सरस्वती  स्कूल में रंगोत्सव का  हुआ आयोजन

सरस्वती  स्कूल में रंगोत्सव का  हुआ आयोजन, बच्चों ने दिखाई अपनी कलात्मक प्रतिभा

जगदीश असीजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, उकलाना, 20   जुलाई :

सरस्वती हाई स्कूल, उकलाना मंडी के प्रांगण में रंगोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्कूल डायरेक्टर डॉ० के.सी. शर्मा ने प्रातः कालीन सभा में बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यालय का उद्देश्य केवल अक्षर ज्ञान देना नहीं होता, बल्कि विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करना भी होता है।

उन्होंने कहा कि विद्यार्थी जीवन में विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के माध्यम से बच्चों की छिपी हुई प्रतिभा को निखारा जाता है। इसके लिए सभी छात्रों को बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाता है। स्कूल प्रिंसिपल पूनम धीमान ने जानकारी दी कि आज की यह प्रतियोगिता बच्चों की कलात्मक प्रतिभा को निखारने के उद्देश्य से रखी गई है।

इस प्रतियोगिता में कक्षा तीसरी से दसवीं तक के लगभग डेढ़ सौ बच्चों ने भाग लिया। बच्चों ने अपनी पेंटिंग के माध्यम से समाज के विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर ध्यान आकर्षित किया और अपनी कलात्मक कल्पना शक्ति का भरपूर उपयोग किया। बच्चों की इस प्रतिभा को देखकर सभी उपस्थित दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए और कार्यक्रम की सराहना की।

बी.के.एम. विश्वास स्कूल में छात्रों के लिए बिना आग के खाना पकाने की गतिविधि का आयोजन

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 19 जुलाई :

कुकिंग विदाउट फायर गतिविधि  न केवल छात्रों को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करेगी बल्कि उन्हें पर्यावरण के प्रति जागृत करेगी। इस गतिविधि के दौरान छात्रों ने  बिना आग के खाना पकाने के विभिन्न तरीको के बारे में सीखा । बिना आग के खाना पकाने से  ऊर्जा की बचत होती है और यह पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है  इस विधि से बने भोजन के पोषक तत्व सुरक्षित रहते हैं और छात्रों को स्वस्थ संतुलित आहार प्राप्त होता है। स्कूल के सभी छात्र व छात्राएं अपने घरों से कुकिंग विदाउट फायर के लिए व्यंजन  सामग्री लेकर आए और उन्होंने स्कूल में कई तरह के व्यंजन  जिसमें चॉकलेट शॉटस, स्वीट कॉर्न चार्ट, सैंडविच , स्प्राउट सलाद, फ्रूट चाट इत्यादि बनाएं।
आजकल की भाग दौड़ भरी दिनचर्या में अभिभावक अपने बच्चों को पर्याप्त समय नहीं दे पाते इसलिए बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने में इस तरह की गतिविधियां बहुत सहायक होती हैं।

कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रशिक्षण और प्रमाणन कार्यक्रम

  • आईआईटी रोपड़ और आईसीईएस ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रशिक्षण और प्रमाणन कार्यक्रम के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
  • राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के एकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है यह समझौता : प्रो. राजीव आहूजा, निदेशक, आईआईटी, रोपड़ 
  • इस समझौते से अकादमिक शिक्षा और उद्योग आवश्यकताओं के बीच की दूरियां कम होंगी : डॉ. एस. एल. स्वामी, अध्यक्ष, आईसीईएस 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, रुपनगर, 19 जुलाई :

आईआईटी रोपड़ के निदेशक प्रो. राजीव आहूजा ने कहा कि यह समझौता राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के एकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसका उद्देश्य छात्रों के शैक्षणिक और व्यावसायिक जीवन को गहन अर्थ प्रदान करना है। इसके तहत, आईआईटी रोपड़ इंजीनियरिंग छात्रों के लिए एआई माइनर कार्यक्रम विकसित और संचालित करेगा, जबकि आईसीईएस प्रशिक्षण का समर्थन करने के लिए विशेषज्ञता और संसाधन प्रदान करेगा। प्रमाणन आईआईटी रोपड़ और आईसीईएस द्वारा संयुक्त रूप से प्रदान किया जाएगा, जिसे राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद द्वारा मान्यता प्राप्त होगी।

