कवॉरंटाइन से भागने वाला एक व्यक्ति काबू

पंचकूला 23 मार्च :-

भयानक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने के चलते होम कवॉरंटाइन मे रूकने के लिए दिये गए आदेश की पालना न करने वाले एक व्यक्ति को कालका पुलिस द्वारा काबू किया गया है । पकडे गए व्यक्ति की पहचान महेन्द्र वासी सैक्टर-17 पंचकुला के रूप मे हुई है ।

प्राप्त जानकारी के अनुसार महेन्द्र उपरोक्त 10 दिन पहले ही इंग्लैण्ड से वापिस आया था जिसको उसके घर पर ही होम कवॉरंटाइन मे रखा गया था । जोकि अपने घर पर ना रहकर  अपने तींन दोस्तो के साथ हिमाचल घूमने चला गया था । परवाणु कालका नाके पर चैकिंग के दौरान महेन्द्र से पूछताछ पर वह कोई कारण नही बता सका । गहनता से पूछताछ करने पर आरोपी ने बताया कि उसको कवॉरंटाइन होम मे रहने के लिए कहा हुआ था परन्तु वह वहां पर नही रूका । पुलिस द्वारा मामले की गम्भीरता को देखते हुए आरोपी के खिलाफ अभियोग संख्या 41 दिनांक 23.03.2020 धाराधीन 188, 269, 270, 34 भा0द0सं0 तथा एपिडैमिक एक्ट 1897 के तहत कार्यवाही की गई । आरोपी के अन्य तींन साथीयो को भी चिकित्सा जांच के लिए भेज दिया गया है । 

ADMINISTRATOR ORDERS CURFEW IN CHANDIGARH FROM MIDNIGHT OF MONDAY

Korel, 23 MARCH 2020

From Janta Curfew (Care For You)To Curfew

Sh V P Singh Badnore, Governor of Punjab-cum-Administrator, UT, Chandigarh has decided to impose curfew in Chandigarh starting w.e.f. midnight of Monday i.e 00:00 Hrs 24th March, 2020 till further orders. With the imposition of curfew all the residents will be required to stay Indoors. The DGP, has been given strict directions to enforce the curfew without any relaxation whatsoever.

Sh. Manoj Parida, IAS, Adviser has stated the individuals engaged in Essential Services including Police, Medical etc will only be allowed curfew passes. Employees of Punjab, Haryana and Central Government will request for passes through their Chief Secretaries only. The Deputy Commissioner, Chandigarh will decide about the curfew passes. Moreover, the relaxation in curfew hours will be given for purchase of essential items in due course. The detailed orders are being issued by the Deputy Commissioner, UT, Chandigarh.

He further stated that, the Chandigarh Administration has tied up with States of Punjab and Haryana for continuous supply of Essential commodities including Oxygen, LPG, petroleum products etc. It has also been decided to requisition Sood Dharamshala where 125 isolated rooms with toilets are available to function as isolated ward, if necessary. A separate block of PGIMER (Nehru Block) has been designated as COVID Place for exclusively housing and treating Corona affected patients. The newspaper distributors and hawkers have also been advised to follow hygiene standards and use protective gears for distribution of newspapers.

The Administration has also taken up with Government of India for advance payment of ration money of two months under Public Distribution System in Chandigarh. The Chandigarh Administration has decided to pay Rs.3,000/- to each registered construction worker for lo9ss of their income due to Coronavirus.

Further, a Control Room Number – 112 has been setup for answering the Queries/ Calls made by General Public in Chandigarh. The Control Room will function 24 X 7. The Senior officers of the Administration will be available around the clock and will coordinate with the concerned department to resolve the Queries/ Grievances of the people of Chandigarh.

Today, till 5.00 pm total 100 calls queries were received in the control room. Most of queries were about opening of shops/offices, gathering of crowd, information about people who have returned from abroad.

कोरोना वाइरस: वैकल्पिक दिनों में बैंक शाखाओं को खोलने या सप्ताह में दो बार बैंकिंग सुविधा की मांग

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ऑफिसर एसोसियश्न ने सरकार से केवल आवश्यक सेवाएं प्रदान करने के लिए सेवाओं को पूरा करने के लिए *वैकल्पिक दिनों में बैंक शाखाओं को खोलने या सप्ताह में दो बार बैंकिंग* सेवाओं पर कुछ

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ओफिसर्स एसोसिएशन ने सरकार से अपील की है के बैंक कर्मचारियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए सेवाओं पर तत्काल रूप से लगाया जाए जिससे कि इस संवेदनशील घड़ी में इस घातक वायरस के प्रसार को रोकने के लिए और बड़े स्तर पर इससे होने वाली परेशानी रोकने के लिए उचित कदम चंडीगढ़ सर्कल के महासचिव दीपक शर्मा ने कहा दस्ताने मास्क सैनिटाइजर कि बाजार में कमी के चलते बैंक कर्मियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है उन्होंने सरकार से विरोध किया की वैकल्पिक दिनों में बैंक शाखाओं को खोलना यह सप्ताह में दो बार बैंकिंग का प्रावधान किया जाए वायरस को फैलने से रोका जा सके दीपक शर्मा के अनुसार ATM, CDM, SWAYAM, ONLINE BANKING, NEFT / RTGS / IMPS, YONO आदी जैसे चैनल भी ग्राहकों को सुविधा प्रदान करते हैं।

