सरकार को बदलने का वक्त आया -घोड़ेला

  • बदला-बदली की सरकार को बदलने का वक्त आया -घोड़ेला
  • कांग्रेस उम्मीदवार रामनिवास घोड़ेला ने चलाया जनसंपर्क अभियान

मुनिश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 17 सितंबर :

चेहरे बदलने से कुछ नहीं होता,बदलाव के लिए व्यवस्था बदलनी पड़ती है। बरवाला हल्का ही नहीं पूरे हरियाणा प्रदेश के लिए जनहित के लिए व्यवस्था में बदलाव कांग्रेस पार्टी ही कर सकती है। यह बात बरवाला हल्का से कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार रामनिवास घोड़ेला ने ढाणी रायपुर,रायपुर,शिकारपुर,खरड़-अलीपुर,खोखा,खरखड़ी,नियाणा,पान्ना आलमपुर व मिल गेट एरिया में अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान मतदाताओं को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आम जनता के हित कांग्रेस सरकार में सुरक्षित हैं। घोड़ेला ने कहा कि प्रदेश की भाजपा की बदला-बदली की सरकार को अब बदलने का वक्त आ गया है। भाजपा के 10 वर्ष के कार्यकाल में बदला और बदली के अलावा कोई भी जनकल्याणकारी काम नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि बरवाला हलके के मतदाताओं के सहयोग से मुझे एक बार फिर आपकी सेवा करने का मौका मिलेगा। अब प्रदेश की जनता चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनाने का मन बना चुकी है। कांग्रेस सरकार में आमजन के हित के कार्य करवाए जाएंगे। घोड़ेला ने कहा कि10 साल से जिस घड़ी का हरियाणा की जनता इंतजार कर रही थी वो घड़ी आ गई है। आज पूरा देश आज हरियाणा की तरफ देख रहा है। 10 साल के बाद प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनाने का मौका आया है, इस मौके को चूकना नहीं है।रामनिवास घोड़ेला ने कहा कि सबको मिलकर चुनाव लड़ना है। हरियाणा में कांग्रेस की जीत की गूंज दिल्ली तक सुनाई देगी। उन्होंने लोगों को बीजेपी और बीजेपी की बी-टीम बनी वोटकाटू पार्टियों से सावधान रहने की बात करते हुए कहा कि 10 वर्षों में हरियाणा को लूटने और बेरोजगारी में नंबर 1 बनाने वाली बीजेपी ने एक बार फिर से मतदाताओं से विश्वासघात करने की साजिश रची है। बीजेपी के इशारे पर कई वोटकाटू पार्टियां और उनके उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे हैं। ऐसी वोटकाटू पार्टियां बीजेपी के इशारों पर टिकट भी बाँट चुकी हैं। बीजेपी सरकार के 10 साल के कुशासन से लोग दुखी हैं और हरियाणा ने अब बदलाव का फैसला कर लिया है। घोड़ेला ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस के पक्ष में चल रही प्रचंड लहर का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रदेश के कोने-कोने से एक ही आवाज़ आ रही है बीजेपी जा रही है, कांग्रेस आ रही है। इस मौके पर कांग्रेस पार्टी के नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

चुनाव से चंद दिन पहले ही यहां के लोगों की याद आई

  • चुनाव में ऐसे उम्मीदवार हैं जिन्हें चुनाव से चंद दिन पहले ही यहां के लोगों की याद आई है   : रामनिवास राड़ा
  • कांग्रेस उम्मीदवार रामनिवास राड़ा ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में किया चुनाव प्रचार

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 17      सितंबर :

हिसार के लोग मेरे परिवार के समान हैं और जिस प्रकार परिवार में कोई भी बड़ा कार्य होता है तो पूरा परिवार मिलजुल कर उसे करता है। उसी प्रकार इस चुनाव में हिसार की जनता मेरा साथ दे रही है। ये चुनाव मैं नहीं हिसार की जनता लड़ रही है। यह बात कांग्रेस उम्मीदवर रामनिवास राड़ा ने शहर में चुनाव प्रचार के दौरान शहरवासियों को संबोधित करते हुए कही।
रामनिवास राड़ा ने कहा कि हिसार के चुनाव में ऐसे उम्मीदवार हैं जिन्हें चुनाव से चंद दिन पहले ही यहां के लोगों की याद आई है। पिछले एक दशक से उन्हें लोगों से कोई लेना-देना नहीं था लेकिन अब उन्हें यहां के लोग अच्छे लगने लग गए हैं। शहर के बड़े घराने के इन लोगों से मिलने के लिए लोग तरसते हैं। विपक्षी दल भाजपा के उम्मीदवार को तो हिसार शहर की जनता पर थोपा गया है। 
रामनिवास राड़ा ने कहा कि 10 साल भाजपा की सरकार रही और यहां के विधायक मंत्री तक रहे लेकिन उन्होंने 10 साल के शासन काल में हिसार के हालात कस्बों जैसे कर दिए हैं। शहर की स्ट्रीट लाइट पर तिरंगा लाइट लगाकर वे इंदौर से हिसार की बराबरी कर रहे हैं जबकि हिसार के हालात असली कहानी बयां कर रहे हैं। जरा सी बरसात में पूरे शहर में पानी भर जाता है। बरसाती नाले की सफाई पर कोई ध्यान नहीं है। सीवरेज व्यवस्था बेहद खराब हालात में है। शहर के अनेक क्षेत्रों में पानी की सप्लाई में सीवरेज का पानी मिक्स होकर आ रहा है। बेसहारा पशुओं के चलते आए दिन कोई न कोई हादसे का शिकार हो जाता है। शहर में दिन दहाड़े धमकी, अपहरण, छीना-छपटी लूटपाट जैसी वारदातें हो रही हैं। ऐसा लग रहा है कि शहर का कोई वालि- वारिस ही नहीं है। 

13वां श्री विश्वकर्मा पूजा समारोह का हुआ आयोजन

भजन गायकों ने दी मनमोहक भक्तिमय प्रस्तुति, श्रद्धालु हुए भाव विभोर

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  17 सितंबर:

श्री विश्वकर्मा पूजा समिति, चंडीगढ़ द्वारा रायपुर खुर्द में 13वां विश्वकर्मा पूजा समारोह का आयोजन समिति के प्रधान दिलीप यादव के नेतृत्व में किया गया। इस अवसर भव्य हवन कर भगवान श्री विश्वकर्मा की मंत्रोच्चारण के साथ पूजा विधि विधान से की गई।

इस अवसर पर भाजपा, चंडीगढ़ के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष व हिमाचल प्रदेश के सह-प्रभारी संजय टंडन ने मुख्यअतिथि के तौर पर शिरकत की जबकि कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के तौर पर नगर निगम के पूर्व डिप्टी मेयर व पार्षद हरजीत सिंह, पूर्व  डिप्टी मेयर अनिल दुबे, तथा अन्यों में जीत सिंह, मंगत राम, दलबीर सिंह, नौनिहाल सिंह सोढी, लक्ष्मण सिंह उपस्थित है।

