कर-नाटक संकट: कांग्रेस के 4 विधायकों पर हो सकती है अनुशासनात्मक कार्यवाही

कांग्रेस ने दल-बदल निरोधक कानून के तहत बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने का फैसला किया है.

बेंगलुरू: कर्नाटक में सियासी संकट गहराता जा रहा है. पार्टी के 5 विधायकों ने अभी तक बजट सत्र में हिस्सा नहीं लिया. पार्टी द्वारा व्हिप जारी करने के बाद भी रमेश जरकीहोली, उमेश जाधव, महेश कुमथली, बी नागेंद्र पार्टी और जेएन गणेश बैठक में हाजिर नहीं हुए. कांग्रेस ने दल-बदल निरोधक कानून के तहत बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने का फैसला किया है.

कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया ने कहा कि वह विधानसभा के स्पीकर रमेश कुमार से मुलाकात करेंगे और उनसे अनुरोध करेंगे कि वह रमेश जरकीहोली, उमेश जाधव, महेश कुमथली और बी नागेंद्र के खिलाफ कार्रवाई करें. उन्होंने कहा कि इन चारों एवं जेएन गणेश को छोड़कर बाकी सभी कांग्रेस विधायकों ने पार्टी विधायक दल की बैठक में शिरकत की.

सिद्धारमैया ने कहा कि रोशन बेग और बीसी पाटिल नाम के दो विधायकों ने भी कांग्रेस विधायक दल की बैठक में हिस्सा नहीं लिया, लेकिन उन्होंने इसके लिए पूर्व अनुमति ले ली थी. हाल में एक रिजॉर्ट में अपने एक साथी विधायक के साथ हुई कथित झड़प के बाद गणेश को फरार घोषित कर दिया गया है. सिद्धारमैया ने कहा कि चार विधायकों ने उन्हें पत्र भेजकर कहा था कि वे विधानसभा के पूरे बजट सत्र में हिस्सा नहीं ले पाएंगे. 

इस बीच, मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने भाजपा द्वारा सरकार गिराने की कोशिश किए जाने के अपने दावे को पुख्ता बताने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक ऑडियो क्लिप जारी कर दी. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि दो ऑडियो क्लिप ऐसी हैं जिनमें येदियुरप्पा और जेडीएस विधायक नागनगौड़ा के बेटे शरण गौड़ा के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत रिकॉर्ड है. येदियुरप्पा पर आरोप है कि वह धन का लालच देकर नागनगौड़ा को अपने पाले में करने की कोशिश कर रहे थे. 

कुमारस्वामी के साथ मौजूद शरण ने बताया कि येदियुरप्पा ने किस तरह उसके पिता को लालच देने के लिए फोन पर उससे संपर्क साधा और देवदुर्गा में उसे मिलने को कहा. प्रेस कांफ्रेंस में एक अस्पष्ट क्लिप का एक ही हिस्सा सुनाया गया. क्लिप में एक पुरुष की आवाज सुनाई दे रही है जो धन और मंत्री पद की पेशकश कर रहा है. वह शरण गौड़ा को आश्वस्त कर रहा है कि यदि दल-बदल निरोधक कानून के तहत घेरा गया तो स्पीकर और न्यायाधीशों को ‘संभाल लिया जाएगा.’ 
इस पर पलटवार करते हुए येदियुरप्पा ने ऑडियो क्लिप को ‘‘फर्जी’’ करार दिया और कहा कि ‘‘मनगढ़ंत कहानी’’ सुनाई गई है. उन्होंने कहा कि नागनगौड़ा को लालच देने के लिए उन्होंने किसी से मुलाकात नहीं की है. येदियुरप्पा ने कहा कि वह मंदिर में दर्शन के लिए देवदुर्गा गए थे और फिर शहर लौट आए थे. उन्होंने कहा कि कुमारस्वामी ड्रामा कर रहे हैं और अपनी नाकामियां छुपाने की कोशिश कर रहे हैं. येदियुरप्पा ने कहा कि अगर आरोप साबित हुए तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे.   

रक्षामंत्री नि‍र्मला सीतारमन ने दिया जवाब, अखबार ने पूरा सच नहीं बताया

रक्षामंत्री न‍िर्मला सीतारमन ने राफेल पर उठ रहे सवालों पर कहा-आधा स‍च ही बताया गया.