उन्होने अपने साथी कर्मचारियों और ग्राहकों के स्वास्थ्य की शुभ कामनाएँ देते हुए सभी को social distansing अपनाने की सलाह दी।

चंडीगढ़ लॉक डाउन

 देश में कोरोना वायरस (Coronavirus)की चपेट में आए कुल एक्टिव मामलों की संख्या अब बढ़कर 341 हो गई है. वहीं टोटल केसेज की संख्या 370 है. कोविड-19 से अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है. 22 मार्च, रविवार को इस वायरस के कारण मुंबई और पटना में एक-एक मरीज की मौत हो गई. वहीं वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए 22 राज्यों के 89 जिलों में लॉकडाउन है. चंडीगढ़ में 23 मार्च 00:00 बजे से 31 मार्च 23:59 बजे तक लॉकडाउन की घोषणा की गयी है जिसकी अवधि परिस्थितियों को देखते हुए बढ़ाई जा सकती है।

चंडीगढ़:

 पंजाब और चंडीगढ़ में कोरोना वायरस COVID-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए बड़ा कदम उठाया गया है। पूरे पंजाब और चंडीगढ़ में 31 मार्च तक लॉक डाउन (Lock down) की घोषणा कर दी गई है। इस दौरान आवश्‍यक सेवाओं को छोड़कर सभी कार्यालय, व्यापारिक प्रतिष्‍ठान बंद रहेंगे। लोगों से कहा गया है कि बहुत जरूरी होने पर ही बाहर निकलें ओर अपने घरों में रहें। Lock down के दौरान सार्व‍जनिक परिवहन व यातायात भी बंद रहेगा। 

लागू होगी धारा 144, मेडिकल व किराना स्टोर खुलेंगे, माल ढोने वाले वाहन चलते रहेंगे

पंजाब सरकार ने सभी डिप्टी कमिश्नरों (डीसी) को आदेश जारी किए गए हैं कि वे जिलों में धारा 144 लागू कर दें। इस दौरान किसी भी स्थान पर पांच से अधिक लोग इकट्ठा नहीं हो सकेंगे। मुख्य सचिव करन अवतार सिंह की ओर से जारी किए गए आदेश के अनुसार लॉकडाउन के दौरान मेडिकल स्टोर व किराने की दुकानों व मान ढोने वाले वाहनों पर पाबंदी नहीं होगी। आवश्यक सेवाएं चलती रहेंगी।

सोमवार से पूरे राज्य को 31 मार्च तक लॉक डाउन करने का आदेश जारी किया

रविवार को Janta Curfew को लोगों का पूरा समर्थन मिलने के बाद कैप्‍टन अमरिंदर सिंह सरकार ने यह बड़ा फैसला किया। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए पंजाब सरकार ने सोमवार सुबह छह बजे से 31 मार्च तक पूरे राज्‍य को लॉक डाउन करने का आदेश जारी किया। बता दें कि पंजाब में कोरोना वायरस COVID-19 के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। राज्‍य में अब तक COVID-19 के 20 मरीजों की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही चंडीगढ में भी लॉक डाउन (Lock down)की घोषणा कर दी गई है। चंडीगढ़ प्रशासन ने दोपहर बाद इस संबंध में आदेश जारी किया।

मुख्यमंत्री कार्यालय ने आज सुबह ही राज्य के सभी उपायुक्तों को सभी जिलों को लॉक डाउन करने के आदेश जारी कर दिए। आदेश में कहा गया है कि इस दौरान आवश्यक सेवाएं चलती रहेंगी। बता दें कि इससे पहले जालंधर और संगरूर के जिला उपायुक्‍तों ने अपने जिलों में 25 माच्र तक लॉक डाउन की घोषणा की थी। इसके अलावा पटियाला में भी तीन दिन के जनता कर्फ्यू का ऐलान किया गया था। कपूरथला, नवांशहर और हाेशियारपुर में भी लॉक डाउन की घोषणा की गई थी। इसके बाद संभावना जताई जा रही थी कि कैप्‍टन अमरिंदर सिंह सरकार पूरे राज्‍य में 31 मार्च तक लॉक डाउनलोड का ऐलान कर सकती है।

चंडीगढ़ प्रशासन ने जारी किया आदेश, आवश्‍यक सेवाओं काे  छोड़कर सभी बंद रहेंगे

चंडीग़ढ़ प्रशासन ने दोपहर बाद घोषणा की, कि शहर में COVID-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए 31 मार्च तक Lock down रहेगा। इस दौरान कई पाबंदियां रहेंगी। इस दौरान आवश्‍यक सेवाओं को छाेड़कर कार्यालय, स्‍कूल, कॉलेज, फैक्‍टरियां और अन्‍य व्‍यापारिेक प्रतिष्‍ठान बंद रहेंगे। सभी सार्वजनिक यातायात और परिवहन सेवाएं भी इस अवधि में बंद रहेंगी।

लोगों को दी सलाह- अपने घरों में ही रहें और बहुत आवश्‍यक होने पर ही बाहर निकलें

इस पाबंदी से आवश्‍यक सेवाओं जैसे दूध सप्‍लाई, सब्जियों की दुकानें, राशन स्‍टोर और दवा दुकानें मुक्‍त होंगी। चंडीगढ़ प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि किसी तरह की अफवाहों पर यकीन न करें। लाेगों को आगे की स्थितियों के बारे में समय-समय पर सूचित किया जाता र‍हेगा। प्रशासन ने लोगों से कहा है कि बहुत जरूरी होने पर ही बाहर निकलें, अन्‍यथा अपने घरों में ही रहें।

