ममता के चलते डाक्टरों की देशव्यापी हड़ताल

पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी और डॉक्‍टरों के बीच हुए विवाद की आंच पूरे देश में फैल गई है. पश्चिम बंगाल के डॉक्‍टरों के साथ हुई मारपीट के बाद देशभर के डॉक्‍टर उनके समर्थन में आ गए हैं. इसके तहत राजधानी दिल्‍ली, मध्‍य प्रदेश, महाराष्‍ट्र और उत्‍तर प्रदेश के अधिकांश सरकारी और निजी डॉक्‍टर आज हड़ताल करेंगे. साथ ही कुछ मरीजों के इलाज के दौरान ही विरोध प्रदर्शन करेंगे. सनाद रहे कोलकाता के सरकारी अस्‍पताल सागर दत्‍ता मेडिकल कॉलेज और अस्‍पताल के 3 असिस्‍टेंट प्रोफेसर, 1 प्रोफेसर और 4 रेजिडेंट डॉक्‍टरों ने पद से इस्‍तीफा दे दिया है.

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने दोपहर दो बजे तक काम पर लौटने के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश को नहीं माना और कहा कि सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा संबंधी मांग पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी. वहीं मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनकारियों पर बरसते हुए विपक्षी बीजेपी और सीपीएम पर उन्हें भड़काने तथा मामले को सांप्रदायिक रंग देने का आरोप लगाया.

डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से कई सरकारी अस्पतालों एवं मेडिकल कॉलेजों अस्पतालों में तीसरे दिन भी आपातकालीन वार्ड, ओपीडी सेवाएं, पैथोलॉजिकल इकाइयां बंद रही. वहीं निजी अस्पतालों में भी चिकित्सकीय सेवाएं बंद रहीं. डॉक्टर कोलकाता में एनआरएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक मरीज की मौत के बाद भीड़ द्वारा अपने दो सहकर्मियों पर हमले के मद्देनजर प्रदर्शन कर रहे हैं. भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) ने घटना के खिलाफ तथा हड़ताली डॉक्टरों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए शुक्रवार को ‘अखिल भारतीय विरोध दिवस’ घोषित किया है.

विपक्ष ने गतिरोध के लिए बनर्जी पर हमला किया है और बीजेपी ने उनपर ‘हिटलर’ की तरह काम करने का आरोप लगाया. जब मुख्यमंत्री दोपहर में सरकारी एसएसकेएम अस्पताल पहुंची तो डॉक्टरों ने ‘हमें इंसाफ चाहिए’ के नारे लगाए. उन्होंने कहा, “मैं आंदोलन की निंदा करती हूं. कनिष्ठ चिकित्सकों का आंदोलन सीपीएम और बीजेपी का षड्यंत्र है.”  

बनर्जी के पास स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय का भी प्रभार है. उन्होंने चिकित्सकों को चार घंटे के भीतर काम पर लौटने को कहा था लेकिन बाद में समय-सीमा में संशोधन करके इसे अपराह्न दो बजे कर दिया. उन्होंने ऐसा नहीं करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी और कहा कि उन्हें छात्रावास खाली करने होंगे. बनर्जी की समय सीमा के बावजूद डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल जारी रखी. डॉक्टरों की एक टीम ने इस मुद्दे पर राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी से मुलाकात की. राज्यपाल ने भी उनसे हड़ताल खत्म करने की अपील की.

त्रिपाठी से भेंट के बाद राजभवन के बाहर एक जूनियर डॉक्टर ने कहा, “मांग पूरी होने तक हम अपना आंदोलन जारी रखेंगे. हमारी मांगे साधारण हैं…उचित सुरक्षा मिले और सभी अस्पताल में सशस्त्र पुलिस बल तैनात हों तथा एनआरएस अस्पताल में शनिवार को हुए हमले में शामिल अपराधियों को गैर जमानती धाराओं में गिरफ्तार किया जाए.”

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो कहा, हमें उनसे उसकी उम्मीद नहीं थी. बहरहाल, बनर्जी ने आरोप लगाया कि बाहर के लोग चिकित्सीय कॉलेजों और अस्पतालों में व्यवधान डालने के लिए घुस आए हैं. उन्होंने बीजेपी पर हड़ताल को साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा, “सीपीएम की मदद से बीजेपी हिंदू-मुस्लिम की राजनीति कर रही है. मैं उनके बीच प्रेम को देखकर स्तब्ध हूं.” बनर्जी ने कहा, “बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को साम्प्रदायिक तनाव पैदा करने और फेसबुक पर दुष्प्रचार चलाने के लिए उकसा रहे हैं.’’ 

