‘कांग्रेस को आज कल कुछ लोग ‘बेल-गाड़ी’ बोलने लगे हैं : मोदी


किसानों पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा ‘2022 तक किसानों की आय दोगुनी करेंगे. किसानों को इस सरकार ने सॉयल हेल्थ कार्ड दिया. कई सालों बाद देश में बंपर पैदावार हुई.’


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद करने के लिए शनिवार को जयपुर पहुंचे.

वायुसेना के विशेष विमान से उनके सांगानेर हवाई अड्डे पहुंचने पर राजस्थान के राज्यपाल कल्याणसिंह और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने उनकी अगवानी की.

हवाई अड्डे पर कुछ देर रुकने के बाद प्रधानमंत्री वहां से सेना के एक हेलीकॉप्टर से सवाई मान सिंह स्टेडियम रवाना हो गए जहां से वह सड़क मार्ग से कई योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद करने सभा स्थल अमरूदों के बाग पहुंचे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक दिवसीय यात्रा के दौरान राजस्थान को 2100 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का तोहफा दिया. पीएम ने रिमोट का बटन दबाकर 13 शहरी परियोजनाओं के शिलान्यास की पटि्टका का अनावरण किया.

इस अवसर पीएम मोदी एक विशाल जनसभा में भारत सरकार और राजस्थान सरकार की 12 प्रमुख योजनाओं के लाभार्थियों की ओर से साझा किए गए अनुभवों का ऑडियो विजुअल प्रजेंटेंशन देखा. इसका संचालन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने किया.

पीएम ने कहा, राजस्थान में नेताओं के नाम पर पत्थर लगाने की होड़ थी. अब न चीजें लटकती हैं और न अटकती हैं. प्रकृति की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से लोहा लेते हुए, अन्न उत्पादन हो या फिर राष्ट्र रक्षा की चुनौती, राजस्थान सदियों से देश को प्रेरणा देता रहा है.

पीएम ने कहा ‘कांग्रेस को आज कल कुछ लोग ‘बेल-गाड़ी’ बोलने लगे हैं. कांग्रेस के कई दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री आजकल बेल पर हैं.’

किसानों पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा ‘2022 तक किसानों की आय दोगुनी करेंगे. किसानों को इस सरकार ने सॉयल हेल्थ कार्ड दिया. कई सालों बाद देश में बंपर पैदावार हुई.’

उन्होंने कहा ‘सरकारी मशीनरी पर जनता जनार्दन का दबाव होता है. पिछली सरकार ने खजाना खाली दिया था.’

पीएम ने कहा ‘चाहे केंद्र की सरकार हो या राज्य की हमारा एक मात्र एजेंडा रहा है, विकास, विकास और विकास. देश के प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को अधिक से अधिक सरल, सुरक्षित और सुगम बनाने का काम एक के बाद एक योजनाओं के द्वारा हम करते जा रहें है.’

मोदी और वसुन्धरा का नाम सुनते ही कुछ लोगों को चढ़ जाता है बुखार – प्रधानमंत्री

 

अमरूदों के बाग में विपक्ष पर जमकर बरसे मोदी
अमरूदों के बाग में योजनाओं के लाभार्थियों से जन संवाद के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने भाषण में विपक्ष पर जमकर प्रहार किये। उन्होंने कहा कि भाजपा का नाम सुनते ही एक वर्ग की तो नींद उड़ जाती है। देश और राजस्थान में जिस गति से पिछले कुछ सालों में विकास हुआ है इस वर्ग के लोगों को वह हजम नहीं हो रहा है। उन्हें मोदी और वसुन्धरा का नाम सुनते ही बुखार चढ़ जाता है।

कांग्रेस की स्थिति आज ’बेल’गाड़ी जैसी
श्री मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस की स्थिति आजकल ’बेल’गाड़ी जैसी हो गई है। आखिरकार उनके दिग्गज कहे जाने वाले अधिकांश नेता और पूर्व मंत्री बेल (जमानत) पर जो चल रहे हैं।