वहीं दूसरी ओर समिति द्वारा भगवान श्री विश्वकर्मा जी का जागरण व भजन समारोह आयोजित किया गया। जिसमें भजन गायकों ने एक से बढ़कर एक भजन गाकर श्रद्धालुओं मंत्र मुग्ध कर दिया। इतना ही नही इस अवसर पर भजन गायकों ने सुंदर भजनों में ओम् हरे विश्वकर्मा प्यारा, कोटि कोटि नमन हमारा.,हे विश्वकर्मा जय हो तुम्हारी, आदि ’नारायण जय हो तुम्हारी’ जैसे भजन गाकर श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया।

इस अवसर पर समिति के प्रधान दिलीप यादव ने बताया कि समिति द्वारा 13वर्षों से भगवान विश्वकर्मा जी की पूजा अर्चना करती आ रही है। उन्होंने बताया कि भगवान विश्वकर्मा जी का मूर्ति विसर्जन 18 सितंबर का घग्गर नदी में विधि विधान से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम को सफल बनाने में सुनील ठेकेदार, सिंघासन यादव, संजय झा, पंकज पांडेय, राजन गिरि, अमित कुमार, राजेश्वर यादव, अमोध यादव, राजीव गिरी, कर्म कुशवाहा, मुन्नी लाल, ललित कुमार राऊत, शर्मानंद ठाकुर,जयकरन यादव, जितेन्द्र कुशवाहा, राकेश चौहान, विरेंदर गुप्ता, गुरदेव यादव, पवन यादव ने विशेष योगदान दिया, जिनका वे आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने बताया कि भगवान के पूजन के उपरांत विशाल भंडारा आयोजित किया गया था।

पंचांग, 17 सितम्बर 2024

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं : तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 17 सितम्बर 2024

नोटः आज अन्नत चतुर्दशी व्रत एवं पूजन है। तथा मेला बाबा सोढ़ल (जालन्धर) श्री सत्यनारायण व्रत कथा कदली व्रत पूजन प्रोष्ठपदी-महालय श्राद्ध प्रारम्भ तथा पूर्णिमा का श्राद्ध है।

अन्नत चतुर्दशी का त्योहार भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष के चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। हिदू धर्म में इस त्योहार का बहुत बड़ा महत्व है. इसे अन्नत चतुर्दशी के नाम से जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के अनंत रूप की पूजा की जाती है.वैदिक मान्यता यह है की अन्नत भगवान ने सृष्टि के आरम्भ में चौदह लोको यानि तल, अतल, वितल, सुतल, तलातल,रसातल,पाताल,भू ,भुवः,स्वः,जन ,तप ,सत्य और मह की रचना की थी इन सभी लोको के पालन और रक्षा करने के लिए वह विष्णु ने स्वयं भी चौदह रूप में प्रगट हुए थे। जिससे लोक में अन्नत प्रतित होने लगे इसलिए अन्नत चतुर्दशी का व्रत भगवान विष्णु को प्रसन्न करने तथा अनंत फल देने वाला यह व्रत होता है। मान्यता यह है इस दिन भगवन विष्णु के अनंत स्वरूप माता यमुना तथा शेषनाग की पूजा की जाती है इस पूजा से भक्तो का कल्याण होता है।

जालंधर शहर में भादों के महीने में शुक्ल पक्ष के 14वें दिन हर साल बाबा सोढल मेला आयोजित किया जाता है। पंजाब के मेलों की सूची में इनका प्रमुख स्थान है। मेला बाबा सोढल की महान आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आयोजित किया जाता है। देशभर से लाखों श्रद्धालु इस मेले में सोढल बाबा के दर्शन करने आते हैं।

‘स्वर्गफल’ कदली जिसका वृक्ष देवभूमि की आराध्य मां नंदा एवं सुनंदा के लिए अर्पण को तत्पर रहता है। खास बात है मां नंदा-सुनंदा की प्रतिमा के लिए योग्य वृक्ष के चयन की प्रक्रिया बड़ी अद्भुत व आध्यात्म पर आधारित है। केले के बागान (किंवाड़ी) में शुभ मुहूर्त में पुरोहित अभिमंत्रित चावल फेंकते हैं। तभी मां को अर्पित किए जाने योग्य कदली वृक्ष का तना व उसकी पत्तियां अप्रत्याशित रूप से हिल कर संकेत दे देता है। पंडित या शास्त्री एवं यजमान उसी वृक्ष का चयन कर गंगा जल से स्नान करा तिलक-चंदन एवं लाल व सफेद वस्त्र बांधते हैं। उसे काटे जाने तक बाकायदा नियमित पूजन किया जाता है। मुहूर्त के अनुरूप पेड़ का चुनाव कर गंगा जल स्नान, टीका-चंदन व लाल व सफेद वस्त्र बांध अभिषेक किया जाता है।

प्रोष्ठपदी पूर्णिमा और महालय श्राद्ध, दोनों ही श्राद्ध से जुड़े त्योहार हैं

पूर्णिमा के श्राद्ध को ऋषि तर्पण कहा जाता है। इस दिन अगस्त्य मुनि का तर्पण किया जाता है। इन्होंने ऋषि मुनियों की रक्ष के लिए एक बार समुद्र को पी लिया था और दो असुरों को भी खा गए थे। इन्हीं के सम्मान में श्राद्ध पक्ष की पूर्णिमा तिथि को इनका तर्पण करके पितृपक्ष की शुरुआत की जाती है।

महालय श्राद्धमहालय पक्ष भाद्रपद कृष्ण प्रतिपदा से लेकर अमावस्या तक होता है. इस दौरान श्राद्ध करना ज़रूरी होता है। महालय श्राद्ध में पितृ और मातृ पक्ष के तत्काल पूर्वजों के अलावा, दोनों पक्षों के अन्य रिश्तेदारों और गुरुओं, प्रिय मित्रों आदि को भी विशेष प्रसाद दिया जाता है। प्रोष्ठपदी पूर्णिमाभाद्रपद पूर्णिमा को प्रोष्ठपदी पूर्णिमा भी कहते हैं। यह पितृ पक्ष शुरू होने से एक दिन पहले पड़ती है। इस दिन श्राद्ध किया जाता है। लेकिन यह पितृ पक्ष का हिस्सा नहीं होता. इस दिन तीन पीढ़ियों के वसु-रुद्र-आदित्य स्वरूप पितृ देवों को संबोधित करते हुए श्राद्ध किया जाता है।

Remaining Time -11:00Close Player

विक्रमी संवत्ः 2081, 

शक संवत्ः 1946, 

मासः  भाद्रपद़ 

पक्षः  शुक्ल, 

तिथिः  चतुर्दशी प्रातः काल 11.45 तक है, 

वारः मंगलवार। 

नोटः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर मंगलवार को धनिया खाकर, लाल चंदन,मलयागिरि चंदन का दानकर यात्रा करें।

