विजय दशमी और रावण दहन सकुशल और धूम धाम से संपन्न

विजय दशमी एक पौराणिक त्योहार है जहां शारदीय नवरतरों के दशम दिवस को माँ दुर्गा ने महिशासुर को सद्गति प्रदान की थी वहीं पुराणों अनुसार भगवान विष्णु ने शारदीय दशमी को मधु-कैटभ का संहार किया था। त्रेता युग में प्रभु श्री राम ने शिवभक्त, शिव तांडव स्त्रोत के रचयिता राक्षस राज रावण को माता सीता के हरण के दंड स्वरूप मोक्ष प्रदान किया था। सनातन धर्म में इस पर्व का बहुत महत्व है।

यह पर्व देश के सभी भागों में दस दिनों तक मनाया जाता है । इसमें प्रथम नौ दिन को नवरात्र तथा दसवें दिन को विजयादशमी के नाम से जाना जाता दशहरा हिंदी गणना के अनुसार आश्विन मास में मनाया जाता है ।

फोटो: कपिल नागपाल

दशहरा हिंदी गणना के अनुसार आशिवन मास में मनाया जाता है । इस त्योहार की उत्पत्ति के संदर्भ में अनेक पौराणिक कथाएँ प्रचलित हैं । अधिकांश लोगों का मानना है कि भगवान श्रीराम ने अपने चौदह वर्ष के वनवास की अवधि के दौरान इसी दिन आततायी असुर राजा रावण का वध किया । तभी से दशहरा अथवा विजयादशमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ परंपरागत रूप से मनाया जाता है ।

फोटो: कपिल नागपाल

इस त्योहार का सबसे प्रमुख आकर्षण ‘राम-लीला’ है जिसमें भगवान राम के जीवन-चरित्र की झलक नाट्‌य प्रस्तुति के माध्यम से दिखाई जाती है । रामलीला में उनकी बाल्य अवस्था से लेकर वनवास तथा वनवास के उपरांत अयोध्या वापस लौटने की घटना का क्रमवार प्रदर्शन होता है जिससे अधिक से अधिक लोग उनके जीवन-चरित्र से परिचित हो सकें और उनके महान आदर्शों का अनुसरण कर उनकी ही भाँति एक महान चरित्र का निर्माण कर सकें ।

पंचकुला सेक्टर 5 स्थित दुनिया का सबसे ऊंचा रावण का पुतला यह पुतला तकरीबन 210 फीट ऊंचा है। फोटो: कपिल नागपाल

रामलीलाएँ प्रतिपदा से प्रारंभ होकर प्राय: दशमी तक चलती हैं । दशमी के दिन ही प्राय: राम-रावण युद्‌ध के प्रसंग दिखाए जाते हैं । रामलीला दर्शकों के मन में एक और जहाँ भक्ति-भाव का संचार करती है वहीं दूसरी ओर उनमें एक नई स्कूर्ति व नवचेतना को जन्म देती है ।

 

नवरात्र व्रत, उपवास, फलाहार आदि के माध्यम से शरीर की शुद्‌धि कर भक्ति-भाव से शक्ति स्वरूपा देवी की आराधना का पर्व है । चैत्र माह में भी नवरात्र पर्व मनाया जाता है जिसे वासंतिक नवरात्र या चैती नवरात्र भी कहा जाता है । आश्विन शुक्ल प्रतिपदा से आरंभ होने वाला नवरात्र शारदीय नवरात्र कहलाता है ।

दुर्गा सप्तशती के अनुसार माँ दुर्गा के नौ रूप हैं जिन्हें क्रमश: शैल पुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघटा, कुष्मांडा, स्कंद माता, कात्यायिनी, कालरात्रि, महागौरी तथा सिद्‌धिदात्री कहा गया है । माँ दुर्गा के इन्हीं नौ रूपों की पूजा-अर्चना बल, समृद्‌धि, सुख एवं शांति देने वाली है । यहाँ दुर्गा सप्तशती का यह श्लोक उल्लेखनीय है:

 

“या देवी सर्व भूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता ।

नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै नमोनम: ।।”

 

इस त्योहार के संदर्भ में कुछ अन्य लोगों की धारणा है कि इस दिन महाशक्ति दुर्गा कैलाश पर्वत की ओर प्रस्थान करती हैं । नवरात्रि तक घरों व अन्य स्थानों पर दुर्गा माँ की मूर्ति बड़े ही श्रद्‌धा एवं भक्ति-भाव से सजाई जाती है । लोग पूजा-पाठ व व्रत भी रखते हैं ।

