Chandimandir Cantonment alarmed by rise in theft cases

The Chandimandir Cantonment, headquarters of the Western Command, is considered one of the most important Army installations in the country, but of late it has come under a threat of another kind —theft. Four burglaries have been reported at the heavily-guarded military installation abutting Panchkula since March.

The latest case was reported on Sunday evening, when Naik Rinku (29) returned home from a family outing at Chhatbir Zoo to find the locks of his house’s front door broken and all rooms ransacked. Rinku, who lives in Sector E of the cantonment, claims to have lost Rs 2,500 and gold bangles worth Rs 1.28 lakh in the theft.

While roads of all cantonments were thrown open on May 23, thefts have taken place at Chandimandir before this also. The rise in thefts is expected to raise eyebrows as such Army installations are usually considered safe when it comes to crime. In Naik Rinku’s case, the family left home around 12.30pm and the theft had been committed by the time they returned around 5pm.

The valuables had been kept in an almirah in his bedroom, and the thieves had broken its locks open to get to the valuables. Except for the gold and cash, all electronics were untouched. Before this, thieves broke into a CSD canteen at the cantonment at night. At that time, the thieves decamped with costly cosmetics and did not steal anything else.

As there are restrictions on cops investigating into crimes committed at the Army base, no accused have been identified in any of the cases.

The station house officer (SHO) of Chandimandir police station, inspector Suresh Kumar, said he had sought a meeting with the Army officer concerned to discuss the “serious matter”. “But I have not got a reply from cantonment officials so far,” he said.

Before the May 23 theft at the CSD canteen, a luxury bicycle of a Colonel-rank officer at the cantonment was stolen on April 9. The theft took place near the CSD canteen. On March 26, three houses were burgled in Sector-E and Sector-D of the cantonment.

A case under sections 454 (house-trespass to commit offence punishable with imprisonment) and 380 (theft in dwelling house) of the Indian Penal Code(IPC) has been registered at Chandimandir police station in connection with theft at Naik Rinku’s house. Assistant sub-inspector (ASI) Dhoom Singh, the investigation officer, said they were carrying out an investigation. However, no accused has been identified yet.

 

कबीर जयंती राज्योत्सव की तरह मनाया जाएगा : विज

हरियाणा के स्वास्थ्य एवं खेल मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि राज्य में कबीर जयंती 28 जून को सरकारी तौर पर उत्सव की तरह मनायी जाएगी। इससे लोगों को महापुरूषों के जीवन से प्रेरणा मिलने में सहायता मिलेगी।

श्री विज ने कहा कि महापुरूषों के जीवन से जनता को उनके इतिहास तथा संस्कृति की जानकारी प्राप्त होती है और व्यक्ति को आगे बढऩे का अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि समाज के महापुरूषें ने अपने जीवन की दिव्यता से समाज उत्थान में नया जोश भरने का काम किया है, जिसके लिए देश उनका हमेशा ऋणी रहेगा।

खेल मंत्री ने कहा कि राज्य के सभी 22 जिलों तथा पहली बार 140 खंडों में योग दिवस को सरकारी तौर पर मनाया गया, इसके अलावा सामाजिक संगठनों तथा एनजीओ  के कार्यकर्ताओं ने भी योग के कार्यक्रमों में बढ़चढ़ कर भाग लिया। इसके साथ ही आज प्रदेश के सभी जिलों, शहरों, कस्बों, गलि-मौहलों तथा पार्कों में योग दिवस का धूमधाम से मनाया गया।

उन्होंने कहा कि सरकार के ब्रांड एम्बेसडर स्वामी रामदेव का स्थान सरकारी हार्डिंग एवं अन्य प्रचार साधनों में विशेष तौर रहा है, जिनके योगदान को सरकार कभी नही भुला सकती है। वैसे भी स्वामी रामदेव विश्व विख्यात योग के पर्याय है, इसलिए वे किसी भी हार्डिंग पर नाम के मोहताज नही है लेकिन हमारी सरकार उनका पूरा सम्मान कर रही है।

