असीम से जुड़कर जीवन के हर पहलू का विस्तार करें

 असीम से जुड़कर जीवन के हर पहलू का विस्तार करें  :निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो, 19       नवंबर :

निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने 77वें वार्षिक निरंकारी संत समागम के अंतिम दिन अमृतमयी प्रवचनों के माध्यम से दिव्य संदेश में कहा कि परमात्मा असीम है और इससे जुड़ने वाला हर पहलू असीम होता चला जाता है। ब्रह्मज्ञान द्वारा परमात्मा को जानने के उपरांत जब हम इससे जुड़ते हैं तो जीवन के हर क्षेत्र में सकारात्मक विस्तार होता चला जाता है। सोमवार की रात्रि को तीन दिवसीय निरंकारी संत समागम का भक्तिभावपूर्ण वातावरण में सफल समापन हुआ। सतगुरु माता जी ने इस दौरान अज्ञानता से उत्पन्न भेदभावों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समाज में जाति, जीवनशैली, और निवास स्थान जैसे मुद्दों को लेकर भेदभाव होता है। जबकि ब्रह्मज्ञानी संत समदृष्टि के भाव से इन संकीर्णताओं से ऊपर उठकर जीवन जीते हैं।सतगुरु माता जी ने भक्ति में भोले भाव की महत्ता बताते हुए कहा कि परमात्मा भोले भाव से रिझता है। चेतन और सजग रहते हुए भक्त भ्रम और भ्रांतियों से प्रभावित नहीं होते।

उन्होंने श्रद्धालुओं से समागम में ग्रहण की गई शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाने का आह्वान किया।बहुभाषी कवि दरबारः अद्वितीय रचनाओं का संगम निरंकारी संत समागम के तीसरे दिन का मुख्य आकर्षण बहुभाषी कवि दरबार रहा जिसमें देश-विदेश के 19 कवियों ने विस्तार-असीम की ओर विषय पर हिंदी, पंजाबी, मुल्तानी, हरियाणवी और अंग्रेजी भाषाओं में प्रेरणादायक ज्ञानवर्धक रचनाएं प्रस्तुत कीं। इसके अतिरिक्त, बाल कवि दरबार और महिला कवि दरबार जैसे आयोजन भी समागम की विशेषताएं रहीं जिनमें बाल कवियों और कवयित्रियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से भावनाओं को अभिव्यक्त किया।लंगर में सारा संसार एक परिवार की सजीव प्रस्तुति मागम परिसर में श्रद्धालुओं के लिए चार मैदानों में लंगर सेवा की व्यवस्था की गई, जिसमें एक साथ 20 हजार संतों ने प्रसाद ग्रहण किया। दिव्यांग और वयोवृद्धांे के लिए विशेष व्यवस्था की गई। पर्यावरण के प्रति जागरूकता रखते हुए भोजन स्टील की थालियों में परोसा गया। लंगर के माध्यम से सारा संसार एक परिवार जैसा स्वर्गीय नजारा दिखाई दिया जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक सभ्यताओं और धार्मिकता से जुड़े श्रद्धालु भक्तों ने एक साथ बैठकर प्रसाद ग्रहण किया।

इसके पूर्व समागम समिति के समन्वयक जोगिंदर सुखीजा जी ने परम श्रद्धेय सतगुरु माता जी एवं परम आदरणीय निरंकारी राजपिता जी का समस्त साध संगत की ओर से हृदयपूर्वक आभार प्रकट किया तथा सभी सरकारी विभागों का धन्यवाद किया जिन्होंने इस पावन संत समागम आयोजन के लिए अपना महत्त्वपूर्ण सहयोग दिया। श्रद्धालु भक्त इस पावन अवसर की दिव्यता और शिक्षाओं को अपने हृदयों में संजोकर अपने-अपने गंतव्यों की ओर प्रस्थान कर रहे हैं।

आयुष विश्वविद्यालय के प्रोजैक्ट पर खर्च होगा 1296 करोड़ रूपए

देश के पहले आयुष विश्वविद्यालय के प्रोजैक्ट पर खर्च होगा 1296 करोड़ रूपए का बजट: सुभाष सुधा

 मुनिश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 19       नवंबर :

