Wednesday, April 2

हड्डियों की विकृति वाले बच्चों के लिए आकाश हेल्थकेयर ने अनविका फाउंडेशन के साथ मिलकर एक अनोखी पहल ‘पिंक बोन्स: डिफॉर्मिटी फ्री किड्स कॉम्यूनिटी’ की शुरुआत की

डेमोक्रेटिक फ्रंट, गुडगाँव, 31 मार्च :

आकाश हेल्थकेयर ने अनविका फाउंडेशन के साथ मिलकर पिंक बोन्स : डिफॉर्मिटी फ्री किड्स कॉम्यूनिटी कार्यक्रम की शुरुआत की। इस मुहिम का उद्देश्य 16 वर्ष तक की आयु के वंचित बच्चों को हड्डियों की विकृति के लिए निःशुल्क उपचार और पुनर्वास प्रदान करना है। इस पहल के अंतर्गत जन्मजात और आर्थोपेडिक समस्याओं से पीड़ित बच्चों को प्रारंभिक पहचान से लेकर सर्जरी के बाद पुनर्वास तक चिकित्सा देखभाल दी जाएगी। आकाश हेल्थकेयर के ऑर्थोपेडिक्स और जॉइंट रिप्लेसमेंट विभाग के निदेशक और प्रमुख डॉ. आशीष चौधरी ने बताया कि हमारी यह पहल वंचित बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में काम कर रही है। इस पहल के तहत जागरूकता बढ़ाने, निःशुल्क सर्जरी एवं उपचार, और पुनर्वास की व्यवस्था की जाएगी। आकाश हेल्थकेयर के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. विक्रम खन्ना ने बताया कि इस तरह की विकृतियां केवल शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डालती हैं। इसकी सही समय पर पहचान और उपचार से बच्चों की जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है। भारतीय ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के अनुसार, हड्डियों की विकृति भारत में हर 300 बच्चों में से 1 को प्रभावित करती है, लेकिन जागरूकता और चिकित्सा सेवाओं की कमी के कारण कई मामले अनुपचारित रह जाते हैं।  16 वर्ष तक की आयु के वंचित बच्चों को हड्डियों की विकृति के लिए निःशुल्क उपचार और पुनर्वास प्रदान करना है। इस पहल के अंतर्गत जन्मजात और आर्थोपेडिक समस्याओं से पीड़ित बच्चों को प्रारंभिक पहचान से लेकर सर्जरी के बाद पुनर्वास तक चिकित्सा देखभाल दी जाएगी। इस पहल ने हाल ही में एक 9 वर्षीय बच्चे की जिंदगी बदलने में मदद की, जो गंभीर विकृति के कारण व्हीलचेयर पर निर्भर था, लेकिन अब वह चलने में सक्षम हो गया है। अपने माता-पिता और आकाश हेल्थकेयर के डॉ. आशीष चौधरी के बगल में खड़ी होकर मुस्कुराते हुए बच्ची ने बताया कि वह अब चलने में सक्षम है। वह बहुत खुश है कि कुछ महीनों के भीतर अपने दोस्तों के साथ खेल भी पाएगा।