Visit of delegation from British Council India to PU

Demokratic Front, Chandigarh – April 5 :

A delegation from the British Council consisting of Dr. Michael Houlgate, Deputy Director, Ms. Megha Sharma and Ms. Deepika Baruah visited Panjab University on 5th April, 2023 to discuss potential partnership and international collaborations in higher education. The delegation aimed to understand the priorities of Panjab University and explore opportunities for collaboration.

During the visit, the delegation met with Prof. Renu Vig, Vice Chancellor Panjab University, Prof. Rumina Sethi, Dean of University Instruction, Prof. Harsh Nayyar, Director, Research and Development Cell and other officials. Discussions centered on the various ways in which Panjab University and the British Council could work together to enhance the quality of higher education and promote academic excellence.

The British Council representatives expressed keen interest in exploring potential areas of collaboration, such as joint research projects, faculty exchanges, and student mobility programs and interactive session of PU students with BC. They also highlighted the importance of building lasting partnerships that can promote cultural exchange and broaden the horizons of students and faculty members alike.

Overall, the visit proved to be a fruitful and productive opportunity for both Panjab University and the British Council. Such partnerships will benefit the students, faculty members, and the broader academic community.

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की आंसरशीट में स्टूडेंट ने लिखे आमिर खान के गाने

दो सवालों के जवाब में लिखे गाने, एक में की टीचर की तारीफ़

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के एक स्टूडेंट की आंसरशीट इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रही है। स्टूडेंट ने परीक्षा में पूछे गए सवाल के जवाब में बॉलीवुड एक्टर आमिर खान के गाने लिख दिए। स्टूडेंट ने कुल तीन सवालों के जवाब दिए, जिनमें दो में गाने लिखे थे और एक में की टीचर की तरीफ।

स्टूडेंट ने पहले सवाल के जवाब में फिल्म ‘3 इडियट्स’ का मशहूर गाना, ‘गिव मी सम सनशाइन…’ लिखा। दूसरे सवाल के जवाब में स्टूडेंट ने टीचर की तारीफ करते लिखा कि मैडम आप एक शानदार टीचर हैं। यह मेरी गलती है कि मैं कड़ी मेहनत नहीं कर पा रहा हूं। तीसरे सवाल के जवाब में आमिर खान की ‘पीके’ फिल्म का गाना ‘भगवान है कहां रे तू’ समेत कई अन्य गाने लिखे।

आंसरशीट को चेक करने के लिए टीचर ने उठाई तो वह हैरान रह गए। टीचर ने भी स्टूडेंट की आंसरशीट पर उसी के अंदाज में लिखा कि तुम्हें सभी सवालों के जवाब में गाने ही लिखने चाहिए।

लोगों ने दी प्रतिक्रिया

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट के इस गजब कारनामें के वायरल होने पर लोगों ने भी खूब मजे लिए। किसी ने चुटकिले अंदाज में मजे लिए तो किसी ने यह भी लिखा कि कहां से आ जाते हैं ऐसे लोग। किसी ने कहा कि टीचर को भी गायकी के लहजे में जवाब देना चाहिए। कइयों ने स्टूडेंट्स की साल भर की मेहनत पर सवाल खड़े कर डाले।

पंजाब विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग चंडीगढ़ में नौरोज़ दिवस मनाया गया और साहिर लुधियानवी को याद किया गया।

Chandigarh March 21, 2023

कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. ज़रीन फ़तिमा और उनके हमनवाओं  ने साहिर की नज़्म  से की। इस अवसर पर पंजाब विश्वविद्यालय के डीन फ़ैकल्टी ऑफ लैंगुएजज प्रोफ़ेसर अशोक कुमार ने मुख्य अतिथि की हैसियत से शिरकत करते हुए कहा कि यह उर्दू की संस्कृति और सुंदरता है जो हर संस्कृति और हर सभ्यता का जश्न मनाती है। है। प्रो.अशोक ने छात्रों को और अधिक मेहनत करने का सुझाव देते हुए कहा कि आपके पास सबसे अच्छा परिसर और सर्वोत्तम पुस्तकालय जैसी पर्याप्त सुविधाएँ हैं, उन्हें महत्व दें, और उम्र के हर चरण में कुछ न कुछ सीखते रहें, आपको कुछ हासिल करने का शौक़  जुनून की हद तक हो तभी कामयाबी आपके क़दम चूमेगी।

