जिस ‘दिल्ली मॉडल’ का इतना ढोल पीटते हैं केजरीवाल, उसको ‘हेड मास्टर’ भी नसीब नहीं – NCPCR

एनसीपीसीआर (The National Commission for Protection of Child Rights ) की तरफ से दिल्ली के मुख्य सचिव विजय देव को एक पत्र लिखा गया है। लिखे गए पत्र में कहा कि एनसीपीसीआर की टीम ने दिल्ली के कई स्कूलों का दौरा किया है। इस दौरे के दौरान स्कूलों में कई सारी खामियां देखने को मिली है। एनसीपीसीआर के मुताबिक दिल्ली शिक्षा निदेशालय के अंतर्गत आने वाले 1027 स्कूलों में से सिर्फ 203 ऐसे स्कूल हैं जहां प्रिंसिपल हैं।

नई दिल्ली(ब्यूरो): 

दिल्ली के शिक्षा मॉडल पर जहां एक तरफ दिल्ली सरकार दूसरे राज्यों को चुनौती दे रही है और इसके दूसरे राज्यों से बेहतर होने का दावा कर रही है, तो वहीं दूसरी ओर भारत सरकार के राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग(NCPCR) ने मंगलवार को दिल्ली सरकार को पत्र लिखकर दावा किया है कि दिल्ली के 80% से ज्यादा सरकारी स्कूलों में प्रिंसिपल या हेडमास्टर हैं ही नहीं।

NCPCR says only 203 out of 1,027 govt schools in Delhi have a headmaster or principal; seeks explanation

— Press Trust of India (@PTI_News) April 12, 2022

दिल्ली के मुख्य सचिव विजय देव लिखे पत्र में एनसीपीसीआर ने कहा कि उसके प्रमुख की अगुवाई वाली टीम ने दिल्ली में कई स्कूलों का दौरा किया और पाया कि आधारभूत अवसंरचना तथा कई अन्य पहलुओं में खामि

NCPCR ने उल्लेख किया कि NCT सरकार के शिक्षा विभाग के तहत कुल 1027 स्कूल आते हैं। इनमें से केवल 203 में हेड मास्टर या कार्यवाहक हेड मास्टर हैं। इसमें आगे लिखा गया है, “स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए सकारात्मक सीखने का माहौल सुनिश्चित करने और समावेशी संस्कृति को विकसित करने में एक हेड मास्टर या प्रिंसिपल की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। हेड मास्टर या प्रिंसिपल की अनुपस्थिति का बच्चों की सुरक्षा और सलामती पर असर पड़ता है।”

NCPCR says only 203 out of 1,027 govt schools in Delhi have a headmaster or principal; seeks explanation

आयोग के प्रमुख प्रियंक कानूनगो ने कहा कि प्रधानाचार्य की यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका होती कि स्कूल में पढ़ाई का सकारात्मक माहौल हो। उन्होंने कहा कि प्रधानाचार्य नहीं होने से बच्चों की सुरक्षा पर विपरीत असर होता है।

NCPCR says 203 out of 1027 govt schools in Delhi functioning

without a head, seeks explanation https://t.co/XMGQu57yGa

— प्रियंक कानूनगो Priyank Kanoongo (@KanoongoPriyank) April 12, 2022

यां हैं। एनसीपीसीआर के अनुसार, शिक्षा विभाग के तहत आने वाले 1,027 स्कूलों से सिर्फ 203 ऐसे स्कूल हैं जिनमें प्रधानाचार्य या कार्यवाहक प्रधानाचार्य हैं।

आयोग के प्रमुख प्रियंक कानूनगो ने कहा कि प्रधानाचार्य की यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका होती कि स्कूल में पढ़ाई का सकारात्मक माहौल हो। उन्होंने कहा कि प्रधानाचार्य नहीं होने से बच्चों की सुरक्षा पर विपरीत असर होता है।

