Monday, May 5

उत्तर भारत के सबसे बड़े फार्माटेक एक्सपो और लैबटेक एक्सपो 2025 का चंडीगढ़ में हुआ आगाज

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 10 अप्रैल :

उत्तर भारत के सबसे बड़े फार्माटेक एक्सपो 2025 और लैबटेक एक्सपो 2025 के 19वें संस्करण का आज परेड ग्राउंड, सेक्टर 17, चंडीगढ़ में भव्य आगाज हुआ। फार्माटेक्नोलॉजीइंडेक्स.कॉम प्राइवेट लिमिटेड द्वारा आयोजित और हिमाचल ड्रग मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एचडीएमए) द्वारा समर्थित इस तीन दिवसीय प्रमुख उद्योग आयोजन में दुनिया भर से फार्मा इंडस्ट्री के 300 से अधिक अग्रणी प्रदर्शक एक साथ आ रहे हैं जो कि देश में अत्याधुनिक फार्मास्युटिकल प्रोडक्टस व् मशीनरी, प्रयोगशाला प्रौद्योगिकियां, पैकेजिंग उपकरणों और प्रोसेसिंग सॉल्यूशन को 10 से 12 मार्च  तक प्रदर्शित करेंगे।

एक्सपो का उद्घाटन आज हिमाचल प्रदेश के उद्योग मंत्री माननीय श्री हर्षवर्धन चौहान ने किया। इस मौके पर फार्मा क्षेत्र से जुड़े कई उद्योगपति, अधिकारी और इंडस्ट्रीज के प्रोफेशनलस भी उपस्थित थे। उद्घाटन समारोह में बोलते हुए माननीय मंत्री ने हिमाचल प्रदेश राज्य सरकार द्वारा औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम जैसी पहल आदि के बारे में जानकारी दी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह की व्यवस्था से निवेशक-अनुकूल वातावरण को बढ़ावा मिला है , जिससे व्यापारिक विचारों को पनपने और उन्हें वास्तविकता में बदलने में  मदद मिलती है।

श्री हर्षवर्धन चौहान ने आगे कहा कि, “ऐसे युग में जहां फार्मा और फार्मा मशीनरी उद्योग अभूतपूर्व गति से बढ़ रहा है, फार्माटेक एक्सपो जैसे प्लेटफॉर्म बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। फार्माटेक एक्सपो जैसे प्लेटफॉर्म ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ाते हैं , नवाचार को प्रदर्शित करते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि भारतीय उद्योग के हितधारकों को वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त बनाए रखने में मदद मिलती रहे।  

एक्सपो के बारे में अधिक जानकारी साझा करते हुए फार्माटेक एक्सपो के चेयरमैन, श्री रमेश शाह ने कहा कि “इस वर्ष चंडीगढ़ में इस आयोजन का सातवां संस्करण है। इस वर्ष  प्रदर्शनी क्षेत्र में 140% की वृद्धि और प्रतिभागी कंपनियों की संख्या में 60% की वृद्धि देखी गई। 15000 वर्ग मीटर से अधिक प्रदर्शनी क्षेत्र के साथ तीन दिवसीय कार्यक्रम में 6000 से अधिक लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। फार्माटेक एक्सपो 2025 अब तक का सबसे बड़ा और सबसे प्रभावशाली संस्करण होगा।

उत्तरी भारत के राज्य : हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर देश में औषधि क्षेत्र में महत्वपूर्ण रूप में पहचाने जाते है क्योंकि यह राज्य न केवल देश के कच्चे माल और फार्मुलेशन आउटपुट में महत्वपूर्ण योगदान देते है बल्कि  प्रसंस्करण मशीनरी, उपकरण विनिर्माण और वैज्ञानिक उपकरण जैसी सामग्री के उत्पादन में वृद्धि प्रदान करते है।

एक्सपो के दौरान उच्च स्तरीय सेमिनार और चर्चाओं की एक श्रृंखला का भी आयोजन किया जायेगा। उद्घाटन के दिन, सीडीएससीओ, राज्य एफडीसीए और एचडीएमए के सहयोग से आयोजित “संशोधित अनुसूची एम – गैप विश्लेषण” पर एक पैनल चर्चा आयोजित की गई। दुसरे दिन 11 अप्रैल को, आईएसएचआरएई और एएसएचआरएई द्वारा “समता – संतुलन अधिनियम: फार्मा में गुणवत्ता, ऊर्जा और नवाचार” शीर्षक पर एक सेमिनार आयोजित किया जायेगा , इसके बाद सहयोगी संगठनों द्वारा क्यूरेट किए गए “चीन प्लस वन (सी + 1): फार्मास्यूटिकल और मेडिकल डिवाइस सेक्टर में संभावनाएं और चुनौतियां” पर एक और सेमिनार आयोजित किया जाएगा।

इस आयोजन को प्रमुख उद्योग संगठनों जैंसे हिमाचल ड्रग मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एचडीएमए), फेडरेशन ऑफ फार्मा एंटप्रियोनर्स (एफओपीई), लघु उद्योग भारती (एलयूबी), ड्रग मार्केटिंग और मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एफएसएआई) अंबाला, फायर एंड सिक्योरिटी एसोसिएशन ऑफ इंडिया , फायर अवेयरनेस एंड सेफ्टी एसोसिएशन और कई अन्य संगठनों ने प्रायोजकों और भागीदारों के रूप में समर्थन दिया।

उद्घाटन समारोह में अनेक प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे जिनमें डॉ. एचजी कोशिया, आयुक्त एफडीसीए गुजरात; राजा भानु, महानिदेशक, फार्माक्सिल. डॉ. प्रदीप मट्टू, पूर्व संयुक्त आयुक्त ड्रग्स, पंजाब; डॉ. मनीष कपूर, राज्य औषधि नियंत्रक, हिमाचल प्रदेश; श्री सुशांत शर्मा, उप औषधि नियंत्रक, (भारत), सीडीएससीओ, हिमाचल प्रदेश; श्री मनमोहन तनेजा, राज्य औषधि नियंत्रक, हरियाणा; श्री संजीव कुमार, संयुक्त आयुक्त औषधि, पंजाब; डॉ. राजेश गुप्ता, अध्यक्ष, एचडीएमए; श्री हरीश जैन, अध्यक्ष, एफओपीई; श्री अरुण गोयल, निदेशक, तिरुपति समूह; श्री संजय सिंगला, निदेशक, एमएमजी हेल्थकेयर; श्री रमेश अरोड़ा, प्रबंध निदेशक; क्वालिटी फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड श्री जावेद इमाम, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, एरिस्टो फार्मास्यूटिकल्स प्राइवेट लिमिटेड; श्री प्रमोद कलानी, निदेशक, ओएसिस लैबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड; और श्री अरुण शुक्ला, सीईओ, विश्वकर्मा इंडस्ट्रीज शामिल थे।

फार्माटेक एक्सपो 2025 और लैब टेक एक्सपो 2025 न केवल फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज के गतिशील विकास का जश्न मनाता है बल्कि यह तकनीकी उन्नति के लिए संवाद, विकास और विकास के लिए भी एक मजबूत मंच तैयार करता है।