रफी साहब के गानों से सजी महफिल

  • रफी साहब के गानों से सजी महफिल, वाॅयस ऑफ यूनिटी ने संगीतमय कार्यक्रम का किया आयोजन
  • ये चांद सा रोशन चेहरा और बदन पे सितारे लपटे हुए जैसे मनमोहक कई गानों को गाकर गायकों ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध




डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  11  नवंबर:


सुप्रसिद्ध गायक मो रफी की याद में तथा उनके 100 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं, के उपलक्ष्य में वाॅयस ऑफ यूनिटी संस्था द्वारा संगीतमय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन संस्था की प्रेसिडेंट व प्रसिद्ध समाज सेविका जया गोयल के नेतृत्व में किया गया। कार्यक्रम में मो रफी साहब के भारतीय सिनेमा में गानों के योगदान को सम्मानित करते हुए संस्था द्वारा केक काटकर जश्न मनाया गया।

कार्यक्रम   का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित कर किया  गया।  यहां होटल सोलिटियर में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि के तौर पर गज़ल गायक शिवानंद, लोक गायक संजीव पराशर, गायक मुरलीधर सोनी व नीना सोनी, डाॅ राजू धीर ने शिरक्त की। इस दौरान उनके साथ वाॅयस ऑफ यूनिटी संस्था की प्रेसिडेंट व प्रसिद्ध समाज सेविका जया गोयल व अन्य नेहा मित्तल, नीना भाटिया और कंचन जैन उपस्थित थे। कार्यक्रम में लगभग 30 कराओके गायकों ने अपने गायन की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को समां बांधा।

इस अवसर पर आमंत्रित कराओके गायकों ने मो रफी साहब के सदाबहार गानों का प्रस्तुतीकरण किया, जिसने श्रोताओं को पूरी तरह से मंत्रमुग्ध कर दिया। रफी साहब के गानों ने संगीत प्रेमियों को अपनी पुरानी यादों में डुबो दिया और सभी को आनंदित किया। इसके साथ ही, नन्हे बच्चों और अन्य सभी उपस्थित लोगों ने रफी के गानों पर डांस किया, जिससे कार्यक्रम में और भी उत्साह का माहौल बना। गायकों ने मो रफी द्वारा गाए गए गानों में आंखों ही आंखो में इशारा हो गया; तेरी आंखों के सिवा दुनिया में; लिखे जो खत तुझे; गुन गुना रहे हैं भंवरे; जो बात तुझमें है; मेरी आवाज़ सुनो; सुहानी रात ढल्ल चुकी; जाने वालों ज़रा होशियार; ये चांद सा रोशन चेहरा; बदन पे सितारे; कहीं ना जा; दिवाना हुआ बादल; ले गई दिल गुडिया जापान की आदि शामिल है। गायकों ने लता मगेश्कर, आशा भोसले के गाने भी इस दौरान गाए।

कार्यक्रम में जया गोयल ने मो रफी साहब के संगीत के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि उनके गाने न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया में संगीत प्रेमियों के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे। इस आयोजन ने संगीत और कला के माध्यम से समाज में एकजुटता और सकारात्मकता का संदेश दिया। जया गोयल ने कहा कि रफी साहब के गाने संगीत जगत की अमूल्य धरोहर हैं।

क्रिसमस पर हंगामा मचाने के लिए तैयार है “राजू जेम्स बॉन्ड” 

क्रिसमस पर हंगामा मचाने के लिए तैयार है कर्मा ब्रो प्रोडक्शन की फ़िल्म “राजू जेम्स बॉन्ड” 

अनिल बेदाग, डेमोक्रेटिक फ्रंट, मुंबई, 11       नवंबर :

हिंदी और कन्नड़ दोनों भाषाओं में पूरे भारत में 27 दिसंबर, 2024 को  सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली कर्मा ब्रो प्रोडक्शन की फिल्म ‘राजू जेम्स बॉन्ड’ एक बेहतरीन मनोरंजक सिनेमा का वादा करती है। निर्माता रिलीज से पहले और अधिक उत्साह पैदा करने के लिए जल्द ही इसका टीज़र और ट्रेलर जारी करने की तैयारी कर रहे हैं।

