फीफा मैच जीतने की ख़ुशी में मेक्सिको में आया भूकम्प

 

फीफा वर्ल्ड कप-2018 के ग्रुप-एफ के पहले मुकाबले में डिफेडिंग चैंपियन जर्मनी को मेक्सिको के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा है। स्टार खिलाड़ियों से सजी जर्मनी की टीम बुरी तरह फ्लॉप रही और एक बार भी मेक्सिको के डिफेंस को भेद नहीं सकी। मुकाबले का इकलौता गोल पहले हाफ में हआ। यह गोल जेवियर हर्नान्डेज के पास पर हिरविंग लोजानो ने किया। इस जीत के साथ ही मेक्सिको ने पिछले साल कॉन्फेडेरशन कप में जर्मनी से मिली हार का बदला भी चुका लिया है

बड़ी बात यह नहीं के मेक्सिको जर्मनी से जीत गया बल्कि मेक्सिको के SIMMSA के ट्विटर अकाउंट से इसकी जानकारी दी गई। इसके मुताबिक बताया गया कि जब मेक्सिको की तरफ से वर्ल्ड कप का पहला गोल हुआ तो पूरे मेक्सिको में जश्न में एकसाथ इतने लोग कूदे कि वहां आर्टिफिशियल भूकंप आ गया। जिस समय गोल हुआ, उस समय दो सेंसर देखने को मिले।

गोलकीपर कैस्पर इश्माइकल की बदोलत जीता डेनमार्क

अपने गोलकीपर कैस्पर इश्माइकल की बेहतरीन गोलकीपिंग और यूसुफ पाउलसन युरारी द्वारा 59वें मिनट में गिए गए गोल के दम पर डेनमार्क ने शनिवार को मोरडोविया एरिना में खेले गए फीफा विश्व कप-2018 के ग्रुप-सी के मुकाबले में पेरू को 1-0 से हरा कर टूर्नामेंट का आगाज जीत के साथ किया। इस रोमांचक मुकाबले में डेनमार्क की जीत के हीरो इश्माइकल रहे जिन्होंने मैच में, खासकर दूसरे हाफ में कई शानदार बचाव करते हुए पेरू को बराबरी नहीं करने दी और अपनी टीम को पूरे तीन अंक दिलाए।

पेरू ने पहले हाफ में ज्यादा मौके नहीं बनाए थे, लेकिन दूसरे हाफ में उसकी आक्रमण पंक्ति ने अधिकतर समय डेनमार्क के खेमे में बिताया। हालांकि उसके खिलाड़ी इश्माइकल की बाधा को पार नहीं कर पाए। पहले हाफ में पेरू के पास सबसे अच्छा और बेहद आसान मौका अंतिम समय के इंजुरी टाइम में आया जब उसे वीडियो असिस्टेंट रेफरी (वीएआर) की मदद से पेनल्टी किक मिली। क्रिस्टियन क्वेवा गेंद लेकर डेनमार्क के खेमे में जा रहे थे।

तभी पाउलसन ने उनका रास्ता रोकने की कोशिश की। इस कोशिश में उन्होंने क्वेवा को गिरा दिया। रेफरी ने वीएआर का इस्तेमाल किया और पेरू को पेनल्टी किक दी। पेनल्टी को गोल में तब्दील करने की जिम्मेदारी क्वेवा पर ही थी, लेकिन क्वेवा गेंद को बार के काफी ऊपर मार बैठे और पेरू के खिलाड़ी तथा प्रशंसकों को मायूसी हाथ लगी।

सर्बिया को जिताया कप्तान एलेक्जेंडर कोलारोव के फ्री किक ने

 

आठ साल बाद विश्व कप में कदम रख रही सर्बिया की टीम ने कप्तान एलेक्जेंडर कोलारोव द्वारा फ्रीकिक पर किए गए गोल के दम पर रविवार को समारा स्टेडियम में खेले गए मैच में कोस्टा रिका को 1-0 से मात देकर टूर्नामेंट का विजयी आगाज किया।

