की गुजारिश की


हमने देश मे तेल की कीमत घटाने के की प्रयास किये।

पेट्रोल और डीजल पर 2.50 रुपये की राहत देंगे।


आज वित्त मंत्री ने पत्रकार वार्ता में बताया कि वित्त मंत्रालय पेट्रोल और डीजल पर 2.50 रुपये की राहत देगा.

तेल की बढ़ती कीमतों से राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमत में 2.50 रुपये कटौती की घोषणा की है। जेटली ने कहा, ‘आज अंतरमंत्रालयी बैठक में हमने तय किया कि एक्साइज ड्यूटी 1.50 रुपये घटाया जाएगा। इसके अलावा ऑइल मार्केटिंग कंपनियां (ओएमसी) एक रुपया घटाएंगी। केंद्र सरकार की तरफ से हम 2.50 रुपये प्रति लीटर तुरंत उपभोक्ताओं को राहत देंगे।’ वित्त मंत्री ने राज्यों से भी इतनी ही कटौती करने की गुजारिश की है ताकि ग्राहकों को 5 रुपये की राहत मिले। वित्त मंत्री ने कहा कि कटौती से एक्साइज रेवेन्यू में इस साल 10,500 करोड़ रुपये का प्रभाव पड़ेगा।

बोले पिछले 4 साल में कच्चा तेल की कीमत सबसे ज्यादा। अमेरिका में ब्याज दर बढ़ने का असर पड़ा। शेयर बाजार में गिरावट है। हमारी घरेलू आर्थिक स्तिथि मजबूत। महंगाई के आंकड़े हमारे पक्ष में है।

Justice Ranjan Gogoi is 46th CJ India.


President Ram Nath Kovind administered the oath to Justice Gogoi at a ceremony which took place in Rashtrapati Bhavan’s Darbar Hall.

Justice Gogoi’s father Sh. Keshab Chandra Gogoi was a Chief minister under the Indian National Congress regime in the state of Assam in the year 1982.


Justice Ranjan Gogoi took oath as the as the 46th Chief Justice of India on Wednesday as he succeeded Justice Dipak Misra.

President Ram Nath Kovind administered the oath to the 63-year-old Justice Gogoi at a ceremony which took place in Rashtrapati Bhavan’s Darbar Hall.

Justice Gogoi’s father Sh. Keshab Chandra Gogoi was a Chief minister under the Indian National Congress regime in the state of Assam in the year 1982.

Justice Gogoi will have a tenure of a little over 13 months and would retire on November 17, 2019.

He was appointed as a judge of the Supreme Court on April 23, 2012.

Born on November 18, 1954, Justice Gogoi was enrolled as an advocate in 1978. He practised in the Gauhati High Court on constitutional, taxation and company matters.

He was appointed as a permanent judge of the Gauhati High Court on February 28, 2001. On September 9, 2010, he was transferred to the Punjab and Haryana High Court.

He was appointed as Chief Justice of Punjab and Haryana High Court on February 12, 2011.

Justice Gogoi was one of the four Supreme Court judges who had revolted against CJI Misra earlier this year. The other three were Justice J. Chelameswar, Justice Madan B. Lokur and Justice Kurian Joseph.

In an unprecedented move, the four senior-most judges of the apex court had held a press conference in January this year raising, among other things, questions over assigning cases to different judges by the CJI.

Earlier in September, CJI Misra had recommended Justice Gogoi as his successor as per the established practice of naming for the post the senior-most judge after the CJI.

The appointment of members of the higher judiciary is governed by the Memorandum of Procedure, which says “appointment to the office of the Chief Justice of India should be of the senior-most judge of the Supreme Court considered fit to hold the office”.

The protocol stipulates that the law minister will, at an appropriate time, seek recommendation of the outgoing CJI for the appointment of a successor. Once the CJI makes the recommendation, the law minister puts it before the Prime Minister who then advises the President on the matter.

After President Ramnath Kovind signed warrants of Justice Gogoi’s appointment , a notification was issued announcing his appointment.

गंभीर बीमारी से जूझ रहे पर्रीकर इलाज करवाने दिल्ली गए और कांग्रेस राजभवन


सोमवार को भी कांग्रेस के 14 विधायक राजभवन गए थे. लेकिन तब वहां राज्यपाल मृदुला सिन्हा को न पाकर प्रतिनिधिमंडल सरकार बनाने का दावा पेश करने वाली चिट्ठी वहीं छोड़कर लौट आया था


राज वशिष्ठ

चंडीगढ़:

“चील कौव्वों से भर गया आँगन, कोई उम्मीद मर गयी होगी.”

रामेन्द्र जाखू का यह शेर गोवा कि सियासत पर सटीक बैठता है, मोहन पर्रीकर अपनी बीमारी का इलाज करवाने दिल्ली क्या गए कांग्रेसी राजभवन पहुँच गए और सत्ता पर अपना दावा ठोक दिया. यही इनकी राजनीति है. 