एक फेसबुक पोस्ट में मुख्यमंत्री ने हड़ताल की वजह से मरीजों की खराब हालात को रेखांकित किया तथा दावा किया कि सरकार डॉक्टरों के साथ सहयोग कर रही है. उन्होंने एनआरएस मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में दो जूनियर डॉक्टरों को आई चोटों को दुर्भाग्यपूर्ण कहा. बनर्जी ने कहा कि इस बाबत पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और इलाज में लापरवाही की शिकायत पर भी जांच के आदेश दे दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि कैंसर व गुर्दे के मरीज तथा दुर्घटना पीड़ित और दूर दराज से आए बच्चे इलाज नहीं मिलने की वजह से सबसे ज्यादा भुगत रहे हैं.

विपक्षी पार्टियों ने हड़ताली डॉक्टरों को कथित ‘धमकी’ देने के लिए मुख्यमंत्री की आलोचना की और स्वास्थ्य मंत्री के तौर पर उनका इस्तीफा मांगा. बीजेपी नेता मुकुल रॉय ने आरोप लगाया कि बनर्जी अराजक बन गई हैं और ‘हिटलर’ की तरह काम कर रही है. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख पर मामले का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाते हुए माकपा की केंद्रीय कमेटी के सदस्य सुजान चक्रवर्ती ने कहा कि बनर्जी की गतिरोध को खत्म करने में दिलचस्पी नहीं लगती है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सोमेन मित्रा ने भी मुख्यमंत्री की आलोचना करते हुए कहा कि राज्य सरकार को डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए.

स्वास्थ्य राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री बनर्जी पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. मेरे पास डॉक्टरों के इस्तीफे की कोई रिपोर्ट नहीं है.’’

डॉक्टरों की हड़ताल की गूंज दिल्ली तक पहुंच गई हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बृहस्पतिवार को मरीजों और उनके तीमारदारों से संयम बरतने का अनुरोध किया और घटना की निंदा की. उन्होंने कहा कि कि वह सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के समक्ष डॉक्टरों की सुरक्षा का मुद्दा उठाऐंगे. राष्ट्रीय राजधानी स्थित एम्स के रेजीडेंट डॉक्टरों ने बृहस्पतिवार को सांकेतिक प्रदर्शन करते हुए अपने सिर पर पट्टियां बांधकर काम किया और शुक्रवार को काम का बहिष्कार करने का फैसला किया. इस बीच बनर्जी ने एसएसकेएम अस्पताल के हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टरों पर उनके दौरे के समय अपशब्द बोलने का आरोप लगायाा.

उन्होंने गुरुवार रात को एक बांग्ला समाचार चैनल से बातचीत में कहा, “मैं आपातकालीन विभाग में गयी थी जहां वे मुझसे बात कर सकते थे, लेकिन जब मैं वहां थी तो उन्होंने जिस भाषा का इस्तेमाल किया, वह मुझे अपशब्द बोलने जैसा था.” 

राहुल के नेतृत्व में पार्टी ज़रूर जीतेगी: हरीश रावत

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा, ‘राहुल गांधी ने एक अच्छा चुनावी अभियान चलाया, हालांकि हम सफल नहीं हुए.’हरीश ही नहीं पूरी कांग्रेस 2014 के बाद से इसी उम्मीद में है लेकिन राहुल जहां NOTA के चलते 3 राज्य जीत गए थे उन्हीं राज्यों में मात्र 6 महीने बाद अपनी साख लुटा बैठे। अमेठी की तो बात ही अलग है। राहुल गांधी के क्षत्रपों को पहले ही से अंदेशा था कि राहुल दशकों पुरानी अपनी पारिवारिक सीट भी बुरी तरह हार जाएँगे इसी लिए उन्हे वायनाड से भी चुनाव लड़वाया गया। हाँ यह ज़रूर है कि कॉंग्रेस 2014 में 44 के मुक़ाबले 2019 में 52 सीटें हासिल करने में कामयाब रही इस भरोसे हरीश रावत को यकीन है की एक न एक दिन रहल ए नेतृत्व में वह ज़रूर जीतेंगे।

नई दिल्ली: कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी के अध्यक्ष बने रहने पर जोर दिए जाने के एक दिन बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने बृहस्पतिवार को कहा कि गांधी के नेतृत्व में देश की सबसे पुरानी पार्टी हार को जीत में बदल सकती है.