फोटो: राकेश शाह

विजयदशमी के त्योहार में चारों ओर चहल-पहल व उल्लास देखते ही बनता है । गाँवों में तो इस त्योहार की गरिमा का और भी अधिक अनुभव किया जा सकता है । इस त्योहार पर सभी घर विशेष रूप से सजे व साफ-सुथरे दिखाई देते हैं ।

फोटो: कपिल नागपाल

बच्चों में तो इसका उत्साह चरम पर होता है । वे ‘रामलीला’ से प्रभावित होकर जगह-जगह उसी भाँति अभिनय करते दिखाई देते हैं । किसानों के लिए भी यह अत्यधिक प्रसन्नता के दिन होते हैं क्योंकि इसी समय खरीफ की फसल को काटने का समय होता है । दशहरा का पर्व हमारी सभ्यता और संस्कृति का प्रतीक है । यह बुराई पर अच्छाई की विजय को दर्शाता है ।

फोटो: कपिल नागपाल

पराक्रमी एवं मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जीवन-चरित्र महान् जीवन मूल्यों के प्रति हमें जागरूक करता है । उनके जीवन चरित्र से हम वह सब कुछ सीख सकते हैं जो मनुष्य के भीतर आदर्श गुणों का समावेश कर उन्हें देवत्व की ओर ले जाता है ।

पंजाब में आतंक फैलाने की बड़ी साजिश बेनकाब, पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की हत्या का षडयंत्र, यूपी पुलिस का बड़ा खुलासा

शामली पुलिस की पिकेट पर हमला कर हथियार लूटने वाले बदमाशों के मंसूबे खतरनाक निकले। इनकी योजना प्रकाश सिंह बादल पर हमले की थी।

नरेश शर्मा भारद्वाज:

 

उत्तर प्रदेश के शामली जिले में यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में पुलिसकर्मियों से ही लूटी गई राइफल और दूसरे असलहे बरामद कर लिए हैं। मामले में गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पकड़े गए बदमाशों ने बताया कि उनका मकसद अलगे कुछ दिनों पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की रैली में आतंक फैलाना और उनकी हत्या करने का था।मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि झिंझाना थाना क्षेत्र के गांव रंगाना में रविवार देर रात हुए पुलिस एनकाउंटर में पकड़े गए बदमाशों से पुलिसकर्मियों से लूटी हुई इंसास और थ्री नॉट थ्री की इंसास राइफल बरामद कर ली गई है। वहीं भारी मात्रा में कारतूस और दूसरे असलहा भी बरामद किए गए हैं। उन्होंने बताया कि दो अक्टूबर की रात को झिंझाना थाना क्षेत्र में ​कमालपुर चौकी के पास पुलिस पिकेट पर हमला कर अपराधियों ने असलहा लूटा था।

एक इंसास राइफल, 20 कारतूस, एक 303 राइफल और 10 कारतूस थे
इसमें एक इंसास राइफल, 20 कारतूस, एक 303 राइफल और 10 कारतूस थे। मामले में रविवार देर रात 3 बजे के करीब अपराधियों की पुलिस से मुठभेड़ हुई। इसमें तीन बदमाश गिरफ्तार किए गए हैं, जिसमें से दो पुलिस की गोली लगने से घायल हुए हैं, वहीं इस मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। लूट के बाद ये राइफलें पूजा ​स्थल पर छुपा रखी गई थीं, जिसे देर रात पंजाब शिफ्ट किया जाना था। हालांकि इस दौरान पुलिस को दौरान ये मुठभेड़ हुई।

लूट के हथियारों से पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का मारने का था प्लान
एडीजी ने बताया कि बदमाशों ने कबूला है कि उनका मकसद आने वाले समय में लूट के हथियारों से पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की रैली में आतंक फैलाना था। यही नहीं वह उनकी हत्या भी करना चाहते थे। एडीजी मेरठ ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों का मास्टरमाइंड जर्मन नाम का अपराधी है। वह अभी भी फरार है। शुरुआती जांच में उसकी फेसबुक आईडी की शिनाख्त की गई, जिससे खालिस्तान की मांग से जुड़े आतंकी संगठन से संपर्क की पुष्टि हुई है। एडीजी ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों का जनपद में कोई भी अपराधिक इतिहास नहीं है।

उन्होंने बताया कि इस मामले का खुलासा होते ही देश की सभी एजेंसियों को सूचित कर दिया गया है। इस संबंध में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को भी सूचित कर दिया है। वहीं मास्टरमाइंड जर्मन की भी तलाश तेज कर दी गई है। एडीजी ने बताया कि घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 50 हजार रुपए का ईनाम दिया गया है।

केजरीवाल के करीबी गहलोत से मिली करोड़ों की नगदी/ जेवरात और बेनामी संपत्तियां


सूत्रों के अनुसार गहलोत के घर से आयकर विभाग को लगभग 2 करोड़ रुपए के जेवरात भी मिले हैं. इसके अलावा उनके एक ड्राइवर के नाम पर भी बेनामी संपत्तियों का खुलासा हुआ है

कल तक चिल्ला चिल्ला कर मोदी से माफ़ी की मांग करने वाले केजरीवाल आज मौन व्रत पर हैं.


दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत की मुश्किलें बढ़ गई हैं. शनिवार को उनके घर पर हुई इनकम टैक्स की छापेमारी में बड़ी बरामदगी हुई है. न्यूज़ एजेंसी एएनआई के अनुसार विभाग को गहलोत के घर से 35 लाख कैश बरामद किया है. साथ ही 175 बेनामी संपत्ति से जुड़े कागजात भी बरामद किया गया है.

सूत्रों के अनुसार अरविंद केजरीवाल सरकार में मंत्री के घर से विभाग को लगभग 2 करोड़ रुपए के जेवरात भी मिले हैं. इसके अलावा उनके एक ड्राइवर के नाम पर भी बेनामी संपत्तियों का खुलासा हुआ है.

कैलाश गहलोत के दिल्ली-गुरुग्राम स्थित 16 ठिकानों पर बीते बुधवार से जांच एजेंसियां लगातार छापेमारी कर रही हैं. सूत्रों के अनुसार 100 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी का यह मामला है.

माना जा रहा है कि इस बरामदगी के बाद प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई गहलोत के खिलाफ केस दर्ज कर सकती हैं.

केजरीवाल ने अपने मंत्री कैलाश गहलोत से जुड़े परिसरों पर आयकर विभाग की छापेमारी के कुछ समय बाद कहा कि दिल्ली सरकार को ‘‘लगातार परेशान’’ करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जनता से माफी मांगनी चाहिए।

कौन हैं कैलाश गहलोत? 

44 साल के कैलाश गहलोत आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता हैं. वो मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के काफी करीबी माने जाते हैं. वर्ष 2017 में केजरीवाल ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल में जगह दी थी. इसके कुछ महीने बाद ही गहलोत को गोपाल राय की जगह दिल्ली का परिवहन मंत्री भी बना दिया गया था.

गहलोत वर्तमान दिल्ली सरकार में परिवहन समेत रेवेन्यू, इंफॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी, कानून जैसे आधा दर्जन विभागों के मंत्री हैं.

गहलोत नजफगढ़ विधानसभा सीट से चुनकर दिल्ली विधानसभा पहुंचे हैं. उनके जिम्मे केजरीवाल सरकार की कई महत्वाकांक्षी योजनाएं जैसे पूरे दिल्ली में सीसीटीवी लगाना हो या फिर पूरे दिल्ली को वाई-फाई जोन में लाने की जिम्मेदारी है.

पंचकूला में पहली बार एक साथ होगा पांच पुतलों का दहन ।

परेड ग्राउंड सेक्टर 5 में होगा दशहरा समारोह,

पंचकूला, कमल कलसी:

पंचकूला में विजयी दशमी पर देश में पहली बार पांच पुतलों का एक साथ दहन किया जाएगा। आज तक रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों का दहन होते हुए ही लोग देखते थे,

परंतु पहली बार परेड ग्राउंड सेक्टर 5 पंचकूला में गंदगी और नारी अत्याचार के आकर्षक पुतले बना कर फूंके जाएंगे। यह आयोजन हिंदू धर्म सभा श्रीराम मंदिर सेक्टर 2 पंचकूला एवं कृष्ण लाल रामलीला ड्रामाटिक क्लब पंचकूला की ओर से किया जा रहा है।

चेयरमैन श्याम लाल बंसल ने बताया कि देश में आज तक कहीं भी पांच पुतलों का एक साथ दहन नहीं किया जाता लेकिन इस बार पंचकूला में रावण कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों के अलावा दो और पुतलों का दहन होगा। इन दो पुतलों में एक बुराई का होगा और दूसरा गंदगी का होगा जिसके जरिए समाज को एक संदेश देने का प्रयास किया जाएगा। गंदगी एवं नारी अत्याचार का पुतला जलाने का निर्णय इसलिए किया गया है, क्योंकि यह दोनों संकल्प प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के हैं, जिनको सिरे चढ़ाने के लिए इन दोनों बुराइयों का नाश भी किया जाएगा। परेड ग्राउंड में आयोजित समारोह में हरियाणा के डीजीपी बीएस संधू कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे, अंबाला के सांसद रतन लाल कटारिया विशेष अतिथि रहेंगे ।

