बैंकर्स ने देशभर में प्रदर्शन किया, 5-दिवसीय कार्य सप्ताह और भर्ती की मांग की
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 21 फ़रवरी :
हजारों बैंक कर्मचारियों ने आज (21 फरवरी) देशभर के विभिन्न बैंकों के क्षेत्रीय, जोनल और प्रधान कार्यालयों के सामने प्रदर्शन किया। चंडीगढ़ मे यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (UFBU) के बैनर तले आयोजित किया इस मे ट्राई सिटी के लगभग 500 बैंक कर्मियों ने हिस्सा लिया इस प्रदर्शन में ग्राहक सेवा और कर्मचारी कल्याण दोनों को बेहतर बनाने के उद्देश्य से प्रमुख मांगों पर प्रकाश डाला गया।
यूनियनों की एक मुख्य मांग बैंकिंग उद्योग में 5-दिवसीय कार्य सप्ताह की शुरूआत है। श्री. रूपम राय जनरल सेक्रेटरी ए आई बी ओ सी ने बताया कि मार्च 2024 के द्विपक्षीय समझौते और संयुक्त नोट के दौरान, भारतीय बैंक संघ (आईबीए) और यूनियनों ने 5-दिवसीय सप्ताह को लागू करने के लिए एक समझौता किया, और एक औपचारिक सिफारिश को मंजूरी के लिए सरकार को भेज दिया गया। हालाँकि, लगभग एक साल बीत चुका है और सरकार ने अभी तक इस बदलाव को अधिसूचित नहीं किया है। श्री संजय शर्मा संयोजक यूएफबीयू ट्राई सिटी चंडीगढ़ यूनिट ने कहा, “24×7 डिजिटल बैंकिंग सेवाएँ पहले से ही उपलब्ध हैं और अधिकांश सरकारी और कॉर्पोरेट कार्यालय सप्ताह में पाँच दिन काम करते हैं, इसलिए बैंकिंग क्षेत्र में इसे तुरंत प्रभाव से लागू किया जाना चाहिए। इससे ग्राहक सेवा और उत्पादकता में बढ़ोतरी ही होगी।”
यूनियनों द्वारा उठाया गया एक और महत्वपूर्ण मुद्दा सभी संवर्गों में स्थायी भर्ती की आवश्यकता है। यूनियन नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि एक मजबूत कार्यबल न केवल बेहतर ग्राहक सेवा सुनिश्चित करता है बल्कि मौजूदा कर्मचारियों पर काम का दबाव भी कम करता है, जिससे अंततः बैंकिंग परिचालन की गुणवत्ता में सुधार होता है। उन्होंने कई अन्य चिंताओं को भी उजागर किया, जिसमें कर्मचारियों की कमी के कारण शाखाओं में बढ़ते कार्यभार को संबोधित करने की तत्काल आवश्यकता, पदोन्नति, स्थानांतरण और कर्मचारी कल्याण के संबंध में निष्पक्ष और पारदर्शी नीतियां सुनिश्चित करना और बैंकिंग क्षेत्र में अनुचित श्रम प्रथाओं और आगे निजीकरण के किसी भी प्रयास का विरोध करना शामिल है। आज का प्रदर्शन एक व्यापक आंदोलन कार्यक्रम का हिस्सा है, जिसमें 03 मार्च 2025 को दिल्ली में धरना और 24 और 25 मार्च 2025 को दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल शामिल है। यूनियन नेताओं ने कहा कि अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे आने वाले हफ्तों में अपने विरोध प्रदर्शन को तेज करेंगे
इस मे सभी बैंको की एसोसिएशंस के प्रेसिडेंट्स, जनरल सेक्ट्रीज ने हिस्सा लिया