अरविंद केजरीवाल के आवास पर हमला करने वाले भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सभी कार्यकर्ताओं पर  हो हत्या के प्रयास का मामला दर्ज: योगेश्वर शर्मा

  • कहा: प्रधानमंत्री व गृहमंत्री स्थिति स्प्ष्ट करें कि आखिर पुलिस की मौजदूगी में ऐसा क्यों हुआ?
  • आआपा व अरविंद केजरीवाल के नाम की चल पड़ी आंधी अब रुकेगी नहीं


पंचकूला,31 मार्च:

आम आदमी पार्टी(आआपा) हरियाणा ने अपने राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर भाजपा के युवा मोर्चा के कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा हमला करने की घटना की कड़ी निंदा की है। पार्टी ने हिरासत में लिए गये भाजयुमों के अध्यक्ष व सांसद तथा कार्यकताओं पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किये जाने की भी मांग की है। पार्टी का कहना है कि इस मामले के खिलाफ पार्टी सडक़ों पर इसका विरोध करेगी। पार्टी ने प्रधानमंत्री व गृहमंत्री को धन्यावाद दिया है कि उनकी दिल्ली  पुलिस की मौजूदगी के बावजूद मुख्यमंत्री आवास को निशाना बनाये जाने के बावजूद अरविंद केजरीवाल बच गये।

आज यहां जारी एक ब्यान में आम आदमी पार्टी के उत्तरी हरियाणा जोन के सचिव योगेश्वर शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि पंजाब चुनाव में पार्टी की बंपर रिकार्ड तोड़ जीत के बाद जिस प्रकार से अरविंद केजरीवाल और आप का जनाधार  दिन प्रतिदिन जिस प्रकार से बढ़ रहा है, उससे पूरी भाजपा बौखलाई हुई है और वह अरविंद केजरीवाल की हत्या का षडयंत्र रच रही है। अन्यथा दिल्ली पुलिस की मौजदूगी में भाजपा युवा मोर्चा के लोग मुख्यमंत्री के आवास तक कैसे पहुंच सकते थे। उन्होंने कहा कि पुलिस की मौजदूगी में आवास की ओर जाने वाले बेरिकेट तोड़े गये और सीसीटीवी कैमरे तोड़े गये ताकि साबूत नष्ट किये जा सकें। उन्होंने इस मामले में प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री से स्थिति स्पष्ट करने को कहा कि आखिकार पुलिस ने उन्हें मुख्यमंत्री आवास तक जाने कैसे दिया और भाजपा को आप व इसके संयोजक अरविंद केजरीवाल का इतना भय क्यों है? उन्होंने भाजपाईयों को याद दिलाया कि प्रधानमंत्री पंजाब में फिरोजपुर की अपनी फ्लॉप रैली में अपनी होने जा रही फजीहत से बचने के लिए इतना कह गये थे कि अपने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देना कि मैं जिंदा वापिस लौट रहा हूं। उन्होंने कहा कि तब तो अपनी मांगों को लेकर राज्य के किसान सिर्फ प्रधानमंत्री का विरोध कर रहे थे। वह भी प्रधानमंत्री से काफी दूरी पर, फिर भी प्रधानमंत्री को अपनी जान खतरे में लग रही थी और उस समय पूरी भाजपा और उसका गोदी मीडिया अपनी छाती पीट पीट कर प्रधानमंत्री की जान को खतरे में बता रहा था। तो क्या अब तीन बार के चुने हुए मुख्यमंत्री अरङ्क्षवंज केजरीवाल जिनके आवास पर एक सुनियोजित ढंग से पुलिस की देखरेख में भाजपा युवा मोर्चा के लोग हमला करने गये तो क्या मुख्यमंत्री की जान जान नहीं है?

उन्होंने दिल्ली के भाजपा सांसद गौतम गंभीर को आड़े हाथों लेते हुए उनके द्वारा अरंवद केजरीवाल के नाम से टवीट कर उनका माजाक उड़ाने की निंदा करते हुए कहा कि गौतम अपने नाम की शर्म करते हुए ही कुछ तो गंभीर होते। उन्होंने कहा कि दरअसल भाजपा में उनके लोगों को अब यही सब कुछ सिखाया जाने लगा है कि कोई अगर अपने मन की बात कहे तो उसका विरोध सभ्य तरीके से करने की बजाये उसे जलील करो। उसके बारे में इतना गंदा बोलो कि वह चुप करके बैठ जाये। उन्होंने कहा कि दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा अरविंद केजरीवाल के प्रति इस्तेमाल की गई असंसदीय भाषा उनके इसी संस्कार को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि भाजपा व उसका आईटी सैल या उसके गुंडे चाहे कितना जोर लगा लें, अब अरविंद केजरीवाल और आप की आंधी को नहीं रोक पाएंगे। आप का कुनवा दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है और आगे भी बढ़ेगा।

अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बुधवार को कश्मीरी पंडितों ने विरोध प्रदर्शन किया