ग्रुप-ई के इस मैच में कोस्टा रिका को सर्बिया की टीम के सामने दबाव में देखा गया। वह सर्बिया को डिफेंस को भेदने में नाकाम रही और इसी कारण अपने एक भी अवसर को गोल में तब्दील नहीं कर पाई।

मैच की शुरुआत में ही दोनों टीमें एक-दूसरे को अच्छी टक्कर दे रही थीं। 11वें मिनट में कोस्टा रिका को पेनाल्टी कॉर्नर मिला और गुजमान ने फुटबाल पर किक मारा और गोंजालेज ने हेडर से मारकर उसे सर्बिया गोल पोस्ट कर पहुंचाना चाहा, लेकिन फुटबाल नेट के ऊपर से निकल गई।

इसके बाद, 13वें मिनट में सर्बिया के खिलाड़ी मित्रोविक ने बड़ा शॉट मारकर कोस्टा रिका के गोल पोस्ट तक फुटबाल को भेजने की कोशिश की, लेकिन के. नवास ने शानदार सेव करते हुए इसे असफल कर दिया।

रेफरी ने इस बीच, कोस्टा रिका के खिलाड़ी फ्रांसिस्को जेवियर काल्वो क्वेसाडा को पीला कार्ड दिखाया। दोनों टीमों का अच्छा डिफेंस था, लेकिन आक्रामक पंक्ति कमाल नहीं कर पा रही थी।

सर्बिया टीम के फारवर्ड में अनुभव की कमी साफ नजर आ रही थी। वह कोस्टा रिका के गोल पोस्ट तक तो पहुंच रहे थे, लेकिन गोल नहीं कर पा रहे थे। 26वें मिनट में सर्बिया को एक बार फिर गोल करने का अवसर मिला था, मिलिनोविक ने फुटबाल को अपने पास लेकर प्रतिद्वंद्वी टीम के गोल पोस्ट तक पहुंचाना चाहा, लेकिन कोस्टा रिका के गोलकीपर नवास ने इस कोशिश को नाकाम कर दिया।

मेसी ने गंवाई फ्री किक

 

अर्जेंटीना के सुपरस्टार लियोनेल मेसी को फीफा विश्व कप में आइसलैंड के खिलाफ खेले गए मैच के दूसरे हाफ में मिले पेनल्टी किक पर गोल के अवसर से चूकने का अफसोस है। विश्व कप में ग्रुप-डी में शनिवार रात को दोनों टीमों के बीच खेला गया मैच 1-1 से ड्रॉ पर समाप्त हुआ।

समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के अनुसार बार्सिलोना के दिग्गज मेसी ने मैच के बाद कहा कि पेनल्टी किक पर गोल करने का अवसर गंवाने का अफसोस है, क्योंकि इससे हमें बहुत अच्छा फायदा मिलता। मेसी ने कहा, हमने ड्रॉ के बावजूद भी आशा नहीं छोड़ी थी और जीत की इच्छा प्रबल थी। हम जीत के काबिल थे।

हमने आइसलैंड के डिफेंस में कमी तलाशने की कोशिश की थी, लेकिन हम नहीं ढूंढ पाए। अर्जेंटीना के खिलाड़ी मेसी ने हालांकि, इस मैच का प्रभाव उनके अगले मैच पर पडऩे से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि टीम के पास आराम करने का समय है और वे अगले मैच के लिए पूरी तरह से तैयार होंगे।