चार साल में वसुन्धरा जी ने प्रदेश को दी नई ऊंचाई
प्रधानमंत्री ने राजस्थान के लोगों का आहवान करते हुए कहा कि प्रदेश के लोग चार वर्ष पहले की स्थिति नहीं भूले हैं। सभी जानते हैं कि चार साल पहले वसुन्धरा जी ने किस हालात में प्रदेश संभाला और आज प्रदेश को किस ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में विकास के नाम पर नेता पत्थर लगाने की होड में लगे हुए थे। बाड़मेर रिफाइनरी का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार के काम करने का तरीका अलग है। आज रिफाइनरी लगाने का काम तेज गति से हो रहा है।

श्री मोदी ने लाभार्थियों से संवाद के इस कार्यक्रम पर उंगली उठाने वालों को करारा जवाब देते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों में लाभार्थी जब योजनाओं से मिले लाभ के बारे में बताते हैं तो इससे आमजन में जागरूकता पैदा होती है और सरकारी योजनाओं का लाभ लेने वालों का दायरा भी बढ़ता है। इसके अलावा सरकारी मशीनरी पर इस बात का दबाव पड़ता है कि वे योजनाओं का लाभ सही तरीके से आमजन तक पहुंचाएं।

कांग्रेस ने गरीबों को सत्ता सुख का जरिया बनाया – मुख्यमंत्री
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने भी विपक्ष पर करारे प्रहार किये। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तरह हमारा लक्ष्य सिर्फ योजनाएं शुरू करना नहीं है। उन्होंने इन्दिरा आवास योजना शुरू की जिसमें पहले 10 हजार, फिर 25 हजार, फिर 50 हजार और चुनाव से ठीक पहले 70 हजार रूपये मकान के नाम पर दिए, लेकिन गरीबों को फिर भी छत नहीं मिल पाई।

श्रीमती राजे ने कहा कि एक प्रधानमंत्री कहते थे कि एक रूपये में से 15 पैसे ही गांव तक पहुंचते हैं पर उन्हीं की पार्टी ने 70 साल राज करने के बाद भी गरीबी मिटाने का कोई काम नहीं किया। गरीबी हटाने का नारा जरूर दिया। कांग्रेस ने गरीबों को सिर्फ सत्ता का, सुख और अपनी तरक्की का जरिया बनाया। जबकि हमने साढे़ चार साल में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में सिर्फ साफ नीयत-सही विकास के लक्ष्य से काम किया है। हमारी सरकारों ने जो योजनाएं बनाई उन्हें हमने पूरी तरह जमीन पर लाने का काम किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की योजनाओं के लाभार्थी सिर्फ उनके परिवार के लोग थे। जबकि हमने 36 की 36 कौम को अपना परिवार मानकर अपनी योजनाएं जनता जनार्दन को समर्पित की।

आखिर स्कूल पहुंचने लगे घुमंतू वर्ग के बच्चे

 

पुरनूर

जयपुर:

