तेहरान: ईरान के रिवाल्यूशनरी गार्ड्स ने पाकिस्तान पर अपने सैनिकों पर हुए आत्मघाती बम हमले के षड्यंत्रकर्ताओं को समर्थन देने का आरोप लगाया है. ईरान के सरकारी टीवी पर जारी बयानों में यह बात कही गई है. बुधवार को हुए उस हमले में ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के 27 सैनिकों की मौत हो गई गई थी.
रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कमांडर मेजर जनरल मोहम्मद अली जाफरी ने जिहादी समूह जैश-अल-अद्ल की ओर इशारा करते हुए कहा, पाकिस्तान सरकार जानती है कि ये जिहादी और इस्लाम के लिये खतरा बने लोग कहां है और इन्हें पाकिस्तान के सुरक्षा बलों का समर्थन हासिल है.”
उन्होंने चेतावनी दी, “अगर पाकिस्तान सरकार ने उन्हें दंडित नहीं किया तो हम इन जिहादी समूहों को मुंहतोड़ जवाब देंगे और पाकिस्तान को उनका समर्थन करने का अंजाम भुगतना होगा.” जनरल ने यह बात शुक्रवार को इ्स्फहान शहर में मारे गए सैनिकों के लिये आयोजित श्रद्धांजलि सभा के दौरान कही. शनिवार को सैनिकों का अंतिम संस्कार किया जा सकता है.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/download-3.jpg145348Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-16 16:49:562019-02-16 17:13:41तेहरान ने पाकिस्तान को जवाबी कार्यवाई के लिए धमकाया
Navjot Singh Sidhu’s comment on Pulwama terror attack–Terrorism has no religion, no nation–has created a huge outrage in Twitterverse. He is not only receiving a backlash from his opponents, but also from Twitterati who are asking fans to boycott The Kapil Sharma Show and Sony TV to kick Sidhu out of the show.
“For a handful of people, can you blame the entire nation and can you blame an individual? It (the attack) is a cowardly act and I condemn it firmly. Violence is always condemnable and those who did it must be punished,” Sidhu was quoted as saying.
The comment did not go down well with the netizens who have made #BoycottKapilSharmaShow trend on Twitter. Some are asking Sidhu to apologise for his comment, while others want the channel to expel him from the comedy show.
Dear @SonyTV & @KapilSharmaK9 either remove @sherryontopp from your show or we shall pledge not to choose the Sony Package as per new TRAI rules. How dare can someone continuously speak in the favour of a nation which is responsible for many other attacks like Pulwama.
40 CRPF jawans were martyred when an explosive-laden SUV rammed into one of the buses out of a 70-vehicle CRPF convoy in Jammu and Kashmir’s Pulwama district on Thursday (February 14).
Eetired Major General GD Bakshi also attacked Sidhu for what he deemed an “inappropriate comment” and said Sidhu has not faced what the CRPF has, what men in uniform routinely do in conflict areas.
Sidhu had courted controversy earlier for visiting Pakistan for Imran Khan’s oath-taking ceremony and his controversial hug with Pakistan Army General Qamar Javed Bajwa.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/kapil-navjot.jpg418825Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-15 18:00:272019-02-15 18:00:29Navjot believes Pak is not terrorist supporter, he demands talks to continue no matter what
Chandigarh
Traffic Police is regularly conducting special drives against motor vehicles plying
on cycle tracks in U.T. Chandigarh.
In order to take strict action against the motor vehicles plying on cycle track all the traffic police officials have been sensitized and equipped to enforce section 202 of the Motor Vehicles Act, 1988 as per which persons who commit the offence punishable under section 184 MV Act, 1988 (driving dangerously) in their presence are arrested without warrant and their vehicles are impounded. Further, all such cases are submitted to the concerned Court with the request for institution of prosecution case against violators as per provisions of M.V. Act, 1988.
