Police Files Chandigarh

Purnoor, Chandigarh 31.05.2019

Burglary

Arpit Srivastava R/o # 4, Kaimbwala, Chandigarh reported that unknown person stolen away one hand bag containing one necklace, two ring, four pair ear rings, one mangalsutra, cash approx. Rs 15000 and one small purse from his house after breaking main door locks on 30-05-2019. A case FIR No. 157, U/S 380, 454 IPC has been registered in PS-03, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Cheating

Maninder Singh Randhawa R/o # 611, Sector-16D, Chandigarh alleged that Manu Bajwa R/o # 611, Sector-16D, Chandigarh prepared forged receipt of 10 lakh and further deposit with Rent Controller, Chandigarh to grab the 25% share of complainant’s house. A case FIR No. 146, U/S 420 IPC has been registered in PS-17, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Quarrel/Assault

A case FIR No. 158, U/S 147, 148, 149, 323 IPC has been registered in PS-31, Chandigarh on the complaint of Maneesh Gupta R/o # 3237, Sector 21D, Chandigarh who alleged that Deepak Sharma R/o Plot No 5, Phase 2, Industrial Area, Chandigarh & Others approached his premises i.e. Plot No. 7, Ph-2, Ind. Area, Chandigarh and beaten/threatened complainant to vacate the said tenanted premises.

MV Theft

Ram Milan R/o # 1503, Ph-1, Ramdarbar, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s Splendor M/CyclePB-65G-4952 from near his residence on the night intervening 27/28-05-2019. A case FIR No. 159, U/S 379 IPC has been registered in PS-31, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Sandeep Kumar R/o # 2400, Sector-52D, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s M/Zen car No. HR-49E-7585 parked near his house on 26-05-2019. A case FIR No. 111, U/S 379 IPC has been registered in PS-36, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Causing grievous hurt by negligence conduct

A case FIR No. 121, U/S 285, 338 IPC has been registered in PS-34, Chandigarh on the complaint of Pintu R/o # 1449, Burail, Chandigarh against Veer Singh R/o # 1449, Village Burail, Chandigarh due to whom negligence complainant’s nephew namely Mohit Kumar age 5 years fallen in oil pan near his room on 30.05.2019. He got injuries and admitted in Hospital. Alleged person arrested and later bailed out. Investigation of the case is in progress.

Accident

A case FIR No. 57, U/S 279, 337 IPC has been registered in PS-49, Chandigarh on the complaint of Sunil Kumar R/o # T-840, Transit House, Sec-52, Chandigarh who alleged that driver of car No. PB01C0493 namely Surinder Singh R/o Gurdaspur, (PB) who hit to complainant’s M/Cycle No. CH01BH2244 near Beat Box, Sec-51, Chandigarh on 29.05.2019. Complainant got injured and admitted in PGI, Chandigarh. Alleged car driver arrested and later bailed out. Investigation of the case is in progress.

प्रोफेसर मुसलगांवकर ने मोदी सरकार पर एक और बड़ा दावा

लोकसभा चुनाव के दौरान मध्यप्रदेश के विक्रम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने फेसबुक पर एक भविष्यवाणी की थी। उन्होने लिखा था की इस बार भाजपा को 300 से आधी सीटें मिलेंगी। उसे बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने उन्हे निलंबित आर दिया था। निलंबन का दंश झेल रहे प्रोफेसर मुसलगांवकर ने मोदी सरकार पर एक ओर बड़ा दावा किया

उज्जैनः लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजो से पहले बीजेपी को 300 से अधिक सीट की भविष्यवाणी करने वाले प्रोफेसर डॉ. राजू मुसलगांवकर ने निलम्बन के बाद भी की एक और भविष्यवाणी की है. डॉ राजू मुसलगांवकर के मुताबिक आने वाले पांच सालों में मोदी सरकार नए कीर्तिमान स्थापित करेगी. आने वाले पांच सालों में देश में असुरक्षा का भाव दूर होगा और शांति और सुरक्षा का माहौल रहेगा. ज्योतिर्विज्ञान के प्रोफेसर डॉ मुसलगांकर की मानें तो 2019 के चुनाव में जीत हासिल करने के बाद भाजपा सरकार देश की सबसे विश्वसनीय सरकार में से एक होगी.

बता दें कि चुनाव परिणाम के पूर्व डॉ.मुलसगांवकर ने फेसबुक पर भाजपा सरकार 300 के पास और एनडीए 300 के पार की पोस्ट डाली थी. जिसके चलते विश्वविद्यालय ने उन्हें निलंबित कर दिया था. उज्जैन 17वीं लोकसभा चुनाव के नतीजे बेहद रोचक और चौकानें वाले रहे. 23 मई को चुनाव नतीजे आने के पहले ज्योतिष विज्ञान का केंद्र और बाबा महाकाल की नगरी के ज्योतिषाचार्यों ने चुनाव परिणामों की भविष्यवाणी की थी. जो सटीक रही. इनमें से एक विक्रम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. राजू मुलसगांवकर ने फेसबुक पर चुनाव परिणाम की भविष्यवाणी पोस्ट की थी.