दशहरा समारोह 19 अक्तूबर को सेक्टर 14 रामलीला स्थल से श्रीराम एवं रावण की सेनाएं शोभायात्रा निकालती हुई, सेक्टर 5 परेड ग्राउंड में पहुंचेंगी, इस दौरान विश्व प्रसिद्ध राम लखन बैंड विशेष तौर से दिल्ली से बुलाया गया है। उन्होंने बताया कि श्री कृष्ण लाल रामलीला ड्रामाटिक क्लब की ओर से सेक्टर 14 में रामलीला की जा रही है, जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल 18 अक्टूबर को सेक्टर 14 रामलीला के स्टेज पर मंचन देखने पहुंचेंगे।

बाल कल्याण परिषद द्वारा जिला स्तरीय विभिन्न सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं 16 से 26 अक्तूबर तक आयोजित की जाएगी

पंचकुला 5 अक्तूबर:
जिला बाल कल्याण परिषद द्वारा बाल दिवस के उपलक्ष्य में हर वर्ष बच्चों की विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती है। इस वर्ष भी बच्चों की जिला स्तरीय विभिन्न सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं 16 से 26 अक्तूबर तक आयोजित की जाएगी।
उपायुक्त एवं अध्यक्ष जिला बाल कल्याण परिषद मुकुल कुमार ने बताया कि जिला बाल कल्याण परिषद द्वारा 16 अक्तूबर को रंगोली, भाषण व फेंस पेंटिंग प्रतियोगिताएं आयोजित करवाई जाएगी। इसी प्रकार 17 अक्तूबर को एकल एवं समूह नृत्य तथा 19 अक्तूबर को जन्म दिन, त्योहार, पारिवारिक विषयों पर कार्ड बनाना, दीये एवं मोमबती  सजावट, थाली  पूजन एंव क्लश सजावट प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। उन्होंने बताया कि 22 अक्तूबर को में फैंसी ड्रेस और बेस्ट ड्रामेंबाज की प्रतियोगिता होगी। इसी प्रकार 23 अक्तूबर को एकल गायन एवं देशभक्ति से ओतप्रोत समूहगायन प्रतियोगिता तथा 25 अक्तूबर को क्ले मॉडलिंग व पोस्टर मेंिकंग प्रतियोगिता की जाएगी।
उपायुक्त ने बताया कि कार्यक्रमों के अन्तिम दिन 26 अक्तूबर को हास्य खेल एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि राज्य के प्रत्येक जिले के प्रतियोगिताओं में प्रथम एवं द्वितीय आने वाले प्रतिभागियों की 29 अक्तूबर से 5 नवम्बर तक मण्डल स्तर पर प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। इनमें एकल एवं समूह नृत्य, एकल गायन, देशभक्ति से ओतप्रोत, समूहगायन , प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं होंगी। उन्होंने बताया कि अम्बाला, कुरूक्षेत्र तथा यमुनानगर जिला के प्रतिभागियों की मण्डल स्तरीय प्रतियोगिताएं पचंकूला में 29 से 31 अक्तूबर तक आयोजित की जाएगी।  इसी कड़ी में मण्डल स्तर पर विजयी प्रतिभागियों की 15 से 18 नवम्बर तक राज्य स्तरीय प्रतियोगितांए रोहतक में आयोजित की जाएगी।

“Mrs Punjaban NZ 2018”

Ranjit Singh Ahluwalia,

Country Head Australia, Fizi, NewZeland.

Sukhvinder Bhullar( Pageants of India ,NZ) organised the SASH CEREMONY OF THE 5TH ANNIVERSARY EVENT OF MRS PUNJABAN NZ 2018, TODAY 29-09-2018 for all 11 finalists at Bolliwood Indian Restaurant, Howick, Finalists are Gurpreet kaur,Simrat Kaur, Amandeep kaur, Mehak Joshi, Manpreet Kaur, Aman Sohi, Sharon Waraich, Jaspreet Kaur, Preeti Kalra, Aman Sandhu, Geetanjali Sharma Vashisth and Amrita Kaur. Presents at the event were winners of our event, Mehar Dua, Miss India Worldwide NZ 2018, Mrs India NZ 2018,Pallavi Vazirani, Mrs India Fiji(NZ) 2018, Sangeeta Mishra, Miss India Fiji(NZ) 2018, Anshani Kant and Mrs India Globe NZ 2018, Manmeet Hora Dua, also last years winner of Mrs Punjaban NZ 2017, Navjot Sahota, others were , Bhavna Singh Chahal, Rupinder Virk, Ashti Chauhan, Sarkaw Mohammad,Kiran Man Bal. The final event will be held on 27th October, 2018 at Papakura RSA

