प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मुझे कारण बताओ नोटिस भेजा है. लेकिन, मैं इसे पढ़ने की भी जहमत नहीं उठाऊंगा : रोशन बेग

अभ हाल ही में कांग्रेस नेता रौशन बेग ने मीडिया को संबोधित करते हुए यहां कहा, ‘‘यदि राजग सरकार में लौटता है तो मैं विनम्रता से मुस्लिम भाइयों से अनुरोध करता हूं कि वे परिस्थिति से समझौता करें.’’ यह पूछे जाने पर कि क्या इसका मतलब मुसलमानों को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से हाथ मिला लेना चाहिये, बेग ने कहा कि यदि जरूरत पड़ती है तो जरूर. कांग्रेस ने राज्य में सिर्फ एक मुसलमान को टिकट दिया है.

नई दिल्ली: कर्नाटक में कांग्रेस के नेता और विधायक रोशन बेग पार्टी द्वारा नोटिस दिए जाने पर एक बार फिर से भड़क गए. रोशन बेग ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मुझे कारण बताओ नोटिस भेजा है. लेकिन, मैं इसे पढ़ने की भी जहमत नहीं उठाऊंगा क्योंकि मुझे पता है कि ये आदेश उन लोगों द्वारा ही दिया गया है, जिनकी अक्षमताओं को मैंने बताया था. दरअसल, रोशन बेग ने मंगलवार को कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव, पूर्व सीएम सिद्धारमैया और राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल पर गंभीर आरोप लगाए थे.

रोशन बेग के बयान के बाद कांग्रेस महासचिव वेंकटराव वाई घोरपड़े ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है. गौरतलब है कि कांग्रेस नेता रोशन बेग के पार्टी छोड़ने को लेकर लगातार अटकलें लगाई जा रही हैं. उन्‍होंने सोमवार को कांग्रेस पर मुस्लिमों को नजरअंदाज करने आरोप भी लगाया था. उन्‍होंने कहा था, ‘कर्नाटक में कांग्रेस ने ईसाइयों को एक भी सीट नहीं दी, मुस्लिमों को सिर्फ एक सीट पर टिकट दिया गया. उनको नजरअंदाज किया गया है. मैं इस सबको लेकर परेशान हूं. हमारा इस्‍तेमाल किया गया है.’ बेग से जब यह पूछा गया था कि क्‍या आने वाले कुछ दिनों में आप कांग्रेस छोड़ सकते हैं? तो उनका कहना था कि अगर आवश्‍यक हुआ तो जरूर ऐसा होगा.

अब उनकी व्यथा का विश्लेषण करते हैं, बेग अपनी पार्टी यानि कांग्रेस के बड़े नेता और मुस्लिम चेहरा हैं। बार बार पिछले 55 सालों का हिसाब मांग रहे लोगों की आवाज़ सुन उन्हे झटका लगा, दीख पड़ा की म्सलमान पिछले 70 सालों से मात्र एक “वोट बैंक” बन कर रह गया है। उन्हे कभी सांप्रदायिक ताकतों का डर दिखाया जाता है तो कभी खुद उन पर सांप्रदायिक होने का आरोप लगा दिया जाता है। आज़ादी के बाद ही से कांग्रेस ने तुष्टिकरण की राजनीति के चलते उनका इस्तेमाल तो बहुत किया लेकिन उन्हे उनके हक कभी न दिए। आज हिंदुस्तान की सबसे तेज़ बढ़ती आबादी यदि है तो वह मुसलमानों की है। और दलितों के बाद यदि कोई पिछड़ा वर्ग है तो वह भी मुसलमानों का है। कांग्रेस ने हमेशा भाजपा का डर दिखाया जो पिछले 5 सालों में खत्म तो नहीं हुआ हाँ कम ज़रूर हो गया है। अब बेग साहब कहते हैं की कांग्रेस के साथ जुड़े रह कर धोखा खाने से बेहतर उस कमल को थाम लो जो मुसलमानों के साथ तुष्टीकरण की नीति नहीं अपनाता, जब बैंक खाते खुलते हैं तो वह जात पात देख कर नहीं खुलते, जनधन योजना सिर्फ कुछ हिंदुओं तक सीमित नहीं है उसी तरह भाजपा झूठी उम्मीद भी नहीं बँधाती।

रविवार को एग्जिट पोल के आंकड़ों में कांग्रेस को झटका लगने के बाद रोशन बेग ने सोमवार को ही कांग्रेस छोड़ने संबंधी बात का हवा दी थी. उन्‍होंने मुस्लिमों से अपील की थी अगर एनडीए सत्‍ता में वापस आता है तो हालातों से समझौता कर लें. ऐसे हालात में मुस्लिम बीजेपी और एनडीए से हाथ मिला लें. हम किसी एक पार्टी के लिए वफादार नहीं रह सकते.