जिसके चलते उन्हें निलंबित कर दिया गया था, लेकिन निलंबित प्रोफेसर द्वारा की गई भविष्यवाणी एकदम सटिक रही. प्रोफेसर ने फेसबुक पर “भाजपा 300 के पास और एनडीए 300 के पार” की  भविष्यवाणी पोस्ट की थी. इस पोस्ट की कांग्रेस ने चुनाव आयोग को शिकायत की थी जिसके चलते चुनाव आयोग ने प्रोफेसर डॉ. मुसलगांवकर को निलंबित कर दिया था. मुसलगांवकर के अनुसार केंद्र में मोदी सरकार 5 सालों में नए किर्तीमान स्थापित करेगी. इस सरकार के काल में अब देश शांति बनी रहेगी और यह सरकार अब तक सबसे विश्वसनीय सरकार साबित होगी.

बता दें उज्जैन स्थित विक्रम विश्वविद्यालय में ज्योतिर्विज्ञान अध्ययनशाला के प्रमुख को लोकसभा चुनावों की आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में निलंबित कर दिया गया था. ज्योतिष शास्त्र के इस प्राध्यापक ने चुनावी बेला में अपनी फेसबुक पोस्ट के जरिये कथित तौर पर भविष्यवाणी की थी कि भारतीय जनता पार्टी लोकसभा की तकरीबन 300 सीटें अपने दम पर जीतेगी, जबकि समूचे एनडीए गठबंधन के खाते में 300 से ज्यादा सीटें आयेंगी.

मोदी मंत्रिमंडल में हरियाणा के 3 सांसद

एस जयशंकर के बाद शपथ ग्रहण समारोह में जिस नाम ने सबसे अधिक चौंकाया वह नाम अंबाला हरियाणा से सांसद रत्न लाल कटारिया का है। राव इंद्रजीत ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शपथ ली. वहीं गुर्जर और कटारिया ने राज्य मंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. रत्न लाल कटारिया के मंत्रिमंडल में आने से अंबाला सहित पंचकुला के भाजपा कार्यकारिणी में उत्साह की लहर है।

नई दिल्ली:नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री के तौर पर गुरुवार – 30 मई को दूसरी बार शपथ ली. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पीएम मोदी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. शपथ ग्रहण के बाद पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मंत्रियों की नई टीम युवा ऊर्जा एवं प्रशासनिक अनुभव’ का मेल है और हम साथ मिलकर भारत की प्रगति के लिए काम करेंगे. साल 2014 की तरह 2019 में तैयार हुए मोदी मंत्रिमंडल में एक बार फिर हरियाणा के तीन सांसद मंत्री बनेंगे. 

हरियाणा के तीन नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत नई राजग सरकार में मंत्री के रूप में शपथ ली. इसमें राव इंद्रजीत सिंह, कृष्ण पाल गुर्जर और रतन लाल कटारिया शामिल है. हाल में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी. राव इंद्रजीत ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शपथ ली. वहीं गुर्जर और कटारिया ने राज्य मंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में भी हरियाणा से तीन मंत्री थे.

आपको बता दें कि नई सरकार के मंत्रिमंडल में सबसे ज्यादा संख्या में उत्तर प्रदेश के नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई. मंत्रिमंडल में इस राज्य से 10 सांसदों को शामिल किया गया है. इन 10 नेताओं में से वाराणसी के सांसद नरेंद्र मोदी भी शामिल हैं. इसके बाद महाराष्ट्र के सात और बिहार के छह प्रतिनिधियों को नए मंत्रिमंडल में जगह मिली है. नई मोदी सरकार में गुजरात, राजस्थान और हरियाणा से तीन-तीन प्रतिनिधियों को मंत्री बनाया गया है.

इस बार पश्चिम बंगाल, ओडिशा, मध्य प्रदेश में दो-दो प्रतिनिधियों को मंत्रिमंडल में जगह मिली है. कर्नाटक से चार चेहरों को शामिल किया गया है. नई मंत्रिपरिषद में लगभग सभी राज्यों के प्रतिनिधि शामिल हैं. हालांकि, इसमें आंध्र प्रदेश और पूर्वोत्तर राज्य नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, सिक्किम और त्रिपुरा के किसी भी प्रतिनिधि को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया है. 

“चाणक्य” हुए मंत्रिमंडल में शामिल

अमित शाह राज्य सभा के बाद लोक सभा का चुनाव जीत कर मंत्री पद की शपथ भी ले चुके हैं. शपथ उन्होंने तीसरे नंबर पर ली जो सरकार में अरुण जेटली की जगह हुआ करती थी। विभागों को बंटवारा अभी नहीं हुआ है लेकिन लगता है कि अमित शाह वित्त मंत्रालय का ही कार्यभार संभालेंगे। अमित शाह को एक तरीके से बीजेपी के सीनियर नेता लालकृष्ण आडवाणी का उत्तराधिकारी बनाया गया है – वो लोक सभा में पहुंचे भी गांधीनगर सीट जीत कर ही हैं। अमित शाह पहली बार बतौर मंत्री केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हुए हैं.