कई राज्‍यों से आवाजाही के कारण बेहद संवेदनशील है चंडीगढ़

चंडीगढ़ कई राज्‍यों से जुड़ा हुआ है और यहां से इस राज्‍यों के लोगोंं की आवाजाही रहती है। इस कारण यह कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर बेहद संवेदनशील है। चंडीगढ़ में अब COVID-19 के छह पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। ट्राई सिटी चंडीगढ़, मोहाली और पंचकूला में COVID-19 के  कुल 11 मरीज अब तक मिल चुके हैं। इसके अलावा कई संदिग्‍ध केस भी सामने आए हैं। चंडीगढ़ से सटे मोहाली में COVID-19 से संक्रमित चार मरीज मिले हैं तो पंचकूला में एक पॉजिटिव केस सामने आया है।

पंजाब में भी केवल आवश्यक सेवाओं को ही चलने की रहेगी छूट

इससे प‍हले पंजाब सरकार ने सुब‍ह पूरे राज्‍य में 31 मार्च तक लॉक डाउन की घोषणा की थी। सभी जिला उपायुक्‍तों को कहा गया है कि वे आवश्यक सेवाओं की सूची जनता के लिए तुरंत जारी कर दें ताकि लोग दुविधा में न रहें।

काबिले गौर है कि बार-बार अपील के बावजूद लोग अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं और कई जगह पर यह देखने में आया है कि जिन लोगों को करोना के लक्षण मिले हैं वह अस्पतालों और आइसोलेशन सेंटर में रुक नहीं रहे हैं। पुलिस व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ जाने को तैयार नहीं होते हैं। इसको देखते हुए सरकार ने अब सख्त कदम उठाते हुए पूरे राज्य में लॉक डाउन करने के आदेश दिए हैं ताकि कोरोना वायरस ज्यादा पांव न पसार सके। 

पांच से ज्यादा लोगों को एक जगह इकट्ठे होने की इजाजत नहीं, समारोह में सिर्फ 10 लोगों को इजाजत

राज्‍य में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा भी लागू होगी। इससे किसी जगह पांच से अधिक लोगों के इकट्ठे हाेने की इजाजत नहीं होगी। किसी भी समारोह में एकत्रित होने वाले लोगों की संख्या 20 से घटाकर 10 कर दी गई है। डिप्टी कमिश्नरों को अधिकार दिए गए हैं कि वह चाहे तो जिले की स्थिति को देखते हुए इसमें कटौती कर सकते हैं। सभी जिला उपायुक्तों को कहा गया है कि वह आवश्यक सेवाओं की सूची जनता के लिए तुरंत जारी कर दें, ताकि कोई दुविधा में न रहे।

क्या है लॉकडाउन

किसी शहर या जिले को लॉकडाउन करने का मतलब होता है कि इस दौरान कोई भी शख्स घर से बाहर नहीं निकल सकता है। हालांकि, इस कुछ स्थितियों में छूट भी मिलती है। मसलन, दवा, बैंक, अस्पताल और राशन-पानी की जरूरत के लिए घर से बाहर निकलने की छूट मिलती है। लॉकडाउन एक तरह से आपातकाल व्यवस्था होती है। लॉकडाउन की स्थिति में किसी भी शख्स को जीवन जीने के लिए बुनियादी व आवश्यक चीजों और सेवाओं के लिए ही बाहर निकलने की इजाजत होती है।

लॉक डाउन के दौरान क्या-क्या खुलेगा रहेगा

-दूध, सब्जी, किराना और दवा की दुकानें।

-अस्पताल और क्लीनिक

-किसी बेहद जरूरी काम के लिए भी बाहर जाने की छूट मिल सकती है।

-लेन देन के लिए आप बैंक से पैसा निकालने जा सकते हैं।

-मेडिकल व पुलिस सेवा को लॉकडाउन से बाहर रखा गया है।

-माल ढोने वाले वाहन। पोल्ट्री सेक्टर की फीड आदि ढोने पर रोक नहीं होगी।

-पेट्रोल पंप खुले रहेंगे। जरूरत पर निजी वाहन का इस्तेमाल कर सकेंगे, लेकिन लोगों की संख्या क्षमता से आधी रहेगी।

ये पूरी तरह बंद रहेंगे 

-शॉपिंग मॉल, जिम, क्लब, पार्क, स्विमिंग पूल।

-परिवहन व्यवस्था पूरी तरह बंद रहेगी।

-अत्यावश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी सरकारी व निजी संस्थान।

-फैक्ट्रियां व बड़े निर्माण प्रोजेक्ट आदि।

-जिला प्रशासन को अधिकार है कि वह स्थिति को देखते हुए लॉकडाउन का दायरा बढ़ा सकता है।

पंजाब व चंडीगढ़ में इसलिए लॉकडाउन….