सीखने का सबसे अच्छा तरीक़ा है कि अपने अंदर झाँकते हुए अंदर की कमियों को दूर कर तरक़्क़ी की राह पर चलते रहना।

फ़ारसी विभाग से डॉ. ज़ुल्फ़िक़ार अली ने नौरोज़  के महत्व और उसकी सार्थकता  पर चर्चा करते हुए कहा कि ईद नौरोज़ हख़ामुंशी  युग के बादशाह जमशेद के साथ शुरू हुआ। यह ईद आज हर जगह मनाई जाती है जहाँ फ़ारसी भाषा के बोलने वाले मिलते हैं, यानी इस ईद का दायरा राष्ट्र से भाषा और प्रकृति तक पहुँच गया है। इस ईद का सबसे अहम हिस्सा है सात सीन, जिसमें सात खाने-पीने की चीज़े टेबल पर रखी हुई होती हैं।

अंत में उर्दू विभागाध्यक्ष डॉक्टर अली अब्बास ने मेहमानों और श्रोताओं का शुक्रिया अदा किया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में शमीम चौधरी, अमनदीप कौर, हरवीर कौर, जसप्रीत कौर सहित अन्य छात्र छात्राओं ने अहम भूमिका निभाई। मंच संचालन राशिद अमीन नदवी ने किया।

सुदीप सिंह, राम कुमार, अरविंदर कौर, ऊषा, हरवीर कौर और जे. पी सिंह  आदि ने साहिर के गीतों और कविताओं के माध्यम से महफ़िल की सुंदरता को बढ़ाया। इस अवसर पर रिसर्च स्कॉलर्स के अलावा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ मौजूद रहे।

Special role of NSS volunteers in nation building – Dr. Nemi Chand

Chandigarh March 21, 2023

21st March became the witness of the inauguration of the seven day camp of NSS-PU, with NSS Chandigarh State license officer, Dr. Nemi Chand as the chief guest. His address to the audience aimed to highlight the importance of NSS volunteers in the development of the nation, appreciating their participation in the activities of social welfare. Reminding the volunteers of the motto of NSS , NOT ME BUT YOU, he requested them to keep the nation before their own self- interest as that is the only way to make the dreams of India as the world leader and superpower come true, in place of distinguished guest, Prof. Y.P. Verma, Registrar and NSS Coordinator Panjab University, was present, he highlighted the importance of participation of the volunteers in the act of social service, in the development of the overall personality of the volunteers as an individual personality which has its own advantages.

He urged each and every volunteer to help in promoting and advertising the government policies in the society and making the people understand in the most simplest way so that they can make out the best out of the opportunities provided by these policies. Reminding the audience of the ‘Swacch Bharat’ abhiyan , he urged the volunteers to pledge their duty to the event and to make it a big success, which will help in the building of a better image of India, as a country throughout the globe.

Members of the election commission Chandigarh, Shankar and Kamlesh were also present as a speaker, to make the audience who are above the age of 18, aware of the importance and procedure of getting their voter id card, India being the biggest democracy in the world , has given the right to vote to each and every citizen, so as a citizen of this country, its our responsibility to exercise our right to vote , and select leaders who will help in taking India to new heights of success.

The first day of the camp ended with cultural events, with the presence of an NSS Programme officer , Dr. Shankar Sehgal, Dr . Naveen Kumar, Dr. Namita Gupta, Dr. Manish Sharma.

राजस्थान में 19 नये जिलों की घोषणा से चुनाव में भाजपा को चुनौती

वसुंधरा और गहलोत की सियासी अदला-बदली में राजस्थान को क्या मिला? - what  rajasthan got in oscillating leadrship of vasundhara raje and ashok gehlot  - AajTak
भाजपा वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करके चुनाव नहीं लड़ना चाहते

करणीदानसिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, सूरतगढ़ – 18 मार्च :