पंचकूला पुलिस ने काबू किया एक गैंगस्टर, दूसरे की तलाश जारी

पंचकूला- चंडीगढ़ -सोमवार की शाम पंचकूला पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली।जब उत्तर प्रदेश में एक बड़ी वारदात को अंजाम देकर पंचकूला क्षेत्र में एंटर किये दो में से एक गैंगस्टर को काबू कर लिया

पंचकूला सोमवार की शाम पंचकूला पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली।जब उत्तर प्रदेश में एक बड़ी वारदात को अंजाम देकर पंचकूला क्षेत्र में एंटर किये दो में से एक गैंगस्टर को काबू कर लिया।इसका एक साथी फरार है और उसकी पुलिस तलाश कर रही है।
पुलिस के अनुसार हुआ ऐसे की दोनों गैंगस्टर जैगुआर कार जिसपर चंडीगढ़ का रजिस्ट्रेशन नंबर मिला है, में GH 79 के सामने से करीब 5.45 बजे बहुत तेज रफ़्तार से गाड़ी चलते हुए मोड़ पर डिविडेंड से टकरा गए।कार इतनी तेज थी कि पलट कर सेक्टर 21 की रोड की तरफ जा गिरी। संयोग से कोई राह चलता इस कार की चपेट में नहीं आया वरना जानलेवा हादसा हो सकता था।
जानकारी के अनुसार, इन दोनों गैंगस्टर के बारे में पंचकूला पुलिस को सूचना थी और पुलिस पीछे लगी हुई थी।

पुलिस ने घेराबंदी कर ली थी और इसी चक्कर में दोनों गैंगस्टर बहुत तेज रफ़्तार से जैसे तैसे पंचकूला से बाहर भागने की फ़िराक में थे।इसी बीच इनकी कार पलट गई।
राह चलते कुछ लोगो ने मदद कर कार को सीधा किया।
दोनों गैंगस्टर कार से निकलकर पैदल ही भाग निकले।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, एक गैंगस्टर के हाथ में पिस्तौल के जैसा असला था। जिसे उन्होंने पुलिस की घेराबंदी को देखते हुए सेक्टर 21 अलकेमिस्ट हॉस्पिटल की तरफ सड़क के किनारे फेंक दिया और भाग निकले जिनमे से एक को पुलिस ने पीछा करके पकड़ लिया।
बहरहाल पुलिस की पूछताछ जारी है।

पत्रकारिता के पितृ परूष की जयंती पर विशेष

मेरे मत में पत्रकारिता, पाखंड की पीठ पर चुनौती का चाबुक है और देवर्षि नारद इधर-उधर घूमते हुए जो पाखंड देखते हैं उसे खंड-खंड करने के लिए ही तो लोकमंगल की दृष्टि से संवाद करते हैं :
– अजहर हाशमी

शास्त्रों में उल्लेख के अनुसार ‘नार’ शब्द का अर्थ जल है। ये सबको जलदान, ज्ञानदान करने एवं तर्पण करने में निपुण होने की वजह से नारद कहलाए। अथर्ववेद में भी अनेक बार नारद नाम के ऋषि का उल्लेख है। प्रसिद्ध मैत्रायणी संहिता में नारद को आचार्य के रूप में सम्मानित किया गया है। कुछ स्थानों पर नारद का वर्णन बृहस्पति के शिष्य के रूप में भी मिलता है।

अविरल भक्ति के प्रतीक और ब्रह्मा के मानस पुत्र माने जाने वाले देवर्षि नारद का पुराणों में विस्तार से बारम्बार वर्णन आता है। आम आदमी नारद को भिड़ाऊ और कलह- विशेषज्ञ मानता है, परंतु इनकी यह छवि सर्वथा असत्य है क्योंकि नारद का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक भक्त की पुकार भगवान तक पहुंचाना है।

सृष्‍टि के प्रथम संदेशवाहक देवर्षि नारद नाम सुनते ही इधर-उधर विचरण करने वाले व्यक्तित्व की अनुभूति होती है। आम धारणा यही है कि देवर्षि नारद ऐसी ‘विभूति’ हैं जो ‘इधर की उधर’ करते रहते हैं। प्रायः नारद को चुगलखोर के रूप में जानते हैं। लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है। मेरा मत है कि नारद इधर-उधर घूमते हुए संवाद-संकलन का कार्य करते हैं। इस प्रकार एक घुमक्कड़, किंतु सही और सक्रिय-सार्थक संवाददाता की भूमिका निभाते हैं और अधिक स्पष्ट शब्दों में कहें तो यह कि देवर्षि ही नहीं दिव्य पत्रकार भी हैं नारद।

महर्षि वेदव्यास विश्व के पहले संपादक हैं- क्योंकि उन्होंने वेदों का संपादन करके यह निश्चित किया कि कौन-सा मंत्र किस वेद में जाएगा अर्थात्‌ ऋग्वेद में कौन-से मंत्र होंगे और यजुर्वेद में कौन से, सामवेद में कौन से मंत्र होंगे तथा अर्थर्ववेद में कौन से? वेदों के श्रेणीकरण और सूचीकरण का कार्य भी वेदव्यास ने किया और वेदों के संपादन का यह कार्य महाभारत के लेखन से भी अधिक कठिन और महत्वपूर्ण था।

देवर्षि नारद दुनिया के प्रथम पत्रकार या पहले संवाददाता हैं, क्योंकि देवर्षि नारद ने इस लोक से उस लोक में परिक्रमा करते हुए संवादों के आदान-प्रदान द्वारा पत्रकारिता का प्रारंभ किया। इस प्रकार देवर्षि नारद पत्रकारिता के प्रथम पुरुष/पुरोधा पुरुष/पितृ पुरुष हैं। जो इधर से उधर घूमते हैं तो संवाद का सेतु ही बनाते हैं। जब सेतु बनाया जाता है तो दो बिंदुओं या दो सिरों को मिलाने का कार्य किया जाता है।

