आधार कार्ड पर उच्चतम न्यायलय का फैसला

नई दिल्ली 
सर्वोच्च न्यायलय में आधार की अनिवार्यता पर आज अहम फैसला आने वाला है। इस साल जनवरी से चल रही आधार मामले की सुनवाई पर शीर्ष अदालत ने 10 मई को फैसला सुरक्षित रख लिया था। केंद्र सरकार समेत सभी याचिकाकर्ताओं की नजरें इस सुप्रीम फैसले पर लगी हैं। चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अगुआई में 5 जजों की बेंच फैसला सुनाएगी। यह ऐसा फैसला है, जिसका असर आपकी जिंदगी पर दिखेगा। आइए जानते हैं आधार से जुड़ी से सारी जानकारी….

फैसले के पहले आधार की यात्रा, यहां जानिए सबकुछ
-28 जनवरी, 2009 को योजना आयोग ने UIDAI का नोटिफिकेशन जारी किया
-सितंबर 2010 में ग्रामीण महाराष्ट्र इलाके में योजना की लॉन्चिंग
-2010-11-नैशनल आइडेन्टफकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया बिल पेश किया गया। बाद में बिल को वित्तीय मामलों की स्टैडिंग कमिटी के पास भेजा गया। कमिटी ने निजता और संवेदनशील जानकारी पर सवाल उठाए।

ऐसे कोर्ट में गया मामला 

30 नवंबर 2012: रिटायर्ड जज के एस पुट्टास्वामी समेत कई जनहित याचिकाओं के बाद सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को नोटिस भेजा।
23 सितंबर 2013-दो जजों की बेंच ने सभी मामले की सुनवाई का आदेश दिया।
26 नवंबर 2013- बेंच ने आदेश दिया कि इस मामले में सभी राज्य और केंद्रशासित प्रदेश पार्टी बनाया जाएगा।

ससंद में यूं हुआ पास 
3 मार्च 2016- आधार बिल 2016 को लोकसभा में पेश किया गया, बाद में इसे वित्त विधेयक के रूप में पास कर दिया गया।
10 मई- कांग्रेस नेता जयराम रमेश आधार बिल को वित्त विधेयक के रूप में पास करने को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए।
21 अक्टूबर- एस जी वोमबात्करे ने आधार ऐक्ट की वैधता को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी।

ऐसे बढ़ता रहा आधार 
31 मार्च 2017- सरकार ने इनकम टैक्स ऐक्ट में सेक्शन 139AA शामिल किया। इसके तहत पैन कार्ड, रिटर्न फाइल करने के लिए आधार को अनिवार्य कर दिया गया।
1 जून- आधार कार्ड को बैंक में अकाउंट खोलने और 50 हजार से ऊपर के लेनदेन पर अनिवार्य किया गया।
9 जून-दो जजों की पीठ ने आईटी ऐक्ट 139AA को बरकरार रखा। कोर्ट ने साथ ही कहा कि जिनके पास आधार कार्ड नहीं उसका पैन कार्ड कुछ समय के लिए अवैध नहीं माना जाएगा।

प्रिवेसी से जुड़ा मामला 
24 अगस्त 2017- सुप्रीम कोर्ट में नौ जजों की बेंच ने फैसला दिया कि निजता का अधिकार मौलिक अधिकार हैं। आधार के डेटा को भी इस फैसले से जोड़ा गया।

आधार पर 5 जजों की बेंच ने की सुनवाई 
17 जनवरी 2018- पांच जजों की बेंच ने आधार मामले की सुनवाई शुरू की।
10 मई 2018- सुप्रीम कोर्ट ने मामले पर फैसला सुरक्षित रखा।