नई दिल्ली : बीजेपी अध्यक्ष और अब कैबिनेट मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि वह देश सेवा में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देंगे और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उन पर भरोसा रखने के लिए धन्यवाद दिया. अमित शाह पहली बार बतौर मंत्री केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हुए हैं.

पीएम मोदी के दूसरी बार शपथ ग्रहण करने को ‘‘ऐतिहासिक’’ करार देते हुए शाह ने भरोसा जताया है कि देश उनके सक्षम नेतृत्व में नयी ऊंचाइयां हासिल करना जारी रखेगा. उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का मुझ पर विश्वास रखने का धन्यवाद. आपका नेतृत्व और सतत समर्थन प्रेरणा का एक महान स्रोत है. मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि हमारे देश और लोगों की सेवा के लिए मैं अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दूंगा.’’ 

बीजेपी अध्‍यक्ष और कैबिनेट मंत्री अमित शाह ने कहा ,‘‘पूरे भारत के लिए ऐतिहासिक क्षण. श्री नरेंद्र मोदी जी को लगातार दूसरी बार भारत का प्रधानमंत्री बनने पर बधाई. मैं निश्चिंत हूं कि भारत आपके सक्षम नेतृत्व में नई ऊंचाइयां हासिल करेगा.’’ उन्होंने कहा कि बीते पांच सालों में भारत ने प्रत्येक क्षेत्र में बेमिसाल तरक्की देखी है. शाह ने अन्य 57 मंत्रियों के साथ गुरुवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ ली.

प्रधानमंत्री के अलावा 57 सदस्‍यों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली. इसमें 24 कैबिनेट मंत्री शामिल हैं. 9 स्‍वतंत्र प्रभार वाले राज्‍य मंत्री हैं. वहीं 24 राज्‍यमंत्र‍ियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली. संभव है कि शुक्रवार को मंत्रियों के विभागों का बंटवारा हो जाएगा. राजनाथ सिंह मोदी मंत्रिमंडल में दूसरे नंबर पर होंगे. वह गृह मंत्री होंगे या नहीं यह अभी तय नहीं है. दूसरा विभाग वित्‍त मंत्रालय से जुड़ा है. वित्‍त मंत्रालय की जिम्‍मेदारी किसे मिलेगी, इस पर भी अभी असमंजस है.

“नई टीम युवा ऊर्जा और प्रशासनिक अनुभव का मिश्रण है.” : मोदी

मोदी मंत्रिमंडल के कैबिनेट मंत्रियों में राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, डी वी सदानंद गौड़ा, निर्मला सीतारमण, राम विलास पासवान, नरेन्द्र सिंह तोमर, रविशंकर प्रसाद, हरसिमरत कौर, थावर चंद गहलोत, डॉ. एस जयशंकर, रमेश पोखरियाल निशंक, अर्जुन मुंडा, स्मृति ईरानी, डॉ. हर्षवर्धन, प्रकाश जावडे़कर, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, मुख्तार अब्बास नकवी, प्रहलाद जोशी, डॉ. महेन्द्र नाथ पांडे, अरविंद सावंत, गिरिराज सिंह और गजेन्द्र सिंह शेखावत शामिल हैं.

नई दिल्ली: 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शपथ ग्रहण के बाद पहला ट्वीट करते हुए मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों को बधाई दी. पीएम ने कहा कि देश के विकास के लिए मिलकर काम करते रहेंगे. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि टीम में बेहतरीन काम करने वाले सांसद हैं. पीएम मोदी ने कहा, “नई टीम युवा ऊर्जा और प्रशासनिक अनुभव का मिश्रण है.” 

इससे पहले, लोकसभा चुनावों में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आए बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के नेता के तौर पर नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में एक भव्य समारोह में मोदी व उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई. 24 कैबिनेट मंत्रियों ने शपथ ली. करीब दो घंटे चले शपथ ग्रहण समारोह में एनडीए की जीत के सूत्रधार रहे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर आकर्षण का केंद्र रहे. 

खासकर जयशंकर को मंत्रिमंडल में शामिल कर और कैबिनेट मंत्री का दर्जा देकर प्रधानमंत्री मोदी ने सभी को चौंका दिया. जयशंकर भारतीय विदेश सेवा के दूसरे ऐसे अधिकारी हैं जिन्हें मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में स्थान दिया है। सरकार में शामिल किए गए हरदीप सिंह पुरी भी भारतीय विदेश सेवा के वरिष्ठ अधिकारी रहे हैं. मोदी ने शपथ ग्रहण करने के बाद ट्वीट में कहा, “भारत की सेवा कर गौरवान्वित.” 

