प्रधान मंत्री को एंटोनियो माइनो उर्फ सोनिया गाँधी को फोन करना चाहिए था : राजदीप सरदेसाई

नयी दिल्ली:

गलवान घाटी के विषय पर पीएम मोदी द्वारा सोनिया गाँधी को फ़ोन करने के प्रश्न पर भाजपा पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने राजदीप सरदेसाई से पूछा कि एंटोनियो माइनो (सोनिया गाँधी) कोई क्वीन विक्टोरिया हैं क्या? जिसके जवाब में कार्यक्रम के संचालक राजदीप सरदेसाई सिर्फ मुस्कुराते रह गए।

न्यूज चैनल इंडिया टुडे के एक डिबेट कार्यक्रम में राजदीप सरदेसाई चाहते थे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोनिया गाँधी को फ़ोन कर उनसे लद्दाख में चल रहे गतिरोध के बारे में बात करें। जिस पर संबित पात्रा ने सरदेसाई के तथ्यों में कुछ सुधार किया और यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो पड़ा।

लाइव टीवी डिबेट की यह वीडियो क्लिप बुधवार (जून 24, 2020) का है। भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी इस वीडियो को अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है।

टीवी पर बहस के दौरान राजदीप सरदेसाई ने संबित पात्रा से सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोनिया गाँधी से बात करने के लिए फोन क्यों नहीं उठाते हैं?\इसके जवाब में संबित पात्रा ने कहा कि तो फिर केंद्र सरकार द्वारा सर्वदलीय बैठक क्यों बुलाई गई थी? भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि आप (राजदीप सरदेसाई) कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोनिया गाँधी को फोन कर सकते हैं, क्यों? वो स्पेशल हैं? वो ऑल पार्टी मीटिंग में थीं, क्या वहाँ उन्हें नहीं बुलाया गया था?

संबित पात्रा ने कहा –

“कल वो वहाँ चाय-पानी पीने आई थीं? पीएम मोदी को उन्हें निजी तौर पर फोन क्यों करना चाहिए? एंटोनियो माइनो भारत की विक्टोरिया हैं क्या? प्रधानमंत्री को सभी को निजी तौर पर क्यों फोन करना चाहिए? वो ऑल पार्टी मीटिंग थी। फिर तो प्रधानमंत्री को विक्टोरिया और ‘क्लाउन प्रिंस’ (जोकर युवराज) को भी फोन करना चाहिए। वो भारत के प्रधानमंत्री हैं… वो कोई न्यूज एंकर नहीं हैं। वो किसी न्यूज़ चैनल के गेस्ट कोऑर्डिनेटर नहीं हैं, जो सभी को फोन कर कहे कि आप आ जाओ… छह बजे आ जाओ डिबेट करने के लिए। वो भारत के प्रधानमंत्री हैं।”

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत रविवार (21 जून) को भारत-चीन सीमा तनाव पर सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक में सोनिया गाँधी, TMC लीडर ममता बनर्जी, शरद पवार , अखिलेश यादव सहित कई पार्टियों के नेता शामिल हुए थे।

ज्ञात हो कि अधिकांश पार्टी प्रमुखों ने चीन के विषय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन किया लेकिन कॉन्ग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने इस पर सवाल खड़े किए थे। पीएम मोदी ने इस सर्वदलीय बैठक में स्पष्ट कहा था कि चीन ने भारत के किसी भी सीमा क्षेत्र पर कब्जा नहीं किया है। यह सर्वदलीय बैठक पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में 15 जून को भारत-चीन की सेनाओं के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद बुलाई गई थी।

पंचांग 26 जून 2020

आज 26 जून को हिंदू पंचांग के अनुसार अषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी-षष्ठी (Skand Shashti 2020 June) तिथि है. आज स्कन्द षष्ठी भी है. आज भगवान शिव के बड़े पुत्र कार्तिकेय की पूजा होगी. आज शुक्रवार भी है. हिंदू धर्म में शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित माना जाता है. 

विक्रमी संवत्ः 2077, 

शक संवत्ः 1942, 

मासः आषाढ़़, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः पंचमी प्रातः 07.03 तक है, 

वारः शुक्रवार, 

नक्षत्रः मघा प्रातः 11.26 तक, 

योगः सिद्धि रात्रि 01.54 तक, 

करणः बालव, 

सूर्य राशिः मिथुन, 

चंद्र राशिः सिंह, 

राहु कालः प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 05.29, 

सूर्यास्तः 07.18 बजे।

नोटः षष्ठी तिथि का क्षय है। आज स्कन्द षष्ठी कुमार षष्ठी व्रत है।

विशेषः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। शुक्रवार को अति आवश्यक होने पर सफेद चंदन, शंख, देशी घी का दान देकर यात्रा करें।

सोनिया गांधी की कॉंग्रेस कहीं चीनी चंदे का मोल तो नहीं चुका रही??