हम सभी जानते हैं कि शिक्षा हमारा मौलिक अधिकार है परन्तु अभी भी हमारे समाज का कुछ वर्ग इस अधिकार से वंचित है, बल्कि यह भी कहा जा सकता है कि यह वर्ग अभी भी अपने इस अधिकार से अनभिज्ञ है।हालांकि सरकार इस क्षेत्र में हर संभव प्रयास कर रही है लेकिन फिर भी राजस्थान का एक घुमंतू वर्ग बंजारा अभी भी शिक्षा के मामले में पिछड़ा हुआ है।
इस वर्ग के बच्चों के सामाजिक और आर्थिक स्तर बढाने के लिए कुछ चाहिए तो वो है शिक्षा। इस क्षेत्र में जी जान से लगे ह्यूमन लाइफ फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री हेमराज चतुर्वेदी हर सम्भव प्रयास कर रहे हैं कि बनजारा वर्ग को अशिक्षा के आक्रांत से बचाया जाए।
श्री हेमराज चतुर्वेदी के अनुसार ,तमाम सरकारी प्रयाशों के बाबजूद हमारे बंजारा समाज में साक्षरता दर आज भी १-२ प्रतिशत के आसपास है । किन्तु सरकार खास कर के सहयोग से इनके अशिक्षित एवं घुमंतू प्रवृति से बच्चो को हमने एक बर्ष के पढाया एवं उचित मोटीवेशन प्रदान करके सरकारी स्कूल में प्रवेश दिलवा दिया है .। वहा इनको नित्य पोषाहार भी मिलेगा .। प्रताप नगर की बंजारा झुग्गी बस्ती में पहली वार कोई बच्चा सरकारी विद्यालय में पढने पहुंचा है । अब ह्यूमन लाइफ फाउंडेशन द्वारा की शिक्षिका / कार्यकर्ताओं द्वारा इन अत्यंत गरीब ३० बच्चों को झुग्गी बस्ती से २ कि.मी. दूर स्थित सरकारी विद्यालय में प्रातः काल नित्य छोडकर आने और पुनः इनका नित्य होमवर्क पूरा करवाने की व्यवस्था की जा रही है । संस्था की और से इन बच्चों की स्टेशनरी ड्रेस, बैग सहित समस्त दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति की जायेगी.


इसके अतिरिक्त स्कूल में प्रवेश के लिए जन्म प्रमाणपत्र आवश्यक होता है इसलिए संस्था द्वारा बच्चो के आधारकार्ड बनवा दिया है . इससे इनको एक पहचान मिलेगी और अब हमारे स्कूल नंबर – 2 के सभी ३० बच्चो को एक पहचान भी मिल गयी है . आगामी योजना में इनके जाति प्रमाणपत्र बनवाकर सरकार से मासिक वजीफा ( स्कालरशिप ) दिलवाने की संस्था की योजना है .
इसके अलावा ह्यूमन लाइफ स्कूल नंबर २ सरकारी स्कूल चूँकि जयादा दूर है इसलिये ना तो छोटे बच्चे पैदल जा पाएंगे और ना हमारी शिक्षिका इसलिये अक्षय पत्र के पास वाली स्कूल में संस्था की एक्टिविटीज पूर्ववत रहेंगी. स्कूल सुचारू संचालित होता रहेगा।
संस्था के विधि सलाहकार श्री दिनेश पाठक ने बताया कि RTE Act के तहत हर बच्चे का अधिकार है कि उसे 14 वर्ष तक मुफ्त शिक्षा मिले लेकिन विडम्बना है कि शिक्षा के ही आभाव के कारण पिछड़े वर्ग के लोग अपने मौलिक अंधकार से अनभिज्ञ हैं। संस्था शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने में निरन्तर कार्यरत है।

प्रधान मंत्री के दौरे पर शहर की डिस्पेंसरी खुली रहेंगी : जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्टे्रट सिद्धार्थ महाजन

जयपुर।

जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्टे्रट सिद्धार्थ महाजन ने जयपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (प्रथम) एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (द्वितीय) को प्रधानमंत्री की शनिवार को प्रस्तावित जयपुर यात्रा के दिन आम सभा स्थल अमरूदों का बाग के बास स्थित ज्योति नगर, सचिवालय एवं विधानसभा में स्थित डिस्पेंसरियों को प्रातः 7 बजे से कार्यक्रम की समाप्ति तक खुला रखने के निर्देश दिये है। साथ ही डिस्पेंसरियों में डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ तथा आवश्यक जीवन रक्षक दवाईयों की उपलब्धता भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है।
इसके अलावा यूथ हॉस्टल में स्थान चिह्वित कर वहां भी डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ व आवश्यक दवाईयों की उपलब्धता यात्रा के दिन प्रातः 7 बजे से सभा में आये लाभार्थियों के लौटने तक सुनिश्चित करने को कहा है। जिला कलक्टर ने नेशनल हाईवे पर स्थित राजकीय चिकित्सालयों को भी इस दौरान खुला रखने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को पाबन्द किया है, ताकि कोई भी आवश्यकता पड़ने पर तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सके।