दरअसल देवर्षि नारद भी इधर और उधर के दो बिंदुओं के बीच संवाद का सेतु स्थापित करने के लिए संवाददाता का कार्य करते हैं। इस प्रकार नारद संवाद का सेतु जोड़ने का कार्य करते हैं तोड़ने का नहीं। परंतु चूंकि अपने ही पिता ब्रह्मा के शाप के वशीभूत (देवर्षि नारद को ब्रह्मा का मानस-पुत्र माना जाता है। ब्रह्मा के कार्य में पैदा होते ही नारद ने कुछ बाधा उपस्थित की। अतः उन्होंने नारद को एक स्थान पर स्थित न रहकर घूमते रहने का शाप दे दिया।) नारद को इधर से उधर (इस लोक से उस लोक में) घूमना पड़ता है तो इसमें संवाद की जो अदला-बदली हो जाती है उसे लोगों ने नकारात्मक दृष्टि से देखा और नारद को ‘भिड़ाने वाले’ या ‘कलह कराने वाले’ किरदार के फ्रेम में फिट कर दिया। नारद की छवि को इस प्रकार प्रस्तुत किया कि वे ‘चोर को कहते हैं कि चोरी कर और साहूकार को कहते हैं कि जाग।’ लेकिन यह सच नहीं है। सच तो यह है कि नारद घूमते हुए सीधे संवाद कर रहे हैं और सीधे संवाद भेज रहे हैं इसलिए नारद सतत सजग-सक्रिय हैं यानी नारद का संवाद ‘टेबल-रिपोर्टिंग’ नहीं ‘स्पॉट-रिपोर्टिंग’ है इसलिए उसमें जीवंतता है।

अजहर हाशमी मत में पत्रकारिता, पाखंड की पीठ पर चुनौती का चाबुक है और देवर्षि नारद इधर-उधर घूमते हुए जो पाखंड देखते हैं उसे खंड-खंड करने के लिए ही तो लोकमंगल की दृष्टि से संवाद करते हैं। रामावतार से लेकर कृष्णावतार तक नारद की पत्रकारिता लोकमंगल की ही पत्रकारिता और लोकहित का ही संवाद-संकलन है। उनके ‘इधर-उधर’ संवाद करने से जब राम का रावण से या कृष्ण का कंस से दंगल होता है तभी तो लोक का मंगल होता है। अतः देवर्षि नारद दिव्य पत्रकार के रूप में लोकमंडल संवाददाता हैं।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने दिये मतगणना संबंधी दिशा निर्देश

चंडीगढ़, 20 मई- हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री राजीव रंजन ने कहा कि कोई भी सांसद, विधायक, जिला परिषद व ब्लॉक समिति चेयरमैन या ऐसा व्यक्ति जिसे सरकार की और से सुरक्षा प्रदान की गई हो वह मतगणना एजेंट नहीं बन सकते।
श्री रंजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला निर्वाचन अधिकारियों को मतगणना संबंधी आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि मतगणना के दौरान सभी मतगणना केंद्रों के बाहर सुरक्षा के कड़े प्रबंध रहेंगे। सरकारी डयूटी पर तैनात कर्मचारियों, उम्मीदवार, मतगणना एजेंटों व निर्वाचन आयोग द्वारा अधिकृत पत्रकारों के अलावा किसी भी व्यक्ति को मतगणना केंद्र के परिसर में जाने की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग की हिदायतों का पालन करते हुए मतगणना के कार्य को पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ करें। सभी मतगणना सुपरवाइजर, सहायक और माईक्रो पर्यवेक्षक अपने कार्य को पूरी तरह से आश्वस्त होकर करें तथा जल्दबाजी में कोई भी निर्णय न लें।
उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी तरह के मतगणना स्टाफ को पहचान पत्र जारी किया जाए। इसके साथ ही खाना व जल-पान पहुंचाने वाले बाहरी व्यक्तियों व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को भी पहचान पत्र जारी करें। उन्होंने कहा कि मतगणना डयूटी पर तैनात स्टाफ को भी मोबाईल सहित कोई भी सामान साथ ले जाने की अनुमति नहीं होगी। मतगणना केंद्र में पैन, पेंसिल, मोबाइल फोन , चाबी-छल्ला, चाकू या बीड़ी-माचिस, बेल्ट अथवा कोई भी इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण या अन्य वस्तुएं लेकर जाना प्रतिबंधित रहेगा।
उन्होंने कहा कि मतगणना केंद्र में प्रवेश से पूर्व ये सभी वस्तुएं बाहर ही रखवा ली जाएंगी। कर्मचारियों को पेंसिल व कागज जैसी जरूरी सामग्री मतगणना केंद्र के भीतर ही दी जाएंगी।
श्री रंजन ने कहा कि वीवीपैट की गणना के लिए कम से कम 2 टीमें अवश्य लगाएं। इस टीम में बैंक के कैशियर की डयूटी लगाना अनिवार्य है। इसके अलावा, एक अलग गणना टीम को रिजर्व में भी रखें। वीवीपैट की अलग-अलग गणना करें। उन्होंने कहा कि गणना के बाद सभी ईवीएम और वीवीपैट मशीनें 45 दिनों तक स्ट्रॉंग रूम में ही रहेंगी। स्ट्रॉंग रूम की पूरी तरह से सुरक्षा रहेगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतगणना केंद्रों के 100 मीटर के दायरे में किसी प्रकार के वाहनों का आवागमन नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मतगणना देर तक चलेगी। इसलिए मतगणना केंद्र पर नागरिकों की भीड़ एकत्रित न होने दें। उन्होंने कहा कि सबसे पहले मतगणना का परिणाम वोटर हेल्पलाइन मोबाइल एपलिकेशन पर डाला जाएगा। इसके साथ-साथ results.eci.gov.in वेबसाइट पर भी परिणाम घर बैठे आसानी से देखें जा सकेंगे