Congratulations to all those who took oath today. This team is a blend of youthful energy and administrative experience. It has people who have excelled as Parliamentarians and those who have had distinguished professional careers.

Together, we will work for India’s progress. pic.twitter.com/NKQh61eYCh

— Narendra Modi (@narendramodi) May 30, 2019

मोदी के नए मंत्रिमंडल के 24 कैबिनेट मंत्रियों में बीजेपी के 20 तथा एनडीए के घटक शिवसेना, लोजपा एवं शिरोमणि अकाली दल के एक एक सदस्य शामिल हैं. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि जयशंकर ने बीजेपी की सदस्यता ली है या नहीं. मोदी के कैबिनेट मंत्रियों में मुख्तार अब्बास नकवी एकमात्र मुस्लिम चेहरा हैं. नई सरकार में जहां बीजेपी अध्यक्ष शाह को शामिल किया गया है वहीं उत्तर प्रदेश, बिहार एवं महाराष्ट्र की पार्टी इकाइयों के प्रमुख क्रमश: महेन्द्र नाथ पांडेय, नित्यानंद राय एवं राव साहब दान्वे को भी स्थान दिया गया है. 

मोदी मंत्रिमंडल के कैबिनेट मंत्रियों में राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, डी वी सदानंद गौड़ा, निर्मला सीतारमण, राम विलास पासवान, नरेन्द्र सिंह तोमर, रविशंकर प्रसाद, हरसिमरत कौर, थावर चंद गहलोत, डॉ. एस जयशंकर, रमेश पोखरियाल निशंक, अर्जुन मुंडा, स्मृति ईरानी, डॉ. हर्षवर्धन, प्रकाश जावडे़कर, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, मुख्तार अब्बास नकवी, प्रहलाद जोशी, डॉ. महेन्द्र नाथ पांडे, अरविंद सावंत, गिरिराज सिंह और गजेन्द्र सिंह शेखावत शामिल हैं.

इसके साथ ही नौ स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्रियों ने भी शपथ ली. नई सरकार में 24 राज्य मंत्रियों ने शपथ ली. राज्य मंत्रियों में रामदास अठावले का भी नाम शामिल है, जो एनडीए के घटक आरपीआई (ए) के प्रमुख हैं और पिछली मोदी सरकार में भी शामिल थे.

सरकार में पहली बार शामिल होने वालों में जयशंकर के अलावा प्रह्लाद जोशी, अरविंद सावंत, अर्जुन मुंडा, रमेश पोखरियाल निशंक, रत्न लाल कटारिया, रामेश्वर तेली, कैलाश चौधरी, नित्यानंद राय, प्रताप चंद्र सारंगी, डी मुरलीधर, सोम प्रकाश, रेणुका सिंह, देबाश्री चौधरी, किशन रेड्डी, राव साहब दानवे, संजय धोत्रे आदि शामिल हैं. अनुराग सिंह ठाकुर मोदी सरकार में पहली बार शामिल किए गए हैं.

बंगाल में “जय श्री राम” का नारा न केवल असंवैधानिक है आपितु ममता का घोर अपमान है

इधर जब सम्पूर्ण राष्ट्र नयी सरकार के शपथ ग्रहण की खुशी में डूबा था तब भी बंगाल चुनावी हिंसा का साक्षी बना हुआ था। बीरभूम जैसे मुस्लिम बहुल इलाके के नेता जब भाजपा के पाले में चले जाएँ, ममता के समकक्ष जेबी उन 54 परिवारों को बैठाया जाये जिनहोने अपने परिजन बंगाल में हुई चुनावी हिंसा में तृणमूल काँग्रेस के लोगों के हाथों मरते देखा हो तो ममता का पारा चढ़ना स्वाभाविक है। परगना में विजय यात्रा की तयारी कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं पर बम से हमला किया गया, एक भाजपा कार्यकर्ता की मौत हो गयी। वहीं फिर से दंगा भाड़क गया। सूत्रों कि मानें तो ममता वहाँ अपने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने जा रहीं थीं।

कोलकाता: 

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गुरुवार को उस समय अपना आपा खो बैठी जब कुछ लोगों के एक समूह ने उनके काफिले के सामने ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए. बनर्जी का काफिला उत्तरी 24 परगना जिले के संकटग्रस्त भाटपारा से गुजर रहा था तभी कुछ लोगों ने ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए जिसके बाद वह एक बार फिर अपना आपा खो बैठीं. तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद अपने पार्टी कार्यकर्ताओं पर हुई ‘हिंसा’ के खिलाफ एक धरने में हिस्सा लेने के लिए नैहाटी जा रही थीं. 

सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में कुछ लोग उस समय ‘‘जय श्री राम’’ के नारे लगाते हुए नजर आ रहे हैं, जब बनर्जी का काफिला भाटपारा क्षेत्र से गुजर रहा था. इस क्षेत्र में चुनाव परिणामों की घोषणा होने के बाद से भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच हिंसा चल रही है. यह क्षेत्र भाजपा के नवनिर्वाचित सांसद अर्जुन सिंह का गढ़ माना जाता है. सिंह ने चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के दिनेश त्रिवेदी को पराजित किया है.