अगर फैसला आधार के खिलाफ तो?
-केंद्र सरकार कई जगहों पर आधार को अनिवार्य बना चुकी है। अगर फैसला खिलाफ आता है तो बड़ा असर होगा।
-सुप्रीम कोर्ट अगर बॉयोमिट्रिक डेटा जुटाने को गलत करार देता है तो यह प्रक्रिया रुक जाएगी। केंद्र सरकार के अनुसार अबतक देश में 90 फीसदी से ज्यादा लोगों का आधार बन चुका है।
-सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए अगर आधार की अनिवार्यता सुप्रीम कोर्ट खत्म कर देता है तो सरकार को अपनी योजनाओं को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए अन्य रास्ता आख्तियार करना होगा।
-अगर सुप्रीम कोर्ट बैंक अकाउंट, मोबाइल नंबर आदि के लिए आधार की अनिवार्यता को गलत बताता है तो कई आर्थिक और अन्य अपराध को रोकने के लिए केंद्र को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

आज फिर एक कलयुगी माँ ने अपने जिगर के टुकड़े को मरने के लिए छोड़ा

नरेश भरद्वाज, जालंधर:

जहां देश भर में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कि मुहीम ज़ोर पकडती जा रही है वहीँ पंजाब में एक कलयुगी माँ ने 2 दिन पहले जन्मी बच्ची को ज्योति चौक पुलिस नाके के पास छोड़ गई. पीसीआर टीम को गश्त के दौरान वहाॆ बच्ची मिली तो उसे तुरंत सिविल अस्पताल ले गए वहां स्टाफ ने पहचाना कि बच्ची का जन्म दो दिन पहले यही हुआ था. अब पुलिस उक्त बच्ची के परिजनों का पता निकलवा कर वहां तक पहुंच वैरीफाई करेगी कि यह बच्ची वही है या कोई और. गौर हो कि तीन दिन पहले भी जालंधर में कलयुगी मां दो दिन की बच्ची को छोड़ गई थी.

HARYANA TO GET FIVE NEW TOWNSHIPS

Chandigarh, Sept 25- Haryana Cabinet   here today accorded approval to the Panchgram Development Bill, 2018 for developing five new cities over an area of 50,000 hectares on each side of the Kundli-Manesar-Palwal (KMP) expressway. Panchgram Development Authority will be constituted as the Apex Body for policy making, development and regulation for the development of Panchgram Region.

            The Cabinet approved the concept of the Panchgram Region and developing five cities on the Kundli-Manesar-Palwal (KMP) expressway on 50,000 hectares each side of the expressway which would cover eight districts of the State namely Sonipat, Rohtak, Jhajjar, Gurugram, Rewari, Mewat, Faridabad and Palwal. While the entire vacant area between the KMP expressway and Delhi has been included in the cities, the area on the outer side varies depending on the development potential.

            Haryana State Industrial and Infrastructure Development Corporation(HSIIDC) has initiated the process for hiring a world class consultancy firm through a global tender for undertaking the master plan. The master plan will be prepared using the high resolution area, photography and act as a guiding document for all the future initiatives. This plan will be finalized after the study of the ground realities and demand-supply paradigm. The proposed legislation envisages creation of an authority for planning development and growth of Panchgram Region and a complete code for establishing and operationalising five modern and efficient cities. The Chief Minister will be the Chairperson of the Authority and the other members of the Authority will comprise of State Ministers, public representatives, State Government officers and local body representatives.

            Urbanization of the region along the KMP e-way is inevitable. It is estimated that around 50 per cent of the total population of India will be residing in urban areas by 2050. In case of Haryana, urban population will reach 50 per cent mark before 2040. The key urban areas of the State around National Capital Region (NCR) will see unprecedented growth in urban population. Haryana has an advantage of availability of maximum non-urbanized area around NCR which can be developed as new cities.

पद्मश्री, पद्मविभूषण जसदेव सिंह नहीं रहे


87 बरस की उम्र में आवाज के जादूगर जसदेव सिंह ने ली आखिरी सांस


हॉकी वर्ल्ड कप विजय की वर्षगांठ थी. दिल्ली के शिवाजी स्टेडियम में एक समारोह रखा गया. इसमें जसदेव सिंह भी आए थे. तमाम औपचारिकताओं और एक प्रदर्शनी मैच के बीच जसदेव सिंह से उस जीत की यादें ताजा करने को कहा गया. मार्च का महीना था. जसदेव सिंह ने छोटा सा कागज निकाला. उस पर कुछ पॉइंट लिखे हुए थे. माइक हाथ में लिया. …और अगले 4-5 मिनट उनकी आवाज की खनक और रवानगी उस माहौल को जसदेवमय बना गई.