पत्र में शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 का हवाला देते हुए कहा गया है कि जिन स्कूलों में छठी से आठवीं कक्षा के छात्रों की संख्या 100 से ऊपर है, वहाँ स्कूल में पूर्णकालिक प्रिंसिपल होना चाहिए। NCPCR ने मुख्य सचिव से ऐसे पदों की रिक्तियों और शिक्षा विभाग द्वारा 19 अप्रैल तक की गई कार्रवाई के बारे में तथ्यात्मक स्थिति शेयर करने के लिए कहा है।

मुख्य सचिव को लिखे एक अन्य पत्र में, NCPCR ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के सांसद मनोज तिवारी ने सर्वोदय कन्या विद्यालय, सब्जी मंडी, तिमारपुर, दिल्ली का दौरा किया। यहाँ उन्हें स्कूल की बिल्डिंग में स्वच्छता संबंधी कई समस्याएँ दिखी। शीर्ष निकाय ने कहा कि इस तरह की चीजों से स्कूल में गंभीर दुर्घटनाएँ हो सकती हैं।

पत्र में कहा गया है, “मामले की गंभीरता को देखते हुए आपके कार्यालय से अनुरोध है कि इस मामले में तत्काल कार्रवाई की जाए और इस संबंध में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट इस पत्र की प्राप्ति के सात दिनों के भीतर आयोग के साथ शेयर की जाए।”

सांसद मनोज तिवारी अकेले भाजपा नेता नहीं हैं, जिन्होंने हाल ही में दिल्ली के स्कूलों में कमियों को उजागर किया है। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और सीएम अरविंद केजरीवाल समेत आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं ने आगामी राज्य विधानसभा चुनाव को देखते हुए गुजरात के स्कूलों पर निशाना साधा था। AAP नेताओं के हमले के बाद दिल्ली के भाजपा नेताओं ने हाल के दिनों में कई स्कूलों का दौरा किया और छात्रों एवं शिक्षकों की समस्याओं के बारे में बताते हुए वीडियो शेयर किया।

अभाविप पंचकूला ने राजकीय महाविद्यालय सेक्टर 1 पंचकूला एवं उपायुक्त पंचकूला को दिया ज्ञापन

वीर विधित वशिष्ठ – 07 अप्रैल 2022

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पंचकूला ने महाविद्यालयों में आ रही माईग्रेशन की समस्याओं के देखते हुए खिलाफ राजकीय महाविद्यालय सेक्टर 1 पंचकूला की प्राचार्या बबिता वर्मा एवं उपायुक्त महावीर कौशिक को ज्ञापन सौंपा।

CBSE बोर्ड द्वारा स्कूल को समय से माईग्रेशन सर्टिफिकेट न मिलने पर एवं स्कूल द्वारा बच्चों को देरी से दिए जाने पर बच्चों को समस्याओं का सामना करना पड़ा एवं उसके बाद भी महाविद्यालय द्वारा बच्चों से लेट फीस भी ली जा रही है!जो छात्रों को दे पाना मुश्किल कार्य है क्योंकि अधिकांश छात्र निम्न परिवार से हैं।

इसलिए छात्रों से लेट फीस न ली जाए एवं अभी भी अधिकांश छात्रों को माईग्रेशन सर्टिफिकेट अभी भी नहीं मिलें। इसलिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पंचकूला माग करतीं हैं कि छात्रों से लेट फीस न ली जाएं एवं जिन छात्रों ने लेट फीस उसे वापिस किया जाए।

प्रदर्शन में अभाविप पवन दुबे विभाग समिति सदस्य, जिला संयोजक बलराम भारद्वाज, कु॰पुरनूर, अध्यक्ष अभिषेक धिमान

अभाविप विश्वविद्यालय इकाई द्वारा विश्वविद्यालय में आ रही समस्याओं के बारे में अवगत करवाते हुए विश्वविद्यालय कुलसचिव प्रोफेसर लवलीन मोहन को ज्ञापन सौंपा

वीर विधित वशिष्ठ, डेमोक्रेटिक फ्रंट – 07 अप्रैल :

इकाई अध्यक्ष नवीन कटारिया ने बताया कि विश्वविद्यालय में गेस्ट फैकल्टी वाले अध्यापकों को अभी तक ज्वाइन नहीं करवाया गया है जिसमे विद्यार्थियों को पढ़ने में बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। विश्वविद्यालय में कैंटीन की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। जो बहुत समय से बंद पड़ी हुई है।