1. इस समय पंजाब में बड़ी संख्या में एनआरआइ पहुंचे हैं। इटली, इंग्लैंड, अमेरिका से आने वाले कई लोगों ने घोर लापरवाही बरती है। स्वास्थ्य विभाग के लगातार जारी हो रहे निर्देश के बावजूद विदेश से आए यात्रियों ने खुद को 14 दिन तक क्वारंटाइन नहीं किया। इस वजह से पंजाब में कोरोना वायरस ने पैर पसारना शुरू कर दिए हैं।

2. प्रदेश में खासकर दोआबा क्षेत्र में बहुत ज्यादा लोग विदेश से लौटे हैं। इनमें कई जानकारी छिपा रहे हैं। इस वजह से पंजाब के लोगों में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता जा रहा है। अभी तक जो भी केस सामने आए हैं वे सभी विदेश से लौटे लोगों से जुड़े है। इसलिए सरकार ने लॉकडाउन का निर्णय लिया है।

3. कई संदिग्ध अस्पताल में दाखिल होने से मना कर रहे हैं। यहां तक कि अस्पताल में दाखिल करवाने के बाद भी कुछ लोग भाग निकले हैं। बाद में उन्हें पुलिस घर से पकड़कर ले आई।

4. कोरोना से नवांशहर के जिस बुजुर्ग की मौत हुई है, उसकी वजह से 13 लोग संक्रमित हो चुके हैं। सबसे बड़ी चिंता यह है कि बुजुर्ग होला महल्ला के दौरान श्री आनंदपुर साहिब भी गया था, जहां लाखों की भीड़ थी।

5. अमृतसर में जिस व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, वह तीन दिन पहले शताब्दी से आया था। जिस कोच में वह सवार था, उसमें 41 यात्री सवार थे। इनमें से 39 को क्वारंटाइन किया गया है।

कोरोना वाइरस फैलाने वाली कनिका से हस्पताल भी परेशान

लंदन से भारत आई अनिका कपूर जिस पर विमानतल के कर्मचारियों के साथ मिली भगत से जांच इत्यादि से निकाल भागने का आरोप है। सूत्रों की मानें तो कनिका को पहले ही से पता था इसी लिए वह जांच से भागी। लेकिन हद तो तब आर दी जब वह 5 सितारा हाइ प्रोफ़ाइल पार्टियों का लोभ नहीं दूर कर पाई और आधे उत्तर प्रदेश को मुसीबत में दाल दिया। आज जब एक तरह से उसे गिरफ्तार कर इलाज के लिए हस्पताल में भर्ती करवाया गया है तब भी वह मानो भारत की जनता पर एहसान कर रहीं हैं। हस्पताल के डायरेक्टर भी उसकी हरकतों से आजिज़ आ चुके हैं।

लखनऊ/नई दिल्ली:

 बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर को लखनऊ के जिस पीजीआई हॉस्पिटल में आइसोलेशन के लिए रखा गया है, उस हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ आरके धीमान ने लिखित बयान जारी किया करते हुए कनिका पर ढेर सारे इल्जाम लगाए हैं. हॉस्पिटल वालों का कहना है कि कनिका इलाज में बिलकुल भी सहयोग नहीं कर रही हैं. वह एक पेशेंट नहीं, बल्कि स्टार जैसा व्यवहार कर रही हैं. हॉस्पिटल में उनके नखरों से वहां का सारा स्टॉफ परेशान है. हॉस्पिटल ने कनिका पर आरोप लगाते हुए कहा कि सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया करवाने के बावजूद बालीवुड सिंगर के नखरे कम नहीं हो रहे हैं. कनिका को हॉस्पिटल में सर्वश्रेष्ठ सुविधाएं दी गई हैं, लेकिन उनकी डिमांड से हॉस्पिटल वाले परेशान हैं. 

बता दें, कनिका की जब से कोरोना वायरस से ग्रसित होने की खबर सामने आई है, तब से लोगों के बीच हड़कंप मचा हुआ है. बीते शुक्रवार को लखनऊ में कनिका को कोरोना टेस्ट कराया गया था, जिसमें वह पॉजिटिव पाई गई थीं. रिपोर्ट्स की मानें तो 15 मार्च को ही कनिका लंदन से लखनऊ आई थीं और एयरपोर्ट पर एयरपोर्ट कर्मियों की मिलीभगत से वॉशरूम में छिप कर निकल भागी थीं.

इसके बाद कनिका लगभग 3 पार्टियों में शामिल भी हुई थीं. इस लापरवाही के कारण कनिका कपूर पर एक नहीं, बल्कि कुल चार केस लखनऊ में दर्ज किए गए हैं. जानबूझकर संक्रमक फैलाने के मामले में लखनऊ के थाना हजरतगंज, महानगर, गोमतीनगर और सरोजनी नगर थाने में कुल चार मुकदमा दर्ज किए गए हैं. इतना कुछ हो जाने के बाद भी कनिका का तेवर कम दिखता नजर नहीं आ रहा है.