चीन से जब भी किस भी प्रकार का गतिरोध होता है तो कॉंग्रेस गुपचुप ही चीन का समर्थन करती नज़र आती है यह 1962 से साफ तौर पर देखा जा सकता है। 1965 एक सैनिक विद्रोह के तौर पर ही देखा जाना चाहिए क्योंकि सूत्रों के अनुसार जब चीन गोलिbआरी कर रहा था तो तत्कालीन सीओ को दिल्ली से कोई निर्देश नहीं दिये गए थे। वहाँ के सैनिक अफसरों ने अपने विवेक पर ही यह निर्देश दिये थे। सनद रहे कि तोपखाने के प्रयोग के निर्देश सीधे प्रधान मंत्री कार्यालय से आते थे। उस समय प्रधान मंत्री कौन थे? डोकलाम में जब गतिरोध हुआ था तब राहुल गांधी गुपचुप चीनी दूतावास में रात्रि भोज पर गए थे, छुपते छुपाते। आज जब चीन के साथ अघोषित युद्ध की स्थिति है तो कॉंग्रेस पार्टी किसी भी तरह से प्रधान मंत्री मोदी को घेरने में जुटी है। सोनिया गांधी उर्फ अंतोनियों माइनो हो या कोई कार्यरता सभी एक तरह से चीन की भाषा बोलते नज़र आ रहे हैं। क्या कॉंग्रेस अभी तक चीन द्वारा दिये गए उत्कोच का लाभ चीन को देना चाहती है? क्या कॉंग्रेस को आने वाले दिनों में इसी उत्कोच के एक खाते के बंद होने का डर सता रहा है?

गुरुवार को बीजेपी अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने भी कांग्रेस की अंतरिम अध्‍यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस पर हमला बोला. उन्‍होंने कहा, ‘मुझे यह जानकर आश्‍चर्य हुआ कि 2005-06 में राजीव गांधी फाउंडेशन को चीनी दूतावास और चीन की ओर से 3 लाख डॉलर बतौर चंदे के रूप में मिले थे. यह कांग्रेस और चीन के बीच गुप्‍त रिश्‍ता है.’

नयी दिल्ली(ब्यूरो):

पूर्वी लद्दाख क्षेत्र स्थित गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों और चीन की सेना के बीच जारी गतिरोध के बीच चीन की कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा कॉन्ग्रेस के साथ गुपचुप तरीके से साइन किए गए MOU और फिर राजीव गाँधी फाउंडेशन की चर्चा में खुलासा हुआ है कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने समय-समय पर राजीव गाँधी फाउंडेशन में बहुत बड़ी मात्र में ‘वित्तीय सहायता’ दी थी।

टाइम्स नाउ न्यूज़ चैनल की एक रिपोर्ट के अनुसार, दोनों देशों के बीच फ्री ट्रेड के नाम पर किए गए चीन की सरकार और गाँधी परिवार के बीच अन्य गोपनीय समझौतों के साथ ही यह वित्तीय मदद करीब 300000 अमेरिकी डॉलर (उस समय के एक्सचेंज रेट के हिसाब से करीब 15 करोड़ रुपए) के आस-पास है।

यह सब समझौते चीन के साथ खराब सम्बन्ध होने के बावजूद कॉन्ग्रेस ने गठबंधन सरकार में रहने के दौरान साइन किए थे और देश से समझौते का ब्योरा छुपाया गया। समझौते के ब्‍यौरे को सार्वजनिक नहीं किया गया।

चीन की सत्ताधारी पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (CCP) के साथ कॉन्ग्रेस पार्टी के साल 2008 में हुए समझौते का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुँच गया है। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दाखिल हुई, जिसमें सीपीसी के साथ कॉन्ग्रेस पार्टी के हुए समझौते को सार्वजनिक नहीं करने का विषय उठाते हुए उस समझौते की एनआइए या सीबीआई जाँच की माँग की गई है।

टाइम्स नाउ न्यूज़ चैनल द्वारा वर्ष 2010 के पीएचडी रिसर्च ब्यूरो के एक अध्ययन पर आधारित भारत-चीन ट्रेड रिलेशनशिप के बीच यूएस बिलियन डॉलर में हुए ट्रेड रिलेशनशिप को लेकर असंतुलन का खुलासा करते हुए इस समझौते की क्रोनोलोजी को समझाया गया है।

इस शो में बताया गया है कि किस प्रकार CCP यानी चीन की सरकार वर्ष 2005, 2006, 2007 और 2008 में राजीव गाँधी फाउंडेशन में डोनेशन करती है और इसके बाद वर्ष 2010 में एक अध्ययन जारी कर बताया जाता है कि भारत और चीन के बीच व्यापार समझौतों को बढ़ावे की जरूरत है।

टाइम्स नाउ के अनुसार, यह अध्ययन मोहम्मद साकीब और पूरण चंद राव द्वारा किया गया था, जिसका प्रमुख उद्देश्य भारत और चीन के बीच विभिन्न व्यापार समझौतों का विश्लेषण करना था और दोनों देशों के बीच फ्री ट्रेड अग्रीमेंट में कुल लाभ को समझना था। इस अध्ययन का निष्कर्ष था कि भारत और चीन के बीच व्यापार सम्बन्ध बहुत मजबूत थे लेकिन भारत को अपने प्रोडक्ट्स में विविधता लानी होगी।

इसी विविधता को लाने के लिए कॉन्ग्रेस और चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के बीच MOU (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) भी साइन किया गया था। इसके अध्ययन में पता चलता है कि राजीव गाँधी फाउंडेशन में चीनी दूतावास और चीन की कम्युनिस्ट सरकार द्वारा राजीव गाँधी इंस्‍टीट्यूट ऑफ कन्‍टेम्‍पररी स्‍टडीज में डोनेशन किए गए।

