पंचांग 17 जुलाई 2020

आज 17 जुलाई को हिंदू पंचांग के अनुसार सावन माह (Sawan Somvar) का शुक्रवार है. शुक्रवार का दिन धन की देवी मां लक्ष्मी को समर्पित माना जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, शुक्रवार के दिन महालक्ष्मी की पूजा अर्चना करने और व्रत करने से घर में धन-वैभव बना रहता है और कभी भी धन-धान्य की कमी नहीं होती है और जातक ऐश्वर्य के साथ जीवन बिताते हैं. 

विक्रमी संवत्ः 2077, 

शक संवत्ः 1942, 

मासः श्रावण़़, 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः द्वादशी रात्रि 12.34 तक है, 

वारः शुक्रवार, 

नक्षत्रः रोहिणी रात्रिः 08.28 तक, 

योगः वृद्धि रात्रि 23.58 तक, 

करणः कौलव, 

सूर्य राशिः कर्क, 

चंद्र राशिः वृष, 

राहु कालः प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 05.38, 

सूर्यास्तः 07.16 बजे।

विशेषः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। शुक्रवार को अति आवश्यक होने पर सफेद चंदन, शंख, देशी घी का दान देकर यात्रा करें।

थाना कुतुबशेर पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, ए॰टी॰एम॰ कार्ड बदलकर ठगी करने वाला एक गिरफ्तार, दो फरार

राहुल भारद्वाज, सहारनपुर:

सहारनपुर खबर।

सहारनपुर आज थाना कुतुबशेर पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए ए.टी.एम. कार्ड बदलकर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर एक अभियुक्त को तो मोके से गिरफ्तार कर लिया, जबकि इसके दो साथी पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर भागने में सफल हो गये।

थाना कुतुबशेर के उप निरीक्षक विकास कुमार यादव एवम सहन्सरपाल मय पुलिस की टीम के चैकिंग कर रहे थे,अचानक आई,सी,आई,बैंक के पास पुलिस ने जेसे ही यहां से गुजर रहे तीन अभियुक्तों को रूकने का इशारा किया तो पुलिस ने रिंकू पुञ प्रेम सिंह निवासी मौहल्ला ञिवेनी स्कूल के पास कलानोर रोहतक को पकड़ लिया,जबकि इसके दो साथी पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर फरार हो गये। इसके कब्जे से तीन अवैध ए,टी,एम,कार्ड तथा एक वीवो कम्पनी का मोबाइल बरामद कर,रिंकू को जेल भेज दिया हे।तथा इसके साथियों की तलाश तेज कर दी हे।

दिल्ली में अस्पतालों के लिए जारी की एडवाइजरी

एडवाइजरी में कहा गया कि दिल्ली के अस्पतालों में डेडीकेटेड वेल ट्रेंड टीम 24 घंटे उपलब्ध होनी चाहिए, जो मरीजों को बिना किसी देरी के सही ट्रीटमेंट जोन में पहुंचे

राजेश कुमार, नई दिल्ली:-

 दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना वायरस से होने वाली मौतों को कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने एडवाइजरी जारी की है. इस एडवाइजरी में अस्पतालों को हालात से निपटने के लिए एडमिशन मैनेजमेंट, क्लीनिकल मैनेजमेंट, क्रिटिकल केयर और हॉस्पिटल मैनेजमेंट के तहत कदम उठाने को कहा गया है.एडमिशन मैनेजमेंट

  • हॉस्पिटल में एडमिट करते वक्त सबसे ज्यादा प्रायोरिटी हाई रिस्क वाले लोग जैसे वृद्ध, गर्भवती महिला, बच्चे, पुरानी गंभीर बीमारी वाले मरीज, कैंसर के मरीज और ट्रांसप्लांट वाले मरीज आदि को दी जाए.
  • अस्पताल में डेडीकेटेड वेल ट्रेंड टीम 24 घंटे उपलब्ध होनी चाहिए, जो मरीजों को बिना किसी देरी के सही ट्रीटमेंट जोन में पहुंचाए.