रावत ने यहां कहा,‘रणदीप सुरजेवाला जी ने जो कहा है मैं उसी को दोहराता हूं कि राहुल गांधी अध्यक्ष थे, हैं और रहेंगे. देश भर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की यह भावना है कि राहुल जी अध्यक्ष बने रहें. उनके नेतृत्व में कांग्रेस हार को जीत में बदल सकती है.’’ 

राहुल गांधी ने एक अच्छा चुनावी अभियान चलाया
उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी ने एक अच्छा चुनावी अभियान चलाया, हालांकि हम सफल नहीं हुए. अब हमें पूरे उत्साह और ऊर्जा के साथ काम करना है. संगठन को मजबूत करना है ताकि आरएसएस और भाजपा के दुष्प्रचार को विफल किया सके.’’ 

पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने राहुल गांधी के इस्तीफे की पेशकश से जुड़े सवाल पर कहा, ‘रणदीप सुरजेवाला ने कल जो कहा था उसके बाद में स्थिति में कोई बदलाव नहीं है. यथास्थिति बनी हुई है.’’ 

दरअसल, राहुल गांधी के इस्तीफे की पेशकश को लेकर पिछले कई दिनों से चल रही अटकलों पर फिलहाल विराम लगाते हुए कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि गांधी पार्टी अध्यक्ष थे, हैं और आगे भी बने रहेंगे.

पूर्व केंद्रीय मंत्री ए के एंटनी के मार्गदर्शन में हुई पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की अनौपचारिक बैठक के बाद कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह टिप्पणी की थी.

राजस्थानी भोजन के शौकिनों के लिए हॉलिडे इन्न में फूड फेस्टिवल

अजय कुमार, पंचकुला, जून 13:

पंचकूला सेक्टर-3 स्थित हॉलिडे इन् में आप राजस्थानी वयंजनों का आनंद उठाएँ 14 जेएन से शूरु होने वाले इस उत्सव में आप 23 जेएन त न एवल राजस्थानी व्यंजनों का आनंद लेंगे अपितु राजस्थानी कठपुतली के खेल भी देख पाएंगे।

केर सांगरी,लाल मांस,लहसुन की चटनी,दाल बाटी चूरमा ,पापड़ व सभी राजस्थानी व्यंजनों के
साथ स्वीट लस्सी,छाछ,केसरी ठंडाई,व शिकंजी का भी स्वाद ले सकेंगे। इस पूरे उत्सव के लिए राजस्थान से खास तौर पर chef/रसोइये बुलाये गए हैं

जनरल मैनेजर हॉलिडे इन् गायत्री बिष्ट ने बताया कि पहली बार फाइव स्टार होटल हॉलिडे इन मे राजस्थानी फ़ूड का फन के साथ आनंद ले सकेंगे।

भाजपा महिला मोर्चा की पश्चिमी मंडलाध्यक्ष ने की आत्महत्या

भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की पश्चिमी मंडलाध्यक्ष ने अपने ही घर में सुसाइड कर लिया है। बताया जा रहा है कि पंचकूला के सेक्टर 18 की निवासी डिंपल शर्मा घरेलू विवाद के चलते मानसिक तनाव में चल रही थी।

सूत्रों ने बताया कि आज सपरिवार फिल्म देखने जाने का कार्यक्रम था, बेटी पनीर लायी थी मृतका ने खुद पनीर की सब्जी बनाई और परिवार के साथ ही खाना खाया। भोजन करते करते ही विवाद उठा और इनहोने भीतरी कक्ष में जा कर कीट नाशक निगल लिया। उन्हे त्वरित सैक्टर 32 के हस्पताल ले जाया गया परंतु वह बचाई न जा सकीं।

चौकी इंचार्ज बलदेव ने बताया की धारा 174 के तहत केस दर्ज किया गया है, ओर किसी को नामजद नहीं किया गया।