2005 से 2008 के बाद राजीव गाँधी इंस्‍टीट्यूट ऑफ कन्‍टेम्‍पररी स्‍टडीज इस ट्रेड अग्रीमेंट पर अध्ययन जारी करती है और इसमें सुझाव किया गया कि भारत और चीन के बीच फ्री ट्रेड अग्रीमेंट भारत के लिए लाभदायक रहा।

2008 में बीजिंग में हुए समझौते के तहत एमओयू में तय हुआ है कि दोनों पार्टी एमओयू के तहत क्षेत्रीय, द्वीपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय मसले पर एक दूसरे से बात करेंगे। टाइम्स नाउ द्वारा दिखाई गई रिपोर्ट में इस अध्ययन का एक हिस्सा दिखाया गया है, जिसमें चाइनीज अम्बेसडर राजीव गाँधी फाउंडेशन के वार्षिक समारोह में मौजूद रहे।

2006 में चीन की सरकार द्वारा राजीव गाँधी फाउंडेशन में 10 लाख रूपए की वित्तीय मदद

एक और खुलासे में गाँधी परिवार के चीन के साथ अपने गोपनीय संबंधों के दावों को और मजबूती मिलती है। नए खुलासे से पता चलता है कि चीनी सरकार ने वर्ष 2006 में ‘राजीव गाँधी फाउंडेशन’ को ‘वित्तीय सहायता’ के लिए 10 लाख रुपए दान दिए थे।

चीनी दूतावास पर उपलब्ध एक दस्तावेज़ के अनुसार, भारत में तत्कालीन चीनी राजदूत सुन युक्सी (Sun Yuxi) ने राजीव गाँधी फाउंडेशन को 10 लाख रुपए दान दिए थे, जो कॉन्ग्रेस पार्टी से जुड़ा हुआ है और कॉन्ग्रेस नेताओं द्वारा चलाया जाता है।

मनमोहन मल्होत्रा, जो उस समय राजीव गाँधी फाउंडेशन के महासचिव थे, ने सोनिया गाँधी द्वारा नियंत्रित राजीव गाँधी फाउंडेशन की ओर से यह वित्तीय मदद प्राप्त की थी।

राजीव गाँधी फाउंडेशन

ध्यान देने की बात यह है कि यह कोई और नहीं बल्कि कॉन्ग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष स्वयं सोनिया गाँधी ही इस राजीव गाँधी फाउंडेशन की प्रमुख हैं। सोनिया गाँधी के साथ-साथ राहुल गाँधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पी चिदंबरम और प्रियंका गाँधी भी फाउंडेशन के ट्रस्टी हैं।

राजीव गाँधी फाउंडेशन, जो 1991 में स्थापित किया गया था, साक्षरता, स्वास्थ्य, विकलांगता, वंचितों के सशक्तीकरण, आजीविका और प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन सहित कई मुद्दों पर काम करने का दावा करता है।

यह सब डोकलाम विवाद के दौरान घटित हो रहा था। यानी एक ओर जहाँ सीमा पर भारतीय सेना और चीन की सेना आमने-सामने थीं, तब राहुल गाँधी चीन की सरकार के साथ लंच करते हुए सीक्रेट समझौतों पर हस्ताक्षर कर रहे थे।

इसमें राहुल गाँधी को आमंत्रित किया गया था, उनके साथ गुपचुप लंच आयोजित किए गए। जबकि आज के समय पर वो गलवान घाटी में चल रहे घटनाक्रम पर यह साबित करने का प्रयास कर रहे हैं कि चीन ने भारत की जमीन हड़प ली है और केंद्र सरकार ने यह जेमीन चीन को दे दी है।

2008 में साइन किया गया यह MOU बेहद गोपनीय तरीके से साइन किया गया था, जिसके बारे में किसी को शायद ही भनक लग पाई हो यहाँ तक कि कॉन्ग्रेस कार्यकारिणी कमिटी तक को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। ऐसे में एक सवाल यह भी उठता है कि यदि यह डोनेशन और समझौते दोनों देशों के बीच फ्री ट्रेड अग्रीमेंट के लिए थे तो फिर इन्हें सार्वजानिक करने में कॉन्ग्रेस को क्या समस्या थी?

कॉन्ग्रेस चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करती है। डोकलाम मुद्दे के दौरान, राहुल गाँधी गुपचुप तरीके से चीनी दूतावास जाते हैं। नाजुक स्थितियों के दौरान, राहुल गाँधी राष्ट्र को विभाजित करने और सशस्त्र बलों का मनोबल गिराने की कोशिश करते हैं। इन सबके बीच गाँधी परिवार और चीन की सरकार के बीच साइन किए गए एमओयू की भूमिका को देखा जाना चाहिए है।

राजीव गाँधी फाउंडेशन में चीन की सरकार की वित्तीय मदद, गाँधी परिवार के साथ रेगुलर मीटिंग, इंडिया-चीन स्टडी आदि घटनाक्रमों का अर्थ यह लगाया जा सकता है कि चीन की सरकार गुपचुप तरीके से राजीव गाँधी फाउंडेशन में वित्तीय मदद के नाम पर गाँधी परिवार के खातों में पैसे भेज रही थी। चीन की सरकार और गाँधी परिवार के बीच गुपचुप तरीकों से किए गए यह समझौते कई प्रकार के सवाल खड़े करते हैं।

वर्ष 2008 में साइन किए गए इस एमओयू पर राहुल गाँधी और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी में अंतरराष्ट्रीय मामलों के मंत्री वांग जिया रुई ने हस्ताक्षर किए थे। इस मौके पर सोनिया गाँधी और चीन के तत्कालीन उपराष्ट्रपति शी जिनपिंग भी उपस्थित थे।