अरविद केजरीवाल ने ‘कश्मीर फाइल्स’ फिल्म को टैक्स फ्री करने की बजाय यूट्यूब पर डालने का बयान दिया था। कश्मीरी पंडितों का आरोप है कि केजरीवाल ने यह बयान हँसते हुए दिया था। इससे कश्मीरी पंडित आहत हैं। बयान के विरोध में बुधवार को कश्मीरी पंडितों ने हाथ में तख्ती-बैनर और राष्ट्रीय ध्वज लेकर विरोध-प्रदर्शन किया। पोस्टरो पर राखी बिड़ला की भी तस्वीर है। बता दें कि राखी बिड़ला डिप्टी स्पीकर हैं और जब अरविंद केजरीवाल कश्मीर फाइल्स को लेकर असंवेदनशील बयान दे रहे थे, तब वह ठहाके लगाकर हँस रही थीं। बता दें कि आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ‘द कश्मीर फाइल्स‘ को झूठी फिल्म बताते हुए राज्य में टैक्स फ्री करने से इनकार कर दिया है। गुरुवार (24 मार्च 2022) को विधानसभा में उन्होंने फिल्म को टैक्स फ्री करने की बजाय यूट्यूब पर डालने की सलाह भी दी थी।

नई दिल्ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट :

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बुधवार (30 मार्च 2022) को कश्मीरी पंडितों ने विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली विधानसभा में अरविंद केजरीवाल के ‘कश्मीर फाइल्स’ पर दिए बयान से कश्मीरी पंडित नाराज हैं। इस विरोध प्रदर्शन में कश्मीरी हिंदू समाज के लोग शामिल थे। 

दरअसल, अरविद केजरीवाल ने ‘कश्मीर फाइल्स’ फिल्म को टैक्स फ्री करने की बजाय यूट्यूब पर डालने का बयान दिया था। कश्मीरी पंडितों का आरोप है कि केजरीवाल ने यह बयान हँसते हुए दिया था। इससे कश्मीरी पंडित आहत हैं। बयान के विरोध में बुधवार को कश्मीरी पंडितों ने हाथ में तख्ती-बैनर और राष्ट्रीय ध्वज लेकर विरोध-प्रदर्शन किया। पोस्टरो पर राखी बिड़ला की भी तस्वीर है। बता दें कि राखी बिड़ला डिप्टी स्पीकर हैं और जब अरविंद केजरीवाल कश्मीर फाइल्स को लेकर असंवेदनशील बयान दे रहे थे, तब वह ठहाके लगाकर हँस रही थीं।

इस दौरान प्रदर्शनकर्ताओं ने ‘गिरिजा जी पर हँसने वालों- शर्म करो, शर्म करो’, ‘7 लाख भगाए थे, 70 लाख बसाएँगे’, ‘WE WANT JUSTICE’, ‘कुछ काटे गए, कुछ जलाए गए, अपने घर से भगाए गए’, ‘जहाँ हुई बलिदान गिरिजा की, वो कश्मीर हमारा है’, ‘जहाँ हुई बलिदान टपलू जी की, वो कश्मीर हमारा है’ जैसे नारे लगाए। 

इससे पहले कपिल मिश्रा ने भी ट्वीट पर केजरीवाल की निंदा ई थी

विरोध प्रदर्शन की वजह के बारे में बात करते हुए कश्मीरी पंडित शिल्पा ने ऑपइंडिया से कहा, “अरविंद केजरीवाल ने हमारे नरसंहार को झूठा बताते हुए उसका मजाक बनाया, उस पर हँसा, जो कि बेहद ही निंदनीय है। हम इसी बात को लेकर यहाँ विरोध प्रदर्शन करने आए हैं।”“अरविंद केजरीवाल ने हमारे नरसंहार को झूठा बताते हुए उसका मजाक बनाया, उस पर हँसा, जो कि बेहद ही निंदनीय है। हम इसी बात को लेकर यहाँ विरोध प्रदर्शन करने आए हैं।”

वहीं, कुसुम पंडिता नाम की एक अन्य कश्मीरी पंडित ने ऑपइंडिया से बात करते हुए कहा, “अभी हाल ही में केजरीवाल साहब ने जो कश्मीरी पंडितों का मजाक उड़ाया है, हम उसी के लिए यहाँ पर इकट्ठा हुए हैं। हमें उनसे यह उम्मीद नहीं थी कि केजरीवाल साहब ऐसा मजाक उड़ाएँगे। उनको ये समझना चाहिए कि हम पिछले 32 सालों से जिस दर्द से गुजर रहे हैं, हम अपना घर छोड़कर आए हैं, तो उनको ये सब नहीं करना चाहिए था। हमलोग सिर्फ शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हम बस इतना चाहते हैं कि वह हमारे पूरे समाज से एक बार माफी माँगें।”

यह पूछे जाने पर कि केजरीवाल कह रहे हैं कि उन्होंने कश्मीरी पंडितों को नौकरी दी है, कुसुम ने कहा कि यह झूठ है। ये बातें वे अपनी सीट बचाने के लिए बोल रहे हैं। राखी बिड़ला की तस्वीर लगाने पर कुसुम कहती हैं कि एक महिला होने के नाते उनको महिला का दर्द समझना चाहिए। उनका हँसना बेहद ही अशोभनीय था।

इसके अलावा, उन्होंने फिल्म का बिना मतलब का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया और कहा कि केजरीवाल ने कई फिल्मों को टैक्स फ्री किया है, लेकिन कश्मीर फाइल्स को यूट्यूब पर डालने की सलाह दे रहे हैं। उन्होंने आगे यह भी कहा कि फिल्म में वही सब सच दिखाया गया है, जो कश्मीरी पंडितों के साथ हुआ है।