क्लीनिकल मैनेजमेंट

  • मरीजों के ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल की रियल टाइम मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाए. वार्ड्स में अर्ली वार्निंग स्कोर कार्ड भी जारी किए जा सकते हैं, जिससे कि एहतियात बरता जाए. ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल गिरते ही तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.
  • कोविड केअर से जुड़े अस्पताल के सभी सभी हेल्थ केअर वर्कर को ओरियंटेशन ट्रेनिंग दी जाए.
  • पुरानी गंभीर बीमारियों पर पर्याप्त ध्यान दिए जाएं.
  • स्पेशलिस्ट और सीनियर रेजिडेंट नियमित अंतराल पर कोरोना मरीज़ों की क्लीनिकल कंडीशन की करीब से निगरानी करें.
  • एम्स के एक्सपर्ट के साथ जरूरत पड़ने पर टेली कंसल्टेशन की जा सकती है.

क्रिटिकल केअर

  • हर नाजुक मरीज के साथ 24 घंटे एक हेल्थ केयर वर्कर लगाया जा सकता है, जिससे करीब से निगरानी सुनिश्चित की जा सके.
  • क्रिटिकल केअर के लिए डॉक्टर, नर्सिंग ऑफिसर और टेक्नीशियन को व्यक्तिगत ट्रेनिंग दी जाए.
  • एक सिंगल कमांड और कंट्रोल स्ट्रक्चर बनाया जा सकता है, जिससे अलग-अलग विभागों में कोआर्डिनेशन हो सके.

दिल्ली एम्स में मरीज ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, पुलिस जांच में जुटी

राजेश कुमार, नई दिल्ली:

एम्स में मरीज ने फांसी लगाकर आत्महत्या की मृतक मध्य प्रदेश के सतना का रहने वालादिल्ली के एम्स में एक मरीज ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है. मृतक का नाम राजमणि है. वह मध्य प्रदेश के सतना का रहने वाला बताया जा रहा है. मृतक इलाज के लिए एम्स अस्पताल में आया था. मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

एम्स ट्रॉमा सेंटर में बाथरूम में आत्महत्या के संबंध में हौज खास पुलिस स्टेशन को एम्स अस्पताल से सूचना मिली. इसके बाद पुलिस वहां पहुंचती है. जांच में सामने आता है कि मरीज की इसी महीने एम्स में सर्जरी हुई थी. 15 जुलाई को वह अस्पताल में इलाज के लिए आया था. रात 10.30 बजे उसे भर्ती किया गया. लेकिन इसके बाद वह वहां से गायब हो गया. बाद में वह बाथरूम में फांसी से लटकते पाया गया. उसे इमरजेंसी में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. उसके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. पुलिस के बयान के अनुसार मामले की जांच जारी है.

दक्षिण जिला डीसीपी अतुल ठाकुर ने कहा कि मृतक राजमणि (35) मध्य प्रदेश के सतना का रहने वाला था. पांच-छह महीने पहले उसकी आंत का ऑपरेशन हुआ था. वह एम्स में भर्ती था. गुरुवार सुबह उसने अस्पताल के बाथरूम में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली.

अपहरण करने के मामले मे किया एक व्यकित को गिरफ्तार

पंचकुला 16 जुलाई :-  

मोहित हाण्डा, भा॰पु॰से॰, पुलिस उपायुक्त पंचकुला के दिशा-निर्देशानुसार जिला पंचकुला मे अपराध की रोकथाम व अपराधियों की धरपकड़ करते हुए पुलिस चौकी सैक्टर 02 पचंकुला की टीम द्वारा अपहरण के मामले मे एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया । पकड़े गए आरोपियों की पहचान राहुल कुमार पुत्र विजय वासी मौंली जांगरा चण्डीगढ  के रूप मे हुई ।  

प्राप्त जानकारी के अनुसार 14.07.2020 को प्राप्त शिकायत बाबत  शिकायतकर्ता के पति को अपहरण करने व पेैसे वसुली करने के मामले मे थाना सैक्टर 05 पंचकुला द्वारा अभियोग मे गहनता से कार्यवाही करते हुए आरोपीयो को गिरफ्तार करके कार्यवाही अमल मे लाई गई ।

मेवात में अब दलितों के लाखों रुपयों का फर्जीवाड़ा

  गांव के विकास में अहम रोल निभाने वाले मनरेगा को भी भ्रष्टाचार का घुन लग गया है। फर्जी जॉबकार्ड के सहारे सरकारी धन का बंदरबाट किया गया।