राजस्थान में 19 नए जिले और तीन नए संभाग बनाने की घोषणा करके मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जो चुनाव से पहले मास्टर स्ट्रोक मारा है। उसका न राजनीतिज्ञों को अनुमान था न पत्रकारों को अनुमान था।कोई भी सोच नहीं सकता था कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 19 जिलों की घोषणा कर सकते हैं।सभी दो तरह के अनुमान लगा रहे थे। एक अनुमान था कि चुनावी वर्ष में जब कुछ महीने बाकी है तब जिलों की घोषणा करके अशोक गहलोत लोगों के कोप का शिकार होना नहीं चाहेंगे। दूसरी सोच यह थी कि घोषणा पांच छह जिलों की हो सकती है लेकिन राजस्थान के इतिहास में जिलों से संबंधित यह बहुत बड़ी और ऐतिहासिक घोषणा हो गई।

निश्चित रूप से जिलों की इस घोषणा के पीछे अशोक गहलोत का मकसद आगामी विधानसभा चुनाव भी रहा है। जिन क्षेत्रों में जिले बनाए गए हैं वहां पर अनुसूचित जाति पिछड़ा वर्ग और आदिवासी क्षेत्र की सीटें आदि नजर में रखे गए। यह वर्ग विशेष के लोग वोटों की बहुत बड़ी पूंजी होते हैं।

  • राजनीतिक रिपोर्टर राजनैतिक धुरंधर और भारतीय जनता पार्टी के लोग शान बखारा करते रहे हैं कि 2023 के चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो जाएगा। कांग्रेश को केवल 25-30 सीटें ही मिलेंगी। भारतीय जनता पार्टी को यह गुमान क्यों हो रहा था? कांग्रेस सरकार को फेल बताया जा रहा था। भारतीय जनता पार्टी के पास प्रचार करने वाले लोगों की संख्या बहुत है और हो सकता है कि खुद भाजपा ने ही यह मान लिया हो कि आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 150 के करीब सीटें मिल जाएंगी। कांग्रेस को तो 25-30 सीटों से ज्यादा देने का विचार भाजपा के अंदर नहीं रहा।
  • कांग्रेस खुद ने कभी अपनी पार्टी को कमजोर नहीं बताया।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी अनेक बार दोहराया कि 2023 में फिर से कांग्रेस की सरकार आने वाली है और स्पष्ट बहुमत से आने वाली है।

हो सकता है कि अशोक गहलोत भी राजनीतिक दृष्टि से यह घोषणाएं करते रहे हो लेकिन 19 जिलों की जो घोषणा हुई है वह कमतर नहीं आंकी जा सकती। उसका व्यापक असर होगा। 19 जिला मुख्यालय जो घोषित हुए हैं उनके आसपास के क्षेत्रों की विधानसभा सीटों पर जोरदार असर कांग्रेस पार्टी का रहेगा। जो लोग और भारतीय जनता पार्टी के लोग दावा करते रहे हैं कि कांग्रेस को 25- 30 सीटों से ज्यादा नहीं मिलेंगी,यह कपोल कल्पित घोषित हो जाएगा।

जिलों की घोषणा से राजनीति में तूफान आने वाला है उसे समझा जाना चाहिए। अशोक गहलोत ने इन जिलों की घोषणा करके राजस्थान में कांग्रेस को इतना मजबूत कर दिया है और इस स्थिति में ला दिया है कि वह भारतीय जनता पार्टी को कड़ी टक्कर दे सके। आने वाले चुनाव में अशोक गहलोत के पास में इन जिलों की घोषणा का भी बहुत बड़ा प्रचार तंत्र होगा।

भारतीय जनता पार्टी के पास में चुनाव लड़ने के लिए मोदी जी का चेहरा होगा। भाजपा के नेता वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करके चुनाव नहीं लड़ना चाहते। राजस्थान में वसुंधरा राजे को हटाकर भी चुनाव नहीं लड़ा जा सकता। कांग्रेस सरकार द्वारा 19 जिलों की घोषणा के बाद में भारतीय जनता पार्टी के हाईकमान नेताओं को अब विचार करना होगा कि क्या अकेले नरेंद्र मोदी के चेहरे से राजस्थान का चुनाव जीत पाएंगे? भारतीय जनता पार्टी के लिए निश्चित रूप से एक खतरा पैदा हो गया है और यह खतरा अशोक गहलोत ने पैदा किया है। आने वाले चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को बहुत गंभीरता के साथ में फैसला करना होगा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किए ही क्या चुनाव में सफलता मिल सकेगी?