अपनी हिट फिल्म ‘फर्स्ट रैंक राजू’ के लिए मशहूर प्रतिभाशाली अभिनेता गुरुनंदन की मुख्य भूमिका वाली ‘राजू जेम्स बॉन्ड’ में नवोदित अभिनेत्री मृदुला भी नज़र आने वाली हैं। फिल्म में दक्षिण भारत के प्रसिद्ध अभिनेता अच्युत कुमार, रवि शंकर, चिक्कन्ना, साधु कोकिला और जय जगदीश जैसे बेहतरीन कलाकार भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नजर आएंगे।

दीपक मधुवनहल्ली द्वारा निर्देशित यह फिल्म लंदन की शानदार पृष्ठभूमि पर आधारित एक रोमांचक ड्रामा के साथ हास्य का मिश्रण है। फिल्म के मोशन पोस्टर की रिलीज ने पहले ही काफी चर्चा बटोरी है, जिससे ‘राजू जेम्स बॉन्ड’ साल की सबसे बहुप्रतीक्षित फिल्मों में से एक बन गई है।

डायरेक्टर मधुवनहल्ली एक हंसी-मजाक से भरपूर अनुभव प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक अनूठी कॉमेडी एंटरटेनर का वादा करते हैं जो परिवार और बच्चों सहित सभी उम्र के दर्शकों को पसंद आएगी।

निर्माता मंजूनाथ विश्वकर्मा (लंदन) और किरण भरथुर (कनाडा) ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “निर्माण के दौरान अनगिनत बार फिल्म देखने के बावजूद, इसने कभी अपना आकर्षण नहीं खोया। हम दिल खोलकर हंसे और पूरी तरह से अपनी सीटों से चिपके रहे। हमें विश्वास है कि दर्शकों को भी ऐसा ही अनुभव होगा और वे फिल्म से बड़े पैमाने पर जुड़ेंगे।”

फिल्म की अवधि 2 घंटे और 16 मिनट है, जिसमें लगभग 40 मिनट शुद्ध कॉमेडी है। फिल्म के चार गानों में से दो लंदन और उसके आसपास शूट किए गए हैं, जो दर्शकों को एक शानदार अनुभव प्रदान करते हैं।

फिल्म को पहले ही कन्नड़ में सेंसर से यूए सर्टिफिकेट मिल चुकी है, और टीम हिंदी के लिए भी इसी तरह की मंजूरी का इंतजार कर रही है। 

जय हनुमान में राणा दग्गुबाती की धमाकेदार एंट्री

जय हनुमान में राणा दग्गुबाती की धमाकेदार एंट्री

अनिल बेदाग, डेमोक्रेटिक फ्रंट, मुंबई, 09       नवंबर :

माइथ्री मूवी मेकर्स की ‘जय हनुमान’ की घोषणा से ही यह फिल्म लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। प्रशांत वर्मा के PVCU के तहत हनुमान की सफलता के बाद, प्रशंसक इस फिल्म के लिए बड़ी उम्मीदों से इंतजार कर रहे हैं। जय हनुमान में पौराणिक सुपरहीरो को जीवंत किया जाएगा, जो एक अनोखा सिनेमाई अनुभव का वादा करती है। हाल ही में रिलीज किए गए नेशनल अवॉर्ड विनिंग एक्टर ऋषभ शेट्टी के फर्स्ट लुक ने काफी चर्चा बटोरी, और अब, एक्साइटिंग न्यूज यह है कि राणा दग्गुबाती भी कास्ट में शामिल हो गए हैं।

राणा दग्गुबाती ने अपने सोशल मीडिया पर ऋषभ शेट्टी और निर्देशक प्रशांत वर्मा के साथ एक तस्वीर पोस्ट की है, जिससे इंटरनेट पर फिल्म के लिए फैंस का उत्साह और बढ़ गया है। 

फर्स्ट लुक पोस्टर एक नए इंडियन सुपरहीरो सिनेमैटिक यूनिवर्स की शुरुआत का संकेत देता है। ये दुनिया का सबसे बड़ा सुपरहीरो यूनिवर्स बनने का वादा करता है, जो इंडियन माइथोलॉजिकल कहानियों से जुड़ा हुआ है।

नवीन येरनेनी और वाई. रविशंकर द्वारा प्रोड्यूस की गई फिल्म “जय हनुमान” में हाई क्वालिटी और एक्सीलेंट टेक्निकल स्टैंडर्ड का प्रदर्शन देखने मिलने वाला है। क्योंकि इन प्रोड्यूसर्स को क्वालिटी पर ध्यान देने के लिए जाना जाता है।