मेवात के नगीना में एक गाँव है- उलेटा। इस गाँव के सरपंच का नाम अलीम है। अलीम पुत्र मकसूद पर आरोप है कि उसने अपने गाँव के दलितों व गरीब तबके के लोगों के साथ धोखाधड़ी की। अलीम ने बड़ी चालाकी से कुछ समय पहले अपने गाँव के लोगों को सुविधाओं का झाँसा देकर उनसे उनके पहचान पत्र आदि की कॉपी इकट्ठा कर ली। फिर उसकी मदद से उनके नाम पर फर्जी मनरेगा जॉब कार्ड और बैंक अकॉउंट बनवा लिए और बाद में बिना उनको सूचित किए उससे लाखों की ट्राजेक्शन करवाता रहा। 

डेमोक्रेटिकफ्रंट॰ कॉम को जब इस संबंध में सूचना मिली तो हमने अलीम की धोखाधड़ी का शिकार हुए लोगों से बात की। हमारा संपर्क उलेटा निवासी जसवंत व हकीमुद्दीन से हुआ। दोनों ग्रामीणों ने हमें बताया कि गाँव का सरपंच अलीम उनके व उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर जॉबकार्ड बनवाकर हजारों रुपए निकलवाता रहा और उन्हें लंबे समय तक इस बारे में पता भी नहीं चला।

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जब उन्हें इस बारे में भनक लगी तो उन्होंने सच्चाई जानने की कोशिश की। साइबर कैफे से उन्होंने अपने नाम के जॉब कार्ड निकलवाए। जिससे पता चला कि उनके नामों पर फर्जीवाड़ा लंबे समय से चल रहा था और पैसे भी निकाले जा रहे थे। जबकि उन्होंने तो कभी मनरेगा स्कीम के तहत कोई काम ही नहीं किया था।

उलेटा निवासी जसवंत कहते हैं कि उन्हें सबसे पहले उनके जॉब कार्ड के बारे में 1 जून को पता चला था। इससे पहले सरपंच ने उनसे और गाँव  के अन्य लोगों को यह कहा था कि नए बीपीएल बन रहे हैं और इसके लिए ग्रामीणों को अपने पहचान पत्र से जुड़े सभी दस्तावेज देने होंगे। 

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ग्रामीण के अनुसार उन्होंने सरपंच पर यकीन किया और बीपीएल के नाम पर सभी लोगों ने अपने दस्तावेज उन्हें दे दिए। लेकिन सरपंच ने उन आईडी नंबर का इस्तेमाल करके उनके नाम पर फर्जी जॉबकार्ड बनवा दिए। फर्जी से मतलब वो जॉबकार्ड जिनमें नाम तो पहचान पत्र वालों का ही रखा गया। मगर तस्वीर किसी ऐसे इंसान की चिपकाई गई जिन्हें गाँव के लोग भी नहीं जानते।

जसवंत आरोप लगाते हुए कहते हैं कि इन सबके पीछे ब्लॉक वालों की मिलीभगत और बैंक मैनेजर का भी इसमें हाथ है, जिसके कारण उन्होंने बैंक के हेडक्वार्टर में शिकायत भेजी है। वे बताते हैं कि उन्होंने इस मामले में दरख्वास्त बनवाई थी। इस दरख्वास्त में उन्होंने सरपंच, ब्लॉक सेक्रेट्री, बैंक मैनेजर पर आरोप लगाते हुए कहा था कि इन सबने मिलीभगत करके इस फर्जीवाडे को अंजाम दिया है।

जसवंत के अनुसार, इस मामले के मद्देनजर शिकायत के बाद उन्हें बीडीओ ऑफिस भी बुलाया गया था। उन्होंने वहाँ बयान दिया था कि उन्होंने कभी भी मनरेगा जैसी योजना के तहत काम नहीं किया है और न ही कभी बैंक में खाता खुलवाया। उन्होंने वहाँ ये भी बताया कि सरपंच ने उन्हें सुविधाओं की लालच देकर उनकी आईडी ली थी। जिसका उसने गलत इस्तेमाल किया।

