डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर डेरा प्रबंधक रंजीत हत्या मामले में आज हुई सुनवाई

डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर डेरा प्रबंधक रंजीत हत्या मामले में आज हुई सुनवाई।

पंचकूला स्थित हरियाणा की विशेष सीबीआई अदालत में हुई सुनवाई।

मुख्य आरोपी राम रहीम विडिओ कॉन्फ्रेंसिंग से हुआ सीबीआई कोर्ट में पेश।

वहीं मामले के अन्य आरोपी जसबीर,शब्दिल,इन्द्रसेन,अवतार और कृष्ण प्रत्यक्ष रूप से सीबीआई कोर्ट में हुए पेश।

आज मामले की सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष ने 18 गवाहों की लिस्ट दाखिल की।

जिसे सीबीआई कोर्ट ने मंजूर कर दिया।

इस मामले की अगली सुनवाई अब
27 जुलाई को होगी।

वहीं 27 जुलाई को सीबीआई कोर्ट ने गुरमीत राम रहीम पर डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या व पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या दोनो मामलों के गवाहों की होगी गवाही।

उत्कृष्ट व सराहनीय सेवाओं के लिये हरियाणा पुलिस के 96 पुलिस अधिकारी व कर्मचारी होंगे सम्मानित

चंडीगढ, 25 जुलाई –

फ़ाइल फोटो

हरियाणा के राज्यपाल प्रो0 कप्तान सिंह सोलंकी 27 जुलाई को यहां राजभवन में आयोजित किए जाने वाले अलंकरण समारोह में हरियाणा पुलिस के 96 पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को उनकी उत्कृष्ट व सराहनीय सेवाओं के लिये सम्मानित करेंगे। इस समारोह में वर्ष 2014 से 2017 तक के पदक प्रदान किए जाएंगे। यह जानकारी आज यहां हरियाणा पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता ने दी।
प्रवक्ता ने आगे जानकारी देते हुये बताया कि पुलिस महानिरीक्षक गुप्तचर विभाग श्री अनिल कुमार राव तथा उप-पुलिस महानिरीक्षक श्री सतेन्द्र कुमार गुप्ता को पुलिस में बहादुरी सेवाओं के लिये सम्मानित किया जाएगा।
प्रवक्ता के अनुसार पुलिस महानिदेषक श्री शील मधुर, अतिरिक्त पुलिस महानिदेषक श्री पी0 के अग्रवाल, सुधीर चैधरी, डा0 आर0 सी0 मिश्रा, शत्रुजीत सिंह कपूर, ओ0पी0 सिंह, अजय सिंघल तथा अतिरिक्त पुलिस महानिदेषक ; सेवानिवृत द्ध राजबीर सिंह देषवाल को उनकी विषिष्ट सेवाओं के लिये राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया जायेगा।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि इसी के साथ साथ पुलिस महानिदेषक श्री के0पी0 सिंह, बी0 के0 सिन्हा, अतिरिक्त पुलिस महानिदेषक आलोक कुमार मितल, पुलिस महानिरीक्षक चारू बाली, सुभाष यादव, डा0 एम0 रवि किरण, संजय कुमार तथा राजिन्द्र कुमार, उप-पुलिस महानिरीक्षक षिबास कविराज, वाई0 पूरण कुमार, पुलिस अधीक्षक अषोक कुमार, ओम प्रकाष, कीर्तपाल सिंह, कुलदीप सिंह,राजेष कुमार दुग्गल, सुरेन्द्र पाल सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बलबीर सिंह ; सेवानिवृत द्ध, रमेष पाल ; सेवानिवृत द्ध ,उप- पुलिस अधीक्षक मोहिन्द्र पाल ; सेवानिवृत द्ध,अनूप सिंह ; सेवानिवृत द्ध, दलबीर सिंह; सेवानिवृत द्ध, विरेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र सिंह; सेवानिवृत द्ध, दलीप कुमार; सेवानिवृत द्ध, उदय राज सिंह तनवर, धर्मवीर, सुरेष चन्द, शकुन्तला देवी, हिषम सिहं तथा अजय कुमार को उनकी सराहनीय सेवाओं के लिये पुलिस पदक सम्मानित किया जायेगा।