नक्षत्रः  शतभिषा दोपहर काल 01.53 तक है, योग वैधृति प्रातः काल 07.48 तक है, 

करणः वणिज, 

सूर्य राशिः कन्या, चन्द्र राशिः कुम्भ, 

राहू कालः अपराहन् 3.00 से 4.30 बजे तक,

सूर्योदयः 06.11, सूर्यास्तः 06.20 बजे।

किसान मजदूर आयोग की कॉन्फ्रेंस आयोजित

किसान मजदूर आयोग की कॉन्फ्रेंस आयोजित, राजनीतिक दलों से कृषि घोषणापत्र मांग

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 16     सितंबर :

हरियाणा के कृषि परिदृश्य के एजेंडा को प्रदेश के राजनीतिक पटल पर रखने हेतु किसान मजदूर आयोग, नेशन फॉर फार्मर्स और आल इंडिया बैंक आफिसर्स को-फैडरेशन के बैनर तले किसान-खेत मजदूर संगठनों की कांफ्रेंस किसान भवन, चंडीगढ़ मे आयोजित की गई। शीघ्र होने जा रहे हरियाणा विधानसभा चुनाव के दृष्टिगत प्रदेश के राजनीतिक दलों व जनता के समक्ष हरियाणा के कृषि क्षेत्र से जुड़े महत्वपूर्ण विषय पर विमर्श करने हेतु आयोजित की गई इस कांफ्रेंस में विभिन्न किसान संगठनों, शोधकर्ताओं, ट्रेड यूनियन, कृषि विशेषज्ञ एवं अन्य संगठन के वक्ताओं ने अपने सुझाव रखे। इस कार्यक्रम में पी साईं नाथ, देवेन्द्र शर्मा, दिनेश अब्रोल, हन्नान मोल्ला, जगमोहन सिंह, इंद्रजीत सिंह, बलजीत भ्यान, धर्म सिंह,राजेन्द्र चौधरी, जगमति सांगवान, कृति हन्ना मोल्ला, करनैल सिंह, निखिल डे, दिनेश एब्रॉल, इंद्रजीत सिंह, बलजीत सिंह, जगमति सांगवान, जे एस गिल, बलविंदर टिवाना, गुरबक्श मोंगा, प्रियव्रत, इत्यादि ने अपने विचार रखे।

वक्ताओं ने कहा कि हरियाणा एक कृषि- प्रधान प्रदेश है और आधे से ज्यादा जनसंख्या की आजीविका प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर कृषि पर निर्भर है। यह प्रदेश विभिन्न चुनौतियों का सामना कर रहा है, यहाँ निरंतर शहरीकरण, अत्यधिक दोहन से घटते भू-जल स्तर, सीमित संसाधनों पर बढ़ते जनसंख्या के बोझ और जंगल के 3.6 प्रतिशत भूमि तक सीमत रह जाने के कारण खेती को अत्यधिक नुकसान पहुँच रहा है। मौसम में भयानक परिवर्तन के कारण गर्मियों में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है और असंतुलित व बे-मौसमी बारिश कृषि व लोगों के जीवन को बुरी तरह प्रभावित कर रहे हैं । प्रदेश के सभी 22 जिले जलवायु परिवर्तन के मामले में अत्यधिक संवेदनशील हैं। 22 में से 16 जिले 100 प्रतिशत से जायदा भूजल का दोहन कर रहे हैं। भारतीय मरुस्थलियाकरण एवं भूमि क्षर्ण एटलस 2021 बताता है की प्रदेश में भूमि का 8.24 प्रतिशत हिस्सा खेती लायक नहीं बचा।
प्रदेश में लगातार गहराता कृषि संकट यहां रहने वाली आबादी के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। खेती लगातार घटे का सौदा बनती जा रही है और किसानों पर कर्जे का बोझ बढ़ता जा रहा है। 70 के दशक के दौरान 34.9 प्रतिशत खेती से जुड़े परिवार कर्जे में थे, जो की 80 के दशक में घट कर 11.61 प्रतिशत हो गया था और 2019 के आंकड़ो में यह 47.5 प्रतिशत हो गया। 2019 के राष्‍ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) के आंकड़ों के अनुसार 39.6 प्रतिशत किसानी परिवार कर्जे में डूबे हुए हैं और इस में साफ दिखता है कि 2000 के बाद से लगातार बैंकों से लिए गए कर्जे का हिस्सा घटा है और निजी साहुकारों से लिया गया कर्जा बढ़ रहा है।

2022 के एक सर्वेक्षण में भी यह पाया गया कि औसतन प्रत्येक किसान लगभग 6 लाख 4 हज़ार के कर्जे में है। इस कर्जे में भी बैंकों से लिए गए कर्जे का हिस्सा 66.71 प्रतिशत है और निजी साहुकारों से लिये गये कर्जे का हिस्सा 33.29 प्रतिशत है जिसमे ब्याज की दर 25 से 36 प्रतिशत तक है। कृषि के उत्पादन और उत्पादकता की दर की अस्थिरता के चलते लगातार कृषि से होने वाली आमदनी में कमी आई है। नहरी पानी से सींचित ज़मीन का रकबा घटना, भूजल पर निर्भरता बढ़ना, असंत्युलित रासायनिक खाद व कीटनाशक इत्यादि के अंधाधुंध इस्तेमाल में बढ़ोतरी, मिट्टी की उर्वरकता कम होने से लगातार उत्पादन की लागत बढ़ना आदि किसान की आय को घटा रहा है जो कि खतरे की घंटी है। इस लिए कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि हरियाणा में भी किसानी से जुड़े लोग आत्महत्या कर रहे हैं। 2022 में 266 व 2021 में 213 आत्महत्याएं दर्ज की गई हैं।

कृषि के आधारभूत ढांचे को विकसित करने के लिए सरकार द्वारा किये जाने वाले खर्च में लगातार कमी आई है। कृषि के ढांचे को विकशित करने के लिए जो खर्च सरकार को करना था उसके अभाव में सारा बोझ जाहिर है किसान के सर पर आ पड़ा है। सार्वजनिक क्षेत्र से कृषि में निवेश घटा कर, किसानों को कार्पोरेट पर निर्भर बनाया जा रहा है। केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही बजट में कृषि के लिए आवंटन में कटौती और निर्धारित हिस्से से भी कम खर्च कर रही हैं।

किसान-मज़दूर आयोग और नेशन फ़ॉर फ़ार्मर्स द्वारा मांग की गई कि यह बहुत ज़रूरी है कि हरियाणा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दलों के घोषणापत्रों और बहसों में कृषि क्षेत्र की महत्वपूर्ण मांगें शामिल की जाएं।

किसान-मज़दूर आयोग और नेशन फ़ॉर फ़ार्मर्स का मानना है कि किसानों और ग्रामीण मजदूरों के के हितों को ध्यान में रखते हुए सभी राजनीतिक दलों को निम्नलिखित बातों के लिए प्रतिबद्धता दिखानी चाहिए।

1) किसान-मजदूर आयोग की स्थापना सरकार द्वार की जाए। यह आयोग व्यवस्था द्वारा स्थापित निकाय की तरह काम करेगा, जिसमें सरकारी अधिकारियों के अलावा कृषि क्षेत्र के विशिष्ट जानकार शामिल होंगे। नई सरकार को कृषि संकट और उससे जुड़े मुद्दों पर हरियाणा विधानसभा में एक विशेष सत्र बुलाना होगा।