On
13.2.2019, 07 such cases have been
booked under section 202 read with Section 184 M.V. Act, 1988 for the violation
of plying motor vehicles on cycle track at dividing road, Sector 44/45,
Chandigarh.
This
drive was started in the month of October, 2018 and till date, 436 such cases under section 202 read
with Section 184 M.V. Act, 1988 have been booked for the said violation.
As
per Section184 of Motor Vehicle Act, 1988, offender of such offence shall be
punishable for the first offence with imprisonment
for a term which may extend to six
months, or with fine which may extend to one thousand rupees.
Chandigarh
Traffic Police appeals to the general public not to ply their motor vehicles on
cycle track. Strict action shall be continued to be taken against such
violations in the future.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/IMG-20190213-WA0068.jpg12801055Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-13 14:56:142019-02-13 14:56:16Subject: Action against motor vehicles plying on cycle tracks.
” उन लोगो के साथ रहिए जो आप कि अभिलाषा को सतरंगे आसमान में उड़ने भेज दें ” ,
रोत्रैक्ट क्लब हिमालयन , चंडीगढ़ आयोजित करते है एक प्रभावशाली सम्मेलन ।
इस सम्मेलन का विषय है
” Lesson on Possible Steps Towards Impossible Dreams
” जिससे नेतृव करहे है हमारे अंतर्राष्ट्रीय
वक्ता और कॉरपोरेट कोआच , श्री साहिल सहारे और हमारे उभरते सॉफ्ट स्किल्स ट्रेनर , श्री अर्चित गुप्ता।
इस आयोजित कार्यक्रम की कार्यपुस्तिका सभी जनो में वितरित की गई है ।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/seminar1.jpeg1000750Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-04 14:10:002019-02-04 14:10:03” उन लोगो के साथ रहिए जो आप कि अभिलाषा को सतरंगे आसमान में उड़ने भेज दें “
पंचकूला, 3 फरवरी ( ): जी टीवी के रियालिटी शो ‘सा रे गा मा’ के विजेता मशहूर गायक रिंकू कालिया ने हरियाणा सरकार द्वारा आयोजित लाइव कॉन्सर्ट में अपने परफॉर्मेंस से लोगों पर जादू सा कर दिया। इस लाइव कॉन्सर्ट का आयोजन हरियाणा सरकार के सांस्कृतिक विभाग के सहयोग से सरकारी कालेज पंचकूला में किया था।लाइव शो की शुरुआत में गायक रिंकू कालिया ने ‘ये नहीं थी मेरी किस्मत’ जैसे गालिब के क्लासिक से सभी मौजूद श्रोताओं का दिल अपने पहले ही परफॉर्मेंस से जीत लिया।
इसके बाद उन्होंने, ‘आज जाने की जिद न करो’, ‘दिल-ए-नादान’, ‘ये कागज की कश्ती’, ‘प्यार का पहला खत’ जैसे गानों से श्रोताओं को कुर्सी से बांध सा दिया।लाइव कॉन्सर्ट के दौरान रिंकू कालिया ने अपनी सुरीली आवाज से ‘रंजिश ही सही’, ‘आज जाने की जि़द’ और ‘कल चौदहवीं की रात थी’ जैसी गजलों के बाद लोकगीत’ ‘टप्पे’, ‘सुन चरखे दी’ और ‘दमा दम मस्त कलंदर’ पर भी बेहतरीन समां बांधा। इस आयोजन के गेस्ट ऑफ ऑनर थे और हरियाणा पुलिस के ए.डी.जी.पी. आर.सी. मिश्रा।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/1-17.jpg40165184Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-03 12:57:272019-02-03 12:57:31‘सा रे गा मा’ के विजेता रिंकू कालिया के गीतों ने बांधा समां
संगीत के महत्व और उसकी अलग अलग विधाओं के बारे
में बताया. संगीतमय परिवार में जन्मे, उनके पिताजी ने लाहौर 1901 में गंधर्व
महाविद्यालय की स्थापना की और बहुत से दिग्गज़ों को संगीत के गुर सिखाए . विभाजन तक
उनके पिताजी वहीं रहे.