कॉन्ग्रेस के इस गोपनीय समझौते का आधार व्यापार को बढ़ावा देना बनाया गया, वास्तव में यह भारत के खिलाफ ही इस्तेमाल किए जा रहे हैं। यह भी देखा जाना चाहिए कि दोनों देशों के बीच सप्लाई चेन से लेकर कई ऐसी जगहों पर चीन को आधार दिया गया कि आज के समय में चीन के बहिष्कार कर पाना लगभग नामुमकिन हो चुका है। यानी कॉन्ग्रेस नहीं चाहती कि चीन की भारतीय अर्थव्यवस्था से घुसपैठ दूर हो और वह निरंतर भारतीय बाजार का अहम् हिस्सा बना रहे, जिसके लिए वह सत्ता में रहते हुए पूरी तैयारी भी कर चुके थे?

इन समझौतों के जरिए चीन की कम्पनियों को बड़े स्तर पर भारत में स्थापित करने का अवसर मिला और आज के समय में यह भारत की अर्थव्यवस्था की बुनियाद बन चुके हैं खासकर इलेक्ट्रोनिक्स और फर्मास्युटीकल सेक्टर में चीन की पैठ आज भारत के लिए बड़ा सरदर्द बन गया है।

स्वीगी द्वारा कर्मचारियों के साथ छल की जिला अधिकारी से शिकायत

राहुल भारद्वाज, सहारनपुर:

सहारनपुर स्विजी फ़ूड सप्लायर कर्मचारियों ने आज जिला अधिकारी अखलेश सिंह को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन दिया, स्विजी कर्मचारियों का कहना था कि हम लोगो स्विजी फ़ूड डिलवरी कम्पनी में डिलवरी का कार्ये करते है जिसका पहले आर्डर मिलने पर हमें 30 रुपये प्रति आर्डर 4 किलोमीटर के मिलते थे। लेकिन अब कम्पनी ने हमारे साथ धोखा किया है कम्पनी ने हमे कुछ भी बताए बिना हमे 10 रुपये घटाकर 20 रुपये प्रति आर्डर व 4 किलोमीटर से बढ़ाकर 9 किलोमीटर कर दिया है। कर्मचारियों ने जिलाधिकारी से कहा कि अब हम इस कोरोना महामारी में अपने घर का पालन पोषण किस प्रकार से करे। रोज जिस तरह पेट्रोल के दाम बढ़ रहे है और स्विजी कम्पनी ने हमारे पैसे घटाकर हमारे साथ जो किया है उसमें हम लोग कैसे अपने  घरवालों का जीवन यापन किस प्रकार करे हमे समझ नही आ रहा है स्विगी कर्मचारियों ने जिलाधिकारी अखलेश सिंह से प्राथना की है कि कम्पनी वालो से हमे उच्चित मानध्येह दिलाने की कृपा करें जिससे हम अपने परिवार का पालन पोषण कर अपना जीवन यापन कर सके।

चीन के साथ कोई नया करार नहीं और जिन करारों पर काम आरंभ नहीं हुआ वह रद्द हो चुके हैं: खट्टर

  मनोज त्यागी , करनाल – 25 जून:

  हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरूवार को शहर के डॉ. मंगलसेन सभागार में आयोजित जन सुनवाई कार्यक्रम में करीब 100 फरियादियों की समस्या अथवा शिकायतें सुनकर सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश देकर मौके पर ही उनका समाधान कर, सरकार और जनता के बीच की दूरी समाप्त करके प्रजातांत्रिक मूल्यों का निर्वाह किया। इनमें कुछ एक शिकायतें ऐसी थी, जिनका चण्डीगढ़ स्तर पर जांच करवाने के बाद समाधान निकालने के लिए मुख्यमंत्री ने फरियादियों के आधार नम्बर, उनके आवेदनो पर ले लिए। पूरी तरह से सोशल डिस्टैंसिंग के प्रोटोकॉल के बीच करीब 4 घण्टे तक मुख्यमंत्री और शिकायतकर्ताओं के बीच जन सुनवाई का सिलसिला जारी रहा, जिसमें अधिकांश लोगों की बात सुनकर उन्हें न्याय मिला और कईयों ने सभागार में ही कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री की मुक्त कंठ से सराहना की।

बता दें कि जन सुनवाई कार्यक्रम में अधिकतर शिकायतें पुलिस व नगर निगम से सम्बंधित थी। जबकि पंचायत एवं विकास विभाग, बिजली वितरण निगम, रोजगार, तहसील, कल्पना चावला राजकीय मैडिकल कॉलेज, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, हरियाणा स्टाफ सलेक्शन कमीशन, जिला समाज कल्याण अधिकारी, डीआरडीए, लोक निर्माण विभाग, मार्किटिंग बोर्ड, सहकारी चीनी मिल तथा जिला अग्रणी प्रबंधक से सम्बंधित शिकायतों के अतिरिक्त पोल्टेक्निक, जिला नगर योजनाकार, श्रम विभाग, कृषि, रजिस्टार कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय, हाऊसिंग बोर्ड, गृह विभाग, जेल अधीक्षक, आरटीए, खनन, खाद्य एवं आपूर्ति, डीआरओ व उपायुक्त कार्यालय से सम्बंधित भी एक-एक शिकायत थी, जिसका समाधान किया गया। रोजगार विभाग से सम्बंधित एक शिकायत की सुनवाई में जिला रोजगार अधिकारी के अनुपस्थित रहने पर मुख्यमंत्री ने उन्हें तुरंत प्रभाव से निलंबित करने के आदेश दिए। लेकिन यह भी कहा कि सम्बंधित अधिकारी की अनुपस्थिति का कारण यदि अपरिहार्य पाया गया, तो निलंबन आदेश पर पुर्नविचार किया जाएगा। बता दें कि करनाल में जिला रोजगार अधिकारी का पद रिक्त होने के कारण सरकार की ओर से सोनीपत के रोजगार अधिकारी राजेश सांगवान को मंगलवार और वीरवार के दिन करनाल कार्यालय के लिए निश्चित किए गए हैं। सम्बंधित कार्यालय द्वारा उन्हें जन सुनवाई कार्यक्रम में उपस्थित होने का संदेश भी दे दिया गया था, लेकिन बावजूद उसके वह आज अनुपस्थित रहे। अधिकारी की अनुपस्थिति का कारण अभी स्पष्टï नहीं हुआ है। 