मतगणना की सारी प्रक्रिया की होगी वीडियोग्राफी- डाॅ0 बलकार सिंह

पुरनूर, पंचकूला, 20 मई:

उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डाॅ0 बलकार सिंह ने आज कालका व पंचकूला विधानसभा क्षेत्रों के लिये स्थापित मतगणना केंद्रों व ईवीएम स्ट्रोगरूम का निरीक्षण किया। उन्होंने मतगणना के लिये किये गये प्रबंधों की समीक्षा भी की। उनके साथ एसडीएम पंकज सेतिया भी उपस्थित रहे।

  उपायुक्त ने बताया कि चुनाव आयोग के निर्देशानुसार 23 मई को लोकसभा चुनाव की मतगणना की प्रशासन द्वारा वीडियोग्राफी करवई जायेगी। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग द्वारा मतगणना पूरी तरह से पारदर्शी एवं निष्पक्ष करवाने के लिये व्यापक प्रबंध किये गये है तथा जिले के दोनों मतगणना केंद्रों पर मतगणना के दौरान चुनाव आयोग की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षक मौजूद रहेंगे।  उन्होंने बताया कि पर्यवेक्षक को छोड़कर किसी भी अधिकारी, कर्मचारी, पोलिंग एजैंट या अन्य किसी व्यक्ति को मतदान केंद्रों के अंदर मोबाईल फोन या अन्य कोई ऐसा उपकरण साथ ले जाने की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार मीडिया को भी मतगणना की वीडियोग्राफी करने की अनुमति नहीं होगी लेकिन वह दूर से उसकी फोटो खींच सकते है। मीडियाकर्मियों की सुविधा के लिये प्रत्येक मतदान केंद्र के मीडिया सेंटर बनाये गये है जहां उन्हें इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध रहेगी।

  उन्होंने बताया कि मतगणना करने वाली टीमों की रैंडमनाईजेशन की जायेगी, जिससे यह निर्धारित किया जायेगा कि कौन सा कर्मचारी किस टेबल पर बैठकर मतगणना करेगा। उन्होंने बताया कि मतगणना एजेंट बनाने का कार्य सहायक निर्वाचन अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है तथा इसके लिये केवल चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों को ही मतगणना एजेंटो के नाम भेजने के लिये अधिकृत किया गया है। मतगणना एजेंट अपने साथ मोबाईल फोन, घड़ी, अंगुठी तथा पैन, पैंसिल व कागज नहीं ले जा सकते है। एक बार मतगणना केंद्र में जाने के बाद किसी भी कर्मचारी या एजेंट को मतगणना पूरी होने तक विशेष परिस्थिति को छोड़कर बाहर आने की अनुमति नहीं होगी। उपायुक्त ने बताया कि मतगणना केंद्रों में कोई भी सुरक्षा कर्मी प्रवेश नहीं कर सकेगा।

डाॅ0 बलकार सिंह ने बताया कि सहायक निर्वाचन अधिकारी द्वारा प्रत्येक राउंड के बाद यह घोषणा की जायेगी कि किस प्रत्याशी को कितने मत प्राप्त हुये है। लोगों की सुविधा के लिये ऐसी घोषणा मतगणना केंद्र के बाहर भी की जायेगी। उन्होंने कहा कि मतगणना के लिये सभी विधानसभा क्षेत्रों में 14-14 टेबल लगाये गये है तथा मतगणना का कार्य प्रातः 8 बजे शुरू होगा। मतगणना केंद्रों पर माईक्रो आब्जर्वर की भी नियुक्ति की गई है तथा प्रत्येक राउंड के बाद एआरओ के माध्यम से ई-मेल द्वारा उनके पास भी रिपोर्ट भेजी जायेगी। मतगणना केंद्रों के बाहर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किये गये है। 

कालका और पंचकूला विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना के लिए व्यापक प्रबंध – डाॅ. बलकार सिंह

पुरनूर, पंचकूला 18 मई:

    उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डाॅ. बलकार सिंह ने बताया कि अम्बाला आरक्षित लोकसभा क्षेत्र के लिये जिला पंचकूला में कालका और विधानसभा क्षेत्रों में 12 मई को हुये मतदान की मतगणना के लिये व्यापक प्रबंध किये गये है। उन्होंने बताया कि कालका विधानसभा क्षेत्र के लिये मतगणना राजकीय कन्या महाविद्यालय सैक्टर 14 तथा पंचकूला के लिये राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सैक्टर 1 में मतगणना की जायेगी।

उन्होंने बताया कि मतगणना कंेद्रों पर प्रातः 8 बजे मतगणना आरम्भ हो जायेगी और यह पूरी प्रक्रिया चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त किये गये पर्यवेक्षक की देख रेख में की जायेगी। उन्होंने बताया कि मतगणना के दौरान चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के मतगणना एजैंट भी उपस्थित रहेगे और इसके लिये सहायक रिटर्निंग अधिकारी से प्रवेश पास बनवाने होंगे। उन्होंने बताया कि कोई भी संसद, विधायक, जिला परिषद व ब्लाक समिति चेयमैन या ऐसा व्यक्ति जिसे सरकार की और से सुरक्षा प्रदान की गई हो व मतगणना एजैंट नहीं बन सकते।