संगीत को नाद ब्रह्म मानने वाले अरविंद जी ने
वर्तमान दौर के संगीत के बाज़ारीकरण और बिना रागों पर बनाये जा रहे संगीत पर चिन्ता
जताई. संगीत तीसरी पीढ़ी तक पहुंच गया है और खुद के दोनों पुत्र भी संगीत भी है .
वर्तमान सेंगीत शिक्षा पर बोलते हुए कहा कि
संगीत कालांतर के साथ dilute
होता जा रहा है जिसका उद्देश्य केवल डिग्री
पाना ही हो गया है. एक ही तरह का संगीत सुनाई दे रहा है.
संगीत की पढ़ाई को पढ़ाई नहीं माना जाता. ज्यादा
मेहनत के कारण शास्त्रीय संगीत को कम दर्शकों का साथ मिलता है जिसका कारण हम सब भी
है.
रागों पर बोलते हुए कहा कि संगीत लोक परंपरा से
दूर होते जा रहे है . हमारे पुराने गाने राग पर आधारित होते थे. पुराने गाने इसलिए
चलते थे क्योंकि वे परंपरा से जुड़े होते थे. हम उन्हें भूल कर बिना सोचे समझे
ग्लोबलाइज़ेशन की ओर जा रहे है जिससे हम अपनी संस्कृति से दूर होती का रहे है.
भरत के नाट्यशास्त्र की अहमियत बताते हुए कहा
कि हमारे पास ऐसे अनमोल ग्रंथ भारत में ही मौजूद है. हमारा देश का संगीत मैलोडी पर
आधारित है पर पाश्चात्य संगीत हार्मोनी पर. बिना सोचे समझे नकल करने के कारण पारंपरिक संगीत
प्रभावित हो रहा है.
लोगों में संयम व धैर्य की कमी और चैनलों की
भेड चाल ने मौजूदा संगीत को प्रभावित किया है. विद्या को दान के रूप में ग्रहण
किया जाता था लेकिन अब बाज़ारीकरण हो गया है. साथ ही टोकने वाले ज़हीन लोग भी कम हो
रहे है.
सुर की पीड़ को तीर की पीड़ से बड़ा बताते हुए कहा
कि संगीत में भाव, स्वर और राग का समन्वय आवश्यक है तभी यादगार
संगीत बनता है. युवाओं से आवाहन किया कि इस परंपरा को वही बचा सकती है.
फ्यूज़न को ऐतिहासिक परंपरा बताते हुए कहा कि
सबका स्वागत करना हिंदुस्तान की परंपरा रही है.
हर गीत के पीछे भाव होता है और उस भाव के लिए
खुद की समझ को बढ़ाना और भावनाओं से ओत प्रोत होना भी आवश्यक है.मौके पर उन्होंने
अलग अलग रागों को गाकर उनपर आधारित गानों का भी विवरण दिया.