बता दें कि कश्मीरी पंडितों को सीएम आवास से 100 मीटर दूर ही रोक दिया गया। इसके बाद अंत मे उन्होंने फूल ले लेने की विनती की, लेकिन किसी ने रिसीव नहीं किया। पुलिसवालों ने कहा कि उन्हें फूल लेने का आदेश नहीं आया है। मजबूरी में फूल को बैरिकेड्स पर लगाने पड़े। इसके साथ ही उन्होंने केजरीवाल के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।

प्रदर्शनकर्ता साक्षी ने कहा, “यह नरसंहार कोई मजाक नहीं है, कोई फेक स्टोरी नहीं है, कोई प्रोपेगेंडा नहीं है, कॉमेडी भी नहीं है, जिस पर आपके सदन में सभी ठहाके लगाकर हँस रहे थे। GET WELL SOON केजरीवाल जी और फिर पॉलिटिक्स का चश्मा उतार कर हमारे न्याय की मुहिम में शामिल हों। हम आपके जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।”

बता दें कि आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने ‘द कश्मीर फाइल्स‘ (The Kashmir Files) को झूठी फिल्म बताते हुए राज्य में टैक्स फ्री करने से इनकार कर दिया है। गुरुवार (24 मार्च 2022) को विधानसभा में उन्होंने फिल्म को टैक्स फ्री करने की बजाय यूट्यूब पर डालने की सलाह भी दी थी।

Valedictory of NSS Seven Days Camp witnessed a gala time at Panjab University

Chandigarh March 30, 2022

The valedictory session kick started with mesmerizing cultural performances performed by NSS volunteers and that showed the true cultural integration as folk dances of J&K, Himachal Pradesh, Haryana, Punjab, Maharashtra and Kerala were performed. A spectacular and thrilling theatrical performance was shown by NSS volunteers to pay homage to revolutionaries including Sardar Bhagat Singh, Sukhdev and Rajguru. Dr. Naveen Kumar presented the report of seven days activities, and various dignitaries were apprised of the fact that this program was comprised of 3 stages including Registration and briefing, event convening and feedback session. The real time feedback mechanism was devised not only to invite feedback rather to take actions corresponding to that inputs. Dignitaries appreciated the real time actionable outcomes of feedback. Event culminated by a formal vote of thanks of Dr. Simran Preet, who appreciated the able guidance of Prof. Raj Kumar Ji, Hon’ble Vice-Chancellor, PU & leadership of Prof. Ashwini Koul, Programme Coordinator, entire NSS team including Programme Officers and volunteers. The efforts of Chandigarh Police personnel in training our NSS volunteers for self defence and wushu were recognized. The appreciation certificates to the winners of various sports and cultural competitions were distributed by Programme officers at the end.  

The presence of dignitaries including Dr. Jayanti Dutta (Deputy Director, HRDC & Fellow), Prof. Ganga Ram Choudhary (Director, SAIF/CIL), Prof. Nishi Sharma (Director, UIAMS), Dr. Nidhi Gautam (Warden, GH-5 & Fellow), and Programme officers including Dr. Naveen Kumar, Dr. Shankar Sehgal, Dr. Vivek Kumar, Dr. Anuj Kumar, Dr. Amita Verma, and Dr. Simran Preet was observed during the event.

SHASTRI INDO-CANADIAN LECTURE SERIES CONCLUDES AT UIFT, PANJAB UNIVERSITY

Chandigarh March 30, 2022

Nurturing modern and multi-national narratives through the exchange of South Asian and Western traditional handcraft techniques

UIFT hosted the fourth online lecture and valedictory of Shastri Indo Canadian Lecture Series “ Taking traditions forward: Preserving and conserving culture and heritage in the South Asian Canadian Diaspora”.

Dr. Anu H. Gupta, Director of the Shastri, Indo Canadian Lecture Series, and Chairperson of UIFT & VD, revealed that all of the lectures in this series emphasised the importance of cross-cultural interchange and the impact of tradition and heritage as a result of global contacts across borders. This is also true for the Indian and Canadian diasporas. She further advocated that the goal of this series is to expand knowledge, conduct more research on newly build up areas, and foster collaborations. For this series, 350 participants registered and about 100-150 participants joined for every lecture. Dr. Rita Kant, UIFT & VD faculty, initially greeted the event’s attendees, guests, and resource person.

Professor Sudhir Kumar, Dean Research, Panjab University complimented UIFT for holding a series on such an important subject, and further praised for distinguished speakers and excellent presentations at each lecture. Dr. Prachi Kaul, Director Shastri Indo Canadian Institute, Guest of Honour elaborated on the initiation of this Indo-Canadian collaboration, which has had a long run of more than 53 years now. She emphasised the importance of this platform provided by Shastri Indo Canadian Institute where people connect with others across borders for intellectual exchange further adding many dimensions of future research and collaboration. She expressed her gratitude to the others in the team of sharing this vision of exposing the students to such international expertise and academia.

Dr. Satwinder Kaur Bains Senior Associate; Director: SASI; University Advisor: Canada-India Relations Social, Cultural, & Media Studies, University of the Fraser Valley, Canada and Collaborator of this lecture series echoed a similar expression of being able to contribute through such collaborative platforms, where the interactions highlight the actual global nature of academic. Each of the members shared the thought of continuing this chain of connecting the intellect, the artistic and the academic.