उपायुक्त ने बताया कि मतगणना के दौरान सभी मतदान केंद्रो के बाहर सुरक्षा के कडे प्रबंध रहेगे। उन्होंने बताया कि सरकारी डयूटी पर तैनात कर्मचारियों, मतगणना एजैंटों व चुनाव आयोग द्वारा अधिकृृत पत्रकारों के अलावा किसी भी व्यक्ति को मतगणना केंद्र के परिषर में जाने की अनुमति नही होगी। 

शिक्षकों, मुख्याध्यापक और प्रबंधन की राजनीति के परवान चढ़ती शिक्षा

शिक्षको , मुख्याध्यापक और प्रबंधन की राजनीति के परवान चढ़ती शिक्षा का जीता जागता उदाहरण देखने को मिला आज जैनेन्द्र पब्लिक स्कूल में जहाँ शिक्षिकाएं और विद्यार्थी स्कूल के प्रवेश द्वार पर सुबह से हंगामा कर रहे थे। इस प्रदर्शन का कारण बताया जा रहा है कि सुबह कुछ शिक्षिकाओं को स्कूल में प्रवेश करने से रोका गया उनका साथ कुछ विद्यार्थियों ने भी दिया और मुख्याध्यापिका रेनु शर्मा के खिलाफ जमकर रोष जताया।

शिक्षिका सौम्या बजाज जो की इस प्रदर्शन की नेत्री हैं ने कहा कि मुख्याध्यापिका रेनु शर्मा को प्रबन्धन को गलत सूचनाएं पहुंचा कर भ्रमित कर रही हैं । इस वर्ष स्टाफ की वेतनवृद्धि न होना इस रोष प्रदर्शन का मुख्य कारण है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि कम शिक्षित अध्यापक नौकरी पर रखे गए हैं। वह कुछ विशेष शिक्षको के खिलाफ यदा कदा कार्यवाही करके अपनी शक्तियों का अनुचित प्रयोग कर रही हैं।

उपस्थित छात्रों जिनमे स्कूल से पास हो चुके छात्र भी थे ने बताया कि पानी और साफ शौचालय जैसी कमियाँ स्कूल में आम हैं।

स्कूल के बाहर भारी पुलिस सुरक्षादल भी प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने में स्वयं को असक्षम पा रहा था इसका कारण है प्रदर्शन करने वालों में आगे बच्चे थे और शिक्षक पीछे। ऐसा भी हो सकता है इस दौरान अपनी माँगो और रोष के लिए बच्चों का इस्तेमाल किया गया हो ।
स्थिति को नियंत्रित करने और शिक्षिकाओ से बात करने के लिए एस डी एम सेतिया स्वयं मौके पर आए और बच्चों के अभिभावक भी अपने बच्चों को लेने स्कूल पहुंच गए ।

इन आरोपों को लेकर जब रेणु शर्मा से बात की गई तो उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि स्कूल के अनुशासन को देखते हुए इन अधियापिकाओ को अंदर आने से रोका गया क्योंकि गत दिवस कल घोषित दसवीं का परिणाम लेने आने वाले छात्रों का इस्तेमाल कर के स्कूल से बच्चों को कक्षाओं से जबरन बाहर निकाल कर एक तरह से हड़ताल का माहौल बनाया गया जो कि गलत है अपनी मांगों को लेकर छात्रों का प्रयोग करना गलत है।
प्रबन्ध समिति अध्यक्ष तरुण जैन बावा जो कि लुधियाना में रहते हैं से फोन पर सम्पर्क करने की परन्तु उन्होंने फोन नहीं उठाया।

Police Files

Purnoor, Chandigarh 18.05.2019

Two arrested under NDPS Act

Chandigarh Police arrested Ram @ Ramu R/o # 63, Sector- 41/B, Chandigarh from near Rotary Sarai turn, Madhya Marg, PGI, Chandigarh and recovered 18 gram heroin from his possession on 17.05.2019. A case FIR No. 81 U/S 21 NDPS Act has been registered in PS-11, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Chandigarh Police arrested Sandeep Sharma R/o # 2134, Sector- 40/C, Chandigarh from turn backdside Punjab Kesari Office, Sector-25, Chandigarh and recovered 20 gram heroin from his possession on 17.05.2019. A case FIR No. 82 U/S 21 NDPS Act has been registered in PS-11, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Theft

Amit Bhatiya R/o SCF No. 5, Sector- 19, Chandigarh reported that 02 unknown persons stolen away battery from Complainant’s Thar Jeep No. CH-01BJ-6060 while parked while parked at parking of Elante Mall, Phase-1, Ind. Area, Chandigarh on 15.05.2019. A case FIR No. 117, U/S 380 IPC has been registered in PS-Ind. Area, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.           