जसवंत ने हमारे साथ दरख्वास्त की कॉपी और जॉब कार्ड भी साझा किए। इन प्रमाणों से यह सिद्ध होता है कि सरपंच की ऐसी हरकतों से वह लोग कितने त्रस्त हो चुके हैं। अभी कुछ दिन पहले जसवंत के भतीजे व परिवार पर हमला भी बोला गया था। इस हमले में उनके भतीजे राहुल के सिर पर फरसे से वार हुआ था। तब, आवाज उठाने पर इसी अलीम ने उनके लिए जातिसूचक शब्द इस्तेमाल किए थे और कहा था “इस साले चमार को जान से मार दे मैं अपने आप देख लूँगा।”

यहाँ बता दें, जॉबकार्ड के फर्जीवाड़ा की कहानी सिर्फ़ जसवंत नहीं बताते बल्कि उनके ही गाँव में रहने वाले हकीमुद्दीन भी इस बात की पुष्टि करते हैं। 52 वर्षीय हकीमुद्दीन कहते हैं कि अलीम सरपंच की करतूत के बारे में उन्हें जसवंत से कुछ दिन पहले ही मालूम हुआ था। 

इसके बाद उन्होंने अपना जॉब कार्ड निकलवाया। जिसे देख उन्हें ज्ञात हुआ कि बिना मनरेगा में काम किए उनके नाम पर फर्जी ढंग से जॉब कार्ड अपडेट हुआ और पैसे निकाले जाते रहे। 

उनका कहना है कि उनके नाम पर खुले अकॉउंट से पहले साल 2019 के नवंबर, दिसंबर में और फिर उसके बाद 2020 में भी कुछ महीने हजारों रुपए निकाले गए।

वे कहते हैं कि उनके घर के 5 सदस्यों के नाम पर सरपंच ने 5 जॉब कार्ड बनवाए हुए हैं। जबकि भाई का परिवार भी मिलाया जाए तो कुल 10 जॉब कार्ड उनके परिवार में बनाए गए। 

इस संबंध में ग्रामीणों ने थाने में अपनी दरख्वास्त दे रखी है। कुछ लोगों के कहने पर उन्होंने बैंक के हेडक्वार्टर्स में भी अपने बैंक मैनेजर के ख़िलाफ़ शिकायत दी है। उनका मानना है कि इस मामले में बिना मिलीभगत के पैसे नहीं निकाले जा सकते थे। इसलिए उन्होंने ये शिकायत की है।

इस मामले के संबंध में हमारे पास कुछ हलफनामे हैं जिनमें ठगे गए गरीबों व दलितों के बयान है। इसमें उन्होंने उलेटा ग्राम सरपंच, ग्राम सचिव तथा अन्य संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों को उत्तरदायी बताया है।

अशोक गहलोत को वसुंधरा राजे का समर्थन हासिल है: हनुमान बेनीवाल

राजस्थान के राजनैतिक संकट के बीच नागौर से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सांसद हनुमान बेनीवाल ने गुरुवार को दावा किया कि राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे गहलोत सरकार को बचाने में लगी हैं। उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट कर बीजेपी नेता वसुंधरा राजे पर निशाना साधा। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट किया, ‘पूर्व सीएम वसुंधरा राजे अशोक गहलोत की अल्पमत वाली सरकार को बचाने का पुरजोर प्रयास कर रही हैं। राजे द्वारा कांग्रेस के कई विधायकों को इस बारे में फोन भी किए गए।’ बेनीवाल ने #गहलोतवसुंधरागठजोड नाम से हैशटैग का भी जिक्र किया।पूर्व सीएम राजे पर 5 करोड़ रुपये प्रतिमाह रिश्वत अवैध बजरी के एवज में देने के आरोप लगाए,आपने अब तक कोई जांच करवाई? क्या सदन में कही हुई बात पर आपकी किसी एजेंसी ने संज्ञान लिया ?’

जयपुर(ब्यूरो) 16 जुलाई:

  ऐसे समय में जब राजस्थान में सियासी संकट गहराया हुआ है, तब नागौर के सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक हनुमान बेनीवाल ने आज अपने ट्विटर अकाउंट पर गहलोत_वसुंधरा_गठजोड़ का हैसटैग चला रखा है. उन्होंने अपने एक ट्वीट में अपने फॉलोवर्स को बताया राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का गठजोड़ जनता के सामने खुलकर आ गया है. ये दोनों एक-दूसरे के भ्रष्टाचार पर पर्दा डालते रहे हैं. रालोपा के राष्ट्रीय संयोजक हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट किया ‘राजस्थान में सीएम @ashokgehlot51 व पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का गठजोड़ जनता के सामने खुलकर आ गया है, दोनों ने मिलकर एक दूसरे के शासन में दोनों के भ्रष्टाचार पर पर्दा डाला! बेनीवाल के इस ट्वीट को खबर लिखे जाने तक 618 बार रीट्वीट किया गया है जबकि 26 हजार लोगों के लाइक्स मिल चुके हैं.