 

Photo: Ranjit Singh Ahluwalia

Presents at the event were winners of our event, Mehar Dua, Miss India Worldwide NZ 2018, Mrs India NZ 2018,Pallavi Vazirani, Mrs India Fiji(NZ) 2018, Sangeeta Mishra, Miss India Fiji(NZ) 2018, Anshani Kant and Mrs India Globe NZ 2018, Manmeet Hora Dua, also last years winner of Mrs Punjaban NZ 2017, Navjot Sahota, others were , Bhavna Singh Chahal, Rupinder Virk, Ashti Chauhan, Sarkaw Mohammad,Kiran Man Balthis all done under the leadership of Virginia Warren

Photo: Ranjit Singh Ahluwalia

Our gorgeous 11 finalist for Mrs Punjaban NZ 2018, frm left:-
Preeti Kalra
Aman Sohi
Sharon Waraich
Jaspreet kaur
Aman Sandhu
Amandeep kaur
Amrita kaur
Simrat kaur
Gurpreet kaur
Mehak Joshi
Manpreet kaurGeetanjali Sharma Vashisth

इस तरह के कार्यक्रमों से युवा देश के साथ जुड़ता है : कर्नल श्याम सुंदर कालिया

पंचकूला, 29 सितंबर:
पंचकूला के विधायक एवं मुख्य सचेतक ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि भारतीय सेना ने उड़ी सेक्टर के शहीदों का बदला लेने के लिए अभूतपूर्व कार्य करके दुश्मनों के घर जाकर उनके बंकरों को निस्तेनाबूत किया। सेना ने यह बहुत बड़ा साहस और बहादुरी का परिचय दिया है।
श्री गुप्ता आज सर्जिकल स्ट्राईक की दूसरी सालगिरह पर सेक्टर एक स्थित राजकीय महाविद्यालय में आयोजित पराक्रम दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस सर्जिकल स्ट्राईक में पड़ोसी देश के सैनिकों को यह जता दिया कि हमारे सैनिक किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं। अगर जरूरत पड़े तो उनके घरों में जाकर भी हमला कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे वीर सपूतों के पराक्रम को सलाम करते हैं। हमारी सेना संकट के समय देश के भीतर आई आपदाओं से निपटने के साथ-साथ देश की सीमाओं पर भी कड़ी धूप व न्यूनतम तापमान में भी रक्षा करने का कार्य करती है। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राईक से देश की जनता ने सैनिकों पर भरोसा किया है और इससे देश का गौरव भी बढा है।
विधायक ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व वाली वर्तमान सरकार ने सैनिकों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं क्रियान्वित की हैं। युद्ध, आतंकवाद तथा अन्य घटना के दौरान घायल हुए अर्धसैनिक बलों के सैनिकों के लिए निशक्तता के आधार पर अनुदान राशि 15 लाख से बढा कर 35 लाख रूपए तक देने का कार्य किया है। इसके अलावा सेना मैडल की राशि में भी भारी बढोतरी करके सैनिकों का मान बढाया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मिलीट्री कालेज में शिक्षा ग्रहण कर रहे हरियाणा के छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति बढा का 50 हजार रूपए कर दी गई है ताकि युवाओं में देश व राष्ट्र के प्रति जज्बा बढे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कर्नल श्याम सुंदर कालिया ने कहा कि सेना के इन पराक्रमों को स्कूल, महाविद्यालय स्तर पर पुरजोर से दिखाना चाहिए ताकि युवाओं में सेना के प्रति और अधिक रुझान बढे। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना भूख, प्यास व जख्मी होकर भी अंतिम सांसों तक लड़ाई लडऩे के लिए तत्पर रहती है। इसकी जानकारी नागरिकों को मिलनी चाहिए कि सेना किन हालातों में देश के नागरिकों के लिए अमन-चैन का माहौल बनाए रखने के लिए किस-किस तरहं प्रयासरत है। उन्होंने सर्जिकल स्ट्राईक क्या है, इसके बारे में भी विस्तार से जानकारी दी और सेना में रहते हुए अपने अनुभवों को भी विस्तार से बताया।