इसके अतिरिक्त निरीक्षक श्री रामबीर सिंह; सेवानिवृत द्ध,लाल सिंह; सेवानिवृत द्ध,कमल सिंह; सेवानिवृत द्ध,ज्योती शील ; सेवानिवृत द्ध,अनूप सिंह ;सेवानिवृतद्ध,राजरूप सिंह; सेवानिवृतद्ध,अमर सिंह; सेवानिवृत द्ध,वतन सिंह,राजपाल सिंह, विजयपाल, अजाद सिंह, अष्वनी कुमार, मलकीयत सिंह, सत्यबीर सिंह,सतपाल, उमेद सिंह, बलराज सिंह, सुरेन्द्र सिंह, ओ0 आर0 पी0 निरीक्षक विरेन्द्र सिंह तथा ओ0 आर0 पी0 निरीक्षक इद्रपाल सिंह को भी इनकी सराहनीय सेवाओं के लिये पुलिस पदक से सम्मानित किया जायेगा।
सराहनीय सेवाओं के लिए सम्मनित होने वालों में उप-निरीक्षक श्री देवेन्द्र सिंह, रामकरण, सुषील कुमार, राजीव मोहन, सुल्तान सिंह, हरबिलास सिंह,सिकन्द्र लाल, बलदेव कृष्ण, रमेष चन्द, विनोद कुमार, हरि राम, गुरविन्द्र सिंह,रणजीत सिंह, किरपाल सिंह ओ0 आर0 पी0 उप-निरीक्षक जगबीर सिंह, ओ0 आर0 पी0 उप-निरीक्षक जितेन्द्र सिंह तथा ओ0 आर0 पी0 उप-निरीक्षक सतपाल सिंह भी शामिल है।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि इस अवसर पर सहायक उप-निरीक्षक श्री मनोज कुमार, राम कुमार, देवी लाल, जसबीर सिंह, शमषेर सिंह, मोहन सिंह, इन्द्र दीप सिंह, महिला सहायक उप-निरीक्षक सीमा गुप्ता, जनक कुमारी, सुखजिन्द्र पाल कौर, ई0 ए0 एस0 आई0 सुरेष चन्द, गुरमीत सिंह, कुलबीर सिंह, प्रदीप कुमार, सुरेन्द्र सिंह, भगीरथ, रविन्द्र कुमार, भगवान दास, राजबीर सिंह तथा नरेष कुमार को भी उनकी सराहनीय सेवाओं के लिये पुलिस पदक से नवाजा जायेगा।

Bir Devinder Singh strongly condemned appointment of new VC

Chandigarh, July 24, 2018:

Former Punjab Deputy Speaker, Bir Devinder Singh strongly condemned presence of the local BJP-RSS workers at the joining of the new Vice-Chancellor Dr Raj Kumar, Panjab University (PU).

With this, the alleged ideological affiliation of the new VC with RSS-BJP has been exposed. “It is quite disturbing to learn that the new VC of Punjab University, Dr Raj Kumar is an RSS man from Banaras Hindu University,” said Bir Devinder in a statement issued here on Tuesday.

He stated that the Panjab University represented the liberal ethos and culture of Punjab in the world of academia. It’s Senate, Syndicate and Vice Chancellors have always guarded the rich heritage and maintained appropriate balance, keeping in mind the region’s aspirations. Therefore, the appointment of all previous VCs was made keeping in view the sensitivity of Punjabis.

“It seems bizarre that the selection committee did not find even one Professor from the Punjab University or any other university of Punjab, worthy of the august post despite having illustrious academic careers. The new VC has no connect with Punjab region,” he added.