सीपी कोठारी मामले में लोकायुक्त की सिफारिश नकारने का आरोप

अपने एक ट्वीट में उन्होंने रीको में सीपी कोठारी को निदेशक बनाने के मामले की याद दिलाते हुए कहा कि इस मामले में लोकायुक्त की सिफारिशों को अशोक गहलोत की सरकार ने भी नकार दिया और इससे पहले मुख्यमंत्री रहीं वसुंधरा राजे ने भी नकार दिया था. यह इन दोनों के बीच तालमेल और आंतरिक गठजोड़ के खेल का बहुत बड़ा उदाहरण है. उन्होंने ट्वीट किया ‘माथुर आयोग प्रकरण,रीको में नियम विरुद्ध सीपी कोठारी को निदेशक बनाने सहित कई मामलों में लोकायुक्त की सिफारिशों को @ashokgehlot51 जी व पूर्व सीएम राजे ने नकार दिया जो दोनों की आपसी तालमेल व आंतरिक गठजोड़ के खेल का बहुत बड़ा उदाहरण है !’

वसुंधरा राजे पर लगाए आरोप पर क्या जांच हुई

अपने एक अन्य ट्वीट में सांसद हनुमान बेनीवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को याद दिलाया है कि सदन में उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर क्या आरोप लगाया था. उन आरोपों के बारे में बेनीवाल ने पूछा कि आपने अब तक कोई जांच करवाई क्या या सदन में कही गई बात पर उनकी किसी एजेंसी ने संज्ञान लिया क्या? बेनीवाल ने ट्वीट किया ‘.@ashokgehlot51 जी आपके स्मरण के लिए आप द्वारा सदन में कही बात याद दिला रहा हूंं, पूर्व सीएम राजे पर 5 करोड़ रुपये प्रतिमाह रिश्वत अवैध बजरी के एवज में देने के आरोप लगाए,आपने अब तक कोई जांच करवाई? क्या सदन में कही हुई बात पर आपकी किसी एजेंसी ने संज्ञान लिया ?’ बेनिवाल ने अपने इस ट्वीट के साथ 27 फरवरी 2020 को सदन में दिए अशोक गहलोत के बयान का वीडियो भी अटैच किया है.

क्या शिव मंदिर के सेवक की हत्या के तार जुड़ रहे हैं नदीम मेवाती से

अभी पालघर साधुओं की लिंचिंग का मामला सुलझा भी नहीं था की उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के अब्दुल्लापुर में 13 जुलाई को एक 60 वर्षीय बुजुर्ग को इतना पीटा गया कि उन्होंने अस्पताल में दम तोड़ दिया। बुजुर्ग का नाम कांति प्रसाद था। वह अब्दुल्लापुर स्थित एक शिव मंदिर के उपाध्यक्ष थे और मंदिर की दुकानों में ही दुकान करके अपना घर परिवार चलाते थे। उनकी वेशभूषा अक्सर संतो जैसी रहती थी। मंदिर में पूजा पाठ साफ-सफाई का जिम्मा भी उन्हीं पर था।

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में शिव मंदिर सेवक कांति प्रसाद की हत्या के मामले में पुलिस ने अनस कुरैशी नाम के युवक को जेल भेजा है। लेकिन इस पूरे प्रकरण में एक नाम ऐसा भी सामने आया है, जिसका इस इलाके में कई वर्षों से दबदबा रहा है और लगभग हिन्दुओं के खिलाफ होने वाले हर तमाम बड़े-छोटे अपराध के पीछे इस शख्स की अहम भूमिका होती है।