2) अक्टूबर में बनने वाली नई सरकार को हरियाणा में कपास, धान, गेहूं, दलहन, बाजरा, मक्का और गन्ने जैसी सभी फ़सलों के लिए मौजूदा और अपर्याप्त न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता दिखानी होगी। धान के लिए छत्तीसगढ़ और उड़ीसा की तर्ज पर 3100 रू एमएसपी दिया जाए। तमिलनाडु और केरल राज्य लंबे समय से केंद्र द्वारा तय एमएसपी पर बोनस बढ़ाकर देते रहे हैं। सी2+50 प्रतिशत के फार्मूला के तहत सभी फसलों की गारंटीशुदा खरीद सुनिश्चित करनी होगी। सरकार को तेज़ी से हस्तक्षेप करते हुए लागत में होती बेतहाशा वृद्धि को नियंत्रित करना होगा। पिछले काफी समय से सभी फ़सलों की उत्पादन लागत में बढ़ोतरी होती रही है।

3) नई सरकार को भूमि अधिकार से जुड़े मुद्दों को तत्काल अपने संज्ञान लाना होगा। हरियाणा की नई सरकार को अंधाधुन्द भूमि अधिग्रहण पर रोक लगनी होगी।
4) नई सरकार को काश्तकारों/बटाईदार किसानों के हितों की पहचान करनी होगी, उन्हें मान्यता देनी होगी और उनके अधिकारों की रक्षा करनी होगी। यह सुनिश्चित करना होगा कि कृषि से संबंधित सभी सरकारी योजनाओं का लाभ उन तक पहुंचे। किसान मज़दूर आयोग और नेशन फ़ॉर फ़ार्मर्स का मानना है कि ‘किसान’ होने की परिभाषा में, ज़मीन का मालिकाना हक़ रखने वाले किसान, भूमिहीन किसान (खेतिहर मज़दूर), बटाईदार किसान, महिला किसान, दलित किसान और पशुपालक किसान सभी शामिल हैं।
5) प्रधानमंत्री फ़सल बीमा योजना में आमूलचूल परिवर्तन लाना होगा। अन्य कई राज्य सरकारों द्वारा पहले से ही स्वतंत्र योजना शुरू की गई है या मूल योजना में बदलाव करते हुए उसे नए रूप में संचालित कर रही है। कृषि क्षेत्र में बीमा योजना की डोर सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियों के हाथों में होनी चाहिए, न कि कॉर्पोरेट बीमा कंपनियों के हाथों में, जिन्होंने इस योजना के हज़ारों करोड़ रुपए हड़पे हैं – और किसानों को बहुत मामूली लाभ मिला है। पूरे देश में किसानों के लाखों दावे नियमित तौर पर कॉर्पोरेट बीमा कंपनियों द्वारा ख़ारिज किए जा रहे हैं।
6) नई सरकार को हरियाणा में क़र्ज़ माफ़ी की प्रक्रिया से जुड़ी ख़ामियों को दूर करना होगा।
7) हरियाणा कृषि पर जलवायु परिवर्तन का असर काफ़ी तेज़ी से पड़ने लगा है। नई सरकार को किसानों और खेत मज़दूरों का स्वास्थ्य व सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जल्दी क़दम उठाने होंगे। उदाहरण के लिए, हर खेत में विश्राम करने के लिए आश्रयों के निर्माण की व्यवस्था करनी होगी। पिछली गर्मियों के मौसम में, खेतिहर मज़दूर 50 डिग्री सेल्सियस व उससे भी ज़्यादा तापमान में हाड़तोड़ मेहनत करने को मजबूर थे। सरकार को भंडारण, पशु बचाव और लोगों के आश्रय की साझा व्यवस्था स्थापित करने में मदद करनी होगी।
8) लगातार घटते भूजल की समस्याय के समाधान के लिए भूजल संचय की व्यवस्था करनी होगी। मेरा पानी मेरी विरासत योजना को सभी किसानो के लिए लागू किया जाए। ड्रिप सिंचाई योजना को पूर्ण सब्सिडी दि जाए।
9) असंतुलित रसायनिकी खेती से दूषित होती जलवायु को बचने के लिए मिश्रित संतुलित खेती विशेषकर दलहनी खेती को साथ में बढ़ावा दिया जाए। सभी ब्लोक स्तर पर कृषि विज्ञानं केन्द्रों का होना सुनिश्चित किया जाए तथा ग्राम सत्र पर किसानो को खेती से जुडी सलहा के लिए कृषि विज्ञानिक न्युक्त किये जाए।
10) मनरेगा को प्रदेश में मजबूत किया जाए साथ ही समय पर मजदूरी की अदायगी सुनिश्चित की जाए व 200 दिन का काम एवं 800 रुपये प्रतिदिन मजदूरी दी जाए ।
11) मनरेगा के अलावा भी भूमिहीन मज़दूरों को आजीविका के अन्य स्रोतों और सहायता की सख़्त ज़रूरत है। विशेष रूप से भूमिहीन महिला मज़दूरों को ज़मीन के छोटे टुकड़ों का अधिकार मिलना चाहिए, जिस पर वे पशुपालन, मुर्गी पालन कर सकें और अपना पेट पालने के लिए साग-सब्ज़ियां उगा सकें। सामुदायिक ज़मीनों और संसाधनों में उन्हें प्राथमिकता दी जाए। जल स्रोतों, सामुदायिक कुओं, ट्यूबवेल और ऐसे तमाम अन्य सार्वजनिक संसाधनों पर भूमिहीन किसानों को समान और संपूर्ण अधिकार मिलने चाहिए। उपरोक्त सभी उपायों में दलितों व पीछाड़ो का ख़ास ध्यान रखा जाना चाहिए।
12) छोटे व सीमांत किसानों और खेतिहर मज़दूरों के लिए, नई सरकार को तत्काल एक प्रभावी पेंशन योजना शुरू करनी होगी। बिखरती नज़र आती सार्वजनिक वितरण प्रणाली में भी नई जान फूंकने और उसे मज़बूत बनाने की ज़रूरत है।

13) नए स्थापित किसान- मजदूर आयोग को कृषि क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की समस्या और सिंचाई की निराशाजनक स्थिति को तुरंत संज्ञान में लेना होगा और उसका समाधान करना होगा। हरियाणा में इन दोनों क्षेत्रों में जारी लूट को ख़त्म करने से इसकी शुरुआत होनी चाहिए।

14) सहकारी एवं सामूहिक खेती के लिए नई सरकार को निति निर्धारण करना होगा। छोटे किसानो को साझा खेती शुरू करने की लिए सरकारी मदद मिले।

15) डिजिटल कारण के नाम पर किसानों पर बढाती निगरानी को रोका जाए तथा किसानों व खेती से जुड़े डाटा पर किसानो का अधिकार सुनिश्चित किया जाए। जनता को रहत पहुचने वाली सरकारी योजनाओं से लोगो को बहार रखना बंद किया जाए। सरकार द्वारा डाटा संचालन के लिए जरुरी तकनिकी उपकरण व सहयता किसानो उपलब्ध कराये जाए व समाधान केंद्र खोले जाए।