विपत्ति की इस घड़ी में देश व समाज के लिए अपनी सेवाएं प्रदान करने वालों के प्रति नतमस्तक हुं: कटारिया

22 मार्च को सारा देश प्रधानमंत्री मोदी के जनता कर्फ्यू के आव्हान पर चट्टान की तरह साथ खड़ा : कटारिया

आज 22 मार्च को जब सारा देश प्रधानमंत्री के आवाहन पर जनता जब ‘जनता कर्फ़्यू’ के लिए न केवल मान गयी बल्कि दूसरों को भी प्रेरित करने में लगी है तब भी सोनिया नीत कांग्रेस राजनीति से बाज नहीं आ रही। देश का 22 करोड़ व्यापारी वर्ग इस मुहम में शामिल है 22 करोड़ व्यापारी वर्ग का मतलब है कि एक तिहाई भारत। मोदी को इतना समर्थन कॉंग्रेस को हजम नहीं हो रहा अत: राजस्थान को ऐन पहले लॉक डाउन में डाल दिया गया, पंजाब में भी जालंधर जहां भाजपा समर्थक बाहुल्य में हैं वहाँ भी 3 दिन के लिए लॉक डाउन कर दिया गया। कॉंग्रेस की कुत्सित चालों में भी आधे समाज कि भलाई है।

पंचकुला/ चंडीगढ़ 22 मार्च:

केंद्रीय राज्य मंत्री व अंबाला से सांसद रतन लाल कटारिया ने देशवासियों से अपील की है कि करोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए केंद्र सरकार के साथ राज्य सरकार के द्वारा किए जा रहे प्रयासों को सफल करने में सहयोग करें। इसके साथ ही आने वाले कुच दिन जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकले तथा इस वायरस से बचाव के लिए दी जा रही सभी हिदायतों का गंभीरता से पालन करें।कटारिया ने कहा रविवार 22 मार्च को सारा देश प्रधानमंत्री मोदी के जनता कर्फ्यू के आव्हान पर चट्टान की तरह साथ खड़ा है और प्रधानमंत्री ने जो 9 सूत्र करोना वायरस से बचाव के लिए बताए हैं उसका पालन करेगा। उन्होंने कहा मैं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया, स्वास्थ्य सेवाओं के कर्मचारी, देश की सुरक्षा में जुड़े कर्मचारी के साथ इस विपत्ति की घड़ी में जो भी जन अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं उनकी प्रशंसा करता हूं और उनके प्रति नतमस्तक हुं।

‘जनता कर्फ़्यू’ से ऐन पहले राजस्थान लॉक डाउन

अशोक गहलोत वाकई जादूगर हैं, प्रियंका सोनिया की पहली पसंद यूं ह नहीं थे। गहलोत एक तीर से तीन निशाने लगाने जानते हैं। मध्य प्रदेश के स्पीकर ने एन मौके पर करोना का सहारा लिया और मुंह की खाई, लेकिन गहलोत एक पंथ 3 काज कर गए। पहला तो वह मोदी की अपील का असर भाँपते हुए ‘जनता कर्फ़्यू’ का असर राजस्थान में नहीं होने देना चाहते थे, तो लॉक डाउन करवा दिया। दूसरे राज्यसभा चुनाव, यदि सूत्रों की मानें तो राज्यसभा चुनावों में राजस्थान कॉंग्रेस की फूट खुल कर सामने आ रही थी, उसे भी ठिकाने लगाया और तीसरा सबसे अहम जनता के स्वास्थ्य की चिंता। इसीलिए आवश्यक सेवाओं को छोड़कर आगामी 31 मार्च तक पूरा राजस्थान लॉक डाउन रहेगा.

जयपर: 

कोरोना वायरस को लेकर पूरा देश अलर्ट मोड पर है. इसी कड़ी में राजस्थान में सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर बड़ा फैसला लिया है. खबर के मुताबिक, आवश्यक सेवाओं को छोड़कर संपूर्ण राजस्थान 31 मार्च तक बंद रहेगा. 

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में यह फैसला लिय गया है. सभी बाजार और अन्य प्रतिष्ठानों के साथ ही सरकारी दफ्तर भी बंद होंगे. वहीं, राजस्व से जुड़े कुछ महकमों में काम संचालित किया जा सकता है. यहां तक कि, रोडवेज समेत सार्वजनिक परिवहन के सभी वाहन भी बंद रहेंगे. हालांकि, इस मामले से जुड़ी विस्तृत आदेश कुछ ही देर में गृह विभाग की तरफ से जारी किए जाएंगे. वहीं, दूसरी ओर सरकार ने सभी जिला कलेक्टरों को भी अलर्ट जारी कर दिया गया है.

रात 9 बजे  इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी गई. कोराना वायरस को लेकर लॉक डाउन होने वाला देश का पहला राज्य है.

पॉजिटिव केस मिलने का सिलसिला जारी है

राजस्थान में कोरोना वायरस के पॉजिटिव केस मिलने का सिलसिला जारी है. शनिवार को ही प्रदेश में आधा दर्जन नए पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं. इन केस समेत राजस्थान में पॉजिटिव पीड़ितों की संख्या 23 हो चुकी है. शनिवार को सामने आए पॉजिटिव केस में 5 भीलवाड़ा में और 1 जयपुर से है. राजस्थान में पॉजिटिव पाए गए 3 मरीजों को ठीक किया जा चुका है. प्रदेश में अब तक 658 सैंपल जांच के लिए आये हैं. इनमें से 593 सैंपल की जांच रिपोर्ट नेगेटिव है. जबकि 42 सैंपल अभी अंडर प्रोसेस हैं.