संगीत सीखा रहे गुरुओं से गुज़ारिश की अपने प्रोफेशन
के प्रति ईमानदार रहे और पूरे अनुशासन और बिना पक्षपात किये अपने छात्रों को पढ़ाये
फिर चाहें उसे डाँटना ही क्यों न पड़े. शिक्षा की असली शुरुआत कक्षा के बाहर होती
है. ज़रूरी ये नहीं की एक घंटे क्लास में क्या किया पर आवश्यक यह है की बाद के 23 घंटे क्या किया.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/image2.jpg36224957Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-01 17:58:512019-02-01 17:58:53एक घंटे की क्लास नहीं बल्कि 23 घंटे का रियाज़ काम आता है: प्रोफ॰ अरविंद शर्मा
Chandigarh February 1, 2019 Press Conference The Department of Indian Theatre, Panjab University, Chandigarh is going to stage its third student production on 05-02-2019 and 06-02-2019 at 6:30 pm. in the Department. The duration of play “Ek Tha Gadha” is one hour and twenty five minutes. In this regard, a press conference is being organized as per schedule below:- Venue: Department of Indian Theatre, PU Date: February 4, 2019 Time: 12.00 p.m.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/Invitation.jpg1280904Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-02-01 13:18:122019-02-01 13:18:16“Ek Tha Gadha” on 5 & 6 Feb
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (27 जनवरी) देशवासियों से अपने रेडियो कार्यक्रम के जरिये 2019 की पहली ‘मन की बात’ की. कार्यक्रम के 52वेें संस्करण की शुरुआत में पीएम मोदी ने डॉ. श्री श्री श्री शिवकुमार स्वामी जी का जिक्र किया. उन्होंने कहा ‘बीती 21 तारीख को एक शोक का समाचार मिला. कर्नाटक में टुमकुर जिले के श्री सिद्धगंगा मठ के डॉक्टर श्री श्री श्री शिवकुमार स्वामी जी हमारे बीच नहीं रहे. स्वामी जी ने अपना सम्पूर्ण जीवन समाज-सेवा में समर्पित किया था.’ LIVE TV
परीक्षा पे चर्चा करेंगे PM मोदी पीएम मोदी ने परीक्षार्थियों के संबंध में भी बात की. उन्होंने कहा कि परीक्षाओं के दिन आने वाले हैं. मैं सभी विद्यार्थियों, उनके माता-पिता और शिक्षकों को शुभकामनाएं देता हूं. आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि मैं दो दिन बाद ही 29 जनवरी को सवेरे 11 बजे ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम में देश भर के विद्यार्थियों के साथ बातचीत करने वाला हूं. इस बार छात्रों के साथ-साथ अभिभावक और शिक्षक भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने वाले हैं.
नेताजी सुभाष चंद्र बोस को नमन किया पीएम मोदी ने कहा कि भारत की इस महान धरती ने कई महापुरुषों को जन्म दिया है. ऐसे महापुरुषों में से एक थे-नेताजी सुभाष चन्द्र बोस. 23 जनवरी को पूरे देश ने एक अलग अंदाज में उनकी जन्म जयन्ती मनाई. लाल किले में नेताजी के परिवार के सदस्यों ने एक बहुत ही खास टोपी मुझे भेंट की. कभी नेताजी उसी टोपी को पहना करते थे. मैंने संग्रहालय में ही, उस टोपी को रखवा दिया, जिससे वहां आने वाले लोग भी उस टोपी को देखें और उससे देशभक्ति की प्रेरणा लें.
उन्होंने कहा कि 30 दिसंबर को मैं अंडमान और निकोबार द्वीप गया था. एक कार्यक्रम में ठीक उसी स्थान पर तिरंगा फहराया गया, जहां नेताजी सुभाष बोस ने 75 साल पहले तिरंगा फहराया था. कई वर्षों तक यह मांग रही कि नेता जी से जुड़ी फाइलों को सार्वजनिक किया जाए और मुझे इस बात की खुशी है, यह काम वर्तमान सरकार ही कर पाई है.
‘लाल किले के संग्रहालय जाएं’ पीएम मोदी ने कहा ‘लाल किले में एक दृश्यकला संग्रहालय भी बनाया गया है. संग्रहालय में 4 ऐतिहासिक प्रदर्शनियां हैं, वहां तीन सदियों पुरानी 450 से अधिक पेंटिंग और कलाकृतियां मौजूद हैं. आप वहां जाएं और गुरुदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर जी के कार्यों को अवश्य देखें.’ गुरुदेव रबींद्रनाथ टैगोर को सभी लेखक और संगीतकार के रूप में जानते हैं. उन्होंने कई विषयों पर पेंटिंग्स भी बनाईं, खास बात ये है कि उन्होंने अपने अधिकांश कार्यों को कोई नाम ही नहीं दिया. उनका मानना था कि उनकी पेंटिंग देखने वाला खुद ही उस पेंटिंग को समझे.
अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की उपलब्धि की सराहना पीएम मोदी ने इस दौरान भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के द्वारा अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों की सराहना की. उन्होंने कहा कि देश आजाद होने से लेकर 2014 तक जितने अंतरिक्ष अभियान हुए हैं, लगभग उतने ही अंतरिक्ष अभियान की शुरुआत बीते चार वर्षों में हुई है. हमने एक ही अंतरिक्ष यान से एक साथ 104 उपग्रह लॉन्च करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया है.
उन्होंने कहा कि हम जल्द ही चंद्रयान-2 अभियान के माध्यम से चांद पर भारत की मौजूदगी दर्ज कराने वाले हैं. हमारा देश, स्पेस टेक्नोलॉजी का उपयोग जानमाल की रक्षा में भी बखूबी कर रहा है. हमारे मछुआरे भाइयों के बीच NAVIC उपकरण बांटे गए हैं, जो उनकी सुरक्षा के साथ-साथ आर्थिक तरक्की में भी सहायक है.
‘जरूर वोट डालें’ पीएम मोदी ने आगामी लोकसभा चुनावों के संबंध में देशवासियों से वोट डालने की अपील की. उन्होंने देश के युवा मतदाओं से अपील की कि वे खुद को मतदाता के रूप में जरूर पंजीकृत कराएं और वोट डालें. पीएम मोदी ने कहा ‘इस साल देश में लोकसभा के चुनाव होंगे. यह पहला अवसर होगा जब 21वीं सदी में जन्मे युवा लोकसभा चुनावों में अपने मत का इस्तेमाल करेंगे.’ उन्होंने चुनाव आयोग की सराहना करते हुए कहा ‘मैं, आज भारत के चुनाव आयोग के बारे में बात करना चाहता हूं जो हमारे देश की बहुत ही महत्वपूर्ण संस्था है, जो हमारे गणतंत्र से भी पुरानी है. 25 जनवरी को चुनाव आयोग का स्थापना दिवस था, जिसे ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ के रूप में मनाया जाता है.
संत रविदास को याद किया पीएम मोदी ने कहा ’19 फरवरी को रविदास जयंती है. संत रविदास जी के दोहे बहुत प्रसिद्ध हैं. गुरु रविदास जी का जन्म वाराणसी में हुआ था. संत रविदास जी ने अपने संदेशों के माध्यम से अपने पूरे जीवनकाल में श्रम और श्रमिक की अहमियत को समझाने का प्रयास किया.’ संत रविदास कहते थे कि ‘मन चंगा तो कठौती में गंगा’. मतलब अगर आपका मन और ह्रदय पवित्र है तो साक्षात ईश्वर आपके ह्रदय में निवास करते हैं.
उन्होंने कहा ’30 जनवरी पूज्य बापू की पुण्यतिथि है. हम भी जहां हों, वहां दो मिनट जरूर श्रद्धांजलि दें. पूज्य बापू का पुण्य स्मरण करें. नए भारत का निर्माण और नागरिक के नाते अपने कर्तव्यों का निर्वाह करने के संकल्प के साथ, आगे बढें.’
