दिल्ली के एक पांच सितारा होटल हयात रीजेंसी में गुंडई करने के आरोप में आशीष पांडे पर दिल्ली पुलिस का शिकंजा कस गया है. बृहस्पतिवार को पटियाला कोर्ट से एक दिन की रिमांड मिलने के बाद दिल्ली पुलिस आशीष पांडे को हर उस जगह ले कर जा रही है, जहां पर आशीष घटनावाली रात गया था. दिल्ली पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि आशीष पांडे काफी रंगीन मिजाज का शख्स है. आशीष के पास इस वक्त हथियारों के तीन लाइसेंस हैं. दिल्ली पुलिस आशीष के साथ उस रात होटल में मौजूद तीन लड़कियों के बारे में भी पता कर लिया है.
दिल्ली पुलिस की शुरुआती पुछताछ में आशीष ने बताया है कि घटनावाली रात उसके बीएमडब्ल्यू गाड़ी में आगे वाली सीट पर बैठी लड़की पामेला रूज थी. पामेला पंजाबी है पर ब्रिटिश नागरिकता हासिल कर रखी है. पामेला दुबई में भी काफी मशहूर है. पामेला एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के साथ जुड़ी है. पामेला अक्सर दुबई आती-जाती रहती है. उसका इंडिया में भी अक्सर आना-जाना होता है. आशीष ने बताया कि पामेला के अलवा एक और लड़की ब्रिटिश है जबकि एक लड़की दुबई की है. तीनों लड़कियां पामेला के साथ ही भारत आई थीं.
पामेला के बारे में कहा जाता है कि सोशल साइट्स पर जाकर कोई भी शख्स उससे दोस्ती कर सकता है. दोस्त बनने के बाद पामेला को दुनिया के किसी भी कोने में बुला भी सकता है. पामेला को कहीं भी बुलाने के लिए उसकी कीमत अदा करनी पड़ती है. पामेला ट्विटर पर भी काफी एक्टिव है. भारत के कई वीवीआईपी को पामिला फॉलो करती है. ऐसा कहा जा रहा है कि आशीष पांडे ने भी उस रात लगभग 15 लाख रुपए पामेला और उसके दोस्त पर उड़ाए थे.
बता दें कि आशीष पांडे बृहस्पतिवार को ही दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में सरेंडर किया था. पिछले कई दिनों से आशीष पांडे दिल्ली पुलिस और यूपी पुलिस को चकमा दे रहा था. आशीष ने कोर्ट में सरेंडर करने से पहले एक वीडियो जारी कर आरोप लगाया था कि उनका मीडिया ट्रायल किया जा रहा है. आशीष का कहना है कि होटल में उस रात जो स्थिति पैदा हुई उसके लिए वह जिम्मेदार नहीं हैं. बीएसपी नेता का बेटा होने के कारण उन्हें निशाना बनाया जा रहा है. आशीष पांडे बीएसपी के पूर्व सांसद राकेश पांडे का बेटा है.
बुधवार को ही पटियाला हाउस कोर्ट ने आशीष के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया था. बीते 13 अक्टूबर की रात को दिल्ली के होटल हयात में आशीष पांडे ने खुलेआम पिस्तौल लहरा कर एक जोड़े को धमकाया था. इस घटना का वीडियो कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद दिल्ली पुलिस हरकत में आई थी. दिल्ली पुलिस और यूपी एसटीएफ की कई टीमें कई दिनों से आशीष पांडे की तलाश में छापेमारी कर रही थी, लेकिन आशीष पांडे लगातार अपना लोकेशन बदल कर पुलिस को चकमा दे रहा था.
आशीष को रिमांड पर लेने के तुरंत बाद ही दिल्ली पुलिस आर के पुरम थाना ले कर गई है. जहां उसकी अभी भी पूछताछ चल रही है. दिल्ली पुलिस को शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि 13 अक्टूबर की रात को होटल में आयोजित एक क्लब पार्टी में कुछ लड़कियों के साथ आशीष पहुंचा था.