नई दिल्‍ली: राफेल डील पर एक अखबार की रिपोर्ट के बाद मचे बवाल पर अब रक्षामंत्री निर्मला सीतारमन ने खुद आकर जवाब दिया है. रक्षामंत्री ने एएनआई को दिए इंटरव्‍यू में कहा कि प्रधानमंत्री की ये जिम्‍मेदारी होती है कि वह किसी भी डील की जानकारी लें कि उसमें कितनी प्रोग्रेस हुई. इसमें क्‍या गलती है. प्रधानमंत्री तो कई और कार्यक्रमों की जानकारी लेते हैं.

निर्मला सीतारमन ने कहा, कांग्रेस और राहुल गांधी इस मुद्दे पर झूठ बोल रहे हैं. इस डील के मामले में अखबार ने पूरा सच नहीं दिखाया. अखबार को पूरा सच दिखाना चाहि‍ए था. रक्षामंत्री ने कांग्रेस की ओर से उठ रहे सवालों पर ही प्रश्‍न उठाते हुए कहा कि क्‍या यूपीए के शासनकाल में सोनिया गांधी के एनएसी का दखल पीएमओ में था.

रक्षामंत्री ने कहा, अखबार ने आधा सच छापा है. इसीलिए मैं कहना चाहूंगी कि उनका उद्देश्‍य लोगों के मन में सिर्फ संदेह पैदा करना था.

बता दें कि एक अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है कि रक्षा मंत्रालय ने इसको लेकर आपत्ति जताई कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने राफेल विमान सौदे को लेकर फ्रांस के साथ समानांतर बातचीत की जिससे इस बातचीत में रक्षा मंत्रालय का पक्ष कमजोर हुआ. राफेल विमान सौदे को लेकर कांग्रेस और राहुल गांधी प्रधानमंत्री और अनिल अंबानी पर लगातार हमले कर रहे हैं. सरकार और अनिल अंबानी के समूह ने उनके आरोपों को पहले ही खारिज किया है.

उधर रॉबर्ट वाड्रा से धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ को लेकर भाजपा के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, ‘‘जिसके खिलाफ आप कार्रवाई करना चाहते हो करो क्योंकि आप सरकार में हो, लेकिन इस पर (राफेल) भी कार्रवाई करो. आप चिदंबरम के खिलाफ कोई जांच कराइए, वह इसका सामना करेंगे. आपको कांग्रेस में जिसके खिलाफ कार्रवाई करनी है, करिए. लेकिन राफेल पर आपने समानांतर बातचीत की है, इस पर जवाब दीजिए.’

ममता के साथ धरने पर बैठे अधिकारियों के खिलाफ होगी प्रशासनिक कार्यवाही


इसके अलावा चूक करने वाले अधिकारियों के खिलाफ मेडल उतारने के बारे में भी चर्चा की जा रही है.

4 फरवरी को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के जरिए धरना बुलाया गया. जिसमें कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार भी मौजूद थे. राजीव कुमार की मौजूदगी पर संज्ञान लेते हुए केंद्र सरकार ने कार्रवाई का आदेश दिया. वहीं कोलकाता में विरोध प्रदर्शन स्थल पर पांच अन्य शीर्ष पुलिस अधिकारी भी शामिल थे.

गृह मंत्रालय के जरिए पश्चिम बंगाल सरकार से राजीव कुमार के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू करने को कहा था. पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव को संबोधित एक पत्र में कहा गया था कि कुमार ने ऑल इंडिया सर्विस (कंडक्ट) नियम, 1968 /AIS (अनुशासन और अपील) नियम 1969 का उल्लंघन किया था.

दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मौजूदा अधिकारियों के जरिए धरने पर खास ध्यान देते हुए पश्चिम बंगाल सरकार से अधिकारियों से एक्शन लेने के लिए कहा है. केंद्र सरकार ने ऑल इंडिया सर्विस रूल के तहत धरना देने के लिए राज्य सरकार से कठोर कार्रवाई करने के लिए कहा है. सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्रालय ने कथित तौर पर सभी पांच अन्य अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की ठानी है.

चूक करने वाले अधिकारियों के खिलाफ मेडल उतारने के बारे में भी चर्चा की जा रही है. केंद्र सरकार सूची में शामिल अफसरों के नाम भी हटा सकती है और उन्हें केंद्र सरकार में सेवा देने से एक निश्चित अवधि के लिए रोक सकती है.