Bir Devinder alleged that the search committee set up to find suitable candidate for the post was packed with RSS/BJP appointed/ affiliated persons. It is strange enough that out of about 160 applicants, only 9 were shortlisted and all the shortlisted professors had RSS/BJP connections. “It is another extreme of intellectual dishonesty that neither in search committee, nor among the candidates, a single person belonged to minorities, schedule castes or schedule tribes, he pointed out while terming the  presence of the Chandigarh BJP president Sanjay Tandon and other RSS people “supervising” the joining of the new VC.

The senior leader warned that any attempt to ‘saffronise’ the PU by changing its secular character would be resisted at every level. He also urged the faculty and students of the PU affiliated colleges and the university campus to keep vigil on any activities and new policies brought in by the new VC. “The appointment of the new VC has posed a big question mark on the future of the Panjab University,” he said.

पंचकुला में सेबों की आवक सुचारु ढंग से हो इसका ख्याल रखा जाएगा: मार्केट कमेटी

चंडीगढ़।

पंचकूला सेक्टर-20 स्थित सेब मंडी में हिमाचल के विभिन्न क्षेत्रों से सेब बिक्री के लिए आना शुरू हो गया है। हालांकि अभी सेब सीजन ने पूरी तरह र तार नहीं पकड़ी है और कम ही सेब मंडियों में पहुंच रहा है। बीते तीन-चार दिनों में करीब 7500 पेटी सेब मंडी में उतर चुका था और रोजाना करीब 2000 पेटी सेब आ रहा है। सेब सीजन के अगस्त के प्रथम सप्ताह तक पूरी तरह रफतार पकडऩे की उम्मीद है। उधर, मंडी में व्यापार करने वाले आढ़तियों, लोडर्स, सेब लेकर आने वाले सेब उत्पादकों व अन्य लोगों को किसी तरह की कोई समस्या न आए, इसके लिए पंचकूला मार्केट कमेटी ने पहले से ही सब तैयारियां कर ली हैं। मंडी में आने वालों के लिए कमेटी की ओर से शौचालय, नहाने के लिए अलग से बाथरूम, पीने के पानी के लिए वाटरकूलर व छोटी-बड़ी हर प्रकार की गाडिय़ों के लिए उचित पार्किंग व ड्राइवरों और सेब उत्पादकों के ठहरने के लिए कमरों आदि की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही चंडीगढ़ से पंचकूला मंडी गए आढ़तियों को वहां कोई समस्या न आए, इसके लिए भी कोई समस्या न आए इसके लिए पंचकूला मार्केट कमेटी अलग-अलग पॉलिसी बनाने की सोच रहा है। पंचकुला ग्रेन व एप्पल मार्के ट कमेटी के सचिव विशाल गर्ग ने बताया कि एप्पल सीजन शुरू होते ही भारी मात्रा में हिमाचल से सेब उत्पादक पंचकूला में सेब बेचने आते हैं जिनकी पेमेंट वैसे तो आढ़तियों द्वारा समय पर कर दी जाती है, लेकिन फिर भी अगर किसी की पेमेंट रुक जाती है या लेट हो जाती है तो हम ऐसी पॉलिसी बनाएंगे जिससे बागवानों को उनकी फसल की पेमेंट समय पर मिल जाए।

बता दें चंडीगढ़ से करीब 70-80 आढ़ती पंचकूला मंडी के लिए पलायन कर चुके हैं। इन आढ़तियों ने पंचकूला में 15 से 20 हजार रुपये प्रतिमाह किराये पर दुकानें ले रखी हैं।