श्री विज ने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर हमारी सरकार की क्या चार्जशीट तैयार करवाएंगे, उनकी चार्जशीट तो जनता और उनके कांग्रेसी प्रतिद्वंदी  ही तैयार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार जनभावनाओं के अनुकूल काम कर रही है और तवंर को अपनी पार्टी को सुरक्षित रखने की चिंता करनी चाहिए।

हरियाणा के खिलाडियों को जल्द मिलेगी नौकरी : विज

आस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में देश के लिए मेडल जीतकर आये हरियाणा के 22 खिलाड़ियों को अभी भी सरकार से पुरस्कार रूपी शाबाशी का इंतजार है। खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए रखा गया कार्यक्रम रद्द होने के बाद सरकार अभी तक ईनाम राशि को लेकर कोई ठोस फैसला नहीं ले पाई है। आगे भी खेलों के पुरस्कारों को लेकर सरकार ने कुछ प्लानिंग की थी। जिसके बाद से सरकार लगातार विपक्ष के निशाने पर है।

सभी विवादों पर विराम लगाने के लिए अब हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज ने मुख्यमंत्री को एक प्रस्ताव बनाकर भेजा है। जिसमें विज ने खेल नीति में कुछ सुधार करने की वकालत की है। उम्मीद है जल्दी ही खिलाड़ियों का इंतजार खत्म होगा। इस मुद्दे पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए खेल मंत्री अनिल विज ने कहा कि खिलाड़ियों की अच्छाई के लिए हम नियमित काम करते रहते हैं। खेल नीति में संशोधन के लिए मुख्यमंत्री को प्रस्ताव भेजा गया है। हमारी खेल नीति में ईनाम देने के लिए, क्वालीफाई करने के लिए दो नियम थे एक तो हरियाणा का डोमिसाइल होना चाहिए और दूसरा हरियाणा की तरफ से खिलाड़ी नेशनल गेम्स में खेला होना चाहिए। इसी से थोड़ा कुछ खिलाड़ियों का ऑब्जेक्शन आ रहा था तो इसके बाद हरियाणा की तरफ से खिलाड़ी नेशनल गेम्स खेला होना चाहिए वाले क्लॉज को हटाने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री को भेजा है। उम्मीद है मुख्यमंत्री जी इसे स्वीकृति प्रदान करते हुए इसे कैबिनेट से अप्रूव करवाएंगे।

हॉकी खिलाड़ियों समेत अन्य कई खिलाड़ियों को अभी तक नौकरी न दिए जाने के सवाल का जवाब देते हुए खेल मंत्री अनिल विज ने कहा कि आने वाले समय मे बहुत से खिलाड़ियों को सरकार नौकरी देने जा रही है। इसकी नोटिफिकेशन जल्दी ही होने जा रही है। खेलों के क्षेत्र में बड़े बदलाव होने जा रहे हैं।

बालिका आश्रम की बच्चियाँ चंडीगढ़ में मिलीं

 

बुधवार को शिमला के टूटीकंडी बालिका आश्रम की रहस्यमयी परिस्थितियों में लापाता हुई तीन नाबालिग छात्राएं को चंडीगढ़ ISBT 43 बसस्टैँड में मिल गई हैं। लड़कियों के लापाता होने की सूचना शिमला एसपी ने चंडीगढ़ पुलिस को दी थी और उनके फोटो भी भेज दिए थे। जिसके बाद चंडीगढ़ पुलिस ने इन लड़कियों को चंडीगढ़ पुलिस ने ढूंढ निकाला। तीनों लड़कियों के मिलने बाद चंड़ीगढ़ पुलिस ने शिमला पुलिस को सूचित किया जिसके बाद लड़कियों को शिमला पुलिस के सुपुर्द कर दिया। बताया जा रहा है कि तीनों लड़कियां मनाली घुमने के लिए निकली थीं।

 