प्रधानमंत्री की प्रस्तावित जयपुर यात्रा के दौरान शहर में सफाई व्यवस्था में किसी तरह की कोताही न हो : लाहोटी

 

जयपुर।

नगर निगम जयपुर के महापौर अशोक लाहोटी ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देश दिये कि 7 जुलाई को प्रधानमंत्री की प्रस्तावित जयपुर यात्रा के दौरान शहर में सफाई व्यवस्था में किसी तरह की कोताई को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। इस लिए हम सब को जयपुर शहर की स्वच्छता को बेहतर बनाये रखने के लिए टीम भावना से काम करना है। जिससे जयपुर आने वाला हर व्यक्ति स्वच्छता को सन्देश लेकर जायें।
लाहोटी मंगलवार को नगर निगम के सभागार में जोन उपायुक्तों, मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक, स्वास्थ्य निरीक्षक व अन्य अधिकारियों की बैठक लेकर प्रधानमंत्री यात्रा के दौरान शहर की सफाई व्यवस्था के लिए किये जाने वाले प्रयासों के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि
जयपुर शहर में प्रधानमंत्री की सभा में पूरे प्रदेश से लाखों लोग आयेगे, उनके आने से लेकर जाने तक सफाई व अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित करना है।
बैठक में घर-घर कचरा उठाने वाली व्यवस्था की समीक्षा करते हुऐ निर्देश दिये घर-घर कचरे में लगे वाहनों का नियमित प्रभावी माॅनिटरिंग करें।
उन्होंने बताया कि 4 जुलाई को पूरे शहर के सभी वार्डो में विशेष वृ़क्षारोपण एवं 5 जुलाई को स्वच्छता अभियान चलाया जायेगा। जिसमें जनप्रतिनिधि, वार्ड पार्षद, स्थानीय समाजिक संस्थाओं, समाज सेवी व्यक्तियों का सहयोग लिया जायेगा।
बैठक में नगर निगम जयपुर के आयुक्त रवि जैन ने प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए किए जाने वाली व्यवस्थाओं की विस्तार से जानकारी देते हुऐ कहाकि सभी जोनों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखे, उन्होंने कहा प्रधानमंत्री की सभा में प्रदेष के सभी जिलों में लगभग 3 लाख विभिन्न योजनाओं में लाभार्थी आयेगे। जो 6 जुलाई की शाम से आना शुरू हो जायेगे।

Census 2021 to be stored electronically, Any tampering with info will be punished under IT Act

Any tampering with info will be punished under IT Act

The data collected during the 2021 Census will be stored electronically, the first time since the decennial exercise was conducted in 1951 in Independent India.

According to an amended rule notified by the Registrar General of India (RGI) on June 19, “The schedules and other connected papers shall be disposed of totally or in part by the Director of Census Operations, after creating an electronic record of such documents.”

Electronic format

A Home Ministry spokesperson said till now the “schedules” (a tabular form containing details of individuals), carried by enumerators to households, were being stored in a physical form at the government’s storehouse in Delhi. It is based on these schedules that the relevant statistical information on population, language, and occupation are sorted and published.

“The records running into crores of pages were occupying space in government office and it has now been decided that they will be stored in an electronic format. Any tampering with the data will invite punishment under the Information Technology Act, 2000,” said the spokesperson.

The RGI issued the notification as the process for the 2021 Census kicks in.

The spokesperson said enumerators will start “house listing” in 2020 and the headcount will begin from February 2021 onwards. “An individual’s household data is not published by the RGI. They are published in the form of tables on the Census website. The data is preserved for 10 years and then it is destroyed. From now on it can be stored forever in electronic format,” he said.