इससे पूर्व अपने स्वागतीय भाषण में बोलते हुए पंचकूला के उपायुक्त मुकुल कुमार ने कहा कि आज हम सब सर्जिकल स्ट्राईक की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर इकट्ठे हुए हैं। सर्जिकल स्ट्राईक के दौरान पड़ोसी देश की सेना ने उड़ी क्षेत्र में कायराना हमला करके 19 जवानों को मौत के घाट उतार दिया था। इसका बदला लेने के लिए सेना ने सर्जिकल स्ट्राईक को अंजाम दिया और उनके 40 से अधिक सैनिकों को मार गिराया तथा उनके बंकरों को भी नष्ट कर दिया। इस सर्जिकल स्ट्राईक से आर्मी विंग के मनोबल में बढोतरी हुई है और देश की जनता ने भी सेना द्वारा किए गए इस साहसिक कार्य से भरोसा बढा है व आज पूरा राष्ट्र वीर जवानों के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के समारोह को आयोजित करने का सरकार का मुख्य उद्देश्य यही है कि वीर सैनिकों द्वारा किए गए बहादुरी कार्यों की जानकारी युवा पीढी को मिले और वे उनके इन बलिदानों से ओत-प्रोत होकर राष्ट्र की अखंडता की मजबूती के लिए आगे आएं। इसके साथ-साथ युवा पीढी अपने वीर सैनिकों के से प्रेरणा लेकर एक आदर्श समाज एवं राष्ट्र के नव निर्माण में अहम भूमिका निभा सकती है।
इस मौके पर जिला सूचना एवं जन संपर्क विभाग की ओर से सर्जिकल स्ट्राईक पर फिल्म भी दिखाई गई तथा देश के वीर सैनिकों के पराक्रम एवं अदम्य साहस को सलाम नामक लिटरेचर भी वितरित किया गया। इसके साथ-साथ राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेक्टर 7, राजकीय महाविद्यालय सेक्टर एक, सार्थक स्कूल, सत्य कला मंच तथा अन्य स्कूलों के बच्चों ने भी देश भक्ति के गीत एवं नृत्य प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में राजकीय महाविद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ० अर्चना मिश्रा ने कालेज की ओर से धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। उन्होंने विधायक एवं मुख्य सचेतक ज्ञानचंद गुप्ता का विशेष आभार व्यक्त किया कि उनकी उपस्थिति से समारोह की गरिमा बढी है और इसके लिए उन्होंने विशेष तौर पर उनकी धन्यवाद किया। उन्होंने उपायुक्त पंचकूला श्री मुकुल कुमार का विशेष आभार व्यक्त किया कि उनके  मार्गदर्शन में कार्यक्रम का सफल आयोजन संभव हुआ है।
कार्यक्रम की शुरूआत मुख्य अतिथि श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने परंपरागत दीप प्रज्जवलित कर की। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त जगदीप ढांडा, एसडीएम पंकज सेतिया, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी उत्तम ढालिया, जिला शिक्षा अधिकारी एचएस सैनी, जिला सैनिक बोर्ड के सचिव पूर्व कर्नल नरेश सिंह, स्पोर्टस प्रमोशन सोसायटी पंचकूला के प्रधान डीपी सोनी सहित जिला प्रशासन व कॉलेज के विद्यार्थी व अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।

पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित इन्द्रधनुष सभागार में आयोजित सबसे बड़े लोक कला उत्सव का शुभारम्भ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा किया गया।

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Ajay Kumar, Panchkula Breaking…….

पंचकूला पहुंचे हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर।

पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित इन्द्रधनुष सभागार में आयोजित सबसे बड़े लोक कला उत्सव का शुभारम्भ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा किया गया।

यह एशिया का सबसे बड़ा लोक कला उत्सव है।

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जिसमें 12 देशों के कलाकारों ने अपनी संस्कृति की झलक बिखेरी।

इस कार्यक्रम में जर्मनी, चीन, ब्राजील, रूस, ईटली, साउथ कोरिया, साउथ अफ्रिका, यूक्रेन, थाईलेंण्ड, टरकी, कोलम्बिया, सिंगापुर, चेकगणराज्य समेत कई देशों के कलाकार लोक नृत्यक व नृत्यकियां हिस्सा लें रही हैं।

कार्यक्रम में राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त हरियाणवी लोक नृत्य धमाल की भी  प्रस्तुति की गयी।

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इसमें हरियाणवी धमाल और गायन के साथ एशिया व यूरोप के अनेकों देशों के लगभग 400 कलाकार भाग लें रहे हैं।

CU-Rhythms International Folklore Festival organized at Indradhanush Auditorium

Panchkuka,  September 27:

While describing Haryana’s  culture as rich and vibrant, Haryana Chief Minister Mr Manohal Lal said that the state government has taken several steps to promote our rich culture and tradition at national and international level. Apart from the sending cultural troops to other countries for performance, international Surajkund Crats Mela and Gita Jayani Samaroh are organized every year showcasing our rich culture and tradition.