मैं जसदेव सिंह बोल रहा हूं… इस घोषणा के साथ ही रेडियो की आवाज बढ़ा दी जाती थी. लोग रेडियो के करीब आ जाते थे. उसके बाद बस, एक आवाज गूंजती थी. जसदेव सिंह की. 1975 के विश्व कप की उस दौर का कोई शख्स नहीं भूल सकता. यहां तक कि फाइनल में विजयी गोल करने वाले अशोक कुमार ने कुछ समय पहले कहा था कि जब हम लौटकर आए, तो वो कमेंट्री दोबारा सुनी. उन्होंने कहा, ‘मैं दिल से कहता हूं कि उस कमेंट्री का रोमांच मैं शब्दों में नहीं बता सकता.’

हॉकी के हर पास की रफ्तार जसदेव सिंह के मुंह से निकलते शब्द की रफ्तार से मुकाबला करते थे. ऐसा लगता था, जैसे वो एक भी लम्हा नहीं चूकना चाहते. ..और कमेंट्री को लेकर उनका लगाव ही था, जो वर्ल्ड कप के 30 बरस बाद भी वो कमेंट्री शब्द-दर-शब्द उन्हें याद थी.

दरअसल, महात्मा गांधी के अंतिम सफर की कमेंट्री से उनका कमेंट्री के साथ लगाव शुरू हुआ था. उनके शब्दों में 1962 के स्वतंत्रता दिवस पर जो शुरुआत की, तो फिर वो किसी भी स्वतंत्रता और गणतंत्र दिवस की आवाज बन गए. खासतौर पर गणतंत्र दिवस परेड की. माहौल बताना उनकी खासियत थी. उनकी कमेंट्री चिड़ियों के चहचहाने, सुहानी बयार, पेड़ों के झूमने से शुरू होती थी. यहां तक कि मजाक में कहा जाने लगा था कि जसदेव सिंह तो इनडोर स्टेडियम में चिड़ियों की आवाज सुना देते हैं.


Rajyavardhan Rathore

@Ra_THORe

It is with deep sadness that I note the demise of Sh Jasdev Singh, one of our finest commentators.

A veteran of @AkashvaniAIR & @DDNational, he covered 9 Olympics, 6 Asian Games & countless Independence Day & Republic Day broadcasts.

His demise is truly the end of an era.


शायद ही कोई ऐसा बड़ा इवेंट हो, जहां जसदेव सिंह की आवाज न गूंजी हो. जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी जैसे नेताओं की अंतिम यात्रा हो… खेलों के हर बड़े इवेंट के साथ जुड़ाव हो.. हर जगह जब भी कमेंट्री की बात आती, जसदेव सिंह का नाम पहले आता था. उन्हें फिल्म चक दे में कमेंटेटर के रोल के लिए भी बुलाया गया. लेकिन लिखी हुई लाइन के बजाय अपने हिसाब से बोलने पर वो अड़ गए, जिस वजह से उन्हें फिल्म में नहीं लिया गया.

एक समय के बाद उनमें कुछ कड़वाहट आने लगी. उन्हें लगने लगा कि उनका वो सम्मान नहीं हो रहा, जिसके वो हकदार थे. हालांकि सब जानते हैं कि पद्म भूषण, पद्म श्री, ओलिंपिक ऑर्डर.. ये सब उनके नाम हैं. लेकिन रिटायरमेंट के बाद हालात बदले. 1955 से कमेंट्री कर रहे जसदेव शायद कमेंट्री से अपने प्यार की वजह से इससे दूर नहीं होना चाहते थे. उन्हें स्टार स्पोर्ट्स में भी शुरुआती समय में सुनील गावस्कर के साथ मौका दिया गया. 2000 के सिडनी ओलिंपिक में उन्होंने ओपनिंग सेरेमनी की कमेंट्री की. लेकिन तब तक साफ होने लगा कि आवाज का जादू तो बरकरार है, लेकिन अब आंखों और आवाज का समन्वय गड़बड़ा रहा है. कुछ खिलाड़ियों को पहचानने में उन्हें समस्या होने लगी थी.

