‘डिजायर’ का निर्माण अब गुजरात में, कॉंग्रेस काट रही बवाल

किसी भी प्रदेश में उद्योग रीढ़ की हड्डी का काम करते हैं। हरयाणा में फ़रीदाबाद मानेसर इस बात का गवाह हैं। मारुति उद्योग ने अपने उपस्थिती यहाँ अच्छे से दर्ज़ करवाई है। बावजूद पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के शासन काल में हुई मारुति प्लांट हिंसा के जहां एक अधिकारी को ज़िंदा जला दिया गया था। मनेसार प्लांट अच्छे से काम कर रहा है। अभी हालिया रिपोर्ट के अनुसार मारुति सुज़ुकी अपना नया यूनिट गुजरात ले जाने को बाध्य है। कारण हरियाणा सरकार के कुछ नए नियम हैं जिनके अनसार उद्योग में 75% कामगार हरियाणा से ही होंगे, जो मारुति उद्योग को मान्य नहीं है।

व्यापार /उद्योग डेस्क, चंडीगढ़:

मारुति सुज़ुकी की ‘डिजायर’ प्लांट प्रशासनिक और कुछ पुराने कटु अनुभवों के चलते गुजरात ले जाया जा रहा है। कॉंग्रेस इसे खट्टर सरकार की नाकामी बता कर प्रचारित कर रही है। पूरे प्रदेश में कॉंग्रेस नेता आधे सच आ प्रचार कर रहे हैं वहीं यह बताना भूल रहे हाँ की मात्र 18000 करोड़ के निवेश के लिए खट्टर सरकार ने हरियाणा के हितों से कोई सम्झौता नहीं इया, यदि कर लिया होता तो विपक्ष हरियाणा ए यवाओं के हितों पर कुठाराघात की दुहाई देता

देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (MSIL) भारत में एक लोकेशन पर सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल प्लांट बनाने के लिए 18,000 करोड रुपये का निवेश करने जा रही है। मारुति हरियाणा में नई फैक्ट्री बनाने जा रही है। मारुति की इस नई फैक्ट्री में सालाना 10 लाख से अधिक कार बन सकेगी।

मारुति सुजुकी के चेयरमैन आर सी भार्गव ने यह जानकारी दी है। मारुति सुजुकी के ग्रीन फील्ड लोकेशन में 700 से 1000 एकड़ जगह शामिल हो सकती है। यह वास्तव में मारुति सुजुकी की गुड़गांव की पहली फैक्ट्री के रिप्लेसमेंट की तरह काम कर सकता है।

नई यूनिट में बड़ा निवेश

मारुति सुजुकी हालांकि इस बात से चिंतित है कि हरियाणा सरकार ने एक नियम बनाकर स्थानीय लोगों के लिए 75 फ़ीसदी जॉब आरक्षित कर दिया है। मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन आर सी भार्गव ने कहा, “मारुति सुजुकी नए प्लांट के लिए ₹18000 का निवेश करने जा रही है। नई यूनिट से सालाना 10 लाख कारों का उत्पादन हो सकेगा। हम नई यूनिट के रूप में बड़ा निवेश करने जा रहे हैं।”

हरियाणा सरकार के नियम से दिक्कत

मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) की योजना जल्द ही नया यूनिट शुरू करने की है, लेकिन इसमें उसे कुछ दिक्कतें आ रही है। भार्गव ने कहा कि मारुति (Maruti Suzuki) के नए प्लांट की राह में सबसे पहले कोरोना संकट की वजह से आई। पिछले साल संकट की वजह से मारुति (Maruti Suzuki) की योजना ठंडे बस्ते में चली गई, अब इस पर दोबारा विचार किया जा रहा है। मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) के नए प्लांट लगाने की राह में कई बाधाएं है। हरियाणा सरकार के स्थानीय लोगों को जॉब देने के फैसले से नई यूनिट लगाने में समस्या आ सकती है।

गुरुग्राम प्लांट में जगह की कमी

मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन आर सी भार्गव ने कहा, “हरियाणा सरकार द्वारा स्थानीय लोगों के लिए नौकरियों में 75 फ़ीसदी आरक्षण के मुद्दे पर कई उद्योग केंद्र सरकार से चर्चा कर चुके हैं। हरियाणा सरकार के इस कदम से राज्य में निवेश या प्रतियोगी क्षमता को बढ़ावा देने में मदद मिलने की उम्मीद नहीं है। पूरा उद्योग जगत यह मानता है और इस बारे में सरकार से बातचीत हो चुकी है।” भार्गव ने कहा कि मारुति सुजुकी गुरुग्राम प्लांट को जगह की दिक्कत की वजह से दूसरी जगह शिफ्ट करना चाहती है। स्थानीय लोगों को मारुति की यूनिट के कामकाज की वजह से काफी समस्याएं आ रही है और कंपनी इससे बचना चाहती है।

मॉडल का निर्माण अलग जगह होगा

देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया कॉम्पैक्ट सेडान डिजायर के उत्पादन के स्थानांतरण के जरिये न तो निवेश और न ही रोजगार हरियाणा से गुजरात लेकर जा रही है। मारुति सुज़ुकी के चेयरमैन आर सी भार्गव ने इस बारे में स्थिति साफ की। कंपनी ने कहा है कि वह हरियणा के अपने दो संयंत्रों तथा मूल कंपनी सुजुकी के गुजरात कारखाने में अपने उत्पादन की दक्षता को अधिकतम कर रही है। मारुति यह कदम विभिन्न मॉडलों की मांग के मद्देनजर उठा रही है।

हरियाणा के यूनिट चालू रहेंगे

भार्गव ने कहा, ‘‘हरियाणा के मारुति संयंत्र अपनी पूरी क्षमता पर परिचालन करते रहेंगे। रोजगार पूरा रहेगा, इसमें कोई बदलाव नहीं होगा। गुरुग्राम से कोई उत्पादन बंद होने नही जा रहा है। यदि डिजायर यहां से जाती है, तो किसी अन्य मॉडल का यहां उत्पादन होगा। यह कारोबार को सुसंगत बनाने का तरीका है कि कैसे हम सबसे अधिक दक्ष तरीके से मारुति के विभिन्न मॉडल का उत्पादन कर सकते हैं।’’