बोर्डिंग स्कूल – रूट्स कंट्री स्कूल का हुआ शुभारंभ
यह कोटखाई के पास बाघी में हिमाचल के प्रसिद्ध बोर्डिंग स्कूल – रूट्स कंट्री स्कूल की दूसरी शाखा है
डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, पंचकुला – 19 मई :
रूट्स कंट्री स्कूल (आरसीएस) – ट्राइसिटी के पहले पूरी तरह सुसज्जित अत्याधुनिक डे-बोर्डिंग स्कूल ने औपचारिक रूप से काम शुरू करने की घोषणा की है। स्कूल यहां डीएलएफ द वैली में शिवालिक फुट हिल्स के हरे-भरे वातावरण में स्थित है। आरसीएस पंचकूला, सुनील रोठा व कृति रोठा द्वारा कोटखाई, शिमला हिल्स, हिमाचल प्रदेश के पास बाघी में 2003 में स्थापित प्रतिष्ठित रूट्स कंट्री स्कूल की दूसरी शाखा है। नए स्कूल के बारे में जानकारी देने के लिए स्कूल की को फाउंडर कृति रोठा और आरसीएस, पंचकूला की प्रिंसीपल – सुज़न भागरा ने आज यहां एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया।
कृति रोठा ने कहा कि “स्कूल क्षेत्र में एक संपूर्ण डे बोर्डिंग की कमी को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं। हमारा स्कूल कामकाजी अभिभावकों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा, क्योंकि आम तौर पर इन दिनों पिता और माता दोनों काम पर जाते हैं। सिंगल मदर या फादर भी इससे लाभान्वित होंगे। माता-पिता को अब अपने कार्यालय समय के दौरान अपने बच्चों को लेने के बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं होगी। स्कूल बच्चों को डे-बोर्डिंग में रखता है और माता-पिता काम से मुक्त होने पर अपने बच्चों को ले जा सकते हैं”।
उन्होंने आगे कहा कि “स्कूल के नियमित घंटों के बाद बच्चे प्रोफेशनल्स के हाथों में सुरक्षित होंगे और उन्हें पौष्टिक भोजन व आराम मिलेगा। वे अपना होमवर्क पूरा करेंगे। अभिभावक भी राहत की सांस लेंगे, क्योंकि अब वे ट्यूशन कल्चर के चंगुल से मुक्त हो सकेंगे। स्कूल में छात्र रचनात्मक गतिविधियों में हिस्सा लेंगे। स्कूल में उनकी नियमित दिनचर्या उन्हें उनके भावी जीवन के लिए अनुशासित करेगी।
स्कूल में आरसीएस की एक भव्य और आकर्षक इमारत है। लड़के-लड़कियों के लिए बंक बैड्स के साथ अलग-अलग डॉर्मिटरीज हैं। स्कूल में, हर मौसम के लिए उपयुक्त एक स्वीमिंग पूल, इन हाउस बेकरी, किचन, इनडोर गेम्स एरिया, म्यूजिक रूम, डांस हॉल, टेनिस ग्राउंड, टेबल टेनिस, बैडमिंटन हॉल, बास्केटबॉल, कराटे ट्रेनिंग, स्नूकर और एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लैब मौजूद है। एक सुविधायुक्त पुस्तकालय और एक ई-लाइब्रेरी भी है। इतना ही नहीं, 700 लोगों के बैठने की क्षमता वाले एक बहुउद्देशीय सभागार के साथ स्कूल की इमारत सेंट्रली वातानुकूलित है। बच्चों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए एक लघु चिकित्सालय भी है।
कृति ने बताया कि ” हम छात्रों को वास्तविक दुनिया के लिए प्रशिक्षित करते हैं, रट्टा आधारित शिक्षा में हमारा विश्वास नहीं है,”
सुज़न भागरा ने कहा, “स्कूल वर्तमान में प्री-नर्सरी से कक्षा 7 तक है और हम शिक्षण की लीड प्रणाली का उपयोग करते हैं, जो सिंगापुर के नर्चरिंग अर्ली लर्नर्स (एनईएल) कार्यक्रम के साथ बेंचमार्क है और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 द्वारा निर्धारित एनसीईआरटी के अनुरूप है। सभी विषयों को एक स्किल के रूप में पढ़ाया जाता है और हमारा दृष्टिकोण छात्रों को करके सीखने पर आधारित है।
स्कूल का विजन अपने छात्रों को इस महान देश भारत के महान नागरिक बनने के लिए प्रेरित करना है।