इस हिस्ट्रीशीटर का नाम नदीम मेवाती है। थाना भावनपुर क्षेत्र के अब्दुल्लापुर का रहने वाला नदीम कभी नगर निगम की राजनीति में चमकने वाले पूर्व पार्षद है। बताया जा रहा है कि भावनपुर थाने के हिस्ट्रीशीटर नदीम मेवाती का थाने से लेकर चौकी तक हर मामले में दखल होता है। नदीम मेवाती का नाम हथियारों के बल पर लोगों को धमकाने में भी कई बार सामने आ चुका है।

वहीं, शिव मंदिर सेवक कांति प्रसाद की हत्या में आरोपित अनस से भी इसी नदीम मेवाती ने थाने में सरेंडर करवाया है। स्थानीय लोगों ने नदीम मेवाती की गिरफ्तारी की भी माँग की है। यही नहीं, लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुलिस पर भी हिस्ट्रीशीटर नदीम मेवाती से संबंधों का आरोप लगाया है। 

नदीम मेवाती की हिन्दुओं से घृणा नई नहीं है। कुछ रिपोर्ट्स से पता चलता है कि इस हिस्ट्रीशीटर नदीम मेवाती के दम पर ही मुस्लिम समुदाय के लोग अब्दुल्लापुर में मंदिर में घंटी बजाने तक का विरोध करते हैं। यह वही अब्दुल्लापुर है, जहाँ स्थित शिव मंदिर के उपाध्यक्ष कांति शाह की जुलाई 14, 2020 को सिर्फ भगवा पहनने के कारण जान से मार दिया गया।

इस इलाके में नदीम मेवाती के रौब पर स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि नदीम मेवाती थानेदार की कार में बैठकर भी चलता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने कांति प्रसाद की हत्या के मामले में नदीम मेवाती की गिरफ्तारी की माँग भी की है। साथ ही, पीड़ित परिवार के घर पर धमकी देने आए आरोपितों अनस के पिता निजाम कुरैशी, बाबर, अब्बास कुरैशी, हामसीब कुरैशी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की भी माँग की है।

मेरठ महानगर से लगभग 18 किलोमीटर दूर परीक्षितगढ़ मार्ग पर स्थित है मुस्लिम-बहुल भावनपुर ग्राम। 13 जुलाई को यहाँ के प्राचीन  शिव मंदिर के प्रबंधक-पुजारी कान्ति प्रसाद को अनस कुरैशी नाम के गुंडे ने अपने साथियों के साथ मिलकर पीट-पीट कर मार डाला। उसके बाद वह मृतक के पुत्र पर समझौते का दबाव बना रहा है। उसने इस उद्देश्य से बेटे के घर में घुसकर उसकी कनपटी पर पिस्तौल रख दी। पुत्र आदेश ने पुलिस को दी तहरीर में  अनस के अलावा उसके पिता निजाम कुरैशी, अब्बास कुरैशी, हाम्सीब कुरैशी और बाबर को  नामजद  किया है। यहाँ के हिन्दुओं का कहना है कि असली सरगना नदीम मेवाती नाम का हिस्ट्रीशीटर है। उसके उकसावे और बढ़ावा देने के कारण मुस्लिम उग्र होकर आये दिन हिन्दुओं के साथ मारपीट, दुर्व्यवहार करते रहते हैं। हिन्दू यहाँ दोयम दर्जे के नागरिक के समान भयभीत जीवन जीने को मजबूर हैं।

अब्दुल्लापुर में कांति प्रसाद के भगवा गमछा पहनने और माथे पर तिलक लगाने पर मुस्लिम समुदाय के लोग हर रोज ही टिप्पणी करते थे। इसी के चलते जब एक दिन कांति प्रसाद ने विरोध जताया, तो उनकी पिटाई की गई, जिसके कारण उनकी मौत हो गई।

एसपी देहात अविनाश पांडेय ने बताया कि हत्या के अलावा धमकी देने का भी मुकदमा पुलिस की तरफ से दर्ज कर लिया है। उसके बाद भी नदीम मेवाती को पुलिस ने आरोपित नहीं बनाया है।

नदीम मेवाती की दादागिरी और अपराधों की लिस्ट लम्बी है। सितम्बर 2017 में ही एक दिन इसी अब्दुल्लाहपुर में नदीम मेवाती ने अपने आधा दर्जन हथियारबंद साथियों के साथ मिलकर एक दुकान पर हमला बोल दिया और वहाँ बैठे 3 लोगों की जमकर पिटाई की थी। नदीम मेवाती ने बेख़ौफ़ दिनदहाड़े दुकान में तोड़फोड़ की और फायरिंग करता हुआ वहाँ से फरार हो गया था।

