पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं : तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।
डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 05 मई 2025
नोटः आज श्री जानकी सीता जयंती है। तथा बंगलामुखी जयंती है।

श्री जानकी सीता जयंती, जिसे सीता जयंती या सीता अष्टमी भी कहा जाता है, एक धार्मिक त्योहार है जो फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन माता सीता के प्रकट होने के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है, और विवाहित महिलाओं के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जो इस दिन व्रत रखकर पति की लंबी उम्र और सुखद वैवाहिक जीवन की कामना करती हैं। जानकी जयंती माता सीता के प्रकट होने का प्रतीक है और विवाहित महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह दिन पूजा, व्रत और प्रार्थना के लिए समर्पित है, जो परिवार में सुख-शांति और समृद्धि लाने में मदद करता है।

बगलामुखी माता, दस महाविद्यओं में से आठवीं महाविद्या है और इसे देवी पार्वती का एक उग्र स्वरूप माना जाता है। बगलामुखी माता को शत्रुओं का नाश करने वाली और वाक सिद्धि प्रदान करने वाली देवी माना जाता है। उनकी जयंती वैशाख शुक्ल अष्टमी को मनाई जाती है, और इस वर्ष 2025 में यह पावन तिथि 5 मई, सोमवार को है। वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को बगलामुखी जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस दिन मां बगलामुखी की पूजा का विशेष महत्व है।
विक्रमी सवत्ः 2082,
शक संवत्ः 1947,
मासः वैशाख़
पक्षः शुक्ल,
तिथिः अष्टमी प्रातः काल 07.36 तक है,
वारः सोमवार।
नोटः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही, शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।
नक्षत्रः आश्लेषा दोपहर काल 02.01 तक है,
योग, वृद्धि़ रात्रिः काल 12.20 तक है,
करणः बव,
सूर्य राशिः मेष, चन्द्र राशिः कर्क,
राहू कालः प्रातः 7.30 से प्रातः 9.00 बजे तक,
सूर्योदयः 05.41, सूर्यास्तः 06.55 बजे।