कूर्मावतार के पश्चात बुद्ध के जन्म, ज्ञान और निर्वाण की साक्षी है ‘बुद्ध पूर्णिमा’

Demokratic Front Bureau

वैशाख मास को बहुत ही पवित्र माह माना जाता है इस माह में आने वाले त्यौहार भी इस मायने में खास हैं। वैशाख मास की एकादशियां हों या अमावस्या सभी तिथियां पावन हैं लेकिन वैशाख पूर्णिमा का अपना महत्व माना जाता है। वैशाख पूर्णिमा को महात्मा बुद्ध की जयंती के रूप में भी मनाया जाता है। 

वैशाख पूर्णिमा का महत्व 

वैशाख पूर्णिमा का हिंदू एवं बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिये विशेष महत्व है। महात्मा बुद्ध की जयंती इस दिन मनाई जाती है इस कारण बुद्ध के अनुयायियों के लिये तो यह दिन खास है ही लेकिन महात्मा बुद्ध को भगवान विष्णु का नौवां अवतार भी बताया जाता है जिस कारण यह हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिये भी बहुत महत्वपूर्ण दिन माना जाता है।

वैशाख पूर्णिमा पर रखें सत्य विनायक व्रत 

वैशाख पूर्णिमा पर सत्य विनायक व्रत रखने का भी विधान है। मान्यता है कि इस दिन सत्य विनायक व्रत रखने से व्रती की सारी दरिद्रता दूर हो जाती है। मान्यता है कि अपने पास मदद के लिये आये भगवान श्री कृष्ण ने अपने यार सुदामा (ब्राह्मण सुदामा) को भी इसी व्रत का विधान बताया था जिसके पश्चात उनकी गरीबी दूर हुई। वैशाख पूर्णिमा को धर्मराज की पूजा करने का विधान है मान्यता है कि धर्मराज सत्यविनायक व्रत से प्रसन्न होते हैं। इस व्रत को विधिपूर्वक करने से व्रती को अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता ऐसी मान्यता है।

वैशाख पूर्णिमा व्रत व पूजा विधि 

वैशाख पूर्णिमा पर तीर्थ स्थलों पर स्नान का तो महत्व है ही साथ ही इस दिन सत्यविनायक का व्रत भी रखा जाता है जिससे धर्मराज प्रसन्न होते हैं। इस दिन व्रती को जल से भरे घड़े सहित पकवान आदि भी किसी जरूरतमंद को दान करने चाहिये। स्वर्णदान का भी इस दिन काफी महत्व माना जाता है। व्रती को पूर्णिमा के दिन प्रात:काल उठकर स्नानादि से निवृत हो स्वच्छ होना चाहिये। तत्पश्चात व्रत का संकल्प लेकर भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिये। रात्रि के समय दीप, धूप, पुष्प, अन्न, गुड़ आदि से पूर्ण चंद्रमा की पूजा करनी चाहिये और जल अर्पित करना चाहिये। तत्पश्चात किसी योग्य ब्राह्मण को जल से भरा घड़ा दान करना चाहिये। ब्राह्मण या किसी जरूरतमंद को भोजन करवाने के पश्चात ही स्वयं अन्न ग्रहण करना चाहिये। सामर्थ्य हो तो स्वर्णदान भी इस दिन करना चाहिये।

वैशाख पूर्णिमा 2019 तिथि व मुहूर्त

वर्ष 2019 में वैशाख पूर्णिमा 18 मई को है। इस दिन पूर्णिमा उपवास रखा जायेगा।

वैशाख पूर्णिमा तिथि – 18 मई 2019
पूर्णिमा तिथि प्रारंभ –  04:10 बजे (18 मई 2019)
पूर्णिमा तिथि समाप्ति –  02:41 बजे (19 मई 2019)

502 साल बाद मंगल-राहु और शनि-केतु के दुर्लभ योग में मनेगा भगवान बुद्ध का जन्मोत्सव

शनिवार, 18 मई 2019 को बुद्ध पूर्णिमा है। हिन्दी पंचांग के अनुसार वैशाख मास की पूर्णिमा पर भगवान गौतम बुद्ध की जयंती मनाई जाती है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार इस साल बुद्ध पूर्णिमा पर मंगल-राहु मिथुन राशि में रहेंगे और उनके ठीक सामने शनि-केतु धनु राशि में स्थित हैं, ये एक दुर्लभ योग है। सूर्य और गुरु भी एक-दूसरे पर दृष्टि रखेंगे। जानिए बुद्ध पूर्णिमा पर कौन-कौन से योग बन रहे हैं…

* बुद्ध पूर्णिमा पर ऐसा दुर्लभ योग 502 साल पहले 16 मई 1517 में बना था। उस समय भी मंगल-राहु की युति मिथुन में थी और शनि-केतु की युति धनु राशि में थी। इस संयोग में ही बुद्ध पूर्णिमा का पर्व मनाया गया था। आगे ऐसा संयोग 205 वर्ष बाद 2 जून 2224 को बनेगा।

ग्रहों के दुर्लभ संयोग का ऐसा होगा असर

बुद्ध पूर्णिमा पर बन रहे दुर्लभ योगों के असर की वजह से मंहगाई में बढ़ोतरी होगी। पूर्णिमा पर विशाखा नक्षत्र रहेगा, इसका स्वामी गुरु है। नवांश में भी शनि की दृष्टि सूर्य पर होगी, इससे विश्व के किसी हिस्से में भूकंपन के योग भी बन रहे हैं। अन्य प्राकृतिक आपदाएं भी आ सकती हैं।