Mr Manohal Lal was speaking as a Chief Guest at the first CU-Rhythms International Folklore Festival organized at Indradhanush Auditorium at Panchkula near here today. MP Mr Rattan Lal Kataria, Education and Tourism Minister, Mr Ram Bilas Sharma, Finance Minister Capt Abhimanyu and MLA Mr Gian Chand Gupta were also present on this occasion.While welcoming the artists, the Chief Minister said that it is matter of pride that about 400 artists from 20 different countries have participated in this festival. ‘I welcome you all in Haryana’ he added.

He said that today the human life has become more stressful which is putting an adverse impact on   the peace of mind of people. In such a situation, such performances are the best medium through which we could achieve balance in life. “Haryana has a rich history. The celestial message delivered by Lord Krishna on the holy land of Kurukshetra 5000 years ago is still prevalent in the today’s world and people are following it in their lives”, he added.

He also congratulated Regional Director, Haryana Kala Parishad and Coordinator of the programme Mr Gajender Phogat for organizing this programme and said that such programs should be organized regularly. For which, he assured all support and cooperation of the state government.

Speaking on this occasion, Additional Chief Secretary, Art and Culture Department, Mrs Dheera Khandelwal said that Haryana has a rich, colourful and vibrant culture and such kind of programms provides a platform to the artists to showcase culture of their respective state and countries.

Earlier, the artists of Haryana, Poland, Singapore, Indonesia, Russia, Italy and China gave their performances which made the audience spellbound.

Those other present on this occasion included Deputy Commissioner Mr Mukul Kumar, Deputy Commissioner of Police Mr Abhishek Jorwal, Additional Deputy Commissioner Mr Jagdeep Dhanda, SDM Mr Pankaj Setia, artists and large number of people.

 

 

 

पद्मश्री, पद्मविभूषण जसदेव सिंह नहीं रहे


87 बरस की उम्र में आवाज के जादूगर जसदेव सिंह ने ली आखिरी सांस


हॉकी वर्ल्ड कप विजय की वर्षगांठ थी. दिल्ली के शिवाजी स्टेडियम में एक समारोह रखा गया. इसमें जसदेव सिंह भी आए थे. तमाम औपचारिकताओं और एक प्रदर्शनी मैच के बीच जसदेव सिंह से उस जीत की यादें ताजा करने को कहा गया. मार्च का महीना था. जसदेव सिंह ने छोटा सा कागज निकाला. उस पर कुछ पॉइंट लिखे हुए थे. माइक हाथ में लिया. …और अगले 4-5 मिनट उनकी आवाज की खनक और रवानगी उस माहौल को जसदेवमय बना गई.

मैं जसदेव सिंह बोल रहा हूं… इस घोषणा के साथ ही रेडियो की आवाज बढ़ा दी जाती थी. लोग रेडियो के करीब आ जाते थे. उसके बाद बस, एक आवाज गूंजती थी. जसदेव सिंह की. 1975 के विश्व कप की उस दौर का कोई शख्स नहीं भूल सकता. यहां तक कि फाइनल में विजयी गोल करने वाले अशोक कुमार ने कुछ समय पहले कहा था कि जब हम लौटकर आए, तो वो कमेंट्री दोबारा सुनी. उन्होंने कहा, ‘मैं दिल से कहता हूं कि उस कमेंट्री का रोमांच मैं शब्दों में नहीं बता सकता.’

हॉकी के हर पास की रफ्तार जसदेव सिंह के मुंह से निकलते शब्द की रफ्तार से मुकाबला करते थे. ऐसा लगता था, जैसे वो एक भी लम्हा नहीं चूकना चाहते. ..और कमेंट्री को लेकर उनका लगाव ही था, जो वर्ल्ड कप के 30 बरस बाद भी वो कमेंट्री शब्द-दर-शब्द उन्हें याद थी.

दरअसल, महात्मा गांधी के अंतिम सफर की कमेंट्री से उनका कमेंट्री के साथ लगाव शुरू हुआ था. उनके शब्दों में 1962 के स्वतंत्रता दिवस पर जो शुरुआत की, तो फिर वो किसी भी स्वतंत्रता और गणतंत्र दिवस की आवाज बन गए. खासतौर पर गणतंत्र दिवस परेड की. माहौल बताना उनकी खासियत थी. उनकी कमेंट्री चिड़ियों के चहचहाने, सुहानी बयार, पेड़ों के झूमने से शुरू होती थी. यहां तक कि मजाक में कहा जाने लगा था कि जसदेव सिंह तो इनडोर स्टेडियम में चिड़ियों की आवाज सुना देते हैं.