हरियाणा के पूर्व राज्यमत्री सुभाष सुधा ने कहा कि थानेसर विधानसभा में देश के पहले आयुष विश्वविद्यालय के प्रोजैक्ट का निर्माण करने के लिए प्रदेश सरकार की तरफ से 1296 करोड़ रूपए का बजट पारित कर दिया हैं। इस प्रोजैक्ट का निर्माण तीन चरणों में होगा और प्रथम चरण के लिए प्रदेश सरकार ने 500 करोड़ रूपए का बजट तय किया हैं। इतना ही नहीं आयुष विश्वविद्यालय के मास्टर प्लान पर भी सरकार ने मोहर लगा दी हैं। इस प्रोजैक्ट को शुरू करने की रूप रेखा 14 अगस्त 2024 को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में तैयार किया गया और तमाम फैसलों पर अपनी मोहर भी लगा दी हैं।

पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने बातचीत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने थानेसर विधानसभा के गांव फतुहपुर में देश के पहले आयुष विश्वविद्यालय का निर्माण करने की आधारशिला रखी थी। इस विश्वविद्यालय के लिए गांव फतुहपुर की तरफ से 100 एकड़ जमीन भी उपलब्ध करवाई गई। इस विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य तेज गति के साथ पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आदेशानुसार 14 अगस्त 2024 को चण्डीगढ़ में सैक्रट्री फॉर आयुष एजूकेशन एण्ड रिसर्च (सीओएसएईआर) की एक बैठक मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई थी। इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी भी मौजूद थे और इस बैठक में आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य को लेकर तमाम पहलूओं पर चर्चा की गई और बकायद आयुष विश्वविद्यालय के मास्टर प्लान पर भी मोहर लगाई गई।

उन्होंने कहा कि आयुष विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य पूरा करने की जिम्मेवारी एचएसआईआईडीसी सरकारी एजेन्सी को सौंपी गई हैं। यह एजेन्सी तमाम अन्य एजेन्सियों और विश्वविद्यालयों के साथ तालमेल बनाकर प्रोजैक्ट को अमलीजामा पहनाने का काम करेंगी। इस बैठक में ही आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण को पूरा करने के लिए 1296 करोड़ रूपए का बजट पारित किया गया और मास्टर प्लान के अनुसार तय भी किया गया कि विश्वविद्यालय का निर्माण तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण के लिए सरकार की तरफ से 500 करोड़ रूपए का बजट भी तय किया गया हैं। इस प्रोजैक्ट के लिए दिसम्बर माह में टैंडर जारी कर दिए जाएगें, क्योंकि प्रथम चरण के निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए तमाम औपचारिकताओं को पूरा कर दिया गया हैं। इसके लिए बकायदा सरकार द्वारा 14 अगस्त को ही एक सब कमेटी का गठन किया गया हैं। इस सब कमेटी में एसीएस हैल्थ, एसीएस बीएण्डआर को शामिल किया गया हैं।

100 एकड़ भूमि पर 167404 स्क्वायर मीटर एरिया होगा कवर

 पूर्व मंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि विश्वविद्यालय का निर्माण का मास्टर प्लान तैयार करने से पहले 12 जुलाई 2024 को पीएससीएम की अध्यक्षता में डीजी आयुष, एचएसआईआईडीसी व आयुष विश्वविद्यालय के वाईस चांसलर की बैठक हुई। इस बैठक में निर्णय लिया गया कि आयुष विश्वविद्यालय के भवनों का निर्माण करने के लिए 167404 स्क्वायर मीटर भूमि को कवर किया जाएगा।

प्रथम चरण में बनेगा प्रशासनिक, शैक्षणिक और अस्पताल जोन

 पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि प्रथम चरण के मास्टर प्लान के अनुसार प्रशासनिक ब्लॉक बनाया जाएगा। इस ब्लॉक में परीक्षा विंग, लाईबे्ररी, 200 लोगों की क्षमता का ऑडिटोरियम हॉल, प्रथम चरण की मार्किट, शोध व अनवेशण विभाग, पॉवर हॉउस प्रथम फेज, शैक्षणिक व अस्पताल जोन में आयुर्वेदिक पीजी कॉलेज, 321 बैड का आयुवेर्दिक अस्पताल, कुलपति का घर, रजिस्ट्रार का घर, क्लास वन, क्लास टू, क्लास थ्री के अधिकारियों व कर्मचारियों के घर, 150 लडक़ों की क्षमता का पीजी व पीएचडी हॉस्टल, 130 छात्राओं के लिए पीजी व पीएचडी हॉस्टल का निर्माण करवाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि अन्डरग्राउंड आरसीसी वॉटर और फॉयर फाईटिंग टैंक, एचटीपी, ईटीपी, डब्ल्यूटीपी, माउडलर ऑप्रेशन थ्रियेटर, नर्सिंग कॉल सिस्टम, सीएसएसडी, लांउडरी, किचन, क्यूबिकल अस्पताल, ट्रैक सिस्टम, आईवी हैंगर सिस्टम का निर्माण होगा।