वीडियो में साफ दिख रहा है कि ममता कार से उतरीं और जय श्री राम का नारा लगा रहे लोगों का सामना किया. ममता ने इस पूरी घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह इस तरह की गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं करेंगी. ममता ने कहा, “मैं बंगाल को गुजरात नहीं बनने दूंगी. आप सब मेरी बदौलत जिंदा हैं. मैं आप लोगों को एक मिनट में सबक सिखा सकती हूं. आप लोगों की मेरे काफिले पर हमला करने की हिम्मत कैसे हुई.” उन्होंने खाल उड़ाने की धमकी दे डाली. ममता ने आरोप लगाते हुए कहा, “जय श्री राम का नारा लगाने वाले बाहरी हैं और बीजेपी के लोग हैं. वे अपराधिक पृष्ठभूमि के हैं और मुझे गाली दे रहे हैं. वे बंगाल के नहीं हैं.” 

क्रोधित बनर्जी अपने कार से बाहर आई और उन्होंने अपने सुरक्षा अधिकारियों से इन पुरूषों के नाम लिखने को कहा. उन्हें यह कहते हुए सुना गया, “आप अपने बारे में क्या सोचते हैं? आप अन्य राज्यों से आएंगे, यहां रहें और हमारे साथ दुर्व्यवहार करें. मैं इसे बर्दाश्त नहीं करूंगी. तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे अपमानित करने की? आप सभी के नामों और विवरणों को लिख लिया जाएगा.”

#WATCH North 24 Parganas: West Bengal CM Mamata Banerjee gets off her car and confronts people chanting ‘Jai Shri Ram’ slogans, Banerjee says’These are all outsiders and BJP people, they are criminals and were abusing me. They are not from Bengal.’ pic.twitter.com/haGjQmQYlv

— ANI (@ANI) May 30, 2019

मुख्यमंत्री के अपनी कार में वापस जाने के बाद उन लोगों ने फिर से ‘‘जय श्री राम’’ के नारे लगाए जिस वजह से उन्हें फिर से एक बार अपने वाहन से उतरना पड़ा. इसके बाद नैहाटी में धरने में बैठे लोगों को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा कि भाजपा के कुछ कार्यकर्ता उनकी कार के सामने आए और उन्हें अपशब्द कहने लगे. उन्होंने पूछा, ‘‘क्या यहीं लोकतंत्र है?’’

इससे पहले, चार मई को एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें बनर्जी जय श्री राम का नारा लगा रहे लोगों का सामना करने के लिए अपने वाहन से उतर गईं. बनर्जी के काफिले को रुका देख, लोगों ने भागना शुरू कर दिया. ममता ने उन्हें वापस आने की चुनौती दी थी. चार लोगों को इसी सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था.

358 medically fit candidates joined Chandigarh Police

Recruitment of 520 Constables in Chandigarh Police which was on-going since 2015 is over after joining of constables.

                Today, Chandigarh Police called candidates who were declared medically fit and their ve rification were reported in order. Out of which, 358 candidates (201 female & 157 Male) joined the Chandigarh Police. Remaining candidates will be called in due course after receipt of their verification from the concerned police station.

                After final joining of eligible candidates of 520 vacancies, they will be sent for Basic Recruit Training at Phillaure and Jahan Khelan in the 2nd week of June 2019. Presently, all the candidates have been accommodated in Police Lines, Sector-26, Chandigarh and IRB Complex, Sarangpur

एनडीपीएस एक्ट के तहत 2 को जुड़ीशियल हिरासत में भेजा

फ़ोटो, वीडियो और न्यूज़ : सुमित

एनडीपीएस एक्ट के मामले में गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों को पंचकूला सेक्टर 19 क्राइम ब्रांच पुलिस ने आज कोर्ट में पेश किया जहां से कोर्ट ने दोनों आरोपियों को जुडिशल कस्टडी भेज दिया मामले के जांच अधिकारी विजेंद्र ने बताया की एक आरोपी को कालका से गिरफ्तार किया गया था जिसके पास से हेरोइन नामक नशीला पदार्थ बरामद हुआ था वहीं दूसरे आरोपी को मंडावाला से गिरफ्तार किया गया था जिसके पास से चरस नामक नशीला पदार्थ बरामद हुआ था पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया गया था जहां से कोर्ट ने दोनों आरोपियों को जुडिशल कस्टडी भेज दिया
:बाइट बिजेंद्र जांच अधिकारी

Police Files Chandigarh

Purnoor, Chandigarh 30.05.2019 :

Two arrested for consuming liquor at public place

A case U/S 68-1(B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC has been registered in PS-03, Chandigarh against two persons who were arrested while consuming liquor at public place on 29.05.2019.