Dr. Tanya White from The creative School, Ryerson University, Canada made the session extremely enlightening through her nuanced and unique approach of connecting the research practices and teaching. Her presentation titled “Nurturing Narratives through South Asian and western Handcraft Technique” focused on making the students create a narrative of their own through their design techniques re-defined through a personal and artistic perspective. This technique according to her is empowering for students. She shared her creative work, which was a re-definition of the traditional weaving, knitting and crocheting techniques. Her talk was a blend of tradition, art and the modern technique describing the unique aspect of every single designer in the uniform of an artist as well. The tasks were described as exhaustive exercises of encouraging students through a process of finding an inspiration, and to find how the material can lead the way as one piece of design is worked over and over again into a polished end result. Another of her fascinations, was the phenomenal work by Shradha Kochhar, a textile artist who had presented on “From Farm to Fabric to Fashion”. Tanya believes that the handcraft and the different traditions behind it, Asian or otherwise have similar impressions which become the common ground to identify the common as well as the unique. She exhibited her work of a weaved and embroidered portrait which showed an extremely fine detail, an artistic approach and an execution of post-modern concept of fashion. Her aim has been to embody the designs onto body so that the real movement of the fabrics is acknowledged. Her unique approach proved to be a great pedagogical tool for various teachers who appreciated the effort of the Speaker in sharing her approaches of making the works highly impressionistic, organic and of an emotional dimension by attaching a narrative behind them.  Dr. Prabhdip Brar, UIFT & VD faculty, thanked everyone who participated and contributed to the success of the lecture series.

अभी सस्ता नहीं होगा पेट्रोल-डीजल, वित्त मंत्री बोलीं

वित्‍तमंत्री ने राज्‍यसभा में एक सवाल के जवाब में कहा, ग्‍लोबल मार्केट में सप्‍लाई बाधित होने की वजह से पिछले कुछ सप्‍ताह से क्रूड ऑयल की कीमतों में तेज उछाल आया है। इसके अलावा पूर्ववर्ती यूपीए सरकार की ओर से जारी किए गए 2 लाख करोड़ रुपये के ऑयल बॉन्‍ड का असर भी पेट्रोल-डीजल की खुदरा कीमतों पर पड़ रहा है। हालांकि, सरकार इससे निपटने के लिए लगातार कदम उठा रही है। युद्ध के पश्चात क्या पेट्रोल डीजल फिर से पुराने दाम पर मिलेंगे?

नयी दिल्ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट:

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने महंगे फ्यूल के लिए पिछली यानी UPA सरकार पर जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि हम उनके बोझ ढो रहे हैं। ऐसे में पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाने की संभावना कम है। ये बात उन्होंने तमिलनाडु सरकार की ओर से एक लीटर पेट्रोल की कीमत 3 रुपए घटाने से जुड़े सवाल पर जवाब में कही।

उन्होंने कहा, सरकारी खजाने पर यूपीए सरकार की ओर से जारी किए गए तेल बांडों के लिए किए जा रहे ब्याज भुगतान का बोझ है। सरकार ने अभी तक केवल ऑयल बॉन्ड पर पिछले पांच साल में 62 हजार करोड़ रुपये के ब्याज का भुगतान किया है। उन्होंने कहा कि साल 2026 तक हमें अभी 37 हजार करोड़ रुपये का भुगतान और करना है। 

वित्त मंत्री ने सोमवार को कहा कि मनमोहन सरकार ने पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स के दाम घटाने के लिए 1.44 लाख करोड़ रुपए के ऑयल बॉन्ड जारी किए थे। इसका भुगतान हमें करना पड़ा रहा है। उन्होंने कहा कि 31 मार्च 2021 तक 1.31 लाख करोड़ रुपए की आउटस्टैंडिंग रही। 2026 तक सरकार को ब्याज के रूप में ही 37,340 करोड़ रुपए का भुगतान करना है। ऐसे में एक्साइज ड्यूटी घटाकर पेट्रोल-डीजल के दाम कम करना मुमकिन नहीं है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले 5 साल में ऑयल बॉन्ड पर 70,196 करोड़ रुपए का ब्याज भरा है। UPA सरकार ने 2005-2009 के दौरान ऑयल बॉन्ड जारी कर फंड जुटाया। इससे 2008 में फाइनेंशियल क्राइसेज के बावजूद फ्यूल प्राइसेज के दाम नहीं बढ़े। UPA सरकार ने ऑयल बॉन्ड जारी कर ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (OMC) से कर्ज लिए। ऐसे में मौजूदा सरकार को इसका भुगतान करने में मुश्किल हो रही है।

वित्त मंत्री ने आगे कहा कि ब्याज भुगतान के बावजूद 1.30 लाख करोड़ से अधिक का मूलधन अभी भी बकाया है। अगर हम पर तेल बॉन्ड का बोझ नहीं होता तो हम ईंधन पर उत्पाद शुल्क कम करने की स्थिति में होते। वित्त मंत्री ने वाहन ईंधन की कीमतों पर वर्तमान में बनी इस स्थिति के लिए पूरी तरह के कांग्रेस की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया। 

आज फिर बढ़ीं पेट्रोल – डीजल की कीमतें

पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ रही कीमतों को लेकर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “हर रोज सुबह की ‘वसूली और लूट’ जारी, हर रोज महंगाई का ‘गुरिल्ला हमला’ जारी। कब रुकेगी यह रोज सुबह-सुबह की ‘पॉकेटमारी’? 9वें दिन भी फिर पेट्रोल-डीजल के दाम में 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोती हुई है। 9 दिनों की 8 किस्तों में अब कुल पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 5.60 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो चुकी है। यह लूटपाट कब बंद होगी? क्या मोदी जी जबाब देंगे?”