सूफी गायक सतिंदर सरताज के कपूरथला लाइव शो का रास्ता साफ

 शो को लेकर शिकायतकर्ता ने शिकायत ही ली वापिस

सतिंदर सरताज का कपूरथला लाइव शो तय कार्यक्रम के तहत 10 नवंबर को ही होगा 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  07  नवंबर:

सूफी गायक सतिंदर सरताज के कपूरथला में होने वाले लाइव शो को लेकर कोर्ट की सुनवाई के पश्चात कपूरथला के गुरु नानक स्टेडियम में शो की इजाजत आखिर मिल ही गयी है । दरअसल कपूरथला के डीसी व स्पोर्ट्स डायरेक्टर के लिखित बयानों के चलते जैसे ही शिकायतकर्ता को यह एहसास हो गया था कि कोर्ट में फैसला सतिंदर सरताज के हक में जाएगा। उन्होंने अपनी याचिका ही वापस ले ली और कपूरथला शो पर छाए हुए शक के बादल छट गए ।

गौरतलब है कि पंजाब सहित देश-विदेश में सूफी गायक सतिंदर सरताज के लाइव शो के लोग दीवाने हैं और बड़ी भीड़ उनके लाइव शो पर इकट्ठी होती है और सतिंदर सरताज लाइव शो पर लगातार तीन घन्टे अपनी गायकी द्वारा श्रोताओं को बांधने में माहिर हैं। सतिंदर सरताज के कपूरथला लाइव शो को लेकर उसके श्रोताओं और प्रशंसकों में खासा उत्साह है। शो को लेकर शिकायत के वापस लेने को लेकर सतिंदर सरताज के चाहने वालों में खुशी की लहर है।

जानवरों के लिए एक बेहतर दुनिया बनाने की कोशिश में है सौंदर्या शर्मा 

जानवरों के लिए एक बेहतर दुनिया बनाने की कोशिश में है सौंदर्या शर्मा 

अनिल बेदाग, डेमोक्रेटिक फ्रंट, मुंबई, 07       नवंबर :

अभिनेत्री सौंदर्या शर्मा एक भूमिका में हैं और कैसे। जीवंत सुंदरता स्टारडम और लोकप्रियता के शिखर को प्राप्त करने के लिए धीरे-धीरे और लगातार सफलता की सीढ़ी पर चढ़ रही है और ठीक है, उसके लगातार प्रयास और आगे बढ़ने का रवैया निश्चित रूप से उसे सही दिशा की ओर ले जा रहा है। कुछ अन्य परियोजनाओं के साथ बिग बॉस 16 का हिस्सा रहने के बाद, सौंदर्या वर्तमान में पेशेवर रूप से एक आनंदमय स्थान पर हैं क्योंकि हम उन्हें अगली बार हाउसफुल 5 में अक्षय कुमार, अभिषेक बच्चन, रितेश देशमुख, जैकलीन फर्नांडीज और अन्य के साथ मुख्य भूमिका में देखने के लिए तैयार हैं।

वास्तविक जीवन में, सौंदर्या हमेशा परोपकारी प्रकृति की व्यक्ति रही हैं और वह जिस तरह की पशु प्रेमी हैं, उन्होंने हमेशा इसे जानवरों के लिए एक बेहतर दुनिया बनाने की पूरी कोशिश की है। खुद एक पालतू माँ होने के नाते, वह जानवरों के भावनात्मक अंश को समझती हैं और कोई आश्चर्य नहीं कि हम इस दिवाली के लिए उनके बड़े फैसले से आश्चर्यचकित नहीं हैं। हां, यह सही है। 

सौंदर्या शर्मा ने ‘पटाखा मुक्त’ दिवाली त्योहार मनाने की अपनी प्रतिज्ञा को जारी रखने का फैसला किया और उसने ऐसा कर दिखाया।  इस साल भी वह बिना पटाखों के दिवाली मनाई। इस बारे में और पूछे जाने पर उन्होंने कहा,”मेरे लिए, यह बहुत सरल है। मेरा उत्सव, अगर यह किसी के जीवन के खतरे में पड़ने की कीमत पर आता है, तो मैं उस तरह का उत्सव नहीं चाहती। 

काम के मोर्चे पर, हाउसफुल 5 के अलावा, सौंदर्या शर्मा ने 3 फिल्मों का सौदा भी किया है, जिसका विवरण जल्द ही आना बाकी है। भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक ही परियोजना में शाहरुख, अक्षय कुमार और अजय देवगन के साथ स्क्रीन स्पेस साझा करने वाली एकमात्र अभिनेत्री के पास कई अन्य दिलचस्प चीजें हैं, जिनकी आधिकारिक घोषणा जल्द ही आदर्श समयसीमा के अनुसार होगी। 