आगामी 31 मार्च तक धारा-144 भी लागू है

कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रदेश में आगामी 31 मार्च तक धारा-144 भी लागू है. वहीं सभी स्कूल-कॉलेज और विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं स्थगित की जा चुकी हैं. कोरोना से बचाव के लिए राज्य सरकार तमाम तरह के कदम उठा रही है. राज्य के तमाम बड़े मंदिरों और दरगाह बंद कर दिए गए हैं. वहां पूजा पाठ के लिए कुछ लोगों को ही जाने की अनुमति है. सीएम अशोक गहलोत लगातार इस मामले को लेकर समीक्षा बैठकें कर रहे हैं. जिला अस्पतालों में भी आइसोलेशन वार्ड बनाने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं भीलवाड़ा में बड़ी संख्या में  संदिग्ध मरीजों के मिलने के बाद वहां कर्फ्यू लगा दिया गया है.

कोरोना वायरस : ‘जनता कर्फ्यू’ को लेकर पुलिस प्रशासन पूर्ण रूप से तैयार

 “मैं रूका काम पर आपके लिए, आप रूको घर पर हम सब के लिए”।

 कोरोना वायरस से सम्बंधित अगर कोई भी सूचना मिलती है तो सैण्ट्रल हैल्पलाईन नम्बर 108 पर कॉल करें । जन स्वास्थ्य के हित मे अपनी शिकायत फोन, व्हाट्सअप तथा ई-मेल इत्यादि के माध्यम से कर सकते है । इन माध्यमों से की गई शिकायतों को भी उतनी ही गम्भीरता व वरीयता से लिया जायेगा । पुलिस प्रशासन द्वारा लोगो से अपील की गई है कि “मैं रूका काम पर आपके लिए, आप रूको घर पर हम सब के लिए”।

पंचकूला 20 मार्च :-

           कोरोना वायरस को लेकर देशभर में किये अलर्ट को लेकर पंचकुला पुलिस द्वारा भी कमर कस ली गई है । 22 मार्च को पूरे देश में ‘जनता कर्फ्यू’ को लेकर श्री मोहित हाण्डा, भा0पु0से0, पुलिस उपायुक्त पंचकुला की अध्यक्षता मे एक गोष्टी का आयोजन किया गया । गोष्टी के दौरान सभी पुलिस अधिकारियो को कानून व व्यवस्था बनाये रखने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिये गए । सभी पुलिस अधिकारियो को अपने अपने स्तर पर तैयारी करने तथा साथ ही जरूरी एहतियात भी बरतने को कहा गया । पुलिस द्वारा सतर्कता बरतते हुए सभी दफ्तरों तथा थानो चौकियों को सैनेटाईज करवाया गया है तथा हैंड-सैनेटाईजर भी रखवाये गए है । 

पुलिस उपायुक्त महोदय ने जन स्वास्थ्य के हित मे लोगो से अपील की है कि जितना हो सके घर पर ही रहे तथा अपने घरों से कम से कम बाहर निकले । कोरोना वायरस से सम्बंधित अगर कोई भी सूचना मिलती है तो सैण्ट्रल हैल्पलाईन नम्बर 108 पर कॉल करें । जन स्वास्थ्य के हित मे अपनी शिकायत फोन, व्हाट्सअप तथा ई-मेल इत्यादि के माध्यम से कर सकते है । इन माध्यमों से की गई शिकायतों को भी उतनी ही गम्भीरता व वरीयता से लिया जायेगा । पुलिस प्रशासन द्वारा लोगो से अपील की गई है कि “मैं रूका काम पर आपके लिए, आप रूको घर पर हम सब के लिए”।

पंचकुला में सेनेटाइज़िंग का काम जोरों पर

सार्वजनिक स्थलों बस स्टैंड आदि पर स्थापित शौचालयों की सफाई पर भी विशेष बल दिया जा रहा है। इसके अलावा सार्वजनिक स्थलो ंपर सफाई व्यव्स्था बनाए रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार 900 मिलिलीटर पानी में 100 मिलीलीटर हाईपोकोलोराईड सोलुशन का प्रयोग किया जा रहा है। बाजार में 5 से 10 प्रतिशत हाईपोकोलोराईड सोलुशन आसानी से उपलब्ध हो रहा है।

पंचकूला, 20 मार्च:

कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा व्यापक स्तर पर सेनिटाईज करने का कार्य किया जा रहा है। विशेषकर सामान्य अस्पताल, पार्क एवं अन्य सार्वजनिक स्थानों को सेनिटाईज करने के लिये टीमों का गठन कर कार्य को अंजाम दिया जा रहा है।

उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि जिला सचिवालय के अलावा सभी कार्यालयों में सेनिटाईज करने के निर्देश दिये गये है। सभी विभागाध्यक्ष संबंधित कार्यालय परिसरों के नोडल अधिकारी बनाकर उन्हें आवश्यक कदम उठाने के लिये निर्देश दिये गये है। विशेषकर सामान्य अस्पताल सेक्टर-6 व अन्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में सेनिटाईज का कार्य बडी गंभीरता से किया जा रहा है। स्वास्थ्य केंद्रों में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को मास्क के अलावा सेनिटाईजर से हाथ धोने के साथ साथ परिसरों के प्रत्येक कक्ष को भलीभांति सेनिटाईज किया जा रहा हैं।