‘सामाजिक कार्य संकलन’नाम से सामाजिक कार्य विभाग, पंजाब यूनिवर्सिटी का अब तक का पहली पुस्तक-सह-न्यूजलेटर आज हुआ जारी


विनोद कुमार तुषावरडेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ :


 प्रो. रेणु विज, कुलपति, पंजाब विश्वविद्यालय, सत्य पाल जैन, भारत के अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल और देवेश मौदगिल, पूर्व मेयर चंडीगढ़ के द्वारा आज पहली पुस्तक-सह-समाचार पत्र  सामाजिक  कार्य संकलन का विमोचन किया गया, यह पुस्तक सह न्यूजलेटर सामाजिक कार्य विभाग, पंजाब यूनिवर्सिटी द्वारा निकाला गया, इसमें शैक्षणिक सत्र 2021-22 में विभाग द्वारा चलाए  गए नवीन उपक्रमों और पाठ्येतर गतिविधियों के अलावा विभिन्न शैक्षणिक और आउटरीच गतिविधियों का दस्तावेज है, यह जानकारी, डॉ. गौरव गौड़, विभाग अध्यक्ष, सामाजिक कार्य विभाग, पीयू के द्वारा दी गई, इस अवसर पर प्रो. मोनिका सिंह मुंजाल व विभाग के सभी छात्र मौजूद रहे।


प्रो. रेणु विज के द्वारा सभी गतिविधियों और पहलों को करने के लिए सामाजिक कार्य विभाग के सभी प्रयासों की सराहना की, जिन्होने समाज में अपना महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है, उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इन सभी घटनाओं के दस्तावेजीकरण के अंदर विभाग अध्यक्ष डॉ. गौरव गौड़ द्वारा किए गए प्रयास छात्रों को सामाजिक कल्याण की दिशा में आगे काम करने के लिए प्रेरित करेंगे, विभाग अध्यक्ष और उनकी टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए सत्य पाल जैन ने कहा कि, ष्यह आवश्यक है कि युवा शिक्षाविद आगे बढ़ें और छात्रों को प्रेरित करें।

इन  गतिविधियों से छात्रों को अपने अनुशासन की प्रकृति को करीब से समझने के लिए प्रेरित किया जा सकता है, देवेश मौदगिल ने कहा कि ष्यह समाचार पत्र सह पुस्तक न केवल विभिन्न सामाजिक पहलुओं को एक साथ सामने लाता है बल्कि सीएसडब्ल्यू द्वारा अपने छात्रों के लिए आयोजित कई वेबिनार, सम्मेलनों, प्लेसमेंट गतिविधियों और व्याख्यानों के माध्यम से प्रदान किए गए समृद्ध प्रदर्शन को भी प्रदर्शित करता है ,प्रो. हर्ष नैय्यर, निदेशक, रिसर्च एंड प्रमोशन सेल, पंजाब यूनिवर्सिटी ने भी फैकल्टी और छात्रों के द्वारा की गई सभी गतिविधियो प्रशंसा व्यक्त की और कहा कि यह सभी विभागों के लिए एक नियमित अभ्यास होना चाहिए। ताकि यूनिवर्सिटी का नाम रोशन हो सके।  

सामाजिक कार्य विभाग के अध्यक्ष डॉ. गौरव गौड़ के द्वारा साझा किया गया न्यूजलेटर सह पुस्तक यह पहला प्रयास है और प्रत्येक शैक्षणिक वर्ष में विभाग  द्वारा दिए गए सभी कार्यों के मिलान और प्रलेखन में बेहद उपयोगी साबित हुआ है। यहां यह उल्लेख करना भी उचित होगा कि 60 पृष्ठों में फैले इस समाचार पत्र सह पुस्तक में विभाग द्वारा की गई 81 से अधिक गतिविधियों को सूचीबद्ध किया गया है, इसमें विभिन्न महत्वपूर्ण दिनों को मनाने से लेकर, वेबिनार की सूची,  वक्ताओं की चर्चा, विभाग द्वारा चलाए गए जागरूकता अभियान, विभिन्न भागीदारों के सहयोग से आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन का वर्णन किया गया है, यह सामाजिक कार्य विभाग द्वारा अयोजित पूरे वर्ष में हुई सभी गतिविधियों का एक संयोजन है।