शिकायतों के निपटारे के बाद मुख्यमंत्री मीडिया से रूबरू हुए और उनके सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में लॉकडाउन के चलते काम करने के तौर-तरीके बदले और लोगों से प्रत्यक्ष संवाद ना होकर दूरभाष, पत्र व विडियो कॉन्फ्रैंसिंग से मिलना-जुलना रहा। अब अनलॉक पीरियड के चलते कुछ घूमना-फिरना शुरू हुआ है, इसीलिए जन सुनवाई अथवा जनता दरबार लगाया गया है, ताकि अधिक से अधिक लोगों की बात सुनी जा सके। उन्होंने कहा कि कष्टï निवारण जैसे फोर्म पर ज्यादा शिकायतों का एजेंडा नहीं होता।

पत्रकारों के सवालों के जवाब में मुख्यमंत्री ने बताया कि चाईनिज़ वस्तुओं के आयात या उस पर प्रतिबंद्घ का फैसला नीति आयोग लेता है, जहां तक हरियाणा प्रदेश की बात है, चीनी सामान के लिए कोई भी नया करार नहीं किया जा रहा है, बल्कि जो काम अभी तक नहीं आरंभ नहीं हुए हैं, उनमें बिजली विभाग के 750 करोड़ रुपये के 2 कार्य चाईनीज कंपनी को दिए थे, उन्हें रद्द कर दिया गया है। आने वाले समय में स्वदेशी कंपनी को टैंडर देने में प्राथमिकता दी जाएगी। निजी स्कूलों से जुड़े फीस जैसे मामलों को लेकर मुख्यमंत्री ने बताया कि स्कूल प्रबंधक व अभिभावकों के बीच फीस को लेकर जो बातें होती रही, उनका रास्ता निकालने के लिए सरकार ने कहा था कि निजी स्कूल अभिभावकों से ट्ïयूशन फीस ले सकते हैं, ताकि उनके खर्चे चलते रहें। यह मामला दोनों तरफ का है और दोनों पक्षों की सहमति से ही इसका समाधान रहेगा।

एक अन्य सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टïाचार जीरो टॉलरेंस पर है, एक-दो जगह से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की कम तोल की शिकायतें ओर दक्षिण हरियाणा से सरसों खरीद में भी एक मामला संज्ञान में आया था। उसके लिए विभाग के चार निरीक्षकों को निलम्बित कर दिया गया था। भविष्य में भी भ्रष्टïाचार को जो मामला सामने आएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एक अन्य सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने बताया कि कोरोना काल में हरियाणा सरकार ने प्रवासी मजदूरों को उनके बिहार, यू.पी., पश्चिम बंगाल व मध्य प्रदेश जैसे गृह प्रदेशों में भेजने के व्यापक इंतजाम किए। इसके लिए 100 रेल गाडियों के अतिरिक्त हरियाणा रोडवेज की बसों के 5600 ट्रिप लगवाकर करीब साढे 3 लाख लोगों को उनके गण्तव्य भेजा। वर्तमान में भी जो श्रमिक अपने घर जाना चाहते हैं, उनके जाने का इंतजाम यदि औद्योगिक ईकाईयों की तरफ से नहीं होता, तो सरकार करती है।

सवालों के जवाब के सिलसिले में मुख्यमंत्री ने बताया कि करनाल और दूसरे जिलो में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, इसका सबसे बड़ा कारण कोरोना मरीजों की ट्रेवल हिस्ट्री है और इनमें से अधिकांश दिल्ली से यहां आकर टैस्ट करवा रहे हैं और संक्रमित पाए जा रहे हैं। कुछ लोग दिल्ली क्षेत्र के रहने वाले भी गलत पता लिखवाकर यहां आ रहे हैं। जिन लोगों को कोरोना संक्रमण से मृत्यु हो चुकी है, उस पर मुख्यमंत्री ने अफसोस जाहिर किया। ठेका प्रथा पर विभिन्न विभागों में काम करने वाले एक-दो कर्मचारियों को निकालने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में जहां कर्मचारियों की लापरवाही साबित हुई है, उन्हें सम्बंधित विभाग द्वारा बाहर किया गया था, लेकिन जहां मामला ठीक है, उसके लिए अगले एक महीने में उचित कार्रवाई की जाएगी, इसके निर्देश दे दिए गए हैं। ठेकेदारी प्रथा में सरकार का हस्तक्षेप नहीं होता, ठेकेदार और उसके कर्मचारी के बीच सब कुछ तय होता है।