सीजन शुरू होने से पहले की पूरी तैयारी

मार्केट के डायरेक्टर अश्विनी चौहान के अनुसार पिछले वर्ष पंचकूला में करीब 15 से 18 लाख पेटियां सेब आया था जिसके लिए हर रोज ४०० से ५०० छोटे-बड़े वाहन मंडी में आते थे। पिछली बार प्राकृतिक तौर पर कुछ दिक्कतें आने के चलते सेब सीजन के दौरान मंडी में 2 दिन पानी की समस्या हो गई थी, लेकिन इस बार कमेटी ने पहले ही तैयारियां कर ली हैं ताकि इस प्रकार की कोई समस्या न आए। उन्होंने बताया कि इस बार पीने के पानी के लिए 6-7 वॉटरकूलर, 9 शौचालय (नहाने के बाथरूम अलग से) बड़े पार्किंग एरिया की भी व्यवस्था की गई है ताकि वाहन पार्क करने में किसी को भी समस्या न आए।

कोट्स

पेमेंट की समस्या को लेकर हम लोडर्स का रेकॉर्ड व सिक्योरिटी रखने जैसी पॉलिसी बनाने की सोच रहे हैं जिस विषय में हम बहुत जल्द मीटिंग करेगें। मीटिंग में यदि सहमति बन पाई तो हम पॉलिसी बनाकर 1 अगस्त तक लागू भी कर सकते हैं। बाकि पॉलिसी बनने से पहले यदि सेब उत्पादक व आढ़तियों को कोई समस्या आती है तो वह हमारे पास आकर लिखित में शिकायत दे सकते हैं। हम एक सप्ताह की अवधि पूरी होने से पहले पेमेंट दिलवाएंगे ताकि हमारी मार्केट में आने वाले छोटे-बड़े किसी भी व्यापारी को कोई समस्या न आए।

विशाल गर्ग, सचिव, पंचकूला मार्केट कमेटी

सीजन के दौरान किसी उत्पादक या लोडर्स को दिक्कत न आए इसके लिए हरियाणा सरकार ने नियम बना रखा है कि कोई पुलिसवाला बिना कारण सेब लेकर आ रहे ट्रक को नहीं रोकेगा। बाकि हमारी तरफ से मंडी में 24 घंटे एक पीसीआर गाड़ी उपलब्ध करवाई गई है ताकि किसी भी व्यक्ति के साथ कोई आपराधिक घटना न घट सके।

अश्विनी चौहान, डायरेक्टर, मार्केट कमेटी

आढ़तियों के चंडीगढ़ से पंचकूला शि ट होने के बाद हरियाणा सरकार को बीते वर्ष 2 करोड़ रुपये के करीब लाभ हुआ है। सीजन 1 अगस्त से अक्तूबर अंत तक चलेगा। अब तो परमाणु और सोलन से भी आढ़ती पंचकूला में आने को तैयार हैं जिनमें से 44 ने अपनी रिजर्वेशन करवा रखी है। बाकि यों के लिए ओपन ऑक्शन करवाई जाएगी जिसमें ऑलओवर इंडिया के आढ़ती भाग लेंगे।

Both SBI and GOI cheated Retirees: Garg


SBI VRS 2017 Employees Association today accused State Bank of India for not fulfilling the various financial commitments towards the employees who opted for retirement under voluntary retirement scheme offered by the bank before merger.While adressing the media persons in chandigarh press club the association President Mr Yog Raj told that special allowances and DA thereon and HRA has not been included while calculating ex gratia amount while these were part of the salary. When the association asked for a copy of approved note for Voluntary Retirement Scheme framed for the merger of associate banks with SBI should be provided to the association immediately under RTI Act it was denied straightly.

Explaining the woes of Retirees Garg further said that their pension has not been revised even once since they have been retired, whereas the state govt and central government regularly revise the pension and other allowances. The humiliating attitude of the bank make them feel as if they have been forcibly thrown out of organization to which they had served for quite long.