कर नाटक में विधायकों की अनुपस्थिति

बेंगलुरू: कर्नाटक विधानसभा में गुरुवार को दूसरे दिन बीजेपी विधायकों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई. बीजेपी विधायकों ने आरोप लगाया कि कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार के पास बहुमत नहीं है. बुधवार को सदन की कार्यवाही में अनुपस्थित रहने वाले कांग्रेस के नौ विधायक गुरुवार को भी सदन में मौजूद नहीं रहे. अध्यक्ष केआर रमेश कुमार के सदन में प्रवेश करते ही बीजेपी विधायकों ने हंगामा किया.

कुमार के सीट पर बैठने और कार्यवाही शुरू करने से पहले ही बीजेपी विधायकों ने ‘सीएम वापस जाओ, सीएम वापस जाओ’, ‘सीएम इस्तीफा दो, सीएम इस्तीफा दो’, ‘बिना बहुमत की सरकार जाओ’, और ‘एकता नहीं, बहुमत नहीं’ के नारे लगाए. प्रदर्शनरत विधायकों ने अध्यक्ष के अनुरोध को नहीं माना जिसके कारण उन्होंने दस मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी.

जब सदन की कार्यवाही फिर से शुरू हुई तो बीजेपी विधायकों का प्रदर्शन जारी रहा जिससे कारण अध्यक्ष ने शुक्रवार दोपहर साढ़े 12 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी जब मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी की सरकार 2019-2020 बजट पेश करेगी. कर्नाटक विधान परिषद में भी ऐसी ही स्थिति देखने को मिली जहां बीजेपी सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए और उन्होंने यह कहते हुए नारेबाजी की कि सरकार के पास बहुमत नहीं है. 
असंतुष्ट कांग्रेस विधायक उमेश जाधव, महेश कुमातल्ली, रमेश जारकीहोली और बी नागेंद्र दूसरे दिन भी सदन से अनुपस्थित रहे और उनसे संपर्क नहीं हुआ. ऐसी खबर है कि ये विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं. फरार कांग्रेस विधायक जे एन गणेश भी सदन से अनुपस्थित रहे. पुलिस साथी विधायक आनंद सिंह से कथित तौर पर दुर्व्यवहार करने के मामले में गणेश की तलाश कर रही है. 

लोकसभा में बजट सत्र के छठे दिन राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पीएम मोदी ने जवाब दिया.

नई दिल्ली: लोकसभा में पीएम मोदी ने गुरुवार को विपक्ष के सवालों का जवाब दिया. लोकसभा में बजट सत्र के छठे दिन राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पीएम मोदी ने जवाब दिया. पीएम मोदी ने विपक्षी सांसदों को एक हैल्दी कॉप्टीशन के लिए भी बधाई दी. प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में पहली बार वोट डालने जा रही युवा पीढ़ी को भी भविष्य की शुभकामनाएं दीं. इस मौके पर उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा.

पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, कांग्रेस मुक्त भारत का नारा मेरा नहीं है. ये तो महात्मा गांधी ने बहुत पहले ही कह दिया था. हम उनका ये सपना जरूर पूरा करेंगे. पीएम मोदी ने कहा, लोकतंत्र में आलोचना जरूरी होती है. आप मोदी की आलोचना कीजिए, बीजेपी की आलोचना कीजिए. लेकिन विपक्ष मोदी और बीजेपी की आलोचना करते करते करते देश की आलोचना करने लगते हैं. इस पर जब टोकाटाकी हुई तो पीएम मोदी ने कहा कि आप लोग ही हैं जो विदेश में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर झूठे आरोप लगाते हैं.
पीएम मोदी ने कहा, पहले कभी नहीं हुआ जब देश की सेना पर उंगली उठाई गई. देश में चाहे किसी की भी सरकार रही हो, लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ कि कभी भी किसी भी सरकार ने सेना पर सवाल उठाए हों. पीएम मोदी ने कहा, जब बात बजट की हो रही है, उस समय आप ईवीएम का रोना रो रहे हैं. कांग्रेस हम पर संस्थानों को खत्म करने का आरोप लगा रही है. लेकिन खुद उसने क्या किया. संस्थानों को कांग्रेस धमकाती है. न्यायपालिका को कांग्रेस धमकाती है. सीजेआई के खिलाफ महाभियोग कौन चलाना चाहता था. सेना पर आरोप किसने लगाए.