  • विद्यार्थियों के लिए पार्किंग शेड की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए।
  • परीक्षा परिणाम जल्द से जल्द घोषित किया जाए।

विश्वविद्यालय में प्रत्येक स्थान पर डस्टबिन की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। जिससे विश्वविद्यालय स्वच्छ व साफ दिखे। विश्वविद्यालय से लेकर बस स्टैंड तक बस की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएं। जिससे विद्यार्थियों को आने जाने में सुविधा उपलब्ध हो सके।

ज्यादा गर्मी होने के कारण सभी कमरों में एयर कंडीशनर की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए जिससे विद्यार्थियों का ध्यान पढ़ाई में लग सके। प्रदेश सोशल मीडिया सहसंयोजक रोहन सैनी ने बताया कि समस्या

राजकीय बहुतकनीकी नानकपुर में संस्थान के ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल के प्रयासों के चलते संस्थान में कंपनी सिग्नम इलेक्ट्रोवेव, बद्दी व अलूट्रॉनिक इंडस्ट्री, झारमाजरी द्वारा केंपस प्लेसमेंट इंटरव्यू का किया गया आयोजन

  • 33 विद्यार्थियों का सिग्नम इलेक्ट्रोवेव, बद्दी व 19 विद्यार्थियों का अलूट्रॉनिक इंडस्ट्री झारमाजरी में नए स्थापित यूनिट्स के लिए किया गया चयन- श्रीमती सूक्ष्म गोयल

कोरल, पंचकूला, डेमोक्रेटिक फ्रंट – 5 अप्रैल :

राजकीय बहुतकनीकी नानकपुर अपने छात्रों के उज्जवल कैरियर को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। राजकीय बहुतकनीकी नानकपुर में संस्थान के ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल के अथक प्रयासों के चलते संस्थान में कंपनी सिग्नम इलेक्ट्रोवेव, बद्दी व अलूट्रॉनिक इंडस्ट्री, झारमाजरी द्वारा केंपस प्लेसमेंट इंटरव्यू का आयोजन किया गया।
संस्थान की ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट अधिकारी श्रीमती सूक्ष्म गोयल ने बताया कि इस प्लेसमेंट ड्राइव में मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल व कंप्यूटर विभाग के कुल 91 विद्यार्थियों ने भाग लिया, जिसमें से 33 विद्यार्थियों का सिग्नम इलेक्ट्रोवेव, बद्दी व 19 विद्यार्थियों का अलूट्रॉनिक इंडस्ट्री झारमाजरी में नए स्थापित यूनिट्स के लिए चयन किया गया।

संस्थान के प्रधानाचार्य दलजीत सिंह ने सभी चयनित विद्यार्थियों व ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल को बधाई और शुभकामनाएं दी। प्रधानाचार्य ने सभी चयनित विद्यार्थियों को मेहनत और ईमानदारी से कार्य करते हुए संस्थान का नाम ऊंचा रखने हेतु प्रेरित किया।

इस केंपस प्लेसमेंट ड्राइव में सिग्नम इलेक्ट्रोवेव के एचआर डिपार्टमेंट से श्री के राजेंद्र नायडू, श्री राकेश डाबरा, श्री विशाल, श्रीमती फिजा, श्रीमती मोनिका व अलुट्रॉनिक्स इंडस्ट्री से श्री अविनाश उपस्थित रहे। कंपनी के साथ संस्थान ने एमओयू भी किया हुआ है।