Association also accused Government of India has also cheated the retirees of banks who retired between January 1 ,2016 to March 28 2018 by amending Gratuity Act w.e.f . March 29, 2018.The Ceiling amount has been increased from Rs 10 lakh to Rs 20 lakh with retrospective date January 1, 2016 for centre and state government employees as well as for RBI employees..

Mr Garg also demanded that the complete Form 16 for FY 2017-18 be issued so as to make the retirees able to file income tax returns before 31st july 2018.

On the behalf of association he further demanded the  entertainment allowance for the full year from March 2018 be paid to each retiree. The SBI has issued instructions on July 12, 2017 not to pay for full year while such instructions cannot be made applicable retrospectively after the retirement of employees retired between April 1, 2017 and July 12, 2017.
The other demands of the association are that LFC which was to be extended to clerical staff should now be extended without delay.
State Bank of India must immediately without discrimination release overtime compensation for the period of demonetization as SBI staff has already been paid.

Association threatened the management if their demands which are their rights are not met within the week they will be forced to protest at the gate of Local Head Office.

Akal Takht ask SGPC to seek legal remedy to prevent Sikh women to wear helmet

helmet mandatory for two wheeler riding women. Only those Sikh women have been exempted who are wearing turbans. The administration has notified

 

Amritsar, July 23,2018 :

Jathedar Akal Takht  the highest Sikh temporal seat Gyani Gurbachan Singh has asked the Shriomani Gurdwara Pharbandhak committee (SGPC) to adopt all possible legal remedy to get relief for the Sikh females who were being asked by Chandigarh administration to wear headgear while riding on two wheeler.

Jathedar said that Sikh females who write Kaur with their name and complete Sikh having unshorn head’s hair should be exempted to wear metalled helmet. Moreover, this was deadly against the Sikh tenets to force Sikh women to wear helmet while driving two-wheeler on road, said he.

However, Chandigarh Administration has initiated the process to make mandatory for all women including Sikh drivers and pillion riders to wear helmet.

The UT administration has exempted to wear helmet to only those Sikh women who wear proper turban to drive two-wheeler.

Earlier, wearing headgear was optional for Sikh women riders in UT as they were exempted on religious grounds.

In the month of April this year, the Punjab and Haryana High Court had taken suo motu notice of the issue of safety of women, including Sikhs, while riding pillion or driving two-wheelers of any class or description and exemption given to them from wearing headgear under the Motor Vehicle Rules.

Taking cognizance of the matter, the Chandigarh Administration, while considering the aspect of safety of women, had issued a draft notification for amending the existing rules.

According to the draft notification, the words “a Sikh woman wearing a turban” instead of the words “or a woman” are proposed to be substituted in Rule 193 of the Chandigarh Motor Vehicle Rules, 1990. This will make the headgear mandatory for all women drivers and pillion riders (except Sikhs wearing a turban) on any two-wheeler in the city.

हरियाणा पुलिस एसटीएफ़ को मिलेंगे साइबर विशेषज्ञ : डीजीपी संधु

 

23 जुलाई –

(एसटीएफ) द्वारा अस्तित्व में आने के बाद बहुत ही कम अवधि में कुख्यात अपराधियों की धरपकड करते हुए अब तक 13 अतिवांछित अपराधियों को प्रदेष व देष से पकडकर उनके कब्जें से भारी मात्रा में अवैध हथियार व नशीले पदार्थ भी बरामद किए गए हैं।