चरित्रों की गिरगिट हैं तृप्ति डिमरी 

चरित्रों की गिरगिट हैं तृप्ति डिमरी 

अनिल बेदाग, डेमोक्रेटिक फ्रंट, मुंबई, 07       नवंबर :

तृप्ति डिमरी तेजी से बॉलीवुड के सबसे बहुमुखी अभिनेताओं में से एक के रूप में उभरी हैं, जो उन भूमिकाओं में कदम रखने के लिए जाने जाते हैं जो कभी-कभी भावनात्मक गहराई की मांग करती हैं, कुछ कॉमिक टाइमिंग और अक्सर उल्लेखनीय अनुकूलन क्षमता के लिए। जटिल नाटकों से लेकर डरावनी कॉमेडी तक, उन्होंने विविध प्रकार के किरदारों को आसानी से निभाया है, जिससे हर एक यादगार बन गया है।

यहां तृप्ति की फिल्मोग्राफी पर एक नजर है जो अलग-अलग भूमिकाओं में सहजता से ढलने की उनकी प्रतिभा को दर्शाती है:

भूल भुलैया 3 – मीरा

‘भूल भुलैया 3’ में तृप्ति डिमरी ने एक और चुनौतीपूर्ण किरदार निभाया। मीरा के रूप में, उन्होंने एक अभिनेत्री के रूप में अपनी रेंज का प्रदर्शन किया, और दिलचस्प कथानक में गहराई जोड़ दी। हास्य से लेकर गंभीर जटिलताओं तक, तृप्ति ने सहजता से उस भूमिका में कदम रखा, जिसने न केवल दर्शकों को सिनेमाघरों तक आकर्षित किया, बल्कि उन्हें पूर्णता प्रदान करने की उनकी क्षमता के बारे में भी बताया।

 विक्की विद्या का वो वाला वीडियो – विद्या

विद्या के रूप में, तृप्ति अपनी भूमिका में एक जीवंत ऊर्जा और प्रामाणिकता लाती है, अपने अभिव्यंजक आकर्षण और हास्य और भावना के बीच सहज बदलाव के साथ दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देती है। तृप्ति सहजता से विद्या को आकर्षक और यादगार दोनों बनाती है, और एक बार फिर साबित करती है कि वह अपनी पीढ़ी की सबसे होनहार प्रतिभाओं में से एक क्यों है।

 बुरी खबर – सलोनी बग्गा

‘बैड न्यूज़’ में, तृप्ति डिमरी ने ताज़ा, जीवंत गतिशीलता जोड़ते हुए अपनी त्रुटिहीन हास्य टाइमिंग का प्रदर्शन किया। तृप्ति का चित्रण ऊर्जावान सहजता के साथ सूक्ष्म अभिव्यक्तियों का मिश्रण था, जो एक कॉमेडी में योगदान देता है जो मनोरंजक और हार्दिक दोनों है।

 जानवर – ज़ोया रियाज़

‘एनिमल’ में ज़ोया रियाज़ के रूप में, तृप्ति ने अपराध और नैतिक जटिलता की दुनिया में कदम रखा। इस फिल्म ने उन्हें रातोंरात सनसनी और राष्ट्रीय क्रश बना दिया। इस हाई-ऑक्टेन एक्शन ड्रामा में ज़ोया की आंतरिक उथल-पुथल और लचीलेपन के तृप्ति के चित्रण ने परिपक्वता और चालाकी के साथ एक चुनौतीपूर्ण भूमिका निभाने की उनकी क्षमता को साबित कर दिया।

 क़ला – क़ला मंजुश्री

‘काला’ में, तृप्ति ने काला मंजुश्री की शीर्षक भूमिका निभाई, जो एक परेशान युवा महिला थी जो अपनी मां के साथ एक जटिल रिश्ते और अपने आंतरिक संघर्षों से गुजर रही थी। यह चरित्र असुरक्षा, दर्द और कलात्मक आकांक्षा में डूबा हुआ था, और तृप्ति ने इनमें से प्रत्येक पहलू को स्पष्टता के साथ जीवंत किया। उनके प्रदर्शन ने चरित्र के आघात और अलगाव को खूबसूरती से दर्शाया, जिससे ‘काला’ अब तक के उनके सबसे प्रसिद्ध प्रदर्शनों में से एक बन गया।