इस मौके पर धर्मवीर सैनी एचओडी कंप्यूटर, हरदीप कुमार लेक्चरर, कुलबीर सिंह वर्कशॉप इंस्ट्रक्टर व बलराज सिंह डिप्टी सुपरिटेंडेंट व अन्य अधिकारी मौजूद रहे। इसके अलावा संस्थान ने हाल ही में बद्दी की जानी मानी कंपनी हिमटेक्नो फोर्ज के साथ भी एमओयू किया है, जिसके तहत साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने, उद्यमशीलता और अकादमिक उत्कृष्टता प्रशिक्षण के क्षेत्र में अनुकूल माहौल बनाने के लिए शिक्षा, कौशल व तकनीकी संबंधित जानकारी का आदान-प्रदान किया जाएगा। इसके लिए संगोष्ठी, कार्यशालाओं, सम्मेलनों व प्रशिक्षण कार्यक्रमों के रूप में संयुक्त रूप से आयोजन, बेहतर शिक्षा और अनुसंधान सुनिश्चित करने के लिए दोनों संस्थाओं की प्रयोगशालाओं, पुस्तकालय, उपकरण और बुनियादी ढांचे को  साझा किया जाएगा। एमओयू का मुख्य उद्देश्य पारस्परिक लाभकारी गतिविधियों को अंजाम देना व छात्रों के लिए प्लेसमेंट का अवसर प्रदान करना है।

ट्रेनिंग सेंटरों के माध्यम से बच्चों के अंदर कौशल विकसित कर रही परिषद -पारीसा

  • हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद उपाध्यक्षा पारीसा शर्मा ने बाल भवन कालका का किया दौरा

अजय कुमार, चंडीगढ़, डेमोक्रेटिक फ्रंट –  05 अप्रैल : 

हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा संचालित बाल भवन कालका का परिषद  उपाध्यक्षा पारीसा शर्मा ने औचक निरीक्षण किया और अधिकारियों व कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। पारीसा शर्मा ने कहा कि बाल भवन कालका में संचालित कंप्यूटर ट्रेनिंग सेंटर और परिषद द्वारा संचालित अन्य गतिविधियों का निरीक्षण किया। परिषद बच्चों को ट्रेनिंग उपलब्ध करवा कर उनका कौशल विकसित करने का कार्य कर रही है ताकि भविष्य में वे अपने पैरों पर खड़े हो सके। उन्होंने कहा कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद बच्चों के कल्याण के लिए अनेकों योजनाओं के माध्यम से सराहनीय कार्य कर रखी है और परिषद का लक्ष्य प्रदेश भर के बच्चों का कल्याण है। परिषद बच्चों के अंदर छिपी प्रतिभा को निखारने के लिए बड़ा प्लेटफार्म उपलब्ध करवाने का कार्य लगातार कर रही है और पिछले 50 वर्षों में हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद ने बाल कल्याण के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य किए हैं। इस अवसर पर बाल कल्याण अधिकारी सरोज मलिक और अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

नियम 134 ए को बिना किसी देरी के पुनः बहाल करे हरियाणा सरकार:बुद्धिराजा

134 ए नियम134 ए नियम कहता है कि कोई भी गरीब परिवार का छात्र किसी भी निजी (Private) स्कूल में नि:शुल्क(Free) पढ़ सकता है। गरीब/बीपीएल/ईडब्ल्यूएस (B.P.L./E.W.S.) वे हैं जिनकी वार्षिक आय 2 लाख से कम या 2 लाख है। साधारण शब्दों में कहे तो गरीब बच्चा प्राइवेट स्कूल में फ्री में दाखिला लेकर फ्री में पढाई कर सकता है।

  • हरियाणा सरकार द्वारा नियम 134 ए को समाप्त कर गरीबों के लिए  शिक्षा का दरवाजा बंद करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण : दिव्यांशु बुद्धिराजा
  • हरियाणा युवा काँग्रेस प्रदेशाध्यक्ष बोले: 24 घण्टे में सरकार ने नियम 134 ए को बहाल नहीं किया तो बच्चों और उनके अभिभावकों को साथ लेकर यमुनानगर में शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव करेगी युवा काँग्रेस
  • नियम 134 ए की पुनः  बहाली के लिए हरियाणा युवा काँग्रेस प्रधान दिव्यांशु बुद्धिराजा ने शिक्षा मंत्री  को लिखी चिट्ठी
  • नियम 134 ए की पुनः बहाली को लेकर हरियाणा युथ काँग्रेस का हरियाणा सरकार को 24 घण्टे का अल्टीमेटम , 24 घण्टे के बाद कभी भी कर सकते है शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव

चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट – 05 अप्रैल :

बुद्धिराजा ने कहा कि तत्कालीन हरियाणा सरकार द्वारा  हरियाणा विद्यालय शिक्षा नियम,2003 में नियम 134ए के तहत आर्थिक रूप से कमजोर एवं गरीबी रेखा से नीचे की श्रेणी के मेधावी विद्यार्थियों के लिए हरियाणा सरकार से मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों में 10 प्रतिशत सीटों को आरक्षित कर निजी स्कूलों द्वारा गरीब विद्यार्थियों को सरकारी विद्यालयों में निर्धारित फीस की दर से शिक्षा मुहैया करवाने का प्रावधान किया हुआ था जोकि  हरियाणा सरकार के विद्यालय शिक्षा विभाग द्वारा दिनांक 28-03-2022 को अधिसूचना जारी कर हरियाणा विद्यालय शिक्षा नियम,2003 में नियम 134ए  को समाप्त कर सरकार ने  हरियाणा के गरीब मेधावी बच्चों का अच्छे स्कूलों में पढ़ाई का हक छीनकर उनके भविष्य को अंधकार में धकेलने का काम किया है ।

दिव्यांशु बुद्धिराजा ने आगे कहा कि शिक्षा मंत्री जिस RTE का हवाला देकर आप प्रतिदिन अखबारों की सुर्खियां बटौर रहे है उस RTE के तहत सिर्फ नजदीक के प्राईवेट स्कूल में दाखिला संभव है , जब की 134A के तहत गरीब मेधावी बच्चों के लिए प्रदेश के सभी प्राईवेट स्कूलों में 10% आरक्षण था  एवं RTE के माध्यम से केवल आठवीं तक शिक्षा का अधिकार है , जबकि 134A के तहत बाहरवीं तक शिक्षा मुफ्त है इसलिए आपको हर हाल में 134 ए को बहाल करना चाहिए । 

उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा मेधावी गरीब बच्चों के अच्छी और बेहतर शिक्षा प्राप्त करने के सपने को चकनाचुर कर गरीबों के लिए शिक्षा का दरवाजा बंद करना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है

 बुद्धिराजा ने कहा कि हरियाणा के लाखों गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर मेधावी विद्यार्थियों की ओर से हरियाणा युवा काँग्रेस  हरियाणा सरकार से यह माँग करती है कि यह गरीब छात्र विरोधी फैसला तुरंत प्रभाव से वापिस ले एवं हरियाणा विद्यालय शिक्षा नियम,2003 में नियम 134ए को बिना किसी देरी के बहाल करें ।

योगासन राष्ट्रीय खेल स्पर्धा, अहमदाबाद, गुजरात में हरियाणा का बेहतरीन प्रदर्शन

  • हरियाणा योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन के खिलाड़ियों ने कुल 7 पदक जीत कर ओवरऑल पदक रनर उप का खि़ताब किया प्राप्त

पंचकूला संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट – 4 अप्रैल :

                       गुजरात के अहमदाबाद में नेशनल योगासन स्पोर्ट्स फेडरेशन द्वारा 29 से 31 मार्च तक आयोजित 3 दिवसीय सीनियर योगासन स्पोर्ट्स प्रतिस्पर्धा में हरियाणा योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन के खिलाड़ियों ने कुल 7 पदक जीत कर ओवरऑल पदक  रनर उप का खि़ताब प्राप्त कर राष्ट्रीय स्तर पर हरियाणा प्रान्त का नाम रोशन किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में आये गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने हरियाणा की टीम को बधाई व आशीर्वाद दिया।