पीएम मोदी ने कहा, देश में आपातकाल कांग्रेस ने थोपा. लेकिन कहते हैं मोदी संस्थाओं को बर्बाद कर रहा है. सेनाध्यक्ष को गुंडा कांग्रेस ने कहा, और कहते हैं मोदी संस्थाओं को बर्बाद कर रहा है. आज खड़गे जी ने कहा कि मोदी जी जो बाहर बोलते हैं, वही राष्ट्रपति ने यहां कहा. इसका तात्पर्य है कि आप मानते हैं की आप बाहर कुछ और अंदर कुछ बोलते हैं और हम हमेशा सच बोलते हैं वो संसद हो या कोई जनसभा. जो कहते हैं कि ये अमीरों की सरकार है, तो मैं कहता हूं कि देश के गरीब ही मेरे अमीर हैं। गरीब ही मेरा इमान है, वही मेरी जिंदगी हैं, उन्ही के लिए जीता हूं, उन्हीं के लिए यहां आया हूं

महागठबंधन पर निशाना
पीएम मोदी ने अपने जवाब में महागठबंधन पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, देश देख चुका है मिलावट खतरनाक है. अब तो महा मिलावट आने वाली है. उन्होंने कहा, इधर चुनाव की आहट हुई, उधर महा मिलावट होने लगी.

पीएम मोदी ने गिनाई अपनी उपलब्धि
कांग्रेस ने 2004, 2009 और 2014 में अपने मैनीफेस्टो में कहा कि तीन साल के अंदर हर घर में बिलजी पहुंचाएंगे. गरीबी हटाओ की तरह हर घर में बिजली पहुंचाएंगे के वादे को भी कांग्रेस आगे बढ़ाती रही. कांग्रेस के 55 वर्षों में देश में स्वच्छता कवरेज केवल 38% था,  हमारे 55 महीनों में बढ़कर 98% हो गया है. हमने अपने कार्यकाल में अधिक गति से काम किया है.

राफेल पर दिया जवाब
पीएम मोदी ने राफेल पर जवाब देते हुए कहा, इससे पहले देश में कभी भी सौदे बिना दलाली के पूरे हुए ही नहीं. अब कांग्रेस किस की शह पर ये सब कर रही है. उन्होने कहा, हम घोटालों के 3-3 राजदार पकड़कर लाए. दिल्ली में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में एक तरफ हमारे खिलाड़ी पदक जीतने के लिए मेहनत कर रहें थे और कांग्रेस के लोग अपनी वेल्थ बना रहें थे.

हम पर आरोप लगाए जा रहे हैं. लेकिन हम उन लोगों को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं, जो लूटकर भाग गए हैं. जो लोग देश से भाग गए हैं, वो ट्विटर पर रो रहे हैं कि मैं तो 9 हजार करोड़ रुपये लेकर निकला था, लेकिन मोदी जी ने मेरे 13 हजार करोड़ जब्त कर लिए.

असंतुष्ट ईडी ने की वडरा से की 10 घंटे पूछताछ, शनिवार को फिर होंगे पेश

नई दिल्ली: रॉबर्ट वाड्रा गुरुवार को लगातार दूसरे दिन धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए. वाड्रा का सुमित चड्ढा के साथ आदान-प्रदान किए उनके ई-मेल से सामना कराया गया. सुमित चड्ढा, भगोड़े हथियार सौदागर संजय भंडारी का संबंधी है. रॉबर्ट वाड्रा से करीब 10 घंटे तक पूछताछ हुई. रात साढ़े 9 बजे के करीब ये पूछताछ खत्म हुई. रॉबर्ट वाड्रा को लेने के लिए खुद प्रियंका गांधी वाड्रा ईडी ऑफिस पहुंचीं. सूत्रों के अनुसार, शनिवार को सुबह साढ़े दस बजे रॉबर्ट वाड्रा को फिर से पूछताछ के लिए जाना होगा.