पॉल पोग्बा द्वारा 81वें मिनट में किए गए गोल से जीता फ्रांस

स्टार स्ट्राइकर पॉल पोग्बा द्वारा 81वें मिनट में किए गए गोल के दम पर पूर्व विजेता फ्रांस ने शनिवार को कजान एरिना स्टेडियम में खेले गए ग्रुप सी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराकर फीफा विश्व कप-2018 का आगाज जीत के साथ किया। फ्रांस के लिए एंटोनियो ग्रीजमैन (58वें मिनट) और पोग्बा ने गोल किए, जबकि ऑस्ट्रेलिया के लिए कप्तान मिले जेडिनाक (62वें मिनट) ने गोल किया। ग्रीजमैन और जेडिनाक ने गोल पेनल्टी किक पर किए।

पहला हाफ पूरी तरह से ऑस्ट्रेलिया के नाम रहा, जो फ्रांस के मजबूत आक्रमण पंक्ति को रोक पाने में सफल रहा। ऑस्ट्रेलिया ने फ्रांस को ज्यादा मौके नहीं बनने दिए और उसके मुख्य खिलाड़ी ग्रीजमैन को खुलकर नहीं खेलने दिया, लेकिन दूसरे हाफ में वो अपन खेल को जारी नहीं रख पाई। फ्रांस का खेल हालांकि ऑस्ट्रेलिया से बेहतर था, लेकिन उसकी कमजोरी इस हाफ में मिले मौकों को अंजाम तक न पहुंचना रही।

दूसरे हाफ में नजारा पूरी तरह से अलग रहा। फ्रांस ने इस हाफ में ऑस्ट्रेलिया को डिफेंस को व्यस्त रखा। मैच के तीनों गोल दूसरे हाफ में ही आए। पहले हाफ में फ्रांस को गोल करने का सबसे करीबी मौका मैच के दूसरे मिनट में मिला था। फ्रांस के स्टार खिलाड़ी कायलिन म्बाप्पे ने ऑस्ट्रेलियाई डिफेंस को भेदकर दाएं कोने से गोल करने की कोशिश की। उनके इस प्रयास को ऑस्ट्रेलिया के गोलकीपर मैट यार्न ने नकार दिया।

आठवें मिनट में म्बाप्पे ने ग्रीजमैन के साथ मिलकर एक और प्रयास किया लेकिन फ्री किक पर दोनों खिलाड़ी अपनी टीम को बढ़त दिलाने से चूक गए। 17वें मिनट में ऑस्ट्रेलिया के पास भी गोल करने का पहला मौका आया। एरोन मूय ने गोलपोस्ट पर निशाना लगाया लेकिन वह गोलकीपर को भेद नहीं पाए। पहले हाफ के अंत में ग्रीजमैन और पॉल पोग्बा ने कुछ मौके जरूर बनाए लेकिन वह ज्यादा करीबी नहीं थे। उन मौकों ने रोकने में मैट को परेशानी नहीं हुई। दूसरा हाफ रोमांचक रहा।

में दुनिया के सबसे बेहतरीन फुटबॉल खिलाड़ी हूँ : नेमार

ब्राजीलियाई स्ट्राइकर नेमार ने कहा है कि वे दुनिया के सबसे बेहतरीन फुटबॉल खिलाड़ी हैं क्योंकि अर्जेंटीना के लियोनेल मेसी और पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो इस ग्रह के हैं ही नहीं। समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक यूट्यूब चैनल पर जारी एक वीडियो में नेमार ने कहा, मेसी और रोनाल्डो इस ग्रह के हैं ही नहीं, वे किसी अन्य ग्रह से हैं। मैं इस ग्रह से हूं और इसलिए मैं दुनिया का सबसे अच्छा फुटबॉल खिलाड़ी हूं।

नेमार ने कहा कि मजाक अपनी जगह है लेकिन वे अपने खेल और रूस में जारी विश्व कप में अपनी टीम के अभियान को लेकर संजीदा हैं और वे चाहते हैं कि ब्राजील रूस में छठी बार विश्व कप खिताब अपने नाम करे। चोट से उबरने के बाद टीम में वापसी करते हुए विश्व कप में टीम की कमान संभाल रहे नेमार ने कहा कि अब वे पहले से काफी अच्छा महसूस कर रहे हैं।