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रोपड़ (आईआईटी रोपड़) और द इंस्टिट्यूशन ऑफ सिविल इंजीनियर्स सोसाइटी (आईसीईएस) जो कि एनसीवीईटी (राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद), कौशल विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त निकाय हैं, ने इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रशिक्षण और प्रमाणन कार्यक्रम और शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यह ऐतिहासिक सहयोग इंजीनियरों के कौशल को उन्नत करने के साथ साथ उन्हें राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद द्वारा अनुमोदित विषयों में क्रेडिट प्रदान करके और उनकी रोजगार क्षमता को बढ़ाकर उद्योग की वृद्धि में योगदान करने के लिए समर्पित है।

यह पहल सभी इंजीनियरिंग अनुशासनों के छात्रों को लाभान्वित करेगी, उन्हें अपने क्षेत्र में एआई अनुप्रयोगों की व्यापक समझ प्रदान करेगी। कार्यक्रम में शिक्षकों के लिए ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स भी शामिल होगा, जिससे पहल की स्थिरता और विस्तार सुनिश्चित होगा। प्रो. राजीव आहूजा ने कहा कि हम आईसीईएस के साथ इस अभिनव कार्यक्रम की पेशकश करने के लिए साझेदारी करके रोमांचित हैं। हमारा लक्ष्य अगली पीढ़ी के इंजीनियरों को एआई कौशल से सशक्त बनाना है, जिससे वे उद्योग के लिए तैयार और भविष्य के लिए सुरक्षित बन सकें।

आईआईटी रोपड़ के डीन (अनुसंधान और विकास) डॉ. पुष्पेन्द्र पी. सिंह ने कहा कि द इंस्टिट्यूशन ऑफ सिविल इंजीनियर्स के साथ यह सहयोग हमारे लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है। एनसीवीईटी और एनईपी ढांचे का लाभ उठाकर, हम अपने इंजीनियरों को उनके करियर में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस कर रहे हैं। यह पहल न केवल हमारे छात्रों को लाभान्वित करेगी बल्कि अन्य संस्थानों के लिए भी एक मिसाल कायम करेगी।

कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए, यह पहल विभिन्न प्रकार की दक्षताओं को शामिल करेगी, जिससे स्नातक उद्योग की मांगों को पूरा करने के लिए अच्छी तरह से तैयार होंगे। इसके अलावा, यह साझेदारी ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एकटे) द्वारा मान्यता प्राप्त अन्य कॉलेजों के प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, जिससे इस पहल का दायरा और प्रभाव बढ़ेगा।

आईसीईएस के अध्यक्ष डॉ. एस. एल. स्वामी ने कहा कि आईआईटी, रोपड़ और आईसीईएस के बीच तालमेल अकादमिक शिक्षा और उद्योग आवश्यकताओं के बीच की दूरियों को कम करेगा। उन्होंने कहा कि हमारे संयुक्त प्रयास कौशल विकास के लिए एक मजबूत ढांचा बनाएंगे, यह सुनिश्चित करेंगे कि हमारे इंजीनियर न केवल रोजगार योग्य हों बल्कि अपने संबंधित क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा देने में सक्षम हों।

सेना के सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने इस अवसर पर कहा कि यह सहयोग इंजीनियरिंग शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। आईआईटी रोपड़ और  आईसीईएस के पाठ्यक्रम में एआई प्रशिक्षण को एकीकृत करके न केवल वर्तमान कौशल अंतर को संबोधित कर रहे हैं, बल्कि भविष्य के नवाचारों के लिए भी मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं। छात्र और प्रशिक्षक दोनों की शिक्षा पर जोर देने से यह सुनिश्चित होता है कि इस पहल के लाभ व्यापक और लंबे समय तक चलने वाले होंगे। आने वाले शैक्षणिक वर्ष में प्रशिक्षकों और छात्रों के बीच कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) साक्षरता को बढ़ावा देकर, आईआईटी रोपड़ और आईसीईएस भारत में तकनीकी शिक्षा के परिवर्तन का नेतृत्व करने का लक्ष्य रखते हैं।

समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर समारोह में आईआईटी रोपड़ के निदेशक प्रो. राजीव आहूजा, डीन (अनुसंधान और विकास) डॉ. पुष्पेन्द्र पी. सिंह, आईसीई एस डॉक्टर एस एल स्वामी, सेवानिवृत्त लैफटीनेंट जनरल हरपाल सिंहए डाक्टर गुरदीप सिंह डीन जार्ज मैसन यूनिवर्सिटी, यूएसए, सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख डॉ. सागर रोहिदास चव्हाण, सिविल इंजीनियरिंग विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. रीत कमल तिवारी, कंप्यूटर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख डॉ. सुदर्शन अयंगर, आईसीईएस के अध्यक्ष डॉ. एस. एल. स्वामी, उपाध्यक्ष जनरल हरपाल सिंह (सेवानिवृत्त), सचिव श्री सागर सिंह ठाकुर, निदेशक श्री एन. देशपांडे, डॉ. गुरदीप सिंह और आईआईटी रोपड़ और आईसीईएस के अन्य संकाय सदस्य उपस्थित थे।

एस.डी. पब्लिक स्कूल जगाधरी में पौधारोपण महोत्सव 

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 18 जुलाई :

एस.डी. पब्लिक स्कूल जगाधरी ने देश में चल रहे अभियान  “एक पेड़ मां के नाम” कार्यक्रम में अपनी भागीदारी दर्ज करवाते हुए विद्यालय के प्रांगण में वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया  । इस अभियान को विशाल रूप देने के लिए  एस.डी. सभा (रजिस्टर्ड ) के प्रधान  प्रवीण शर्मा , सचिव अभिषेक मित्तल तथा एस.डी. स्कूल मैनेजिंग कमेटी के प्रधान अरुण मित्तल, उप प्रधान प्रवीण कुमार गुप्ता , उपसचिव मनोज गुप्ता , उप प्रबंधक  राजेश गोयल ने विद्यालय के प्रांगण में पौधारोपण किया तथा वातावरण को हरा भरा बनाने में अपना नैतिक कर्तव्य निभाया ।

विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती ऊषा  शर्मा ने इस कार्यक्रम की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि  आज देश विशेष कर उत्तर भारत भीषण गर्मी की मार सह रहा है। हमारे जिले यमुनानगर में तो वर्षा भी अन्य क्षेत्रों से काफी कम है । इसका मुख्य कारण वृक्षो की कमी है । “शुद्ध पर्यावरण स्वस्थ जीवन “व “पेड़ लगाओ जीवन बचाओ” इत्यादि धारणाओं को सार्थक करने के लिए यह आयोजन किया गया व  विद्यालय के छात्रों को पेड़ों की उपयोगिता बताते हुए उन्हें भी अपने घर के आसपास एक-एक पेड़ लगाने व  उसकी देखरेख करने की शपथ दिलाई ।

इस अवसर पर एस०डी० सीनियर सेकेंडरी के प्रधानाचार्य सतीश गर्ग , एस०डी० मॉडल स्कूल की प्रधानाचार्य श्रीमती गीतांजलि शर्मा जी व एस० डी ० पब्लिक स्कूल की मुख्याध्यापिका श्रीमती अनुधवन विशेष  रूप से उपस्थित रहे ।

श्री चैतन्य ने चंडीगढ़ और पंचकुला में स्कोर परीक्षा का शुभारंभ किया


डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 17 जुलाई :

श्री चैतन्य ने अपने चंडीगढ़ और पंचकुला परिसरों में अपनी बहुप्रतीक्षित श्री चैतन्य आउटस्टैंडिंग अचीवर रिवार्ड एग्जामिनेशन (स्कोर) का शुभारंभ किया। इस परीक्षा को भारत की सबसे आशाजनक स्काॅरशिप-कम-टैलेंट परीक्षाओं में से एक माना जाता है, जो छात्रों को अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करने और महत्वपूर्ण पुरस्कार अर्जित करने के लिए एक व्यापक मंच प्रदान करती है।