पूत के पांव पालने में ही दिखने लगे : हुड्डा

  • विधानसभा में कांग्रेस के सवालों का संतोषजनक जवाब नही दे पाई बीजेपी- हुड्डा
  • शुरुआत में ही विफल हुई नई सरकार, पूत के पांव पालने में ही दिखने लगे- हुड्डा
  • किसानों को खाद व एमएसपी देने में नाकाम रही बीजेपी, खाद पर सदन में बोला झूठ- हुड्डा
  • बीजेपी ने पूरा नही किया धान का 3100रु रेट व महिलाओं को 2100रु देने का वादा- हुड्डा
  • हरियाणा की 70% आबादी कैसे हुई गरीब, बीजेपी दे जवाब- हुड्डा

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  19  नवंबर:

जिस तरह पूत के पांव पालने में ही दिखने लग जाते हैं, उसी तरह बीजेपी की नई सरकार की विफलताएं भी शुरुआत में ही उजागर हो गई हैं। नई सरकार भी पिछली बीजेपी सरकार की तरह किसानों को ना खाद दे पाई और ना ही एमएसपी। ये कहना है पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। हुड्डा विधानसभा सत्र खत्म होने के बाद अपने आवास पर पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सदन में सरकार कांग्रेस के सवालों का संतोषजनक जवाब नही दे पाई। इतना ही नही, सरकार ने खाद की उपलब्धता पर भी गुमराह किया। सरकार ने कहा कि खाद की कोई किल्लत नही है, जबकि खाद नही मिलने के चलते पूरे हरियाणा के किसानों में त्राहिमाम मचा हुआ है।

हरियाणा के इतिहास में ऐसा सिर्फ बीजेपी राज में हुआ कि थानों के भीतर और पुलिस सुरक्षा में खाद बंटवानी पड़ रही। हर बार किसानों को बुआई का सीजन जाने के बाद खाद दी जाती है। इसके चलते उत्पादन में भारी घाटा होता है।  

हुड्डा ने बीजेपी के चुनावी वादे याद दिलवाते हुए कहा कि उसने धान का ₹3100 रेट देने का वादा किया था। लेकिन सच्चाई यह है कि सरकार बनने पर बीजेपी ने किसानों को एमएसपी तक नहीं दी। उन्हें ₹200 से 400 कम रेट पर अपनी फसल बेचनी पड़ी। इसी तरह बीजेपी ने महिलाओं को ₹2100 हर महीने देने का वादा किया था। लेकिन सरकार ने अबतक अपना कोई वादा पूरा नही किया।

हुड्डा ने कहा कि कौशल निगम कर्मियों को लेकर भी सरकार ने संतोषजनक नीति नही बनाई। इस नीति से स्पष्ट हो गया कि बीजेपी पूरी तरह आरक्षण और मेरिट विरोधी है। क्योंकि कौशल निगम में ना आरक्षण है, ना ही मेरिट और ना ही पारदर्शिता। कांग्रेस ने सदन मांग रखी कि हरियाणा में कच्ची नौकरी की ठेका प्रथा बंद होनी चाहिए और कौशल कर्मियों को रेगुलर करना चाहिए। साथ ही भविष्य में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं बनाई जानी चाहिए, जिसमें युवाओं का शोषण हो। लेकिन सरकार ने कांग्रेस की मांग को खारिज करते हुए कम वेतन में कच्ची नौकरी करने वाले कौशल कर्मियों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी ने चुनाव में दो लाख नौकरियां देने का ऐलान किया था। लेकिन अब बीजेपी इसपर चर्चा को तैयार नही है और ना ही उसने नई भर्तियों की कोई प्रक्रिया शुरू की है। हरियाणा में बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है। इसके चलते प्रदेश का 54 प्रतिशत युवा रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों व दूसरे देशों में जा रहा है।  

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने हरियाणा को विकास में नंबर वन बनाया था। जबकि भाजपा ने गरीबी में नंबर वन बना दिया है। मौजूदा सरकार के आंकड़े बताते हैं कि आज हरियाणा की 70% आबादी गरीबी रेखा से नीचे पहुंच गई है। बीजेपी हरियाणा को गरीब बनाने को ही उपलब्धि की तरह पेश कर रही है। जबकि यह सरकार की नाकामी का रिपोर्ट कार्ड है। बीजेपी को बताना चाहिए कि उसके विकास के दावों का क्या हुआ? अगर विकास हुआ है तो फिर इतनी बड़ी आबादी गरीब कैसे हो गई?