ईडी सूत्रों ने कहा कि रॉबर्ट वाड्रा से लंदन की संपत्ति के संदर्भ में सुमित चड्ढा के साथ आदान-प्रदान किए गए ईमेल के बारे में पूछताछ की गई. वाड्रा के दोपहर के भोजन के लिए जाने से पहले दो घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की गई. यह मामला विदेश में 19 लाख पाउंड्स की अघोषित संपत्ति के स्वामित्व से जुड़ा हुआ है, जो कथित तौर पर वाड्रा की हैं. रॉबर्ट वाड्रा के करीबी सहयोगी मनोज अरोड़ा के खिलाफ धनशोधन का एक मामला दर्ज किया गया है.

रॉबर्ट वाड्रा ईडी के जामनगर कार्यालय से दोपहर बाद 1.30 बजे रवाना हो गए. वह करीब एक घंटे की देरी से सुबह 11.20 बजे पर ईडी के समक्ष पेश हुए. हालांकि, वाड्रा को ईडी के समक्ष सुबह 10.30 बजे पेश होने को कहा गया था. रॉबर्ट वाड्रा, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई हैं.

इससे पहले रॉबर्ट वाड्रा से बुधवार को पहली बार छह घंटों से ज्यादा समय तक पूछताछ की गई थी. पहले दिन के उलट व्यापारी रॉबर्ट वाड्रा दूसरे दिन की पूछताछ के लिए अपनी पत्नी प्रियंका वाड्रा के साथ नहीं पहुंचे. प्रियंका वाड्रा बुधवार को रॉबर्ट वाड्रा को ईडी कार्यालय छोड़ने आईं थी. ईडी ने 7 दिसंबर 2018 को जांच के तहत दिल्ली-एनसीआर व बेंगलुरू के कई परिसरों में तलाशी ली थी.

इससे पहले ईडी के वकील ने शहर की अदालत में कहा था कि लंदन की संपत्ति एक पेट्रोलियम सौदे में प्राप्त की गई रिश्वत का हिस्सा है. इस धन को भंडारी द्वारा नियंत्रित यूएई स्थित कंपनी एफजेडसी सनटेक इंटनेशनल ने स्थानांतरित किया था. अरोड़ा वाड्रा के स्काईलाइट हॉस्पिटलिटी एलएलपी का कर्मचारी है. अरोड़ा मामले में एक प्रमुख संदिग्ध है क्योंकि वह अपने नियोक्ता की खरीद व विदेशी निवेश के बारे में जानता है.

ऐसा संजय भंडारी के खिलाफ नए काला धन अधिनियम व कर कानून के तहत एक अन्य मामले की आयकर विभाग द्वारा जांच के दौरान मनोज अरोड़ा की भूमिका सामने आने के बाद धन शोधन का मामला दर्ज किया गया. लंदन की संपत्ति कथित तौर संजय भंडारी द्वारा खरीदी गई थी और इसके नवीनीकरण पर खर्च की गई अतिरिक्त राशि के बावजूद खरीदी गई राशि में 2010 में बेच दी गई.

लॉरेंस बिश्नोई गैंग के 3 गैंगस्टर पीर मुशल्ला के महालक्ष्मी अपार्टमेंट्स में एंकाउंटर जारी

ख़बर, विडियो और फोटो: कपिल नागपाल

फोटो कपिल नागपाल

पीरमुछल्ला – पंजाब पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने वीरवार की रात यहां त्रिशला होम्स के नजदीक महालक्ष्मी प्रापर्टी नामक बिल्डिंग से कुछ खुंखार क्रिमिनल्स को पकड़ा जिनके बारे में संदिग्ध उग्रवादी होने का संदेह है। इन्हें पकड़ने के लिए ज्यों ही पुलिस ने दबिश दी, सामने से रुक रुक कर कुछ देर तक फायरिंग भी की गई जिसमें एक एएसआई जख्मी हो गया। बहरहाल पुलिस मौके पर बिल्डिंग की गहन छानबीन कर रही है।

जीरकपुर के पीर मुशल्ला क्षेत्र में एनकाउंटर जारी।


विडियो कपिल नागपाल

गैंगस्टर द्वारा एक युवती को रखा गया था गन पॉइंट पर।

बंधक युवती के कान पर लगी गोली।

मोहाली एसएसपी कुलदीप सिंह चाहल घटनास्थल पर मौजूद।

लॉरेंस बिश्नोई गैंग के 3 गैंगस्टर पीर मुशल्ला के महालक्ष्मी अपार्टमेंट्स में थे मौजूद।