हरियाणा योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ जयदीप आर्य तथा कोषाध्यक्ष उमेश नारंग ने हरियाणा टीम से सीनियर योगासन स्पोर्ट्स प्रतिस्पर्धा में चीफ जज की भूमिका  निभाने वाले श्री नीरज सोंधी, हरियाणा टीम के टीम मैनेजर सुश्री कोमल वर्मा, श्री परम जीत व श्री लोकमन के कार्य की सराहना करते हुए सभी खिलाड़ियों को बधाई दी व पूरी टीम का प्रोत्साहन किया।
हरियाणा योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ जयदीप आर्य ने कहा कि मेहनत हमेशा रंग लाती है इसका प्रत्यक्ष प्रमाण गुरुग्राम  के करण अर्जुन ने आर्टिस्टिक पेअर में रजत पदक जीत कर तथा हरियाणा के विभिन्न जिलों से आर्टिस्टिक ग्रुप में भाग लेने वाली 5 बेटियों ने (सीनियर वर्ग में ) कांस्य पदक प्राप्त कर दिया।
उन्होंने कहा कि हरियाणा खेल के क्षेत्र में नंबर 1  है और योगासन खेल को भी अब खेल के रूप में भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त हो चुकी है। अतः योगासन खेल में भी हरियाणा को नंबर 1 बनाना है व राष्ट्रीय ही नहीं अपितु निकटवर्ती भविष्य में होने वाली अंतर्राष्ट्रीय स्तर एवं खेलो इंडिया गेम्स में भी अपना परचम लहराना है। विजेता टीम कि वापसी पर हरियाणा के गुरुग्राम जिले कि जिला योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन के गणमान्य सदस्यों व पदाधिकारियों ने सभी खिलाड़ियों का भव्य स्वागत किया।

खेल से समर्पण, धैर्य, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है और इस प्रकार चरित्र निर्माण में योगदान होता है : सीबी ओझा

पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज, सेक्टर 46, की 39वीं वार्षिक एथलेटिक्स मीट का समापन

चण्डीगढ़ संवाददाता, डेमोरेटिक फ्रंट:

पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज, सेक्टर 46, की 39वीं वार्षिक एथलेटिक्स मीट का समापन समारोह आज यहां आयोजित किया गया। कॉलेज की प्राचार्य डॉ. आभा सुदर्शन ने मुख्य अतिथि सीबी ओझा, नगर प्रशासन, चण्डीगढ़ का स्वागत किया। कार्यक्रम की शुरुआत एनसीसी की थल सेना और नौसेना विंग और एनएसएस विंग की टुकड़ियों और एम.कॉम, बी.कॉम, बीबीए, बी.सी.ए और बीए के छात्रों द्वारा अच्छी तरह से सिंक्रनाइज़ मार्च पास्ट के साथ हुई। इसके बाद मशाल जलाकर शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। स्पोर्ट्स मीट में छात्रों ने 10000 मीटर, 5000 मीटर, 1500 मीटर रेस, 400 मीटर रेस, रिले रेस, लॉन्ग जंप, हाई जंप, भाला फेंक, शॉट पुट, स्लो साइकिल रेस, रस्साकशी जैसे विभिन्न खेल गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी की। शारीरिक शिक्षा विभाग के प्रमुख डॉ. राजिंदर सिंह कौरा ने विभाग की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी।

मुख्य अतिथि ओझा ने खेलों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “खेल से समर्पण, धैर्य, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है और इस प्रकार चरित्र निर्माण में योगदान होता है। खेल आज की गतिशील दुनिया में सफल होने के लिए योगदान करते हैं।” उन्होंने कहा कि खेलों में सक्रिय खेलों से आपसी भाईचारा विकसित करने में मदद मिलती है। उन्होंने विभिन्न खेल आयोजनों में महान ऊर्जा, उत्साह और जोश प्रदर्शित करने के लिए छात्रों को बधाई दी।

मुख्य अतिथि ने विजेताओं को मेडल और ट्रॉफी देकर सम्मानित किया। लड़कियों में सर्वश्रेष्ठ एथलीट बीए II के मोनी को घोषित किया गया और लड़कों में से सर्वश्रेष्ठ एथलीट बीकॉम III के जसप्रीत सिंह को घोषित किया गया।  डॉ. राजेश कुमार (डीन) ने धन्यवाद ज्ञापित किया। उपस्थित लोगों में प्रमुख थे, डॉ सिम्मी अरोड़ा (वाइस प्रिंसिपल), डॉ राजिंदर कौरा।