Rajyavardhan Rathore

@Ra_THORe

It is with deep sadness that I note the demise of Sh Jasdev Singh, one of our finest commentators.

A veteran of @AkashvaniAIR & @DDNational, he covered 9 Olympics, 6 Asian Games & countless Independence Day & Republic Day broadcasts.

His demise is truly the end of an era.


शायद ही कोई ऐसा बड़ा इवेंट हो, जहां जसदेव सिंह की आवाज न गूंजी हो. जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी जैसे नेताओं की अंतिम यात्रा हो… खेलों के हर बड़े इवेंट के साथ जुड़ाव हो.. हर जगह जब भी कमेंट्री की बात आती, जसदेव सिंह का नाम पहले आता था. उन्हें फिल्म चक दे में कमेंटेटर के रोल के लिए भी बुलाया गया. लेकिन लिखी हुई लाइन के बजाय अपने हिसाब से बोलने पर वो अड़ गए, जिस वजह से उन्हें फिल्म में नहीं लिया गया.

एक समय के बाद उनमें कुछ कड़वाहट आने लगी. उन्हें लगने लगा कि उनका वो सम्मान नहीं हो रहा, जिसके वो हकदार थे. हालांकि सब जानते हैं कि पद्म भूषण, पद्म श्री, ओलिंपिक ऑर्डर.. ये सब उनके नाम हैं. लेकिन रिटायरमेंट के बाद हालात बदले. 1955 से कमेंट्री कर रहे जसदेव शायद कमेंट्री से अपने प्यार की वजह से इससे दूर नहीं होना चाहते थे. उन्हें स्टार स्पोर्ट्स में भी शुरुआती समय में सुनील गावस्कर के साथ मौका दिया गया. 2000 के सिडनी ओलिंपिक में उन्होंने ओपनिंग सेरेमनी की कमेंट्री की. लेकिन तब तक साफ होने लगा कि आवाज का जादू तो बरकरार है, लेकिन अब आंखों और आवाज का समन्वय गड़बड़ा रहा है. कुछ खिलाड़ियों को पहचानने में उन्हें समस्या होने लगी थी.

इसके बाद भी कई सालों तक वो कमेंट्री करते रहे. वो लगातार यह कहते रहे कि उनसे कमेंट्री करवाई जानी चाहिए. लेकिन जैसा कहा जाता है कि दिन किसी के लिए नहीं थमते. आज, 24 सितंबर 2018 को 87 साल की उम्र में जसदेव सिंह दुनिया छोड़ गए हैं. कमेंट्री का वो दौर खत्म हो गया है, जिसे उनकी आवाज ने पहचान दी थी.

आकाशवाणी के सबसे चर्चित नामों में एक देवकी नंदन पांडेय थे. समाचार पढ़ने के उनके तरीके ने उन्हें ख्याति दिलाई थी. उनके बारे में कहा जाता है कि एक बार इंदिरा गांधी से आकाशवाणी से लोग मिलने गए. सबने परिचय दिया. इंदिरा गांधी सिर नीचे किए कोई फाइल देख रही थीं. जब देवकी नंदन पांडेय ने अपना परिचय दिया तो इंदिरा जी ने सिर उठाया और कहा- अच्छा, आप हैं… 11 साल पहले 2007 में देवकी नंदन पांडेय का निधन हुआ था.

इसी तरह जसदेव सिंह को कमेंट्री की आवाज कहा जाता है. उनके लिए भी कहा जाता है कि 1975 के हॉकी वर्ल्ड कप फाइनल की कमेंट्री सुनने के लिए इंदिरा गांधी ने संसद की कार्यवाही रुकवा दी थी. यकीनन इसमें कोई शक नहीं कि जसदेव सिंह की आवाज गूंजती थी, तो ऐसा लगता था, मानो दुनिया थम जाए. सवाई माधोपुर में जन्मे जसदेव सिंह दिल्ली और जयपुर में रहते थे. जयपुर में अमर जवान ज्योति पर हर शाम उनकी आवाज गूंजा करती है. वो आवाज सिर्फ अमर जवान ज्योति नहीं, हर उस दिल मे हमेशा गूंजती रहेगी, जिसने उनकी कमेंट्री सुनी है. वो आवाज अमर है.