स्कोर का उद्देश्य छात्रवृत्ति, नकद पुरस्कार, सांत्वना पुरस्कार और विषय पेशेवरों से असाधारण सलाह और कैरियर मार्गदर्शन प्रदान करके युवा प्रतिभा की पहचान करना और उसको बढ़ाना है। पूरे भारत में  स्कोर 2023 के लिए पंजीकृत 7 लाख से अधिक छात्रों के साथ, यह पहल जेईई मेन, जेईई एडवांस्ड, एनईईटी और ओलंपियाड जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं में उत्कृष्टता प्राप्त करने के इच्छुक छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

कार्यक्रम की शुरुआत चंडीगढ़ परिसर में सेंटर हेड खेदल सिंह और पंचकूला परिसर में राकेश ठाकुर द्वारा रिबन काटने की रस्म के साथ हुई, जो  स्कोर के आधिकारिक लॉन्च का प्रतीक था। इसके बाद स्कोर बैनर का अनावरण किया गया। खेदल और ठाकुर दोनों ने मनोबलित भाषण में,  स्कोर की विशेषताओं और लाभों पर प्रकाश डाला, युवा प्रतिभाओं को पोषित करने और अद्वितीय शैक्षणिक अवसर प्रदान करने में इसकी भूमिका पर जोर दिया।

चंडीगढ़ परिसर में, सेंटर हेड खेदल सिंह ने इस आयोजन के प्रति अपना उत्साह व्यक्त करते हुए कहा,  स्कोर को छिपी हुई प्रतिभाओं की पहचान करने और उन्हें अपने सपनों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है। हमारा लक्ष्य एक ऐसा वातावरण बनाना है जहाँ छात्र शैक्षणिक और व्यक्तिगत रूप से आगे बढ़ सकें।

पंचकूला के सेंटर हेड श्री राकेश ठाकुर ने भी अपने विचार साझा करते हुए कहा,  स्कोर एक महत्वपूर्ण पहल है जो अकादमिक उत्कृष्टता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप है। व्यापक छात्रवृत्ति और विशेषज्ञ मार्गदर्शन प्रदान करके, हमारा उद्देश्य छात्रों को उनकी पूरी क्षमता तक पहुँचने के लिए सशक्त बनाना है। आज की जबरदस्त भागीदारी हमारे युवाओं के भविष्य को आकार देने में ऐसे प्लेटफार्मों के महत्व का प्रमाण है।

एनईईटी और आईआईटी-जेईई की तैयारी में अग्रणी के रूप में, श्री चैतन्य का स्कोर का उद्घाटन शैक्षिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के उनके निरंतर प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस पहल का उद्देश्य पूरे भारत में छात्रों के लिए अद्वितीय अवसर प्रदान करना, शैक्षणिक प्रतिभा को बढ़ावा देना और छात्रों की सफलता का समर्थन करने की उनकी प्रतिबद्धता को मजबूत करना है।

शिक्षा मनुष्य की तीसरी आंख है : एसएचओ उषा रानी

सरकारी एलीमेंट्री स्मार्ट स्कूल मान में ऐसऐचओ मैडम उषा रानी ने 50 विद्यार्थियों को वितरित किट्टे ।

तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 17   जुलाई :

शिक्षा मनुष्य की तीसरी आंख है शिक्षा के बिना व्यक्ति अंधे के समान है।  इसलिए सभी को मन लगाकर पढ़ाई करनी चाहिए।  ये विचार पुलिस स्टेशन मेहटियाना की एसएचओ मैडम उषा रानी ने सरकारी एलीमेंट्री स्मार्ट स्कूल मनान में 50 सरकारी एलीमेंट्री स्मार्ट स्कूल गांव माना के विद्यार्थियों को किटें वितरित करते हुए व्यक्त किए।  उन्होंने बच्चों को कहा कि शिक्षा जरुर हासिल करने से मनुष्य की तीसरी आँख खुल जाती है। ऊनहोने कहा कि  शिक्षा वह गहना है, जिसे कोई चुरा नहीं सकता।  शिक्षा मनुष्य की अंतिम सांस तक काम आती है, इसलिए हमें देश को विकसित बनाने के लिए समाज को शत-प्रतिशत साक्षर बनाने में अपना योगदान देना चाहिए, ताकि हमारा देश दुनिया का सबसे विकसित देश बन सके ऊनहोने  छात्रों को अधिक पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया गया। ऊनहोने कहा कि  मन लगाकर पढ़ाई करने वाले बच्चे ही पढ़ लिखकर आईएएस आईपीएस डॉक्टर और मास्टर बनते हैं!  इस अवसर पर मैडम उषा रानी ने बच्चों के अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि आज के भौतिकवादी युग में बेशक आप आधी रोटी कम खाएं, लेकिन बच्चों को अच्छे से अच्छे तरीके से और अच्छे स्कूल में पढ़ाएं ताकि बच्चे पडकर अफसर बन सके