गोवा में सियासी उठापटक का सिलसिला जारी है. सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के विधायक सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए आज यानी मंगलवार को एक बार फिर राजभवन जाएंगे.

इससे पहले सोमवार को कांग्रेस के 14 विधायक राजभवन गए थे. लेकिन तब वहां राज्यपाल मृदुला सिन्हा को न पाकर प्रतिनिधिमंडल सरकार बनाने का दावा पेश करने वाली चिट्ठी वहीं छोड़कर लौट आया था.

गोवा कांग्रेस का कहना कि मनोहर पर्रिकर के बीमार रहने से राज्य के विकास के काम पिछले कुछ महीने से ठप पड़ गया है.

बता दें कि गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर पिछले कुछ समय से गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं. उनकी बीमारी को देखते हुए किसी नए को यहां सरकार की कमान देने की अटकलें लगाई जा रही हैं. हालांकि बीजेपी लगातार ऐसी संभावना से इनकार किया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर बीते रविवार को पर्रिकर को विशेष विमान से दिल्ली लाया गया था. यहां इलाज और चेकअप के लिए उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया है.

मनोहर पर्रिकर बीते 7 महीने से 3 बार इलाज के सिलसिले में अमेरिका होकर लौटे हैं.

पेट्रोल 55 और डीजल 50 रुपए लीटर मिलेगा: गडकरी


केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘हमारा पेट्रोलियम मंत्रालय एथेनॉल बनाने के लिए पांच प्लांट लगा रहा है, एथेनॉल लकड़ी और नगर निगम के कचरे से बनाया जाएगा’


पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बायोफ्यूल के उपयोग का तरीका सुझाया है. गडकरी ने कहा, मैं 15 वर्षों से कह रहा हूं कि किसान और आदिवासी बायोफ्यूल बना सकते हैं. जिससे हवाई जहाज तक उड़ सकता है. हमारी नई तकनीक से बनी गाड़ियां किसानों और आदिवासियों द्वारा बनाए गए एथेनॉल से चल सकती हैं.

इसी के साथ उन्होंने पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों का भी जिक्र किया. सोमवार को एक सभा को संबोधित करते हुए नितिन गडकरी ने कहा, हम पेट्रोल और डीजल के आयात पर 8 लाख करोड़ रुपए खर्च करते हैं. पेट्रोल की कीमत में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. डॉलर की तुलना में रुपए की कीमत घट रही है.’

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ANI

एथेनॉल है पेट्रोल-डीजल का विकल्प

केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘हमारा पेट्रोलियम मंत्रालय एथेनॉल बनाने के लिए पांच प्लांट लगा रहा है. एथेनॉल लकड़ी और नगर निगम के कचरे से बनाया जाएगा. इसके बाद डीजल की कीमत 50 रुपए प्रति लीटर और पेट्रोल का विकल्प 55 रुपए प्रति लीटर पर उपलब्ध होगा.’

दरअसल पिछले कुछ दिनों से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार वृद्धि हुई है. और फिलहाल पेट्रोल और डीजल के दाम अब तक के सबसे उच्चतम कीमत पर पहुंच गए हैं. इसके चलते सोमवार को कांग्रेस ने बंद का आयोजन भी किया था.

Shiv Sena’s situation is like the dog which doesn’t know which way to look at: Raj Thackeray


 

“Nation has been seeing this for the last four years. All they did was write editorial prices on diesel and petrol. They’ve no role left to play. They don’t know what they’re supposed to do. No need to give them importance,” Raj said.


Maharashtra Navnirman Sena (MNS) chief Raj Thackeray compared Shiv Sena to a dog after the latter’s claim that the Bharat Bandh failed in Maharashtra.

Thackeray, whose party participated in the nationwide shutdown call given by the Congress, said Shiv Sena’s situation is like the dog which doesn’t know which way to look at.

“There’s a breed of dog which doesn’t know which way to look at. Same is Shiv Sena’s situation. When their money gets stuck, they talk of stepping out of alliance, when their work is done, they go silent,” he was quoted as saying by ANI.

Mocking the party led by his cousin and founder Balasaheb Thackeray’s son Uddhav, Raj Thackeray said that there was no need to pay attention to Shiv Sena because they are clueless.

“Nation has been seeing this for the last four years. All they did was write editorial prices on diesel and petrol. They’ve no role left to play. They don’t know what they’re supposed to do. No need to give them importance,” he said.

MNS activists led protests in Mumbai, Thane, Palghar, Pune, Nashik and others areas of the state.

In Dadar, MNS activists broke police cordons and waved black flags as the motorcade of Chief Minister Devendra Fadnavis zoomed past. In Andheri, they attempted to stop the Mumbai Metro Rail but there were no major dislocations in the services.

Earlier today, the Shiv Sena, which is an ally of the Bharatiya Janata Party (BJP) in the state and the Centre, said that the Bharat Bandh failed to generate desired impact in Maharashtra because the Uddhav Thackeray-led party was not “consulted” over the protest.