इसके बाद भी कई सालों तक वो कमेंट्री करते रहे. वो लगातार यह कहते रहे कि उनसे कमेंट्री करवाई जानी चाहिए. लेकिन जैसा कहा जाता है कि दिन किसी के लिए नहीं थमते. आज, 24 सितंबर 2018 को 87 साल की उम्र में जसदेव सिंह दुनिया छोड़ गए हैं. कमेंट्री का वो दौर खत्म हो गया है, जिसे उनकी आवाज ने पहचान दी थी.

आकाशवाणी के सबसे चर्चित नामों में एक देवकी नंदन पांडेय थे. समाचार पढ़ने के उनके तरीके ने उन्हें ख्याति दिलाई थी. उनके बारे में कहा जाता है कि एक बार इंदिरा गांधी से आकाशवाणी से लोग मिलने गए. सबने परिचय दिया. इंदिरा गांधी सिर नीचे किए कोई फाइल देख रही थीं. जब देवकी नंदन पांडेय ने अपना परिचय दिया तो इंदिरा जी ने सिर उठाया और कहा- अच्छा, आप हैं… 11 साल पहले 2007 में देवकी नंदन पांडेय का निधन हुआ था.

इसी तरह जसदेव सिंह को कमेंट्री की आवाज कहा जाता है. उनके लिए भी कहा जाता है कि 1975 के हॉकी वर्ल्ड कप फाइनल की कमेंट्री सुनने के लिए इंदिरा गांधी ने संसद की कार्यवाही रुकवा दी थी. यकीनन इसमें कोई शक नहीं कि जसदेव सिंह की आवाज गूंजती थी, तो ऐसा लगता था, मानो दुनिया थम जाए. सवाई माधोपुर में जन्मे जसदेव सिंह दिल्ली और जयपुर में रहते थे. जयपुर में अमर जवान ज्योति पर हर शाम उनकी आवाज गूंजा करती है. वो आवाज सिर्फ अमर जवान ज्योति नहीं, हर उस दिल मे हमेशा गूंजती रहेगी, जिसने उनकी कमेंट्री सुनी है. वो आवाज अमर है.

youth arrested SUV ‘Fortuner’ recovered

The case FIR No. 151 dated 30.7.2018 u/s 379,411 IPC PS-49, Chandigarh was registered on the complaint of Sh. Ravinder Sarin R/o # 2338, Sec.44C, Chandigarh in which he reported that on 28.7.2018 he went to RCS Society Sec.49A, Chandigarh in his Fortuner No. CH01AN-9595 to attend his family party. Where he lost the key of vehicle and later on he came back with his brother. But on the next day he found his vehicle has been stolen.

During the investigation accused Milan Sharma S/o Sh. Ravi Dutt Sharma R/o # 817, Sec.49, Chandigarh was arrested and stolen vehicle has been recovered. He further disclosed that he found the keys of vehicle, then he has stolen the fortuner and  further parked it in free parking area Sec.16, Panchkula and try to sell it off, but he could not manage to get any customer

With the arrest of 3, 8 cases of theft and snatching solved

 

25.09.2018

In a major breakthrough the Crime Branch of Chandigarh Police under the supervision of DSP Pawan Kumar team headed by Inspector Amanjot Singh is able to arrest three persons who are involved in recent snatchings and auto lifting from Chandigarh.

 

Profile of accused.

  1. Vicky s/o Mahinder Singh R/o # Mohalla Amardas Colony Gali No.6, Near Shamshan Ghat, Giaspur Chowk, Ludhiana, Local Address: #, Sec.38 West, Chandigarh. Age 23 years.