बहुविवाह के खिलाफ PIL दायर करने वाली मुस्लिम महिला को मिली जान से मारने की धमकी


समीना बेगम ने निकाह हलाला और बहुविवाह के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर किया है. उनका कहना है कि ये लड़ाई सिर्फ उनके लिए नहीं है, बल्कि उन महिलाओं के लिए भी है, जिनके साथ ऐसी घटना हो सकती है


निकाह हलाला और बहुविवाह की प्रथा खत्म करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने वाली मुस्लिम महिला को रेप और जान से मारने की धमकी मिल रही है. कोर्ट में निकाह हलाला के खिलाफ याचिका दायर करने वाली महिला समीना बेगम का आरोप है कि उनपर केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है. जिसके लिए उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है.

समीना के मुताबिक, वह ओखला विहार में किराये पर घर ढूंढ रही थीं, तभी कुछ लोगों ने उन्हें धमकी दी. समीना के मुताबिक, उन लोगों ने धमकी दी कि अगर वह अपनी सलामती चाहती है, तो केस वापस ले ले, वरना नतीजा भुगतने के लिए तैयार रहे.

सुप्रीम कोर्ट में निकाह और हलाला के विरोध के लिए सरकार तैयार

बता दें कि समीना बेगम की पहली शादी 1999 में हुई थी और उनके दो बेटे हैं. उत्पीड़न की कई घटनाओं की पुलिस में शिकायत करने के बाद उनके पति ने उन्हें तीन तलाक दे दिया. जिसके बाद परिवार ने समीना की जबरन दूसरी शादी करा दी. दूसरा शौहर पहले से शादीशुदा था. जब समीना तीसरी बार प्रेग्नेंट हुई, तब उसके दूसरे पति ने फोन पर ही उन्हें तलाक दे दिया. अब समीना अपने तीन बच्चों के साथ अकेले रहती है.

समीना बेगम ने निकाह हलाला और बहुविवाह के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर किया है. उनका कहना है कि ये लड़ाई सिर्फ उनके लिए नहीं है, बल्कि उन महिलाओं के लिए भी है, जिनके साथ ऐसी घटना हो सकती है. समीना ने कहा कि वो नहीं चाहती कि जो दर्द उन्होंने झेला, वो कोई और महिला झेले.

समीना ने कोर्ट से गुजारिश की है कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (शरियत) एप्लीकेशन एक्ट 1937 के सेक्शन 2 को एकतरफा और विवेकाधीन घोषित किया जाए और इसे संविधान के आर्टिकल 14, 15, 21 और 25 का उल्लंघन करार दिया जाए. समीना बेगम का दावा है कि बहुविवाह के खिलाफ भी मुहिम चला रही हैं.

वह ‘मिशन तलाक’ के नाम से एक संगठन चला रही हैं. ‘NEWS18’ से बात करते हुए समीना बेगम ने बताया, ‘मुझे रेप और जान की धमकियां मिल रही हैं. पीआईएल वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है.’

समीना ने कहा, ‘मैंने ओखला विहार में किराए पर एक घर देखा था, लेकिन इसके लिए मुझे हर महीने 10 हजार रुपए और 3000 रुपए अलग से ब्रोकरेज देने के लिए कहा गया. मैंने राजी हो गई. दो दिन पहले जब मैं ओखला विहार पहुंची, तो कुछ दबंग किस्म के स्थानीय लोग और मकान मालिक के बेटे ने मुझपर दबाव बनाने की कोशिश की. उनलोगों ने कहा कि मैं केस वापस ले लूं. वर्ना अच्छा नहीं होगा.’

समीना का यह भी आरोप है कि 27 जून की शाम उनपर हमला भी हुआ. उन्होंने बताया, ‘कुछ लोगों ने मेरे साथ बदसलूकी की. मेरी चीजें ऑटो से बाहर फेंक दी. मुझे डराया-धमकाया. उन लोगों ने मेरे कपड़े भी फाड़ दिए और धमकी दी कि अगर मैंने केस वापस नहीं लिया, तो मेरे बच्चों को जिंदा जला देंगे.’ समीना ने पुलिस ने सुरक्षा की मांग की है.