उपायुक्त ने कहा कि यह समय थोड़ा सा गंभीर है। लोगों को कोरोना के प्रति पूर्ण सजग रहने की आवश्यकता है। यदि 31 मार्च तक लोग इस महामारी के प्रति जागरूक एवं सचेत रहेंगे तो काफी हद तक काबू पाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि लोगों को पूर्ण रूप से सावधानियां बरतने के लिये सचेत एवं जागरूक किया जा रहा है तथा नियमित रूप से साबुन से हाथ धोने के लिये प्रेरित किया जा रहा है। इसके अलावा लोगों को घर पर बैठे रहने तथा भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों से जाने से वर्जित किया जा रहा है।

जिला के सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में आवश्यक स्वास्थ्य सेवायें मुहैया करवाने के लिये सचेत किया गया है। अलग से आईसोलेशन वार्ड बढाने के निर्देश दिये गये हैं। आॅनलाईन डिलीवरी का कार्य करने वालों को उचित दूरी बनाये रखने तथा आवश्यक सेवायें ही जारी रखने के निर्देश दिये गये है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों के लिए जिला स्तर पर हैल्प डेस्क भी बनाई गई है। इसके अलावा हेल्पलाइन नंबर 9779494643 एवं 8054007102 तथा 0172-2573907 पर भी जानकारी ली जा सकती है।

उपायुक्त ने कहा कि लोगों को दिन में कई बार लगातार 20 सैंकेड़ तक हाथों को साबुन से धोने तथा ज्यादा से ज्यादा तरल पर्दाथों का सेवन करने और पूर्ण रूप  से सेनेटाईज करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। इसके अलावा परिवहन विभाग की बसों को सेनेटाईज करने के लिए 5 टीमों का गठन किया गया है। जो नियमित रूप से सुबह शाम को बसों को सेनेटाईज करने का कार्य कर रहे हैं। सार्वजनिक स्थलों बस स्टैंड आदि पर स्थापित शौचालयों की सफाई पर भी विशेष बल दिया जा रहा है। इसके अलावा सार्वजनिक स्थलो ंपर सफाई व्यव्स्था बनाए रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार 900 मिलिलीटर पानी में 100 मिलीलीटर हाईपोकोलोराईड सोलुशन का प्रयोग किया जा रहा है। बाजार में 5 से 10 प्रतिशत हाईपोकोलोराईड सोलुशन आसानी से उपलब्ध हो रहा है।

आज हमें यह संकल्प लेना होगा कि हम स्वंय संक्रमित होने से बचेंगे और दूसरों को संक्रमित होने से बचाएंगे: प्रधान मंत्री मोदी

उन्होंने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील करते हुए जनता कर्फ्यू की मांग की है। उन्होने याद दिलाया कि जब प्रथम विश्व युद्ध हुआ था, जब द्वितीय विश्व युद्ध हुआ था तब भी इतने देश युद्ध से प्रभावित नहीं हुए थे, जितने आज कोरोना की बीमारी से हैं। निश्चिंत हो जाने की यह सोच सही नहीं है। इसलिए प्रत्येक भारतवासी का सजग रहना, सतत रहना बहुत आवश्यक है। अभी तक विज्ञान कोरोना महामारी से बचने के लिए कोई निश्चित उपाय नहीं सुझा सका है और न ही इसकी कोई वैक्सीन बन पाई है। ऐसी स्थिति में हर किसी की चिंता बढ़नी बहुत स्वाभाविक है।

पीएम मोदी का पूरा भाषण

प्यारे देशवासियो,

पूरा विश्व इस समय संकट के बहुत बड़े गंभीर दौर से गुजर रहा है। आम तौर पर कभी जब कोई प्राकृतिक संकट आता है तो वो कुछ राज्यों या देशों तक सीमित रहता है। लेकिन इस बार यह संकट ऐसा है, जिसने विश्वभर में पूरी मानव जाति को संकट में डाल दिया है। जब प्रथम विश्व युद्ध हुआ था, जब द्वितीय विश्व युद्ध हुआ था तब भी इतने देश युद्ध से प्रभावित नहीं हुए थे, जितने आज कोरोना की बीमारी से हैं।

पिछले 2 महीने से हम निरंतर दुनियाभर से आ रहे कोरोना वायरस से जुड़ीं चिंताजनक खबरें देख रहे हैं, सुन रहे हैं। इन दो महीनों में भारत के 130 करोड़ नागरिकों ने कोरोना जैसी वैश्विक महामारी का डटकर मुकाबला किया। सभी ने सावधानियां बरतने का भरसक प्रयास भी किया है। लेकिन बीते कुछ दिनों से ऐसा लग रहा है, माहौल बन रहा है कि हम संकट से बचे रहेंगे। निश्चिंत हो जाने की यह सोच सही नहीं है। इसलिए प्रत्येक भारतवासी का सजग रहना, सतत रहना बहुत आवश्यक है।

आपसे मैंने जब भी और जो भी मांगा है, देशवासियों ने निराश नहीं किया है। ये आपके आशीर्वाद की कीमत है कि हम सभी मिलकर अपने निर्धारित लक्ष्यों की तरफ आगे बढ़ रहे हैं। आज हम 130 करोड़ देशवासियों से कुछ मांगने आए हैं। मुझे आपसे आपके आने वाले कुछ सप्ताह चाहिए, आने वाला कुछ समय चाहिए।