पुलिस ने जब इस मामले में कार्रवाई शुरू की तो नदीम मेवाती ने पीड़ित पर केस वापस लेने का दबाब भी बनाया। लेकिन जब पीड़ित पक्ष ने केस वापस लेने से मना कर दिया तो नदीम मेवाती ने फिर हथियारबंद होकर पीड़ित, उसके भाई और भतीजे पर हमला किया।

अक्टूबर, 2018 की एक और वारदात में, हिस्ट्रीशीटर नदीम मेवाती ने जुआ-सट्टे खेलने की शिकायत करने पर भाजपा कार्यकर्ता पर अपने साथियों के साथ उस समय हमला कर दिया था, जब वो मंदिर से लौट रहे थे। भाजपा किसान मोर्चा के सदस्य और वार्ड 17 से बूथ अध्यक्ष संदीप बिवानिया ने आरोप लगाया था कि सुबह जब वह मंदिर से पूजा करके निकले थे, तभी रास्ते में पूर्व पार्षद व थाने के हिस्ट्रीशीटर नदीम मेवाती ने आधा दर्जन युवकों के साथ लाठी-डंडों से हमला बोल दिया।

भाजपा कार्यकर्ता के साथ जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया गया। तमंचे से फायरिंग की गई, जिसमें वह बाल-बाल बच गए। एक बार फिर नदीम मेवाती ने पीड़ित पर केस वापस लेने के लिए दबाव बनाने की कोशिश की।

नवम्बर 2017 में ही भावनपुर के अब्दुल्लापुर में नगर निगम मेरठ के वार्ड-17 से निर्दलीय प्रत्याशी नदीम मेवाती पर बिना परमिशन सभा करने के कारण नदीम मेवाती के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया था।

हिस्ट्रीशीटर नदीम मेवाती के आतंक से लोग इतने परेशान हैं कि कई बार इलाके के अनुसूचित जाति के परिवार गाँव से पलायन करने की चेतावनी तक दे चुके हैं। भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष राजकुमार सोनकर ने अपनी शिकायत में कहा था कि नदीम मेवाती ने सरकारी तालाबों पर कब्जों सहित कई अवैध धंधे चला रखे हैं। शिकायत करने पर नदीम परिवार वालों को भी मार देने की धमकी दे चुका है।

सरकारी अस्प्ताल में दवा लेने गए कर्मचारी पर गाली गलौच व अभद्र व्यवहार का लगाया आरोप

असन्ध (करनाल) 16 जुलाई:

नगर के सामान्य अस्पताल में टी.बी से ग्रस्त अपने भाई के लिए दवाई लेने गए अन्नदाता किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरमुख सिंह ने आरोप लगाया कि अस्प्ताल के एक कर्मचारी ने उनके साथ गाली गलौच व अभद्र व्यवहार किया। उन्होंने प्रदेश मुख्यमन्त्री मनोहर लाल खट्टर व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज सहित  तमाम आला अधिकारियों से आरोपी के खिलाफ करवाई करने की मांग की है। आरोपी कर्मचारी ने अपने ऊपर लगाए गए आरोप को निराधार बताया.

 पीड़ित गुरमुख सिंह ने एसएमओ सन्दीप अबरोल से शिकायत करते हुए कहा कि टीबी बीमारी से ग्रस्त उनके छोटे भाई  के लिएआज वह नगर के अस्प्ताल में  दवाई लेने आये थे।उस वक्त ड्यूटी पर दवाई दे रहे कर्मचारी से उन्होंने अपने  भाई के लिए चार पत्ते दवाई देने के लिए कहा परंतु उस कर्मचारी ने पूरी दवा देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि पूरी दवा नहीँ दी जाएगी। इस बात को लेकर  आरोपी कर्मचारी गाली गलौच पर उतर आया है व जो करना है कर लेने की बात कर बाहर चला गया। आपसी कहा सुनी के वक्त वरिष्ठ चिकित्सा  अधिकारी डॉ सन्दीप अबरोल वहीं उपस्थित थे।