 बुलबुल-बुलबुल

‘बुलबुल’ में, तृप्ति एक ऐसी महिला में बदल गई जो चौड़ी आंखों वाली दुल्हन से एक रहस्यमय अतीत के साथ एक शक्तिशाली लेकिन रहस्यमय व्यक्ति में विकसित होती है। उनका चित्रण अनुग्रह, दर्द और एक भयानक ताकत से भरपूर था, जो अलौकिक और पीरियड ड्रामा जैसी अनूठी शैलियों को अपनाने की उनकी क्षमता को प्रदर्शित करता था।

 लैला मजनू – लैला

‘लैला मजनू’ में तृप्ति की सफल भूमिका ने उन्हें लैला के रूप में पेश किया, जो एक दुखद प्रेम कहानी में फंसी एक स्वतंत्र युवा महिला थी। इस भूमिका ने तृप्ति को सुर्खियों में ला दिया, जहां उन्होंने कच्ची भावना और रसायन विज्ञान को चित्रित करने की एक सहज क्षमता दिखाई, जिसने उनकी बाद की सफलता के लिए मंच तैयार किया।

’संगीत बंगाल से बॉलीवुड’ : डाॅ संगीता  चौधरी

हिंदी बाॅलीवुड फिल्मी सदाबहार गीतों/गानों में बांग्ला संगीत के प्रभाव की सुंदरता को वर्णित करती है डाॅ संगीता  चौधरी  की किताब ’संगीत बंगाल से बॉलीवुड’

  • बांग्ला संगीत की समृद्धता और गहराई ने बॉलीवुड के कई संगीतकारों को प्रेरित किया हैः डाॅ संगीता चौधरी लाहा
  • किताब का विमोचन 10 नवम्बर को पंजाब कला भवन, सेक्टर 16 में की जाएगी

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  06  नवंबर:

हिंदी फिल्मों (बॉलीवुड) के कईं गाने जैसे रविंद्र संगीत, कीर्तन, बांग्ला लोकगीत, बाउल, भाटियाली, भावईया इत्यादि से काफी प्रभावित माने जाते हैं। बांग्ला संगीत समृद्ध और भावपूर्ण है और बांग्ला संगीत वर्षों से बॉलीवुड संगीतकारों के लिए एक शानदार प्रेरणा का स्रोत रहा है। यह कहना है डाॅ संगीता चौधरी लाहा का, जिनकी नई किताब ’संगीत बंगाल से बॉलीवुड’ का विमोचन 10 नवम्बर को पंजाब कला भवन, सेक्टर 16 में किया जाएगा।

डॉ संगीता इस पुस्तक से पूर्व 7 किताबें लिख चुकी हैं, यह पुस्तक हैं- काजी नजरूल इस्लाम द्वारा रचित गीतों का अवलोकन, नजरूल गीती, बंगाल का लोक संगीत (एक परिचय), काजी नजरूल इस्लाम के नवराग, रविन्द्रनाथ टैगोर एंड काजी नजरूल इस्लाम इन सेम ऐरा(इंग्लिश), युगप्रवर्तक, बंगाल का संगीत एवं संगीतज्ञ।

डाॅ संगीता ने बताया कि यह पुस्तक सभी संगीत विद्यार्थियों, पुस्तक प्रेमियों एवं शोधकर्ताओं के लिए भी बहुत मील का पत्थर साबित होगी, जिसे बहुत ही सावधानी व एकाग्रता से लिखने का प्रयास किया है। पुस्तक को लिखने में लगभग ढेड वर्ष का समय लगा है।

उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल भारत में सबसे जीवंत और विविध संगीत संस्कृतियों में से एक है, जहां कई गायकों और संगीत निर्देशकों ने हिंदी फिल्मों में अपनी पहचान बनाई है। इनमें कई गैर-बंगाली श्रोता भी शामिल हैं, जैसे एस. डी. बर्मन, आर. डी. बर्मन, सलिल चौधरी, हेमंत कुमार, किशोर कुमार, आशा भोंसले, गीता दत्त, तलत महमूद और मन्ना डे। बांग्ला गाने पूरे भारत में बहुत पसंद किए जाते हैं, खासकर हिंदी फिल्मी गानों के लिए। के. सी. डे, पंकज मलिक, तिमिर बरन और अनिल विश्वास जैसे पुराने कलाकारों ने इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। विश्व कवि और संगीतकार रविंद्रनाथ टैगोर द्वारा रचित गीत, जिसे रविंद्र संगीत के नाम से जाना जाता है, ने कई लोकप्रिय हिंदी फिल्मी गीतों के लिए प्रेरणा का काम किया है।