पुलिस महानिदेषक श्री बी0 एस0 सन्धू ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा संगठित अपराध, नशीले पदार्थों की रोकथाम, गैंगवार व कुख्यात अपराधियों से निपटने के लिए इसी वर्ष जनवरी माह में 40 पुलिसकर्मियों के साथ एसटीएफ का गठन किया गया था। उन्होने कहा कि अब पुलिस द्वारा साइबर अपराध के मुद्दे से निपटने के लिए 100 अत्यधिक योग्य साइबर विशेषज्ञों को एसटीएफ टीम में शामिल करने की योजना है ताकि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपराध जगत में सक्रिय उच्च प्रोफ़ाइल अपराधियों पर नकेल कसी जा सके।
डीजीपी श्री सन्धू ने कहा कि राज्य पुलिस प्रदेष की जनता की सेवा और सुरक्षा प्रदान करने के लिए कटिबद्ध है और राज्य में विषेषकर एनसीआर क्षेत्रों में संगठित अपराध के खतरे से निपटने के लिए एसटीएफ का गठन किया गया है। उन्होंने छोटी अवधि में कुख्यात अपराधियों पर बडी कार्रवाई करने के लिए एसटीएफ टीम को बधाई भी दी।
एसटीएफ द्वारा जब्त किए गए अवैध हथियार और नशीले पदार्थों की जानकारी देतेे हुए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, अपराध श्री पी0के0 अग्रवाल ने बताया कि एसटीएफ के अधिकारियों ने अब तक 50 देसी पिस्तौल, 1 रिवॉल्वर, 1 राइफल, 4 पिस्तौल और कुल 76 राउंड बरामद किए हैं। इसके अलावा, 57 किलोग्राम 600 ग्राम पोपी स्ट्रॉ, 22 किलोग्राम 900 ग्राम गांजा, 1 किलो 402 ग्राम अफीम, 4 किलो 138 चरस और 53.50 ग्राम हेरोइन भी जब्त की गई है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि छः महीने की छोटी अवधि के भीतर एसटीएफ ने 20 अतिवांछित अपराधियों की पहचान की है जो हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़ और पंजाब राज्यों में अपने आपराधिक गतिविधियों को फैलाने में लगे थे। एसटीएफ के लगातार डर और दबाव के कारण, इनमें से अधिकतर अपराधी हरियाणा से बाहर का रुख कर गए हंै।
उन्होंने कहा कि एसटीएफ ने नोएडा में एक मुठभेड़ में 2 लाख 50 हजार रुपये के ईनामी बदमाष व सुंदर भाट्टी गिरोह के सदस्य कुख्यात गैंगस्टर बलराज भाट्टी को मार गिराया था। इसके अलावा, एसटीएफ ने हाल ही में हैदराबाद से लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्य, व अतिवांछित आपराधिक संपत नेहरा को गिरफ्तार कर बडी सफलता हासिल की है। वह हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और चंडीगढ़ पुलिस का अतिवांछित अपराधी था व पुलिस ने 2 लाख रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था। इसके अतिरिक्त, टीम ने 5000 रुपये से 2 लाख रुपये तक के 11 अन्य अतिवांछित अपराधियों को भी गिरफतार करने में सफलता हासिल की है।
उन्होंने कहा कि एसटीएफ समन्वय के साथ नोडल एजेंसी के रुप में कार्य करते हुए, सक्रिय और सकारात्मक रूप से राज्य पुलिस बल के साथ सहयोग कर रही है। साइबर विशेषज्ञों के टीम में षामिल होने के बाद आने वाले दिनों में एसटीएफ के प्रयासं और अधिक मजबूत होंगे।

ज्ञापन सौंपते हुए सर्व कर्मचारी संघ के पदाधिकारी

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हरियाणा सरकार आखिरकार हाईकोर्ट के निर्णय से प्रभावित 4654 कर्मचारियों के अलावा साठ हजार कच्चे कर्मियों की नौकरी बचाने को राजी हो गई है। विधानसभा के 17 अगस्त से प्रस्तावित मानसून सत्र में सरकार पंजाब की तर्ज पर रेगुलराइजेशन एक्ट लाएगी। सोमवार को एक्ट का ड्राफ्ट अध्ययन के लिए सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के नेताओं को दे दिया जाएगा। सीएम निवास की ओर संघ के नेतृत्व में प्रभावित कर्मचारियों के कूच करने पर सीएम केउप प्रधान सचिव मंदीप बराड़ ने यह जानकारी दी।