फिलहाल, डेडबॉडी को चंडीगढ़ के सेक्टर 32 के अस्पताल में ले जाया गया है।

नितीश एनडीए में रहते हुए करेंगे 3 तालाक बिल का विरोध

मामला 3 तलाक का हो, धारा 370 का या फिर बंगाल में बिगड़ती राजनैतिक व्यवस्था के लिए किसी निर्णय का नितीश कुमार विरोध दर्ज करेंगे। एनडीए के सत्ता में दोबारा आने के बाद से और जेडीयू को कोई मंत्रालय न मिलने से नाराज़ नितीश कुमार एनडीए से निकालने के लिए छटपटा रहे हैं। कुछ चुनावी मुद्दे/ वायदे भाजपा के हैं तो कुछ एनडीए के लेकिन नितीश कुमार की चाल समझना अभी बाकी है।

पटनाः तीन तलाक का मुद्दा देश में फिर से उठने लगा है. संसद के बजट सत्र में तीन तलाक को लेकर नए बिल लाने की बात केंद्र सरकार ने की थी. जिसके बाद एक बार फिर लोकसभा में तीन तलाक बिल पेश करने लिए तैयार है. इसके लिए केन्द्रीय कैबिनेट ने एक साथ तीन बार तलाक बोलकर संबंध विच्छेद की प्रथा पर प्रतिबंध लगाने के लिए बुधवार को नए विधेयक को मंजूरी दी. वहीं, तीन तलाक के मुद्दे पर जेडीयू केंद्र सरकार के साथ नहीं दिख रही है.

एनडीए सरकार की सहयोगी दल जेडीयू तीन तलाक विधेयक को लेकर सरकार के साथ नहीं है. जेडीयू ने कहा है कि वह इस बिल को लेकर सरकार का साथ नहीं देगी. यह समाज का मुद्दा है इसे समाज को ही तय करना चाहिए.

जेडीयू के महासचिव और बिहार सरकार के मंत्री श्याम रजक ने तीन तलाक बिल को लेकर कहा है कि इस मामले में ह सरकार का साथ नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि हमने पहले भी इसका विरोध किया था और अभी भी इसका विरोध करते हैं. हम आगे भी इसका विरोध करेंगे.

उन्होंने कहा कि हमारे विरोध की वजह से ही तीन तलाक का बिल राज्यसभा में नहीं आ पाया था. तीन तलाक बिल को लेकर जेडीयू की राय पहले से ही साफ है. चुकि यह समाज से जुड़ा मसला है. इसलिए जेडीयू का मानना है कि इस मामले को समाज को ही तय करने देना चाहिए.

वहीं, उनसे पूछा गया कि वह एनडीए में रहकर सरकार का विरोध कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि यह मामला एनडीए से नहीं जुड़ा है बल्कि यह सरकार से जुड़ा हुआ मुद्दा है. इसलिए मुद्दे को लेकर जेडीयू राय बिल्कुल स्पष्ट है.

दरअसल, केंद्रीय कैबिनेट ने ‘तीन तलाक’ (तलाक-ए-बिद्दत) की प्रथा पर पाबंदी लगाने के लिए बुधवार को नए विधेयक को मंजूरी दी थी. केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने यह जानकारी दी.

पिछले महीने 16 वीं लोकसभा के भंग होने के बाद पिछला विधेयक निष्प्रभावी हो गया था, क्योंकि यह राज्यसभा में लंबित था. दरअसल, लोकसभा में किसी विधेयक के पारित हो जाने और राज्यसभा में उसके लंबित रहने की स्थिति में निचले सदन (लोकसभा) के भंग होने पर वह विधेयक निष्प्रभावी हो जाता है

पासवान चुनाव जीते पर पार्टी हारे

पटनाः रामविलास पासवान की पार्टी एलजेपी में टूट हो गई है. पार्टी के बागी नेताओं ने मिलकर एलजेपी से अलग पार्टी एलजेपी सेक्युलर का गठन किया है. इस नई पार्टी में एलजेपी के पूर्व सांसद समेत राष्ट्रीय महासचिव तक शामिल हैं. इसमें सबसे मुख्य राष्ट्रीय महासचिव सत्यानंद शर्मा शामिल है, जिन्होंने अलग मोर्चे का ऐलान किया है.