 

  1. Happyjit Singh S/o Sh. Shinderjit Singh R/o Gali No.5, Guru Amardas Colony Giaspura, Ludhiana. Age 22 years.

 

  1. Ramesh Kumar S/o Ram Nihar R/o Vill. Koru Ragharpur Teh. Bikapur. PS. Haiderganj Distt. Faizabad UP, Aged 29 years.

On 22.09.18, a secret information was received that the accused Vicky who is involved in several cases of recent snatchings and vehicle lifting is presently roaming in the area of Police Station 34, Chandigarh. On the basis of secret information the naka was laid and Vikcy was apprehended. Further on the interrogation of accused Vicky two more accused namely Happyjit Singh and Ramesh Kumar were also arrested. On further interrogation and investigation total 10 cases were worked out. Out of which 7 is snatching and 3 are of vehicle theft.

      The cases solved with their arrest are as under:

Sr. No. FIR /Date U/S PS State Property recovered
1. 317/16.9.18 356,379,411 IPC 36 Chandigarh Mobile
2. 371/14.9.18 356,379,411 IPC 39 Chandigarh. Mobile
3. 373/16.9.18 356,379, 411 IPC 39 Chandigarh Mobile
4. 325/17.9.17 356,379, 411 IPC 36 Chandigarh Mobile
5. 298/17.9.18 356,379,411 IPC 26 Chandigarh Mobile
6. 380/19.9.18 356,379,411 IPC 39 Chandigarh Mobile
7. 374/16.9.18 356,379,411 IPC 39 Chandigarh Mobile
8. 410/22.9.17 379, 411 IPC 39 Chandigarh Motor Cycle
9. 274/12.9.18 379,411 IPC 19 Chandigarh Motor Cycle
10. 78/4.3.16 379,411 IPC 31 Chandigarh Motor Cycle

Modus operandi

Vicky, Happyjit and Ramesh all are residents of Ludhiana and Happyjit is working as Sweeper in Hotel Blue Diamond, burial, Chandigarh. Vicky and Ramesh are his friends all of them are in habit of consuming drugs. All three of them decided to commit snatchings and vehicle lifting from Chandigarh, on this Vicky arranged one Activa which belong to his Aunt (Bua) who lives in sector 38 west Chandigarh and they started committing snatchings on this activa. Most of these snatching were done by Vicky alone on this activa and he used to give these snatched mobile to Ramesh for further selling it in the market.

Other Crimes

Accused Vicky also confessed during the interrogation that he has also snatched few mobiles from Ludhiana.

Cabinet approves proposed registration fees to immovable property

Chandigarh, September 25 :

Haryana Cabinet  today accorded approval to provide Government Job to Mrs Sujita Kumari, the daughter of Martyr Satya Narayan, serving in Army as a Sepoy, who was killed in Operation Meghdut on November 9, 1988.

          She will be given job on compassionate appointment for Group-‘C’ post by giving relaxation in the policy as an exceptional case.

          Sepoy, Satya Narayan serving in Army and resident of Village and PO-Mamaria Ahir, Tehsil and District Rewari was killed in Operation Meghdut on November 9, 1988. At that time Mrs Sujita Kumari daughter of Martyr Satya Narayan was ten months old. Now the Daughter of the Martyr is married and has made a request to give appointment on compassionate grounds. Her qualification is M.A B.Ed. As per qualification, she is eligible for Group-C post.

          The ex-gratia amount given to the dependents of the martyrs was Rs 2.50 lakh on January 4,2006 which was increased to Rs 20 lakh on August 25,2014. Later on, on March 6,2017, it was again increased to Rs 50 lakh, by the present government.

In an another  important decision Cabinet  has given approval for the transfer of 17,601 square yards of land of Revenue Department to Municipal Council, Narnaul for construction of shopping complex in Old Court, Narnaul.

Haryana Cabinet  here today accorded approval to the proposal of Revenue and Disaster Management to revise the Registration fee for the registration of non – testamentary documents relating to immovable property.

          The rates of registration fees were revised on November 6, 2006 according to which the maximum rate of registration fee is Rs. 15000 if the value of consideration in money terms is exceeding Rs. 25 lakh. The registration fee is charged on a slab system. There has been a considerable hike in the rates of property since then. Therefore, it has become necessary to increase the rates of registration fee in order to augment the State Revenue to meet the increased development expenditure and to feed the expenditure of registration department.