16) उपरोक्त उपायों का लाभ ग्रामीण इलाक़ों को होगा, लेकिन इनसे राज्य में पलायन के संकट और शहरों पर बढ़ते दबाव को भी कम किया जा सकेगा। सरकारी निवेश की इस प्रकृति का पूरे हरियाणा में कई गुना असर दिखेगा। ये उपाय
रोज़गार पैदा करेंगे, प्राकृतिक संसाधनों में नई जान फूंक देंगे, ख़ुशहाली बढ़ाएंगे और कृषि उत्पादकता में वृद्धि करेंगे।

राशिफल, 16 सितम्बर 2024

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा को अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – राशिफल, 16 सितम्बर 2024

aries
मेष/Aries

16 सितम्बर:

भागमभाग भरे दिन के बावजूद आपकी सेहत पूरी तरह दुरुस्त रहेगी। आपके पास आज पैसा भी पर्याप्त मात्रा में होगा और इसके साथ ही मन में शांति भी होगी। अपने जीवन-साथी के साथ बेहतर समझ ज़िन्दगी में ख़ुशी, सुकून और समृद्धि लाएगी। ख़ुशी के लिए नए संबंध की प्रतीक्षा करें। कार्यक्षेत्र में हालात आपके पक्ष में रुख़ करते मालूम होंगे। आप खुद को समय देना जानते हैं और आज तो आपको काफी खाली समय मिलने की संभावना है। खाली समय में आज आप कोई खेल-खेल सकते हैं या जिम जा सकते हैं। आज के दिन जीवन साथी पर किया गया संदेह आने वाले दिनों में आपके वैवाहिक जीवन पर बुरा प्रभाव डाल सकता है।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्या से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

वृष/Taurus

16 सितम्बर:

ख़ुद को सेहतमंद और दुरुस्त रखने के लिए वसायुक्त और तली-भुनी चीज़ों से दूर रहें। आज कोई लेनदार आपके दरवाजे पर आ सकता है और आपसे पैसे उधार मांग सकता है। उन्हें पैसे लौटाकर आप आर्थिक तंगी में आ सकते हैं। आपको सलाह दी जाती है कि उधार लेने से बचें। घरेलू मोर्चे पर समस्या खड़ी हो सकती है, इसलिए तोल-मोल कर ही बोलें। विवाह-प्रस्ताव के लिए सही समय है, क्योंकि आपका प्यार जीवन भर के साथ में बदल सकता है। आज आपका मन ऑफिस के काम में नहीं लगेगा। आज आपके मन में कोई दुविधा होगी जो आपको एकाग्र नहीं होने देगी। इस राशि वाले जातकों को आज खाली वक्त में आध्यात्मिक पुस्तकों का अध्ययन करना चाहिए। ऐसा करके आपकी कई परेशानियां दूर हो सकती हैं। आप शादीशुदा ज़िन्दगी से जुड़े चुटकुले सोशल मीडिआ पर पढ़कर खिलखिलाते हैं। लेकिन आज जब आपके वैवाहिक जीवन से जुड़ी कई प्यारी चीज़ें आपके सामने आएंगी, तो आप भावुक हुए बिना नहीं रह सकेंगे।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्या से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

16 सितम्बर:

मिथुन/Gemini

आपको अपनी सेहत के प्रति ज़्यादा सावधानी बरतने की ज़रूरत है, ख़ास तौर पर रक्तचाप के मरीज़ों को। नया आर्थिक क़रार अंतिम रूप लेगा और धन आपकी तरफ़ आएगा। घर को सजाने-संवारने के अलावा बच्चों की ज़रूरतों पर भी ध्यान दें। बच्चों के बिना घर आत्मा के बिना शरीर की तरह है, फिर चाहे वह कितना भी ख़ूबसूरत क्यों न हो। बच्चे घर में उत्साह और ख़ुशीयों की सौगात लाते हैं। अपने प्रिय के साथ सैर-सपाटे पर जाते समय ज़िंदगी को पूरी शिद्दत से जिएँ। आज कार्यालय में आपको कुछ अच्छा समाचार सुनने को मिल सकता है। आज घर के लोगों के साथ बातचीत करते दौरान आपके मुंह से कोई ऐसी बात निकल सकती है जिससे घर के लोग नाराज हो सकते हैं। इसके बाद घर के लोगों को मनाने में आपका काफी समय जा सकता है। आपको महसूस होगा कि आपका जीवनसाथी इससे बेहतर पहले कभी नहीं हुआ।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्या से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

कर्क/Cancer

16 सितम्बर:

अनचाहे ख़यालों को दिमाग़ पर कब्ज़ा न करने दें। शांत और तनाव-रहित रहने की कोशिश करें, इससे आपकी मानसिक दृढ़ता बढ़ेगी। दिन बहुत लाभदायक नहीं है- इसलिए अपनी जेब पर नज़र रखें और ज़रूरत से ज़्यादा ख़र्चा न करें। जिसपर आप यक़ीन करते हैं, मुमकिन है वह आपको पूरा सच न बता रहा हो। आपकी दूसरों को राज़ी करने की क्षमता आने वाली मुश्किल को हल करने में कारगर साबित होगी। आप अचानक गुलाबों की ख़श्बू से ख़ुद को सराबोर पाएंगे। यह प्यार की मदहोशी है, इसे महसूस करें। अपनी विशेषज्ञता का इस्तेमाल पेशेवर मामलों को सहजता से सुलझाने में करें। वक्त सेे हर काम को पूरा करना ठीक होता है अगर आप ऐसा करते हैं तो आप अपने लिए भी वक्त निकाल पाते हैं। अगर आप हर काम को कल पर टालते हैं तो अपने लिए आप कभी समय नहीं निकाल पाएंगे। आपका वैवाहिक जीवन इससे अधिक रंगों से भरा कभी नहीं रहा है।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्या से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Leo
सिंह/Leo

16 सितम्बर:

स्वास्थ्य के लिहाज़ से बहुत अच्छा दिन है। आपकी ख़ुशमिज़ाजी ही आपके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी करेगी। आर्थिक समस्याओं ने रचनात्मक सोचने की आपकी क्षमता को बेकार कर दिया है। अगर आप सामाजिक जलसों और कार्यक्रमों में भाग लेंगे, तो आप अपने संगी-साथियों की फ़ेहरिस्त में इज़ाफ़ा कर सकते हैं। आज आपकी मुस्कान बेमानी है, हँसी में वो खनक नहीं है, दिल धड़कने में आनाकानी कर रहा है; क्योंकि आप किसी ख़ास के साथ की कमी महसूस कर रहे हैं। आप पाएंगे कि आज लंबे वक़्त से अ‍टके कई सारे छोटे-छोटे, लेकिन अहम काम आप निबटाने में क़ामयाब हो रहे हैं। अगर आप यात्रा कर रहें है तो सभी ज़रूरी दस्तावेज़ साथ रखना न भूलें। पड़ोसियों का दख़ल शादीशुदा ज़िन्दगी में दिक़्क़त पैदा करने की कोशिश कर सकता है, लेकिन आप व आपके जीवनसाथी के बीच का बंधन बहुत मज़बूत है और इसे तोड़ना आसान नहीं है।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्या से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