एलजेपी प्रमुख रामविलास पासवान को बड़ा झटका लगा है. एलजेपी के राष्ट्रीय महासचिव सत्यानंद शर्मा ने एलजेपी सेक्युलर पार्टी के गठन का ऐलान किया है. सत्यानंद शर्मा समेत एलजेप के 116 पदाधिकरारियों ने पार्टी से नाता तोड़ लिया है. इन लोगों ने मिलकर अलग मोर्चे का ऐलान किया है.

सत्यानंद शर्मा ने अलग पार्टी का गठन करते हुए रामविलास पासवान पर गंभीर आरोप लगाए है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि एलजेपी में परिवारवाद और भ्रष्टाचार दोनों हावी हो गई है. उन्होंने पार्टी पर पैसा लेकर टिकट बांटने का भी आरोप लगाया है.

उन्होंने कहा कि एलजेपी में ऐसे लोगों को टिकट दिया जा रहा है जो पार्टी में शामिल हुए एक दिन हुआ और उन्हें टिकट दे दिया गया. साथ ही केवल अपने परिवार के लोगों को पार्टी प्रमुख टिकट दे रही है.

शर्मा ने आरोप लगाया कि पार्टी संगठन से जुड़े लोगों से लगातार अनदेखी कर रही है. यह केवल परिवार को ही अहमियत दे रही है.

आपको बता दें, कि एलजेपी ने लोकसभा चुनाव 2019 में छह सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे और सभी सीटों पर जीत हासिल की. इसमें रामविलास पासवान के परिवार के लोग ही चुनाव लड़ रहे थे. रामविलास पासवान ने अपने परंपरागत सीट हाजीपुर से भी अपने भाई को टिकट दिया था. जबकि जमुई सीट पर बेटे चिराग पासवान को टिकट दिया गया. 

21 जून को पंचकूला और कालका में पांच-पांच हजार प्रतिभागी करेंगे सामूहिक योगाभ्यास-उपायुक्त

पंचकूला 13 जून-

उपायुक्त डाॅ0 बलकार सिंह ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस सभी विधानसभा क्षेत्रों में आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि पंचकूला में जिला स्तरीय समारोह परेड मैदान सेक्टर 5 में आयोजित किया जाएगा, जबकि कालका विधानसभा क्षेत्र के लिए यह कार्यक्रम कालका में ही आयोजित होगा। उन्होंने कहा कि इन दोनो कार्यक्रमों में पांच-पांच हजार प्रतिभागी शामिल होंगे।

उपायुक्त आज जिला सचिवालय के कान्फ्रेंस हाल में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन के प्रबंधों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने इन आयोजनों के लिए संबंधित अधिकारियों को जिम्मेवारी सोंपी और कहा कि वे सभी प्रबंध समय रहते पूरा कर लें। उन्हांेने यह भी कहा कि इस वर्ष योगा मैराथन का आयोजन 20 जून की बजाए 19 जून को किया जाएगा, जबकि पायलट रिहर्सल 19 जून की बजाए 20 जून को आयोजित होगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि मेराथन का आयोजन यवनिका पार्क से प्रातः 6 बजे किया जाएगा जबकि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की पायलट रिहर्सल व मुख्य कार्यक्रम परेड मैदान में भी आयोजित होंगी।

डाॅ0 बलकार सिंह ने जिला के सभी गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि वे अपने अधिक से अधिक सदस्यों को इन कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए प्रेरित करें। ऐसे संगठन यदि चाहें तो वे अपने संगठन की निर्धारित वेश-भूषा में भी भाग ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के निर्देशानुसार योग दिवस के लिए जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी के कार्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों के लिए स्कूली बच्चों, आशा कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, पतंजलि योग समिति के सदस्यों, नेहरू युवा केन्द्र के युवाओं, खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग से जुड़े खिलाड़ियों के साथ-साथ सभी नागरिकों को भी अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने के लिए प्ररित किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने पूर्वाभ्यास के दौरान पेयजल सुविधा, शौचालय तथा मुख्य कार्यक्रम में इन सुविधाओं के अतिरिक्त रिफ्रेशमेंट के प्रबंधों के लिए भी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। 