गौरतलब है कि बुधवार सुबह तीनों छात्राएं आश्रम से स्कूल के लिए निकली थी, मगर स्कूल नहीं पहुंची और न ही वापस आश्रम लौटी थीं। ये छात्राएं तीनों टूटीकंडी आईएसबीटी के साथ स्थित सरकारी स्कूल में पढ़ती हैं। स्कूल की प्रिंसिपल ने छात्राओं के स्कूल न पहुंचने की आश्रम में सूचना दी। सूचना के बाद आश्रम की ओर से बालूगंज पुलिस थाना में शिकायत दी गई थी। शिकायत के बाद पुलिस ने नाबालिग छात्राओं के रहस्यमयी परिस्थिति में लापता होने के मामले में किडनैपिंग का केस दर्ज छानबीन शुरू कर दी थी। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के मुताबिक नाबालिग बच्चों के लापता होने के मामले में 363 आईपीसी यानि किडनैपिंग का केस दर्ज किया जाता है। लापता छात्राएं नवीं और दसवीं में पढ़ती हैं। एक छात्रा नेपाल की हैं और अन्य दो हिमाचल के सोलन और मंडी की बताई जा रही हैं।

हनी ट्रैप में फंसे व्यक्ति को हरियां पुलिस ने बचाया, पकड़े आरोपी

 

पंचकूला़,, 21 जून –

हरियाणा पुलिस की अपराध षाखा ने सराहनीय कार्य करते हुए हनी ट्रप में लोगो को फंसाने वाले गिरोह की एक महिला सहित चार आरोपियों को फरीदाबाद से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।

पुलिस विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि गिरोह के सदस्य शिकायतकर्ता को बलात्कार के झूठे मामले में फसाने की धमकी देकर 5 लाख रुपये की मांग कर रहे थे।

षिकायतकर्ता के पास करीब 20-25 दिन पहले एक अनजान नंबर से एक लड़की का फोन आया जिसने अपना पेशा प्रॉपर्टी डीलर बताया। शिकायतकर्ता को लगातार कॉल करके जाल में फंसाया जा रह था। 16 जून 2018 को शिकायतकर्ता को सस्ती प्रॉपर्टी दिलाने के बहाने से आरोपी महिला रिसोर्ट में ले गई वहां शिकायतकर्ता के साथ मेलजोल बढ़ाने की कोशिश की। जिस पर शिकायतकर्ता के कहने पर दोनों वहां से खाना खाकर वापस चले गए।

अगले दिन आरोपी महिला के साथी ने शिकायतकर्ता को कॉल करके कहा जल्दी थाना सेक्टर-37 आ जाओ वरना बलात्कार के केस में अंदर चले जाओगे। जब शिकायतकर्ता थाना पहुंचा तो उक्त महिला व उसके दोस्तों ने शिकायतकर्ता को सेक्टर-37 थाना के सामने ले जाकर झूठे बलात्कार के केस में फंसाने की धमकी देकर 5 लाख रुपये की डिमांड की।

झूठे मुकदमे में फंसने के डर से शिकायतकर्ता ने 50,000 रुपये तुरंत आरोपियों को दे दिए और बाकी पैसों के लिए चार-पांच दिन का टाइम ले लिया। उसके बाद आरोपियों द्वारा लगातार शिकायतकर्ता को फोन करके डराया गया और पैसों की मांग की गई।

षिकायतकर्ता ने पुलिस को जानकारी देने के बाद थाना सराय ख्वाजा में मुकदमा दर्ज किया गया। क्राईम ब्रांच एन.आई.टी ने कार्यवाही करते हुए 4 आरोपियों को काबू करने में सफलता हासिल की। कुछ आरोपी अभी फरार है उन्हें भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा

उन्होने बताया कि आरोपियों में से एक आरोपी क्राउन इंटीरियर मॉल सेक्टर 37 में सपा सेंटर चलाता है, जिसने ऑल इंडिया क्राइम एंटी करप्शन ऑर्गनाइजेशन के नाम से आई. कार्ड भी बनाया हुआ है। इससे पहले भी उन्होंने हनी ट्रेप के दो अन्य शिकार सूरजकुंड व दिल्ली में भी बनाए हैं।