सलाह खेल रहे होते तो हमारी टीम अच्छी होती : कूपर

मिस्र की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के कोच हेक्टर कूपर को उरुग्वे के साथ हुए फीफा विश्व कप के पहले मुकाबले में अपने स्टार खिलाड़ी मोहम्मद सलाह के नहीं खेल पाने का अफसोस है। उरुग्वे ने यह मैच 1-0 से जीता। कूपर ने कहा, उम्मीद है कि सलाह हमारे अगले मैच में खेलेंगे। वे हमारे लिए बहुत अहम खिलाड़ी हैं। इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता। अगर वे खेल रहे होते तो हमारी टीम अच्छी होती।

हमें उम्मीद है कि अगले मैचों में वे हमारे लिए अहम योगदान देंगे। मिस्र का अगला मैच मेजबान रूस से है, जिसने अपने पहले मैच में सउदी अरब को 5-0 से हराया था। कूपर ने कहा कि रूस के खिलाफ उनकी टीम हर हाल में जीत के लिए प्रयास करेगी। सलाह खेलेंगे तो हमारी टीम के लिए अच्छा रहेगा। उरुग्वे के खिलाफ उन्हें नहीं खिलाया गया, क्योंकि इसमें जोखिम था।

पदक जितने पर अब युवा खिलाडियों को नहीं मिलेगा नगद प्रोत्साहन

 

चंडीगढ़।

खिलाडियों के प्रति उदासीन रवैया दिखाते हुए खट्टर सरकार ने जूनियर विंग के खिलाडियों को पदक प्राप्ति पर नकद इनाम नहीं दिए जाने की घोषणा की.

हरियाणा में खिलाड़ियों की कमाई का 33 फीसदी खाते में जमा करने के एलान से हुई फजीहत के बाद सरकार ने अब नया फरमान जारी कर दिया है। अब सरकार ने फरमान जारी किया है कि जूनियर ,सब जूनियर और यूथ विजेता खिलाड़ियों को गेम्स में पदक जीतने पर जीतने पर नकद इनाम नहीं दिया जाएगा।

इस फरमान को जारी करते हुए सरकार ने 2015 खेल नीति का हवाला दिया की पॉलिसी का हवाला दिया है। हालांकि इसी पॉलिसी के तहत कैश अवार्ड के जरिए मेडल विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित करना खेलों में उत्कृष्ट को बढ़ावा देने का सबसे कारगर तरीका बताया गया है।  गौरतलब है कि सरकार ने हाल ही में सरकारी सेवाओं में कार्यरत खिलाड़ियों की कमाई से 33 फीसदी खेल परिषद के खते में जमा करने का फरमान जारी किया था। इस फरमान के बाद विपक्षी राजनीतिक दलों और सूबे के खिलाड़ियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। सरकार ने इस फरमान पर अपनी फजीहत होते देख फैसले पर रोक लगा दी थी। बहरहाल देखना यह है कि इस फरमान पर सरकार का रुख कायम रहेगा कि नहीं।

207 खिलाडियों को इसी महीने मिलेंगे नियुक्ति पत्र : विज

चंडीगढ़, 11 जून, 2018 ।

हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज ने आज अंबाला में दो बड़ी घोषणाएं की हैं। यहां उन्होंने 22 कॉमनवेल्थ खिलाडिय़ों को बिना किसी कटौती के इनाम देने की बात कहते हुए बताया कि वह इसकी फाइल बना कर जल्द ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को भेजेंगे और उन्हें इसके लिए मनाएंगे। विज ने कहा कि हरियाणा के खिलाड़ी हमारी आन बान शान और सम्मान हैं, कॉमनवेल्थ से जीत कर आए 22 के 22 खिलाडिय़ों को बिना राशि काटे इनाम दिया जाएगा। वहीं विज ने हुड्डा और मनोहर राज में अंतराष्ट्रीय खेल पदक जीतने वाले 207 खिलाडिय़ों को इसी महीने नियुक्ति पत्र देने की बड़ी घोषणा भी की है।