बैठक में एडीसी उत्तम सिंह, एसडीएम पंकज सेतिया, एसडीएम कालका मनिता मलिक, नगराधीश गगनदीप सिंह व अन्य विभागों के अधिकारी और पतंजलि योग समिति के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। 

भारत का होगा अपना स्पेस स्टेशन: इसरो

भारत ने अंतरिक्ष की महाशक्ति बनने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। चंद्रयान-2 और गगनयान के साथ ही इसरो ने अंतरिक्ष में कई महत्वाकांक्षी प्रोजेक्टों की योजना सामने रखी है। अंतरिक्ष में भारत का अलग स्पेस स्टेशन बनाने पर विचार हो रहा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो के चेयरमैन डा. के सिवन ने यह जानकारी दी है। यानी यह इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से अलग होगा।

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ISRO Chief K Sivan: We are planning to have a space station for India, our own space station.

केंद्रीय मंत्री डा. जितेंद्र सिंह के साथ एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान डा. सिवन ने कहा कि यह एक छोटा मॉड्यूल होगा। इसे मुख्यतः माइक्रोग्रैविटी एक्सपेरिमेंट्स के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। इसकी तैयारियों पर काम चल रहा है। लेकिन हम इस प्रोजेक्ट को 2022 के गगनयान मिशन के बाद विस्तार देंगे। 

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Union Minister @DrJitendraSingh and Chairman @isro Dr. K Sivan addresses media on #Chandrayaan2

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हालांकि इसरो ने इस प्रोजेक्ट को लेकर और कुछ ब्यौरा नहीं दिया। इसरो प्रमुख ने यह जरूर कहा कि अगले 5-7 साल में इसकी अवधारणा पर काम किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट की लागत को लेकर भी स्थिति साफ नहीं की गई है। 

चंद्रयान-2 और गगनयान पर फोकस

डा. सिवन ने कहा, ‘इस समय हमारा पूरा ध्यान 15 जुलाई को लांच होने वाले चंद्रयान-2 और 2022 के गगनयान मिशन पर केंद्रित है।’ भारत के पहले मानव मिशन गगनयान की तैयारियों का ब्यौरा देते हुए डा. सिवन ने कहा, गगनयान से तीन एस्ट्रोनॉट स्पेस में जाएंगे। अगले छह महीने में उनके चयन की  प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इसके बाद इन अंतरिक्षयात्रियों को अगले दो साल तक कड़े प्रशिक्षण से गुजरना होगा।

सूरज और वीनस पर भी नजरें

डा. सिवन ने कहा, ‘इसरो की नजर अब सूरज और वीनस यानी शुक्र पर भी है। इसरो सूरज के लिए मिशन ‘सन’ ला रहा है। इस मिशन को साल 2020 में आदित्य-एल1 के नाम से शुरू किया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य सूरज के कोरोना का शोध करना है। यही जमीन पर होने वाले जलवायु परिवर्तन पर सबसे ज्यादा असर डालते हैं। सूरज के लिबरेशन प्वाइंट 1 पर एक सैटेलाइट भेजने की योजना है। अंतरिक्ष में भविष्य की योजनाओं पर डॉक्टर सिवन ने कहा कि भारत की नजर अंतरिक्ष की ताकत बनने पर है।

अवैध खनन पर विभाग चाक चौबन्द

पुरनूर, पंचकूला 13 जून

  उपायुक्त डाॅ. बलकार सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे जिला में अवैध खनन रोकने के लिये प्रभावी तरीके से कार्य करे। उन्होंने कहा कि जो भी विभाग अवैध खनन या इस कार्य में लगे वाहनों को पकडता है तो उसकी सूचना अन्य सम्बधिंत विभागों को भी दे ताकि ऐसे मामलों में सख्त से सख्त कार्यवाही अमल में लाई जा सकें। उन्होंने कहा कि अवैध खनन रोकने के कार्य में लगे अधिकारी निरंतर चैकिंग करे और इस मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही सहन नहीं की जायेगी।

उपायुक्त आज जिला पंचकूला के काॅन्फैंस हाॅल में खनन रोकने के लिये गठित जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में एफ.आई.आर दर्ज करवाते समय चालक के साथ साथ वाहन मालिक और अवैध खनन करवाने के कार्य में शामिल सभी लोगों को शामिल करें। उन्होंने कहा कि अवैध खनन रोकने को लेकर माननीय न्यायालय के निर्देशों की पालना भी सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सिचाई विभाग और लोक निर्माण विभाग के अधिकारी भी ऐसे मामलों में कानूनी कार्यवाही अमल में लाये।