पंचकूला में स्कूल वैन हादसा, चार बच्चे घायल

अभी तक हादसे के कारणों का स्पष्ट रूप से पता नहीं चल पाया है, लेकिन प्रारंभिक जांच में माना जा रहा है कि वैन की स्पीड ज्यादा थी या फिर ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया था।

  1. वैन पलटने से चार स्कूली बच्चे हो गए घायल
  2. वैन के ड्राइवर ने अपने कान में लगा रखा था मोबाइल
  3. दोषी ड्राइवर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी- डीसीपी

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 17   जुलाई :

हरियाणा के पंचकूला में स्कूल वैन हादसा हो गया, सेक्टर 25 पुलिस चौकी के नजदीक स्कूल की मिनी वैन पलट गई. इस हादसे में चार बच्चे घायल हो गए। आसपास के लोगों ने वैन में फंसे बच्चों का रेस्क्यू किया और घायल बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया। सूचना मिलने पर भी पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई। गनीमत रही कि हादसे में किसी का जानी नुकसान नहीं हुआ।

जैसे ही हादसे की सूचना मिली, पुलिस और एम्बुलेंस सेवा तुरंत मौके पर पहुंची। घायल बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया और उनकी चिकित्सा शुरू की गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और हादसे के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।

हालांकि अभी तक हादसे के कारणों का स्पष्ट रूप से पता नहीं चल पाया है, लेकिन प्रारंभिक जांच में माना जा रहा है कि वैन की स्पीड ज्यादा थी या फिर ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया था।

एसडी कॉलेज के रोट्रेक्ट क्लब ने सात पुरस्कार जीते

क्लब आने वाले कार्यकाल में नई ऊंचाइयों को छूने की आकांक्षा रखता है-डॉ. अजय शर्मा

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 09 जुलाई :

सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज के रोट्रेक्ट क्लब ने आईएमए हॉल, सेक्टर-35, चंडीगढ़ में आयोजित 2023-24 कार्यकाल के लिए 3080 डिस्ट्रिक्ट अवार्ड्स में 7 पुरस्कार अपने नाम किए। क्लब ने जिन पुरस्कारों को जीता उनमें फ्रीक्वेंसी 3080 को एसईएआरआईसी द्वारा सोशल मीडिया एवेन्यू में उत्कृष्ट परियोजना के रूप में चुना जाना शामिल था। रोटरी वर्ष 2023-24 के सफल समापन के लिए डीआरआर प्रशस्ति पत्र के लिए भी क्लब कता चयन किया गया  जिसमें पूरे वर्ष में सभी डिस्ट्रिक्स गोल्स को पूरा किया गया था। इसके अलावा क्लब को रोट्रेक्ट मूवमेंट को बढ़ावा देने के लिए प्रशंसा पुरस्कार दिया गया और क्लब सर्विसेज एवेन्यू में रोटरैक्ट खेल महोत्सव को सर्वश्रेष्ठ प्रोजेक्ट के तौर पर चुना गया।

जुलाई माह के लिए रोटेरियन नंदिनी छाबड़ा को डिस्ट्रिक्ट रोटेरियन चुना गया जबकि रोटेरियन वंशिका पपनेजा को जोन-2 की सर्वश्रेष्ठ सचिव चुना गया। इसके अलावा डिस्ट्रिक्ट प्रोजेक्ट “उपहार” को मेजबान क्लब होने के लिए प्रशंसा पुरस्कार के लिए चुना गया। कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने पुरस्कार विजेताओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पूरे वर्ष छात्रों की कड़ी मेहनत और समर्पण फलदायी साबित हुआ और क्लब आने वाले कार्यकाल में नई ऊंचाइयों को छूने की आकांक्षा रखता है। रोट्रेक्ट क्लब की इंचार्ज डॉ.रूचि शर्मा ने कहा 3080 डिस्ट्रिक्ट अवार्ड्स में कॉलेज के छात्रों के प्रदर्शन पर उन्हें बधाई दी और कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि उनका यह समर्पण जारी रहेगा।