अभी तक विज्ञान कोरोना महामारी से बचने के लिए कोई निश्चित उपाय नहीं सुझा सका है और न ही इसकी कोई वैक्सीन बन पाई है। ऐसी स्थिति में हर किसी की चिंता बढ़नी बहुत स्वाभाविक है। दुनिया के जिन देशों में कोरोना का वायरस और उसका प्रभाव ज्यादा देखा जा रहा है, वहां अध्य्यन में एक और बात सामने आई है। इन देशों में शुरुआती कुछ दिनों के बाद अचानक जैसे बीमारी का विस्फोट हुआ है। इन देशों में संक्रमितों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी है। भारत सरकार इस वैश्विक महामारी के फैलाव के ट्रैक रेकॉर्ड पर पूरी तरह नजर रखी हुई है। हालांकि, कुछ देश ऐसे भी हैं, जिन्होंने जरूरी फैसले भी किए और अपने लोगों को ज्यादा से ज्यादा आइसोलेट करके स्थिति को संभाला है।

भारत जैसे 130 करोड़ की आबादी वाले देश, वह देश जो विकास के लिए प्रत्यनशील है, उस पर कोरोना का यह संकट सामान्य बात नहीं है। आज जब बड़े-बड़े और विकसित देशों में हम इस वैश्विक महामारी का व्यापक प्रभाव देख रहे हैं तो भारत पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, यह मानना गलत है। इसलिए इसका मुकाबला करने के लिए 2 बातें बहुत महत्वपूर्ण हैं। पहला संकल्प और दूसरा संयम।

आज 130 करोड़ देशवासियों को अपना संकल्प और दृढ़ करना होगा कि हम नागरिक के तौर पर अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे। केंद्र और राज्य सरकारों के दिशानिर्देशों का पूरी तरह पालने करेंगे। हमें संकल्प लेना होगा कि हम खुद संक्रमित होने से बचेंगे और दूसरों को संक्रमित होने से बचाएंगे। हम स्वस्था तो जगत स्वस्थ। ऐसी स्थिति में जब इस बीमारी की कोई दवा नहीं है तो हमारा खुद का स्वस्थ बने रहना सबसे ज्यादा जरूरी है। इस बीमारी से बचने के लिए दूसरी अनिवार्यता है- संयम। संयम का तरीका क्या है- भीड़ से बचना, सोशल डिस्टेंसिंग। यह बहुत ही ज्यादा आवश्यक और कारगर है। हमारा संकल्प और संयम इस वैश्विक महामारी के प्रभाव को कम करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाने वाला है।

इसलिए अगर आपको लगता है कि आप ठीक हैं, आपको कुछ नहीं होगा तो आप ऐसे ही मार्केट में घूमते रहेंगे और कोरोना से बचे रहेंगे तो यह सोच नहीं है। ऐसा करके आप अपने साथ और अपने परिवार के साथ अन्याय करेंगे। इसलिए मेरा सभी देशवासियों से आग्रह है कि आने वाले कुछ सप्ताह तक जब बहुत जरूरी हो तभी अपने घर से बाहर निकलें। जितना संभव हो सके, आप अपना काम हो सके तो अपने घर से ही करें। जो सरकारी सेवाओं में हैं, अस्पताल से जुड़े हैं, जनप्रतिनिधि हैं, मीडिया से जुड़े हैं, इनकी सक्रियता तो जरूरी है लेकिन बाकी बचे लोगों को खुद को आइसोलेट कर लेना चाहिए। हमारे परिवार में जो भी 60-65 साल से ज्यादा उम्र के लोग हों, वे आने वाले कुछ सप्ताह तक घर से बाहर न निकलें। मैं इसे दोहरा रहा हूं।

हो सकता है कि वर्तमान पीढ़ी कुछ पुरानी बातों से परिचित नहीं होगी। जब हम छोटे थे और जब युद्ध जैसी स्थिति होती थी तो गांव-गांव ब्लैकआउट कर दिया जाता था। शीशे पर भी कागज लगा दिया जाता था। लाइट बंद रखी जाती थी। रोज रात भर चौकी किया करते थे। युद्ध न हो तो भी साल में एक दो बार तो इसका ड्रिल भी करता था प्रशासन। इसलिए मैं आज प्रत्येक देशवासी से एक और समर्थन मांग रहा हूं। यह है जनता कर्फ्यू। जनता कर्फ्यू यानी जनता के लिए, जनता द्वारा खुद पर लगाया गया कर्फ्यू। इस रविवार यानी 2 दिन के बाद 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक सभी देशवासियों को जनता कर्फ्यू का पालन करना है। इस जनता कर्फ्यू के दरम्यान कोई भी नागरिक घरों से बाहर मत निकले, न सड़क पर जाए, न मोहल्ला में जमा हो। हां, जो आवश्यक कार्यों से जुड़े हुए हैं, उन्हें तो बाहर निकलना ही पड़ेगा। लेकिन एक नागरिक के नाते न हम जाएं और न हम देखने के लिए जाएं। 22 मार्च को हमारा यह प्रयास, हमारा आत्मसंयम देशहित में कर्तव्य पालन के संकल्प का एक मजबूत प्रतीक होगा। 22 मार्च को जनता कर्फ्यू की सफलता, उसका अनुभव हमें आने वाली चुनौतियों के लिए तैयार करेगी। सभी राज्य सरकारों से भी आग्रह करूंगा कि वे जनता कर्फ्यू का पालन कराने का नेतृत्व करें।