डाॅ संगीता चौधरी लाहा ने बताया कि बांग्ला संगीत, विशेषकर रविंद्र संगीत, नजरूल गीति और बाउल संगीत, भारतीय संगीत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं। यह पुस्तक हिंदी फिल्मों के गीतों में बांग्ला संगीत के प्रभाव को सुंदरता से प्रस्तुत करती है, और पाठकों को बांग्ला संगीत की विभिन्न शैलियों और उनके अंतर्निहित अर्थों से अवगत कराती है। बांग्ला संगीत समृद्ध, परिष्कृत और अद्वितीय है, चाहे वह उच्चारण, गीत या विषय वस्तु किसी भी क्षेत्र की बात हो। हम सभी बहुत सारे लोकप्रिय और सदाबहार नए और पुराने हिंदी गाने सुनते आ रहे हैं, उनका प्रभाव बंगाल संगीत से ही है।

उन्होंने कहा कि उनकी इस पुस्तक में हिंदी फिल्मों के गीतों पर बांग्ला संगीत के प्रभाव को खूबसूरती से दर्शाया गया है, एवं कई पुराने एवं नए हिंदी गीतों जिन्हें बांग्ला स्वरों से सजाया गया है ऐसे गीतों को प्रस्तुत किया गया है। केवल इतना ही नहीं बॉलीवुड के अनगिनत गीत जो आपकी, हमारी और हम सभी की जबान पर चढ़े हुए हैं और हमारे हृदयों में पैठ बनाये हुए हैं उन्हीं की विस्तृत व्याख्या इस पुस्तक में की गई है तथा बंगाल की जिन संगीत शैलियों पर वे आधारित हैं, या कौन से गीतों पर आधारित हैं, उनकी बांग्ला शब्दावली क्या है, यह पुस्तक इस बारे में आपको ज्ञान प्रदान करती है। यह पुस्तक न केवल आपको संगीत की एक नई दुनिया से परिचित कराएगी अपितु आपको पुनः बहुत से ऐसे गीतों की दुनिया में ले जाएगी जो शायद आपकी स्मृति में इधर-उधर हो गए हों।

उन्होंने कि यह पुस्तक उन्होंने अपने माता पिता स्वर्गीय मंजू  चौधरी  व पिता स्वर्गीय निर्मलेंदु  चौधरी   को समर्पित की हैं।  पुस्तक के संपादन के लिए अशोक अग्रवाल और डॉअनिता सुरभि का हार्दिक आभार प्रकट करती हैं।  डॉ संगीता ने बताया कि उनके पति डॉ सुप्रभात लाहा ने उन्हें इस पुस्तक को पूरा करने में पूरा सहयोग दिया।

डाॅ संगीता ने आशा व्यक्त की कि यह पुस्तक भारत के विभिन्न हिस्सों के लोगों को ज्ञान प्रदान करेगी और विशेष रूप से छात्रों, शोधकर्ताओं और पुस्तक प्रेमियों के लिए लाभकारी होगी। पाठक इसे एमाजॉन, फ्लिपकार्ट जैसे प्लेटफार्मों में उपलब्ध है।

पापोन के संगीत प्रेमियों के लिए खुशखबरी

बॉम्बे सैफायर क्रिएटिव लैब द्वारा पापोन लाइव का आगाज़ नेक्सस एलांटे मॉल में 9 नवंबर को

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  06  नवंबर:

पापोन के संगीत प्रेमियों के लिए बड़ी खुशखबरी! इस शनिवार, 9 नवंबर को प्रतिभाशाली संगीतकार पापोन नेक्सस एलांटे मॉल में लाइव परफॉर्म करने जा रहे हैं। अगर आप दिल को छूने वाली धुनों और अनोखी संगीत शैली के प्रशंसक हैं, तो यह एक ऐसी रात होगी जिसे आप नहीं छोड़ना चाहेंगे।

अपने कैलेंडर में इस अविस्मरणीय शाम को चिन्हित कर लें, जहां पापोन अपने मंत्रमुग्ध कर देने वाले संगीत से मंच को भर देंगे। पारंपरिक फोक, भारतीय शास्त्रीय, और आधुनिक संगीत के मिश्रण के लिए प्रसिद्ध, पापोन ने भारतीय संगीत उद्योग में अपनी एक खास जगह बनाई है। उनके गाने सभी उम्र के श्रोताओं को छूते हैं, जैसे “मोह मोह के धागे” (दम लगा के हईशा) और “कौन मेरा” (स्पेशल 26) जैसे यादगार बॉलीवुड हिट्स।