जीरकपुर के पीर मुशल्ला में गैंगस्टर और पंजाब पुलिस में चल रहा मुकाबला।

एक गैंग स्टर के मारे जाने की खबर।

मृतक गैंगस्टर का शव अस्पताल पहुंचाया गया।

पुरे पीर मुशाल्ला इलाके को पुलिस ने चारों तरफ से घेरा और किया सील।


विडियो कपिल नागपाल

भारी पुलिस बल मौके पर।


विडियो कपिल नागपाल

चंडीगढ़ के समीप जीरकपुर में अंकित भादू का एनकाउंटर किया गया है।

श्री गंगानगर की पुलिस टीम भी मौके पर मौजूद है।

मारा गया गैंगस्टर अंकित भादू।

पंजाब के जीरकपुर में हुआ एनकाउंटर।

ऑर्गेनाइज्ड क्राईम यूनिट से हुई थी भादू की मुठभेड़।

विडियो कपिल नागपाल

अंकित भादू के दो साथियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार।

अंकित भादू पर था ₹100000 का इनाम।

आज ही राजस्थान डीजीपी ने घोषित किया था एक लाख का इनाम।

एसडीएम ने DC के ड्राइवर का काटा बेल्ट ना लगाने पर चालान, डीसी भी थे कार में मौजूद

👉 प्रदेश में चल रहे सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान सोनीपत के एसडीएम प्रशांत पंवार ने डीसी की गाड़ी का चालान काट दिया। दरअसल, अभियान के दूसरे दिन मंगलवार को जब सोनीपत के लघु सचिवालय के अंदर डीसी विनय सिंह की गाड़ी आई, तो एसडीएम प्रशांत पंवार ने हर गाड़ी की तरह उनकी भी गाड़ी की जांच की एसडीएम ने जांच के दौरान पाया कि ड्राइवर ने सीट बेल्ट नहीं लगा रखी है और जब उन्होंने कहा कि सीट बेल्ट नहीं लगा रखी, तो डीसी ने भी कहा कि नियम व कानून सबके लिए एक समान है। जिसके बाद एसडीम ने चालान काट दिया। इस दौरान डीसी प्रशांत पंवार ने भी कहा कि कायदे-कानून सबके लिए एक जैसे होने चाहिए, मैंने खुद कहा कि चालान काटों, ताकि नियमों को लेकर आम लोगों को भी एक मैसेज मिले।

मानेसर लैंड घोटाला मामला: आरोपी अतुल बंसल के कोर्ट में न पहुंचने के चलते आज भी नहीं हुई कोई कार्यवाही।

Moti Lal Vora and Bhupinder Singh Hooda, Photo: Kapil Nagpal

मनेसार भूमि घोटाला मामले में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोहरा बुधवार को पंचकुला में सीबीआई स्पेशल कोर्ट के सामने पेश हुए। सुनवाई में आज आरोपी अतुल बंसल के कोर्ट में न पहुंचने के चलते आज भी नहीं हुई कोई कार्यवाही। कोर्ट ने अब मामले में सुनवाई के लिए अगली तारीख 20 फरवरी दी है। सनद रहे की इससे पहले मई में सीबीआई कोर्ट ने भूपिंदर सिंह हुड्डा को राहत देते हुए करोड़ों रूपये के मनेसार ज़मीन घोटाले में उन्हे जमानत दी थी।

एबीडबल्यू बिल्डर्स के अतुल बंसल की अनुपस्थिति ने कोर्ट की कार्यवाही को स्थगित करवाया। सनद रहे अतुल बंसल मनेसार ज़मीन घोटाले के मुख्य आरोपियों में से एक हैं। आरोपी अतुल बंसल पिछली पेशी में भी अदालत में पेश नहीं हुए थे, जिस कारण उनके नॉन बेलेबल वारंट निकले गए थे। आज फिर अतुल बंसल के खिलाफ नॉन बेलेबले अरैस्ट वारंट जारी किए गए हैं,
अतुल बंसल की अनुपस्थिति पर कोर्ट ने आज फिर नाराजगी दिखाई, आरोपी