निकाह हलाला प्रथा के तहत अगर किसी मुस्लिम महिला को उसका पति तलाक देता है तो उस महिला को अपने पति से फिर से निकाह करने के लिए किसी अन्य पुरुष से निकाह करना होता. इसके बाद जब महिला का दूसरा पति उसे तलाक देता है तभी वो अपने पहले पति से फिर से निकाह कर सकती है. इस प्रथा को अक्सर इंस्टेंट तीन तलाक वाले मामले में अपनाए जाने का चलन है. सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक फैसले में तीन तलाक को गैर-कानूनी करार दिया है और केंद्र सरकार को इस पर कानून बनाने का निर्देश दिया है.

अनाधिकृत घुसपैठियों के विरुद्ध उचित कार्यवाही हो : विहिप

जयपुर ,1 जुलाई

विश्व हिन्दू परिषद की प्रान्तीय स्तर की केन्द्रीय प्रबन्ध समिति के सदस्य श्री दिनेश चन्द्र की अध्यक्षता में समपन्न दो दिवसीय बैठक में राष्ट्रीय गौ रक्षण एवम् संवर्धन मंत्रालय कार्यालय स्थापित करने की केंद्र से मांग की गई।

परिषद के विधि प्रमुख श्री दिनेश पाठक ने बताया कि गत 24 और 25 जून को दिल्ली में आयोजित बैठक में केंद्र और राज्यों को राष्ट्र सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कुछ अनिवार्य कदम उठाने की सिफारिशें की गई थीं जिनमे सीमा पार से अनाधिकृत गुसपैठ को रोकने के लिए सख्त कदम उठाये जाएँ ख़ास तौर पर त्रिपुरा से लगी सीमा और बंगलादेश से लगते क्षेत्रों में।
बैठक में सिफारिश की गई कि राज्य अपने स्तर पर अनाधिकृत घुसपैठ का पता लगाएं और देशद्रोह कानून के तहत आवश्यक कार्यवाही करें।
इसके अतिरिक्त केन्द्रीय और राज्य सरकारें गौ रक्षण संवर्धन मंत्रालय स्थापित करें जिससे कि कृषि और पर्यावरण को भी लाभान्वित किया जा सके।

मदन लाल सैनी बने प्रदेशाध्यक्ष

 

जयपुर।

भारतीय जनता पार्टी के राजस्थान प्रदेश के अध्यक्ष को लेकर अंततः पूर्ण विराम लग गया। पार्टी आलाकमान ने राज्यसभा सांसद मदन लाल सैनी को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया है। पार्टी के इस फैसले को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की जीत के तौर पर माना जा रहा है। इससे पहले 3 अप्रैल 2018 को ही उन्हें राज्यसभा में भेजा गया था।

बीजेपी सूत्रों के मुताबिक लंबे समय से RSS से जुड़े रहे कार्यकर्ता मदन लाल सैनी को बीजेपी अध्यक्ष के पद पर ताजपोशी दे दी गई है। हालांकि, इस मामले में अभी 5 बजे तक भी पार्टी की तरफ से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की जा रही है।

आपको बता दें कि मदन लाल सैनी भेरूसिंह शेखावत के मुख्यमंत्री कार्यकाल में उदयपुरवाटी से बीजेपी के टिकट पर एक बार विधायक रह चुके हैं। इसके अलावा सैनी एक बार विधानसभा और एक बार सांसद का चुनाव भी हार चुके हैं। वो भारतीय मज़दूर संघ के लंबे अरसे तक जुड़े रहे हैं।

वर्तमान में राज्यसभा सांसद के अलावा BJP प्रदेश अनुशासन समिति के सदस्य भी हैं। मदन लाल सैनी के अध्यक्ष बनने के बाद सीधे तौर पर इसको मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की जीत करार दिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि
मदनलाल सैनी के नाम पर सहमति बनने की सबके पहले अमित शाह और संघठन मंत्री रामलाल ने उनको बधाई देकर जानकारी दी। आपको यह भी बता दें कि बीजेपी अध्यक्ष का पद बीते 75 दिन से रिक्त पड़ा हुआ है।