पुलिस ने सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रतिनिधिमंडल की मुख्यमंत्री के उप प्रधान सचिव मंदीप सिंह बराड़ से सीएम निवास पर दोपहर बाद मुलाकात कराई। इसमें बराड़ ने आश्वासन दिया कि सरकार प्रभावित कर्मचारियों की नौकरी बचाने के लिए विधानसभा में एक्ट लाएगी। इसका ड्राफ्ट अध्ययन के लिए सोमवार को प्रभावित कर्मियों व संघ पदाधिकारियों को दे दिया जाएगा। इससे पहले हाईकोर्ट के निर्णय से प्रभावित विभिन्न विभागों के हजारों कर्मचारियों ने अपनी नौकरी की सुरक्षा की मांग को लेकर रविवार सुबह पंचकूला से सीएम निवास की ओर कूच किया।

संघ के राज्य प्रधान धर्मबीर फौगाट, महासचिव सुभाष लांबा, उप प्रधान सबिता, प्रवक्ता इंद्र सिंह बधाना, ऑडिटर सतीश सेठी, सुखदेव सिंह, सचिव राजेंद्र जुलाना आदि के नेतृत्व में यवनिका पार्क से कूच करने के बाद कर्मचारियों को हाउसिंग बोर्ड चौक पर चंडीगढ़ पुलिस ने रोक लिया। इससे गुस्साए कर्मचारियों ने गांधी गिरी दिखाई और कर्मचारी वहीं पर धरने पर बैठ गए। इसके बाद पुलिस ने सीएम के उप प्रधान सचिव से प्रतिनिधिमंडल की बैठक कराई।

कूच से पहले आंदोलन तेज करने का निर्णय
कर्मचारियों ने सीएम निवास की ओर कूच करने से पहले पंचकूला के यवनिका पार्क में बैठक की। इसमें आंदोलन तेज करने का निर्णय लेने के बाद अल्टीमेटम दिया कि 3 अगस्त तक सरकार ने ठोस कार्रवाई नहीं की तो 4 अगस्त को सभी जिलों में मशाल जुलूस निकाले जाएंगे।

आंदोलन की अगली कड़ी में 8 अगस्त को संसद पर सांकेतिक धरना देंगे और प्रधानमंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को ज्ञापन दिया जाएगा। इससे पहले कांग्रेस सहित सभी राजनीतिक दलों के अध्यक्षों को ज्ञापन देकर स्टेट ऑफ कर्नाटक बनाम उमा देवी के केस में सुप्रीम कोर्ट द्वारा 10 अप्रैल 2016 को दिए फैसले को संसद द्वारा निष्प्रभावी बनाने की मांग की जाएगी।

मानसून सत्र के दूसरे दिन विधानसभा कूच
कर्मचारियों ने सर्व सम्मति से प्रस्ताव पारित कर निर्णय लिया है कि सरकार को चेताने के लिए मानसून सत्र के दूसरे दिन विधानसभा कूच किया जाएगा। जिसमें सभी विभागों के करीब 50 हजार कच्चे व पक्के कर्मचारी शामिल होंगे। कूच में गेस्ट टीचरों का नियमितीकरण व समान काम, समान वेतन देने की मांग भी प्रमुखता से उठाएंगे। सीएम निवास कूच में गेस्ट टीचर्स अपने नेताओं मैना यादव, दिनेश यादव व भूपेंद्र सिंह के साथ शामिल हुए।

अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी फेडरेशन के सचिव व चंडीगढ़-पंचकूला कर्मचारी तालमेल कमेटी के प्रधान शमशेर सिंह ने भी हिस्सा लिया। प्रभावित कर्मचारियों के प्रतिनिधि राजबीर बेरवाल, प्रवीण देसवाल, युद्वबीर सिंह खत्री, महेंद्र बोहत, नरेंद्र सिवाच, सुनील कक्कड़, श्रवण करोड़ा, सोमदत, सोमनाथ, बिरेंद्र सिंह, मुकेश कुमार, मलखान सिंह, प्रदीप सिंह ने यवनिका पार्क में कर्मचारियों के समक्ष अपनी बात रखी।