Prabh Gill to perform at World Music Day

On the occasion of World Music Day-2018 Department of Tourism and Chandigarh Administration together are celebrating World Music Day 2018 a Punjabi Musical Evening by Renowned Singer “Prabh Gill” live at New Lake Sector 42, Chandigarh

निरंकारी मिशन ने चंडीगढ़ में मनाया योग दिवस

चंडीगढ़ 21 जून 2018 :

चोथे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में निरंकारी मिशन चंडीगढ़ ने आज सेक्टर 17 के प्लाजा में योग दिवस मनाया

                                                         

Yoga is Rahmat not Zahmat Top Muslim Bodies

 

Yoga should not be used as a political tool or linked to a particular community, top Muslim bodies said on Wednesday on the eve of International Day for Yoga.

The organisations also said that Yoga should be seen as form of exercise and not through the prism of religion.

“Islam lays special emphasis on physical fitness and considers things related to fitness as good. Yoga as an exercise is good, but it should not be made compulsory which may not be acceptable to people of other religions.

“The most important thing is that Yoga should not be used as a political tool. But, sadly this practice is going on,” said All India Muslim Personal Law Board spokesman Sajjad Nomani .
He also said that people of every religion and section of society should be encouraged to celebrate Yoga Day on Thursday.

“It is unfair to force upon someone any particular exercise. There should be no dispute vis-a-vis Yoga. People of every religion and section of the society should be encouraged to celebrate International Yoga Day.

“It is important that Yoga should be perceived as a rahmat (mercy) and not a ‘zahmat‘ (worry),” the spokesman said.

“Yoga should not be seen as something linked to a particular community. It is related to the body only. People who have the habit of seeing Yoga through the prism of religion, actually want to see humanity in a sick state of affairs,” AISPLB spokesperson Yasoob Abbas said.

He said several Islamic nations celebrate International Day for Yoga and people participate happily in events.

On Muslims generally having objections to chanting of mantras during different Yoga asanas, Abbas said, “There is no doubt that Muslims worship Allah alone. But, Islam is not that weak that it will break at the slightest instance and moreover, Yoga is not a God.”

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2018 प्रधान मंत्री की अगुआई में आरम्भ

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चौथे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में योग सत्र में हिस्सा लिया. पीएम मोदी ने यहां मशहूर फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टिट्यूट यानी एफआरआई में करीब 50,000 लोगों के साथ कई तरह के योगासन किए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल डॉक्टर के के पॉल, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत, केंद्रीय आयुष मंत्री और उत्तराखंड के आयुष मंत्री हरक सिंह रावत भी मौजूद रहे.

इससे पहले पीएम मोदी ने जनता को संबोधित किया. प्रधानमंत्री ने योग दिवस के मौके पर अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि उत्तराखंड अनेक दशकों से योग का मुख्य केंद्र रहा है. उन्होंने कहा, “यहां के ये पर्वत स्वत: ही योग और आयुर्वेद के लिए प्रेरित करते हैं, सामान्य से सामान्य नागरिक भी जब इस धरती पर आता है तो उसे एक अलग तरह की दिव्य अनुभूति होती है. इस पावन धरा में अद्भुत स्फूर्ति और सम्मोहन है”

पीएम मोदी ने कहा, “ये हम सभी भारतीयों के लिए गौरव की बात है कि आज जहां-जहां उगते सूरज के साथ जैसे-जैसे सूरज अपनी यात्रा करेगा, दुनिया के उस भूभाग में लोग योग से सूर्य का स्वागत कर रहे हैं. देहरादून से लेकर कर डबलिन तक, शंघाई से लेकर शिकागो, जकार्ता से लेकर जोहान्सबर्ग तक योग ही योग है. योग समूचे विश्व को जोड़ने वाली ताकत बन गया है.”

पीएम मोदी ने कहा, आज की आपाधापी में योग व्यक्ति के जीवन में शांति की अनुभूति कराता है. व्यक्ति को परिवार से जोड़कर शांति स्थापित करता है और साथ लाता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि जब हम अपनी विरासत पर गर्व करेंगे तभी पूरी दुनिया इसे स्वीकार करेगी. आज पूरी दुनिया में ऐसा माहौल है जो योग के लिए सभी को बढ़ावा देता है.