कन्या/Virgo

16 सितम्बर:

आज आपके पास प्रचुर ऊर्जा होगी- लेकिन काम का बोझ आपकी खीज की वजह बन सकता है। आज आपको अपनी संतान की वजह से आर्थिक लाभ होने की संभावना नजर आ रही है। इससे आपको काफी खुशी होगी। नवयुवकों को स्कूल प्रोजेक्ट की बाबत कुछ राय लेने की ज़रूरत हो सकती है। अचानक हुई रोमांटिक मुलाक़ात आपके लिए उलझन पैदा कर सकती है। दफ़्तर की राजनीति हो या फिर कोई विवाद, चीज़ें आपके पक्ष में झुकी नज़र आएंगी। कई कामों को छोड़कर आप आज अपने पसंदीदा कामों को करने का मन बनाएंगे लेकिन काम की अधिकता के कारण आप ऐसा नहीं कर पाएँगे। आपके जीवनसाथी का मिज़ाज आज बढ़िया है। आपको कोई सरप्राइज़ मिल सकता है।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्या से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Libra
तुला/Libra

16 सितम्बर:

आज आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और प्रगति निश्चित है। आज आप अपने घर केे सदस्यों को कहीं घुमाने ले जा सकते हैं और आपका काफी धन खर्च हो सकता है। दोस्त शाम के लिए कोई बढ़िया योजना बनाकर आपका दिन ख़ुशनुमा कर देंगे। अगर आप अपने प्रिय को पर्याप्त समय न दें, तो वह नाराज़ हो सकता/सकती है। काम में मन लगाएँ और जज़्बाती बातों से बचें। आज इस राशि के कुछ छात्र लेपटॉप या टीवी पर कोई मूवी देखकर अपना कीमती समय जाया कर सकते हैं। आपके लिए यह ख़ूबसूरत रोमानी दिन रहेगा, लेकिन सेहत को लेकर थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्या से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

वृश्चिक/Scorpio

16 सितम्बर:

खेलों और आउटडोर गतिविधियों में भागीदारी आपकी खोयी ऊर्जा को फिर से इकट्ठा करने में आपकी मदद करेगी। व्यापार को मजबूती देने के लिए आज आप कोई अहम कदम उठा सकते हैं जिसके लिए आपका कोई करीबी आपकी आर्थिक मदद कर सकता है। आपके जीवन-साथी की लापरवाही संबंधों में दूरी बढ़ा सकती है। साथ में अपना क़ीमती समय बिताएँ और मीठी यादों को फिर से ताज़ा करें, ताकि पुराने दिनों को फिर से वापस लाया जा सके। आपके प्रिय की ख़राब तबियत के चलते रोमांस को दरकिनार होना पड़ सकता है। आज कार्यक्षेत्र में आपकेी ऊर्जा घर के किसी मसले को लेकर कम रहेगी। इस राशि के कारोबारियों को आज के दिन अपने साझेदारों पर नजर बनाए रखने की जरुरत है, वो आपको नुक्सान पहुंचा सकते हैं। आज अपनेे विवेक का इस्तेमाल करते हुए ही घर के लोगों से बातें करें अगर आप ऐसा नहीं करते तो बेवजह के झगड़ों की वजह से आपका समय खराब हो सकता है। किसी पड़ोसी, दोस्त या रिश्तेदार की वजह से वैवाहिक जीवन में अनबन मुमकिन है।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्या से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

16 सितम्बर:

धनु/Sagittarius

रचनात्मक काम आपको सुक़ून देगा। आज आपका धन कई चीजों पर खर्च हो सकता है, आपको आज अच्छा बजट प्लान करने की आवश्यकता है इससे आपकी कई परेशानियां दूर हो सकती हैं। कोई ऐसा रिश्तेदार जो बहुत दूर रहता है, आज आपसे संपर्क कर सकता है। रोमांस के लिए अच्छा दिन है। कार्यक्षेत्र में आपके कामकाज की सराहना होगी। खाली समय में आज आप अपने मोबाइल पर कोई वेब सीरीज देख सकते हैं। अपने जीवनसाथी की ख़ूबियों के चलते आप एक बार फिर उनके प्यार में गिरफ़्तार हो सकते हैं।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्या से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

16 सितम्बर:

मकर/Capricorn

अगर आप पर्याप्त आराम नहीं कर रहें है तो आप बहुत ज़्यादा थकान महसूस करेंगे और आपको अतिरिक्त आराम की ज़रूरत होगी। आपकी माता पक्ष से आज आपको धन लाभ होने की पूरी संभावना है। हो सकता है कि आपके मामा या नाना आपकी आर्थिक मदद करें। आपकी ज्ञान की प्यास आपको नए दोस्त बनाने में मददगार साबित होगी। प्यार में थोड़ी निराशा आपको हतोत्साहित नहीं कर सकेगी। कार्यक्षेत्र में हालात आपके पक्ष में रुख़ करते मालूम होंगे। जब आपसे राय पूछी जाए तो संकोच न करें- क्योंकि इसके लिए आपकी काफ़ी तारीफ़ होगी। आज अपने जीवनसाथी का वह रुख़ देखने को मिलेगा, जो उतना अच्छा नहीं है।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्या से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

16 सितम्बर:

कुम्भ/Aquarius

शारीरिक लाभ के लिए, विशेषकर मानसिक तौर पर मज़बूती हासिल करने के लिए ध्यान और योग का आश्रय लें। आज घर से बाहर बड़ों का आशीर्वाद लेकर निकलें इससे आपको धन लाभ हो सकता है। अपनी नई परियोजनाओं के लिए अपने माता-पिता को विश्वास में लेने का सही समय है। आप अनुभव करेंगे कि आपके प्रिय का आपके प्रति प्यार वाक़ई बहुत गहरा है। आज का दिन बढ़िया प्रदर्शन और ख़ास कामों के लिए है। आपका खाली वक्त आज किसी गैरजरुरी काम में खराब हो सकता है। बढ़िया खाना, रोमानी पल और जीवनसाथी का साथ – यही ख़ास है आज।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्या से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

16 सितम्बर:

मीन/Pisces

ख़ुद अपना इलाज करने से बचें, क्योंकि दवाई पर आपकी निर्भरता बढ़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। आज आप घर से बाहर तो बहुत सकारात्मकता के साथ निकलेंगे लेकिन किसी कीमती वस्तु के चोरी होने की वजह से आपका मूड खराब हो सकता है। दोस्त शाम के लिए कोई बढ़िया योजना बनाकर आपका दिन ख़ुशनुमा कर देंगे। आपके प्रिय का प्यारा बर्ताव आपको ख़ास होने का अनुभव कराएगा; इन लम्हों का पूरा लुत्फ़ उठाएँ। आप किसी बड़ी योजना या घटना में भागीदार होंगे, जिसके लिए आपको सराहना और पुरस्कार मिलेंगे। जो लोग बीते कुछ दिनों से काफी व्यस्त थे उन्हें आज अपने लिए फुर्सत के पल मिल सकते हैं। यह आपके पूरे वैवाहिक जीवन के सबसे ज़्यादा स्नेहपूर्ण दिनों में से एक हो सकता है।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्या से संपर्क करे, दूरभा