बीजेपी सूत्रों की मानें तो अमित शाह और रामलाल की मीटिंग के बाद यह फैसला हुआ था। इस मामले में लंबे अरसे से खींचतान चल रही थी। बताया जा रहा है कि
रामलाल ने सीएम वसुंधरा राजे को फोन कर इस फैसले की जानकारी दी। इससे पहले काफी समय तक गजेंद्र सिंह शेखावत के नाम को लेकर भी मशक्कत की गई थी।

लेकिन, शेखावत के नाम पर राज्य BJP इकाई और खुद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के तरफ से सहमति नहीं बन पाई। आखिरकार पार्टी आलाकमान को राजे की सियासत के आगे झुकना पड़ा और अध्यक्ष का नाम बदलकर सैनी के नाम पर सहमति जताई गई।

All you need to know about the Amarnath Yatra


The Amarnath Yatra will begin on June 28 and conclude on August 26.


CHANDIGARH: 

The first batch of Amarnath Yatra pilgrims was flagged of from the Bhagwati Nagar camp in Jammu at 04:45 am on June 27 and they will start their journey to the cave shrine from Baltal and Pahalgam routes on June 28. Officials said a total of 1,904 pilgrims including 330 women and 30 children were part of this batch of Amarnath Yatra pilgrims. The Central Reserve Police Force also launched bike-borne quick reaction teams on Tuesday that will not only respond to any attack or sabotage incident on the yatra route but also double up as an ambulance to rescue unwell pilgrims, security personnel or locals.

Here’s all you need to know about the Amarnath Yatra:

Dates of Amarnath Yatra:

They Amarnath Yatra will begin on June 28 and conclude on August 26, coinciding with Raksha Bandhan.

Security at Amarnath Yatra:

Vehicles tagged with electromagnetic chips, bike and bullet-proof SUV police convoys and scores of bullet-proof bunkers have been deployed as part of the “biggest-ever” security blanket thrown to secure pilgrims undertaking the Amarnath Yatra.

Over 40,000 armed CRPF and state police personnel have virtually dotted the yatra routes from Jammu via Pahalgam and Baltal– with their overwhelming presence in armoured vehicles.

Helicopter service:

The advance online booking for Amarnath Yatra helicopter tickets began on April 27, 2018. Pilgrims could book the tickets through the websites of the heli-operators with which the arrangements had been finalised – UTAir India Private Limited and Global Vectra Helicorp Limited for the Neelgrath-Panjtarni-Neelgrath sector and Himalayan Heli Services Private Limited for the Pahalgam-Panjtarni-Pahalgam sector. The helicopter service can be availed at Rs. 1,600 for one way for Neelgrath-Panjtarni and Rs. 2,751 for Pahalgam-Panjtarni route.

Route of Amarnath Yatra:

The devotees start their Amarnath yatra from Srinagar or Pahalgam on-foot and take one of the two possible routes. The shorter but steeper trek via Baltal, Domial, Barari and Sangam is 14 km long and allows people to take a round trip in 1-2 days. This Amarnath Yatra route is considered more favourable for returning.  It is steep hence, difficult to climb.

The longer Amarnath yatra route via Pahalgam is generally preferred by most of the devotees. The length of the trek varies from 36 to 48 km. The trek usually takes 3-5 days one way. The Amarnath route is much wider than the Baltal trek and slopes gradually.

Registration process of Amarnath Yatra:

Registration and issue of yatra permit is done on first-come-first-serve basis. Travellers can get themselves registered at 440 designated bank branches of the Punjab National Bank, Jammu and Kashmir Bank and YES Bank in 32 states and Union Terriories across the country.

COMMENT

Total number of registrations for Amarnath Yatra:

Over two lakh pilgrims have registered for the annual pilgrimage to the 3,880 metre high cave shrine of Amarnath in south Kashmir Himalayas till now. Last year, over 2.6 lakh people registered for the annual pilgrimage.