हुड्डा ने कहा कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक ने भी कांग्रेस के आरोपों पर अपनी मुहर लगा दी है। ये अब स्पष्ट हो गया है कि भाजपा ने प्रदेश को साढे चार लाख करोड रुपए के कर्ज तले दबा दिया है। आज प्रदेश पर 4.51 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का कर्जा है। केंद्र व राज्य का कुल मिलाकर हरेक हरियाणवी, यहां तक कि पैदा होने वाले बच्चे के सिर पर भी 2,28,530 रुपये का कर्जा है।

बढ़ते कर्ज व घटती विकास दर से स्पष्ट है कि बीजेपी ने हरियाणा का अर्थव्यवस्था का भट्ठा बैठा दिया। कांग्रेस कार्यकाल में हरियाणा के सकल राज्य उत्पादन की विकास दर 18 प्रतिशत थी, जो बीजेपी कार्यकाल के दौरान मात्र 6.4 प्रतिशत रह गई है। अगर चालू कीमतों पर प्रति व्यक्ति आय की बात की जाए तो साल 2004-05 में हरियाणा की प्रति व्यक्ति आय 32,712 थी, जो कांग्रेस सरकार के दौरान 2014-15 में बढ़कर 1,47000 हो गई। यानी कांग्रेस कार्यकाल के दौरान प्रति व्यक्ति आय में 4.49 गुणा (349%) की बढ़ोत्तरी हुई। जबकि बीजेपी कार्यकाल के दौरान बमुश्किल 2 गुना (100%) ही बढ़ोत्तरी हुई है। बीजेपी बताए कि साढ़े चार गुना ज्यादा होता है या दो गुना? 100% ज्यादा होता है या 349% ?

अगर स्थिर कीमतों पर प्रति व्यक्ति आय की बात की जाए तो 2004-05 में यह 16872 थी, जो 2014-15 में बढ़कर 1,25000 हो गई यानी कांग्रेस कार्यकाल के दौरान प्रति व्यक्ति आय में 7.4 गुणा (640%) की बढ़ोत्तरी हुई। जबकि 2023-24 में यह आय मात्र 1,81961 तक पहुंची। यानी बीजेपी कार्यकाल के दौरान लगभग 1.4 गुना (45%) ही बढ़ोत्तरी हुई। बीजेपी बताए कि 45% ज्यादा होता है या 640% ?

हरियाणा की अलग विधानसभा के मुद्दे पर पूछे गए सवाल के जवाब में हुड्डा ने कहा कि सरकार को चंडीगढ़ पर अपना हक नहीं छोड़ना चाहिए। इसलिए मौजूदा विधानसभा के साथ ही नई विधानसभा का निर्माण होना चाहिए, ना कि कहीं दूर दूसरी जमीन पर। साथ ही पंजाब के साथ पानी और हिंदी भाषी क्षेत्र के मुद्दे पर भी पुरजोर तरीके से अपनी बात रखनी चाहिए और हरियाणा को उसका हक लेना चाहिए।

डाॅ. पवन कुमार शगोत्रा ​​ने रामगढ़ सीकरी का किया औचक दौरा

सिविल सर्जन डाॅ. पवन कुमार शगोत्रा ​​ने आम आदमी क्लिनिक बाड़ी खड्ड और आम आदमी क्लिनिक रामगढ़ सीकरी का किया औचक दौरा

तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 19       नवंबर :

सिविल सर्जन होशियारपुर डॉ. पवन कुमार शगोत्रा ​​ने मरीजों को प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लेने के लिए भूंगा ब्लॉक के अंतर्गत आम आदमी क्लिनिक बाड़ी खड्ड और आम आदमी क्लिनिक रामगढ़ सीकरी का औचक दौरा किया। उनके साथ जिला कार्यक्रम प्रबंधक मोहम्मद आसिफ भी मौजूद रहे।