जन सुनवाई कार्यक्रम में करनाल के सांसद संजय भाटिया, इन्द्री के विधायक राम कुमार कश्यप, प्रदेश महामंत्री एडवोकेट वेदपाल, जिला प्रधान जगमोहन आनन्द, उपायुक्त निशांत कुमार यादव, पुलिस अधीक्षक एस.एस. भौरिया, मेयर रेणु बाला गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि संजय बठला, भाजपा के जिला महामंत्री योगेन्द्र राणा, शमशेर नैन तथा पूर्व विधायक भगवान दास कबीरपंथी भी उपस्थित रहे।

सेल्फी विध फ़ादर के विजेताओं को किया सम्मानित

मनोज त्यागी करनाल 25जून:

आज हरियाणा  बाल भवन करनाल में 21 जून को फादर्स-डे के उपलक्ष्य पिता की महत्ता को व पिता के प्रेम को समझने व समझाने हेतु चैनल लाइव करनाल के द्वारा एक प्रतियोगिता की गई जिसके अंतर्गत अपने पिता के साथ एक सेल्फी या अन्य चित्र चैनल को देना था और सर्वाधिक लाइक कमेन्ट्स के आधार पर 10 विजेताओं की घोषणा की जानी तय थी।आज बाल भवन तथा लाइव करनाल के परस्पर सहयोग से विजेताओं को पारितोषिक व अनुशंसा पत्र दिए गए। इस कार्यक्रम में हरियाणा बाल कल्याण के सचिव कृष्ण ढुल अपनी पत्नी श्री मती निर्मला ढुल के साथ उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में जिला अधिकारी विश्वास मलिक व प्रदीप तिवारी का भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ। लाइव करनाल के संचालक धर्मेन्द्र, सामाजिक कार्यकर्ता प्रियंका काठपाल भी कार्यक्रम में उपस्थित रही। कार्यक्रम का संचालन राजीव ओहरी ने किया। विजेताओं में रवि कांत स्नेही, जयदीप तुली, अमरिन्द्र सिंह व अन्य उपस्थित रहे

फैजपुर में राशन डिपो पर राशन वितरण में कोताही की शिकायत

कोशिक खान छछरौली :

फैजपुर गांव में सरकारी डिपो से मई महीने का अनाज ना मिलने से ग्रामीणों ने विभाग के खिलाफ रोष प्रकट किया ग्रामीणों का कहना है कि लॉक डाउन की वजह से सरकारी डिपो में महीने में दो बार राशन मिल रहा है पहली बार वाला राशन तो मिल गया था पर दूसरी बार वाला राशन नहीं दिया गया।

ग्रामीण जमील, शुक्रदीन, राशिद, जमील, असरा, दीन इकबाल व यामीन ने बताया कि लॉक डाउन की वजह से सरकार की तरफ से सरकारी डिपो से महीने में दो बार राशन दिया जा रहा है। बीते मई महीने में डिपो होल्डर द्वारा पहली बार का राशन तो बांट दिया गया था पर दूसरी बार वाला राशन गांव में नहीं बांटा गया है। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसा नहीं है कि राशन नहीं आया है डिपो में राशन पड़ा हुआ है फिर भी डिपो होल्डर ग्रामीणों को राशन नहीं बांट रहा है। ग्रामीणों की मांग है कि मई महीने का दूसरी बार का राशन ग्रामीणों को नहीं मिला और डिपो में राशन पड़ा हुआ है। सभी ग्रामीणों को मई महीने का दूसरी बार का राशन बांटा जाए। इसके बारे में डिपो होल्डर अंकित का कहना है कि मई महीने का दूसरी बार वाला राशन 31 मई को आया था और उस दिन ही ऑनलाइन वितरण प्रणाली सिस्टम महीने के अंतिम दिन बंद हो गया था। जिसके कारण राशन बांटने का कार्य पेंडिंग रह गया था। उसके बाद जून महीने का राशन डिपो में आ गया था जोकि पहली और दूसरी दोनों बार का राशन ग्रामीणों में बांट दिया गया है।

इस बारे में खाद्य आपूर्ति विभाग निरीक्षक विनोद का कहना है कि यह मामला एक डिपो में नहीं है। यह समस्या क्षेत्र के कई डिपो में है। मई महीने का दूसरी बार वाला राशन 31 मई को शाम के समय आया था। महीने के अंतिम दिन ऑनलाइन वितरण प्रणाली की मशीन बंद हो जाती है। जिस महीने का राशन होता है यह राशन उस महीने में ही बांटना होता है। राशन को पेंडिंग रखकर अगले महीने नहीं बांट सकते। इसके बारे में विभाग ने खाद्य आपूर्ति विभाग डायरेक्टर को राशन बांटने की परमिशन के लिए लिखा हुआ है। उच्च अधिकारियों द्वारा परमिशन दे दी जाती है तो यह राशन बांट दिया जाएगा। अन्यथा यह राशन अगले महीनों में एडजस्ट कर दिया जाएगा।

Police Files, Chandigarh

Korel, CHANDIGARH 25.06.2020

Action against Gambling

Chandigarh Police arrested Tinku Kapoor R/o # 843, Gulabgarh Road Derabassi (PB), while playing satta at Village Raipur Khurd, Chandigarh on 24-06-2020. Total cash Rs. 1740/- was recovered from his possession. In this regard, a case FIR No. 134, U/S 13A-3-67 Gambling Act has been registered in PS-Mauli Jagran, Chandigarh. Later he was bailed out. Investigation of the case is in progress.