पंचांग, 16 सितम्बर 2024

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं : तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 16 सितम्बर 2024

विक्रमी संवत्ः 2081, 

शक संवत्ः 1946, 

मासः  भाद्रपद़ 

पक्षः  शुक्ल, 

तिथिः  त्रयोदशी अपराहन् काल 03.11 तक है, 

वारः सोमवार।

नोटः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही,शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।

 नक्षत्रः  धनिष्ठा सांय काल 04.33 तक है, योग सुकृत प्रातः काल 11.41 तक है,  

करणः तैतिल, 

सूर्य राशिः कन्या, चन्द्र राशिः कुम्भ, 

राहू कालः प्रातः 7.30 से प्रातः 9.00 बजे तक,

सूर्योदयः 06.11, सूर्यास्तः 06.21 बजे।

जेजेपी प्रवक्ता योगेश शर्मा हिलालपुरिया ने भी ली कांग्रेस की सदस्यता

  • ओबीसी मोर्चा के बाद बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सुखविंद्र मांढ़ी भी हुए कांग्रेस में शामिल
  • करनाल के दो बार विधायक रहे व पूर्व मंत्री जयप्रकाश गुप्ता ने भी ज्वाइन की कांग्रेस
  • लगभग 50 पूर्व मंत्री, विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व सांसद भाजपा छोड़कर कांग्रेस में हो चुके हैं शामिल
  • टिकट बंटवारे के बाद सैंकड़ों नेता व पदाधिकारी छोड़ चुके हैं बीजेपी

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  14 सितंबर:

पिछले 2 साल से बीजेपी में मची भगदड़ रुकने का नाम नहीं ले रही है। टिकट बंटवारे के बाद से बीजेपी के सैंकड़ों नेता व पदाधिकारी कांग्रेस ज्वाइन कर चुकी हैं। शनिवार को भी भाजपा के दो बड़े नेताओं ने कांग्रेस ज्वाइन की। पूर्व मंत्री व करनाल से दो बार विधायक रहे जयप्रकाश गुप्ता भाजपा छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन कर ली है। साथ ही  भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष और बाडढ़ा से पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी ने भी भाजपा को छोड़कर कांग्रेस का हाथ थामा है। जेजेपी प्रवक्ता योगेश शर्मा हिलालपुरिया ने भी कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की। इनके अलावा भी भाजपा और जजपा को छोड़कर आए सैकड़ों नेताओं, ब्लाक समिति चेयरमैन, सरपंचों व कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान के नेतृत्व में कांग्रेस का दामन थामा।

हुड्डा और चौ. उदयभान ने सभी नेताओं का पार्टी में स्वागत किया और उन्हें पूर्ण मान-सम्मान का भरोसा दिलाया।  

इस मौके पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भाजपा के 10 साल के राज में हर वर्ग दुखी है। हक मांगने पर किसान, जवान, नौजवान, पहलवान, कर्मचारी और सरपंच सभी पर इस सरकार ने लाठियां बरसाई हैं। बीजेपी सरकार ने दलितों व पिछड़ों का आरक्षण, गरीबों का राशन और व्यापारी वर्ग से प्रोटेक्शन यानी सुरक्षा को छीन लिया। हर वर्ग बीजेपी से पूरी तरह त्रस्त हो चुका है। भाजपा की जनविरोधी नीतियों से नाराज करीब 50 पूर्व मंत्री, विधायक और पूर्व विधायकों कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। कांग्रेस का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है और बीजेपी की सियासी जमीन खिसकती जा रही है। इसलिए प्रदेश में भारी बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनाने जा रही है।

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा कि भाजपा केवल झूठ और दिखावे की राजनीति करती है। भाजपा सरकार में ना तो दलित व पिछड़ा वर्ग का आरक्षण सुरक्षित हैं और ना ही मेहनतकश समाज। यही वजह है कि दो दिन में ही भाजपा के दो प्रकोष्ठों के प्रदेशाध्यक्ष कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। भाजपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष कर्णदेव कंबोज ने शुक्रवार को और भाजपा किसान प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र मांढी ने शनिवार को कांग्रेस ज्वाइन की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में ही 36 बिरादरी के हित सुरक्षित हैं, क्योंकि कांग्रेस जोड़ने की राजनीति करती है और बीजेपी बांटने की।  

शनिवार को सोहना ब्लॉक समिति चेयरमैन विक्रांत डागर, बेरी से पंचायत समिति चेयरमैन बादल, आलदुका सरपंच भंजू, हसनपुर सरपंच राजू, कुलबीर सरपंच, बेरला के पूर्व सरपंच राजू, अलीपुर सरपंच अशोक डागर, पूर्व चेयरमैन व दादरी किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष विकास उर्फ भल्ले राम, नूंह के व्यापार सैल के पूर्व अध्यक्ष हाजी सुवराती खान, बाढडा अध्यक्ष मंगल गोपी, बाढडा के मंडल महामंत्री मंजीत पहलवान, जेजेपी के पूर्व हलका अध्यक्ष रामफल, कान्हडा सरपंच लीला राम, जाट समाज अध्यक्ष विद्यानंद, पूर्व सरपंच सत्यवान, बाडढा से पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष सिटी, कुलजीत श्योराण, मुकेश यादव, देवेंद्र यादव, मोहन डागर, राकेश राठी, ओमबीर राठी, जगदीश डागर, बलजीत राठी, भारत राठी, बेदराम राठी, हंसराज राठी, सुखबीर डागर, सुंदर भामला, रविंद्र डागर, मोहित राठी, धीरज राठी, अजय डागर, ओमबीर डागर, राजेंद्र, मोनू, राहुल, सचिन,  शक्तिराज कान्हडा, बलवान सिंह कान्हडा, पिंकेश कान्हडा, कपुर सिंह, संदीप सिंह, ललित कुमार, बाबूराम नंबरदार, कंवरपाल नंबरदार, अरुण शर्मा, देवी पहलवान, राजेंद्र अली, तेजी मास्टर, सतीश कुमार, सुक्की, हरकेश, दुष्यंत, हिम्मत सिंह, महीपाल, हेमराज, श्याम, अभिषेक राघव, मोहन सिंह, प्रदीप शर्मा, राजू सेहरावत समेत सैंकड़ों नेता व कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी का दामन थामा।

भारत सरकार का स्वच्छता ही सेवा अभियान

केरिपु बल के जवान देश की आंतरिक सुरक्षा के ही नहीं, देश की स्वच्छता के भी प्रहरी हैं : कमांडेंट कमल सिसोदिया

भारत सरकार के स्वच्छता ही सेवा अभियान के अंतर्गत जागरूकता रैली का आयोजन किया  

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  14 सितंबर:

