Thursday, May 8

चंडीगढ़ में नेशनल सिल्क एक्सपो की वापसीः शादी और गर्मियों की खरीदारी के लिए अवश्य जाएँ

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 23 अप्रैल :

भारत की बेहतरीन हथकरघा परंपराओं के जीवंत प्रदर्शन के साथ चंडीगढ़ में नेशनल सिल्क एक्सपो की एक बार फिर वापसी हो गई है। केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय से रजिस्टर्ड ग्रामीण हस्तकला विकास समिति ने इस प्रदर्शनी का आयोजन किया है। यह 6 दिवसीय प्रदर्शनी 23 से 28 अप्रैल तक हिमाचल भवन, सेक्टर 28-बी में आयोजित की जा रही है, जो प्रतिदिन सुबह 11:00 बजे से रात 9:00 बजे तक खुली रहेगी। प्रवेश निःशुल्क है।

इस प्रदर्शनी में आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, गुजरात, बिहार, ओडिशा और अन्य सहित 14 हथकरघा-समृद्ध राज्यों के 150 से अधिक मास्टर बुनकर और कारीगर एक साथ आते हैं। आगंतुक रेशम और सूती साड़ियों, कुर्तियों, डिजाइनर ड्रेस, ड्रेस मटेरियल, होम लिनन से लेकर फैशन ज्वैलरी तक 1,50,000 से अधिक हथकरघा उत्पादों के अविश्वसनीय चयन से खरीदारी कर सकते हैं – जो आगामी शादी और गर्मियों के मौसम के लिए एकदम सही है।

इस साल के मुख्य आकर्षण में पोचमपल्ली इक्कत, कांजीवरम, टसर, चंदेरी, माहेश्वरी, गढ़वाल, मधुबनी प्रिंट और शानदार असम मुंगा सिल्क के विशेष संग्रह शामिल हैं – सभी पर 50% तक की छूट। कीमती किफायती दैनिक पहनने से लेकर उत्तम दुल्हन के परिधानों तक हैं, जो इसे हर घर के लिए वन-स्टॉप गंतव्य बनाती हैं। 

कारीगरों, डिजाइनरों और हथकरघा उद्योग के समूह द्वारा स्थापित, ग्रामीण हस्तकला विकास समिति का उद्देश्य ग्रामीण बुनकरों को सीधा बाजार प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाना है – बिचौलियों को खत्म करना और प्रीमियम हथकरघा को सभी के लिए सुलभ बनाना है।

एक्सपो के आयोजक जयेश कुमार गुप्ता कहते हैं, “इसका उद्देश्य केवल साड़ियां बेचना नहीं है, बल्कि कहानियाँ बताना है।” “प्रत्येक बुनाई पीढ़ियों से चली आ रही परंपरा, संस्कृति और शिल्प कौशल को दर्शाती है।” 

सिर्फ़ एक शॉपिंग इवेंट से कहीं ज़्यादा, नेशनल सिल्क एक्सपो आगंतुकों को भारत की समृद्ध कपड़ा विरासत की झलक दिखाता है। चाहे आप इस गर्मी में स्टाइल स्टेटमेंट बनाना चाहते हो या अपने त्यौहारी परिधान में परंपरा का स्पर्श जोड़ना चाहते हों, यह एक ऐसा कार्यक्रम है जिसे आप मिस नहीं करना चाहेंगे।