नई दिल्‍ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट :  

आम आदमी को फिलहाल महंगाई से राहत मिलती नहीं दिख रही है। सरकारी तेल कंपनियों ने आज यानी 29 मार्च को फिर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा कर दिया है। सोमवार को भी तेल के दाम बढ़े थे, मंगलवार को पेट्रोल के रेट में 80-85 पैसे प्रति लीटर और डीजल में 70-75 पैसे प्रति लीटर का इजाफा हुआ है। पिछले 8 दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 7वीं बार इजाफा हुआ है। इस दौरान पेट्रोल करीब 5 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया. लेटेस्ट कीमतों की बात करें तो देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 100.21 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.47 रुपये प्रति लीटर हो गया है।

सरकार के राजनीतिक विरोधियों का आरोप था कि पांच राज्यों के चुनाव के कारण मोदी सरकार ने तेल कंपनियों को मूल्य बढ़ाने से रोक रखा था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव 112 डॉलर प्रति बैरल पहुंचने के बाद रविवार को तेल कंपनियों ने डीजल के थोक खरीदारों के लिए मूल्य में 25 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी। तेल डीलरों का कहना है कि खुदरा मूल्य में धीरे-धीरे वृद्धि की जाएगी।

दिल्ली में पेट्रोल के दाम में 80 पैसे और डीजल के दाम में भी 80 पैसे बढ़े हैं। मुंबई में पेट्रोल के दाम में 84 पैसे और डीजल के दाम में 85 पैसे बढ़े हैं। कोलकाता में पेट्रोल के दाम में 84 पैसेडीजल के दाम में 80 पैसे बढ़े हैं।

सार

शहरडीजलपेट्रोल
मुंबई100.10115.88
कोलकाता95.42110.52
चेन्नई96.76106.69

पेट्रोल-डीजल की कीमत आप एसएमएस के जरिए भी जान सकते हैं। इंडियन ऑयल की वेबसाइट पर जाकर आपको RSP और अपने शहर का कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर भेजना होगा। हर शहर का कोड अलग-अलग है, जो आपको आईओसीएल की वेबसाइट से मिल जाएगा।बता दें कि प्रतिदिन सुबह छह बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। सुबह छह बजे से ही नई दरें लागू हो जाती हैं। पेट्रोल व डीजल के दाम में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है।

इन्हीं मानकों के आधार पर पर पेट्रोल रेट और डीजल रेट रोज तय करने का काम तेल कंपनियां करती हैं। डीलर पेट्रोल पंप चलाने वाले लोग हैं। वे खुद को खुदरा कीमतों पर उपभोक्ताओं के अंत में करों और अपने स्वयं के मार्जिन जोड़ने के बाद पेट्रोल बेचते हैं। पेट्रोल रेट और डीजल रेट में यह कॉस्ट भी जुड़ती है।

हाल ही में मूडीज रेटिंग एजेंसी ने रिपोर्ट जारी कर कहा था कि भारत के टॉप फ्यूल रिटेलर्स IOC, BPCL और HPCL को नवंबर से मार्च के बीच करीब 2.25 अरब डॉलर (19 हजार करोड़ रुपए) के रेवेन्यू का नुकसान हुआ है। रेटिंग एजेंसी ने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि सरकार रिफाइनरी को नुकसान से बचाने के लिए कीमतें बढ़ाने की अनुमति देगी। इससे संकेत मिलता है पेट्रोल-डीजल के दाम एक बार में न बढ़ाकर धीरे-धीरे बढ़ाए जाएंगे। फिलहाल इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड भी महंगा हुआ है और मार्च में इसके भाव 139 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गए थे।

साइबर अपराध से बचना है जरूरी-  गुरचरण सिंह

Chandigarh March 29, 2022

पंजाब यूनिवर्सिटीचंडीगढ़ में चल रहे एन.एस.एस के सात दिवसीय विशेष शिविर में छठे दिन मुख्य वक्ता के तौर पर सेंट्रल डिटेक्टिव ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट चंडीगढ़ से गुरुचरण सिंह रहे। 

उन्होंने सभी स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम इंटरनेट के युग के अंदर स्मार्टफोन का काफी ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं। परंतु आज इस जिस तरह से दिन प्रतिदिन हमारा लगाव स्मार्टफोन की तरफ हो रहा है  और हम अपने सारे महत्वपूर्ण कार्य ऑनलाइन माध्यम से कर रहे हैं।  इससे हमारा डाटा किसी द्वारा हैक कर लिए जाने की ज्यादा संभावना बन चुकी है। क्योंकि सारा डाटा ऑनलाइन होने के कारण आज हमारी निजी जानकारी शरारती तत्वों के हाथ में जाने की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ गई है। इससे हमें बचना होगा। क्योंकि आज यदि हम साइबर सुरक्षा के प्रति सजग नहीं हुए तो आने वाले समय के अंदर हम साइबर अपराध का शिकार हो सकते हैं। 