देश के प्रहरी केरिपु बल के जवान भारत के हर भाग की आन्तरिक सुरक्षा के सजग प्रहरी हैं। देश के कोने-कोने में केरिपुबल जवान राष्ट्र सुरक्षा में अपनी देय जिम्मेदारियों को बखूबी निभाते हैं। इस बल के सुरक्षा प्रहरी देश की स्वच्छता के भी प्रहरी हैं, जो कि स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत इस विशाल स्वच्छता अभियान को प्रभावी तौर पर चलाने में सार्थक भूमिका निभा रहे है हैं। ये कहना है सेक्टर 13वीं वाहिनी, केरिपुबल की कमांडेंट कमल सिसोदिया का जिनके नेतृत्व में आज स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े की शुरुआत 13वीं वाहिनी, केरिपुबल के सेक्टर-43 में स्थित डैट 13 कैम्प में जागरूकता रैली का आयोजन कर की गई।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024 के लिए भारत सरकार द्वारा जारी स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के अनुसार विभिन्न विभागों और क्षेत्रीय कार्यालयों में स्वच्छता फिटनेस और पर्यावरणीय स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करते हुए गतिविधियों की एवं श्रंखला की योजना बनाई गई है। यह पखवाड़ा 14 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक मनाया जा रहा है।

आज निकली गई रैली में 13वीं वाहिनी के अधिकारियों और जवानों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। यह रैली केरिपुबल के डैट कैम्प से शुरू होकर, चण्डीगढ़ न्यायिक अकादमी से होकर नया अन्तरराज्यीय बस स्टैंड, सेक्टर-43 तक आयोजित की गई। इस अवसर पर श्रीमती कमल सिसोदिया ने बताया कि यह वाहिनी पंजाब, चंडीगढ़ एवं दिल्ली के विभिन्न संभागों में अपने कार्य क्षेत्रों और आस-पास के सार्वजनिक स्थलों पर व्यापक तौर स्वच्छ भारत अभियान में अपना योगदान दे रही है। इसके साथ-साथ लोगों के बीच जाकर स्वच्छता ही सेवा और स्वच्छता में जन भागीदारी के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य कर रही है। वाहिनी के सभी अधिकारी एवं जवान स्वच्छता ही सेवा पखवाडे के दौरान होने वाले आगामी सभी कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर भाग लेगें। महात्मा गांधी जी के स्वच्छ भारत के सपने को वास्तविक बनाने में बल के सभी जवान सर्वदा प्रतिबद्ध एवं समर्पित है।

इस अवसर पर वाहिनी के अधिकारी कैलाश चन्द्र अहलावत (द्वितीय कमान अधिकारी), श्रीमति रिगजेंन एंगमों (द्वितीय कमान अधिकारी), सुरेश कुमार (उप कमाण्डेंट), मनोज कुमार व श्रीमति राजेश्वरी देवी (सहायक कमाण्डेंट) एवं सुश्री डॉ काव्या (चिकित्सा अधिकारी) आदि भी मौजूद रहे। 

वीरेश शांडिल्य ने साथियों सहित भगवान वामन के आगे शीश नवाया

  • विश्व हिन्दू तख्त प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने साथियों सहित भगवान वामन के आगे शीश नवाया 
  •  ‘वीरेश शांडिल्य ने वामन भगवान के दर्शनों के बाद देश व विश्व में बैठे सनातनियों से आहवान किया कि शास्त्र नहीं पढ़ोगे तो अपनी संस्कृति व धर्म खो दोगे और यदि जरूरत पड़ने पर शस्त्र नहीं उठाओगे तो अपना राष्ट्र खो दोगे 

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 14 सितंबर :

विश्व हिन्दू तख्त प्रमुख एवं ब्राह्मण महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने आज भगवान वामन के समक्ष शीश नवाकर आशीर्वाद लिया। इस मौके पर पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट वासु रंजन, समाज सेवी सुदेश जैन मिट्ठा, अनिल गोयल पानीपतिया, व्यापार मंडल के वरिष्ठ नेता मनोज गोयल, संजीव सेठ, ईशू गोयल, सुरेंद्र पाल केके, बाल कृष्ण बाली सहित भारी तादाद में विश्व हिन्दू तख्त के पदाधिकारी मौजूद थे। वीरेश शांडिल्य ने सनातन धर्म के सम्मान का प्रतिक मेला वामन द्वादसी बारे बताया कि यह ऐतिहासिक मेला है इस मेला का इतिहास सैंकड़ों वर्ष पुराना है। उन्होंने आज भगवान वामन के समक्ष सनातन को मजबूत करने का संकल्प लिया। समाज में भाईचारा मजबूत करने का संकल्प लिया और दुआ की कि अंबाला सहित देश में अमन शांति रहे और भगवान वामन हर हाथ को काम, हर पेट को रोटी, हर सिर को छत दें। वीरेश शांडिल्य के पुरानी अनाज मंडी पहुंचने पर उनके समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया। और कहा कि यह मेला सनातन के सम्मान का प्रतीक है और इस मेले में अंबाला जिला के हर छोटे बड़े व बुजुर्ग बच्चे को भगवान वामन का आशीर्वाद लेने के लिए आना चाहिए ताकि सनातन संस्कृति मजबूत हो और सनातन संस्कृति में कुरीतियां न फैलें। भगवान वामन के समक्ष शीश नवाने के बाद विश्व हिन्दु तख्त के अंतरराष्ट्रीय प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सनातन धर्म को मजबूत बनाने के लिए हमें संगठित होना होगा। 

वीरेश शांडिल्य ने वामन भगवान के दर्शनों के बाद देश व विश्व में बैठे सनातनियों से आहवान किया कि शास्त्र नहीं पढ़ोगे तो अपनी संस्कृति व धर्म खो दोगे और यदि जरूरत पड़ने पर शस्त्र नहीं उठाओगे तो अपना राष्ट्र खो दोगे। वीरेश शांडिल्य का ब्राहामणों ने सम्मान किया और उन्हें सनातन धर्म मजबूत करने व देश में आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठाने पर साधुवाद दिया और कहा कि आज वीरेश शांडिल्य भगत सिंह, उधम सिंह, असफाक उल्ला खान, मदन लाल ढींगरा, सुखदेव सिंह, राजगुरू की तरह जान हथेली पर रखकर राष्ट्र को मजबूत करने का अभियान छेड़े हुए हैं। वीरेश शांडिल्य ने पत्रकारों से कहा कि आज उन्होंने वामन भगवान के समक्ष शीश नवाकर सरबत के भले की मांग की और दुआ की कि इस दुनिया में कोई भी ईलाज के अभाव से न मरे, भूख से ना मरे, नशा समाज से खत्म हो साथ ही वीरेश शांडिल्य ने भारत व भारत से बाहर बैठे सनातनियों से आहवान किया कि माथे पर तिलक लगाएं, जनेऊ डाले, नित नियम अपने इष्ट देवताओं के मंदिर जाएं, घंटी बजाएं इससे पूरे देश में सकारात्मकता आएगी और सनातन धर्म मजबूत होगा।