Chandigarh Police arrested Vijay Kumar R/o # 6509/B, Sector-56, Chandigarh, while playing satta near Govt. School, Sector 56, Chandigarh on 24-06-2020. Total cash Rs. 1090/- was recovered from his possession. In this regard, a case FIR No. 207, U/S 13A-3-67 Gambling Act has been registered in PS-39, Chandigarh. Later he was bailed out. Investigation of the case is in progress.

One arrested with fake number plate

Chandigarh Police arrested Sahil R/o # 582, Phase-1, Ram Darbar, Chandigarh (age about 20 years) while he was using fake Registration No CH03-N-8846 on stolen Honda Twister M/Cycle near Fire Brigade, Sector 32, Chandigarh on night 23/24.06.2020. In this regard, a case FIR No. 110, U/S 473, 411, 188 IPC has been registered in PS-34, Chandigarh. Investigation of the case is in progress. 

Dowry

A lady resident of Chandigarh alleged that her husband & others resident of Bathinda (PB) harassed the complainant to bring dowry. A case FIR No. 56, U/S 406, 498-A IPC has been registered in PS-Women, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Quarrel

A case FIR No. 57, U/S 341, 323 IPC has been registered in PS-19, Chandigarh on the statement of Noshar Alam R/o # 273, Sector-20A, Chandigarh who alleged that Pawan Kumar R/o SCF No. 56, Sec-20D, Chandigarh beaten to one handicapped person near SCF No. 56, Sec-20D, Chandigarh on 13.06.2020. Victim got injured and admitted in GMSH-16, Chandigarh where he was declared unfit for statement. Alleged person namely Pawan Kumar R/o SCF No. 56, Sec-20D, Chandigarh (age 42 years) has been arrested in this case. Investigation of the case is in progress.

Cheating

A case FIR No. 130, U/S 419, 420 IPC has been registered in PS-31, Chandigarh on the complaint of Bhag Singh, member of Recruitment Board, CISF, Delhi against Sushil R/o Village Busana, Post Busana, PS-Sadar Gohana, District Sonipat (HR), who had applied for the post of Constable/driver and Constable/Driver cum pump operator in CISF 2017. He qualified in physical efficiency, trade test & written examination. He was appeared in written examination at Govt. Model Sr. Sec. School, Karsan, Ramdarbar, Chandigarh on 17.02.2019. He was called for medical examination where his biometric identification did not matched on 13.05.2019. On further verification the photo of admit card, hand writing sample and signature was also found mismatched. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

Eshu Raj R/o # 40/B, Sector-46B, Chandigarh reported that unknown person stole away complainant’s M/Cycle No. CH01-AV-8153 parked near SCO No. 4, Sector-41D, Chandigarh on 24.06.2020. A case FIR No. 206, U/S 379 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

मणिपुर में भाजपा स्थिर

नेशनल पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष और मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. जिसके बाद मणिपुर में अपनी सरकार को स्थिर रखने के लिए बीजेपी ने एक बार फिर क्षेत्रीय दल का समर्थन हासिल कर लिया. दरअसल मणिपुर में मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार एनपीपी के चार और बीजेपी के तीन बागी विधायकों के समर्थन वापस लेने के बाद मुश्किल में आ गई थी.

नई दिल्‍ली(ब्यूरो):

मणिपुर में बीजेपी की गठबंधन वाली सरकार पर चल रहे संकट के बीच बुधवार को दिल्‍ली में गृह मंत्री अध्‍यक्ष अमित शाह और बीजेपी अध्‍यक्ष जेपी नड्डा से नेशनल पीपुल्‍स पार्टी के बागी विधायकों ने मुलाकात की. उनका नेतृत्‍व पार्टी चीफ और मेघालय के मुख्‍यमंत्री कोनराड संगमा ने किया. इस दौरान मणिपुर में चल रहे राजनीतिक संकट पर चर्चा की गई. यह जानकारी बीजेपी नेता और नॉर्थ ईस्‍ट डेमोक्रेटिक अलायंस के संयोजक हेमंत बिस्‍व सरमा ने दी.

नॉर्थ ईस्‍ट में बीजेपी के संकटमोचक कहे जाने वाले हेमंत बिस्‍व सरमा ने बताया कि एनपीपी मणिपुर में बीजेपी सरकार को समर्थन जारी रखेगी. हम विकास के लिए साथ मिलकर काम करेंगे. वहीं सूत्रों के मुताबिक अमित शाह से मुलाकात के बाद बीजेपी और एनपीपी के बीच समझौता हो गया है. कहा जा रहा है कि गुरुवार को एनपीपी विधायक राज्‍यपाल से मिलेंगे और सरकार को अपने समर्थन का दावा पेश करेंगे. ऐसे में यह भी कहा जा रहा है कि बीजेपी सरकार से समर्थन वापस लेने वाले एनपीपी के चारों विधायक वापस सरकार में लौट सकते हैं. सूत्रों ने बताया कि इसे लेकर बीजेपी आलाकमान को जानकारी दी गई है.