           As per the revised rates, if the registration of non – testamentary documents such as exceeds Rs 25  lakh but does not exceed Rs 30 lakh, present rate is Rs 15 thousand,  if it exceeds Rs 30  lakh but does not exceed Rs 40 lakh, then the revised rate would be Rs 20 thousand, exceeds Rs 40 lakh but does not exceed Rs 50 lakh, then the revised rate would be Rs 25 thousand, if it exceeds Rs 50 lakh but does not exceed Rs 60  lakh, then the revised rate would be Rs 30 thousand, exceeds Rs 60  lakh but does not exceed Rs 70 lakh, then the revised rate would be Rs35 thousand, if it exceeds Rs 70  lakh but does not exceed Rs 80 lakh, then the revised rate would be Rs 40 thousand, exceeds Rs 80 lakh but does not exceed Rs 90 lakh, then the revised rate would be Rs 45 thousand and if it exceeds Rs 90 lakh then the revised rate would be Rs 50 thousand.

          Non testamentary documents relating to immovable property are instrument of sale, gift, mortgages, sale certificates, rent or lease deed, collaboration agreement, deed of exchange of property, deed of settlement and deed of partition.

Revised collateral rates are as under

Price of Land                                                Rgistery Fee
Rs. 25 lakh to Rs. 30 Lakh                         Rs. 15,000.00
Rs. 30 lakh to Rs. 40 Lakh                         Rs. 20,000.00
Rs. 40 lakh to Rs. 50 Lakh                         Rs. 25,000.00
Rs. 50 lakh to Rs. 60 Lakh                         Rs. 30,000.00
Rs. 60 lakh to Rs. 70 Lakh                         Rs. 35,000.00
Rs. 70 lakh to Rs. 80 Lakh                         Rs. 40,000.00
Rs. 80 lakh to Rs. 90 Lakh                         Rs. 45,000.00
Rs. 90 lakh onwards                                   Rs. 50,000.00

Cabinet also approved initiating Kalpana Chawla Haryana Solar Award and signing of memorandum of understanding between International Solar Alliance (ISA) and the state government.

          The objective of Kalpana Chawla Haryana Solar Award scheme is to create a platform for participation of women and men scientists in solar energy sector thereby instituting an award dedicated to scientists and engineers working prominently in the field of solar energy research and development or associated with such research institute. Such awards will encourage their participation in solar sector and provide them a platform to access affordable, reliable and sustainable energy across 121 prospective member countries of ISA. It will help in achieving the universal goal of sustainable energy for all.

          The award has been instituted in the fond memory of Kalpana Chawla, the daughter of Haryana, which not only encouraged the scientists all over the globe to work in the field of solar energy, but also strengthen the movement ‘Beti Bachao Beti Padhao’ of the government.

          The entries for the award will be invited from the eligible scientists every year by writing to embassies of all member countries. Research scholars from all the academic and scientific institutes based in the 121 member countries of ISA will be eligible to apply. The research papers published in the reputed scientific journals will also be considered. The research and development leading to some useful solar application or related research will be one of the criteria for selection of award. The International Committee will scrutinize the applications based on the criteria laid down and finalize the candidate. The constitution of the International Committee will be finalized by the Director General of ISA.

          The Award Committee constituted will screen the applications based on the criteria laid down and recommend three nominations. While Retired Head of the Council of Scientific and Industrial Research (CSIR) will be the Chairman of the Committee, Consultant, Renewable Energy or any other official nominated by Director General, ISA will be the Convener and Consultant (Legal) or any other official as nominated by Director General, ISA will be the Co- Convener of the Committee. The other members of the Committee included Director Indian Institute of Technology (IIT) Delhi or his or her representative, General Director of International Nuclear Event Scale (INES), France or his or her representative, Secretary, New and Renewable Energy, Government of Haryana or his or her representative and Director General, National Institute of Solar Energy (NISE) or his or her representative.