उन्होंने कहा कि हमें अपने बैंक खाते की जानकारी किसी भी व्यक्ति को नहीं देनी चाहिए। यदि हम ऐसा करते हैं तो किसी भी व्यक्ति के द्वारा हमारे बैंक खाते से पैसे निकाले जा सकते हैं और हमारा बैंक खाता पूर्ण रूप से खाली हो सकता है। इसलिए इस तरह के ऑनलाइन अपराधों से बचने के लिए आज हमें साइबर सुरक्षा के बारे में जनता को जागरुक करना होगा तभी आने वाले समय के अंदर भारत पूर्ण रूप से साइबर सुरक्षित राष्ट्र बन पाएगा और विश्व में भारत की एक अलग पहचान बन पाएगी। 

कैंप के छठे दिन सभी स्वयंसेवकों के लिए खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें सभी स्वयंसेवकों के द्वारा बढ़ चढ़कर भाग लिया गया। कैंप में शाम के समय सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन भी किया गया। 

इस अवसर पर सभी कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रोहित कुमार शर्मा, डॉ.लोकेश कुमार, डॉ. विवेक कपूर, डॉ. रिचा शर्मा आदि मौजूद रहे।

एक साल में हट जाएंगे देशभर के टोल प्लाजा – गडकरी

टोल प्लाजा पर लोगों को निश्चित टैक्स देना पड़ता है लेकिन जल्दी ऐसे नियम बनने वाले हैं जिसके तहत लोगों को उतना ही टैक्स देना होगा जितना उन्होंने हाईवे पर सफर किया है। इसके चलते अब जीपीएस मैपिंग और इमेजिंग के जरिए टोल वसूला जाएगा और लोगों को टोल प्लाजा पर ज्यादा समय तक केवल पैसे देने के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इसके साथ ही कई टोल प्लाजा भी खत्म किए जा सकेंगे। इस मामले में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि इस बारें में केंद्र सरकार जल्द ही नए नियमों की गाइडलाइन जारी करेगी जो कि सफर को अधिक आसान कर देंगे।

नई दिल्ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट:

अगले एक साल में देशभर के सभी टोल प्लाजा खत्म हो जाएंगे या फिर हटा लिए जाएंगे. इसका ऐलान केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में किया। लेकिन अगर आप इससे ये सोचने लगे हैं कि अब अगले साल से सभी सड़कें टोल फ्री होने वाली हैं, तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। टोल प्लाजा के हटने के बाद उनका काम कैमरा करेगा और जीपीएस के जरिए लोगों को अपना टोल टैक्स देना होगा।

इलेक्ट्रिक टोल प्लाजा के बाद सरकार अब एक और कदम आगे बढ़ाते हुए जीपीएस तकनीक से टोल वसूलने की तैयारी में लगी है। टोल कलेक्शन के लिए जीपीएस सिस्टम लागू होने के बाद टोल नाके हटा दिए जाएंगे। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग (MoRTH) मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि नेशनल हाईवे पर अब लोगों को टोल प्लाजा पर रुकना नहीं पड़ेगा।

संसद के बजट सत्र में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, ”सड़कों के मामले में सरकार ने कई नई तकनीकों का इस्तेमाल करना शुरू किया है। इलेक्ट्रोनिक टोल का 97 परसेंट कलेक्शन हो रहा है। अब मैं एक जीपीएस सिस्टम लाना चाहता हूं। टोल ही नहीं रहेंगे। टोल नहीं रहने से मतलब टोल खत्म नहीं होगा। आपकी गाड़ी में जीपीएस सिस्टम लगा देंगे। गाड़ी में जीपीएस सिस्टम अनिवार्य भी कर दिया गया है। जीपीएस पर रिकॉर्ड होगा कि आपने कहां से एंट्री ली और कहां निकले। और आपके बैंक अकाउंट से पैसा कट जाएगा, कोई आपको रोकेगा नहीं, कुछ नहीं।”

नितिन गडकरी ने कहा, “भारत में टोल प्लाजा की जगह पर जीपीएस आधारित ट्रैकिंग सिस्टम लाने के लिए नई पॉलिसी लाने की तैयार कर रहे हैं। इसका मतलब टोल टैक्स का कलेक्शन अब जीपीएस के माध्यम से होगा।”

“मैं सदन को आश्वस्त करता हूं कि एक साल के अंदर देश के सभी टोल निकल जाएंगे. इसका मतलब ये है कि टोल नहीं रहेंगे, लेकिन हमारे सड़कों पर कैमरे रहेंगे जो जीपीएस से आपका इमेज कैच करेगा. उतना ही पैसा आपसे कटेगा. आपको कोई नहीं रोकेगा. टोल में पहले चोरियां भी बहुत होती थीं, कोविड के दौर पर हमारा टोल का इनकम 24 हजार करोड़ रुपये साल का था, जो 10 हजार करोड़ कम होना चाहिए था, लेकिन फास्टैग की वजह से ये इनकम इतनी ज्यादा हुई है. अब 93 फास्टैग लागू हो गया.”

