बेगमपुरा टाईगर फोर्स ने डाक्टर मोमिता देबनाथ के साथ दरिंदों द्वारा किये गये गैंगरेप के सम्बन्ध में निकाला कैंडल मार्च
डाक्टर मोमिता देबनाथ के कातिल दरिंदों को चौराहे में खड़ा करके गोली मार देनी चाहियेः पंजाब प्रधान बीरपाल ठरोली
तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 21 अगस्त :
बेगमपुरा टाईगर फोर्स राष्ट्रीय चेयरमैन तरसेम दीवाना तथा राष्ट्रीय प्रधान धर्मपाल साहनेवाल के दिशा निर्देशानुसार बेगमपुरा टाईगर फोर्स की ओर से कोलकाता की एक ट्रेनी लेडी डाक्टर मोमिता देबनाथ का बेरहमी के साथ बलात्कार करके कत्ल कर दिया गया, के रोष में फोर्स के ज़िला प्रधान हैप्पी फतेहगढ़ की अध्यक्षता में एक विशाल रोष कैंडल मार्च निकाला गया। इस कैंडल मार्च में फोर्स के पंजाब प्रधान बीरपाल ठरोली, दोआबा प्रधान नेकू अजनोहा तथा ज़िला सीनियर उप-प्रधान सतीश शेरगढ़ विशेष तौर पर उपस्थित हुये।
इस अवसर पर फोर्स के नेताओं ने कहा कि डॉ.मोमिता देबनाथ की लाश अर्धनग्न अवस्था में मिली थी जिस कारण डाक्टर के बलात्कार तथा कत्ल ने देश भर के लोगों में गुस्सा पैदा कर दिया है, क्योंकि इससे इन्सानियत शर्मसार हुई है। उन्होंने कहा कि चाहे हमारे देश ने बहुत उन्नति की है, पर फिर भी यहां कोई भी औरत सुरक्षित नही है, जिस कारण लोग अपनी लड़कियों को घर से बाहर भेजने से कतराते हैं तथा जो लड़कियां या औरतें घरों से बाहर अपनी रोज़ी रोटी के लिए काम करने जाती हैं, उनके पारिवारिक सदस्य हमेशा डरे हुये रहते हैं, जब तक उनकी लड़की सुरक्षित घर वापिस नही आ जाती।
उन्होंने कहा कि यह बात आम कही जाती है कि पशु से मनुष्य बना है, पर अभी भी ऐसा प्रतीत होता है कि मानव के अन्दर अभी भी पशु जैसी वृति मौजूद है जोकि औरतों को असुरक्षित करती है। उन्होंने कहा कि भारत में रोज़ाना लगभग 100 से अधिक मामले बलात्कार के दर्ज होते हैं, जोकि हमारी औरत के प्रति सोच को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को औरतों की सुरक्षा के लिये अधिक से अधिक प्रयास करने चाहिए तांकि हमारी लड़कियां, बहने बिना किसी डर के समाज में घूम सकें। अन्त में उन्होंने कहा कि बेगमपुरा टाईगर फोर्स में से निकाले गये कुछ शरारती तत्व सरकारे दरबारे तथा लोगों को बेगमपुरा टाईगर फोर्स के नाम पर गुमराह कर रहे हैं। ऐसे शरारती तत्वों से बचने की ज़रूरत है जबकि इन लोगों को बेगमपुरा टाईगर फोर्स के साथ दूर तक कोई वास्ता नही है।
इस अवसर अन्यों के इलावा सतीश कुमार शेरगढ़, राज कुमार बद्धण शेरगढ़, राजकुमार बद्धण नारा, सन्नी सीणा, भिन्दा सीणा, बंटी बस्सी वाहद, मिन्टू कुलिया, जस्सा सिंह नंदन, अमनदीप, मुनीष, चरनजीत डाडा, कमलजीत डाडा, राम जी, दविन्दर कुमार, पम्मा डाडा, गोगा मांझी, पवन कुमार बद्धण, अमनदीप सिंह, मनीष कुमार, चरनजीत सिंह, कमलजीत सिंह, बिशनपाल, ज्ञान चंद, मुसाफिर सिंह, शेरा सिंह, विशाल कुमार, भिन्दा सीणा, हैप्पी फतेहगढ़, दविन्दर कुमार, नितिन सैनी, अनमोल मांझी, विजय कुमार जल्लोवाल खनूर, कालू बाबा रहीमपुर, रवि सुन्दर नगर, बाली फतेहगढ़, रणजीत नौं गरावां, दिलबाग फतेहगढ़, अजय बस्सी जाना आदि उपस्थित थे।