हुड्डा राज में भेदभाव का आरोप लगाने वाले खिलाडिय़ों के जख्मों पर हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज ने मरहम लगाने का काम किया है। विज ने कहा कि पिछली सरकारों और भाजपा सरकार में अंतरराष्ट्रीय खेलों में पदक जीत चुके हरियाणा के 207 खिलाडिय़ों को इसी माह आउट ऑफ टर्न अपॉइंटमेंट दिया जाएगा।

विज के अनुसार मुख्यमंत्री से 207 खिलाडिय़ों की फाइल एप्रूव हो कर उनके पास आ गई है और उन्हें उम्मीद है कि उनके पास आए सभी 207 खिलाडिय़ों के आवेदनों पर नियुक्ति पत्र मिलने का काम इसी माह से शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि इन 207 आवेदनों के इलावा भी अखबार में ज्ञापन दिया जाएगा कि 50 साल तक का कोई भी व्यक्ति जो कुछ शर्तों को पूरा करता हो वो भी आवेदन कर सकता है।

उन्होंने बताया कि खेल विभाग द्वारा इसके लिए बाकायदा एक चार्ट बना कर खेल विभाग की वेब साइट पर चिपका दिया जाएगा, जिससे खिलाड़ी को उसके पदक के हिसाब से मिलने वाली नौकरी की भी जानकारी हो जाएगी। विज ने उदाहरण देते हुए कहा कि जो खिलाड़ी ओलंपिक में गोल्ड जीत कर आएगा उसको 8 साल की सीनियोरिटी के साथ एचसीएस बनाया जाएगा ताकि वह जल्द ही आईएस अधिकारी बन सके। विज ने साफ किया कि इसकी पूर्ण तैयारी हो चुकी है और एक दो दिन में नोटिफिकेशन हो जाएगी।

कपिल देव को राज्यसभा भेजने की तैयारी

 

1983 में भारत को पहली बार विश्व विजेता बनाने वाले कप्तान कपिल जल्द ही नई पारी शुरू कर सकते हैं. दुनिया के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर्स में से एक माने जाने वाले कपिल देव की यह नई पारी, राजनीतिक पारी होगी और इसकी शुरुआत उनकी राज्यसभा में उनकी एंट्री के साथ हो सकती है.

हाल ही में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की कपिल देव के साथ हुई मुलाकात के बाद इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि कपिल देव को जल्द ही राज्यसभा के लिए मनोनोत किया जा सकता है. सूत्रों के मुताबिक चूंकि इस तरह का मनोनयन राजनीति फैसला होते हुए भी राजनैतिक नहीं माना जाता है लिहाजा कपिल देव इस ऑफर को कबूल कर सकते हैं.

इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में कपिल देव को बीजेपी और उनके गृह राज्य पंजाब की पार्टी शिरोमणि अकाली दल की ओर से लोकसभा चुनाव लड़ने का ऑफर दिया गया था लेकिन कपिल देव ने उसे कबूल नहीं किया था.

राज्यसभा में राष्ट्रपति द्वारा कुल 12 सदस्यों को नामांकित किया जाता है और इनमे से सचिन तेंदुलकर, रेखा और अनु आगा की तीन सीटें इस वक्त खाली हो चुकी हैं.

केन्द्र सरकार की सलाह पर राष्ट्रपति इन सीटों पर उन लोगों को नामांकित करते हैं जिन्होंने अपने क्षेत्र समाज के लिए उल्लखनीय योगदान किया हो. ओलंपिक मेडल जीतने वाली महिला बॉक्सर एमसी मेरीकॉम भी राज्यसभा की नामांकित सदस्य हैं.