नितिन गडकरी ने कहा कि जनता की सहूलियत के लिए नेशनल हाईवे पर अब हर 60 किलोमीटर के दायरे में केवल एक ही टोल प्लाजा होगा। एक से अधिक सभी टोल नाकों को हटा दिया जाएगा और यह काम 3 महीने के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 60 किलोमीटर के दायरे में एक से अधिक टोल नाके होने गैर कानूनी है।

अब जीपीएस के जरिए टोल टैक्स लोग कैसे चुकाएंगे और जिनकी गाड़ी में जीपीएस की सुविधा नहीं है, वो लोग क्या करेंगे? इन सवालों का जवाब भी केंद्रीय मंत्री गडकरी ने दिया। उन्होंने बताया कि,

“टोल को लेकर जो जीपीएस लगेगा, वो नई गाड़ियों में लगकर आ रहा है. लेकिन जो पुरानी गाड़ियां हैं, जिनमें जीपीएस नहीं लगा हुआ है, उनमें भी हम फ्री में जीपीएस लगवा देंगे। अब इसमें कोई समस्या नहीं आएगी।”

नितिन गडकरी ने कहा कि टोल नाकों के आसपास के गांव या शहर के लोगों के लिए पास उपलब्ध कराए जाएंगे, आधार कार्ड के आधार पर स्थानीय लोगों को पास इश्यू कराए जाएंगे। इस सिस्टम पर तेजी से काम किया जाएगा।

टोल प्लाजा खत्म होने के ऐलान के अलावा नितिन गडकरी ने एक और ऐलान किया. जिसमें उन्होंने बताया कि स्क्रैपिंग पॉलिसी के तहत अगर आप नई गाड़ी खरीदते हैं तो न सिर्फ आपको उसमें डिस्काउंट मिलेगा, बल्कि टोल टैक्स में भी छूट दी जाएगी। पुरानी गाड़ियों का फिटनेस टेस्ट करने के बाद अगर गाड़ी की लाइफ खत्म मानी जाती है तो उसे स्क्रैपिंग के लिए भेजा जाएगा, इसके लिए सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा। पुरानी गाड़ी का दोबारा रजिस्ट्रेशन करवाने की बजाए स्क्रैपिंग के लए प्रोत्साहित किया जाएगा, साथ ही दोबारा रजिस्ट्रेशन की फीस ज्यादा वसूली जाएगी।

बॉर्डर से सेना हटाओ, तभी आगे बढ़ेगी बात : चीनी विदेश मंत्री से बोले अजीत डोभाल

भारत ने शांति की बहाली के लिए राजनयिक, सैन्य स्तर पर सकारात्मक बातचीत जारी रखने की जरूरत पर जोर दिया है। अजीत डोभाल ने वांग यी से कहा है कि सुनिश्चित किया जाए कि कार्रवाई समान और परस्पर सुरक्षा की भावना का उल्लंघन नहीं करती है। एक ही दिशा में काम करें और बकाया मुद्दों को जल्द से जल्द सुलझाएं। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल  ने चीन के विदेश मंत्री को साफ लहजे में कह दिया है कि जब तक वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control -LAC) से चीनी सेना नहीं हटाई जाएगी, तब तक दोनों देशों के बीच कोई बात नहीं हो सकती।

नयी दिल्ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट:

चीनी विदेश मंत्री वांग यी आज से भारत दौरे पर हैं। इस दौरान भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने चीन के विदेश मंत्री को साफ लहजे में कह दिया है कि जब तक वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) से चीनी सेना नहीं हटाई जाएगी, तब तक दोनों देशों के बीच कोई बात नहीं हो सकती। डेढ़ घंटे तक चली इस बातचीत के दौरान भारत ने कहा है बॉर्डर क्षेत्र के बचे हुए इलाके में जल्द और पूरी तरह से सेना को हटाए जाने की जरूरत है, ताकि द्विपक्षीय संबंध स्वाभाविक रास्ते पर आ सकें।

निर्वासित तिब्बती सांसद थुबटेन ग्यात्सो ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा है कि मैं सरकार से चीनी विदेश मंत्री के साथ बैठक के दौरान तिब्बती मुद्दे को उठाने और चीन से दलाई लामा के साथ बातचीत फिर से शुरू करने की अपील करता हूं। एक और निर्वासित तिब्बती सांसद चोदक ग्यामत्सो ने कहा है कि यह महत्वपूर्ण है कि तिब्बती मुद्दे को दोनों पक्षों द्वारा उठाया जाए। चीनी विदेश मंत्री की इस तरह की यात्रा एक अच्छा संकेत है। दो बड़े एशियाई देशों के लिए सकारात्मक संबंध बनाए रखना आवश्यक है।

तिब्बती यूथ कांग्रेस ने जानकारी दी है कि संगठन वांग यी की भारत यात्रा को लेकर दोपहर दो बजे करीब हैदराबाद हाउस के सामने विरोध-प्रदर्शन करेगी। तिब्बती कार्यकर्ता तेंजिन तुसुंदे ने एक ट्वीट में कहा. “वांग यी के भारत आने से पहले दिल्ली हवाई अड्डे पर एक फ्री तिब्बत प्रदर्शनकारी छात्र पहले से ही मौजूद थे। गलवान के बाद भी कोई भारतीय प्रदर्शनकारी नहीं दिखा।”