इस दिन क्या-क्या कर सकते हैं

पूर्णिमा तिथि का 18 मई की सुबह 4.10 बजे से शुरू हो रही है। ये तिथि रात को 2.41 बजे तक रहेगी। इस पूर्णिमा को वैशाखी पूर्णिमा भी कहा जाता है। प्राचीन समय में भगवान बुद्ध का जन्म इसी तिथि पर हुआ था। इसीलिए इसे बुद्ध पूर्णीमा कहते हैं। इसी दिन भगवान विष्णु ने कूर्म अवतार धारण किया था। वैशाख मास के स्नान भी इसी दिन से समाप्त हो जाएंगे। पूर्णिमा पर पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए। स्नान के बाद गरीबों को धन का दान करें। व्रत करें। इस तिथि पर भगवान सत्यनारायण की कथा भी करनी चाहिए। शिवलिंग पर तांबे के लोटे से जल चढ़ाएं, चांदी के लोटे से दूध चढ़ाएं। ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जाप करें।

बुद्ध पूर्णिमा के समारोह व पूजा विधि

बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए बुद्ध पूर्णिमा सबसे बड़ा त्योहार का दिन होता है। इस दिन अनेक प्रकार के समारोह आयोजित किए गए हैं। अलग-अलग देशों में वहाँ के रीति- रिवाजों और संस्कृति के अनुसार समारोह आयोजित होते हैं।

– श्रीलंकाई इस दिन को ‘वेसाक’ उत्सव के रूप में मनाते हैं जो ‘वैशाख’ शब्द का अपभ्रंश है।
– इस दिन बौद्ध घरों में दीपक जलाए जाते हैं और फूलों से घरों को सजाया जाता है।
– दुनियाभर से बौद्ध धर्म के अनुयायी बोधगया आते हैं और प्रार्थनाएँ करते हैं।
– बौद्ध धर्म के धर्मग्रंथों का निरंतर पाठ किया जाता है।
– मंदिरों व घरों में अगरबत्ती लगाई जाती है। मूर्ति पर फल-फूल चढ़ाए जाते हैं और दीपक जलाकर पूजा की जाती है।
– बोधिवृक्ष की पूजा की जाती है। उसकी शाखाओं पर हार व रंगीन पताकाएँ सजाई जाती हैं। जड़ों में दूध व सुगंधित पानी डाला जाता है। वृक्ष के आसपास दीपक जलाए जाते हैं।
– इस दिन मांसाहार का परहेज होता है क्योंकि बुद्ध पशु हिंसा के विरोधी थे।
– इस दिन किए गए अच्छे कार्यों से पुण्य की प्राप्ति होती है।
– पक्षियों को पिंजरे से मुक्त कर खुले आकाश में छोड़ा जाता है।
– गरीबों को भोजन व वस्त्र दिए जाते हैं।

भिवानी बोर्ड पंचकुला में लड़कियों ने बाज़ी मारी

Kamal Kalsi, Panchkula:

भिवानी, 17 मई, 2019 : हरियाणा विद्यालय विद्यालय शिक्षा बोर्ड की मार्च-2019 में संचालित सैकेण्डरी (शैक्षिक) परीक्षा का परिणाम 57.39 फीसदी रहा है तथा स्वयंपाठी परीक्षार्थियों का परिणाम 69.80 फीसदी रहा है। इस परीक्षा में 62.17 प्रतिशत लड़कियों की तुलना में 53.43 प्रतिशत ही लडक़े सफलता प्राप्त कर सके हैं। इस प्रकार लड़कियों ने लडक़ों से 8.74 फीसदी ज्यादा पास प्रतिशतता देकर बढ़त हासिल की है।
इस परीक्षा परिणाम की घोषणा बोर्ड अध्यक्ष डॉ. जगबीर सिंह एवं बोर्ड सचिव श्री राजीव प्रसाद, एचसीएस ने संयुक्त रूप से आज यहाँ बोर्ड मुख्यालय पर आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए की। उन्होंने बताया कि परीक्षार्थी अपने परीक्षा परिणाम आज 17 मई को सायं 04:00 बजे बोर्ड की वेबसाईट www.bseh.org.in एवं www.indiaresults.com पर देख सकते हैं तथा यह परिणाम बोर्ड द्वारा तैयार करवाई गई मोबाईल एप पर भी देखा जा सकता है। इस मोबाईल एप को गूगल प्ले स्टोर में जाने के बाद “Education Board Bhiwani Haryana” सर्च करते हुए डाऊनलोड किया जा सकता है।

बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि इस परीक्षा में प्रथम स्थान पर हिंमाशु, न्यूटन हाई स्कूल, झज्जर, कु. संजू, आशादीप आदर्श हाई स्कूल, करहंस (पानीपत), ईशा देवी, शिव शिक्षा निकेतन वमावि सांघन (कैथल) एवं शालिनी, महर्षि दयानंद पब्लिक स्कूल, नरवाना (जींद) ने 497 अंक अर्जित करके प्राप्त किया है। द्वितीय स्थान – निधि, कैप्टन आर.सी. वमावि शिव नगर, हिसार, रितिका, रावमावि गाजूवाला (फतेहाबाद), तन्नू, आशादीप आदर्श हाई स्कूल, करहंस (पानीपत) एवं दिव्या, सरस्वती हाई स्कूल, ऐलनाबाद (सिरसा) ने 496 अंक अर्जित करके हासिल किया है। उन्होंने आगे बताया कि तृतीय स्थान – एकता, सुरजभान मैमोरियल हाई स्कूल, काकरोड़ (जींद), मुस्कान, एस.एस. जैन कवमावि, सिरसा, साहिल भारद्वाज, नैशनल वमावि, किशनपुरा (पानीपत), छाया, ज्ञान सरोवर विद्या मंदिर हाई स्कूल, जींद, अंशू, एवरेस्ट हाई स्कूल, बराड़ बुआना (जींद), पूजा देवी, आर्य वमावि हैबितपुर (हिसार), शुभांशु कुमार ओझा, सरस्वती वमावि असावरपुर (सोनीपत) एवं निधि, आर्यन सेंट सोफिया हाई स्कूल, भट्टू कलां (फतेहाबाद) ने 495 अंक अर्जित करके पाया है। हरियाणा सरकार का बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ संदेश एक जन-आंदोलन बन गया है और बेटियों ने प्रदेश को गौरवान्वित किया है।

