Monday, April 7

डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोहाली – 07 अप्रैल :

इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (ISB) की ग्रेजुएशन सेरेमनी में मोहाली कैम्पस से मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम (पीजीपी) के 252 छात्रों को उनके प्रमाण पत्र और सम्मान प्राप्त हुए। यह अवसर उनके पेशेवर जीवन की एक नई और रोमांचक शुरुआत का प्रतीक है। इस महत्वपूर्ण आयोजन के मुख्य अतिथि श्री आकाश चौधरी, को-फाउंडर, आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (AESL) थे।

मुख्य अतिथि और आईएसबी के पूर्व छात्र श्री आकाश चौधरी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने यह सीखा कि केवल जानी-पहचानी राहों पर चलकर सफलता पाना संभव नहीं है। असली सफलता रोज़मर्रा की छोटी-छोटी समस्याओं को हल करने और स्वास्थ्य व सच्चे संबंधों में संतुलन को बनाए रखने में है। उन्होंने आईएसबी में फिर से लौटने पर अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त की और कहा कि उनका वहां होना आईएसबी की दूरदर्शी सोच का प्रमाण है। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे साहसिक सोच अपनाएं, सीमाओं को तोड़ें और ऐसा प्रभाव छोड़ें जो पुरस्कारों से नहीं, बल्कि उनके निरंतर प्रयासों और योगदान से मापा जाए।

आईएसबी मोहाली कैंपस एडवाइजरी बोर्ड के चेयरपर्सन श्री राकेश भारती मित्तल ने कहा कि आज के युग की सबसे बड़ी रोमांचक चुनौती है वैश्विक अनिश्चितताओं से जूझना—चाहे वह संघर्ष हों, आर्थिक बदलाव हों या आधुनिक व्यापार की चुनौतियाँ। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि भारती एयरटेल में काम के दौरान उन्होंने देखा कि कठिनाइयाँ ही सबसे सशक्त नेतृत्व को जन्म देती हैं। मित्तल ने प्रभावी नेतृत्व की परिभाषा देते हुए कहा कि यह केवल सबसे आगे रहने में नहीं, बल्कि अपनी टीम को सशक्त बनाने में भी है। उन्होंने छात्रों से अनुरोध किया कि वे आईएसबी की भावना को जीवित रखें, आने वाली पीढ़ियों का मार्गदर्शन करें और संस्थान से जुड़े रहें। उनका मानना है कि एक तेज़ दिमाग और एक करुणामयी हृदय मिलकर सबसे बड़ी प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त प्रदान करते हैं।

आईएसबी के डीन, प्रोफेसर मदन पिल्लुतला ने कहा कि छात्र अब एक अनिश्चित लेकिन अत्यंत रोचक दुनिया में कदम रख रहे हैं। उन्होंने बताया कि किस तरह तेज़ी से हो रहे बदलाव लंबे समय से चले आ रहे कारोबार, लीडरशिप और बिजनेस मॉडल को चुनौती दे रहे हैं, खासकर जियोपॉलिटिकल अस्थिरताओं और वैचारिक विभाजनों के बीच। उन्होंने बताया कि आईएसबी का अनुभव छात्रों को इन जटिलताओं से निपटने के लिए आवश्यक क्रिटिकल थिंकिंग स्किल से लैस करता है। उन्होंने विविध दृष्टिकोणों को अपनाने और नेतृत्व में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने की अपील करते हुए भविष्य की सफलता के लिए सामूहिक प्रगति के मूल्यों पर ज़ोर दिया।

मोहाली परिसर के लिए आईएसबी स्कॉलर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में इंद्रनील चौधरी, अपूर्व आशुतोष शर्मा और हर्ष विनोद बेहरानी को चुना गया। उदय अग्रवाल को पीजीपी क्लास ऑफ 2025 (मोहाली कैम्पस) के लिए चेयरपर्सन अवार्ड फॉर बेस्ट ऑल-राउंडर से सम्मानित किया गया। फेकल्टी सदस्यों और शैक्षणिक सहयोगियों को छात्रों की शिक्षण यात्रा को समृद्ध बनाने में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए भी सराहा गया। समारोह का समापन छात्रों ने टोपी उछालकर खुशी व्यक्त करते हुए किया, जो उनके अगले रोमांचक अध्याय की शुरुआत का प्रतीक था।

पिछले सप्ताह, आईएसबी के हैदराबाद कैम्पस में हुए ग्रेजुएशन समारोह में पीजीपी क्लास ऑफ 2025 (हैदराबाद कैम्पस) के 563 छात्रों को उनके प्रमाण पत्र और सम्मान प्रदान किए गए।