यह शो बॉम्बे सैफायर क्रिएटिव लैब द्वारा प्रस्तुत किया जा रहा है और बिग एफएम की “बिग धुन” पहल के तहत आयोजित किया जा रहा है। मिका, सोनू निगम और पियूष मिश्रा के साथ सफल शो के बाद इस शो का निर्माण शाइनिंग सन स्टूडियोज द्वारा किया जा रहा है।

एक दीप संगीत जगत की अनमोल धरोहर माँ शारदा सिन्हा के नाम : संजय चौबे

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  06  नवंबर:

जो डर था वही हुआ जैसे सरस्वती पुजा के दिन लता मंगेशकर जी को मॉ सरस्वती ने अपने पास बुला लिया वैसे ही शारदा सिन्हा जी को छ्ठ मईया ने । लोक आस्था का चार दिवसीय महान पर्व छठ आज शुरू हुआ और छठ गीतों का पर्याय रहीं शारदा सिन्हा को छठी मइया ने अपने पास बुला लिया। छह-सात वर्षों से कैंसर से जूझ रहीं शारदा सिन्हा पति के निधन के बाद टूट गई थीं। 44 दिन बाद वह भी चली गईं।

अब मैं छठ गीत की ही बात करने वाला हूँ | #शारदा_सिन्हा_के_छठ_ गीत आधुनिक समाज ने पूरी तरह से छठ पर्व को आधुनिक रूप तो दे दिया अगर नही बदल सके तो एक है सिंदूर और दूसरा शारदा सिन्हा जी के गीत | ऐसा नहीं है कि शारदा सिन्हा जी के इस गीत से पहले छठ नहीं होता था या महत्व कम था, मगर जैसे नदियों के जल की कलकल ध्वनि और चिड़ियों की चहचहाट को ही परमात्मा ने नाकाफ़ी समझा और सरगम बनाया वैसे ही भगवान सूर्य ने शारदा सिन्हा के कंठ में जान बूझकर उष्णता भरी ताकि उनके गीत युगों युगों तक ठंडे जल में काँपती छठव्रती माताओं को भक्ति की उष्णता गरमाहट देती रहे एक सप्ताह पहले से ही बाजारों में छठ गीत बज रहे हैं, शारदा सिन्हा जी के पारम्परिक छठ गीत सिहरन पैदा कर रहे हैं, वातावरण पावन है, क्या घर, क्या बाज़ार, क्या बस, क्या ट्रेन….. आश्चर्य यह नहीं कि हर तरफ शारदा सिन्हा जी के छठ गीत बज रहे हैं, बल्कि अचरज तो यह है कि उनके बजते गीतों पर सबकी आँखें भरी हुई हैं, वह इसलिए कि इस गीत की प्रणेत्री देवी आज हम लोगो के बीच नही रही, इतना स्नेह है लोगों को उनसे | आप सभी छठ में शामिल होने वाले भक्तों से अनुनय है उनकी दिव्य आत्मा के शांति के लिए भगवान भास्कर से प्रार्थना कर सच्ची श्रद्धांजली अर्पित करे शिवानन्द चौबे मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट ” एक दीप शारदा जी के नाम से जलाए” अभियान का आहवान करता है और यही सच्ची श्रद्धांजलि भी होगी माँ शारदा के लिए, चिर निरंतर हम उनसे जुड़े रहे और गा सकें – *’जगतारण घर में दीयरा हम बारि अइनीं हो!’* 🙏🏻🕉️ अश्रुपूर्ण श्रद्धांजली, शिवानन्द चौबे मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट🕉️🙏🏻

कॉमेडी पंजाबी फिल्म “मियां बीवी राजी की करनगे पाजी” का म्युज़िक लॉन्च 

युवराज हंस, शहनाज सेहर और डॉ अनिल मेहता स्टारर कॉमेडी पंजाबी फिल्म “मियां बीवी राजी की करनगे पाजी” का म्युज़िक लॉन्च 

अनिल बेदाग, डेमोक्रेटिक फ्रंट, मुंबई, 06       नवंबर :