पंचकूला मोरनी सामूहिक दुष्कर्म मामला।

मामले में 6 आरोपियों को कल पंचकूला पुलिस ने किया था गिरफ्तार।

आज सभी आरोपियों को कोर्ट में किया जाएगा पेश।

सभी 6 आरोपियों को अस्पताल में मेडिकल के लिए लाया गया।

उसके बाद पंचकूला अदालत में किया जाएगा पेश।

इनेलो में अब ओमप्रकाश चौटाला जी की घोषणाओं की कोई अहमियत नहीं -जवाहर यादव

इनेलो वाले मित्र यह कहते नहीं थकते कि उनके पार्टी के नेता जुबान के धनी हैं और जो कह देते हैं, उस पर कायम रहते हैं। उनकी इस गलतफहमी को इनेलो का मौजूदा नेतृत्व दूर करने में जुटा हुआ है। रविवार को बहादुरगढ़ में इस बात का सुबूत पेश किया गया।
पूर्व विधायक नफे सिंह राठी की इनेलो में वापसी करवाकर इनेलो नेताओं ने ओमप्रकाश चौटाला के उस एलान को ठेंगा दिखा दिया है जिसमें उन्होंने कहा था कि मुश्किल वक्त में पार्टी छोड़कर जाने वालों को किसी हालत में वापस नहीं लिया जाएगा। यही नहीं, ओमप्रकाश चौटाला ने तो ऐसे लोगों को गद्दार की उपाधि दी थी और कहा था कि ऐसे लोगों की वापसी की सिफारिश लेकर भी कोई कार्यकर्ता उन तक ना आए।
अभय चौटाला और अशोक अरोड़ा की मौजूदगी में नफे सिंह राठी की इनेलो वापसी दर्शाती है कि इस पार्टी में ओमप्रकाश चौटाला अब अप्रासांगिक हो गए हैं। अब उनकी बातों का कोई महत्व नहीं है। यह कुछ वैसा ही है जैसे 1990 से लेकर अपने जीवन के अंत तक स्वर्गीय चौधरी देवीलाल जी की अपनी पार्टी में स्थिति थी । इतिहास दोहराया जा रहा है।
यह नफे सिंह राठी के लिए भी सोचने का वक्त है कि जिस दल ने उनकी दशकों की निष्ठा को दरकिनार कर 2014 में उनकी टिकट काट दी थी और जिसके नेता ने उनके लिए गद्दार शब्द का इस्तेमाल किया था, वहां उन्हें अब क्या मिलेगा।
कमाल की बात यह भी है कि ओमप्रकाश चौटाला ने पार्टी छोड़कर जाने वालों को वापिस ना लेने की बात तिहाड़ जेल दिल्ली से हरियाणा में घुसते समय सबसे पहले बहादुरगढ़ में ही कही थी और उसके बाद प्रदेश के अलग अलग कोनों में अनेक बार पूरे जोरशोर से कही। इस बात को साल भी पूरा नहीं हुआ।जहां चौटाला जी ने दिल से यह ऐलान किया, सबसे पहले वहीं के नेता को ज्वाइन करवाकर इनेलो ने कहीं अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष के सीधे-सीधे अप्रासांगिक होने का जानबूझकर इशारा तो नहीं कर दिया ? आने वाला समय बताएगा चौटाला जी के शब्द इस प्रकार अपमानित होते रहेंगे या नहीं। बसपा से समझौता होने के बाद भी सता में नही आ रही तो इसके लिए क्या इनेलो गद्दारों( चौटाला जी के अनुसार ) को गले लगा के एक असफल प्रयास करेगी ?