रंग बरसे पीयू में

स्टूडेंट सेंटर में मनाया होली का जश्न
हिंदी, पंजाबी व हरियाणवी गानो पर जम कर थिरके स्टूडेंट्स
राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स ने होली का त्योहार पूरी धूमधाम के साथ मनाया। यूनिवर्सिटी के लगभग हर डिपार्टमेंट के बाहर बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स एक-दूसरे को रंग लगाते नजर आए। सबसे ज्यादा यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट सेंटर के बाहर छात्र जुटे हुए थे। यहां डीजे की मंजूरी मिलने पर स्टूडेंट्स काफी जोश में दिखे। यहां स्टूडेंट्स हिंदी, पंजाबी और हरियाणवी गीतों पर थिरकते दिखे। दूसरी ओर यूनिवर्सिटी में कई लड़के मोटरसाइकिलों पर गेड़ी मारते भी नजर आए। बता दें कि बीते 2-3 सालों में कोरोना महामारी पर पाबंदियां होने के चलते स्टूडेंट्स होली का त्योहार नहीं मना पाए थे।
हजारो की संख्या में स्टूडेंट्स जुटे
स्टूडेंट सेंटर पर सुबह लगभग साढ़े 10 बजे से होली का प्रोग्राम शुरू हो गया था। यहां पर हजारो की संख्या में स्टूडेंट्स जुटे हुए थे। सभी ने जमकर एक-दूसरे को रंग लगाया और खूब मस्ती की। वहीं यहां पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। इस बार पीयू में डीजे की मंजूरी मिलने की खुशी स्टूडेंट्स के चेहरे पर साफ देखी जा रही थी।
सुरक्षा प्रबंधों का भी ध्यान
होली पर किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए यूनिवर्सिटी अथॉरिटी ने पुलिस की भी मदद ली हुई है। यूनिवर्सिटी कैंपस में पुलिस की मौजूदगी बनी हुई है। वहीं बुधवार को होली पर शहर में सुबह से ही पुलिस के नाके लग जाएंगे। इसमें ड्रंकन ड्राइविंग के विशेष नाके भी शामिल होंगे।

‘माटी के बोल’ कार्यक्रम का आयोजन

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, नई दिल्ली – 04 मार्च :

आज दिनांक 03 मार्च 2023 को जी20 कार्यक्रम की श्रृंखला के तहत डॉ. बी.आर.अंबेडकर विश्वविद्यालय दिल्ली में “माटी के बोल” विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया जिसमें देश के प्रतिष्ठित मिट्टी विशेषज्ञ, अमृत माटी इंडिया ट्रस्ट के चैयरमैन श्री अंजनी किरोड़ीवाल ने शानदार वक्तव्य दिया। उन्होंने मिट्टी से बने खिलौने, बर्तनों की सामाजिक, सांस्कृतिक, वैज्ञानिक और आयुर्वेदिक महत्व को समझाते हुए कहा कि बहुत सारी बीमारियां आजकल एलुमिनियम के प्रयोग के कारण बढ़ीं हैं। उन्होंने कहा कि मिट्टी के बर्तनों का प्रयोग करने से ना केवल उम्र बढ़ती है बल्कि लंबे समय तक कोई बीमारियां भी नहीं होती।

विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. अनु सिंह लाठ की प्रेरणा से यह कार्यक्रम संभव हुआ। कार्यक्रम का आरंभ प्रोफेसर सत्यकेतु सांकृत के स्वागत संबोधन से हुआ। इस कार्यक्रम के संयोजक प्रो.सत्यकेतु सांकृत ने कहा कि जी 20 के अंतर्गत आने वाले आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को अंजनी जी साकार कर रहे हैं, अंबेडकर विश्वविद्यालय दिल्ली में ऐसे विचारों का स्वागत है। विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉ नितिन मलिक ने अंजनी किरोड़ीवाल जी एवं समस्त उपस्थित श्रोतागण के प्रति अपना आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. महेन्द्र प्रजापति ने किया।

“C V Raman and the 1930 Nobel Prize in Physics”, Prof. Arun K. Grover

Chandigarh March 2, 2023

To commemorate the National Science Day, the Society for Promotion of Science and Technology in India (SPSTI) organized a Popular Lecture at Central Instrumentation  Lab, Panjab University, Chandigarh. The lecture was delivered by Prof. Arun K. Grover, Former Vice-Chancellor, Panjab University, Chandigarh & Vice President of SPSTI, and the subject was “C V Raman and the 1930 Nobel Prize in Physics”. The lecture was organized in hybrid mode and the recorded version can be accessed at https://fb.watch/i-2Khjp43X/. The Department of Physics and Centre for Forensic  Science and Criminology, Panjab University, were Co-hosts of the event and the  Chairmen of these two departments, Prof. Rajiv Puri and Dr. Vishal Sharma were  present along with a large number of their students.