The Congress had approached Sena, which has openly criticised the BJP and Prime Minister Narendra Modi over a host of issues, only on Sunday. Sena turned down the request.

Senior Sena leader and Rajya Sabha MP Sanjay Raut Monday said the bandh would have generated better impact had the Congress consulted his party in advance.

“Those who do not understand Maharashtra had called for the bandh just ahead of Ganesh festival (beginning September 13). It was a wrong timing. Even the Goa congress did not participate in the bandh because of the Ganesh festival,” Raut told a Marathi news channel.

Maharashtra Minister of State for Home Deepak Kesarkar, who is from the Shiv Sena, said the bandh was observed only in half of Maharashtra.

Kesarkar said the bandh evoked “some” response because it was organised for a good cause, but not to the expectations of the Congress leadership.

“Based on a preliminary report with me, the success rate of the bandh across the state was around 47% to 50%, but I don’t want to politicise the protest,” he told reporters.

The nationwide shutdown was called by the Congress and other opposition parties to protest against the rising fuel prices.

Chief Minister Devendra Fadnavis (BJP) has already stated that his administration was exploring ways to slash the fuel prices.

“Some states in the country are largely dependent on revenue that comes from levying taxes on fuel. If fuel is brought under the ambit of the GST, these states will not benefit on the fiscal front and their economy might be in trouble,” Kesarkar said.

He said the prices of fuel can be brought down if all states come together.

Sudha Bhardwaj denies Maharashtra police’s claims, terms letter “concocted”, “fabricated”

Sudha-Bhardwaj


At a press conference in Mumbai on Friday, the Maharashtra Police said that Bharadwaj had written a letter to a certain “Comrade Prakash”.


Activist Sudha Bharadwaj, who was arrested along with four others on 28 August, rejected the Maharashtra Police’s accusation that the accused had “clear links” with Maoists. In a hand-written statement issued on 1 September, Bharadwaj, who is currently under house arrest, said the police had “totally concocted” a letter to implicate her.

“It is a totally concocted letter fabricated to criminalise me and other human rights lawyers, activists and organisations,” the letter read.

Bharadwaj’s statement was shared through her lawyer Vrinda Grover.

At a press conference in Mumbai on Friday, the Maharashtra Police said that Bharadwaj had written a letter to a certain “Comrade Prakash”. The police had also read out passages from seized letters allegedly establishing the links between the Naxals and those arrested.

Bharadwaj, a visiting professor of Law-Poverty and tribal rights at the National Law University (NLU), Delhi, said that the purported letter shown by the police is a “mixture of innocuous”.

She claimed a number of human rights lawyers, activists and organisations were deliberately named to cast a stigma over them, obstruct their work and incite hatred against them.

“I categorically state that I have never given Rs 50,000 to hold any programme in Moga. Nor do I know any Comrade Ankit who is in touch with Kashmiri separatists,” she wrote.

The activist, who is also the general secretary of People’s Union for Civil Liberties (PUCL) in Chhattisgarh, said that she knows Gautam Navlakha as “a senior and respected human rights activist whose name has been mentioned in a manner to criminalise and incite hatred against him”.

Navlakha is journalist and civil rights activist who is also involved with PUCL. He has also served as a convener for International People’s Tribunal for Human Rights and Justice in Kashmir. He was picked up by the Pune Police from New Delhi on the same day as the other four.

Early this week, the police raided the homes of activists and lawyers from five states – Varavara Roa in Hyderabad, Vernon Gonsalves and Arun Ferreira in Mumbai, Bharadwaj in Fariadabad and Navalakha in Delhi. All five were arrested.

Lawyers of the arrested activists slammed the Pune Police for trying to indulge in media trial by publicly sharing sensitive information that is part of investigation.

“What police has done today in the press conference is wrong. Even defence lawyers do not have access to these documents, which the police claim as evidence against accused persons. It is clear that the police is indulging in media trial to put pressure on the judiciary,” Rohan Nahar, lawyer for P Varavara Rao, was quoted as saying by Indian Express.

Vernon Gonsalves’ lawyer Tosif Shaikh, too, backed the “media trial” claim stating that the police does not have strong evidence to prove allegations.

On Friday, ADG (Law and Order), Maharashtra Police, Parambir Singh said at a press conference in Mumbai that the arrests were made only after “we were confident that clear links have been established”.

“Evidence clearly establishes their roles with Maoists,” he said adding that letters exchanged between the activists point to the plotting of a “Rajiv Gandhi-like” incident

तरुण सागर जी के ब्रह्मलीन होने की खबर सुनकर आहत हूं: अनिल विज

 

 

अम्बाला- जैन मुनि तरुण सागर जी के निधन पर हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने व्यक्त किया शोक।

अम्बाला- विज ने कहा समाज को सही दिशा दिखाने में हमेशा याद किया जायेगा तरुण सागर जी का योगदान।

अम्बाला- विज ने कहा- तरुण सागर जी के ब्रह्मलीन होने की खबर सुनकर आहत हूं।