‘देश खुले में शौच से मुक्त हो रहा है’ पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि क्या आपने टॉयलेट चमकाने के कॉन्टेस्ट के बारे में सुना है? इस अनोखी प्रतियोगिता का नाम है ‘स्वच्छ सुन्दर शौचालय’. आपको कश्मीर से कन्याकुमारी और कच्छ से कामरूप तक की “स्वच्छ सुन्दर शौचालय” की ढेर सारी तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी देखने को मिल जाएंगी. 2 अक्टूबर, 2014 को हमने अपने देश को स्वच्छ बनाने और खुले में शौच से मुक्त करने के लिए एक साथ मिलकर एक यात्रा शुरू की थी. भारत के जन-जन के सहयोग से आज भारत 2 अक्टूबर, 2019 से काफी पहले ही खुले में शौच मुक्त होने की ओर अग्रसर है.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/01/Dx5R_8jUUAEwsmo.jpg404647Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-01-27 07:06:112019-01-27 07:06:1752वां मन की बात
बुलन्दशहर की हिंसा पर अपनी आवाज बुलन्द करते हुए टीoवीo पर कहा कि मुझे अपने बच्चों के बारे में सोच कर बड़ी फिक्र होती है। कल को किसी भीड़ ने उन्हें घेर कर पूछा कि तुम हिंदू हो या मुसलमान तो मेरे बच्चों के पास कोई जवाब नहीं होगा। क्यों कि मैंने उन्हें ना हिंदू बनाया ना मुसलमान। मुझे हालात जल्दी सुधरते तो नजर नहीं आ रहे। मुझे डर नहीं लग रहा बल्कि गुस्सा आ रहा है।मैं चाहता हूँ कि हर इन्सान को गुस्सा आना चाहिये।
नसीरुद्दीन मानते हैं कि इन्सान की हत्या कानूनन अपराध है। क्या वो यह नहीं मानते कि गौ हत्या भी कानूनन अपराध है?वो गौ हत्या करने वाले कसाई यों के खिलाफ नहीं बोलते लेकिन गौ हत्या का विरोध करने वालों के खिलाफ बोलते हैं। क्या कारण है कि 21 गायों को काटने के बारे में कोई नहीं बोलता लेकिन असहिष्णुता के नये एपीसोड को लेकर नसीरुद्दीन शाह सामने हैं ? जिस नसीरुद्दीन को लोग हीरो मानते थे, अभिनेता मानते थे, आज उसे गाली दे रहे हैं। क्योंकि उसकी सच्चाई सामने आ चुकी है। भगवान श्री कृष्ण ने कहा था कि एक गाय के लिए हम अगर कई जन्म भी कुर्बान कर दे तो भी काफी नहीं है।
जिस सुमित की हत्या हुई उसकी बहन सुमित पर 15 सैकिण्ड बोली बाकी सारा समय वो गाय पर बोली। उसके माता-पिता भी अपने बेटे पर कम और गौ रक्षा के पर ज्यादा बोले। थैलियों का दूध पीने वाले नसीरुद्दीन शाह को क्या पता कि इस देश में गाय पर श्रद्धा रखने वाले 100 करोड़ से भी ज्यादा का एक सभ्य समाज है। अगर 21 गायों को काटा नहीं गया होता तो किसी प्रकार के दंगों की कोई संभावना नहीं होती। नसीरूद्दीन पैसे लेकर कुछ भी संवाद बोल सकते हैं यह हम विज्ञापनों में देख सकते हैं। लोगों का कहना है कि ऐसे लोगों को समुद्र में फेंक देना चाहिए अगर वह तैर सकते हैं तो तैर कर पाकिस्तान चले जाएं नहीं तो समुद्र के नीचे ओसामा बिन लादेन के पास चले जाएं।
1984 में हजारों लोगों को मारा गया।
कश्मीर में हिंदू पंडितों को मारा गया और उन्हें बाहर कर विस्थापित कर दिया गया तब
नसीरुद्दीन की आवाज नहीं निकली। नसीरूद्दीन शाह ने, जिस याकूब मेनन के लिए रात के 2:00 बजे अदालत के दरवाजे खुलवाए गये, इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। जिस देश में रहते हैं, जिसका अन्न खाते हैं, जो उन्हें शोहरत और पैसा देता है उसी के साथ गद्दारी करते हैं। लोग
कहते हैं कि शाहरुख खान हो, आमिर खान हो, नसीरुद्दीन शाह हो, सब के सब एक ही थैली के चट्टे बट्टे हैं।
1983 के मुम्बई बम ब्लास्ट,1984 के दंगों के वक्त नसीरुद्दीन शाह नहीं जागा। अब जाग गया है क्योंकि
2018 आ रहा है और 2019 में चुनाव आ रहे हैं। शायद आने वाले चुनाव में जाने के लिए यह
ड्रामा किया जा रहा है। लोगों की प्रतिक्रिया आ रही है कि यह नसीरूदीन नहीं जहरुद्दीन
है। देश की फिजां में जहर घोलने का काम कर रहा है। नसीरुद्दीन ने ट्वीट कर कहा की
एक शख्स जो कश्मीर में नहीं रहता, उसने कश्मीरी
पंडितों की लड़ाई शुरू कर दी और खुद को विस्थापित कर दिया। इनका यह ट्वीट कश्मीरी
पंडितों की लड़ाई लड़ने वाले अनुपम खेर के लिए किया गया है। वह खुद भी तो मुम्बई
में रह कर बुलन्दशहर वालों के लिए क्यों लड़ रहे हैं। फिल्मी पर्दे पर अपनी सोच