बता दें कि सरकार से समर्थन वापस लेकर कांग्रेस में शामिल हुए नेशनल पीपुल्‍स पार्टी के 4 विधायकों को चर्चा के लिए दिल्‍ली बुलाया गया था. इससे पहले हेमंत बिस्‍व सरमा ने रविवार को इंफाल पहुंचकर पूरे मामले को समझा था. उनके साथ एनपीपी प्रमुख और मेघालय के मुख्‍यमंत्री कोनराड संगमा भी थे. इस मामले पर हेमंत बिस्‍व सरमा का कहना था कि नॉर्थ ईस्‍ट डेमोक्रेटिक अलायंस और एनडीए के बीच समर्थन जारी रहेगा. हेमंत बिस्‍व सरमा ने कहा था कि मणिपुर के संबंध में घबराने की कोई जरूरत नहीं है. हम सभी विधायकों के साथ विचार विमर्श कर रहे हैं. सभी मुद्दों को मैत्रीपूर्ण ढंग से सुलझा लिया जाएगा.

मणिपुर में बीजेपी की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार से उपमुख्यमंत्री वाई जॉय कुमार सिंह, आदिवासी एवं पर्वतीय क्षेत्र विकास मंत्री एन कायिशी, युवा मामलों और खेल मंत्री लेतपाओ हाओकिप और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री एल जयंत कुमार सिंह ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया था. ​एनपीपी से इस्तीफा देने के बाद इन चारों विधायकों ने कांग्रेस को समर्थन देने का भी ऐलान किया था.

पुलिस फ़ाइल, पंचकुला

पंचकूला, 24 जून :

छेड़छाड़ करने वाले को व्यकित को किया का काबू

मोहित हाण्डा भा॰पु॰से॰, पुलिस उपायुक्त पंचकुला के निर्देशानुसार जिला पंचकुला मे अपराध की रोकथाम तथा अपराधियों की धरपकड़ करते हुए पुलिस थाना सैक्टर चण्डीमन्दिर पचकुला की टीम के द्वारा लडकी के साथ हुई  छेड़छाड़ के आरोप मे पचंकुला पुलिस ने किया आरोपी को काबू , पकडे जाने वाले आरोपी की पहचान  पवन उर्फ बन्टी पुत्र हेमराज वासी बरवाला पचंकुला के रूप मे हुई है ।

     बीते दिनो मे थाना चण्डीमन्दिर मे मिली शिकायत पर कार्यवाही करते हुए । पुलिस थाना चण्डीमन्दिर  के द्वारा अभियोग दर्ज करके मामले मे गहनता से कार्यवाही करते हुए । आरोपी को विधीपूर्वक गिरफ्तार कर लिया गया है । तथा आरोपी को पेश न्यायालय किया गया ।

सामान्य हस्पताल सैक्टर 06 पचंकुला मे हस्पताल के कर्मचारीयो वा पुलिस के साथ हुए झगडे के मामले मे किया एक व्यकित को काबू

मोहित हाण्डा भा॰पु॰से॰ पुलिस उपायुक्त पंचकुला के निर्देशानुसार जिला पचंकुला मे अपराध की रोकथाम तथा अपराधियों की धरपकड़ करते हुए ,पुलिस थाना सैक्टर 05 पचकुला की टीम के द्वारा सरकारी हस्पताल सैक्टर 06, पचकुला मे हुई वारदात मे किया, एक व्यकित को किया विधी-पूर्वक गिरफ्तार । गिरफ्तार किये गये व्यकित की पहचान अभिशेक कुमार पुत्र  आंचल कुमार वासी  बलटाना  जिरकपुर के रूप मे हुई है ।

              सामान्य हस्पताल सैक्टर 06 मे हुऐ झगडे के मामले मे साथी कर्मचारियो के साथ व पुलिस कर्मचारियो के साथ हुए हुई लडाई झगडे मे गाली गलौच वा सरकारी कार्य मे बाधा डालने के आरोप मे मे  थाना सैक्टर 05 मे अभियोग दर्ज करके अभियोग मे गहनता से कार्यवाही करते हुए एक आरोपी को विधी- पूर्वक गिरफ्तार कर लिया गया है । आरोपी को पेश न्यायालय करके न्यायिक हिरासत मे भेज दिया गया ।

अवैध खनन के मामले मे किये जब्त 3 ट्रैक्टर वा 2 ट्राली, जिन पर होगा भारी जुर्माना

             पुलिस आयुक्तालय पचंकुला के पुलिस कर्मियो द्वारा जिला पचंकुला मे अवैध खनन के विरुद कार्यवाही करते हुए । अवैध खनन के मामले मे दिनाक 23/24.06.2020 की रात को पुलिस चौकी बरवाला के बतौड गाँव के साथ लगती टांगरी नदी मे अवैध खनन करते हुए 2 ट्रैक्टर ट्राली दोनो मार्का स्वराज 855 तथा एक अन्य ट्रैक्टर मार्का महिन्द्रा अर्जुन जो भी अवैध खनन मे मदद कर रहा था , को काबू करके पुलिस चौकी बरवाला के आहता मे लेकर आये , जहाँ पर खनन अधिकारी को बुलाया गया जिसने तीनो ट्रैक्टरो व दोनो ट्रालियो को जब्त व चालान काटकर पुलिस चौकी बरवाला मे बन्द किया गया । खनन अधिकारी ने यह भी बतलाया कि प्रत्येक ट्रैक्टर ट्राली पर तकरीबन 2.5 लाख रुपये का जुर्माना विभाग दवारा किया जाऐगा तथा यदि इन वाहनो का अवैध खनन बारे कोई पूर्व इतिहास होगा तो जुर्माना की राशि दो गुणा हो सकती है ।