आरोपी कर्मचारी ने अपने वरिष्ठ अधिकारी की कोई परवाह नहीं की।इस संदर्भ में डॉ सन्दीप अबरोल ने कहा कि मामले की  जांच जब उन पास आएगी तो वे आरोपी के खिलाफ अवश्य करवाई करेंगे।आरोपी कर्मचारी ने बताया कि  उनके ऊपर लगाए गए आरोप निराधार हैं।

गन्ना उत्पादक किसानों की समस्याओं का करवाएंगे समाधान : महेंद्र राठी

 मनोज त्यागी करनाल 16जुलाई :

गांव नरू खेड़ी जिला करनाल में गन्ना उत्पादक किसानों की एक बैठक भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति के बैनर तले आयोजित की गई । इस बैठक की अध्यक्षता भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति  हरियाणा के प्रदेश प्रभारी महेंद्र राठी ने की । भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति हरियाणा के अध्यक्ष बलवीर नरवाल ने  गन्ना उत्पादक  किसानों की यह बैठक आयोजित की थी। गन्ना उत्पादक किसानों ने इस बैठक में भाग लिया और अपनी समस्याएं रखी। गन्ना उत्पादक राममेहर ने बताया कि शुगर मिल करनाल द्वारा  मुढे व बोड  ईख का  सही सर्वे नहीं होने से मुढे ईख की पर्ची पहले नहीं मिलती । गांव के किसान बलविंदर ने बताया कि  रात  को जब किसान ट्रॉली में गन्ना लेकर जाते हैं तो पुलिस वाले  बिना कारण उन्हें रोक लेते हैं जिससे उन्हें शुगर मिल पहुंचने में देरी होती है । सुभाष ने कहा कि पर्ची जारी होने के बाद गन्ना डालने में 3 दिन का समय मिलता है और तीसरी रात 12 बजे तक पर्ची की वैधता होती है।  इससे किसानों को रात को ही ट्रॉली में गन्ना भर कर जाना पड़ता है । किसानों ने मांग की कि रात 12 बजे की बजाए  अगले दिन प्रातः 9 या 10 बजे तक पर्ची की वैधता होनी चाहिए ताकि किसानों को रात को न चलना पडे।  पहले  की तरह किसानों  को यह सुविधा मिलनी चाहिए  जो कि  इस सीजन में  छीन ली गई । एक किसान ने  बताया कि जिन किसानों  की मृत्यु हो जाती है उन के नाम शुगर मिल करनाल के  शेयर उत्तराधिकारी के नाम बदलाने में काफी चक्कर काटने पड़ते हैं। किसानों ने मांग की कि उनके शेयर उनके उत्तराधिकारी के नाम  बिना  देरी  के बदल देने चाहिए ।  किसानों ने यह भी मांग की कि गन्ना उत्पादक  किसान  की  मृत्यु  होने पर उसे उचित मुआवजा शुगर मिल की ओर से दिया जाना चाहिए। बैठक के अंत में महेंद्र राठी ने  किसानों की समस्याओं का समर्थन किया और कहा कि समाधान के लिए  शुगर मिल के अधिकारियों व प्रशासन के सामने मामला उठाया जायेगा  और  अगला सीजन शुरू होने से पहले समस्याओं को दूर करवा दिया जाएगा। बैठक के अंत में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष बलवीर नरवाल ने मुख्य अतिथि का व आसपास के गांव से पहुंचे किसानों का धन्यवाद किया और उन्हें आश्वासन दिया कि किसानों को गन्ना शुगर मिल तक पहुंचाने और समय पर उनकी पेमेंट में आने वाली  समस्याओं को  दूर करवाने के लिए प्रशासन के साथ मामला उठाया जाएगा ।

        विदित हो कि शुगर मिल में डायरेक्टर के चुनाव 19 जुलाई 20 को होने निश्चित हैं।  बैठक में डायरेक्टर पद के उम्मीदवार प्रकाश नरवाल भी पहुंचे थे। बैठक में 58 गावों के  किसानों  की ओर से  उन्हें अपना समर्थन भी  दिया गया। 

सुभाष, देवेन्दर, परदीप, सुमित, विजेन्द्र, जसबीर, राम मेहर, महेन्द्र  सिहं  आदि किसान विशेष रूप से उपस्थित रहे।  धन्यवाद सहित बैठक संपन्न हुई।