सिविल सर्जन डाॅ. पवन कुमार ने आम आदमी क्लिनिक में ड्यूटी पर तैनात सभी कर्मचारियों की उपस्थिति की जाँच की और उन्हें समय का पाबंद रहने के निर्देश दिए। उन्होंने मरीजों के रिकॉर्ड, दवाओं के स्टॉक एवं साफ-सफाई की विशेष रूप से समीक्षा की। डॉ. शगोत्रा ​​ने स्टाफ से अपने रोज़ाना के कामकाज और मरीजों का उचित रिकॉर्ड बनाए रखने को कहा। फार्मेसी स्टोर का निरीक्षण करते हुए उन्होंने मरीजों के लिए आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा, ताकि मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी न हो और लोगों को सरकार द्वारा दी जाने वाली सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया करायी जा सकें।

उन्होंने वहां आए मरीजों का हालचाल जाना और उन्हें दी जाने वाली दवाओं तथा उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने स्टाफ को बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के नियमों का पालन करने के निर्देश दिए।

उन्होंने दोनों स्वास्थ्य संस्थानों के स्टाफ को आम लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने, मरीजों के प्रति प्रेमपूर्ण रवैया अपनाने को कहा तथा निर्देश दिया कि किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति में स्वास्थ्य संस्थान में आने वाले मरीजों को गंभीरता से लिया जाये।ट

Dr. Dilgir has announced a reward of 10 lakh rupees

  • Sikh historian Dr. Dilgir has announced a reward of 10 lakh rupees for anyone who can prove that Akal Takht was created by any Sikh Guru
  • Akal Takht has no connection with any Sikh Guru: Dr. Harjinder Singh DilgirThe term “Akal Takht” did not exist before 1840, and this term is not found in any published book before 1920
  • Between 1920 and 1979, there were no activities recorded in the name of Akal Takht

Demokratic Front, Chandigarh – 19       November :

Sikh historian Dr. Harjinder Singh Dilgir, who has served as the Director of the Sikh History Research Board of the Shiromani Gurdwara Parbandhak Committee (SGPC), claimed that Akal Takht was not created by any Sikh Guru. He stated that the term “Akal Takht” did not exist before 1840, and it is not found in any books published before 1920. Dr. Dilgir made this statement during a press conference at the Chandigarh Press Club. He also announced that if anyone can prove that Akal Takht was created by a Guru, he would reward them with 10 lakh rupees.

According to Dr. Dilgir, after a detailed study, he gathered numerous facts that led him to conclude that not only was Akal Takht not created by any Guru, but the term itself did not exist in the time of the Gurus. He explained that the term “Akal Takht” was invented by Nirmala priests in the Gurbilas Patshahi 6, written in 1840, and in the Guru Pratap Suraj, written in 1843. He pointed out that these texts state that it is the throne of Vishnu (God).

Dr. Dilgir further explained that the building of Akal Takht was originally a residence for the Akalis (a group of Sikhs). In 1840, priests took over the place and conspired to name it the Akali Takht. However, until 1920, there was no mention of the term “Akal Takht.” Between 1920 and 1979, no activity related to Akal Takht was recorded either.

He added that it was later used as a tool to intimidate both the Akalis and the government during the Khalistani movement. After the fall of the Khalistani movement, the Shiromani Akali Dal (Badal) took control of it in 1993 and began using it to intimidate their political opponents. Today, it has become a source of trouble for the Shiromani Akali Dal (Badal) itself.

विधायक शीशपाल केहरवाला ने विधानसभा में उठाए महत्वपूर्ण मुद्दे

विधायक शीशपाल केहरवाला ने विधानसभा में उठाए महत्वपूर्ण मुद्दे

किसान, जवान व गरीब के हक में की आवाज बुलंद

डिम्पल अरोड़ा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, डबवाली, 18       नवंबर :