चीनी विदेश मंत्री वांग यी 24 मार्च की शाम दिल्ली पहुंचे थे। 2020 में लद्दाख संघर्ष के बाद से यह उनकी पहली भारत यात्रा है। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के साथ गतिरोध और जून 2020 में गालवान घाटी में एक हिंसक संघर्ष में 20 भारतीय सैनिकों और कई चीनी सैनिकों की मौत हो गई थी।

चीन के विदेश मंत्री वांग यी कल सुबह 11 बजे विदेश मंत्री एस. जयशंकर से दिल्ली में मुलाकात करेंगे

चीन के विदेश मंत्री वांग यी कल सुबह 11 बजे विदेश मंत्री एस. जयशंकर से दिल्ली में मुलाकात करेंगे। यह जानकारी मिली है कि चीनी विदेश मंत्री की बगैर पूर्व निर्धारित यात्रा का उद्देश्य यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के मद्देनजर बने भू राजनीतिक हालात में चीन के एक बड़ी भूमिका निभाने से संबद्ध है।

नयी दिल्ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट :

चीन के विदेश मंत्री वांग यी गुरुवार को नई दिल्ली पहुंचे हैं। विदेश मंत्री वांग यी की शुक्रवार को विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मिलने की उम्मीद है। एजेंडा स्पष्ट नहीं है, लेकिन यूक्रेन संघर्ष पर बातचीत की उम्मीद है। भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उन्हें वांग की यात्रा पर साझा करने के लिए कोई जानकारी नहीं है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें भी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। पिछले दो साल से भारत और चीन के बीच हालात अच्छे नहीं हैं। यी ने नई दिल्ली की अपनी यात्रा से पहले भारत सरकार से फटकार लगाई, इस सप्ताह पाकिस्तान में विवादित कश्मीर क्षेत्र के बारे में की गई टिप्पणी थी। दो साल पहले कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र में एक घातक सीमा संघर्ष के बाद दो परमाणु सशस्त्र एशियाई शक्तियों के बीच संबंध ठंडे हो गए थे, और वांग उस समय के बाद यात्रा करने वाले पहले उच्च-स्तरीय चीनी अधिकारी होंगे। चीनी विदेश मंत्री वांग यी भारत आ चुके हैं और उनके राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर से कल मुलाकात करने की संभावना है।

आपको बता दें इस्लामिक सहयोग संगठन बैठक के बीच  चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने जम्मू कश्मीर का जिक्र किया, बैठक में बोले गए विवादों पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की। भारत विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरविंद बागची ने बुधवार को विरोध जताते हुए कहा  कि  चीन के विदेश मंत्री वांग यी द्वारा भारत का अनावश्यक जिक्र किये जाने को खारिज करते हैं।

 भारतीय विदेश प्रवक्ता ने कहा कि केन्द्र शासित जम्मू कश्मीर से जुड़े  किसी भी प्रकार के मामले ‘‘पूरी’’ तरह से भारत के आंतरिक मामले हैं। जिन पर चीन समेत किसी भी देश को टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है। सख्त लहजों में भारतीय प्रवक्ता ने कहा भारत किसी भी देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करता और न ही उन पर सार्वजनिक रूप से बोलता है। ये उन देशों को समझना चाहिए कि किसी भी देश के आंतरिक मामलों में सार्वजनिक बयानबाजी न की जाए। 

वांग  मंगलवार को पाकिस्तान दौरे पर थे जहां उन्होंन ओआईसी मीटिंग में भारत के कश्मीर पर विवादित टिप्पणी की थी, वांग यी ने बैठक में कहा था, ‘ कश्मीर पर, हमने  अपने इस्लामिक मित्रों की बातें सुनी, चीन भी यही उम्मीद साझा करता है,  जिसका भारत ने कड़ा विरोध जताया।इसी सिलसिले में चीन के विदेश मंत्री वांग आज गुरूवार को भारत दौरे पर दिल्ली पुहंचे। 

भारत में उतरने से पहले, वांग यी ने काबुल में एक अनिर्धारित स्टॉप बनाया और अफगानिस्तान के नए तालिबान शासकों से मुलाकात की, कथित तौर पर राजनीतिक संबंधों के विस्तार, आर्थिक और पारगमन सहयोग सहित कई मुद्दों पर, समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया ने बताया। वांग यी की अफगान यात्रा अफगानिस्तान में व्लादिमीर पुतिन के विशेष दूत ज़मीर काबुलोव के काबुल दौरे के साथ हुई।

भारत और चीन के बीच संबंध जून 2020 में और तनावपूर्ण हो गए, जब दोनों देशों की सेनाएं पूर्वी लद्दाख के गालवान में भिड़ गईं। हालांकि, कई दौर की कूटनीतिक और सैन्य स्तर की वार्ता के बाद दोनों पक्षों की ओर से इस क्षेत्र में तनाव कम हुआ है। पूर्वी लद्दाख में घर्षण के शेष क्षेत्रों में मुद्दों को हल करने के लिए दोनों देशों के बीच 15 मार्च को उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता का 15वां दौर आयोजित किया गया था। दोनों देशों को अभी तक यथास्थिति में नहीं लौटना है जो 2020 की झड़पों से पहले मौजूद थी जिसमें 20 भारतीय और कई चीनी सैनिक मारे गए थे। द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा के लिए विदेश मंत्रियों ने पिछले दो वर्षों में भारत के बाहर कई बार मुलाकात की है।