युद्ध किसी वी समस्या का समाधान नहीं है, इससे सिर्फ नुकसान ही होता है : डॉ. आशीष सरीन
तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 08 मई :
हाल ही में पहलगाम में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और दोनों देश एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। ऐसे संवेदनशील समय में, जहां युद्ध जैसा माहौल बना हुआ है, यह देखकर आश्चर्य होता है कि सोशल मीडिया पर दोनों देशों के कुछ लोग इस स्थिति का मजाक उड़ा रहे हैं। इससे भी अधिक चिंताजनक बात यह है कि कुछ टीवी समाचार चैनल भी भड़काऊ और भयावह खबरें दिखा रहे हैं, जिससे लोगों में और भी अधिक भय और गुस्से का माहौल पैदा हो रहा है। यह विचार “हिज एक्सीलेंट एंड कोचिंग सेंटर” के एमडी एवं प्रमुख समाजसेवी डॉ. आशीष सरीन ने कुछ चुनिंदा पत्रकारों के साथ एक प्रेस वार्ता के दौरान कहे । उन्होंने कहा कि यह सचमुच दुखद है कि कुछ लोग युद्ध जैसी गंभीर स्थिति की संवेदनशीलता को नहीं समझते। वे शायद यह नहीं जानते कि युद्ध कोई खेल नहीं है। उन्होंने कहा कि युद्ध विनाश, मृत्यु और विस्थापन जैसे भयानक परिणाम लेकर आता है। इसका खामियाजा दोनों देशों के आम नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है और पड़ेगा । उन्होंने कहा कि युद्ध में न केवल सीमा पर लड़ने वाले सैनिक मरते हैं, बल्कि निर्दोष लोग भी इस युद्ध का शिकार बनते हैं। उन्होंने कहा कि युद्ध में परिवार बिखर जाते हैं, बच्चे अनाथ हो जाते हैं, बुजुर्ग असहाय हो जाते हैं तथा देश की अर्थव्यवस्था युद्ध से बुरी तरह प्रभावित होती है। विकास कार्य रुक जाते हैं और गरीबी और बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि
सोशल मीडिया एक ऐसा मंच है जहां लोग अपनी राय व्यक्त कर सकते हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि किसी भी गंभीर मुद्दे का मजाक उड़ाया जाए। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से
जब बात दो देशों के बीच संबंधों और संभावित युद्ध की आती है, तो हमें बड़ी जिम्मेदारी के साथ बोलना चाहिए।
इसके साथ ही टीवी चैनलों को भी संयम को देखना चाहिए और ऐसी खबरें दिखाने से बचना चाहिए जो लोगों में भय और उत्तेजना पैदा करती हों। टीवी चैनलों को सटीक और संतुलित जानकारी प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें यह समझना होगा कि भारत और पाकिस्तान दोनों पड़ोसी देश हैं। हमें आपसी सहयोग और शांति से रहना होगा। युद्ध किसी भी समस्या का समाधान नहीं है यह केवल दुःख और विनाश ले कर आता है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर एक-दूसरे का मजाक उड़ाने वालों को यह समझना चाहिए कि उनके बिना सोचे-समझे किए गए कार्यों से दोनों देशों के लोगों की भावनाएं आहत हो सकती हैं, जो पहले से ही तनाव और भय के माहौल में रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसलिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम सभी जिम्मेदारी से व्यवहार करें और ऐसी किसी भी कार्रवाई से बचें जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ जाए। हमें शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। याद रखें, युद्ध से किसी को लाभ नहीं होता, इससे केवल हानि ही होती है।