कालावाली। कालांवाली के विधायक शीशपाल केहरवाला ने सोमवार को हरियाणा विधानसभा में तीसरे दिन विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी आवाज बुलंद की। कांग्रेस विधायक शीशपाल केहरवाला ने विधानसभा में सबसे पहले सिरसा जिला सहित पूरे हरियाणा में डीएपी की बनी हुई किल्लत का मुद्दा उठाते हुए कहा कि आज उनके विधानसभा कालांवाली सहित पूरे हरियाणा में किसानों को डीएपी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है मगर प्रदेश सरकार पर्याप्त डीएपी होने का झूठा दावा कर किसानों को भ्रमित करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि किसानों को पैक्स पर मिलने वाली डीएपी के लिए दर दर भटकने पर मजबूर होना पड़ रहा है और मजबूरी में ढीएपी की कालाबाजारी करने वाले लोगों के चंगुल मे आकर महंगे दामों पर डीएपी खरीदनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि डीएपी की पर्याप्त उपलब्धतता न होने के कारण गेहूं की बिजाई बुरी तरह से प्रभावित हो रही है और इसी का नतीजा होगा कि उत्पादन भी बुरी तरह से प्रभावित होने की आशंका पैदा हो गई है। दूसरे महत्वपूर्ण मुद्दे पर उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसी भी सैनिक के शहीद होने पर सरकार की ओर से महज शोक प्रस्ताव पढक़र इतिश्री कर ली जाती है जिससे शहीद परिवार की आजीविका का कोई स्थाई सहारा नहीं होता। ऐसे में यह जरूरी है कि राज्य सरकार शहीद परिवार में से किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दे ताकि परिवार की आजीविका का स्थाई प्रबंध हो सके। कांग्रेस विधायक केहरवाला ने कहा कि राज्य सरकार के हुडा विभाग की ओर से पूरे प्रदेशभर में खाली प्लॉटों की बोली लगाई जाती है जिससे आर्थिक तौर पर संपन्न व्यक्ति अवसर का लाभ ले लेता है मगर मध्यम व गरीब व्यक्ति हुडा के प्लॉटों की बोली लगाने में सक्षम नहीं होता। ऐसे में यह जरूरी है कि गरीब व्यक्तियों को भी इन प्लॉटों का मालिकाना हक दिलाने के लिए इन प्लॉटों की लॉटरी के आधार पर बिकवाली करे तो गरीब व मध्यम परिवार भी इसका लाभ ले सकें।sa

पंचगव्य सेवन से सभी अज्ञात रोग और कष्ट कम होते हैं

पंचगव्य के सेवन से सभी अज्ञात रोग, पाप, और दरिद्रता से होने वाले कष्ट कम होते हैं : आचार्य कुलदीप पाण्डेय 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला –  18       नवंबर :

रम पूज्य श्री सुधांशुजी महाराज जी के प्रिय शिष्य आचार्य कुलदीप पाण्डेय जी के मुखारविंद से शिव महापुराण कथा मोरनी रोड पर स्थित शिव धाम हो रही है। आज की कथा में कथा व्यास आचार्य ने बताया कि शिव पुराण के मुताबिक पंचगव्य से ही भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए। पंचगव्य में शामिल पदार्थों का उल्लेख शैव और वैष्णव दोनों धर्मों में मिलता है। पंचगव्य में गाय का गोबर, गाय का मूत्र, दूध, दही, गुड़, घी, केला, नारियल, और पानी शामिल होता है। पंचगव्य को अमृत के बराबर माना जाता है। पंचगव्य के सेवन से सभी अज्ञात रोग, पाप, और दरिद्रता से होने वाले कष्ट कम होते हैं। पंचगव्य का औषधियां बनाने एवं जैविक खेती में भी इस्तेमाल किया जाता है।

अकाल तख़्त का किसी भी सिख गुरु से दूर-दूर तक भी कोई संबंध नहीं है : डॉ. दिलगीर

  • अकाल तख़्त का किसी भी सिख गुरु से दूर-दूर तक भी कोई संबंध नहीं है : डॉ. हरजिंदर सिंह दिलगीर
  • सिख इतिहासकार डॉ. दिलगीर ने किसी सिख गुरु द्वारा अकाल तख़्त बनाया जाना साबित करने वाले को 10 लाख रुपए इनाम देने की घोषणा की 
  • अकाल तख़्त शब्द 1840 से पहले अस्तित्व में नहीं था और 1920 से पहले प्रकाशित किसी भी पुस्तक में यह शब्द नहीं मिलता  
  • 1920 से 1979 तक अकाल तख़्त के नाम पर कोई गतिविधि भी दर्ज नहीं है 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  18  नवंबर:

सिख इतिहासकार डॉ. हरजिंदर सिंह दिलगीर, जो शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के सिख हिस्ट्री रिसर्च बोर्ड के डायरेक्टर रह चुके हैं, ने दावा किया है कि अकाल तख़्त को किसी सिख गुरु ने नहीं बनाया था। उन्होंने कहा कि अकाल तख़्त शब्द 1840 से पहले अस्तित्व में नहीं था और 1920 से पहले प्रकाशित किसी भी पुस्तक में यह शब्द नहीं मिलता। वे आज यहाँ चण्डीगढ़ प्रेस क्लब में एक प्रेस वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे। इस दौरान डॉ. दिलगीर ने घोषणा की कि यदि कोई यह साबित कर दे कि अकाल तख़्त किसी गुरु ने बनाया था तो वे उसे 10 लाख रुपए का इनाम देंगे। 