          The Award Committee will screen the entries received and finalize the three nominations by March 31 every year. The three entries will be submitted to the International Committee for finalization.

राजस्व विभाग की ओल्ड कोर्ट, नारनौल की 17,601 वर्ग गज भूमि शॉपिंग काम्पलेक्स बनाने हेतु नगरपरिषद नारनौल को हस्तांतरित

चंडीगढ़, 25 सितंबर:

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में आज यहां हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में राजस्व विभाग की ओल्ड कोर्ट, नारनौल की 17,601 वर्ग गज भूमि शॉपिंग काम्पलेक्स बनाने हेतु नगरपरिषद नारनौल को हस्तांतरित करने के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के एक प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई।
नगर परिषद नारनौल इस भूमि के हस्तांतरण के लिए कलैक्टर रेट का भुगतान करेगी। वाणिज्य उपयोग हेतु वर्ष 2018-19 के लिए कलैक्टर द्वारा भूमि का मूल्यांकित अनुमानित बाजार मूल्य 35,000 रुपये प्रति वर्ग गज है और भूमि का कुल अनुमानित मूल्य 61.6 करोड़ रुपये है।

शहीद सत्यनारायण की बेटी श्रीमती सुजिता कुमारी को अनुकंपा आधार पर सरकारी नौकरी देने की स्वीकृति प्रदान

चण्डीगढ़, 25 सितम्बर:

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में आज यहां हुई हरियाणा मंत्रिमण्डल की बैठक में सेना के सिपाही शहीद सत्यनारायण की बेटी श्रीमती सुजिता कुमारी को अनुकंपा आधार पर सरकारी नौकरी देने की स्वीकृति प्रदान की है।
उसे एक विशेष मामले के तौर पर नीति में ढील देते हुए गु्रप ‘सी’ के पद पर अनुकंपा आधार पर नौकरी दी जाएगी।
सेना के सिपाही सत्यनारायण, जो गांव और डाकघर मामडिया अहिर, तहसील व जिला रेवाड़ी के निवासी थे, ने 9 नवम्बर, 1988 को ‘ऑपे्रशन मेघदूत’ के दौरान अपने जीवन का बलिदान दिया था। उस समय शहीद की बेटी 10 मास की थी। अब उसने अनुकंपा आधार पर सरकारी नौकरी देने का आग्रह किया है और वह एम.ए, बी.एड है तथा गु्रप सी के पद के लिए योग्य है। हालांकि, सरकारी नीति के अनुसार, केवल आश्रित बेटा या बेटी या पत्नी, जो कमाई नहीं कर रहा है, नियुक्ति के लिए पात्र है। इसलिए, इस मामले में, सरकार ने शहीद की बेटी सुजीता कुमारी, जो शादी-शुदा है, को अनुकम्पा आधार पर गु्रप सी के पद पर नियुक्ति प्रदान करने के लिए नियमों में ढील देने का निर्णय लिया है।
4 जनवरी, 2006 को शहीदों के आश्रितों को 2.50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाती थी, जिसे 25 अगस्त, 2014 को बढ़ाकर 20 लाख रुपये किया गया और फिर वर्तमान राज्य सरकार ने 6 मार्च, 2017 को इस राशि को बढ़ाकर 50 लाख रुपये किया।

लश्कर -ए -तैयबा कि धमकी, जांच एजेंसियां चौकस

 

अंबाला आतंकवादी संगठन लश्कर ए तोयबा के एरिया कमांडर द्वारा उत्तर भारत को दहलाने की धमकी दी गई है। अम्बाला कैंट के रेलवे स्टेशन के डायरेक्टर को भेजे गए एक धमकी भरे पत्र से उत्तर भारत मे हड़कंप मच गया है। इस पत्र ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है जिसके बाद उत्तर भारत मे सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर आ गई हैं। इस पत्र में रेलवे स्टेशनों के अलावा सेना की छावनियों, एयरपोर्ट , पेट्रोल पम्प और कुरुक्षेत्र के धार्मिक स्थलों को उड़ाने की धमकी दी गई है।