     दरअसल, हरियाणा के गुरुगरम जिले के मनेसार में ज़मीन घोटाले के मामले में सीबीआई ने इस वर्ष फरवरी में हुड्डा, करिष्ठ नौकरशाहों व अन्य के विरुद्ध मामला दर्ज़ किया था। चार्जशीट में वरिष्ठ नौकरशाह छत्तर सिंह,, एस एस ढिल्लों और गुरुगरम की रियल इस्टेट कंपनी एबीडबल्यू बिल्द्र्स के प्रोमोटर अतुल बसन को शामिल किया गया था। तीनों अधिकारी हुड्डा के मुख्यमंत्री रहते हुए प्रभावशाली प्रमुख सचिव थे। सीबीआई ने सितंबर 2015 में इस संबंध में मामला दर्ज़ किया था। आरोप था की निजी बिलदारों ने हरियाणा सरकार के साथ मिलीभगत कर गुरुगरम जिले के मनेसार, नौरंगपुर, लखनौला गांवों में किसानों और ज़मीन के मालिकों से 400 एकड़ ज़मीन बहुत कम दामों में खरीदी।

     उस समय बेची गयी ज़मीन की कीमत 1600 करोड़ रुपये थी, लेकिन बिल्डरों ने इसे मात्र 100 करोड़ रुपए में खरीद लिया। यह ज़मीनें अगस्त 2004 से अगस्त 2007 के बीच खरीदी गईं। मुख्यमंत्री हुड्डा के नेतृत्व वाली सरकार मार्च 2005 से अक्तूबर 2014 तक हरियाणा में सत्ता में थी। सीबीआई का आरोप है की एबीडबल्यू बिल्द्र्स ने कांग्रेस के कार्यकाल में ज़मीन खरीदने का षड्यंत्र रचा।  

‘क्यों राजीव कुमार को CBI के सामने नहीं आना चाहिए?’ सर्वोच्च न्यायालय

सीबीआई की कार्रवाई को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. ममता का धर्मतल्ला के मेट्रो चैनल पर चल रहा धरना तीसरे दिन भी जारी है. उधर इस मामले में सीबीआई की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने साफ-साफ कहा है कि कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार को सीबीआई के समक्ष पेश होना होगा. कोर्ट ने कहा है कि कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार तटस्थ स्थान (न्यूट्रल प्लेस) शिलॉन्ग में सीबीआई के समक्ष पेश होंगे.

मामले की सुनवाई करते हुए सीजेआई गोगोई ने साफ कहा कि कोलकाता पुलिस कमिश्नर को सीबीआई के समक्ष पेश होना होगा लेकिन सीबीआई उन्हें गिरफ्तार नहीं करेगी. साथ ही सीजेआई ने पश्चिम बंगाल के डीजीपी से कोर्ट के अवमानना मामले में जवाब भी मांगा है. इसके साथ ही सीजेआई ने कहा है कि पुलिस कमिश्नर और राज्य के चीफ सेक्रेटरी भी अवमानना मामले में कोर्ट को जवाब दें.

अब सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई 20 फरवरी को होगी.

सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई की तरफ से अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल जिरह कर रहे थे. उन्होंने कहा कि इस मामले में जिस तरह की पेमेंट दी गई है वह संदेहास्पद है. उनका कहना है कि पेमेंट चेक से हुई हैं. सीबीआई ने इस मामले सुप्रीम कोर्ट में अतिरिक्त दस्तावेज सौंपे हैं. सीबीआई ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट में वह और दस्तावेज जमा करना चाहते हैं लेकिन वे सीलबंद लिफाफे में इसे सौंपेंगे.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि हम ममता बनर्जी सरकार की बातें सुनेंगे. कोर्ट ने आगे कहा कि कोलकाता पुलिस कमिश्न को सीबीआई के सामने पेश होना चाहिए, ताकि जांच एजेंसी पूछताछ कर सके. चीफ जस्टिस ने पूछा, क्यों राजीव कुमार को CBI के सामने नहीं आना चाहिए? सुप्रीम ने कहा, हमारे प्रस्तावित ऑर्डर में पश्चिम बंगाल की सरकार को क्या आपत्ति है?

ममता बनर्जी सरकार की तरफ से अभिषेक मनु सिंघवी पैरवी कर रहे थे. सिंघवी ने कहा कि राजीव कुमार के खिलाफ एफआईआर क्यों नहीं हुआ. अभी तक तीन समन जारी किए गए थे. सीबीआई की तरफ से कोई फॉर्मल ऑर्डर नहीं आया था.