उनके मुताबिक उन्होंने इस विषय पर गहन अध्ययन करने बाद अनेक तथ्य जुटाए व तब जाकर वे इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि अकाल तख़्त तो क्या इस शब्द का भी अस्तित्व भी गुरुओं के समय में कहीं नहीं था। उन्होंने कहा कि अकाल तख़्त शब्द 1840 में लिखी गई गुरबिलास पातशाही छठी और 1843 में लिखी गई गुर प्रताप सूरज में निरमले पुजारियों द्वारा गढ़ा गया था। उन्होंने यह भी कहा कि इन पुस्तकों में यह लिखा गया है कि यह विष्णु (भगवान) का तख़्त है।  

डॉ. दिलगीर ने बताया कि अकाल तख़्त की इमारत वास्तव में अकालियों का बुंगा (रिहायशी स्थान) थी। 1840 में पुजारियों ने इस पर कब्जा करके इसे अकाली तख़्त बनाने की साजिश रची। इसके बावजूद 1920 तक अकाल तख़्त शब्द का उल्लेख कहीं नहीं मिलता। 1920 से 1979 तक भी अकाल तख़्त के नाम पर कोई गतिविधि दर्ज नहीं है।  

डॉ. दिलगीर ने यह भी कहा कि इसे तख़्त बनाकर खालिस्तानी आंदोलन के दौरान अकालियों और सरकारों को डराने के लिए इस्तेमाल किया गया। खालिस्तानी आंदोलन के पतन के बाद 1993 में इसे शिरोमणि अकाली दल (बादल) ने अपने नियंत्रण में ले लिया और अपने विरोधियों को डराने के लिए इसका इस्तेमाल किया। आज यह डराने का हथियार अब शिरोमणि अकाली दल (बादल) के लिए ही मुसीबत बनता जा रहा है।  

भाजपा को और बड़ी पार्टी बनाएं : राजेश सपरा

सदस्यता अभियान को सफल बनाकर भाजपा कार्यकर्ता दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी भाजपा को और बड़ी पार्टी बनाएं:-राजेश सपरा

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 18       नवंबर :

भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश सपरा ने जानकारी देते हुए बताया कि आज भारतीय जनता पार्टी जिला यमुनानगर संगठन की ऑनलाइन वर्चुअल बैठक का आयोजन किया गया जिसमें उन्होंने सदस्यता अभियान के बारे में भाजपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से विस्तृत जानकारी ली ,भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश सपरा ने बताया कि 21 नवंबर को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडोली जिला यमुनानगर में पहुंच रहे हैं और उनके सम्मान में जगाधरी के महाराजा अग्रसेन कालेज में शाम 4 बजे भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जिसमें जिला यमुनानगर के समस्त भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल होंगे,भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बडोली के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश सपरा ने भाजपा कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई ,भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश सपरा ने अपने मार्गदर्शन सम्बोधन में कहा कि भारतीय जनता पार्टी दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है, भाजपा कार्यकर्ताओं को सदस्य अभियान को सफल बनाकर इसे और अधिक बड़ी पार्टी बनाना है ,भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश सपरा ने कहा कि इस समय हरियाणा सहित पूरे भारत वर्ष में भाजपा के मुकाबले कोई भी राजनीतिक पार्टी मुकाबले में नहीं है, भाजपा स्वयं से प्रतिस्पर्धा करके अपना विस्तार कर रही है सदस्यता अभियान में हर बार नए-नए रिकॉर्ड बना रहे हैं भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश सपरा ने कहा कि भाजपा प्रजातांत्रिक पार्टी है इसमें जहां पर सदस्यता अभियान चलाया जाता है फिर बूथ अध्यक्ष से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक का चुनाव प्रजातांत्रिक लोकतांत्रिक तरीके से होता है,भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश सपरा ने कहा कि मजबूत भाजपा मजबूत भारत का मंत्र तभी सार्थक होगा जब हम सभी भाजपा कार्यकर्ता मिलकर भाजपा के अधिक से अधिक प्राथमिक सदस्य बनाएंगे , भारत देश तथा हरियाणा प्रदेश के विकास के लिए भाजपा का बार-बार सत्ता में आना जरूरी है और उसकी नींव यह सदस्यता अभियान है,भाजपा सदस्यता अभियान के जिला संयोजक पूर्व मेयर मदन चौहान  ने अपील की कि हरियाणा स्टेट में जिला यमुनानगर से सबसे ज़्यादा प्राथमिक सदस्य बनाएं जाएं इसके लिए भाजपा पदाधिकारी स्कूल कॉलेज व धार्मिक संस्थाओं के बाहर व मार्केट में व्यस्त जगहों पर कैंप लगाए व युवाओं को व ज्यादा से ज्यादा आम जनों को भारतीय जनता पार्टी में नमो ऐप व मिस कॉल के माध्यम से जोड़े, आईटी विभाग के प्रदेश संयोजक आदित्य चावला व जिला महामंत्री कृष्ण सिंगला ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला यमुनानगर में इस समय लगभग 45000 से ज्यादा मेंबर बन चुके हैं और जिला यमुनानगर की चारों विधानसभा में सदस्यता अभियान जोरों पर चल रहा है व इस अभियान को जिला स्तर ,मंडल स्तर ,शक्ति केंद्र प्रमुख स्तर से लेकर बूथ स्तर तक बड़े जोर शोर से भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा चलाया जा रहा है, भाजपा जिला मीडिया प्रभारी कपिल मनीष गर्ग ने बताया कि आज की ऑनलाइन वर्चुअल बैठक में भाजपा के बहुत से पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने भी अपने-अपने विचार रखें व सदस्यता अभियान को लेकर अपनी-अपनी जिज्ञासाएं समक्ष रखी जिसका भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश सपरा ने उनका उचित मार्गदर्शन किया व सभी से अपील की  21 नवंबर को शाम 4:00 बजे जगाधरी के महाराजा अग्रसेन कॉलेज में पहुंचकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडोली के विचारों को सुने व उनका जोरदार स्वागत करें।