गुरु गोबिंद सिंह स्टडी सर्कल

गुरु गोबिंद सिंह स्टडी सर्कल द्वारा साल 2024 का वार्षिक नैतिक शिक्षा परीक्षा का आयोजन 22 अगस्त को

तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 08 जुलाई :

गुरु गोबिंद सिंह स्टडी सर्कल जोन होशियारपुर की एक महत्वपूर्ण बैठक बाबा मराज सिंह मेमोरियल कॉम्प्लेक्स, न्यू दीप नगर होशियारपुर में हुई, जिसमें नैतिक शिक्षा परीक्षा से संबंधित तैयारियों की समीक्षा की गई। इस समय जोनल अध्यक्ष नवप्रीत सिंह और सचिव जगजीत सिंह गणेशपुर ने एक संयुक्त बयान में बताया कि इस बार वार्षिक नैतिक शिक्षा परीक्षा स्कूल 22 अगस्त को आयोजित की जा रही है, जो पहली (पहली से पांचवीं), दूसरी (छठी से आठवीं) और तीसरी (9वीं से 12वीं) के लिए जोनल स्तर के अंतर्गत आयोजित की जाएंगी और ज़ोन स्तर पर पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाले छात्रों को नकद पुरस्कार भी दिए जाएंगे। पेपर में 100 बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे, जिनका उत्तर छात्रों को ओ.एम.आर शीट पर देना होगा और पेपर हल करने का समय 60 मिनट होगा।  इच्छुक स्कूल 22 जुलाई तक अपने छात्रों का पंजीकरण करा सकते हैं। इस बैठक में स्टडी सर्कल के उप मुख्य संगठक डाॅ. मनमोहनजीत सिंह भी मौजूद थे। इस समय अपर सचिव डाॅ. अरबिंद सिंह धूत जी ने कहा कि स्टडी सर्कल पिछले पांच दशकों से शैक्षणिक क्षेत्र में काम कर रहा है और नैतिक शिक्षा परीक्षा छात्रों में नैतिक मूल्यों, सकारात्मक सोच, भविष्य के विकल्पों को विकसित करने और समृद्ध विरासत को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से तैयार की गई है ताकि विद्यार्थी एक आदर्श समाज के निर्माण में अपना सकारात्मक योगदान दे सकें। इस मौके पर अन्य लोगों के अलावा आस किरण नशा मुक्ति केंद्र के प्रभारी हरविंदर सिंह नंगल ईशर, प्रिंसिपल रुपिंदरजोत सिंह माहिलपुर क्षेत्र, सरदार जगत सिंह, सरदार जोगा सिंह आदि सदस्य मौजूद थे।

चंदू चैंपियन फिल्म दिखाकर गरीब बच्चों को सपने पूरे करने के लिए प्रेरित

डेमोक्रेटिक फ्रंट, जय्पुर, 01  जुलाई :

ह्यूमन लाईफ फाउण्डेशन चेरिटेबल ट्रस्ट से जुड़े 45 बच्चों को EP सिनेमा हॉल में “चंदू चैंपियन” मूवी दिखाई। यह मूवी मुरली पेडेनकर नामक एक बच्चे के संघर्ष और सपने साकार करने की सत्य घटना दृढ़ ईच्छा पर आधारित कहानी है, जिसने अत्यधिक संघर्ष कर पैरा ओलंपिक में भारत के लिए स्विमिंग में पहला गोल्ड मेडल जीता। कालांतर में जिसकी कहानी और उपलब्धि को लोग भूल गए। यह नाम तब चर्चा में आया जब सन 2018 में खोजकर मोदी सरकार ने ‘पद्मश्री’ से सम्मानित किया।

झुग्गीवासी बच्चों के लिए इस शो को स्पॉन्सर किया फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर अशोक जैन ने।

किसी की मदद करने के अनेक तरीके हैं, केवल ईच्छाशक्ति की जरूरत होती है।