उपायुक्त ने कहा कि प्रदूषण नियत्रण बोर्ड के अधिकारी स्क्रीनिग प्लाटों का निरीक्षण करें और यदि कोई प्लांट लाईसैंस की शर्तो की उलंगना करता है तो उसके विरूद्ध कार्यवाही करें। इसी प्रकार बिक्रीकर विभाग के अधिकारी भी ऐसे प्लांटो द्वारा दिये जाने वाले टैक्स पर नजर रखे और जहां कही नियमों की अवहेलना मिलती है तो तुरंत विभागिय कार्यवाही करें। उन्होंने अन्य सम्बधिंत अधिकारियों को भी निर्देश जारी किये।

बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह, एस.डी.एम पंकज सेतिया, एस.डी.एम कालका मनिता मलिक, नगराधीश गगनदीप सिंह, सहायक पुलिस आयुक्त ओम प्रकाश व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

21 जून, योग दिवस की तैयारियाँ पूरी

पुरनूर, पंचकूला  13 जून

पंचकूला के विधायक ज्ञान चन्द गुप्ता ने कहा कि योग हमे स्वस्थ रखने के साथ साथ तनाव से मुक्त भी रखता है। वर्तमान समय में स्वस्थ व निरोगी रहने का एकमात्र उपाए नियमित रूप से योग करना है। योग को हमें अपनी दिनचर्या में शामिल कर दूसरों को भी योग की महत्वता के बारे प्रेरित करना है।

गुप्ता आज सैक्टर 5 स्थित परेड मैदान में योगाभ्यास कार्यक्रम के प्रतिभागियों का सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर पंतजलि योग शिक्षक व आयुष विभाग के विशेषज्ञों द्वारा योग की विभिन्न क्रियाओं के माध्यम से अधिकारियों व कर्मचारियों को अवगत करवाया गया।

गुप्ता ने कहा कि योग से असाध्य बीमारियों का उपचार संभव हैए आज दूनिया भर के देशों में भारत की प्राचीनतम योग पद्धति को अपनाया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता मिली है।

एस.डी.एम पंकज सेतिया ने कहा कि 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन सैक्टर 5 पंचकूला स्थित परेड मैदान में किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम को लेकर तीन दिवसीय योग शिविर का आयोजन किया गया है जिसके तहत अधिकारियों कर्मचारियों व अन्य लोगों को योग की महत्वता के बारे जागरूक करने का काम किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय कार्याक्रम में हजारो प्रतिभागी सामुहिक तौर पर योग प्रदर्शन करेंगे और इस कार्यक्रम में हरियाणा सरकार के प्रतिनिधि के रूप में प्रदेश के मंत्री मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। उन्होंने बताया कि 15 जून तक जिला अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के प्रशिक्षण के बाद 19 जून को परेड मैदान में ही फाईनल रिहर्सल होगी। इसके अलावा शहरवासियों को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का संदेश देने के लिए 20 जून को प्रातः 7 बजे सैक्टर 5 परेड मैदान से मैराथन आरम्भ की जायेगी जिसमें हजारों शहरवासी सामुहिक रूप से मैराथन में शामिल होंगे। इसके अलावा 21 जून का मुख्य कार्यक्रम भी परेड मैदान में करवाया जायेगा।

शिविर के दौरान पंतजलि योग समिति के प्रशिक्षकों ने ताड़आसन त्रिकोणआसन वृक्षआसन उष्टआसन वज्रआसन भुजंगआसन सहित अन्य आसनों को करते हुए उनसे होने वाले लाभों के बारे में विस्तार से बताया। इसके अलावा उन्होने योग की विभिन्न क्रियाएं जैसे प्राणायाम नाड़ीशोधन भस्तृका कपालभाति शीतली प्राणायाम अनुलोम विलोम प्राणायाम सहित अन्य योग क्रियाओं की महत्वता के बारे में जानकारी दी। आयुष विभाग के विशेषज्ञों द्वारा भी योग के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। इस अवसर पर जिला प्रशासन के अधिकारीगण कर्मचारीगण व अन्य लोग मौजूद रहे।