चुनाव खत्म होते ही फिर शुरू चाचा-भतीजे में जंग

लखनऊ में शनिवार को सपा कार्यालय में विधायक दल की बैठक हुई थी। इसमें सपा के चुने हुए विधायकों ने नेता प्रतिपक्ष के नाम पर मुहर लगाई। इस बैठक में शिवपाल यादव को नहीं बुलाया गया था। इसके बाद शिवपाल ने कहा था कि वह 2 दिनों से बैठक का इंतजार रहे थे जिसके बाद वो इटावा लौट गए और फिर वहां से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इटावा में एक कार्यक्रम में उनका दर्द छलक उठा। उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए रामायण और महाभारत के चरित्रों का उदाहरण दिया।

लहनौ(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट :

समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव के बीच 2017 में शुरू हुआ सत्ता संघर्ष एक बार फिर से दिखाई देने लगा है। रविवार को शिवपाल सिंह यादव इटावा से नई दिल्ली चले गये हैं। शिवपाल सिंह यादव नई दिल्ली में अपने बडे भाई मुलायम सिंह यादव के समक्ष अपना दर्द बयां कर सकते हैं. हाल ही में शिवपाल को अखिलेश ने विधायक दल की बैठक में नहीं बुलाया था, जिस कारण वह अखिलेश से बेहद नाराज बताए जा रहे हैं।

शिवपाल अपनी परंपरागत सीट जसवंत नगर विधानसभा से सपा के चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ पर चुनाव मैदान में उतरे थे लेकिन जब विधानसभा चुनाव के नतीजे सपा गठबंधन के पक्ष में नहीं आए तो शिवपाल सीधे तौर पर अखिलेश पर निशाना साधने लगे हैं। 26 मार्च को सपा मुख्यालय में हुई पार्टी विधायक दल की बैठक में शिवपाल को आमंत्रित नहीं किया गया तो नाराज शिवपाल ने पत्रकारों से कहा कि वह अब अपने गृह जिले इटावा जा रहे हैं जहां अपने लोगों के बीच बैठकर के निर्णय करेंगे और उसके बाद कोई सही ऐलान किया जाएगा।

लखनऊ से शिवपाल सीधे अपने विधानसभा क्षेत्र जसवंतनगर के उदयपुरा कला गांव पहुंचे जहां वह प्रसपा की छात्र सभा इकाई के महासचिव प्रशांत यादव के यहां हो रही भागवत समारोह में शामिल हुए। उन्होने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए रामायण और महाभारत के चरित्रों का उदाहरण देते हुए कहा कि हमें हनुमान की भूमिका भूलनी नहीं चाहिए, क्योंकि हनुमान की वजह से राम ने रावण के खिलाफ युद्ध में जीत हासिल की थी। भगवान राम का राजतिलक होने वाला था, लेकिन उनको वनवास जाना पड़ा । इतना ही नहीं हनुमान जी की भूमिका भी बेहद महत्वपूर्ण थी क्योंकि अगर वह नहीं होते, तो राम युद्ध नहीं जीत पाते। ये भी याद रखने वाली बात है कि हनुमान ही थे, जिन्होंने लक्ष्मण की जान बचाई।

शिवपाल ने कहा कि विषम परिस्थितियां कभी-कभी सामने आती हैं। आमजन ही नहीं, भगवान पर भी विषम परिस्थितियां आईं। कई संकट आए लेकिन अंत में जीत सत्य की ही होती है। महाभारत के पात्रों का भी जिक्र करते हुए कहा कि धर्मराज युधिष्ठिर को शकुनि से जुआ नहीं खेलना चाहिए था। अगर जुआ खेलना ही था तो दुर्योधन के साथ खेलते लेकिन जुआ शकुनि के साथ खेल लिया। अब ये भी सच है कि वह शकुनि ही थे, जिन्होंने महाभारत करा दी थी।

