केजरीवाल के घर को लेकर अजय माकन का बड़ा दावा : 45 नहीं 171 करोड़ हुए खर्च
कांग्रेस नेता अजय माकन ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि केजरीवाल के महल में मात्र 45 करोड़ रुपये खर्च नहीं हुए, अरविंद केजरीवाल के महल पर 171 करोड़ रुपये खर्चा हुआ है। दिल्ली की जनता का 171 करोड़ रुपये का खर्चा कोविड के समय में, जब दिल्ली के लोग आक्सीजन के लिए तरस रहे थे, हॉस्पिटल को और बेड को तरस रहे थे। यह खर्चा उस समय हुआ, जब गरीब आदमी खाने को तरस रहे थे।
- केजरीवाल सरकार भ्रष्ट है जो 171 करोड़ का खुद का महल बनाए वो किस बात का आम आदमी? :अजय माकन
- लोकपाल को लेकर केजरीवाल अब चुप क्यों हैं? : अजय माकन
डेमोक्रेटिक फ्रन्ट(ब्यूरो) नई दिल्ली – 07 मई :
दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सीएम आवास को लेकर लगातार आरोप प्रत्यारोप का माहौल बना हुआ है। भारतीय जनता पार्टी से लेकर कांग्रेस सीएम केजरीवाल को इस मुद्दे पर घेरते हुए नजर आ रही है। कांग्रेस नेता अजय माकन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीएम केजरीवाल पर गंभीर आऱोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, केजरीवाल खुद को आम आदमी दिखाने के लिए अपनी साइज से बड़े कपड़े पहनते हैं, एक रुपए की कलम रखते हैं और चप्पल पहनते हैं। उन्होंने दावा कर कहा, केजरीवाल का महल 45 करोड़ नहीं बल्कि 171 करोड़ का बना है। कांग्रेस नेता बोले, असल सादगी की मिसाल तो पूर्व सीएम शीला दीक्षित थीं।
अजय माकन ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग सिर्फ दिखावा करने के लिए आम आदमी हैं, आम आदमी दिखने के लिए जेब में एक रुपये वाला पेन लगाकर घूमते हैं। जो हलफनामा देते थे कि वो पूरी जिंदगी आम आदमी की तरह रहेगी, उन्होंने अपने मकान बनाकर सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। दिल्ली में अगर सादगी की कोई मिसाल है तो वो पूर्व सीएम शीला दीक्षित थीं। अरविंद केजरीवाल ने अपने महल को बनाने में, सजाने में जितना पैसा खर्च कर दिया उतना तो शीला दीक्षित की पूरी कैबिनेट 15 सालों में खर्च नहीं कर पाई।
उन्होंने आगे कहा कि इस निर्माणाधीन परिसर में 22 ऑफिसर्स के फ़्लैट हैं, जिन्हें तोड़ा और खाली कराया गया है। जिसकी भरपाई करने के लिए सरकार ने कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज में करीब 126 करोड़ के 21 टाइप-5 फ्लैट खरीदे हैं। बता दें कि इससे पहले भाजप ने अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री आवास की मरम्मत और सजावट पर 45 करोड़ रुपये का खर्चा आया है।
सीएम के बंगले पर खर्चे को लेकर कुछ दिन पहले दिल्ली की सड़कों पर केजरीवाल के खिलाफ पोस्टर लगे दिखाई दिए, जिसमें सीएम से मरम्मत के नाम में करोड़ों को खर्च का हिसाब पूछा जा रहा है। इन पोस्टरों पर लिखा है कि ये पैसा तो मेरे टैक्स का है। बताया जा रहा है दिल्ली की सड़कों पर यह पोस्टर अभियान दिल्ली नाम के एक एनजीओ ने लगाए हैं। यह पोस्टर दिल्ली की मुख्य तीन सड़कों आम आदमी पार्टी कार्यालय डीडीयू मार्ग, आईटीओ, बहादुर शाह जफर मार्ग पर लगाए गए।
अजय माकन ने कहा, केजरीवाल के शराब घोटाले की पहली शिकायत कांग्रेस ने की थी। केजरीवाल सरकार भ्रष्ट है जो 171 करोड़ का खुद का महल बनाए वो किस बात का आम आदमी? लोकपाल को लेकर केजरीवाल अब चुप क्यों हैं? हर पार्टी को केजरीवाल का असली चरित्र समझना चाहिए। केजरीवाल भ्रष्टाचार के पैसे का इस्तेमाल कांग्रेस के खिलाफ कर रहे हैं और बीजेपी को मजबूत कर रहे हैं।