This drive will be continuing in future, the general public is requested for not breaking the law.

One arrested with fake number plate on stolen Motor Cycle

Crime Branch of Chandigarh Police arrested Sonu R/o Jhuggi No. 444, Mad Majra, Ph-6, Distt. Mohali, (PB) at naka near Light Point, Sector-23/24, Chandigarh while he was using fake Registration No. CH-01AR-5195 on stolen Pulsar M/Cycle which was stolen from area of PS-Kalka (HR). In this regard, a case FIR No. 145, U/S 473, 411 IPC has been registered in PS-17, Chandigarh. Investigation of the case is in progress. 

Quarrel/Assault

A case FIR No. 90, U/S 341, 147, 149, 323, 506 IPC has been registered in PS-11, Chandigarh on the complaint of Kunwarjit Singh R/o Room No. 59, Boys Hostel No. 2, Block-2, PU, Chandigarh who alleged that Karaman Grewal, Manminder Singh, Nishant Kansal, Aniket Gupta, Vishu and Soni all had beaten and threatened complainant at his room on 10.05.2019. Later alleged person namely Rana Karaman Grewal R/o # 1249, Ph-9, Mohali (PB) and Nishant Kansal R/o # 216, PH-3B1, Mohali (PB) have been arrested and bailed out. Investigation of the case is in progress.

Accident

A case FIR No. 111, U/S 279, 304A IPC has been registered in PS-IT Park, Chandigarh against driver of Fortuner car No. CH-01BM-0219 namely Neeraj Sahni R/o # 45, GH-7, MDC, Sec-5 Panchkula (HR), Age 48 years,  who hit to a girl namely Janvi d/o Raj Bahadur R/o Shanti Nagar Mani Majra (Age 5 years) near light point, Shastri Nagar, MM, Chandigarh on 29.05.2019. She got injured and declared brought dead at GMCH-32, Chandigarh. Alleged car driver arrested and later bailed out. Investigation of the case is in progress.

Theft

Jaiky Kumar R/o # 49, 1st Floor, Gali No. 5, Shashtri Nagar, Mani Majra, Chandigarh reported that unknown person stolen away LED TV, Mobile Phone, Gold Chain from his residence on 29-05-2019. A case FIR No. 70, U/S 380 IPC has been registered in PS-MM, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

Sonu R/o # 282, Village Mauli Jagran, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s Splendor Plus M/Cycle CH-01BE-0361 from near his residence on the night intervening 23/24-05-2019. A case FIR No. 89, U/S 379 IPC has been registered in PS-Mauli Jagran, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

A lady resident of Sector 47, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s Activa Scooter No. CH-04K-8469 from near Nirman Theatre Sec-32, Chandigarh on 29.05.2019. A case FIR No. 120, U/S 379 IPC has been registered in PS-34, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Paras Juneja R/o # 3104, Sector-40D, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s Bullet M/Cycle No. CH-01AV-7964 from near his residence on night intervening 15/16-05-2019. A case FIR No. 149, U/S 379 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Cheating

Raju Yadav R/o # 375, Charan Singh Colony, Mauli Jagran, Chandigarh alleged that a lady namely Neelam R/o Mauli Complex, Chandigarh cheated Rs. 49,000/-, Mangal Sutra, and registry of plot from complainant’s wife. A case FIR No. 90, U/S 420 IPC has been registered in PS-Mauli Jagran, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Snatching

A lady resident of Sector 41, Chandigarh reported that unknown person occupant of two wheeler rider sped away after snatched her bag containing Samsung Mobile Phone, 2 Debit cards and cash Rs. 500 while she was on her Activa Scooter near Mandi, Sector 40, Chandigarh on 29.05.2019. A case FIR No. 148, U/S 356, 379 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

भाजपा के डर से अग्रिम चुनाव करवा सकतीं हैं ममता

ममता बेनर्जी को बतौर मुख्य मंत्री प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होना था, लेकिन उन्हे चुनावों के दौरान बंगाल में मारे गए भाजपा कार्यकर्ताओं के परिवारों को निमंत्रित करना गवारा नहीं हुआ।

लोकसभा चुनाव परिणामों से सबसे बड़ा झटका लगा है पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को। ममता बनर्जी को इस बात का पूरा विश्वास था कि राज्य में वह भाजपा के उभार को उसी तरह रोक लेंगी जैसा विधानसभा चुनावों के समय हुआ था। लेकिन ऐसा हो नहीं सका। लोकसभा चुनावों की घोषणा के समय से ही जिस तरह तृणमूल कांग्रेस के सांसदों, विधायकों और पार्टी नेताओं का भाजपा में शामिल होना शुरू हुआ था वह चुनाव परिणाम आ जाने के बाद तक अनवरत जारी है।