Prof. Grover brought to fore many interesting lesser known facts about the way to Nobel Prize for Sir C. V. Raman. What emerged was that Raman was not only a very talented Physicist, on the top rungs of Science of his time, but also had unflinching support from his compatriots and patrons in Calcutta University. He was also very confident of the quality of his work and was not shy of approaching European and American scientists for nomination to the Nobel Prize. We celebrate National Science day to commemorate the announcement (Feb. 29, 1928) of the observation and confirmation of the phenomenon known as Raman Effect, which fetched for India its only Nobel Prize in a Scientific discipline.

एचएयू के छात्र सोनू का आस्ट्रेलिया की डब्ल्यूएसयू में पीएचडी के लिए चयन

– ट्यूशन फीस में छूट के साथ सालाना 30 हजार आस्ट्रेलियन डॉलर की मिलेगी छात्रवृति

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, हिसार – 02 मार्च :

चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के छात्र सोनू का चयन आस्ट्रेलिया की वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी में पीएचडी डिग्री में हुआ है। पाठ्यक्रम के दौरान छात्र सोनू को ट्यूशन फीस में छूट के साथ सालाना 30 हजार आस्ट्रेलियन डॉलर की छात्रवृति भी मिलेगी। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर काम्बोज ने इस उपलब्धि पर छात्र सोनू के चयन पर बधाई देकर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। सोनू वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी में डॉ. धारामा हेंगरे के मार्गदर्शन में कृषि में अपशिष्ट जल का उपयोग विषय पर शोध करेंगे ताकि लगातार बढ़ती हुई जनसंख्या को शुद्ध पानी उपलब्ध करवाना और कृषि में पानी की कमी को पूरा कर दुष्प्रभावों से बचाया जा सकें। इस शोध से वर्तमान समय में जल संरक्षण में मदद मिलेगी।

कुलपति प्रो. बी.आर काम्बोज ने कहा कि छात्र सोनू का आस्ट्रेलिया के शीर्ष विश्वविद्यालय में चयन होना गौरव की बात है। यह विश्वविद्यालय में अपनाए जा रहे उच्च शैक्षणिक व अनुसंधान मानकों का प्रतीक है। विश्वविद्यालय लगाातार विद्यार्थियों के सर्वांगिण विकास व अंतरराष्ट्रीय एक्सपोजन में प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि एचएयू विश्व स्तर के विश्वविद्यालयों में शुमार है क्योंकि न केवल यहां के विद्यार्थी विदेशों में पढ़ाई के लिए जाते हैं बल्कि विदेशी छात्र भी यहां पढ़ाई के लिए आते हैं। उन्होंने कहा कि एचएयू के विद्यार्थियों और वैज्ञानिकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नवीन तकनीकों में प्रशिक्षित करने के प्रयास में विश्व प्रसिद्ध अनेक विश्वविद्यालयों व शोध संस्थानों के साथ अनुबंध किए है।

छात्र सोनू ने बताया कि इस उपलब्धि का श्रेय एडवाइजर डॉ. संजय कुमार और उप निदेशक स्वर्गीय सुल्तान सिंह को दिया। उन्होंने बताया कि पढ़ाई के साथ-साथ खेल, सांस्कृतिक, विभिन्न संगठन कमेटी, केंद्रीय अनुशासन कमेटी, ईलपी प्रोग्राम और एनसीसी की गतिविधियों में बढ़चढक़र भाग लिया है। छात्र सोनू ने अंतरराष्ट्रीय स्तर का मंच देने पर विश्वविद्यालय का धन्यवाद किया।

इस मौके पर छात्र कल्याण निदेशक डॉ. अतुल ढींगड़ा व सह छात्र कल्याण निदेशक डॉ. संजय एहलावादी व मीडिया एडवाइजर डॉ. संदीप आर्य मौजूद थे।