धार्मिक समारोह में शिवपाल के साथ उनके समधी सिरसागंज के पूर्व विधायक हरिओम यादव भी मौजूद थे। शिवपाल ने कहा कि हम तो चाहते थे कि हरिओम यादव विधायक बन जाएं, लेकिन वह हार गए। अगर शिवपाल के तल्ख रुख की बात करें तो अखिलेश से उनके रिश्ते सामान्य जैसे नहीं है। 26 मार्च को पार्टी के विधायकों की बैठक में शिवपाल को ना बुलाए जाने को लेकर के उनकी तल्खी सार्वजनिक हो चुकी है हालांकि सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने स्पष्ट किया है कि यह बैठक समाजवादी पार्टी के विधायकों से जुड़ी हुई थी। 28 मार्च को समाजवादी गठबंधन से जुड़े हुए विधायकों की बैठक बुलाई गई है जिसमें प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव को भी बुलाया गया है और उनके साथ साथ गठबंधन के जितने भी दल है, सभी को शामिल करने के लिए आमंत्रित किया गया है।

ऐसे में शिवपाल सिंह यादव की ओर से उठाए गए सवालों ने भले ही राजनीतिक गर्मी ला दी हो लेकिन इस गर्मी का राजनीतिक फायदा शिवपाल के खाते में जाएगा या फिर अखिलेश के, यह तो शिवपाल सिंह यादव के निर्णय पर ही तय करेगा अगर 28 मार्च की बैठक में शिवपाल सिंह यादव शामिल करने के लिए नहीं जाते है तो फिर सवालो का ठीकरा शिवपाल पर फूटना तय है। वैसे अभी शिवपाल सिंह यादव ने 28 मार्च की बैठक में शामिल होने या ना शामिल होने के सिलसिले में कोई अपनी रायशुमारी नही की है। अभी उम्मीद है इस बात की जताई जा रही है कि शिवपाल सिंह यादव 28 मार्च को समाजवादी पार्टी मुख्यालय लखनऊ में होने वाली बैठक में शामिल हो सकते हैं क्योंकि अभी तक उन्होंने अपने आप को समाजवादी पार्टी का विधायक बताया हुआ है और इस लिहाज से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि शिवपाल सिंह यादव 28 मार्च को होने वाली समाजवादी गठबंधन की बैठक में शामिल होंगे।

7 DAYS NSS SPECIAL CAMP

          Chandigarh 24TH March,2022,

Taking into consideration all the COVID-19 protocols and SOPs issued by the Government of India, the NSS Units of Dr. Sapna Nanda Government College of Yoga Education and Health, Sector 23 Chandigarh (U.T) kick-started the Seven Day NSS Special Camp on 24th March 2022.  

          First Session (Inauguration): The inauguration commenced at 10:30 am in the hall in the presence of Chief Guest Dr. Ashwani Koul, NSS Programme Coordinator, Panjab University, Chandigarh; Dr. Sapna Nanda – Principal Government College of Yoga Education and Health, NSS Programme Officer – Ms. Rajwant Kaur. The Programme commenced with lamp lighting followed by Mantra chanting by the 50 NSS Volunteers of the college. In her address Principal Madam giving an overview of the so-far achievements of our college. After that NSS song was sung by all the volunteers. Program officer shared the rules and regulations of the camp. During the event, volunteers performed yoga demonstration which was prepared under the guidance of Mr. Roshan Lal, Yoga Instructor. In his presidential address Chief Guest addressed the volunteers sharing an important glimpse about one’s life decisions. On the conclusion of inauguration session Vote of thanks was proposed by Dr. Mohinder Kumar to the Chief Guest as well as Staff and all NSS Volunteers.

          In the second session, Motivational lecture was given by Mr. Rohit kumar Founder of the NGO Swarmani. In the third session, Lecture was given by Dr. Ravneet Chawla an Associate Professor from Government College of Education, Sector 20, Chandigarh who shared her views on “Values of NSS Volunteer”.

          In the last session, an essay writing competition was organized for the volunteers to participate in competition on the topic “Prevention of Ozone layer” which was conducted by Mr. Kulwant Singh, In-charge, YogEco club of the college followed by the tea to all the volunteers. This programme will be uploaded soon on the college YouTube Channel i.e. GCYEH.