विख्यात गायक हंसराज हंस के बेटे पंजाबी फिल्मों के स्टार युवराज हंस, अभिनेत्री शहनाज सेहर और डॉ अनिल के. मेहता स्टारर कॉमेडी पंजाबी फिल्म “मियां बीवी राजी की करनगे पाजी” का हास्य से भरपूर ट्रेलर और मधुर म्युज़िक मुंबई में लांच कर दिया गया। 29 नवम्बर 2024 को यह फ़िल्म पंजाब सहित देश भर के सिनेमाघरों में रिलीज़ होने के लिए तैयार है। फ़िल्म के ट्रेलर और गीतों को सभी ने खूब पसन्द किया। ट्रेलर व म्युज़िक लॉन्च के अवसर पर निर्माता डॉ अनिल के. मेहता, एक्ट्रेस शहनाज सेहर, लेखक निर्देशक हैरी फर्नांडीस और कपिल शर्मा शो फेम एक्टर दिनेश कुमार भी उपस्थित रहे।

फिल्म के प्रोड्यूसर डॉ अनिल मेहता ने कहा कि यह एक सिचुएशन कॉमेडी फिल्म है। इस प्रकार की फिल्में पंजाब में दर्शक देखते और पसन्द करते हैं। इस पिक्चर में पंजाब का रंग, पंजाबी गीत आपको देखने को मिलेंगे। आजकल के तनाव भरे माहौल में यह फ़िल्म सबको हसाएगी।” वहीं फ़िल्म के लेखक हैरी फर्नांडीज भी इस पिक्चर के सब्जेक्ट और ट्रीटमेंट को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने अनिल के मेहता के साथ मिलकर इसका निर्देशन किया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह का रिएक्शन इसके ट्रेलर और म्युज़िक को मिल रहा है, हम सब का विश्वास और बढ़ गया है कि यह फ़िल्म दर्शकों का दिल जीतने में सफल होगी।”

अभिनेत्री शहनाज सेहर  पंजाबी सूट में बहुत ही सुंदर नजर आ रही थीं। उन्होंने कहा कि इस फ़िल्म के गाने बहुत ही खूबसूरत हैं। युवराज हंस के साथ मेरी केमेस्ट्री कमाल की है। फ़िल्म में चाचा जी और बुआ जी पर जो गीत फिल्माया गया है वह मेरा मनपसंद सॉन्ग है हालांकि इसका टाइटल सॉन्ग भी मुझे बहुत अच्छा लगता है।”

युवराज हंस इसमें युवराज की भूमिका में और शहनाज सेहर सिमरन की भूमिका में हैं। फिल्म के प्रोड्यूसर डॉ अनिल मेहता ने सिमरन के अंकल जयदीप (पाजी) का दिलचस्प किरदार निभाया है। स्टोरी लाइन यह है कि युवराज पढ़ाई पूरी करने के लिए पंजाब से मुंबई आता है और मुंबई में सिमरन नाम की लड़की से उसे प्यार हो जाता है, लेकिन सिमरन के चाचा जयदीप पाजी युवराज को रिजेक्ट कर देते हैं, क्योंकि वह अपने पार्टनर अजीत सिंह के बेटे सनी से सिमरन का विवाह कराना चाहते हैं। क्या सिमरन और युवराज की प्रेम कहानी सफल होगी? इसे आप फ़िल्म देखकर जान पाएंगे।

निर्देशक जोड़ी हैरी-मेहता का कहना है कि कॉमेडी एक्शन और ड्रामा के साथ इस फ़िल्म का संगीत भी बहुत धूम मचाने वाला हैं  इस फ़िल्म के गीत काला निज़ामपुरी ने लिखे हैं और संगीत जस कियस जी ने दिया है, जो बहुत अच्छा है। म्युज़िक इसका प्लस पॉइंट है।

टी जी एम प्रोडक्शंस के बैनर तले बनी फिल्म  मियां बीवी राजी की करनगे पाजी के निर्माता डॉ अनिल के. मेहता, को प्रोड्यूसर स्नेह मेहता, एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर तन्वी गौरी मेहता हैं। एक्शन डायरेक्टर दीपक शर्मा, कोरियोग्राफर पप्पू खन्ना और एडिटर अभिषेक मसकर हैं। फ़िल्म के कलाकारों में युवराज हंस, शहनाज सेहर, डॉ. अनिल के. मेहता, स्नेह मेहता, परमवीर सिंह, दीपक राजा, हरप्रीत कौर सासन, सनी मेहता (चेतन राय), भारत नेगी, बनवारी झोल, अनुपम खुराना, के के टंडन, ऋचा तिवारी, सोफिया दून, सुब्रतो  सरकार, करण बिट्टू और अनुपमा बहल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।