GSSec.School Sector 19 Pkl got 470 marks Himani Rawat

अध्यक्ष ने बताया कि सैकेण्डरी परीक्षा में 3,64,967 परीक्षार्थी प्रविष्ठ हुए थे, जिनमें से 2,09,445 उत्तीर्ण हुए एवं 17,196 परीक्षार्थियों की कम्पार्टमेंट आयी है तथा 1,38,326 परीक्षार्थी अनुत्तीर्ण रहे हैं। इस परीक्षा में 1,99,732 छात्र बैठे थे, जिनमें 1,06,717 पास हुए तथा 1,65,235 प्रविष्ठ छात्राओं में से 1,02,728 पास हुईं।
डॉ. सिंह ने आगे बताया कि इस परीक्षा में राजकीय विद्यालयों की पास प्रतिशतता 52.71 रही तथा प्राईवेट विद्यालयों की पास प्रतिशतता 62.33 रही है। इस परीक्षा में ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों की पास प्रतिशतता 58.59 रही है, जबकि शहरी क्षेत्र के विद्यार्थियों की पास प्रतिशतता 54.19 रही है।
उन्होंने आगे बताया कि सैकेण्डरी परीक्षा के स्वयंपाठी परीक्षार्थियों का परिणाम 69.80 प्रतिशत रहा है। इस परीक्षा में 10,328 परीक्षार्थी प्रविष्ठ हुए, जिनमें से 7,209 पास हुए। इसके अतिरिक्त 2,383 परीक्षार्थियों की कम्पार्टमेंट आयी है तथा 523 परीक्षार्थी अनुत्तीर्ण रहे हैं।
बोर्ड सचिव श्री राजीव प्रसाद, एचसीएस ने बताया कि यह परिणाम 20 मई को सायं 04:00 बजे से संबंधित विद्यालयों/संस्थाओं द्वारा बोर्ड की वेबसाईट पर जाकर अपनी यूजर आईडी व पासवर्ड द्वारा लॉगिन करते हुए डाऊनलोड भी किया जा सकेगा। कोई विद्यालय अगर समय पर परिणाम प्राप्त नहीं करता है तो इसके लिए वह स्वयं जिम्मेवार होगा।
उन्होंने आगे बताया कि इंटरनेट व हैल्पलाईन तथा मोबाईल एप इत्यादि की सुविधा परीक्षार्थियों को परीक्षाफल तुरंत उपलब्ध करवाने के लिए दी जा रही है, इसमें किसी भी प्रकार की तकनीकी खराबी/त्रुटि के लिए बोर्ड कार्यालय जिम्मेवार नहीं होगा। उन्होंने बताया कि स्वयंपाठी परीक्षार्थियों के साथ-साथ विद्यालयी परीक्षार्थियों का परिणाम अनुक्रमांक के आधार पर लिया जा सकता है।
श्री राजीव प्रसाद ने बताया कि इन परीक्षा परिणामों के आधार पर जो परीक्षार्थी अपनी उत्तरपुस्तिकाओं की पुन: जाँच अथवा पुनर्मूल्यांकन करवाना चाहते हैं तो वे ऑनलाईन आवेदन कर सकते हैं। पुन: जाँच/पुनर्मूल्यांकन निर्धारित शुल्क सहित परिणाम घोषित होने की तिथि से 20 दिन तक ऑनलाईन आवेदन कर सकते हैं।

बोर्ड सचिव ने बताया कि इस परीक्षा के परिणाम के आधार पर आगामी पूरक परीक्षा जुलाई-2019 के लिए स्वयंपाठी (प्राईवेट) छात्रों हेतु ऑनलाईन आवेदन करने के लिए 700/- रू० सामान्य शुल्क के साथ पंजीकरण की अंतिम तिथि 25 मई, 2019 से 13 जून, 2019 निर्धारित की गई है। उन्होंने बताया कि विलम्ब शुल्क 100/- रू० के साथ पंजीकरण तिथि 14 जून, 2019 से 18 जून, 2019 रहेगी। इसी प्रकार 300/- रू० विलम्ब शुल्क सहित पंजीकरण तिथियाँ 19 जून, 2019 से 23 जून, 2019 तथा 1000/- रू० विलम्ब शुल्क सहित पंजीकरण तिथियाँ 24 जून, 2019 से 28 जून, 2019 निर्धारित की गई है।
डॉ. जगबीर सिंह एवं श्री राजीव प्रसाद ने सभी भावी परीक्षार्थियों, अभिभावकों एवं अध्यापकों को सैकेण्डरी परीक्षा मार्च-2019 में उत्कृष्ट प्रदर्शन के चलते ढेरों बधाईयाँ दी।