उन्होंने कहा, योग हर परिस्थिति में जीवन को समृद्ध कर रहा है, जब तोड़ने वाली ताकतें हावी होती है तो बिखराव आता है तो व्यक्तियों और समाज और राष्ट्रों के बीच बिखराव होता है, समाज में विवाद बढ़ते हैं, यहां तक कि व्यक्ति खुद ही बिखरता है और जीवन में तनाव बढ़ता चला जाता है. इस बिखराव के बीच योग जोड़ता है.

आज हमारी दुनिया में ऐसे करोड़ों लोग हैं जो कि हार्ट की बीमारी से ग्रसित हैं ऐसे में योग उन बीमारियों को दूर करने में भी मदद करता है. उन्होंने कहा कि योग के कारण दुनिया आज illness से wellness की तरफ बढ़ रही है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ योग करने के लिए न सिर्फ कॉलेज के विद्यार्थी अलग-अलग जगह से रात के 12 बजे से ही इंतज़ार में बैठे थे कि गेट खुले और वो अंदर जाए, बल्कि 6 साल की एक छोटी बच्ची भी इस इंतज़ार में थी कि मोदी अंकल के साथ योग कर सके, उसकी माने तो मोदी उसके नेता हैं और देश के लिए अच्छा ही कर रहे हैं.

आपको बता दें कि ये चौथा योग दिवस है. इससे पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलग-अलग शहरों में जाकर योग दिवस मनाया था. पीएम मोदी ने पहला योग दिवस दिल्ली में, दूसरा योग दिवस चंडीगढ़ में, तीसरा योग दिवस लखनऊ में मनाया था.

इन सभी आयोजनों में भी प्रधानमंत्री के साथ 50,000 से अधिक लोगों ने योग किया था. सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में 21 जून को योग दिवस मनाया जाएगा.

आपको बता दें कि अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में भी प्रधानमंत्री ने योग दिवस का जिक्र किया था. उन्होंने कहा था कि अगर हम फिट रहेंगे, तो भारत फिट रहेगा.” 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से पहले उन्होंने कहा, “मैं सभी देशवासियों से अपील करता हूं कि वह अपनी योग की विरासत को अपनाएं और एक स्वस्थ, सुखद और सुव्यवस्थित राष्ट्र का निर्माण करें.”

वह एक ऐतिहासिक क्षण था. 11 दिसंबर 2014 – यूनाइटेड नैशंस की आम सभा ने भारत द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए 21 जून को ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ के रूप में घोषित कर दिया. इस प्रस्ताव का समर्थन 193 में से 175 देशों ने किया और बिना किसी वोटिंग के इसे स्वीकार कर लिया गया.

यूएन ने योग की महत्ता को स्वीकारते हुए माना कि योग मानव स्वास्थ्य व कल्याण की दिशा में एक संपूर्ण नजरिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 14 सिंतबर 2014 को पहली बार पेश किया गया यह प्रस्ताव तीन महीने से भी कम समय में यूएन की महासभा में पास हो गया.

भारतीय राजदूत अशोक मुखर्जी ने ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ का प्रस्ताव यूएन असेंबली में रखा था, जिसे दुनिया के 175 देशों ने भी सह-प्रस्तावित किया था. यूएन जनरल असेंबली में किसी भी प्रस्ताव को इतनी बड़ी संख्या में मिला समर्थन भी अपने आप में एक रिकॉर्ड बन गया. इससे पहले किसी भी प्रस्ताव को इतने बड़े पैमाने पर इतने देशों का समर्थन नहीं मिला था. और यह भी पहली बार हुआ था कि किसी देश ने यूएन असेंबली में कोई इस तरह की पहल सिर्फ 90 दिनों के भीतर पास हो गयी हो. यह भी अपने आप में एक रिकॉर्ड है.