बदलने वाले असल जिंदगी में भी अपनी सोच कैसे बदल लेते हैं, देखने की बात है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/01/naseeruddin-shah.jpg432769Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-01-22 19:08:472019-01-22 19:08:50… … नसीरूदीन शाह ने आवाज़ की बुलंद … …
Dingko Singh won a gold medal at the 1998 Asian Games Dingko is also recipient of Arjuna award and Padma Shri Dingko Singh is inspiration to many including Six-time world champion Mary Kom
A year ago, Dingko’s life was stalked by uncertainty as he battled cholangiocarcinoma, a form of liver cancer that originates in the bile ducts. The fight, which cost him his house in Imphal, left him without a significant portion of his liver.
Dingko Singh calls it his rebirth. As he breaks into a smile that is brighter than a thousand spotlights, it’s hard to disagree.
But the man whose gold medal at the Bangkok Asian Games as a 19-year-old sparked a boxing revolution in Manipur is back on his feet. The 40-year-old looks perhaps as fit as he did during his playing days, and a far cry away from a year ago, when despondent pictures of him huddled under a duvet appeared in newspapers and on news channels.
“I have had two births,” says Dingko on the sidelines of a Mumbai Marathon press conference. “I won’t talk about the earlier Dingko Singh, but I want to talk about this Dingko Singh. A lot has changed in life. A lot of people were thinking what will happen to me. I was in a dire situation, but I fought that and am back on my feet. I am completely cured now and have stopped my medication also. I just have to go for half-yearly check-ups.”
Having gotten treated at New Delhi’s Institute of Liver and Biliary Sciences, Dingko is back to coaching youngsters back in Imphal.
“I train around a 100 kids back at the Khuman Lampak SAG centre in Manipur. Around 25 of those are girls. We teach them only the basics, then they’re transferred elsewhere for further coaching,” he says.
He’s in the process of building a new house having sold the previous one to generate funds required to carry out his treatment. He points out that the Central Government helped him with some funds to cover his treatment costs, while other benefactors like former India cricketer Gautam Gambhir also chipped in with generous donations.
“I really wanted to meet and personally thank Gautam Gambhir for all the help he gave me at the time. Unfortunately, I haven’t been able to do that. But we spoke over the phone,” he says.
Dingko was a special guest at a press conference held by the organisers of the Mumbai Marathon on Thursday to honour Mary Kom, the event ambassador for the race’s 16th edition. Six-time world champion Mary has often spoken about how Dingko was the inspiration behind her taking up the sport of boxing, as is the case for many Manipuri boxers of her time.
Incidentally, while a biopic on Mary’s life released five years ago, a Bollywood flick on Dingko’s life is in the works, with Shahid Kapoor already being roped in to play the boxer.
“I will be meeting with the filmmakers during this trip to Mumbai. Hopefully, it will be a good one,” says Dingko. It remains to be seen whether it can match the drama of Dinkgo’s real life
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/01/dinko-759.jpg422759Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-01-18 01:49:212019-01-18 01:49:24Dingko Singh ‘the fighter’ is back
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