दिल्ली पुलिस अब पीड़ित शख्स के साथ भी आशीष का आमना-सामना कराने जा रही है. आशीष को होटल हयात लेकर भी जाया गया है, जहां पर फिर से वह सीन दोहराने की बात चल रही है. घटनावाली रात को होटल में मौजूद कुछ बाहरी लोगों को भी होटल हयात बुलाया गया है. साथ ही होटल स्टाफ के साथ भी आशीष को बिठा कर पूछताछ की जा रही है. दिल्ली पुलिस यह पता करने में लगी हुई है कि आखिर में उस रात ऐसा क्या हुआ जिसके कारण आशीष होटल के बाथरूम से लेकर होटल के गेट तक पीड़ित शख्स के साथ उलझता रहा.
दिल्ली पुलिस की शुरुआती पूछताछ में तीनों महिला मित्रों के बारे में जानकारी देने से इंकार कर रहा था, लेकिन दिल्ली पुलिस की सख्ती के बाद आशीष ने पूरी जानकारी बताई. हालांकि, दिल्ली पुलिस के अधिकारी अभी मीडिया को पूरी बात नहीं बता रही. दिल्ली पुलिस अब जानने की कोशिश में लगी हुई है कि आशीष के साथ और कौन-कौन से लोगों से उन तीनों लड़कियों ने मुलाकात की थी? तीनों लड़कियां भारत छोड़ चुकी हैं. दिल्ली पुलिस उन लड़कियों के लोकेशन बारे में पता कर रही है. दिल्ली पुलिस के सूत्रों का कहना है कि अगर जरूरत पड़ी तो विदेश मंत्रालय से भी इस मामले में मदद ली जाएगी.
आशीष पांडे पूरे नाटकीय घटनाक्रम के बाद बृहस्पतिवार को पटियाला कोर्ट में सरेंडर किया था. सरेंडर करने से पहले आशीष ने अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए एक वीडियो जारी किया था. आशीष का कहना था कि उन्हें वांछित आतंकी की तरह दिखाया जा रहा है और पुलिस पूरे देश में उनकी तलाश कर रही है. आशीष के मुताबिक, ‘मेरे खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है. अगर आप सीसीटीवी फुटेज देखें तो मालूम चलेगा कि उस रात लेडीज टॉयलेट में कौन गया था और किसने-किसको धमकाया था. मैं सुरक्षा के लिए अपने साथ बंदूक रखता हूं. मैंने इसका इस्तेमाल धमकाने के लिए नहीं किया. मैंने हमेशा इसे पीछे रखा. मैंने उस लड़की को भी कुछ नहीं कहा, उसने ही मुझे धक्का दिया और भद्दे इशारे किए. मुझे कानून में विश्वास है और इसीलिए मैंने सरेंडर का फैसला लिया है. मेरा कोई आपराधिक रिकॉर्ड भी नहीं है.’
आशीष पांडे की तलाश में दिल्ली पुलिस के साथ-साथ यूपी पुलिस की भी कई टीमें पिछले कई दिनों से दिल्ली से लेकर लखनऊ तक खाक छान रही थी. दिल्ली पुलिस ने गौरव कंवर नाम के एक शख्स के सोशल मीडिया पर शिकायत करने के बाद आशीष के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी. गौरव कंवर और उनके एक मित्र से ही आशीष पांडे की 13 अक्टूबर की रात को होटल हयात में कहासूनी हुई थी.
दिल्ली पुलिस आशीष के पुराने इतिहास को खंगालने में जुटी हुई है. दिल्ली पुलिस को पता चला है कि आशीष साल 2016 में भी लखनऊ पुलिस के कब्जे में आया था. लखनऊ के गोमती नगर में आशीष ने अपनी मर्सिडीज गाड़ी से रेनेसां होटल के सामने एक गाड़ी को टक्कर मारी थी. आशीष पांडे अपने रसूख के कारण उस समय लखनऊ पुलिस के चंगुल से किसी तरह बच कर निकल गया था.
बता दें कि आशीष पांडे बीएसपी के पूर्व सासंद राकेश पांडे का बेटा है. आशीष के चाचा पवन पांडे भी शिवसेना के एमएलए रह चुके हैं. आशीष के सबसे छोटे चाचा कृष्ण कुमार पांडे भी कांग्रेस के नेता हैं. आशीष का छोटा भाई रितेश पांडे यूपी के जलालपुर से बीएसपी का एमएलए है.