21 जून को ही अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बनाए जाने के पीछे वजह है कि इस दिन ग्रीष्म संक्रांति होती है. इस दिन सूर्य धरती की दृष्टि से उत्तर से दक्षिण की ओर चलना शुरू करता है. यानी सूर्य जो अब तक उत्तरी गोलार्ध के सामने था, अब दक्षिणी गोलार्ध की तरफ बढ़ना शुरू हो जाता है. योग के नजरिए से यह समय संक्रमण काल होता है, यानी रूपांतरण के लिए बेहतर समय होता है.

 

लंबित पड़ी राष्ट्रीय राजमार्गों की परियोजनाएं जल्द शुरू होंगी: हूडा

 

हरियाणा में लंबित पड़ी यूपीए कार्यकाल की मंजूरशुदा परियोजनाओं पर जल्द काम कराने के लिए एक बार फिर केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग सचिव श्री युद्धवीर मलिक से मुलाक़ात की। इन लंबित पड़ी मंजूरशुदा परियोजनाओं पर ठोस कार्रवाई करने के आश्वासन पर सचिव युद्धवीर मलिक का आभार।

UPA के समय मंजूरशुदा दो राष्ट्रीय राजमार्गों (NH-334B मेरठ-सोनीपत-झज्जर-दादरी-लोहारु और NH-352A जींद-गोहाना-सोनीपत) पर जल्द काम शुरू करने की फिर से मांग दोहराई। NH-334B महत्वपूर्ण नेशनल हाईवे जो सोनीपत-खरखौदा-झज्जर-दादरी-लोहारू को जोड़ने का काम करेगा जिसको स्वयं मैंने प्रस्तावित करके मंजूर कराया था और NH-352A चौ भूपेन्द्र सिंह हुड्डा जी की सोच थी। मैं लगातार इन दोनों ही राष्ट्रीय राजमार्गों के लिए प्रयासरत हूँ।

इसके साथ ही NH-71 (रोहतक-जींद-पंजाब बॉर्डर, वाया उचाना-नरवाना), ठप पड़े द्वारिका एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य और दर्जनों फ्लाईओवर/अंडरपासों की मंजूरी की भी मांग दोहराई। गांव बालौर, बहादुरगढ़ में NH-10 पर अंडरपास और खरावड़ में रिटेनिंग वाल को बैठक के दौरान सचिव द्वारा मंजूरी देने पर उनका धन्यवाद।

जिन परियोजनाओं को मैंने रात-दिन एक कर मंजूर कराया उन महत्वपूर्ण परियोजनाओं की फाइलों को ठंडे बस्ते पड़ा देख मुझे बड़ा दुःख होता है।

लंबित पड़ी मंजूरशुदा परियोजनाएं :-

NH-334B (जेवड़ा-सोनीपत-सांपला-झज्जर-दादरी-बाढड़ा-लोहारु) :

NH-334B (जेवड़ा-सोनीपत-सांपला-झज्जर-दादरी-बाढड़ा-लोहारु) पर खेवड़ा, हसनगढ़, रोहना, भापड़ोदा, सांपला आदि प्रमुख जगहों पर बाईपास बनाये जाने की मांग रखी थी जिनको मंजूरी दे दी गई है। इस राजमार्ग को दादरी से लोहारू तक सरकार के 2 लेन सड़क बनाये जाने के फैसले का विरोध किया और मांग रखी कि 2012 में मेरे द्वारा मंजूर कराये गए इस राजमार्ग के प्रारूप के अनुसार ही इस पूरे राजमार्ग को 4 लेन ही होना चाहिए। यह जानकर ख़ुशी हुई कि NH-334B के सोनीपत से झज्जर तक 4 लेन का काम अगले कुछ ही दिनों में शुरू होगा।

NH-352A (जींद-गोहाना-सोनीपत) :

NH-352A (जींद-गोहाना-सोनीपत) हुड्डा सरकार के कार्यकाल में मंजूर करवा कर नोटिफाई भी करवा दिया था मगर चार साल में इस नये और महत्वपूर्ण राजमार्ग पर काम नहीं चालू किया गया है। केन्द्रीय सचिव ने आश्वासन दिया कि इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर अगले कुछ ही दिनों में काम शुरू हो जायेगा।

