मुख्यमंत्री द्वारा राज्य में खरीफ सीज़न की फसलों और बीजों संबंधी तैयारियों का जायज़ा लेने के लिए कृषि अफ़सरों के साथ विचार-विमर्श

पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी को खरीफ की फ़सलों संबंधी किसानों तक सीधी पहुँच करके सलाह-परामर्श करने के लिए कहा

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज राज्य में आगामी खरीफ सीज़न की फसलों और बीजों संबंधी तैयारियों का जायज़ा लेने के लिए कृषि अफ़सरों और पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के अफ़सरों के साथ विस्तार से विचार-विमर्श किया।

आज प्रातः काल यहाँ पंजाब सिविल सचिवालय में मीटिंग की अध्यक्षता करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कृषि को लाभदायक धंधा बनाने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि इस मनोरथ के लिए किसानों की आय बढ़ाने पर और ज्यादा ध्यान दिया जाना चाहिए। भगवंत मान ने कहा कि इसको यकीनी बनाने के लिए राज्य में फ़सलीय विभिन्नता पर अधिक ज़ोर दिया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए राज्य सरकार किसानों के साथ सीधे तौर पर बातचीत करके सलाह-परामर्श करेगी। उन्होंने कहा कि आगामी फ़सल की बुवाई से पहले किसानों के साथ विस्तृत विचार-विमर्श किया जायेगा। भगवंत मान ने पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी को कहा कि वह किसानों तक सीधी पहुँच करके उनके साथ बातचीत करें और इस सम्बन्ध में सुझाव हासिल करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि यूनिवर्सिटी की टीमों को ज़मीनी स्तर पर किसानों के साथ सीधे तौर पर मिलना चाहिए और फ़सली चक्र के बारे उनकी राय लेनी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पंजाब में अब खेती सम्बन्धी कोई भी नीति किसानों और अन्य सम्बन्धित पक्षों के सलाह-मशवरे से तैयार करके लागू की जायेगी। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार किसानों की भलाई के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी।

इस मौके पर कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव ए. वेनू प्रसाद, पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी के उप कुलपति डॉ. एस. एस गोसल, वित्त कमिशनर विकास-कम-सचिव कृषि राहुल तिवारी और डायरैक्टर कृषि डाः गुरविन्दर सिंह और अन्य भी उपस्थित थे।