तृणमूल कांग्रेस विधायक और भाजपा नेता मुकुल रॉय के बेटे सुभ्रांशु राय के साथ दो तृणमूल विधायक और बड़ी संख्या में पार्टी के पार्षद मंगलवार को भाजपा में शामिल हो गये। आपको याद होगा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा भी था कि ‘दीदी आपके 40 विधायक मेरे संपर्क में हैं।’ तृणमूल कांग्रेस में मची इसी उठापटक का ही परिणाम है कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी संगठन के पुनर्गठन के मकसद से तृणमूल कांग्रेस अपने नाराज नेताओं से संपर्क साध रही है और गलतफहमियां भुला कर फिर से उन्हें पार्टी में सक्रिय होने का आग्रह कर रही है।

पश्चिम बंगाल के चुनाव परिणामों पर सरसरी नजर डालें तो राज्य की कुल 42 लोकसभा सीटों में से तृणमूल कांग्रेस को इस बार 22 सीटों पर विजय मिली जबकि भाजपा 18 सीटों पर विजय हासिल करने में सफल रही। दो सीटें कांग्रेस के खाते में गईं। जबकि 2014 में तृणमूल कांग्रेस 34 सीटों पर विजयी रही थी और भाजपा के हिस्से में मात्र दो सीटें ही आ पाई थीं।

इस बार के चुनाव परिणामों को यदि विधानसभा-वार देखें तो कुल 294 सीटों में से भाजपा 128 विधानसभा सीटों पर आगे रही है जबकि 60 विधानसभा सीटें ऐसी रहीं जहाँ भाजपा की हार का अंतर 4 हजार या उससे कम मतों का है। साफ-साफ कहा जा सकता है कि यदि भाजपा के आगे बढ़ने का यही क्रम आगे बना रहा तो निश्चित ही पार्टी राज्य की सत्ता हासिल कर सकती है। चुनावों से पहले ममता बनर्जी 22 विपक्षी दलों को एक साथ लाकर भाजपा को घेरना चाह रही थीं लेकिन चुनाव परिणाम ने इस सारी कवायद की हवा ही निकाल दी।

जल्द चुनाव करा सकती हैं ममता बनर्जी

 मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की चिंता इसीलिए बढ़ गयी है कि यदि एक बार भाजपा राज्य की सत्ता में आ गयी तो तृणमूल कांग्रेस का पश्चिम बंगाल की राजनीति में वामपंथी दलों जैसा हाल हो जायेगा। ऐसे में संभव है कि भाजपा को और मजबूत बनने का समय मिले, इससे पहले ही वह राज्य विधानसभा भंग कर जल्द चुनाव कराने का दांव खेल दें।

ममता बनर्जी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा भी देना चाह रही थीं लेकिन खबर है कि उनकी पार्टी ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। तृणमूल कांग्रेस की रणनीति अब यह है कि आक्रामक तरीके से भाजपा का मुकाबला करना जारी रखा जाये और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुँच रहा है या नहीं, इसकी निगरानी बढ़ायी जाये।

 अपने भी खड़ी कर रहे हैं मुश्किलें 

तृणमूल कांग्रेस पार्टी संगठन की मजबूती पर अब विशेष ध्यान देने जा रही है और नाराज नेताओं को मनाने तथा नये या नामचीन लोगों को पार्टी से जोड़ने का काम अब और तेजी के साथ किया जायेगा। लेकिन भाजपा भी तृणमूल कांग्रेस का मनोबल तोड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है। वह लगातार तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कर रही है। तृणमूल कांग्रेस के लिए जितनी बड़ी मुश्किल भाजपा बनती जा रही है लगभग उतनी ही मुश्किलें उसके अपने लोग भी पार्टी के लिए खड़ी कर रहे हैं। राजनीतिक भविष्य खतरे में देख तृणमूल नेता और कार्यकर्ता भाजपा में स्वतः जा रहे हैं और बगावती बयान भी दे रहे हैं। अब तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पत्रकार चंदन मित्रा को ही लीजिये, उन्होंने लोकसभा चुनावों में भाजपा को जोरदार प्रदर्शन के बाद उसे ‘government-in-waiting’ करार दे दिया है।

 भाजपा ने कैसे किया किला फतह 

भाजपा की बात करें तो निश्चित रूप से लोकसभा चुनाव परिणाम उसके लिए बेहद उत्साहवर्धक रहे हैं और पार्टी ने साफ कर दिया है कि उसकी नजर अब पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों पर है। भाजपा ने ममता बनर्जी के अभेद्य समझे जाने वाले किले पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 18 पर जीत और 40.5 प्रतिशत मत हासिल कर अपने आगामी इरादे साफ कर दिये हैं। देखा जाये तो भाजपा के इस बेहतरीन प्रदर्शन में साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण, एनआरसी, तृणमूल कांग्रेस के अंदर जबरदस्त खींचतान और वाम मतों का उससे खिसकना जैसे कारक अहम रहे।

