- ओबीसी मोर्चा के बाद बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सुखविंद्र मांढ़ी भी हुए कांग्रेस में शामिल
- करनाल के दो बार विधायक रहे व पूर्व मंत्री जयप्रकाश गुप्ता ने भी ज्वाइन की कांग्रेस
- लगभग 50 पूर्व मंत्री, विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व सांसद भाजपा छोड़कर कांग्रेस में हो चुके हैं शामिल
- टिकट बंटवारे के बाद सैंकड़ों नेता व पदाधिकारी छोड़ चुके हैं बीजेपी
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 14 सितंबर:
पिछले 2 साल से बीजेपी में मची भगदड़ रुकने का नाम नहीं ले रही है। टिकट बंटवारे के बाद से बीजेपी के सैंकड़ों नेता व पदाधिकारी कांग्रेस ज्वाइन कर चुकी हैं। शनिवार को भी भाजपा के दो बड़े नेताओं ने कांग्रेस ज्वाइन की। पूर्व मंत्री व करनाल से दो बार विधायक रहे जयप्रकाश गुप्ता भाजपा छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन कर ली है। साथ ही भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष और बाडढ़ा से पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी ने भी भाजपा को छोड़कर कांग्रेस का हाथ थामा है। जेजेपी प्रवक्ता योगेश शर्मा हिलालपुरिया ने भी कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की। इनके अलावा भी भाजपा और जजपा को छोड़कर आए सैकड़ों नेताओं, ब्लाक समिति चेयरमैन, सरपंचों व कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान के नेतृत्व में कांग्रेस का दामन थामा।
हुड्डा और चौ. उदयभान ने सभी नेताओं का पार्टी में स्वागत किया और उन्हें पूर्ण मान-सम्मान का भरोसा दिलाया।
इस मौके पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भाजपा के 10 साल के राज में हर वर्ग दुखी है। हक मांगने पर किसान, जवान, नौजवान, पहलवान, कर्मचारी और सरपंच सभी पर इस सरकार ने लाठियां बरसाई हैं। बीजेपी सरकार ने दलितों व पिछड़ों का आरक्षण, गरीबों का राशन और व्यापारी वर्ग से प्रोटेक्शन यानी सुरक्षा को छीन लिया। हर वर्ग बीजेपी से पूरी तरह त्रस्त हो चुका है। भाजपा की जनविरोधी नीतियों से नाराज करीब 50 पूर्व मंत्री, विधायक और पूर्व विधायकों कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। कांग्रेस का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है और बीजेपी की सियासी जमीन खिसकती जा रही है। इसलिए प्रदेश में भारी बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनाने जा रही है।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा कि भाजपा केवल झूठ और दिखावे की राजनीति करती है। भाजपा सरकार में ना तो दलित व पिछड़ा वर्ग का आरक्षण सुरक्षित हैं और ना ही मेहनतकश समाज। यही वजह है कि दो दिन में ही भाजपा के दो प्रकोष्ठों के प्रदेशाध्यक्ष कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। भाजपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष कर्णदेव कंबोज ने शुक्रवार को और भाजपा किसान प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र मांढी ने शनिवार को कांग्रेस ज्वाइन की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में ही 36 बिरादरी के हित सुरक्षित हैं, क्योंकि कांग्रेस जोड़ने की राजनीति करती है और बीजेपी बांटने की।
शनिवार को सोहना ब्लॉक समिति चेयरमैन विक्रांत डागर, बेरी से पंचायत समिति चेयरमैन बादल, आलदुका सरपंच भंजू, हसनपुर सरपंच राजू, कुलबीर सरपंच, बेरला के पूर्व सरपंच राजू, अलीपुर सरपंच अशोक डागर, पूर्व चेयरमैन व दादरी किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष विकास उर्फ भल्ले राम, नूंह के व्यापार सैल के पूर्व अध्यक्ष हाजी सुवराती खान, बाढडा अध्यक्ष मंगल गोपी, बाढडा के मंडल महामंत्री मंजीत पहलवान, जेजेपी के पूर्व हलका अध्यक्ष रामफल, कान्हडा सरपंच लीला राम, जाट समाज अध्यक्ष विद्यानंद, पूर्व सरपंच सत्यवान, बाडढा से पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष सिटी, कुलजीत श्योराण, मुकेश यादव, देवेंद्र यादव, मोहन डागर, राकेश राठी, ओमबीर राठी, जगदीश डागर, बलजीत राठी, भारत राठी, बेदराम राठी, हंसराज राठी, सुखबीर डागर, सुंदर भामला, रविंद्र डागर, मोहित राठी, धीरज राठी, अजय डागर, ओमबीर डागर, राजेंद्र, मोनू, राहुल, सचिन, शक्तिराज कान्हडा, बलवान सिंह कान्हडा, पिंकेश कान्हडा, कपुर सिंह, संदीप सिंह, ललित कुमार, बाबूराम नंबरदार, कंवरपाल नंबरदार, अरुण शर्मा, देवी पहलवान, राजेंद्र अली, तेजी मास्टर, सतीश कुमार, सुक्की, हरकेश, दुष्यंत, हिम्मत सिंह, महीपाल, हेमराज, श्याम, अभिषेक राघव, मोहन सिंह, प्रदीप शर्मा, राजू सेहरावत समेत सैंकड़ों नेता व कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी का दामन थामा।