संत सरवण दास के आर्शीवाद में 151 मैंबरी कमेटी का गठन

श्री चरनछोह गंगा खुरालगढ़ को एक परिवार से मुक्त करवाने के लिये संत सरवण दास के आर्शीवाद में 151 मैंबरी कमेटी का गठन

तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 18       नवंबर :

इतिहासक स्थान श्री चरनछोह गंगा खुरालगढ़ साहिब जहां एक परिवार का कब्ज़ा होने पर नराज़ प्रबन्धक कमेटी के मैंबरों, सेवादारों तथा श्रद्धालुओं का एक विशेष भारी इक्ट्ठ आदि धर्म गुरू संत सरवण दास जी के आर्शीवाद में डेरा संत टहल दास सलेमटावरी लुधियान में हुआ। इस अवसर पर संत सतविंदर हीरा राष्ट्रीय प्रधान आल इंडिया आदि धर्म मिशन, अजीत राम खेतान चेयरमैन गुरूघर, बलवीर धांदरा जनरल सचिव, प्रीतम दास मल्ल प्रधान संवा दल, निरपिंदर उप-प्रधान पंजाब, सुखवीर दुग्गल मैनेजर गुरूघर, गुरजीत लैहरा प्रचारक गुरूघर, संत धर्मा सिंह चीमा साहिब, एडवोकेट आर.अल. सुमन, धर्मपाल साहनेवाल राष्ट्रीय प्रधान बेगमपुरा टाईगर फोर्स, बलवीर महे, संत सोहल लाल, सर्बजीत कडियाणा, अमन बंगड़, ओम प्रकाश सरोआ, जगदीश राये, राकेश कुमार, रामजी दास, नरिन्द्र पाल सिंह खेतान, विक्रम सिंह भवानीगढ़, गुरतेज सिंह सुनाम, जगदीश सिंह बुढेवाल, अमरजीत सिंह बोकड़ां, दीवान सिंह सलेमपुर, रजिन्दर सिंह बुलारा, बीरबल घेड़ा, बाबर सिंह मानसा, जुझार सिंह, लाली हवास तथा भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।

इस अवसर पर नेताओं ने श्री चरणछोह गंगा खुरालगढ़ पर एक परिवार की ओर से कब्ज़ा करके मनमजिऱ्यां करने, धक्केशाही करने, अत्याचार करने तथा करीब पिछले एक साल से कोई हिसाब-किताब न बताने की कड़े शब्दों में आलोचना करते हुये पंजाब सरकार तथा डिप्टी कमिशनर को अपील की कि इस मामले में हस्तक्षेप करके गुरूघर को सही ढंग से चलाने के लिये आदि धर्म गुरू संत सरवण दास जी की अध्यक्षता में बनी 151 मैंबरी कमेटी के हवाले किया जाये।