भाजपा को 2014 में दो सीटें मिली थीं और उसे कुल 17 प्रतिशत मत मिले थे। लेकिन इस बार भाजपा ने न केवल पश्चिम बंगाल में अभूतपूर्व कामयाबी हासिल की बल्कि लगभग 130 विधानसभा क्षेत्रों में मतों के लिहाज से बढ़त बनाई। राज्य में दो साल बाद 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं। लोकसभा चुनावों में पूरे चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा की राजनीतिक बहस ज्यादातर हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के आसपास रही, साथ ही ममता बनर्जी सरकार की तुष्टिकरण की नीति की भी लगातार आलोचना हुई, जिससे राज्य में बड़े पैमाने पर ध्रुवीकरण हुआ। गौरतलब है कि राज्य में मुसलमानों की आबादी करीब 27 प्रतिशत है।

इसके अलावा घुसपैठियों को बाहर करने के लिए एनआरसी का वादा, धार्मिक रैलियों पर ममता सरकार की ओर से लगायी जाने वाली रोक और विगत कुछ समय में राज्य में कई सांप्रदायिक दंगे रोक पाने में ममता बनर्जी सरकार की विफलता से सांप्रदायिक विभाजन को बढ़ावा मिला। इसके अलावा केंद्रीय बलों की सख्त निगरानी में जो इस बार का चुनाव हुआ उससे मतदाता बिना किसी भय के घर से बाहर निकले और तृणमूल कांग्रेस से अपनी नाराजगी उसके खिलाफ वोट देकर जताई। स्वाभाविक है कि सिर्फ बातें बनाकर लोगों को ज्यादा समय तक गुमराह नहीं किया जा सकता।

 भाजपा बहुत पहले से कर रही थी तैयारी 

जो लोग सोच रहे हैं कि सिर्फ तगड़ा चुनाव प्रचार करके भाजपा ने यह सफलता हासिल की है वह गलत हैं। भाजपा ने राज्य में अपनी जड़ें जमाने का काम 2014 में अमित शाह के पार्टी अध्यक्ष बनते ही तेजी से शुरू कर दिया था। इसके अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाओं की संख्या में हुई जबरदस्त वृद्धि ने भाजपा के लिए संजीवनी का काम किया। संघ से जुड़े संगठनों ने खासतौर पर जिस तरह आदिवासी क्षेत्रों में काम किये हैं उसका लाभ भाजपा को साफ-साफ मिला है।

इसके अलावा जिस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में लगभग हर चरण के मतदान से पहले जमकर प्रचार किया उससे भाजपा के पक्ष में माहौल तेजी से बनता चला जा रहा था। भाजपा को राज्य के पश्चिमी क्षेत्र जंगल महल इलाके और उत्तरी बंगाल में जबरदस्त सफलता मिली है। राजधानी कोलकाता जहाँ भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हिंसा की थी वहां से भाजपा उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई। भाजपा के कार्यकर्ताओं की जिस तरह चुनावों से पहले, चुनावों के दौरान और अब चुनाव परिणामों के बाद भी हत्याओं का दौर जारी है उससे प्रदेश की जनता में एक साफ संदेश जा रहा है कि वाम हिंसा खत्म करने का वादा कर सत्ता में आई तृणमूल कांग्रेस शासन के दौरान राजनीतिक हिंसा की घटनाएं बढ़ गयी हैं। लोकतंत्र में विचारधारा का विरोध चुनाव प्रक्रिया में भाग लेकर होता है ना कि गोली मारकर।

 सफल प्रशासक सिद्ध नहीं हो सकीं ममता बनर्जी 

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की राजनीति में जो सबसे बड़ी खामी देखने को मिल रही है वह यह है कि भाजपा के तेजी से बढ़ते ग्राफ की वजह से उनकी एक ही चिंता रह गयी है ‘भाजपा रोको’। ऐसे में राज्य प्रशासन निष्क्रिय-सा नजर आने लगा है। ना बंगाल में नये निवेश आ रहे हैं, ना ही वहां की सामाजिक स्थितियों में कोई सुधार नजर आ रहा है। राज्य के अधिकांश इलाकों में आपको आज भी पिछड़ापन और गरीबी के हालात ही नजर आयेंगे। लोगों को बड़ा लाभ देने वाली कई केंद्रीय योजनाओं को बंगाल में लागू नहीं किया गया है। ऊपर से चिटफंड घोटाले में राज्य की सत्ताधारी पार्टी के लोगों का नाम आने से पार्टी की भ्रष्टाचार विरोधी छवि एकदम खत्म हो गयी है। ममता बनर्जी केंद्रीय मंत्री के रूप में भी ज्यादा सफल नहीं रही थीं। मुख्यमंत्री के रूप में भी वह अपने राज्य को विकास के पथ पर ज्यादा आगे नहीं ले जा सकी हैं।

तृणमूल कांग्रेस कार्यालय में देखने को मिला कि आगंतुकों को शक की नजर से देखा जाता है कि कहीं आने वाला व्यक्ति भाजपा का कोई एजेंट तो नहीं। जाहिर है शक की बीमारी का कोई इलाज है ही नहीं।