NH-71 (रोहतक-जींद-उचाना-नरवाना से जाखल पंजाब बॉर्डर तक) :

NH-71 के रोहतक-जींद-नरवाना-पंजाब बॉर्डर सेक्शन के काम को केंद्र सरकार से दिसंबर 2011 और मार्च 2012 में मंजूरी दिलवा कर, तत्कालीन केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री डॉ सी पी जोशी से 3 जून 2012 को शिलान्यास कर इस पर जोरशोर से काम चालू करवा दिया गया था। इस पर जींद में बाईपास को भी शामिल कर मंजूरी दिलवाई थी। मगर पिछले 4 सालों में रोहतक-जींद सेक्शन पर काम पूरी तरह ठप्प पड़ा है और जींद-पंजाब बॉर्डर सेक्शन पर काम धीमी गति से चल रहा है, मैंने दोनों सेक्शन पर काम तेज गति से चालू करने की मांग केन्द्रीय सचिव के समक्ष दोबारा फिर से रखी।

नार्दन पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे (द्वारका एक्सप्रेस-वे) :

गुड़गाँव और दिल्ली के बीच बन रहे द्वारका एक्सप्रेस-वे, जो द्वारका से 18 किमी० दूर खिड़कीधौला टोल पर एनएच-8 से जुड़ता है, को 2010 में पूर्ववर्ती हुड्डा सरकार के समय मंजूर कराकर काम शुरु करा दिया गया था और 2014 तक इसका 95% कार्य पूरा भी हो चुका था। भाजपा सरकार के आने के बाद इसको NHAI ने राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित कर टेक ओवर कर लिया और चार साल में 5% काम भी पूरा नहीं हो पाया है। पिछले चार साल से ठप पड़े नार्दन पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे (द्वारका एक्सप्रेस-वे) के निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने की मांग को भी दोहराया ताकि गुड़गांव ट्रैफिक में राहत मिले।

अंडरपास :

13 जून 2017 को श्री युद्धवीर मलिक से राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण मुख्यालय में मुलाकात के बाद मंजूर हुए दर्जनों अंडरपास पर जल्द काम चालू करवाने की माँग रखी थी। राष्ट्रीय राजमार्गों के अलावा राजमार्गों पर आये दिन हो रही दुर्घटनाओं चिंता व्यक्त करते हुए विभिन्न राजमार्गों पर दर्जनों अंडरपास बनाये जाने की मांग भी दोहराई जिसमें रेवाड़ी के गुरावड़ा और सोनीपत के मुंडलाना का अंडरपास भी शामिल है।

बैठक के दौरान इन गांवों में अंडरपास को मिली मंजूरी :

मेरी मांग पर गाँव बालौर में NH 10 पर अंडरपास बनाने और खरावड़ में रिटेनिंग वाल को बैठक के दौरान ही सचिव श्री युद्धवीर मलिक ने मंजूरी दी और अधिकारीयों को काम चालू करवाने के आदेश दिये।

इन गांवों में अंडरपास बनने पर किया धन्यवाद :

13 जून 2017 को मेरी मांग पर NH 65 में भिवानी के झुम्पा खुर्द और जींद के दनौदा खुर्द में अंडरपास मंजूर कर बनवा दिये जाने पर श्री युद्धवीर मलिक का आभार व्यक्त किया।

जल्द काम शुरू कराने का आग्रह :

इनके अलावा सिलानी, दुजाना, रामगढ़ और खलीलपुर, बालौर, मदीना, बहू अकबरपुर, भैनी, मय्यर में अंडरपास पर जल्द काम चालू कराने का आग्रह किया। इससे स्थानीय लोगों को आने जाने में सुविधा तो होगी ही साथ में सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी।

इन गावों में NHAI टीम जल्द करेगी निरीक्षण :

मेरे अनुरोध पर जल्द ही NHAI के आला अधिकारीयों की टीम NH-10 पर रोहतक से हिसार के बीच मदीना, बहू अकबरपुर, भैनी, मय्यर का दौरा कर, स्थानीय लोगों से मिल अंडरपास साईट का निरीक्षण करेगी।